CHEMISTRY (Hindi), Class 12

Class 12 : Chemistry (Hindi) – Lesson 6.हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन


🟢 1. नामकरण तथा संरचना
🌿 हैलोएल्केन – एलकिल समूह में हाइड्रोजन के स्थान पर हैलोजन परमाणु।
🌿 हैलोएरीन – एरीन (जैसे बेंजीन) में हाइड्रोजन के स्थान पर हैलोजन।
🧠 IUPAC नामकरण के मुख्य नियम:
✔️ सबसे लंबी श्रृंखला का चयन
✔️ हैलोजन को उपसर्ग के रूप में लिखना (जैसे – क्लोरो, ब्रोमो)
✔️ संख्या ऐसी चुनना जिससे हैलोजन को न्यूनतम स्थानांक मिले।
💡 उदाहरण:
CH₃–CHCl–CH₃ → 2-क्लोरोप्रोपेन
C₆H₅Cl → क्लोरोबेंजीन



🟡 2. वर्गीकरण
हैलोएल्केन को 3 भागों में वर्गीकृत किया जाता है:
1️⃣ प्राथमिक (1°): जिस कार्बन से हैलोजन जुड़ा है, वह केवल एक अन्य कार्बन से जुड़ा हो।
2️⃣ माध्यमिक (2°): वह कार्बन दो कार्बन से जुड़ा हो।
3️⃣ तृतीयक (3°): वह कार्बन तीन अन्य कार्बन से जुड़ा हो।
🧠 हैलोएरीन में हैलोजन सीधे एरीन वलय से जुड़ा होता है।

🔴 3. भौतिक गुण
⚡ अवस्था:
➡️ निम्नवर्गीय हैलोएल्केन गैसीय होते हैं।
➡️ मध्यमवर्गीय द्रव होते हैं और उच्चवर्गीय ठोस।
⚡ उबलनांक:
➡️ हैलोजन का भार बढ़ने पर उबलनांक भी बढ़ता है।
➡️ समवयवी यौगिकों में शाखाहीन यौगिकों का उबलनांक अधिक होता है।
⚡ घनत्व और घुलनशीलता:
➡️ जल में कम घुलनशील परन्तु कार्बनिक विलायकों में अधिक।
✏️ नोट: हैलोजन की उपस्थिति के कारण इन यौगिकों में ध्रुवता होती है।

🟢 4. कार्बनिक यौगिकों में हैलोजन का अभिग्रहण
प्रमुख अभिग्राही विधियाँ:
1️⃣ एल्केन से हैलोएल्केन: मुक्त कणीय अभिक्रिया द्वारा।
CH₄ + Cl₂ → CH₃Cl + HCl (उजाले में)
2️⃣ एल्कोहल से हैलोएल्केन:
ROH + HX → RX + H₂O
3️⃣ बेंजीन से हैलोएरीन:
C₆H₆ + Cl₂ → C₆H₅Cl + HCl (FeCl₃ उपस्थिति में)
💡 सुझाव: हैलोएरीन का निर्माण एलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन द्वारा होता है।

🟡 5. रासायनिक अभिक्रियाएँ
(क) नाभिकीय प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ
➡️ हैलोएल्केन में हैलोजन बंध अपेक्षाकृत कमजोर होने के कारण प्रतिस्थापन संभव।
⚡ Sᴺ1 तंत्र: दो चरणों में होती है, माध्यमिक व तृतीयक हैलोएल्केन में प्रमुख।
⚡ Sᴺ2 तंत्र: एक चरणीय, प्राथमिक हैलोएल्केन में होती है।
(ख) विलोपन अभिक्रिया (Elimination):
➡️ जब क्षार की उपस्थिति में गर्म किया जाता है तो एलीन प्राप्त होता है।
CH₃CH₂Br + alc. KOH → CH₂=CH₂ + KBr + H₂O

🔴 6. हैलोएरीन की अभिक्रियाएँ
🧠 हैलोएरीन में C–X बंध आंशिक द्विबंध सरीखा होता है, इसलिए प्रतिस्थापन कठिन होता है।
✔️ प्रतिस्थापन अभिक्रिया: कठोर स्थितियों में संभव – NaOH के साथ गर्म करने पर।
✔️ धातु अभिक्रिया: Wurtz-Fittig अभिक्रिया – एरीन और एलकिल हैलाइड से हाइड्रोकार्बन।

🟢 7. प्रभाव – कार्बन–हैलोजन बंध की प्रकृति
⚡ C–X बंध ध्रुवीय होता है – C आंशिक धनावेश और X आंशिक ऋणावेश।
✔️ बंध की शक्ति (Bond Strength):
➡️ C–F > C–Cl > C–Br > C–I
✔️ बंध की लंबाई (Bond Length):
➡️ C–F < C–Cl < C–Br < C–I
✏️ नोट: C–F अत्यधिक मजबूत होता है इसलिए यह बंध रासायनिक अभिक्रिया हेतु अधिक प्रतिरोधक होता है।

🟡 8. पर्यावरणीय प्रभाव और विषाक्तता
🔴 कुछ हैलोयौगिक जैसे – DDT, BHC, क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) पर्यावरण के लिए अत्यंत हानिकारक हैं।
🌿 CFCs ओज़ोन परत को क्षति पहुँचाते हैं।
🌿 DDT कीटनाशक होते हुए भी जीवों में वसा में एकत्रित होकर जैव-वृद्धि उत्पन्न करता है।
✏️ नोट: इनका प्रयोग संयमित और नियंत्रित ढंग से ही करना चाहिए।

🌟 यह अध्याय क्यों महत्वपूर्ण है? 🌟
(📦 Why This Lesson Matters Box)
➡️ औषधि, औद्योगिक विलायक, कीटनाशक और सिंथेटिक उत्पादों में हैलोयौगिकों का व्यापक उपयोग होता है।
➡️ यह अध्याय रासायनिक प्रतिक्रिया की बारीकियाँ और पर्यावरणीय चेतना, दोनों को जोड़ता है।

📝 Quick Recap: (स्मृति-पुनरावलोकन)
🔵 हैलोएल्केन = एल्केन + हैलोजन
🟢 हैलोएरीन = एरीन + हैलोजन
🟡 C–X बंध = ध्रुवीय, प्रतिक्रिया में सक्रिय
🔴 Sᴺ1 = दो चरण, Sᴺ2 = एक चरण
🟢 विलोपन से एलीन बनता है
🟡 DDT, CFC = पर्यावरण के लिए हानिकारक
🔴 उपयोग: औषधियाँ, विलायक, कीटनाशक
🟢 हैलोजन की उपस्थिति = अभिक्रियाशीलता में वृद्धि

🔻 सारांश (Summary in ~300 Words) 🔻
🔹 हैलोएल्केन और हैलोएरीन ऐसे यौगिक हैं जिनमें हाइड्रोजन की जगह हैलोजन परमाणु होता है। ये यौगिक रासायनिक प्रतिक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और जीवन के अनेक क्षेत्रों में इनका प्रयोग होता है।
🔸 नामकरण में IUPAC नियमों का पालन किया जाता है। हैलोएल्केन को प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक वर्गों में विभाजित किया जाता है।


🔹 निर्माण विधियाँ जैसे – एल्केन या एल्कोहल से हैलोएल्केन, बेंजीन से हैलोएरीन, महत्वपूर्ण हैं। हैलोएरीन में एलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन प्रमुख होता है।
🔸 रासायनिक अभिक्रियाएँ दो मुख्य प्रकार की होती हैं – नाभिकीय प्रतिस्थापन (Sᴺ1 और Sᴺ2) तथा विलोपन। हैलोएरीन अपेक्षाकृत कम प्रतिक्रियाशील होते हैं।


🔹 भौतिक गुण जैसे – उबलनांक, घुलनशीलता, घनत्व आदि हैलोजन की प्रकृति पर निर्भर करते हैं। बंध की शक्ति और लंबाई भी प्रतिक्रिया दर को प्रभावित करती है।
🔸 पर्यावरणीय प्रभाव भी इस अध्याय का महत्वपूर्ण भाग है। CFCs और DDT जैसे यौगिक पर्यावरण के लिए खतरनाक हैं।
यह अध्याय विद्यार्थी को हैलोयौगिकों की संरचना, प्रतिक्रिया, व्यवहार और उनके प्रभाव की व्यापक समझ प्रदान करता है। यह न केवल परीक्षा के दृष्टिकोण से, बल्कि व्यावहारिक जीवन और विज्ञान की दिशा में भी अत्यंत उपयोगी है।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न



प्रश्न 1. एल्कोहॉल को हेलोजन युक्त यौगिकों में बदलने के लिए प्रयुक्त प्रमुख विधियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
एल्कोहॉल को हेलोजन युक्त यौगिकों (हैलोएल्केनों) में परिवर्तित करने के लिए निम्नलिखित प्रमुख विधियाँ प्रयुक्त होती हैं:
🔹 (1) हाइड्रोजन हेलाइड (HX) की सहायता से
R-OH + HX → R-X + H₂O
यह प्रतिक्रिया प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक एल्कोहॉल पर निर्भर करती है।
➡️ उदाहरण:
CH₃CH₂OH + HBr → CH₃CH₂Br + H₂O
🔹 (2) फॉस्फोरस ट्राईहेलाइड (PX₃)
R-OH + PX₃ → R-X + H₃PO₃
➡️ उदाहरण:
3CH₃CH₂OH + PBr₃ → 3CH₃CH₂Br + H₃PO₃
🔹 (3) थियोनिल क्लोराइड (SOCl₂)
R-OH + SOCl₂ → R-Cl + SO₂ + HCl
यह विधि सर्वाधिक प्रभावी मानी जाती है क्योंकि उपोत्पाद गैसों के रूप में बाहर निकल जाते हैं।

प्रश्न 2. हेलोएल्केनों को ग्रिग्नार्ड अभिकारक द्वारा संश्लेषित करने की एक विधि को समझाइए।
उत्तर:
ग्रिग्नार्ड अभिकारक (RMgX) को सामान्यतः एल्काइल हेलाइड को मैग्नीशियम धातु की उपस्थिति में सूखे ईथर में प्रतिक्रिया कराकर तैयार किया जाता है:
🔹 R-X + Mg → RMgX (सूखे ईथर में)
➡️ उदाहरण:
CH₃Br + Mg → CH₃MgBr
यह अभिक्रिया नाभिकीय कार्बन और विद्युत ऋणात्मक हेलोजन के बीच के बंध को मैग्नीशियम द्वारा तोड़ने पर आधारित है, जिससे कार्बन आंशिक ऋणात्मक और मैग्नीशियम आंशिक धनात्मक होता है।

प्रश्न 3. प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक हेलोएल्केनों की SN1 एवं SN2 अभिक्रियाशीलता की तुलना कीजिए।
उत्तर:
🔵 SN1 अभिक्रिया:
➡️ यह दो चरणों में होती है:
(i) कार्बोकैटायन का निर्माण
(ii) न्यूक्लियोफाइल का आक्रमण
➡️ यह अभिक्रिया तृतीयक > द्वितीयक > प्राथमिक के क्रम में होती है क्योंकि तृतीयक कार्बोकैटायन सबसे स्थिर होता है।
🔵 SN2 अभिक्रिया:
➡️ यह एक चरण में होती है; न्यूक्लियोफाइल द्वारा पीछे से आक्रमण
➡️ प्राथमिक > द्वितीयक > तृतीयक (क्योंकि तृतीयक में स्थानिक अवरोध बहुत होता है)
सारांश:
✔️ SN1 के लिए तृतीयक हेलोएल्केन सबसे उपयुक्त
✔️ SN2 के लिए प्राथमिक हेलोएल्केन सबसे उपयुक्त

प्रश्न 4. SN1 एवं SN2 अभिक्रियाओं की गति पर विलायक की प्रकृति का क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
🔹 SN1 अभिक्रिया:
➡️ यह ध्रुवीय प्रोटिक विलायकों में तीव्र होती है क्योंकि वे कार्बोकैटायन को स्थिर करते हैं।
➡️ जैसे: जल, एथेनॉल आदि।
🔹 SN2 अभिक्रिया:
➡️ यह ध्रुवीय एप्रोटिक विलायकों में तीव्र होती है क्योंकि ये न्यूक्लियोफाइल को अवरोध नहीं करते।
➡️ जैसे: एसीटोन, DMSO, DMF आदि।
निष्कर्ष:
✔️ SN1 → ध्रुवीय प्रोटिक विलायक में तेज
✔️ SN2 → ध्रुवीय एप्रोटिक विलायक में तेज

प्रश्न 5. हेलोएल्केनों के अणु में कौन-से कारक उनके न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन की गति को प्रभावित करते हैं?
उत्तर:
निम्न कारक न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन की गति को प्रभावित करते हैं:
🔹 (1) उपवर्ती समूह का प्रकार – प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक
🔹 (2) हेलोजन का प्रकार – I⁻ > Br⁻ > Cl⁻ > F⁻
🔹 (3) न्यूक्लियोफाइल की शक्ति – अधिक शक्तिशाली न्यूक्लियोफाइल अधिक गति
🔹 (4) विलायक का प्रकार – SN1 के लिए प्रोटिक, SN2 के लिए एप्रोटिक
🔹 (5) स्थानिक अवरोध – अधिक अवरोध से SN2 की गति कम

प्रश्न 6. C–X बंध की प्रकृति के आधार पर बताइए कि हेलोएल्केनों में कार्बन ऋणात्मक क्यों होता है?
उत्तर:
हेलोएल्केनों में C–X बंध ध्रुवीय होता है क्योंकि:
🔸 हेलोजन (X) की विद्युत ऋणात्मकता कार्बन से अधिक होती है।
🔸 परिणामस्वरूप, हेलोजन की ओर इलेक्ट्रॉनों का खिंचाव होता है।
🔸 इस कारण कार्बन पर आंशिक धनात्मक आवेश (δ⁺) और हेलोजन पर आंशिक ऋणात्मक आवेश (δ⁻) आ जाता है।
➡️ यही आंशिक धनात्मक आवेश न्यूक्लियोफाइल के आक्रमण को संभव बनाता है।

प्रश्न 7. कौन-से यौगिक न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रिया नहीं दर्शाते? कारण सहित समझाइए।
उत्तर:
🔸 आरिल हैलोइड्स (जैसे: क्लोरोबेंज़ीन) न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन नहीं दर्शाते क्योंकि:
(1) C–X बंध आंशिक द्वि-बंधीय स्वभाव रखता है – यह π-बन्धन के कारण होता है जो बेंजीन के p-कक्ष और हेलोजन के lone pair से होता है।
(2) कार्बोकैटायन अस्थिर होता है
(3) स्थानिक अवरोध – बेंजीन रिंग के कारण पीछे से न्यूक्लियोफाइल का आक्रमण संभव नहीं।
इसलिए, आरिल हैलोइड्स न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन नहीं करते।


प्रश्न 8. न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रिया में एल्कोहॉल का उपयोग नहीं किया जाता जबकि हेलोएल्केनों का किया जाता है। क्यों?
उत्तर:
🔹 एल्कोहॉल में –OH समूह एक खराब प्रस्थान समूह होता है क्योंकि यह स्वयं ही एक स्थिर आयन के रूप में नहीं निकल सकता।
🔹 जबकि हेलोएल्केनों में X⁻ (जैसे Cl⁻, Br⁻, I⁻) एक अच्छा प्रस्थान समूह होता है क्योंकि ये स्थिर आयन के रूप में आसानी से निकल जाते हैं।
🔸 इसलिए एल्कोहॉल न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन नहीं करते जबकि हेलोएल्केन करते हैं।

प्रश्न 9. हेलोएल्केनों और हेलोएरीनों के भौतिक गुणों को सूचीबद्ध कीजिए।
उत्तर:
🔹 हेलोएल्केनों तथा हेलोएरीनों के प्रमुख भौतिक गुण:
(1) अवस्था: निम्नवर्तित सदस्य गैसें होती हैं; मध्यम सदस्य द्रव; भारी सदस्य ठोस।
(2) सांद्रता: जल में कम व कार्बनिक विलायकों में अधिक
(3) सांध्रता: अणु भार बढ़ने पर बढ़ती है
(4) उबलांक: अणु भार व इलेक्ट्रॉनों की संख्या पर निर्भर
(5) घनत्व: हाइड्रोजन की तुलना में अधिक

प्रश्न 10. SN1 तथा SN2 अभिक्रियाओं में प्रस्थान समूह का क्या महत्व है?
उत्तर:
🔹 SN1 और SN2 दोनों अभिक्रियाओं में प्रस्थान समूह (Leaving Group) का अच्छा होना आवश्यक होता है:
🔸 SN1 में:
➡️ पहला चरण – प्रस्थान समूह का स्वयं निकलना
➡️ अच्छा प्रस्थान समूह कार्बोकैटायन बनाने में सहायक होता है
🔸 SN2 में:
➡️ न्यूक्लियोफाइल के आक्रमण के साथ-साथ प्रस्थान समूह निकलता है
➡️ यदि प्रस्थान समूह अच्छा न हो तो अभिक्रिया की गति धीमी होती है
✔️ हेलोजन जैसे: Br⁻, I⁻, Cl⁻ अच्छे प्रस्थान समूह होते हैं

प्रश्न 11. क्लोरोबेंज़ीन में न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन क्यों नहीं होता?
उत्तर:
🔹 क्लोरोबेंज़ीन में C–Cl बंध आंशिक द्विबंधीय स्वभाव रखता है
➡️ इसका कारण है: pπ–pπ संगमन जो Cl के lone pair और बेंजीन रिंग के p-कक्ष के बीच होता है
🔹 परिणामस्वरूप बंध मजबूत हो जाता है और टूटता नहीं
🔹 साथ ही, कार्बोकैटायन अस्थिर होता है व स्थानिक अवरोध भी अधिक होता है
✔️ इसीलिए क्लोरोबेंज़ीन न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन नहीं करता

प्रश्न 12. SN1 अभिक्रिया की दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
(1) दो चरणों में होती है:
(i) पहले चरण में प्रस्थान समूह निकलता है, कार्बोकैटायन बनता है
(ii) दूसरे चरण में न्यूक्लियोफाइल का आक्रमण होता है
(2) प्रतिक्रिया की गति केवल हेलोएल्केन की एकाग्रता पर निर्भर करती है, न्यूक्लियोफाइल पर नहीं।
Rate = k [RX]

प्रश्न 13. एक SN2 अभिक्रिया की दर को किन कारकों से नियंत्रित किया जा सकता है?
उत्तर:
SN2 अभिक्रिया की दर निम्नलिखित कारकों से नियंत्रित होती है:
🔸 (i) न्यूक्लियोफाइल की शक्ति: अधिक शक्तिशाली न्यूक्लियोफाइल → अधिक दर
🔸 (ii) सब्सट्रेट की प्रकृति: प्राथमिक > द्वितीयक > तृतीयक
🔸 (iii) स्थानिक अवरोध: अधिक अवरोध → कम दर
🔸 (iv) विलायक: एप्रोटिक विलायक → अधिक दर
🔸 (v) प्रस्थान समूह: बेहतर प्रस्थान समूह → अधिक दर
Rate = k [RX][Nu⁻]

प्रश्न 14. क्लोरोएरिन की रासायनिक संरचना क्या है?
उत्तर:
🔸 क्लोरोएरिन (2,4,6-Trichlorophenylmethyl chloride) एक कीटनाशक यौगिक है।
🔸 इसका रासायनिक नाम है: 1,1,1-Trichloro-2,2-bis(4-chlorophenyl)ethane (DDT)
🔸 इसमें बेंजीन रिंगों पर क्लोरीन और मिथाइल समूह उपस्थित होते हैं।
🔸 इसका सूत्र:
Cl-C₆H₄-CH(Cl)-C₆H₄-Cl
(यह संरचना DDT के समान होती है)

प्रश्न 15. SN1 और SN2 अभिक्रियाओं में अभिकारक की संरचना किस प्रकार प्रभावित करती है?
उत्तर:
🔸 SN1 अभिक्रिया में:
➡️ तृतीयक हेलोएल्केन → सर्वाधिक उपयुक्त क्योंकि कार्बोकैटायन अधिक स्थिर
➡️ प्राथमिक हेलोएल्केन → अनुपयुक्त
🔸 SN2 अभिक्रिया में:
➡️ प्राथमिक हेलोएल्केन → अधिक उपयुक्त
➡️ तृतीयक हेलोएल्केन → अनुपयुक्त, स्थानिक अवरोध के कारण
✔️ संरचना प्रतिक्रिया पथ तय करती है

प्रश्न 16. 1-ब्रॉमोप्रोपेन और 2-ब्रॉमोप्रोपेन के SN1 तथा SN2 अभिक्रियाशीलता की तुलना कीजिए।
उत्तर:
🔸 1-ब्रॉमोप्रोपेन (प्राथमिक हेलोएल्केन):
➡️ SN2 अभिक्रिया में अधिक सक्रिय
➡️ SN1 में कार्बोकैटायन अस्थिर, इसलिए कम सक्रिय
🔸 2-ब्रॉमोप्रोपेन (द्वितीयक हेलोएल्केन):
➡️ SN1 में मध्यम स्थायित्व का कार्बोकैटायन → SN1 संभव
➡️ SN2 में कुछ स्थानिक अवरोध होता है
✔️ निष्कर्ष:
1-ब्रॉमोप्रोपेन → SN2 उपयुक्त
2-ब्रॉमोप्रोपेन → SN1 तथा SN2 दोनों संभव, परंतु धीमी दर



प्रश्न 17. एल्कोहॉल से हेलोएल्केन बनाने की एक विधि दीजिए।
उत्तर:
🔹 एल्कोहॉल + PCl₅ → हेलोएल्केन + POCl₃ + HCl
उदाहरण:
CH₃CH₂OH + PCl₅ → CH₃CH₂Cl + POCl₃ + HCl
✔️ इस अभिक्रिया में PCl₅ एल्कोहॉल के –OH समूह को क्लोरीन से प्रतिस्थापित करता है।
अन्य अभिकर्मक: SOCl₂, PBr₃, HI + Red P

प्रश्न 18. SN1 तथा SN2 अभिक्रियाओं में अंतर्वर्ती अवस्थाओं का आरेख चित्रित कीजिए।
उत्तर:
🔹 SN1 अभिक्रिया में:
➡️ चरण 1: RX → R⁺ + X⁻ (कार्बोकैटायन बनता है)
➡️ चरण 2: R⁺ + Nu⁻ → R–Nu
🔹 SN2 अभिक्रिया में:
➡️ एक ही चरण: Nu⁻ + RX → [Transition State] → R–Nu + X⁻
✔️ Transition state में न्यूक्लियोफाइल तथा प्रस्थान समूह दोनों जुड़े होते हैं।
(आरेख आपको अभ्यास पुस्तिका या NCERT चित्रों में स्पष्ट रूप से मिल सकता है।)

प्रश्न 19. क्लोरोबेंज़ीन के न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन में इलेक्ट्रॉन-प्रेरण प्रभाव तथा स्थानिक अवरोध की क्या भूमिका होती है?
उत्तर:
🔹 इलेक्ट्रॉन-प्रेरण प्रभाव:
➡️ –I प्रभाव के कारण Cl इलेक्ट्रॉन खींचता है
➡️ परंतु –M प्रभाव से lone pair रेज़ोनेंस में जाता है → C–Cl बंध द्विबंध स्वभाव प्राप्त करता है
➡️ बंध मजबूत हो जाता है → न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन कठिन हो जाता है
🔹 स्थानिक अवरोध:
➡️ बेंजीन रिंग का समतल ढांचा तथा Cl की स्थिति न्यूक्लियोफाइल के आक्रमण में बाधा उत्पन्न करती है
✔️ इसलिए क्लोरोबेंज़ीन न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन में निष्क्रिय होता है।

प्रश्न 20. SN1 अभिक्रिया में स्टीरियोकेमिस्ट्री कैसे प्रभावित होती है?
उत्तर:
🔸 SN1 अभिक्रिया में कार्बोकैटायन मध्यवर्ती बनता है जो समतल रचना वाला होता है।
🔹 न्यूक्लियोफाइल समतल के दोनों ओर से आक्रमण कर सकता है → परिणामस्वरूप racemization होती है
🔸 उदाहरण: ऑप्टिकली सक्रिय 2-ब्रॉमोब्यूटेन → racemic मिक्सचर बनाता है SN1 द्वारा
✔️ SN1 अभिक्रिया → ऑप्टिकल निष्क्रियता ला सकती है

प्रश्न 21. SN2 अभिक्रिया में उलटाव क्यों होता है?
उत्तर:
🔸 SN2 अभिक्रिया एक ही चरण में होती है जिसमें न्यूक्लियोफाइल पीछे से आक्रमण करता है
🔹 यह ‘back side attack’ कहलाता है
➡️ इसके कारण प्रतिक्रिया के दौरान कार्बन की संरचना पलट जाती है
🔸 इसे Walden inversion कहते हैं
✔️ SN2 अभिक्रिया → स्टीरियोकेमिकल उलटाव (Inversion of configuration) उत्पन्न करती है

प्रश्न 22. हेलोएल्केनों से एल्कोहॉल प्राप्त करने की विधि बताइए।
उत्तर:
🔹 हेलोएल्केन + NaOH (जलीय) → एल्कोहॉल + NaX
उदाहरण:
CH₃CH₂Cl + NaOH (aq) → CH₃CH₂OH + NaCl
✔️ यह SN2 अभिक्रिया होती है, विशेषतः प्राथमिक हेलोएल्केन के लिए उपयुक्त

प्रश्न 23. क्लोरोबेंज़ीन को बेंजीन सल्फोनिक अम्ल में परिवर्तित कीजिए।
उत्तर:
🔹 क्लोरोबेंज़ीन को NaOH के साथ उच्च ताप (300°C) और उच्च दाब में गरम किया जाता है:
C₆H₅Cl + NaOH → C₆H₅OH + NaCl
🔸 फिर फिनोल को Oleum के साथ क्रियाविंत कर:
C₆H₅OH + SO₃ → C₆H₄OH–SO₃H
✔️ इस प्रकार बेंजीन सल्फोनिक अम्ल प्राप्त होता है

प्रश्न 24. DDT क्या है? इसकी संरचना और प्रयोग बताइए।
उत्तर:
🔹 DDT का पूर्ण नाम है: डाईक्लोरोडाइफेनिलट्राईक्लोरोएथेन
🔸 संरचना:
Cl–C₆H₄–CH(Cl)–C₆H₄–Cl
➡️ इसमें दो बेंजीन रिंग और तीन क्लोरीन परमाणु होते हैं
🔹 उपयोग:
✔️ यह एक प्रभावशाली कीटनाशक (Insecticide) है
✔️ मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के विरुद्ध प्रयुक्त होता है
🔸 पर्यावरण में अधिक समय तक बना रहता है, जिससे जैव संचयन की समस्या होती है



प्रश्न 25. SN1 और SN2 अभिक्रियाओं में प्रमुख अंतर लिखिए।
उत्तर:
🔹 SN1 अभिक्रिया:
▪️ दो चरणों में होती है
▪️ मध्यवर्ती में कार्बोकैटायन बनता है
▪️ अभिक्रिया दर केवल सब्सट्रेट पर निर्भर (rate ∝ [RX])
▪️ माध्यम का ध्रुवीय होना आवश्यक
▪️ स्टीरियोकेमिकल रूप से racemization होती है
▪️ तृतीयक हैलोएल्केन उपयुक्त होते हैं
🔹 SN2 अभिक्रिया:
▪️ एक चरणीय अभिक्रिया
▪️ कोई मध्यवर्ती नहीं, संक्रमण अवस्था बनती है
▪️ दर न्यूक्लियोफाइल व सब्सट्रेट दोनों पर निर्भर (rate ∝ [RX][Nu⁻])
▪️ माध्यम इतना आवश्यक नहीं
▪️ स्टीरियोकेमिकल इनवर्ज़न होता है
▪️ प्राथमिक हैलोएल्केन उपयुक्त होते हैं

प्रश्न 26. एल्कोहॉल से हेलोएल्केन की तैयारी के लिए थायोनिल क्लोराइड का उपयोग क्यों वांछनीय है?
उत्तर:
🔹 थायोनिल क्लोराइड (SOCl₂) से एल्कोहॉल की अभिक्रिया में केवल गैसीय उत्पाद बनते हैं:
ROH + SOCl₂ → RCl + SO₂↑ + HCl↑
✔️ यह विधि उपयुक्त है क्योंकि
▪️ उत्पाद को शुद्ध करना आसान होता है
▪️ अभिक्रिया को नियंत्रित करना सरल होता है
▪️ उच्च उपज प्राप्त होती है

प्रश्न 27. SN1 अभिक्रिया की दर पर घुलनशीलता का क्या प्रभाव होता है?
उत्तर:
🔹 SN1 अभिक्रिया ध्रुवीय माध्यमों में अधिक तीव्रता से होती है
▪️ जैसे: जल, ऐल्कोहल
🔹 कारण: ये माध्यम कार्बोकैटायन के निर्माण को स्थायित्व प्रदान करते हैं
✔️ उच्च ध्रुवीयता वाला माध्यम → तेजी से आयनन → उच्च दर

प्रश्न 28. क्लोरोबेंज़ीन का न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन क्यों कठिन है?
उत्तर:
🔹 क्लोरोबेंज़ीन में Cl का lone pair बेंजीन रिंग के साथ संक्रिया करता है → C–Cl बंध आंशिक द्विबंध बन जाता है
🔹 यह बंध मजबूत होता है और टूटने में कठिनाई होती है
🔹 साथ ही, बेंजीन रिंग के समतल ढांचे के कारण न्यूक्लियोफाइल के लिए पीछे से आक्रमण कठिन होता है
✔️ इसलिए क्लोरोबेंज़ीन SN अभिक्रियाओं में निष्क्रिय रहता है

प्रश्न 29. SN1 अभिक्रिया के लिए उपयुक्त सब्सट्रेट कौन-से हैं?
उत्तर:
🔹 वे सब्सट्रेट जो कार्बोकैटायन को स्थिर बना सकें
▪️ तृतीयक हैलोएल्केन (3°)
▪️ एलाइलिक, बेन्जाइलिक, और अरोमैटिक यौगिक
🔹 अधिक शाखा वाले सब्सट्रेट
✔️ क्योंकि इनसे बने कार्बोकैटायन अधिक स्थिर होते हैं

प्रश्न 30. SN2 अभिक्रिया में प्राथमिक हैलोएल्केन सबसे अधिक सक्रिय क्यों होते हैं?
उत्तर:
🔹 SN2 अभिक्रिया में न्यूक्लियोफाइल पीछे से आक्रमण करता है
🔹 यदि कार्बन अधिक भीड़ वाला (steric hindered) हो तो यह आक्रमण कठिन हो जाता है
▪️ प्राथमिक हैलोएल्केन में कार्बन कम भीड़ वाला होता है
✔️ इसलिए SN2 के लिए सर्वाधिक उपयुक्त होते हैं

प्रश्न 31. क्लोरोबेंज़ीन से फिनोल बनाने की विधि लिखिए।
उत्तर:
🔹 क्लोरोबेंज़ीन को NaOH के साथ उच्च ताप (623 K) और उच्च दाब (300 atm) में गरम करते हैं:
C₆H₅Cl + NaOH → C₆H₅OH + NaCl
✔️ इस प्रक्रिया में न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन द्वारा फिनोल बनता है

प्रश्न 32. DDT का निर्माण कैसे होता है?
उत्तर:
🔹 क्लोरोबेंज़ीन और क्लोरल (CCl₃CHO) के संक्षालन से DDT प्राप्त होता है:
2 C₆H₅Cl + CCl₃CHO → DDT + H₂O
✔️ यह अभिक्रिया अम्लीय माध्यम में होती है

प्रश्न 33. हेलोएल्केन के उपयोग लिखिए।
उत्तर:
🔹 हेलोएल्केन का प्रयोग:
▪️ औषधियों में (जैसे क्लोरोफॉर्म)
▪️ कीटनाशकों में (जैसे DDT)
▪️ विलायक के रूप में (जैसे CCl₄)
▪️ अग्निशामकों में (जैसे CBrCl₃)
▪️ जैव रसायन संश्लेषण में
✔️ ये यौगिक उद्योग व चिकित्सा दोनों में उपयोगी हैं

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न



Q1. किसी गैल्वैनिक कोशिका में निम्नलिखित में से कौन-सी प्रक्रिया स्वैच्छिक होती है?
(A) ऑक्सीकरण
(B) अपचयन
(C) दोनों
(D) कोई नहीं
उत्तर: (C)

Q2. विद्युत अपघटन के समय, इलेक्ट्रोड क्षमता को किससे व्यक्त किया जाता है?
(A) वोल्ट
(B) एम्पीयर
(C) ओम
(D) जूल
उत्तर: (A)

Q3. निम्नलिखित में से कौन-सी धातु सबसे अधिक अपचयशील होती है?
(A) सोना
(B) चांदी
(C) लोहा
(D) पोटैशियम
उत्तर: (D)

Q4. फ़ैराडे का द्वितीय नियम निम्न में से किससे संबंधित है?
(A) विद्युत धारा
(B) आयनन ऊर्जा
(C) इलेक्ट्रोड क्षमता
(D) इलेक्ट्रोलाइट द्वारा मुक्त पदार्थ का द्रव्यमान
उत्तर: (D)

Q5. मानक इलेक्ट्रोड विभव का मात्रक क्या है?
(A) कूलॉम्ब
(B) वोल्ट
(C) एम्पीयर
(D) सेकंड
उत्तर: (B)

Q6. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?
(A) एनोड पर अपचयन होता है
(B) कैथोड पर ऑक्सीकरण होता है
(C) एनोड पर ऑक्सीकरण और कैथोड पर अपचयन होता है
(D) दोनों इलेक्ट्रोड पर ऑक्सीकरण होता है
उत्तर: (C)

Q7. यदि किसी कोशिका का विभव धनात्मक है, तो इसका अर्थ है:
(A) अभिक्रिया स्वतः नहीं होगी
(B) अभिक्रिया स्वतः होगी
(C) कोई प्रतिक्रिया नहीं होगी
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर: (B)

Q8. निम्नलिखित में से कौन-सा सेल एक प्राथमिक सेल है?
(A) लेड-एसिड बैटरी
(B) निकेल-कैडमियम सेल
(C) वोल्टाइक सेल
(D) लिथियम आयन बैटरी
उत्तर: (C)

Q9. विद्युत अपघटन में मुक्त होने वाले पदार्थ की मात्रा किस पर निर्भर करती है?
(A) विद्युत धारा
(B) समय
(C) विद्युत धारा और समय
(D) तापमान
उत्तर: (C)

Q10. निम्नलिखित में से कौन-सी इकाई विद्युत चालकता के लिए प्रयुक्त होती है?
(A) S·cm⁻¹
(B) Ω
(C) A
(D) V·s
उत्तर: (A)

Q11.
अभिकथन (Assertion): जस्ता की इलेक्ट्रोड क्षमता ऋणात्मक होती है।
कारण (Reason): जस्ता आसानी से इलेक्ट्रॉन त्यागता है।
(A) A और R दोनों सही हैं और R, A की सही व्याख्या है।
(B) A और R दोनों सही हैं, पर R, A की सही व्याख्या नहीं है।
(C) A सही है, R गलत है।
(D) A गलत है, R सही है।
उत्तर: (A)

Q12.
अभिकथन (Assertion): फ्यूल सेल प्रदूषण मुक्त होते हैं।
कारण (Reason): इनमें जल ही एकमात्र उत्पाद होता है।
(A) A और R दोनों सही हैं और R, A की सही व्याख्या है।
(B) A और R दोनों सही हैं, पर R, A की सही व्याख्या नहीं है।
(C) A सही है, R गलत है।
(D) A गलत है, R सही है।
उत्तर: (A)

Q13. सेल विभव को प्रभावित करने वाला प्रमुख कारक क्या है?
(A) तापमान
(B) दाब
(C) सांद्रता
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर: (D)

Q14. नर्न्स्ट समीकरण किस स्थिति में प्रयुक्त नहीं होती?
(A) मानक परिस्थितियों में
(B) जब तापमान बहुत अधिक हो
(C) जब एक इलेक्ट्रोड निष्क्रिय हो
(D) जब सेल संतुलन में हो
उत्तर: (D)

Q15. यदि किसी कोशिका का EMF = 0 हो, तो इसका अर्थ है:
(A) प्रतिक्रिया आगे बढ़ेगी
(B) प्रतिक्रिया पिछे जाएगी
(C) प्रतिक्रिया संतुलन में है
(D) प्रतिक्रिया बहुत तीव्र है
उत्तर: (C)

Q16.
स्थिति: एक विद्युत अपघटन अभिक्रिया में 2 फॅराडे विद्युत प्रवाहित की गई।
प्रश्न: यदि पदार्थ की समतुल्य द्रव्यमान 27 हो, तो मुक्त धातु का द्रव्यमान कितना होगा?
(A) 54 g
(B) 13.5 g
(C) 27 g
(D) 108 g
उत्तर: (A)

Q17.
स्थिति: एक कोपर इलेक्ट्रोड को किसी अम्लीय घोल में डुबोया गया।
प्रश्न: किस स्थिति में ऑक्सीकरण होगा?
(A) यदि इलेक्ट्रोड क्षमता ऋणात्मक हो
(B) यदि इलेक्ट्रोड क्षमता धनात्मक हो
(C) यदि कोई धारा प्रवाहित न हो
(D) यदि सेल में इलेक्ट्रोलाइट न हो
उत्तर: (A)

Q18.
Q: किसी विद्युत अपघटन में 1 फॅराडे विद्युत प्रवाहित की गई। Cu²⁺ + 2e⁻ → Cu के अनुसार मुक्त तांबे का द्रव्यमान क्या होगा?
(A) 31.75 g
(B) 63.5 g
(C) 127 g
(D) 1 g
उत्तर: (B)



Q19. दो तत्व A और B की मानक अपचय क्षमताएँ क्रमशः -0.76 V और +0.34 V हैं। बताइए कि इनसे बनी गैल्वैनिक सेल में कौन-सा तत्व एनोड होगा?
उत्तर:
जिस तत्व की अपचय क्षमता अधिक ऋणात्मक होती है, वही अधिक आसानी से ऑक्सीकरण करता है और एनोड पर होता है।
यहाँ A की अपचय क्षमता -0.76 V है जो B (+0.34 V) से अधिक ऋणात्मक है।
इसलिए, A एनोड होगा और B कैथोड।

Q20. 1 फॅराडे विद्युत प्रवाहित करने पर किस तत्व से 1 ग्राम समतुल्य द्रव्यमान मुक्त होता है? इसे सिद्ध कीजिए।
उत्तर:
फैरेडे का प्रथम नियम कहता है कि मुक्त पदार्थ का द्रव्यमान विद्युत की मात्रा के समानुपाती होता है।
मास = (Eq. wt × Q) / F
यहाँ Q = 1 F, Eq. wt = E
∴ मास = E × 1 / 1 = E
इसलिए, 1 फॅराडे विद्युत प्रवाह से 1 समतुल्य द्रव्यमान मुक्त होता है।

Q21.
प्रश्न: यदि किसी सेल की EMF = 1.1 V है, तो बताइए कि क्या यह प्रतिक्रिया स्वतः होगी या नहीं?
उत्तर:
यदि किसी गैल्वैनिक सेल का EMF धनात्मक होता है, तो प्रतिक्रिया स्वतः चलती है।
यहाँ EMF = +1.1 V है ⇒ प्रतिक्रिया स्वतः होगी।

Q22.
प्रश्न: विद्युत चालकता और मोलर चालकता में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
🔹 विद्युत चालकता (κ): संपूर्ण घोल की इकाई आयतन की चालकता। इकाई: S·cm⁻¹
🔹 मोलर चालकता (Λₘ): 1 मोल इलेक्ट्रोलाइट से प्राप्त चालकता।
Λₘ = κ × 1000 / C
जहाँ C = सांद्रता (mol/L)
मोलर चालकता, संख्यात्मक दृष्टि से इलेक्ट्रोलाइट की प्रकृति और उसका हद तक आयनन दर्शाती है।

Q23.
प्रश्न: द्रव्यमान क्रिया का नियम उपयोग कर के दर्शाइए कि सेल विभव कैसे सांद्रता पर निर्भर करता है।
उत्तर:
द्रव्यमान क्रिया का नियम के अनुसार:
E = E° – (0.0591 / n) × log([Red]/[Ox])
यहाँ, E सेल विभव है, जो स्पष्टतः सांद्रता पर निर्भर करता है।
जैसे-जैसे सांद्रता घटती है, log([Red]/[Ox]) का मान बढ़ता है जिससे E घटता है।
∴ सेल विभव सांद्रता के साथ परिवर्तित होता है।

🔷 भाग C – प्रश्न 24 से 28 (प्रत्येक 3 अंक)
(मध्यम लंबाई के संख्यात्मक या तर्क आधारित प्रश्न)

Q24.
प्रश्न: 0.01 M CH₃COOH का मोलर चालकता 4.95 × 10⁻⁴ S·cm²/mol है और इसका Λₘ⁰ = 390.5 S·cm²/mol है।
आयनन की डिग्री (α) एवं आयनिक स्थिरांक (Ka) ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
α = Λₘ / Λₘ⁰
= (4.95 × 10⁻⁴) / (390.5)
≈ 1.27 × 10⁻⁶
Ka = Cα² / (1 – α)
≈ (0.01)(1.27 × 10⁻⁶)² / (1)
≈ 1.61 × 10⁻¹⁴
उत्तर: α ≈ 1.27 × 10⁻⁶, Ka ≈ 1.61 × 10⁻¹⁴

Q25.
प्रश्न: एक विद्युत अपघटन प्रक्रिया में 2 फॅराडे विद्युत प्रवाहित की गई। यदि Zn²⁺ + 2e⁻ → Zn, तो कितने ग्राम Zn मुक्त होगा? (Zn = 65.38)
उत्तर:
1 फॅराडे ⇒ 1 समतुल्य द्रव्यमान ⇒ Zn / 2 = 65.38 / 2 = 32.69 g
2 फॅराडे ⇒ 2 × 32.69 = 65.38 g
उत्तर: 65.38 ग्राम जिंक मुक्त होगा।

Q26.
प्रश्न: यदि किसी Zn-Cu सेल में Zn²⁺ की सांद्रता 1.0 M तथा Cu²⁺ की 0.01 M है, तो नर्न्स्ट समीकरण द्वारा EMF ज्ञात कीजिए।
E° = 1.10 V, n = 2
उत्तर:
E = E° – (0.0591/n) × log([Cu²⁺]/[Zn²⁺])
E = 1.10 – (0.0591/2) × log(0.01/1)
= 1.10 – 0.02955 × (–2)
= 1.10 + 0.0591
= 1.1591 V
उत्तर: 1.1591 V

Q27.
प्रश्न: किसी विलयन की विद्युत चालकता 2.0 × 10⁻³ S·cm⁻¹ है और सांद्रता 0.001 mol/L है। मोलर चालकता ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
Λₘ = κ × 1000 / C
= (2.0 × 10⁻³) × 1000 / 0.001
= 2.0 × 10³ S·cm²/mol
उत्तर: 2000 S·cm²/mol

Q28.
प्रश्न: एक बैटरी 3.0 A धारा 2 घंटे तक देती है। कितने फॅराडे विद्युत प्रवाहित हुई?
उत्तर:
Q = I × t = 3.0 × (2 × 3600) = 21600 C
1 फॅराडे = 96500 C
⇒ F = 21600 / 96500 ≈ 0.224 F
उत्तर: 0.224 फॅराडे


Q29.
स्थिति: एक गैल्वैनिक सेल बनाया गया है जिसमें Zn और Ag का प्रयोग किया गया है।
आवर्त सारणी के अनुसार:
E°(Zn²⁺/Zn) = –0.76 V,
E°(Ag⁺/Ag) = +0.80 V
(a) इस सेल की सेल अभिक्रिया लिखिए।
(b) इस सेल की EMF ज्ञात कीजिए।
(c) बताइए कि सेल में ऑक्सीकरण और अपचयन कहाँ होगा।
(d) यदि Zn²⁺ = 1.0 M और Ag⁺ = 0.01 M है, तो EMF ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
(a) Zn(s) + 2Ag⁺(aq) → Zn²⁺(aq) + 2Ag(s)
(b) E°cell = E°(cathode) – E°(anode)
= 0.80 – (–0.76) = 1.56 V
(c) ऑक्सीकरण Zn पर (एनोड), अपचयन Ag⁺ पर (कैथोड) होता है।
(d) Nernst समीकरण:
E = E° – (0.0591 / n) log([Zn²⁺]/[Ag⁺]²)
E = 1.56 – (0.0591 / 2) log(1 / (0.01)²)
= 1.56 – 0.02955 × log(1 / 10⁻⁴)
= 1.56 – 0.02955 × 4
= 1.56 – 0.1182 = 1.4418 V

Q30.
स्थिति: एक बैटरी से 5.0 A धारा 30 मिनट तक प्रवाहित की जाती है। बैटरी से Cu²⁺ आयनों का अपघटन होता है।
(a) कुल आवेश (Q) ज्ञात कीजिए।
(b) कितने ग्राम ताँबा मुक्त होगा? (Cu = 63.5 g/mol)
(c) इस क्रिया में कितने मोल इलेक्ट्रॉन प्रवाहित होते हैं?
(d) प्रतिक्रिया का समीकरण लिखिए।
उत्तर:
(a) Q = I × t = 5 × (30 × 60) = 9000 C
(b) Cu²⁺ + 2e⁻ → Cu
n = 2
m = (E × Q) / (n × F)
= (63.5 × 9000) / (2 × 96500)
≈ 2.96 g
(c) n = Q / F = 9000 / 96500 ≈ 0.093 mol
(d) Cu²⁺ + 2e⁻ → Cu (अपचयन)

Q31.
स्थिति: एक विद्युत अपघटन सेल में NaCl के जलीय विलयन का अपघटन किया जाता है।
(a) एनोड और कैथोड पर क्या प्रतिक्रियाएँ होंगी?
(b) उत्पाद गैसों की पहचान कीजिए।
(c) कैथोड पर H₂ बनने के लिए कितने फॅराडे विद्युत की आवश्यकता है?
(d) प्रतिक्रिया का पूर्ण समीकरण लिखिए।
उत्तर:
(a)
एनोड: 2Cl⁻ → Cl₂(g) + 2e⁻
कैथोड: 2H₂O + 2e⁻ → H₂(g) + 2OH⁻
(b) एनोड पर Cl₂ गैस, कैथोड पर H₂ गैस उत्पन्न होती है।
(c) H₂ के लिए 2e⁻ ⇒ 1 F (1 mol e⁻ per H atom)
∴ 1 mol H₂ हेतु 1 F
(d) पूर्ण अभिक्रिया:
2Cl⁻ + 2H₂O → Cl₂(g) + H₂(g) + 2OH⁻

🔷 Section E: प्रश्न 32 से 35 (प्रत्येक 5 अंक)
(दीर्घ उत्तर / संख्यात्मक समाधान वाले प्रश्न)

Q32.
प्रश्न: नर्न्स्ट समीकरण की व्युत्पत्ति कीजिए और यह स्पष्ट कीजिए कि EMF किस प्रकार सांद्रता पर निर्भर करता है।
उत्तर:
कोई सामान्य रेडॉक्स अभिक्रिया:
aA + bB ⇌ cC + dD
Nernst समीकरण:
E = E° – (RT / nF) ln([C]^c [D]^d / [A]^a [B]^b)
25°C पर:
E = E° – (0.0591 / n) log([C]^c [D]^d / [A]^a [B]^b)
🌟 यदि उत्पादों की सांद्रता बढ़ेगी, तो log(Q) का मान बढ़ेगा ⇒ EMF घटेगा।
🌟 यदि अभिकारकों की सांद्रता बढ़ेगी ⇒ EMF बढ़ेगा।
निष्कर्ष:
सेल विभव सीधा सम्बन्ध रखता है सांद्रता अनुपात से।

Q33.
प्रश्न: फैरेडे के द्वितीय नियम की व्युत्पत्ति कीजिए और स्पष्ट कीजिए कि जब एक ही विद्युत मात्रा कई इलेक्ट्रोलाइटों में प्रवाहित की जाती है, तो मुक्त द्रव्यमान कैसे जुड़े होते हैं।
उत्तर:
फैरेडे द्वितीय नियम:
यदि एक ही मात्रा की विद्युत अलग-अलग पदार्थों पर प्रवाहित की जाए, तो मुक्त द्रव्यमान उनके रासायनिक समतुल्यता के अनुपात में होगा।
m₁ / E₁ = m₂ / E₂ = … = Q / F
जहाँ m = द्रव्यमान, E = समतुल्यता द्रव्यमान = Atomic Mass / Valency
🌿 उदाहरण:
Cu²⁺ और Ag⁺ को एक साथ विद्युत अपघटन किया जाए:
E(Cu) = 63.5 / 2 = 31.75
E(Ag) = 108 / 1 = 108
m(Cu)/31.75 = m(Ag)/108
∴ द्रव्यमान रासायनिक समतुल्यता के अनुपात में निकलते हैं।

Q34.
प्रश्न:
0.01 M CH₃COOH विलयन की मोलर चालकता 4.95 × 10⁻⁴ S·cm²/mol है।
Λₘ⁰ = 390.5 S·cm²/mol
आयनन डिग्री और आयनिक स्थिरांक ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
α = Λₘ / Λₘ⁰
= (4.95 × 10⁻⁴) / 390.5
≈ 1.27 × 10⁻⁶
Ka = Cα² / (1 – α)
≈ (0.01)(1.27 × 10⁻⁶)² / (1)
≈ 1.61 × 10⁻¹⁴
उत्तर: α ≈ 1.27 × 10⁻⁶, Ka ≈ 1.61 × 10⁻¹⁴

Q35.
प्रश्न: निम्नलिखित इलेक्ट्रोड संभावनाओं के लिए Daniell सेल की EMF ज्ञात कीजिए, साथ ही उसका उपयोग करते हुए कार्य सिद्ध कीजिए।
E°(Zn²⁺/Zn) = –0.76 V
E°(Cu²⁺/Cu) = +0.34 V
उत्तर:
(a) EMF = E°(Cu²⁺/Cu) – E°(Zn²⁺/Zn)
= 0.34 – (–0.76) = 1.10 V
(b) कार्य = nFE
= 2 × 96500 × 1.10 = 212300 J = 212.3 kJ
उत्तर: EMF = 1.10 V, अधिकतम कार्य = 212.3 kJ

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Neet पिछले सालों के प्रश्न


Q1. बेंजीन रिंग में कौन-सा उपसर्ग सबसे अधिक ऑर्थो- एवं पेरा- निर्देशित प्रभाव देता है?
(A) -NO₂
(B) -OH
(C) -Br
(D) -CH₃
Answer: (C)
Year: 2025 | Set: 2


Q2. ग्रिग्नार्ड अभिकारक का उपयोग कर मिथाइल ब्रोमाइड से कौन-सा योगिक बनाया जा सकता है?
(A) प्राथमिक ऐल्कोहॉल
(B) द्वितीयक ऐल्कोहॉल
(C) तृतीयक ऐल्कोहॉल
(D) एस्टर
Answer: (A)
Year: 2025 | Set: Z


Q3. निम्नलिखित में से कौन-सा अभिकर्मक आर्-एनओ₂ को आर्-एनएच₂ में बदलता है?
(A) HNO₃
(B) LiAlH₄
(C) NaBH₄
(D) H₂/Pd
Answer: (D)
Year: 2024 | Set: Y


Q4. SN1 अभिक्रिया में मध्यवर्ती यौगिक होता है:
(A) कार्बोकैटाइन
(B) कार्बएनियन
(C) फ्री रेडिकल
(D) कार्बेन
Answer: (A)
Year: 2024 | Set: X


Q5. एल्कोहॉल पर HBr की क्रिया से प्राप्त योगिक है:
(A) ऐल्केन
(B) ईथर
(C) हेलोऐल्केन
(D) कार्बोनिक अम्ल
Answer: (C)
Year: 2023 | Set: 3


Q6. SN2 अभिक्रिया में प्रतिक्रिया की दर निर्भर करती है:
(A) केवल न्यूक्लियोफाइल पर
(B) केवल सब्सट्रेट पर
(C) न्यूक्लियोफाइल और सब्सट्रेट दोनों पर
(D) किसी पर नहीं
Answer: (C)
Year: 2023 | Set: Q


Q7. जब एथेनॉल को PBr₃ के साथ क्रियाविष्ट किया जाता है, तो उत्पाद है:
(A) C₂H₅OH
(B) C₂H₅Br
(C) CH₃CH₂Cl
(D) CH₃COOH
Answer: (B)
Year: 2022 | Set: 2


Q8. क्लोरोबेंजीन को किसी तीव्र अभिकर्मक के साथ क्रिया कराने पर प्रतिक्रिया नहीं देता क्योंकि:
(A) क्लोरीन इलेक्ट्रोन देने वाला होता है
(B) रेजोनेंस के कारण C–Cl बंध आंशिक दोहरा होता है
(C) क्लोरीन बहुत बड़ा होता है
(D) क्लोरोबेंजीन अस्थायी होता है
Answer: (B)
Year: 2022 | Set: W


Q9. हेलोएल्केनों की SN1 क्रिया में दर क्रम है:
(A) प्राथमिक > द्वितीयक > तृतीयक
(B) तृतीयक > द्वितीयक > प्राथमिक
(C) द्वितीयक > प्राथमिक > तृतीयक
(D) प्राथमिक = द्वितीयक = तृतीयक
Answer: (B)
Year: 2021 | Set: 1


Q10. SN2 अभिक्रिया में कौन-सा उत्पाद बनता है?
(A) रेसमिक मिश्रण
(B) प्लेनर यौगिक
(C) विपरीत विन्यास वाला
(D) सम विन्यास वाला
Answer: (C)
Year: 2021 | Set: Z


Q11. ग्रिग्नार्ड अभिकारक किस प्रकार की अभिक्रिया में भाग लेता है?
(A) न्यूक्लियोफिलिक सब्सटीट्यूशन
(B) न्यूक्लियोफिलिक एडिशन
(C) इलैक्ट्रोफिलिक एडिशन
(D) न्यूक्लियोफिलिक अल्पनयन
Answer: (B)
Year: 2020 | Set: X


Q12. C₂H₅Cl का जल अपघटन करने पर क्या प्राप्त होता है?
(A) C₂H₅OH
(B) C₂H₄
(C) C₂H₆
(D) CH₃COOH
Answer: (A)
Year: 2020 | Set: 2


Q13. SN1 अभिक्रिया में रेसमिक मिश्रण प्राप्त होता है क्योंकि:
(A) न्यूक्लियोफाइल पीछे से आता है
(B) न्यूक्लियोफाइल दोनों ओर से आ सकता है
(C) न्यूक्लियोफाइल का प्रभाव नहीं होता
(D) हाइड्रोजन हटता है
Answer: (B)
Year: 2019 | Set: W


Q14. निम्न में से कौन सा न्यूक्लियोफाइल नहीं है?
(A) OH⁻
(B) CN⁻
(C) NH₃
(D) H⁺
Answer: (D)
Year: 2019 | Set: 3


Q15. बेंजीन के क्लोरीनीकरण में कौन-सा उत्प्रेरक प्रयुक्त होता है?
(A) HCl
(B) FeCl₃
(C) Cl₂
(D) CuCl
Answer: (B)
Year: 2018 | Set: Y


Q16. एल्कोहॉल से हेलोएल्केन प्राप्त करने के लिए कौन सा अभिकर्मक उत्तम है?
(A) NaOH
(B) HCl
(C) SOCl₂
(D) HNO₃
Answer: (C)
Year: 2018 | Set: 1


Q17. जब n-ब्यूटेनॉल को HBr के साथ गर्म किया जाता है, तो प्राप्त उत्पाद है:
(A) 1-ब्रोमोब्यूटेन
(B) 2-ब्रोमोब्यूटेन
(C) ब्यूटीन
(D) ब्यूटेन
Answer: (A)
Year: 2017 | Set: 2


Q18. कौन-सा अभिकर्मक ऐल्कोहॉल को ब्रॉमो यौगिक में बदलता है?
(A) PBr₃
(B) NaBr
(C) Br₂
(D) CH₃Br
Answer: (A)
Year: 2017 | Set: Z


Q19. जब क्लोरोबेंजीन NaOH के साथ उबालते हैं, तो प्राप्त होता है:
(A) फिनॉल
(B) बेंजीन
(C) एनीलिन
(D) क्लोरीन
Answer: (A)
Year: 2016 | Set: X

Q20. SN2 प्रतिक्रिया में प्रतिक्रिया की दर किससे सबसे अधिक प्रभावित होती है?
(A) सब्सट्रेट
(B) न्यूक्लियोफाइल
(C) विलायक
(D) उपरोक्त सभी
Answer: (D)
Year: 2016 | Set: Q


Q21. ऐल्कोहॉल का SOCl₂ के साथ अभिक्रिया में उत्पाद होता है:
(A) ऐल्डिहाइड
(B) क्लोरो यौगिक
(C) एसिड
(D) कीटोन
Answer: (B)
Year: 2015 | Set: 1


Q22. क्लोरोबेंजीन SN1 प्रतिक्रिया क्यों नहीं करता?
(A) कार्बोकैटाइन स्थिर नहीं होता
(B) C–Cl बंध का रेज़ोनेंस
(C) क्लोरीन न्यूट्रल है
(D) C–Cl बंध कमजोर होता है
Answer: (B)
Year: 2015 | Set: Y


Q23. एल्कोहॉल से हैलोएल्केन बनाने का सर्वोत्तम तरीका है:
(A) NaCl के साथ गर्म करना
(B) ZnCl₂ के साथ HCl
(C) NaOH के साथ उबालना
(D) Na के साथ प्रतिक्रिया
Answer: (B)
Year: 2014 | Set: X


Q24. निम्न में कौन-सा SN2 तंत्र को दर्शाता है?
(A) 2-ब्रोमोब्यूटेन
(B) 1-ब्रोमोप्रोपेन
(C) टर्ट-ब्यूटाइल ब्रोमाइड
(D) 2-क्लोरोब्यूटेन
Answer: (B)
Year: 2013 | Set: Z


Q25. क्लोरोबेंजीन की क्रिया NaOH के साथ करने पर कौन-सा उत्पाद प्राप्त होता है?
(A) एथेनॉल
(B) फिनॉल
(C) एथेन
(D) बेंजीन
Answer: (B)
Year: 2013 | Set: 3

Q26. SN1 तंत्र में कौन-सा सब्सट्रेट सबसे तेजी से प्रतिक्रिया करता है?
(A) मिथाइल ब्रोमाइड
(B) 2-ब्रोमोप्रोपेन
(C) टर्ट-ब्यूटाइल ब्रोमाइड
(D) इथाइल क्लोराइड
Answer: (C)
Year: 2012 | Set: W


Q27. कौन-सा यौगिक SN2 क्रिया में उच्च दर दिखाता है?
(A) 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपेन
(B) 1-ब्रोमोपेंटेन
(C) बेंज़ाइल ब्रोमाइड
(D) 2-ब्रोमोपेंटेन
Answer: (B)
Year: 2012 | Set: 2


Q28. हेलोएरीन की न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन क्रिया को आसान बनाने के लिए बेंजीन रिंग में कौन-सा समूह होना चाहिए?
(A) -NO₂
(B) -CH₃
(C) -OH
(D) -NH₂
Answer: (A)
Year: 2011 | Set: Q


Q29. 1-ब्रोमोप्रोपेन का एक्वस KOH के साथ गर्म करने पर प्राप्त होता है:
(A) प्रोपेन
(B) 1-प्रोपेनॉल
(C) प्रोपिन
(D) प्रोपीन
Answer: (B)
Year: 2011 | Set: 1


Q30. कौन-सा यौगिक SN2 अभिक्रिया हेतु उपयुक्त नहीं है?
(A) मिथाइल क्लोराइड
(B) एथिल ब्रोमाइड
(C) टर्ट-ब्यूटाइल क्लोराइड
(D) 1-ब्रोमोपेंटेन
Answer: (C)
Year: 2010 | Set: Z


Q31. ऐल्कोहॉल से हेलोएल्केन प्राप्त करने के लिए प्रयुक्त अभिकर्मक है:
(A) HCl + ZnCl₂
(B) CH₃COOH
(C) NaOH
(D) K₂Cr₂O₇
Answer: (A)
Year: 2010 | Set: Y


Q32. 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपेन SN1 क्रिया में रेसमिक मिश्रण क्यों नहीं देता?
(A) केवल एक विन्यास से प्रतिक्रिया होती है
(B) उत्पाद ऑप्टिकली सक्रिय होता है
(C) न्यूक्लियोफाइल केवल एक दिशा से आता है
(D) यह आइसोमरिक मिश्रण बनाता है
Answer: (C)
Year: 2009 | Set: X


Q33. क्लोरोबेंजीन के साथ NaOH की अभिक्रिया में उच्च ताप पर कौन सा उत्पाद बनता है?
(A) बेंजीन
(B) फिनॉल
(C) एनीलिन
(D) क्लोरीन
Answer: (B)
Year: 2009 | Set: 3


Q34. 1-ब्रोमोब्यूटेन को एल्कोहॉलिक KOH के साथ गर्म करने पर प्राप्त होता है:
(A) 1-ब्यूटेन
(B) 2-ब्यूटेन
(C) ब्यूटेन-1-ओल
(D) ब्यूटेन
Answer: (A)
Year: 2008 | Set: Q


Q35. कौन सा यौगिक SN1 तंत्र के लिए सबसे उपयुक्त है?
(A) CH₃Cl
(B) C₂H₅Cl
(C) (CH₃)₃CCl
(D) C₆H₅Cl
Answer: (C)
Year: 2008 | Set: 1


Q36. जब बेंज़ीन पर Br₂ + FeBr₃ की क्रिया की जाती है, तो उत्पाद होता है:
(A) ब्रोमोबेंजीन
(B) बेंज़ाइल ब्रोमाइड
(C) बेंज़ीन
(D) बेंज़ाइल क्लोराइड
Answer: (A)
Year: 2007 | Set: Z


Q37. क्लोरोबेंजीन, NaOH के साथ उच्च ताप पर क्रिया कर:
(A) बेंज़ीन बनाता है
(B) बेंज़ाइल क्लोराइड बनाता है
(C) फिनॉल बनाता है
(D) क्लोरीन गैस मुक्त करता है
Answer: (C)
Year: 2007 | Set: X


Q38. क्लोरोबेंजीन SN2 अभिक्रिया नहीं करता क्योंकि:
(A) रेजोनेंस
(B) क्लोरीन बड़ा है
(C) क्लोरीन विद्युतऋणात्मक है
(D) सभी सत्य हैं
Answer: (A)
Year: 2006 | Set: Y


Q39. NaOH के साथ बेंज़ीन की अभिक्रिया से प्राप्त उत्पाद है:
(A) एथेनॉल
(B) फिनॉल
(C) एथेन
(D) बेंज़ीन
Answer: (B)
Year: 2006 | Set: 2


Q40. SN1 अभिक्रिया में क्या बनता है?
(A) विपरीत विन्यास
(B) सम विन्यास
(C) रेसमिक मिश्रण
(D) प्लेनर यौगिक
Answer: (C)
Year: 2005 | Set: Q


Q41. NaOH के साथ क्रिया करके क्लोरोबेंजीन से प्राप्त यौगिक:
(A) क्लोरीन
(B) फिनॉल
(C) एनीलिन
(D) बेंज़ीन
Answer: (B)
Year: 2005 | Set: 1


Q42. हेलोएल्केन की SN2 क्रिया में क्या होता है?
(A) फ्री रेडिकल
(B) कार्बोकैटाइन
(C) एक ही विन्यास में प्रतिवर्तन
(D) विपरीत विन्यास में उत्पाद
Answer: (D)
Year: 2004 | Set: Z


Q43. C₂H₅OH + PCl₅ → ?
(A) C₂H₅Cl
(B) C₂H₆
(C) C₂H₅OH
(D) C₂H₅Br
Answer: (A)
Year: 2004 | Set: Y


Q44. 2-ब्रोमोब्यूटेन की KOH के साथ प्रतिक्रिया से क्या मिलेगा?
(A) 1-ब्यूटीन
(B) 2-ब्यूटीन
(C) ब्यूटान
(D) ब्यूटीन-2-ओल
Answer: (B)
Year: 2003 | Set: X


Q45. 2° हेलोएल्केन किस अभिक्रिया तंत्र का अनुसरण करता है?
(A) केवल SN1
(B) केवल SN2
(C) दोनों SN1 और SN2
(D) कोई नहीं
Answer: (C)
Year: 2003 | Set: 3


Q46. क्लोरोबेंजीन, NaOH के साथ क्रिया कर फिनॉल क्यों बनाता है?
(A) बेंजीन रिंग की रेजोनेंस
(B) इलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन
(C) न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन
(D) अभिक्रिया नहीं करता
Answer: (C)
Year: 2002 | Set: 1


Q47. टर्ट-ब्यूटाइल क्लोराइड किस तंत्र द्वारा प्रतिक्रिया करता है?
(A) SN1
(B) SN2
(C) E1
(D) E2
Answer: (A)
Year: 2002 | Set: Q


Q48. न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन SN2 में अभिक्रिया की दर किस पर निर्भर करती है?
(A) सब्सट्रेट
(B) न्यूक्लियोफाइल
(C) दोनों
(D) किसी पर नहीं
Answer: (C)
Year: 2001 | Set: 2


Q49. क्लोरोबेंजीन में C–Cl बंध अन्य एल्केन क्लोराइड से भिन्न होता है क्योंकि:
(A) यह रेजोनेंस करता है
(B) यह लम्बा होता है
(C) यह टूटा हुआ होता है
(D) यह पाई बंध है
Answer: (A)
Year: 2001 | Set: Z


Q50. ग्रिग्नार्ड अभिकारक के साथ हेलोएल्केन की प्रतिक्रिया से उत्पाद होता है:
(A) ऐल्कोहॉल
(B) एल्डिहाइड
(C) कीटोन
(D) एसिड
Answer: (A)
Year: 2001 | Set: Y

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JEE MAINS पिछले सालों के प्रश्न



Q1. निम्नलिखित में से कौन-सा यौगिक ऐलिलिक है?
(A) CH₂=CH–CH₂Cl
(B) CH₃CH₂CH₂Cl
(C) CH₃CHClCH₃
(D) CCl₄
उत्तर: (A)
वर्ष: 2025 | पाली: 1 | सेट: A

Q2. हाइपोहैलस अम्ल का सूत्र क्या है?
(A) HOCl
(B) HClO₂
(C) HClO₄
(D) HOBr
उत्तर: (A)
वर्ष: 2025 | पाली: 2 | सेट: B

Q3. निम्नलिखित में से कौन-सा यौगिक SN1 अभिक्रिया में उच्चतम गति देगा?
(A) टर्ट-ब्यूटिल ब्रोमाइड
(B) एथिल ब्रोमाइड
(C) मेथिल क्लोराइड
(D) बेंजिल ब्रोमाइड
उत्तर: (A)
वर्ष: 2024 | पाली: 1 | सेट: A

Q4. SN2 अभिक्रिया में कौन-सा अभिक्रियक सबसे कम प्रतिक्रिया देगा?
(A) CH₃Cl
(B) C₂H₅Cl
(C) टर्ट-ब्यूटिल क्लोराइड
(D) बेंजिल क्लोराइड
उत्तर: (C)
वर्ष: 2024 | पाली: 2 | सेट: B

Q5. हाइड्रोलिसिस द्वारा CH₃CH₂Br से प्राप्त उत्पाद क्या है?
(A) एथेनॉल
(B) एथेन
(C) एथिल ब्रोमाइड
(D) एथिलीन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2023 | पाली: 1 | सेट: A

Q6. SN1 तंत्र में मध्यवर्ती प्रजाति क्या होती है?
(A) कार्बोकैटायन
(B) कार्बोएनियन
(C) रैडिकल
(D) कार्बेन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2023 | पाली: 2 | सेट: C

Q7. एल्कोहॉल से हैलोएल्केन बनाने के लिए कौन-सा अभिकर्मक प्रयुक्त होता है?
(A) PCl₅
(B) HNO₃
(C) NaOH
(D) H₂SO₄
उत्तर: (A)
वर्ष: 2022 | पाली: 2 | सेट: B

Q8. वुर्ट्ज अभिक्रिया में कौन-सी उत्प्रेरक धातु प्रयुक्त होती है?
(A) Zn
(B) Fe
(C) Na
(D) Cu
उत्तर: (C)
वर्ष: 2022 | पाली: 1 | सेट: A

Q9. निम्नलिखित में से कौन-सी युग्म क्रिया है?
(A) वुर्ट्ज अभिक्रिया
(B) SN1
(C) एस्टीरीकरण
(D) एल्डोल संक्षेपण
उत्तर: (A)
वर्ष: 2021 | पाली: 1 | सेट: B

Q10. कौन-सा यौगिक विद्युत ऋणात्मकता के कारण सर्वाधिक ध्रुवीय है?
(A) CH₃Cl
(B) CH₃F
(C) CH₃Br
(D) CH₃I
उत्तर: (B)
वर्ष: 2021 | पाली: 2 | सेट: A

Q11. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक की तैयारी के लिए आवश्यक है:
(A) निर्जल ईथर
(B) जल
(C) एथेनॉल
(D) अम्ल
उत्तर: (A)
वर्ष: 2020 | पाली: 2 | सेट: C

Q12. CH₃CH₂Cl की क्रिया NaOH के जल विलयन से कराने पर उत्पाद है:
(A) CH₃CH₂OH
(B) CH₂=CH₂
(C) CH₃CH₃
(D) CH₃COOH
उत्तर: (A)
वर्ष: 2020 | पाली: 1 | सेट: A

Q13. कौन-सा हैलोएल्केन SN2 अभिक्रिया में सबसे तीव्र प्रतिक्रिया करेगा?
(A) मेथिल आयोडाइड
(B) मेथिल ब्रोमाइड
(C) मेथिल क्लोराइड
(D) मेथिल फ्लोराइड
उत्तर: (A)
वर्ष: 2019 | पाली: 2 | सेट: B

Q14. बेंजीन में क्लोरीनेशन के लिए आवश्यक उत्प्रेरक है:
(A) FeCl₃
(B) NaOH
(C) H₂SO₄
(D) ZnCl₂
उत्तर: (A)
वर्ष: 2019 | पाली: 1 | सेट: A

Q15. एल्कोहॉल से हैलोएल्केन बनाने के लिए निम्न में से कौन सबसे उपयुक्त है?
(A) PBr₃
(B) HCl
(C) HNO₃
(D) KOH
उत्तर: (A)
वर्ष: 2018 | पाली: 2 | सेट: C

Q16. ब्रोमोबेंजीन की अभिक्रिया ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक से नहीं हो सकती क्योंकि:
(A) यह अभिक्रिया SN1 द्वारा नहीं होती
(B) यह अभिक्रिया SN2 द्वारा नहीं होती
(C) ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक तैयार नहीं हो सकता
(D) ब्रोमोबेंजीन इनक्रिय है
उत्तर: (B)
वर्ष: 2018 | पाली: 1 | सेट: A

Q17. C₂H₅Br + Mg → ? (निर्जल ईथर में)
(A) C₂H₅MgBr
(B) C₂H₅OH
(C) CH₄
(D) C₂H₆
उत्तर: (A)
वर्ष: 2017 | पाली: 2 | सेट: B

Q18. कौन-सा यौगिक SN2 तंत्र में सबसे कम अभिक्रियाशील है?
(A) CH₃Br
(B) CH₃CH₂Br
(C) (CH₃)₃CBr
(D) बेंजिल ब्रोमाइड
उत्तर: (C)
वर्ष: 2017 | पाली: 1 | सेट: A

Q19. SN1 अभिक्रिया किस माध्यम में तीव्र होती है?
(A) ध्रुवीय अपसारी विलायक
(B) ध्रुवीय अपरिवर्तक विलायक
(C) अध्रुवीय विलायक
(D) जल
उत्तर: (A)
वर्ष: 2016 | पाली: 2 | सेट: B

Q20. SN1 तंत्र में कौन-सा क्रम सही है?
(A) टर्ट-ब्यूटिल > बेंजिल > प्राइमरी
(B) बेंजिल > टर्ट-ब्यूटिल > प्राइमरी
(C) प्राइमरी > सेकेंडरी > टर्ट-ब्यूटिल
(D) टर्ट-ब्यूटिल < बेंजिल < प्राइमरी
उत्तर: (B)
वर्ष: 2016 | पाली: 1 | सेट: A

Q21. कौन-सी अभिक्रिया वुर्ट्ज अभिक्रिया है?
(A) 2CH₃Cl + 2Na → C₂H₆ + 2NaCl
(B) CH₃Cl + NaOH → CH₃OH
(C) CH₃OH + HCl → CH₃Cl
(D) CH₄ + Cl₂ → CH₃Cl + HCl
उत्तर: (A)
वर्ष: 2015 | पाली: 1 | सेट: A

Q22. कौन-सा यौगिक फिनाइल मैग्नीशियम ब्रोमाइड से अभिक्रिया करके बेंजीन देता है?
(A) जल
(B) एसीटोन
(C) CH₃CH₂OH
(D) CO₂
उत्तर: (A)
वर्ष: 2015 | पाली: 2 | सेट: B

Q23. एक SN1 अभिक्रिया में अभिक्रिया की दर निर्भर करती है:
(A) केवल सब्सट्रेट की सांद्रता पर
(B) न्यूक्लियोफाइल की सांद्रता पर
(C) विलायक की प्रकृति पर
(D) तापमान पर
उत्तर: (A)
वर्ष: 2014 | पाली: 1 | सेट: C

Q24. बेंजीन में क्लोरीन की क्रिया हेतु उत्प्रेरक होता है:
(A) FeCl₃
(B) ZnCl₂
(C) HCl
(D) CuCl₂
उत्तर: (A)
वर्ष: 2014 | पाली: 2 | सेट: A

Q25. SN2 अभिक्रिया में स्टेरिक अवरोध का क्रम है:
(A) टर्ट-ब्यूटिल > सेकंडरी > प्राइमरी > मेथिल
(B) मेथिल > प्राइमरी > सेकंडरी > टर्ट-ब्यूटिल
(C) सेकंडरी > प्राइमरी > मेथिल > टर्ट-ब्यूटिल
(D) टर्ट-ब्यूटिल > मेथिल > प्राइमरी > सेकंडरी
उत्तर: (B)
वर्ष: 2013 | पाली: 1 | सेट: B


Q26. यदि क्लोरोएथेन को ऐल्कोहलिक KOH के साथ गर्म किया जाए, तो प्राप्त उत्पाद है –
(A) एथेन
(B) एथेनॉल
(C) एथीन
(D) एसीटाल्डिहाइड
उत्तर: (C)
वर्ष: 2024 | पाली: 2 | सेट: B

Q27. निम्नलिखित में से कौन-सा यौगिक ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक के साथ अभिक्रिया नहीं करता?
(A) जल
(B) एसीटोन
(C) एथेन
(D) कार्बन डाइऑक्साइड
उत्तर: (C)
वर्ष: 2023 | पाली: 1 | सेट: A

Q28. SN2 अभिक्रिया के लिए सबसे उपयुक्त सब्सट्रेट कौन-सा है?
(A) टर्ट-ब्यूटिल ब्रोमाइड
(B) बेंजिल ब्रोमाइड
(C) मेथिल ब्रोमाइड
(D) क्लोरोबेंजीन
उत्तर: (C)
वर्ष: 2023 | पाली: 2 | सेट: C

Q29. एक SN1 अभिक्रिया में निम्नलिखित में से किस यौगिक का कार्बोकैटायन सबसे अधिक स्थायी होगा?
(A) टर्ट-ब्यूटिल क्लोराइड
(B) एथिल क्लोराइड
(C) ब्रोमोबेंजीन
(D) प्रोपाइल क्लोराइड
उत्तर: (A)
वर्ष: 2022 | पाली: 1 | सेट: A

Q30. निम्न में से कौन-सा अभिक्रिया SN2 तंत्र से नहीं जाती?
(A) CH₃Br + OH⁻
(B) C₂H₅Br + CN⁻
(C) C(CH₃)₃Br + OH⁻
(D) CH₃CH₂Cl + OH⁻
उत्तर: (C)
वर्ष: 2021 | पाली: 2 | सेट: B

Q31. बेंजीन का नाइट्रोबेंजीन में रूपांतरण किस अभिकर्मक से होता है?
(A) NaOH
(B) KOH
(C) HNO₃ + H₂SO₄
(D) FeCl₃
उत्तर: (C)
वर्ष: 2021 | पाली: 1 | सेट: A

Q32. SN1 अभिक्रिया में कौन-सा चरण धीमी गति वाला होता है?
(A) नाभिकीय आक्रमण
(B) अवगमन
(C) कार्बोकैटायन निर्माण
(D) मुक्त कण निर्माण
उत्तर: (C)
वर्ष: 2021 | पाली: 2 | सेट: C

Q33. क्लोरोबेंजीन की अभिक्रियाशीलता अल्किल हैलाइड्स की तुलना में कम क्यों होती है?
(A) π-अनुयोजन के कारण
(B) σ-बंधन के कारण
(C) उच्च आयनिक चरित्र के कारण
(D) इलेक्ट्रॉनिक अपवर्तक प्रभाव के कारण
उत्तर: (A)
वर्ष: 2020 | पाली: 1 | सेट: B

Q34. वान डेर वाल्स बल सबसे कम किसमें पाया जाएगा?
(A) CH₃Cl
(B) CH₄
(C) CH₃CH₂Cl
(D) CCl₄
उत्तर: (B)
वर्ष: 2020 | पाली: 2 | सेट: A

Q35. कौन-सा अभिकर्मक ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक के साथ अभिक्रिया करके प्राथमिक ऐल्कोहल देता है?
(A) फॉर्मल्डिहाइड
(B) एसीटोन
(C) कार्बन डाइऑक्साइड
(D) बेंजाल्डिहाइड
उत्तर: (A)
वर्ष: 2019 | पाली: 1 | सेट: C

Q36. क्लोरोबेंजीन में क्लोरीन परमाणु का स्थान कौन-सा प्रभाव देता है?
(A) +R और -I
(B) +I और -R
(C) -I और -R
(D) +I और +R
उत्तर: (A)
वर्ष: 2019 | पाली: 2 | सेट: A

Q37. CH₃CH₂Cl की SN2 अभिक्रिया किस माध्यम में सबसे अधिक तेजी से होती है?
(A) एथेनॉल
(B) जल
(C) एसीटोन
(D) बेंजीन
उत्तर: (C)
वर्ष: 2018 | पाली: 2 | सेट: B

Q38. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक के निर्माण के लिए आवश्यक धातु है –
(A) Zn
(B) Fe
(C) Mg
(D) Cu
उत्तर: (C)
वर्ष: 2018 | पाली: 1 | सेट: A

Q39. ब्रोमिनेशन द्वारा टोल्यून के कौन-से उत्पाद मिलते हैं?
(A) ऑर्थो और पारा
(B) केवल मेटा
(C) केवल ऑर्थो
(D) केवल पारा
उत्तर: (A)
वर्ष: 2017 | पाली: 2 | सेट: C

Q40. क्लोरोबेंजीन में क्लोरीन के निष्कासन के लिए किसकी आवश्यकता होती है?
(A) अत्यधिक ताप और दाब
(B) केवल प्रकाश
(C) नाइट्रिक अम्ल
(D) हाइड्रोजन गैस
उत्तर: (A)
वर्ष: 2017 | पाली: 1 | सेट: B

Q41. वुल्फ-किश्नर अपचयन का उपयोग किस प्रकार की यौगिकों में किया जाता है?
(A) एल्डिहाइड
(B) कार्बोनिक अम्ल
(C) ऐल्कोहल
(D) अमीन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2016 | पाली: 1 | सेट: A

Q42. क्लोरोबेंजीन को डायाजोनियम लवण में बदलने के लिए निम्न में से कौन-सा अभिकर्मक आवश्यक है?
(A) NaNO₂ + HCl
(B) NH₄Cl
(C) HBr
(D) KCN
उत्तर: (A)
वर्ष: 2016 | पाली: 2 | सेट: C

Q43. कौन-सा यौगिक SN1 प्रतिक्रिया के लिए सबसे उपयुक्त है?
(A) टर्ट-ब्यूटिल ब्रोमाइड
(B) मेथिल ब्रोमाइड
(C) एथिल क्लोराइड
(D) प्रोपिल क्लोराइड
उत्तर: (A)
वर्ष: 2015 | पाली: 1 | सेट: B

Q44. क्लोरोबेंजीन की अभिक्रियाशीलता कम क्यों होती है?
(A) π-बंधन की स्थायित्व के कारण
(B) -I प्रभाव के कारण
(C) कार्बोकैटायन अस्थिरता
(D) अलाइलीक स्थानांतरण के कारण
उत्तर: (A)
वर्ष: 2015 | पाली: 2 | सेट: A

Q45. SN1 अभिक्रिया में उत्पाद की वृत्ताकार संरचना किस कारण प्रभावित होती है?
(A) कार्बोकैटायन पुनर्संयोजन
(B) अणु के गुरुत्वीय प्रभाव
(C) घूर्णी प्रतिबंध
(D) न्यूक्लियोफाइल की प्रकृति
उत्तर: (A)
वर्ष: 2014 | पाली: 2 | सेट: C

Q46. कौन-सी अभिक्रिया क्लोरोबेंजीन को एनिलीन में परिवर्तित करती है?
(A) NaNH₂
(B) NaNO₂, HCl फिर H₃PO₂
(C) NH₃ और Cu₂O
(D) NaOH, 300°C, 200 atm
उत्तर: (D)
वर्ष: 2013 | पाली: 1 | सेट: A

Q47. हेलोजन का इलेक्ट्रोनवितरण किस प्रकार होता है जो SN2 अभिक्रिया को अनुकूल करता है?
(A) छोटा आकार
(B) उच्च विद्युतऋणात्मकता
(C) अच्छा परावर्तन
(D) अच्छा प्रस्थान समूह
उत्तर: (D)
वर्ष: 2012 | सेट: C

Q48. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक का सामान्य सूत्र है –
(A) RMgX
(B) RXMg
(C) R₂Mg
(D) MgRX₂
उत्तर: (A)
वर्ष: 2011 | सेट: A

Q49. SN2 तंत्र में किस प्रकार का न्यूक्लियोफाइल अधिक क्रियाशील होता है?
(A) कमजोर
(B) मंद
(C) शक्तिशाली
(D) अम्लीय
उत्तर: (C)
वर्ष: 2009 | सेट: B

Q50. क्लोरोबेंजीन का हाइड्रोलिसिस सबसे अच्छे ढंग से किस माध्यम में होता है?
(A) जलीय NaOH, उच्च ताप व दाब
(B) एथेनॉल
(C) एसीटिक अम्ल
(D) बेंजीन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2007 | सेट: Z

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🔷 Q1. निम्न में से कौन-सा यौगिक SN1 अभिक्रिया हेतु सबसे उपयुक्त है?
(A) CH₃CH₂Br
(B) (CH₃)₃CBr
(C) C₆H₅CH₂Cl
(D) CH₃CH₂Cl
उत्तर: (B)
वर्ष: 2025 | पेपर: 1 | सेट: 2

🔷 Q2. SN2 अभिक्रिया में वक्र प्रतिक्रिया किस क्रम की होती है?
(A) शून्य
(B) प्रथम
(C) द्वितीय
(D) अनिश्चित
उत्तर: (B)
वर्ष: 2024 | पेपर: 1 | सेट: 1

🔷 Q3. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक (RMgX) और जल के बीच अभिक्रिया से कौन-सा उत्पाद प्राप्त होता है?
(A) एल्कोहल
(B) एल्केन
(C) एस्टर
(D) ईथर
उत्तर: (B)
वर्ष: 2024 | पेपर: 1 | सेट: 2

🔷 Q4. क्लोरोबेंजीन की अभिक्रियाशीलता SN1 या SN2 अभिक्रियाओं में कम क्यों होती है?
(A) σ-बंध का अभाव
(B) π-अनुयोजन
(C) उच्च इलेक्ट्रोनगण्यता
(D) क्लोरीन का बड़ा आकार
उत्तर: (B)
वर्ष: 2023 | पेपर: 1 | सेट: 1

🔷 Q5. वान डेर वाल्स बल सबसे अधिक किस यौगिक में होता है?
(A) CH₄
(B) CH₃Cl
(C) CCl₄
(D) CH₃CH₂Cl
उत्तर: (C)
वर्ष: 2023 | पेपर: 1 | सेट: 3

🔷 Q6. निम्नलिखित में से कौन-सा SN2 अभिक्रिया के लिए सबसे अच्छा सब्सट्रेट है?
(A) टर्शियरी ब्यूटिल ब्रोमाइड
(B) प्रोपाइल क्लोराइड
(C) विनाइल क्लोराइड
(D) मिथाइल ब्रोमाइड
उत्तर: (D)
वर्ष: 2022 | पेपर: 1 | सेट: 2

🔷 Q7. क्लोरोबेंजीन से फिनोल बनाने हेतु कौन-सी विधि प्रयुक्त होती है?
(A) हाइड्रोजनकरण
(B) नाइट्रेशन
(C) हाइड्रोलिसिस
(D) एल्काइलेशन
उत्तर: (C)
वर्ष: 2021 | पेपर: 1 | सेट: 1

🔷 Q8. कौन-सी अभिक्रिया में कार्बोकैटायन मध्यवर्ती बनता है?
(A) SN1
(B) SN2
(C) ईलिमिनेशन
(D) न्यूक्लियोफिलिक उपस्थापन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2021 | पेपर: 1 | सेट: 2

🔷 Q9. ब्रोमोबेंजीन को अमीनोबेंजीन में रूपांतरित करने हेतु कौन-सा अभिकर्मक प्रयोग किया जाता है?
(A) NaOH
(B) NaNH₂
(C) HCl
(D) KMnO₄
उत्तर: (B)
वर्ष: 2020 | पेपर: 1 | सेट: 1

🔷 Q10. कौन-सा यौगिक SN1 तंत्र के अनुसार तीव्रतम अभिक्रिया करेगा?
(A) C₂H₅Br
(B) C₆H₅CH₂Br
(C) C₆H₅CH(Cl)CH₃
(D) (CH₃)₃CCl
उत्तर: (D)
वर्ष: 2020 | पेपर: 1 | सेट: 2

🔷 Q11. क्लोरोबेंजीन की संरचना में कौन-सा प्रभाव मुख्यतः बाधक होता है?
(A) -I प्रभाव
(B) +I प्रभाव
(C) π-अनुयोजन
(D) हाइड्रोजन बंधन
उत्तर: (C)
वर्ष: 2019 | पेपर: 1 | सेट: 3

🔷 Q12. कौन-सा यौगिक ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक के साथ अभिक्रिया कर एल्कोहल बनाता है?
(A) एसीटोन
(B) नाइट्रोबेंजीन
(C) क्लोरोबेंजीन
(D) एनेलिन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2019 | पेपर: 1 | सेट: 1

🔷 Q13. SN2 अभिक्रिया में कौन-सी स्थिति सबसे उपयुक्त होती है?
(A) प्राइमरी
(B) सेकेंडरी
(C) टर्शियरी
(D) एरोमेटिक
उत्तर: (A)
वर्ष: 2018 | पेपर: 1 | सेट: 2

🔷 Q14. निम्नलिखित में से कौन-सी युग्मित प्रणाली होती है?
(A) क्लोरोबेंजीन
(B) टोल्यून
(C) बेन्ज़ाल्डिहाइड
(D) हेक्सेन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2018 | पेपर: 1 | सेट: 1

🔷 Q15. SN2 प्रतिक्रिया में अंतिम उत्पाद कैसा होता है?
(A) वलय संरचना
(B) आंतरविन्यासिक
(C) संयुग्मी
(D) समस्थानिक
उत्तर: (B)
वर्ष: 2017 | पेपर: 1 | सेट: 3

🔷 Q16. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक की क्रिया द्वारा किस प्रकार का ऐल्कोहल बनता है यदि अभिक्रिया फॉर्मल्डिहाइड से की जाए?
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) कोई नहीं
उत्तर: (A)
वर्ष: 2016 | पेपर: 1 | सेट: 2

🔷 Q17. निम्न में से कौन-सा यौगिक सबसे स्थिर कार्बोकैटायन देता है?
(A) CH₃CH₂CH₂⁺
(B) (CH₃)₃C⁺
(C) CH₃CH₂⁺
(D) CH₃⁺
उत्तर: (B)
वर्ष: 2015 | पेपर: 1 | सेट: 1

🔶 Q18. (पेपर 2 प्रारंभ) — SN1 अभिक्रिया की दर को कौन प्रभावित करता है?
(A) न्यूक्लियोफाइल
(B) सब्सट्रेट
(C) विलायक
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर: (D)
वर्ष: 2025 | पेपर: 2 | सेट: 2

🔶 Q19. कौन-सा यौगिक SN2 अभिक्रिया के लिए उपयुक्त नहीं है?
(A) मिथाइल क्लोराइड
(B) एथाइल क्लोराइड
(C) टर्शियरी ब्यूटिल क्लोराइड
(D) नियोपेंटिल क्लोराइड
उत्तर: (C)
वर्ष: 2024 | पेपर: 2 | सेट: 1

🔶 Q20. क्लोरोबेंजीन की न्यूक्लियोफिलिक उपस्थापन क्रिया के लिए आवश्यक स्थिति है –
(A) उच्च ताप व दाब
(B) निम्न ताप
(C) प्रकाश की उपस्थिति
(D) क्षारीय माध्यम
उत्तर: (A)
वर्ष: 2023 | पेपर: 2 | सेट: 1

🔶 Q21. SN1 अभिक्रिया में दर निर्धारण चरण क्या होता है?
(A) न्यूक्लियोफाइल का आक्रमण
(B) प्रस्थान समूह का निष्कासन
(C) दोनों साथ
(D) कोई नहीं
उत्तर: (B)
वर्ष: 2022 | पेपर: 2 | सेट: 3

🔶 Q22. क्लोरोबेंजीन को फिनोल में बदलने के लिए कौन-सा माध्यम अनिवार्य है?
(A) Dil HCl
(B) NaOH (उच्च ताप और दाब)
(C) हाइड्रोजन गैस
(D) KMnO₄
उत्तर: (B)
वर्ष: 2021 | पेपर: 2 | सेट: 2

🔶 Q23. टर्शियरी ब्यूटिल क्लोराइड की SN1 अभिक्रिया में अंतिम उत्पाद क्या होगा?
(A) एल्कोहल
(B) एल्डिहाइड
(C) कीटोन
(D) फिनोल
उत्तर: (A)
वर्ष: 2020 | पेपर: 2 | सेट: 1

🔶 Q24. SN2 अभिक्रिया में प्रस्थान समूह की क्रियाशीलता किस पर निर्भर करती है?
(A) आयनिकता
(B) स्थायित्व
(C) आकर
(D) इलेक्ट्रोनगण्यता
उत्तर: (B)
वर्ष: 2019 | पेपर: 2 | सेट: 2

🔶 Q25. क्लोरोबेंजीन की तुलना में C₆H₅CH₂Cl की अभिक्रियाशीलता अधिक क्यों है?
(A) σ-बंधन
(B) स्थिर कार्बोकैटायन
(C) इलेक्ट्रॉन पुलिंग प्रभाव
(D) π-बंधन अवरोध
उत्तर: (B)
वर्ष: 2019 | पेपर: 2 | सेट: 1


🔶 Q26. निम्न में से कौन-सा यौगिक फिनोल के साथ विलयन में सुलभ SNAr अभिक्रिया दिखाता है?
(A) क्लोरोबेंजीन
(B) पारा-नाइट्रो-क्लोरोबेंजीन
(C) टोल्यून
(D) एनिलीन
उत्तर: (B)
वर्ष: 2018 | पेपर: 2 | सेट: 2

🔶 Q27. निम्न में से कौन-सी अभिक्रिया SN1 अभिक्रिया को प्रतिस्थापित करती है जब सब्सट्रेट बेंजाइलीक होता है?
(A) न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन
(B) इलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन
(C) फोटोक्लोरीनेशन
(D) नाइट्रेशन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2017 | पेपर: 2 | सेट: 1

🔶 Q28. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक RMgX द्वारा किस प्रकार के यौगिक का उपयोग करके द्वितीयक एल्कोहल प्राप्त किया जा सकता है?
(A) एल्डिहाइड
(B) कीटोन
(C) एसिड
(D) ईथर
उत्तर: (A)
वर्ष: 2016 | पेपर: 2 | सेट: 2

🔶 Q29. टर्शियरी ब्यूटिल ब्रॉमाइड SN1 अभिक्रिया के लिए उपयुक्त क्यों है?
(A) प्राथमिक कार्बन
(B) द्वितीयक कार्बन
(C) स्थिर टर्शियरी कार्बोकैटायन
(D) न्यून ऊर्जा
उत्तर: (C)
वर्ष: 2015 | पेपर: 2 | सेट: 1

🔶 Q30. न्यूक्लियोफिलिक उपस्थापन में प्रस्थान समूह का क्रम क्या होता है?
(A) Cl⁻ > Br⁻ > I⁻
(B) I⁻ > Br⁻ > Cl⁻
(C) Br⁻ > Cl⁻ > I⁻
(D) कोई विशेष क्रम नहीं
उत्तर: (B)
वर्ष: 2014 | पेपर: 2 | सेट: 3

🔶 Q31. निम्न में से किस यौगिक में SN2 अभिक्रिया सबसे धीरे होती है?
(A) C₂H₅Br
(B) CH₃Br
(C) (CH₃)₂CHBr
(D) (CH₃)₃CBr
उत्तर: (D)
वर्ष: 2013 | पेपर: 2 | सेट: 2

🔶 Q32. कौन-सा अभिकर्मक ब्रोमोबेंजीन से फिनोल बनाने के लिए आवश्यक है?
(A) NaOH (उच्च ताप और दाब)
(B) NaOH (कम ताप)
(C) HCl
(D) Zn/HCl
उत्तर: (A)
वर्ष: 2012 | पेपर: 2 | सेट: 1

🔶 Q33. SN1 अभिक्रिया में कौन-सा माध्यम प्रतिक्रिया को बढ़ावा देता है?
(A) ध्रुवीय प्रोटोनिक विलायक
(B) ध्रुवीय एप्रोटोनिक
(C) गैर-ध्रुवीय विलायक
(D) गैस अवस्था
उत्तर: (A)
वर्ष: 2011 | पेपर: 2 | सेट: 3

🔶 Q34. C₆H₅CH₂Br की प्रतिक्रिया जल के साथ किस प्रकार की होती है?
(A) SN1
(B) SN2
(C) रेडॉक्स
(D) युग्मन
उत्तर: (A)
वर्ष: 2010 | पेपर: 2 | सेट: 2

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मॉडल प्रश्न पत्र, अभ्यास



Q1. ब्रोमोबेंजीन को फिनोल में परिवर्तित करने के लिए आवश्यक शर्तें क्या हैं?
(A) NaOH, सामान्य तापमान
(B) NaOH, उच्च तापमान व उच्च दाब
(C) Zn, HCl
(D) Cu, HNO₃
उत्तर: (B)

Q2. SN1 अभिक्रिया की मुख्य विशेषता क्या है?
(A) द्विकणीय दर समीकरण
(B) एककणीय दर समीकरण
(C) त्रिकणीय दर समीकरण
(D) क्रिया केवल न्यूक्लियोफिल पर निर्भर करती है
उत्तर: (B)

Q3. SN2 अभिक्रिया में संक्रमण अवस्था की विशेषता क्या है?
(A) पूर्ण कार्बोकैटायन
(B) पूर्ण कार्बोएनियन
(C) आंशिक रूप से बना हुआ बाँध
(D) युग्मन उत्पाद
उत्तर: (C)

Q4. कौन-सा यौगिक SN2 अभिक्रिया के लिए सबसे उपयुक्त है?
(A) टर्शियरी ब्यूटिल ब्रॉमाइड
(B) इथाइल क्लोराइड
(C) बेंजाइल ब्रॉमाइड
(D) क्लोरोबेंजीन
उत्तर: (B)

Q5. कौन-सा यौगिक प्रस्थान समूह के रूप में सबसे प्रभावी होता है?
(A) OH⁻
(B) F⁻
(C) I⁻
(D) NH₂⁻
उत्तर: (C)

Q6. हेलोएल्केनों की भौतिक दशाओं में कौन-सी प्रवृत्ति देखी जाती है?
(A) सभी गैस होते हैं
(B) वाष्पदाब अधिक होता है
(C) हाइड्रोजन बंधन बनाते हैं
(D) उनका क्वथनांक उनके अणु भार पर निर्भर करता है
उत्तर: (D)

Q7. क्लोरोबेंजीन में क्लोरीन परमाणु किस प्रकार बंधा होता है?
(A) σ बंध द्वारा
(B) π बंध द्वारा
(C) σ तथा π संयुग्मन द्वारा
(D) केवल आयनिक बंध द्वारा
उत्तर: (C)

Q8. बेंजाइलिक हैलाइड की SN1 अभिक्रिया में तेजी का मुख्य कारण क्या है?
(A) वृहद आकार
(B) प्रेरक प्रभाव
(C) अनुनाद स्थिरीकरण
(D) उपस्थापन समूह
उत्तर: (C)

Q9. कौन-सा यौगिक न्यूक्लियोफिलिक उपस्थापन हेतु सबसे प्रतिरोधक होता है?
(A) C₂H₅Br
(B) C₆H₅Cl
(C) C₆H₅CH₂Br
(D) CH₃Cl
उत्तर: (B)

Q10. हेलोएल्केनों की विलेयता कौन से विलायक में अधिक होती है?
(A) जल
(B) एसीटोन
(C) हेक्सेन
(D) टोल्यून
उत्तर: (B)

Q11. निम्न में से कौन-सा SN2 अभिक्रिया के लिए सबसे धीमा होता है?
(A) CH₃Br
(B) C₂H₅Br
(C) (CH₃)₃CBr
(D) CH₃Cl
उत्तर: (C)

Q12. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक का सामान्य सूत्र क्या होता है?
(A) RMgX
(B) RX
(C) RCOOH
(D) RNH₂
उत्तर: (A)

Q13. हेलोएल्केनों के लिए सामान्य अभिक्रिया कौन-सी होती है?
(A) न्यूक्लियोफिलिक उपस्थापन
(B) इलेक्ट्रोफिलिक उपस्थापन
(C) युग्मन अभिक्रिया
(D) अम्ल-आधार प्रतिक्रिया
उत्तर: (A)

Q14. SN1 अभिक्रिया में उत्पादों की संख्या बढ़ाने का मुख्य कारण क्या है?
(A) समस्थानिक प्रभाव
(B) कार्बोकैटायन पुनः संयोजन
(C) विलायक प्रभाव
(D) उपस्थापक प्रभाव
उत्तर: (B)

Q15. टर्शियरी ब्यूटिल क्लोराइड किस अभिक्रिया को तेजी से करता है?
(A) SN2
(B) SN1
(C) युग्मन
(D) एंटी SN
उत्तर: (B)

Q16. जब C₂H₅Br का अमोनिया के साथ क्रिया होती है, तो उत्पाद क्या होता है?
(A) एथेन
(B) एथेनॉल
(C) एथाइल अमीन
(D) नाइट्रो एथेन
उत्तर: (C)

Q17. ब्रोमीन और क्लोरीन में कौन अधिक प्रतिक्रियाशील है?
(A) ब्रॉमीन
(B) क्लोरीन
(C) दोनों समान
(D) निर्भर करता है माध्यम पर
उत्तर: (B)

Q18. कौन-सा यौगिक SN1 अभिक्रिया में सबसे अधिक स्थिर कार्बोकैटायन बनाता है?
(A) टर्शियरी ब्यूटिल
(B) मेथिल
(C) प्राइमरी
(D) सेकेंडरी
उत्तर: (A)

Q19. CH₃CHBrCH₃ के साथ NaOH की क्रिया से क्या प्राप्त होता है?
(A) प्रोपेन
(B) २-प्रोपेनॉल
(C) १-प्रोपेनॉल
(D) एसिड
उत्तर: (B)

Q20. क्लोरोबेंजीन से फिनोल प्राप्त करने के लिए कौन-सी स्थिति आवश्यक है?
(A) NaOH, उच्च ताप और दाब
(B) NaOH, सामान्य ताप
(C) Zn/HCl
(D) Cu/HNO₃
उत्तर: (A)

Q21. न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रिया में कौन-सा यौगिक सबसे तेजी से प्रतिक्रिया करता है?
(A) बेंजाइल ब्रोमाइड
(B) टोल्यून
(C) क्लोरोबेंजीन
(D) फिनोल
उत्तर: (A)

Q22. हेलोएल्केनों का अपघटन किस कारण से होता है?
(A) प्रकाश की अनुपस्थिति में
(B) ऊष्मा और प्रकाश की उपस्थिति में
(C) अम्लीय माध्यम में
(D) क्षारीय माध्यम में
उत्तर: (B)

Q23. क्लोरीन और ब्रॉमीन के इलेक्ट्रोनगेटिविटी अंतर का प्रभाव किस पर पड़ता है?
(A) SN1 की गति पर
(B) SN2 की उत्पादों पर
(C) C–X बंध की ध्रुवता पर
(D) क्रिस्टल आकार पर
उत्तर: (C)

Q24. कौन-सा यौगिक SN2 अभिक्रिया के लिए आदर्श है?
(A) C₆H₅CH₂Br
(B) C₆H₅Cl
(C) टर्शियरी ब्यूटिल क्लोराइड
(D) टोल्यून
उत्तर: (A)

Q25. SN1 और SN2 अभिक्रियाओं में मुख्य अंतर क्या है?
(A) मध्यवर्ती उत्पाद
(B) प्रस्थान समूह
(C) अभिक्रियाशीलता
(D) बंध का प्रकार
उत्तर: (A)

Q26. ब्रोमोबेंजीन की न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रिया में कम प्रतिक्रिया दर का मुख्य कारण क्या है?
(A) π-अधिव्यापन
(B) क्लोरीन की उच्च इलेक्ट्रोनगेटिविटी
(C) उच्च इलेक्ट्रोपॉजिटिविटी
(D) बेन्जीन की इलेक्ट्रोफिलिक प्रवृत्ति
उत्तर: (A)

Q27. CH₃CHClCH₃ का अल्कोहलिक KOH से उपचार करने पर क्या उत्पाद प्राप्त होगा?
(A) १-प्रोपेनॉल
(B) २-प्रोपेनॉल
(C) प्रोपीन
(D) प्रोपेन
उत्तर: (C)

Q28. SN2 अभिक्रिया में प्रतिक्रिया की दर पर कौन-सा कारक सबसे अधिक प्रभाव डालता है?
(A) प्रस्थान समूह की शक्ति
(B) न्यूक्लियोफिल की शक्ति
(C) तापमान
(D) माध्यम की ध्रुवता
उत्तर: (B)

Q29. किस यौगिक में SN1 अभिक्रिया की संभावना सबसे अधिक है?
(A) मेथिल ब्रोमाइड
(B) इथिल ब्रोमाइड
(C) टर्शियरी ब्यूटिल ब्रोमाइड
(D) नियोपेन्टाइल ब्रोमाइड
उत्तर: (C)

Q30. जब नाइट्रोबेंजीन को क्लोरीन के साथ अभिक्रियित किया जाता है, तो कौन-सा उपोत्पाद प्राप्त होता है?
(A) ओर्थो-नाइट्रो क्लोरोबेंजीन
(B) पेरा-नाइट्रो क्लोरोबेंजीन
(C) दोनों (A) और (B)
(D) बेंजीन
उत्तर: (C)

Q31. C₂H₅Br को KCN के साथ एथनॉल में गरम करने पर क्या प्राप्त होता है?
(A) C₂H₅NC
(B) C₂H₅CN
(C) C₂H₅OH
(D) C₂H₅NH₂
उत्तर: (B)

Q32. निम्न में से कौन-सी अभिक्रिया वूर्ट्ज अभिक्रिया का उदाहरण है?
(A) २ RX + २ Na → R–R + २ NaX
(B) RX + H₂ → RH + HX
(C) RX + NaOH → ROH + NaX
(D) RX + KCN → RCN + KX
उत्तर: (A)

Q33. SN1 अभिक्रिया में विपरीत अभिविन्यास के साथ उत्पाद बनने का कारण क्या है?
(A) पुनः संयोजन
(B) न्यूक्लियोफिल का आक्रमण विपरीत दिशा से
(C) विलोपन प्रतिक्रिया
(D) क्रिस्टलीकरण
उत्तर: (B)

Q34. निम्न में से कौन-सा अणु सबसे अधिक प्रतिक्रियाशील होगा न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन हेतु?
(A) क्लोरोबेंजीन
(B) बेंजाइल ब्रोमाइड
(C) नाइट्रोबेंजीन
(D) एनिलीन
उत्तर: (B)

Q35. क्लोरोबेंजीन का न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन में अनुक्रिया क्यों धीमी होती है?
(A) इलेक्ट्रॉन-घनत्व अधिक होने के कारण
(B) σ और π संयुग्मन के कारण
(C) रेज़ोनेंस नहीं होता
(D) C–Cl बंध बहुत कमजोर होता है
उत्तर: (B)

Q36. एक हेलोएल्केन यौगिक, जिसका अणु सूत्र C₄H₉Br है, वह कितने संरचनात्मक समावयवी बना सकता है?
(A) २
(B) ३
(C) ४
(D) ५
उत्तर: (C)

Q37. C₂H₅Cl को जब Zn/HCl के साथ प्रतिक्रिया कराई जाती है, तो क्या प्राप्त होता है?
(A) C₂H₆
(B) C₂H₄
(C) C₂H₅OH
(D) C₂H₅CN
उत्तर: (A)

Q38. निम्न में से कौन-सा यौगिक अल्कोहल के साथ रिएक्शन कर SN2 द्वारा ईथर बनाता है?
(A) क्लोरोबेंजीन
(B) एथिल क्लोराइड
(C) टर्शियरी ब्यूटिल ब्रोमाइड
(D) नियोपेन्टाइल क्लोराइड
उत्तर: (B)

Q39. न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन हेतु सबसे अच्छा विलायक कौन-सा है?
(A) जल
(B) एसीटोन
(C) हेक्सेन
(D) टोल्यून
उत्तर: (B)

Q40. यदि हेलोएल्केन में न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन के स्थान पर विलोपन हो रहा हो, तो उत्पाद क्या होगा?
(A) अल्कोहल
(B) एल्कीन
(C) एल्केन
(D) फिनोल
उत्तर: (B)

Q41. जब क्लोरोबेंजीन को NaOH के साथ उच्च ताप व दाब में गरम किया जाता है, तो उत्पाद क्या बनता है?
(A) बेंजीन
(B) फिनोल
(C) बेंजाइल अल्कोहल
(D) एनिलीन
उत्तर: (B)

Q42. क्लोरोबेंजीन में C–Cl बंध तोड़ने के लिए कौन-सा कारण आवश्यक है?
(A) σ बंध की कमजोरी
(B) π संयुग्मन का अभाव
(C) रेज़ोनेंस से बंध मजबूत होना
(D) युग्मन से बंध कमजोर होना
उत्तर: (C)

Q43. कौन-सी अभिक्रिया हेलोएरीन के लिए उपयुक्त नहीं है?
(A) न्यूक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन
(B) इलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन
(C) हाइड्रोजन युग्मन
(D) विलोपन
उत्तर: (A)

Q44. हेलोएल्केनों का वाष्पदाब उच्च क्यों होता है?
(A) कमजोर वान्दर वाल्स बलों के कारण
(B) अणु भार कम होने के कारण
(C) हाइड्रोजन बंध नहीं बनाते
(D) उपरोक्त सभी
उत्तर: (D)

Q45. CH₃CH₂CH₂Cl को CN⁻ के साथ अभिक्रियित करने पर कौन-सा यौगिक प्राप्त होता है?
(A) ब्यूटेनाइट्राइल
(B) प्रोपाइल नाइट्राइल
(C) ब्यूटेन
(D) ब्यूटेनॉल
उत्तर: (B)

Q46. हेलोएरीन में C–X बंध की लंबाई किसके कारण कम होती है?
(A) σ बंध की मजबूती
(B) π संयुग्मन
(C) C और X के आकार में अंतर
(D) हाइड्रोजन बंध
उत्तर: (B)

Q47. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक को जल में क्यों नहीं रखा जा सकता?
(A) यह जल से प्रतिक्रिया कर निष्क्रिय हो जाता है
(B) यह रंगहीन हो जाता है
(C) यह विस्फोट करता है
(D) यह जल में घुलनशील नहीं होता
उत्तर: (A)

Q48. CH₃CH₂Br का एक अमोनिया अणु के साथ अभिक्रिया का उत्पाद क्या है?
(A) एथेन
(B) एथाइल अमीन
(C) एथेनॉल
(D) एथिल क्लोराइड
उत्तर: (B)

Q49. किस अभिक्रिया में फिनोल प्राप्त किया जा सकता है?
(A) क्लोरोबेंजीन + NaOH (उच्च ताप व दाब)
(B) टोल्यून + HNO₃
(C) बेंजीन + Br₂
(D) क्लोरोबेंजीन + NH₃
उत्तर: (A)

Q50. हेलोएल्केनों में C–X बंध का ध्रुवीकरण किस पर निर्भर करता है?
(A) इलेक्ट्रोनगेटिविटी के अंतर पर
(B) अणु भार पर
(C) विलायक पर
(D) उपस्थापन समूह पर
उत्तर: (A)

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दृश्य सामग्री

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