Class 9 : Social Science (In Hindi) – Lesson 19. निर्धनता: एक चुनौती
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🔵 परिचय
🌾 निर्धनता केवल आय की कमी नहीं बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, पोषण और सामाजिक अवसरों की कमी का भी प्रतीक है। यह समाज की प्रगति और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती है।
🔵 निर्धनता की परिभाषा व मापन
🌾 निर्धनता रेखा तय कर यह आंका जाता है कि कौन व्यक्ति या परिवार आवश्यक भोजन, वस्त्र और आवास के लिए न्यूनतम व्यय नहीं कर सकता। भारत में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग निर्धनता रेखा तय की जाती है।
🍚 राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय उपभोग व्यय के आँकड़ों के आधार पर निर्धनता का मापन करता है।
🔵 भारत में निर्धनता की स्थिति
🌾 स्वतंत्रता के समय निर्धनता का स्तर बहुत ऊँचा था। हर पाँचवाँ भारतीय आज भी निर्धनता रेखा से नीचे है। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता अधिक है क्योंकि कृषि पर निर्भरता, कम उत्पादनशीलता और कम आय है।
🍚 शहरी क्षेत्रों में भी बेरोज़गारी, झुग्गी बस्तियाँ और अस्थायी रोजगार निर्धनता को जन्म देते हैं।
🔵 निर्धनता के कारण
🌾 1️⃣ जनसंख्या वृद्धि: अधिक जनसंख्या संसाधनों पर दबाव डालती है।
2️⃣ बेरोज़गारी: स्थायी काम की कमी निर्धनता बढ़ाती है।
3️⃣ भूमि का असमान बँटवारा: छोटे किसानों की आय बहुत कम होती है।
4️⃣ शिक्षा व कौशल की कमी: अवसरों का लाभ नहीं उठा पाते।
5️⃣ स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी: बीमारियाँ कार्यक्षमता घटाती हैं।
🔵 निर्धनता के परिणाम
🌾 निर्धनता के कारण पोषण की कमी, बीमारियाँ, बाल श्रम, सामाजिक असमानता और अपराध की प्रवृत्ति बढ़ती है। लोकतंत्र में यह अस्थिरता और असंतोष का कारण बन सकती है।
🔵 भारत में निर्धनता उन्मूलन के प्रयास
🌾 सरकार ने कई योजनाएँ चलाईं—
🍚 रोजगार गारंटी योजनाएँ: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) द्वारा ग्रामीण परिवारों को कम से कम 100 दिन का रोजगार।
🏭 लक्षित जनकल्याण कार्यक्रम: अंत्योदय अन्न योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली।
📦 ग्रामीण विकास कार्यक्रम: स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना, प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना।
💡 शिक्षा व स्वास्थ्य योजनाएँ: सर्व शिक्षा अभियान, आयुष्मान भारत।
🔵 सामाजिक सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण
🌾 निर्धनता कम करने के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मातृत्व लाभ, और महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहन दिया गया।
🍚 महिलाओं को स्वरोज़गार, सूक्ष्म वित्त और कौशल विकास में शामिल कर परिवार की आय बढ़ाई जाती है।
🔵 आर्थिक सुधार और समावेशी वृद्धि
🌾 केवल कल्याण योजनाओं से निर्धनता समाप्त नहीं होगी। समावेशी विकास—सभी वर्गों को विकास में भागीदारी—जरूरी है। उद्योग, कृषि, सेवा क्षेत्र और शिक्षा-स्वास्थ्य निवेश एक साथ निर्धनता घटा सकते हैं।
🔵 ग्रामीण व शहरी निर्धनता की भिन्नताएँ
🌾 ग्रामीण निर्धनता कृषि पर निर्भरता, प्राकृतिक आपदाओं और संसाधनों की कमी के कारण अधिक है।
🍚 शहरी निर्धनता असंगठित क्षेत्र, कम वेतन वाले काम और झुग्गी जीवन के कारण बनी रहती है।
🔵 निष्कर्ष
🌾 निर्धनता केवल आर्थिक समस्या नहीं बल्कि सामाजिक-राजनीतिक चुनौती है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुरक्षा को मिलाकर स्थायी समाधान संभव है। जब प्रत्येक नागरिक को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिलेगा, तभी वास्तविक विकास होगा।
📝 सारांश (~200 शब्द)
🌾 निर्धनता आय, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और सामाजिक अवसरों की कमी का संकेत है।
🍚 भारत में निर्धनता रेखा उपभोग व्यय पर आधारित है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह अधिक है।
🏭 निर्धनता के कारणों में बेरोज़गारी, जनसंख्या वृद्धि, असमान संसाधन बँटवारा और शिक्षा–स्वास्थ्य की कमी प्रमुख हैं।
📦 सरकार ने MGNREGA, अंत्योदय अन्न योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, सर्व शिक्षा अभियान और आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं से निर्धनता कम करने का प्रयास किया।
💡 स्थायी समाधान के लिए समावेशी आर्थिक वृद्धि, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुरक्षा अनिवार्य हैं।
⚡ त्वरित पुनरावृत्ति (~100 शब्द)
🌾 निर्धनता = केवल आय नहीं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, अवसरों की कमी।
🍚 भारत में ग्रामीण निर्धनता अधिक।
🏭 कारण: बेरोज़गारी, जनसंख्या, असमानता, संसाधन की कमी।
📦 उपाय: MGNREGA, अंत्योदय, शिक्षा–स्वास्थ्य निवेश।
💡 समावेशी विकास व सामाजिक सुरक्षा से स्थायी समाधान।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔴 प्रश्न 1. भारत में निर्धनता रेखा का आकलन कैसे किया जाता है?
🟢 उत्तर:
भारत में निर्धनता रेखा का निर्धारण न्यूनतम उपभोग व्यय के आधार पर किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रतिदिन 2400 कैलोरी और शहरी क्षेत्रों के लिए 2100 कैलोरी ऊर्जा की आवश्यकता मानी गई है। इन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जितनी आय या खर्च जरूरी है, वही निर्धनता रेखा कहलाती है। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (NSSO) उपभोग व्यय सर्वेक्षणों के आधार पर प्रति व्यक्ति प्रति माह उपभोग व्यय तय करता है। इसे समय-समय पर महँगाई और मूल्य स्तर को देखते हुए अद्यतन किया जाता है। हाल के वर्षों में बहुआयामी निर्धनता सूचकांक का उपयोग भी किया जा रहा है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन स्तर जैसे पहलू शामिल हैं।
🔴 प्रश्न 2. क्या आप समझते हैं कि निर्धनता आकलन का वर्तमान तरीका सही है?
🟢 उत्तर:
वर्तमान तरीका केवल आय और उपभोग व्यय पर केंद्रित है, जो निर्धनता की वास्तविक तस्वीर को पूर्ण रूप से नहीं दर्शाता। यह स्वास्थ्य, शिक्षा, आवास, स्वच्छ जल, स्वच्छता और सामाजिक सुरक्षा जैसी बुनियादी आवश्यकताओं को पर्याप्त महत्व नहीं देता। बहुआयामी निर्धनता सूचकांक बेहतर विकल्प है क्योंकि यह न केवल आय बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, जीवन स्तर और सामाजिक अवसरों को भी शामिल करता है। अतः केवल पुराना तरीका पर्याप्त नहीं है; निर्धनता को व्यापक दृष्टिकोण से मापना आवश्यक है।
🔴 प्रश्न 3. भारत में 1993 से निर्धनता की प्रवृत्तियों पर चर्चा करें।
🟢 उत्तर:
1993 के बाद से भारत में निर्धनता में निरंतर गिरावट आई है। आर्थिक सुधारों, ग्रामीण विकास योजनाओं, रोजगार गारंटी कार्यक्रमों और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं ने निर्धनता दर को घटाया। 1993–94 में निर्धनता दर लगभग 45% थी, जो 2011–12 तक घटकर लगभग 22% रह गई। ग्रामीण क्षेत्रों में गिरावट शहरी क्षेत्रों से अधिक तेज़ रही, लेकिन असमानताएँ अभी भी मौजूद हैं। कुछ राज्य जैसे बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और ओडिशा निर्धनता के उच्च स्तर से जूझते रहे हैं, जबकि केरल और तमिलनाडु ने शिक्षा व स्वास्थ्य सुधारों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
🔴 प्रश्न 4. भारत में निर्धनता के मुख्य कारणों पर चर्चा करें।
🟢 उत्तर:
मुख्य कारणों में तेज जनसंख्या वृद्धि, बेरोज़गारी, कृषि की कम उत्पादनशीलता, भूमि का असमान वितरण, शिक्षा और कौशल की कमी, स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव, औद्योगिक व सेवाक्षेत्र में अवसरों की कमी, और सामाजिक भेदभाव शामिल हैं। प्राकृतिक आपदाएँ व आर्थिक अस्थिरता भी निर्धनता को बढ़ाती हैं।
🔴 प्रश्न 5. उन सामाजिक और आर्थिक समूहों की पहचान करें जो भारत में निर्धनता के समक्ष अधिक असुरक्षित हैं।
🟢 उत्तर:
ग्रामीण भूमिहीन मज़दूर, छोटे और सीमांत किसान, अनुसूचित जाति व जनजाति, शहरी झुग्गी-बस्ती निवासी, दिहाड़ी मज़दूर, बुजुर्ग, विकलांग और महिला प्रधान परिवार सबसे अधिक असुरक्षित हैं। इनके पास संसाधनों तक पहुँच सीमित होती है और सामाजिक-आर्थिक अवसर कम मिलते हैं।
🔴 प्रश्न 6. भारत में अंतर्राष्ट्रीय निर्धनता में विभिन्नता के कारण बताइए।
🟢 उत्तर:
अंतर्राष्ट्रीय निर्धनता मानक प्रति दिन 1.90 डॉलर (क्रय शक्ति समानता) है। भारत में मूल्य स्तर, उपभोग पैटर्न, क्षेत्रीय असमानताएँ और सामाजिक ढाँचा अलग हैं। ग्रामीण-शहरी अंतर और राज्यों के बीच विकास असमानताएँ निर्धनता के आकलन में विभिन्नता पैदा करती हैं।
🔴 प्रश्न 7. वैश्विक निर्धनता की प्रवृत्तियों पर चर्चा करें।
🟢 उत्तर:
वैश्विक स्तर पर 1990 से 2015 तक निर्धनता दर में तीव्र गिरावट आई। पूर्वी एशिया व प्रशांत क्षेत्र में निर्धनता सबसे तेज़ी से घटी। परंतु उप-सहारा अफ्रीका में निर्धनता अभी भी उच्च स्तर पर बनी हुई है। महामारी और आर्थिक मंदी ने हाल में प्रगति को धीमा किया।
🔴 प्रश्न 8. निर्धनता उन्मूलन की वर्तमान सरकारी रणनीति पर चर्चा करें।
🟢 उत्तर:
वर्तमान रणनीति में दोहरी दृष्टि अपनाई गई है—(1) लक्षित कल्याण योजनाएँ जैसे अंत्योदय अन्न योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रधानमंत्री आवास योजना। (2) समावेशी विकास द्वारा स्थायी रोजगार सृजन—MGNREGA, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, कौशल विकास कार्यक्रम। सामाजिक सुरक्षा पेंशन, स्वास्थ्य बीमा और महिला सशक्तिकरण भी रणनीति का हिस्सा हैं।
🔴 प्रश्न 9. मानव निर्धनता से आप क्या समझते हैं?
🟢 उत्तर:
मानव निर्धनता केवल आय की कमी नहीं बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छ जल, स्वच्छता, पोषण और सम्मानजनक जीवन जीने के अवसरों की कमी है। इसमें सामाजिक भेदभाव और अवसरों की असमानता भी शामिल है।
🔴 प्रश्न 10. निर्धनों में सबसे अधिक निर्धन कौन हैं?
🟢 उत्तर:
अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, भूमिहीन मज़दूर, दिहाड़ी श्रमिक, शहरी झुग्गी-बस्ती निवासी, महिला प्रधान परिवार और बुजुर्ग सबसे अधिक निर्धन माने जाते हैं। इनके पास स्थिर रोजगार, भूमि या पूँजी नहीं होती और ये सामाजिक भेदभाव से भी पीड़ित रहते हैं।
🔴 प्रश्न 11. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम, 2005 की प्रमुख विशेषताएँ कौन-कौन सी हैं?
🟢 उत्तर:
यह अधिनियम प्रत्येक ग्रामीण परिवार को प्रति वर्ष कम से कम 100 दिन का मज़दूरी आधारित कार्य उपलब्ध कराने की गारंटी देता है। इसमें महिलाओं के लिए एक-तिहाई नौकरियाँ आरक्षित हैं। काम के लिए 15 दिनों में रोजगार देना अनिवार्य है, अन्यथा बेरोज़गारी भत्ता देना पड़ता है। यह कार्य स्थानीय विकास जैसे सड़क, तालाब, जल संरक्षण, वृक्षारोपण से जुड़ा होता है।
🔴 प्रश्न 12. उपभोग आधारित निर्धनता रेखा और राष्ट्रीय बहुआयामी निर्धनता सूचकांक आधारित अनुमानों के बीच अंतर बताइए।
🟢 उत्तर:
उपभोग आधारित निर्धनता रेखा केवल आय/खर्च और कैलोरी उपभोग पर निर्भर है, जबकि बहुआयामी निर्धनता सूचकांक (MPI) स्वास्थ्य, शिक्षा, आवास, स्वच्छ जल, स्वच्छता और जीवन स्तर को भी शामिल करता है। MPI निर्धनता का अधिक यथार्थ चित्र प्रस्तुत करता है।
🔴 प्रश्न 13. भारत में बहुआयामी निर्धनता आकलन के लिए प्रयुक्त सूचकों की सूची बनाइए।
🟢 उत्तर:
मुख्य सूचकों में पोषण, बाल मृत्यु दर, विद्यालय उपस्थिति, स्कूली शिक्षा के वर्ष, खाना पकाने का ईंधन, स्वच्छता, पेयजल, बिजली, आवास की गुणवत्ता और संपत्तियों का स्वामित्व शामिल हैं। ये सूचक निर्धनता के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हैं।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🔵 प्रश्न 1. भारत में निर्धनता का आकलन करने के लिए किस आधार का प्रयोग मुख्य रूप से किया जाता है?
(a) आय स्तर
(b) उपभोग व्यय स्तर
(c) शिक्षा स्तर
(d) स्वास्थ्य स्तर
✔️ उत्तर: (b) उपभोग व्यय स्तर
🟢 प्रश्न 2. ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता की दर सबसे अधिक किस समूह में पाई जाती है?
(a) बड़े किसान
(b) भूमिहीन कृषि मजदूर
(c) सरकारी कर्मचारी
(d) शिक्षित युवा
✔️ उत्तर: (b) भूमिहीन कृषि मजदूर
🟡 प्रश्न 3. निर्धनता उन्मूलन के लिए भारत सरकार द्वारा लागू प्रमुख कार्यक्रम कौन-सा है?
(a) एमजीएनआरईजीए (मनरेगा)
(b) ब्लू रेवोल्यूशन
(c) ग्रीन रेवोल्यूशन
(d) आईटी क्रांति
✔️ उत्तर: (a) एमजीएनआरईजीए (मनरेगा)
🔴 प्रश्न 4. 1993 से निर्धनता दर में कमी के पीछे प्रमुख कारण कौन सा है?
(a) औद्योगिकीकरण में कमी
(b) कृषि उत्पादकता में गिरावट
(c) रोजगार सृजन और सरकारी योजनाएँ
(d) केवल निर्यात में वृद्धि
✔️ उत्तर: (c) रोजगार सृजन और सरकारी योजनाएँ
🔵 प्रश्न 5. बहुआयामी निर्धनता सूचकांक किन पहलुओं को शामिल करता है?
(a) केवल आय और उपभोग
(b) आय, शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन स्तर
(c) केवल शिक्षा स्तर
(d) केवल पोषण स्तर
✔️ उत्तर: (b) आय, शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन स्तर
🟢 प्रश्न 6. भारत में निर्धनता का सर्वाधिक प्रभाव किन पर पड़ता है?
(a) नगरीय समृद्ध वर्ग
(b) अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और भूमिहीन श्रमिक
(c) निजी क्षेत्र के कर्मचारी
(d) उच्च वर्ग के व्यापारी
✔️ उत्तर: (b) अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और भूमिहीन श्रमिक
🟡 प्रश्न 7. गरीबी रेखा का निर्धारण किस मानक से किया जाता है?
(a) न्यूनतम आवश्यक उपभोग व्यय
(b) अधिकतम कर भुगतान
(c) औसत आय का दोगुना
(d) शहरी आवास आकार
✔️ उत्तर: (a) न्यूनतम आवश्यक उपभोग व्यय
🔴 प्रश्न 8. एमजीएनआरईजीए के तहत ग्रामीण परिवारों को प्रतिवर्ष कम से कम कितने दिन का रोजगार सुनिश्चित किया गया है?
(a) 50 दिन
(b) 75 दिन
(c) 100 दिन
(d) 150 दिन
✔️ उत्तर: (c) 100 दिन
🔵 प्रश्न 9. भारत में निर्धनता का एक प्रमुख सामाजिक कारण कौन सा है?
(a) तकनीकी प्रगति
(b) जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता
(c) उच्च औद्योगिक निवेश
(d) सेवा क्षेत्र का विकास
✔️ उत्तर: (b) जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता
🟢 प्रश्न 10. किस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी उन्मूलन हेतु स्वरोजगार को बढ़ावा देना था?
(a) ग्रामीण रोजगार योजना
(b) स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY)
(c) ब्लू रेवोल्यूशन
(d) औद्योगिक विकास योजना
✔️ उत्तर: (b) स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना (SGSY)
🟡 प्रश्न 11. निर्धनता के अंतरराष्ट्रीय मापदंड के लिए विश्व बैंक किस सीमा का प्रयोग करता है?
(a) प्रतिदिन 1.90 अमेरिकी डॉलर क्रय शक्ति समता पर
(b) प्रतिदिन 5 अमेरिकी डॉलर आय पर
(c) प्रतिदिन 10 अमेरिकी डॉलर व्यय पर
(d) केवल वार्षिक आय पर
✔️ उत्तर: (a) प्रतिदिन 1.90 अमेरिकी डॉलर क्रय शक्ति समता पर
🔴 प्रश्न 12. निर्धनता के कारण निम्न में से कौन सा आर्थिक प्रभाव पड़ता है?
(a) उत्पादन क्षमता में वृद्धि
(b) स्वास्थ्य, शिक्षा पर व्यय में कमी
(c) कर संग्रह में वृद्धि
(d) निवेश में उछाल
✔️ उत्तर: (b) स्वास्थ्य, शिक्षा पर व्यय में कमी
🔵 प्रश्न 13. 2011-12 के अनुसार भारत में निर्धनता दर लगभग कितनी थी?
(a) 12%
(b) 22%
(c) 32%
(d) 45%
✔️ उत्तर: (b) 22%
🟢 प्रश्न 14. निर्धनता उन्मूलन में सहकारी समितियों की भूमिका किस क्षेत्र में प्रमुख रही है?
(a) कृषि ऋण और विपणन
(b) उच्च तकनीक उद्योग
(c) आईटी सेक्टर
(d) रक्षा उत्पादन
✔️ उत्तर: (a) कृषि ऋण और विपणन
🟡 प्रश्न 15. भारत सरकार द्वारा बहुआयामी निर्धनता मापन में किस संस्थान के आँकड़े प्रयुक्त होते हैं?
(a) राष्ट्रीय नमूना सर्वे कार्यालय (NSSO)
(b) नीति आयोग के विशेष प्रकोष्ठ
(c) रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया
(d) निर्वाचन आयोग
✔️ उत्तर: (a) राष्ट्रीय नमूना सर्वे कार्यालय (NSSO)
🔴 प्रश्न 16. ग्रामीण निर्धनता के चक्र को तोड़ने का सर्वोत्तम उपाय कौन सा है?
(a) केवल करों में छूट
(b) रोजगार सृजन, शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार
(c) उच्च वर्ग के लिए सब्सिडी
(d) आयात शुल्क बढ़ाना
✔️ उत्तर: (b) रोजगार सृजन, शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार
🔵 प्रश्न 17. निर्धनता उन्मूलन हेतु 1970 और 1980 के दशकों में प्रारम्भ की गई प्रमुख कार्यक्रम श्रृंखला कौन सी थी?
(a) ग्रामीण विकास कार्यक्रम
(b) गरीबी हटाओ कार्यक्रम
(c) औद्योगिकीकरण कार्यक्रम
(d) हरित क्रांति कार्यक्रम
✔️ उत्तर: (b) गरीबी हटाओ कार्यक्रम
🟢 प्रश्न 18. निर्धनता का एक दीर्घकालीन समाधान कौन सा है?
(a) केवल विदेशी सहायता
(b) शिक्षा, कौशल विकास और आर्थिक सशक्तिकरण
(c) आयात प्रतिबंध
(d) नगरीय कर वृद्धि
✔️ उत्तर: (b) शिक्षा, कौशल विकास और आर्थिक सशक्तिकरण
🌟 SECTION B — अति लघु / लघु उत्तर प्रश्न (2–3 अंक)
🔵 प्रश्न 19. भारत में निर्धनता के दो प्रमुख सामाजिक कारण लिखिए।
✔️ उत्तर:
जातिगत भेदभाव एवं सामाजिक असमानता के कारण कुछ समुदाय संसाधनों और अवसरों से वंचित रहते हैं।
शिक्षा एवं कौशल की कमी से लोग निम्न वेतन वाले असंगठित क्षेत्रों में काम करने को विवश होते हैं।
🟢 प्रश्न 20. निर्धनता रेखा की अवधारणा का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
✔️ उत्तर:
निर्धनता रेखा वह न्यूनतम आय या उपभोग स्तर है, जो किसी व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताओं — भोजन, वस्त्र, आवास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा — को पूरा करने हेतु आवश्यक माना जाता है।
भारत में यह मुख्यतः न्यूनतम कैलोरी उपभोग और उपभोग व्यय पर आधारित होती है।
🟡 प्रश्न 21. निर्धनता और बेरोज़गारी में क्या संबंध है?
✔️ उत्तर:
बेरोज़गारी के कारण नियमित आय का स्रोत नहीं होता, जिससे निर्धनता बढ़ती है।
रोजगार न होने पर लोग शिक्षा व स्वास्थ्य पर खर्च नहीं कर पाते, गरीबी का चक्र बना रहता है।
🔴 प्रश्न 22. निर्धनता को दूर करने के लिए सरकारी योजनाओं में से किसी एक का नाम और उसका उद्देश्य लिखिए।
✔️ उत्तर:
मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम): इसका उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को प्रतिवर्ष 100 दिन का मजदूरी आधारित रोजगार उपलब्ध कराना और ग्रामीण ढाँचे का विकास करना है।
🔵 प्रश्न 23. बहुआयामी निर्धनता सूचकांक क्यों आवश्यक है?
✔️ उत्तर:
निर्धनता केवल आय की कमी नहीं बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आवास और स्वच्छता जैसी कई कमी का परिणाम है।
बहुआयामी सूचकांक से गरीबी के विभिन्न पहलुओं का सटीक आकलन कर प्रभावी नीतियाँ बनाई जा सकती हैं।
🌟 SECTION C — मध्यम उत्तर प्रश्न (3 अंक)
🟢 प्रश्न 24. ग्रामीण निर्धनता के चक्र को तोड़ने के लिए तीन प्रमुख उपाय सुझाइए।
✔️ उत्तर:
प्राथमिक शिक्षा और कौशल विकास को बढ़ावा देकर रोजगार क्षमता बढ़ाना।
सिंचाई, सड़क, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास।
स्वरोज़गार और लघु उद्योगों को सस्ता ऋण व विपणन सहायता देना।
🟡 प्रश्न 25. निर्धनता का आकलन करने के वर्तमान तरीके पर आलोचनात्मक टिप्पणी कीजिए।
✔️ उत्तर:
केवल उपभोग व्यय को आधार मानने से शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन स्तर जैसे पहलू उपेक्षित रह जाते हैं।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच व्यय मानकों में असमानता है।
इसलिए बहुआयामी सूचकांक व समावेशी मानक अपनाने की आवश्यकता है।
🔴 प्रश्न 26. निर्धनता के अंतरराष्ट्रीय कारणों में से किसी दो का उल्लेख कीजिए।
✔️ उत्तर:
उपनिवेशवाद और ऐतिहासिक शोषण ने विकासशील देशों की आर्थिक संरचना को कमजोर किया।
वैश्वीकरण में असमान लाभ वितरण से गरीब देशों की अर्थव्यवस्था पिछड़ गई।
🔵 प्रश्न 27. गरीबी हटाओ कार्यक्रम (1970–80 के दशक) के उद्देश्य और सीमाएँ बताइए।
✔️ उत्तर:
उद्देश्य: गरीबों को रोजगार व बुनियादी सुविधाएँ देकर गरीबी कम करना।
सीमाएँ: योजनाओं का समुचित क्रियान्वयन नहीं हुआ, भ्रष्टाचार व संसाधनों की कमी से लाभ सीमित रहा।
🟢 प्रश्न 28. निर्धनता उन्मूलन में शिक्षा और स्वास्थ्य का महत्व स्पष्ट कीजिए।
✔️ उत्तर:
शिक्षित और स्वस्थ व्यक्ति बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकता है।
शिक्षा से कौशल और उत्पादकता बढ़ती है।
स्वास्थ्य सुधार से कार्य क्षमता व आय में वृद्धि होती है, गरीबी का चक्र टूटता है।
🌟 SECTION D — दीर्घ उत्तर प्रश्न (5 अंक)
🟡 प्रश्न 29. निर्धनता के प्रमुख कारणों की विस्तार से व्याख्या कीजिए।
✔️ उत्तर:
ऐतिहासिक कारण: औपनिवेशिक शोषण ने उद्योग व कृषि को कमजोर किया।
आर्थिक कारण: बेरोज़गारी, पूँजी निवेश की कमी और असमान आय वितरण।
सामाजिक कारण: जातिगत भेदभाव, लैंगिक असमानता और संसाधनों पर असमान अधिकार।
राजनीतिक कारण: भ्रष्टाचार, नीति क्रियान्वयन की कमजोरियाँ।
क्षेत्रीय कारण: पिछड़े राज्यों में बुनियादी ढाँचे और शिक्षा सुविधाओं की कमी।
🔴 प्रश्न 30. निर्धनता के सामाजिक प्रभावों का वर्णन कीजिए।
✔️ उत्तर:
निर्धनता से अशिक्षा और स्वास्थ्य संकट बढ़ता है।
कुपोषण और उच्च शिशु मृत्यु दर जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
अपराध दर और सामाजिक तनाव में वृद्धि होती है।
राजनीतिक अस्थिरता और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर नकारात्मक असर पड़ता है।
सामाजिक बहिष्कार व असमानता गहराती है।
🔵 प्रश्न 31. निर्धनता उन्मूलन के लिए बहुआयामी रणनीति की आवश्यकता क्यों है?
✔️ उत्तर:
निर्धनता केवल आय की कमी नहीं बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आवास और रोजगार जैसे कई पहलुओं से जुड़ी है।
एकल दृष्टिकोण से समाधान अधूरा रहता है।
सामाजिक सुरक्षा, कौशल विकास, ग्रामीण विकास, औद्योगिकीकरण और वित्तीय समावेशन जैसी अनेक रणनीतियाँ मिलकर स्थायी समाधान दे सकती हैं।
🌟 SECTION E — केस / आवेदन आधारित प्रश्न (5 अंक)
🟢 प्रश्न 32. एक गाँव में लंबे समय से लोग कम मजदूरी पर काम कर रहे हैं, प्राथमिक विद्यालय व स्वास्थ्य केंद्र नहीं हैं। सरकारी सर्वेक्षण में यह गाँव उच्च निर्धनता वाला पाया गया। ऐसे गाँव के लिए तीन ठोस सरकारी उपाय सुझाइए और बताएँ कि इनसे निर्धनता कैसे कम होगी।
✔️ उत्तर:
मनरेगा के तहत रोजगार सृजन: मजदूरी आधारित कार्य से तत्काल आय और ग्रामीण ढाँचे में सुधार।
शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थापना: दीर्घकाल में कौशल व उत्पादकता बढ़ेगी।
सूक्ष्म ऋण व स्वरोज़गार योजनाएँ: लोगों को आत्मनिर्भर बनाने से आय में स्थिरता आएगी।
🟡 प्रश्न 33. एक विकासशील देश में निर्धनता कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग कैसे मदद कर सकता है? किसी दो उपायों पर चर्चा कीजिए।
✔️ उत्तर:
तकनीकी व वित्तीय सहायता: अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से निवेश और तकनीक प्राप्त कर उत्पादन बढ़ाना।
निष्पक्ष व्यापार नीति: वैश्विक बाजार में समान अवसर देकर गरीब देशों के उत्पादों को उचित मूल्य मिलना, जिससे रोजगार और आय में वृद्धि हो।
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एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति
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स्मृति संकेत
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भ्रांति /वास्तविकता
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मजा भी , ज्ञान भी
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मस्तिष्क मानचित्र
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