Class 9 : Social Science (In Hindi) – Lesson 10. प्राकृतिक वनस्पति एवं वन्य जीवन
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🔴 परिचय
🌾 प्राकृतिक वनस्पति वह वनस्पति है जो किसी क्षेत्र की जलवायु, मृदा और स्थलरूप की अनुकूल परिस्थितियों में स्वाभाविक रूप से विकसित होती है। भारत की विविध स्थलाकृति और जलवायु ने यहाँ जैव विविधता को अत्यंत समृद्ध बनाया है।
🍚 भारत विश्व के 12 महत्त्वपूर्ण जैव विविधता देशों में शामिल है और यहाँ वनस्पतियों व वन्य प्राणियों की असंख्य प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
🔴 वनस्पति को प्रभावित करने वाले कारक
🌾 जलवायु: तापमान, वर्षा और नमी वनस्पति प्रकार तय करते हैं।
🍚 मृदा: उपजाऊ मृदा सघन वनों को समर्थन देती है।
🏭 ऊँचाई: ऊँचाई बढ़ने पर वनस्पति प्रकार बदलता है — मैदानी भागों से शंकुधारी वनों तक।
📦 मानवीय हस्तक्षेप: वनों की कटाई, कृषि विस्तार और शहरीकरण ने प्राकृतिक वनस्पति को क्षति पहुँचाई।
🔴 वनस्पति के प्रकार
🌾 उष्णकटिबंधीय वर्षावन: पश्चिमी घाट, अंडमान-निकोबार, उत्तर-पूर्वी राज्य; हमेशा हरे, घने वृक्ष जैसे महोगनी, रोज़वुड।
🍚 उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन: गंगा घाटी, मध्य भारत; सागौन, साल प्रमुख वृक्ष।
🏭 काँटेदार झाड़ियाँ व झाड़ीनुमा वनस्पति: थार मरुस्थल, गुजरात; बबूल, कीकर, खेजड़ी।
📦 पर्वतीय वन: हिमालय की ऊँचाइयों पर; देवदार, चीड़, फर।
📊 मैनग्रोव वन: सुंदरबन, गोदावरी- कृष्णा डेल्टा; ज्वार-भाटे वाले क्षेत्रों में नमक-सहनशील वृक्ष।
🔴 वन्य प्राणी
🌾 भारत में स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप, उभयचर और मछलियों की हजारों प्रजातियाँ हैं।
🍚 बाघ, शेर, हाथी, गैंडा, तेंदुआ प्रमुख वन्य प्राणी हैं।
🏭 गंगा डॉल्फिन, एक-सींग वाला गैंडा और बस्टर्ड जैसी प्रजातियाँ संकटग्रस्त हैं।
📦 पक्षियों में मोर, हॉर्नबिल, सारस प्रमुख हैं।
🔴 जैव विविधता का महत्त्व
🌾 पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना।
🍚 मृदा संरक्षण, जल चक्र और जलवायु को नियंत्रित करना।
🏭 औषधीय पौधे और आर्थिक संसाधन प्रदान करना।
📦 सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं में भूमिका निभाना।
🔴 संरक्षण प्रयास
🌾 वन्यजीव अभयारण्य: गिर, काज़ीरंगा, रणथंभौर।
🍚 राष्ट्रीय उद्यान: जिम कॉर्बेट, कान्हा, सुंदरबन।
🏭 बायोस्फीयर रिजर्व: नीलगिरि, नंदा देवी, सुंदरबन।
📦 परियोजनाएँ: प्रोजेक्ट टाइगर, प्रोजेक्ट एलिफेंट।
📊 सामुदायिक वनों का विकास और सामाजिक वानिकी भी महत्त्वपूर्ण हैं।
🔴 मानवीय दबाव और चुनौतियाँ
🌾 वनों की अंधाधुंध कटाई, चारागाहों का अतिक्रमण।
🍚 औद्योगिकीकरण और शहरीकरण से आवास हानि।
🏭 अवैध शिकार और लकड़ी तस्करी से जैव विविधता घट रही है।
📦 जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण ने संवेदनशील प्रजातियों को खतरे में डाला है।
🔴 सतत प्रबंधन के उपाय
🌾 वृक्षारोपण और वनों के पुनर्जीवन कार्यक्रम।
🍚 वन्यजीव संरक्षण कानूनों का कड़ाई से पालन।
🏭 स्थानीय समुदायों की सहभागिता और जन-जागरूकता अभियान।
📦 ईको-टूरिज्म को प्रोत्साहित कर संरक्षण और आजीविका का संतुलन।
📝 सारांश (~200 शब्द)
🌾 प्राकृतिक वनस्पति वह है जो स्वाभाविक रूप से विकसित होती है। भारत की भौगोलिक विविधता के कारण यहाँ उष्णकटिबंधीय वर्षावन, पर्णपाती वन, काँटेदार झाड़ियाँ, पर्वतीय वन और मैनग्रोव पाए जाते हैं।
🍚 वन्य प्राणियों में बाघ, शेर, हाथी, गैंडा, मोर आदि शामिल हैं। जैव विविधता पारिस्थितिक संतुलन, मृदा संरक्षण और आर्थिक संसाधनों के लिए आवश्यक है।
🏭 मानव गतिविधियाँ जैसे वनों की कटाई, औद्योगिकीकरण और अवैध शिकार ने वनस्पतियों और प्राणियों को खतरे में डाला है।
📦 संरक्षण के लिए वन्यजीव अभयारण्य, राष्ट्रीय उद्यान, प्रोजेक्ट टाइगर और बायोस्फीयर रिजर्व स्थापित किए गए हैं। वृक्षारोपण, सामुदायिक वानिकी और ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देना भी जरूरी है।
📊 जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसी चुनौतियाँ सामूहिक प्रयासों से ही सुलझाई जा सकती हैं।
⚡ त्वरित पुनरावृत्ति (~100 शब्द)
🌾 भारत = जैव विविधता सम्पन्न देश।
🍚 वनस्पति प्रकार = वर्षावन, पर्णपाती, काँटेदार, पर्वतीय, मैनग्रोव।
🏭 वन्य प्राणी = बाघ, शेर, हाथी, गैंडा, मोर।
📦 संरक्षण = राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य, प्रोजेक्ट टाइगर।
📊 खतरे = वनों की कटाई, शिकार, जलवायु परिवर्तन।
💡 उपाय = वृक्षारोपण, ईको-टूरिज्म, सामुदायिक सहभागिता।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔷 प्रश्न 1 : वैकल्पिक प्रश्न
(i) रहड़ का संबंध किस प्रकार की वनस्पति से है?
🟠 (a) टुंड्रा
🟡 (b) हिमालय
🟢 (c) मैंग्रोव
🔴 (d) उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन
✅ उत्तर: 🌾 (c) मैंग्रोव — रहड़ जैसे पौधे खारे जल और ज्वार-भाटे वाले डेल्टा क्षेत्रों में उगते हैं।
(ii) सिक्कोना के वृक्ष कितनी वर्षा वाले क्षेत्र में पाए जाते हैं?
🟠 (a) 100 सेमी
🟡 (b) 70 सेमी
🟢 (c) 50 सेमी
🔴 (d) 50 सेमी से कम वर्षा
✅ उत्तर: 🍚 (b) 70 सेमी — सिक्कोना वृक्ष औषधीय उपयोग के लिए जाने जाते हैं और मध्यम वर्षा वाले क्षेत्रों में पनपते हैं।
(iii) सिमलीपाल जीव मण्डल नियामक कौन-से राज्य में स्थित है?
🟠 (a) पंजाब
🟡 (b) दिल्ली
🟢 (c) ओडिशा
🔴 (d) पश्चिम बंगाल
✅ उत्तर: 🏭 (c) ओडिशा — सिमलीपाल ओडिशा का प्रमुख बायोस्फीयर रिज़र्व है जहाँ बाघ और हाथी पाए जाते हैं।
(iv) भारत के कौन-से जीव मण्डल नियामक को विश्व के जीव मण्डल नियामक में लिया गया है?
🟠 (a) मानस
🟡 (b) मन्नार की खाड़ी
🟢 (c) नीलगिरि
🔴 (d) पन्ना
✅ उत्तर: 📦 (b) मन्नार की खाड़ी — मन्नार खाड़ी समुद्री जैव विविधता के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
🔷 प्रश्न 2 : संक्षिप्त उत्तर
(i) भारत में पाई जाने वाली जीवों की विविधता किन तत्वों द्वारा निर्धारित होती है?
🟢 उत्तर: 🌾 भारत की जैव विविधता स्थलरूप, जलवायु, मृदा, ऊँचाई, नमी, वर्षा और मानव गतिविधियों द्वारा निर्धारित होती है। हिमालयी शीत प्रदेश से लेकर उष्णकटिबंधीय वर्षावनों और मरुस्थलों तक भौगोलिक विविधता के कारण यहाँ विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ और प्राणी पाए जाते हैं। इसके अलावा समुद्रों, नदियों और दलदली क्षेत्रों की उपस्थिति भी जैव विविधता को समृद्ध बनाती है।
(ii) जीव मण्डल नियामक से क्या अभिप्राय है? कोई दो उदाहरण दीजिए।
🟢 उत्तर: 🍚 जीव मण्डल नियामक ऐसे संरक्षित क्षेत्र हैं जहाँ जैव विविधता को उसके प्राकृतिक परिवेश सहित सुरक्षित रखा जाता है। यहाँ वैज्ञानिक अनुसंधान और संरक्षण दोनों किए जाते हैं। उदाहरण: नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व (पश्चिमी घाट) और सुंदरबन बायोस्फीयर रिज़र्व (पश्चिम बंगाल)।
(iii) कोई दो वन्य प्राणियों के नाम बताइए जो उष्ण कटिबंधीय वर्षा वनों और पर्वतीय वनों में मिलते हैं।
🟢 उत्तर: 🏭 उष्ण कटिबंधीय वर्षावन: हाथी और गिब्बन बंदर। पर्वतीय वन: हिमालयी तहर और बर्फीला तेंदुआ। ये प्राणी अपने-अपने आवास के अनुरूप विशेषताओं से अनुकूलित हैं।
🔷 प्रश्न 3 : निम्नलिखित में अंतर कीजिए।
🔵 (i) वन्यजीव जगत और पादप जगत
🌾 वन्यजीव जगत = विभिन्न पशु-पक्षी, सरीसृप, मछलियाँ।
🍚 पादप जगत = पेड़-पौधे, झाड़ियाँ, घासें।
🏭 वन्यजीव चल-फिर सकते हैं, पादप स्थिर रहते हैं।
📦 वन्यजीव पारिस्थितिक संतुलन के लिए खाद्य श्रृंखला में उपभोक्ता हैं, जबकि पादप उत्पादक हैं।
🔵 (ii) सदाबहार और पर्णपाती वन
🌾 सदाबहार वन = वर्ष भर हरे रहते हैं, अधिक वर्षा वाले क्षेत्र।
🍚 पर्णपाती वन = पत्तियाँ शुष्क ऋतु में झड़ती हैं, मध्यम वर्षा वाले क्षेत्र।
🔷 प्रश्न 4 : भारत में विभिन्न प्रकार की पाई जाने वाली वनस्पति के नाम बताइए और उनकी ऊँचाई पर पाई जाने वाली वनस्पति का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: 🌾 उष्णकटिबंधीय वर्षावन (पश्चिमी घाट, अंडमान), पर्णपाती वन (गंगा घाटी), काँटेदार झाड़ियाँ (राजस्थान), पर्वतीय वन (हिमालय), मैनग्रोव (सुंदरबन)।
🍚 ऊँचाई बढ़ने पर वनस्पति प्रकार बदलते हैं: निचले भागों में उपोष्णकटिबंधीय वन, मध्यम ऊँचाई पर समशीतोष्ण वन, और ऊँचे क्षेत्रों में शंकुधारी वन (देवदार, चीड़)।
🔷 प्रश्न 5 : भारत में बहुत संख्या में जीव और पादप प्रजातियाँ क्यों पाई जाती हैं? उदाहरण सहित कारण दीजिए।
🟢 उत्तर: 🏭 (1) भौगोलिक विविधता—हिमालय से लेकर तटीय मैदानों तक।
📦 (2) जलवायु विविधता—मरुस्थल से वर्षावन तक।
🌾 (3) विभिन्न मृदाएँ और ऊँचाई।
🍚 (4) समुद्री व मीठे पानी के संसाधन।
📊 उदाहरण: सुंदरबन का रॉयल बंगाल टाइगर, पश्चिमी घाट का मालाबार सिवेट, और हिमालयी क्षेत्र का बर्फीला तेंदुआ।
🔷 प्रश्न 6 : भारत वनस्पति जगत तथा पशु जगत के धरोहर में धनी क्यों है?
🟢 उत्तर: 🌾 भारत के पास समृद्ध स्थलरूप, विविध जलवायु और अनुकूल मृदा है। हिमालय की ऊँचाई से लेकर समुद्री द्वीपों तक हर प्रकार के आवास यहाँ हैं।
🍚 उष्णकटिबंधीय से समशीतोष्ण तक जलवायु की विविधता और मानसून आधारित वर्षा विभिन्न प्रजातियों को सहारा देती है।
🏭 ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परंपराओं ने भी जैव विविधता को सुरक्षित रखा।
📦 इसलिए भारत विश्व की महत्त्वपूर्ण जैव विविधता धरोहरों में अग्रणी है।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🌟 खंड A — बहुविकल्पी प्रश्न (1 अंक)
🔵 प्रश्न 1: रहड़ किस प्रकार की वनस्पति से जुड़ा है?
🟠 (a) टुंड्रा
🟡 (b) हिमालय
🟢 (c) मैंग्रोव
🔴 (d) उष्णकटिबंधीय वर्षावन
✅ उत्तर: 🌾 (c) मैंग्रोव
🔵 प्रश्न 2: सिक्कोना वृक्ष किस वर्षा वाले क्षेत्र में उगता है?
🟠 (a) 100 सेमी
🟡 (b) 70 सेमी
🟢 (c) 50 सेमी
🔴 (d) 50 सेमी से कम
✅ उत्तर: 🍚 (b) 70 सेमी
🔵 प्रश्न 3: सिमलीपाल जीवमंडल किस राज्य में स्थित है?
🟠 (a) पंजाब
🟡 (b) दिल्ली
🟢 (c) ओडिशा
🔴 (d) पश्चिम बंगाल
✅ उत्तर: 🏭 (c) ओडिशा
🔵 प्रश्न 4: भारत का कौन-सा जीवमंडल वैश्विक सूची में शामिल है?
🟠 (a) मानस
🟡 (b) मन्नार की खाड़ी
🟢 (c) नीलगिरि
🔴 (d) पन्ना
✅ उत्तर: 📦 (b) मन्नार की खाड़ी
🌟 खंड B — अति संक्षिप्त उत्तर (2 अंक)
🔵 प्रश्न 5: भारत में पाई जाने वाली जीव विविधता को कौन-से कारक निर्धारित करते हैं?
🟢 उत्तर: 🌾 स्थलरूप, जलवायु, ऊँचाई, मृदा, नमी, मानसून आधारित वर्षा और समुद्री क्षेत्र – इन कारकों से विभिन्न प्रजातियाँ विकसित हुईं। हिमालय से तटीय मैदानों तक और वर्षावन से मरुस्थल तक की विविधता ने जैव विविधता को समृद्ध किया।
🔵 प्रश्न 6: जीवमंडल नियामक का अर्थ और दो उदाहरण दीजिए।
🟢 उत्तर: 🍚 जीवमंडल नियामक वे संरक्षित क्षेत्र हैं जहाँ पौधों, प्राणियों और पारिस्थितिकी को प्राकृतिक रूप में संरक्षित किया जाता है। उदाहरण: नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व, सुंदरबन बायोस्फीयर रिज़र्व।
🔵 प्रश्न 7: दो वन्य प्राणी बताइए जो उष्णकटिबंधीय वर्षावन व पर्वतीय वनों में मिलते हैं।
🟢 उत्तर: 🏭 उष्णकटिबंधीय वर्षावन: हाथी, गिब्बन बंदर। पर्वतीय वन: हिमालयी तहर, बर्फीला तेंदुआ।
🔵 प्रश्न 8: भारत के मैंग्रोव वनों का महत्त्व बताइए।
🟢 उत्तर: 📦 मैंग्रोव समुद्री तटों को क्षरण से बचाते हैं, समुद्री जैव विविधता को सहारा देते हैं और ज्वार-भाटा क्षेत्रों में पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखते हैं। सुंदरबन मैंग्रोव विश्व धरोहर स्थल है।
🌟 खंड C — संक्षिप्त उत्तर (3 अंक)
🔵 प्रश्न 9: वन्यजीव जगत और पादप जगत में अंतर स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर: 🌾 वन्यजीव जगत = पशु, पक्षी, सरीसृप, मछलियाँ; चल-फिर सकते हैं और उपभोक्ता की भूमिका निभाते हैं।
🍚 पादप जगत = पेड़, झाड़ियाँ, घासें; स्थिर रहते हैं और उत्पादक की भूमिका निभाते हैं। वन्यजीव खाद्य श्रृंखला के उच्च स्तर पर हैं जबकि पादप आधार स्तर पर।
🔵 प्रश्न 10: सदाबहार और पर्णपाती वनों में अंतर बताइए।
🟢 उत्तर: 🏭 सदाबहार वन: वर्ष भर हरे-भरे, 200 सेमी से अधिक वर्षा क्षेत्रों में, जैसे महोगनी, रोज़वुड।
📦 पर्णपाती वन: पत्तियाँ शुष्क ऋतु में गिरती हैं, मध्यम वर्षा क्षेत्रों में, जैसे सागौन, साल।
🔵 प्रश्न 11: भारत में पाई जाने वाली प्रमुख वनस्पति के प्रकार लिखिए।
🟢 उत्तर: 🌾 (1) उष्णकटिबंधीय वर्षावन – पश्चिमी घाट, अंडमान।
🍚 (2) पर्णपाती वन – गंगा घाटी, मध्य भारत।
🏭 (3) काँटेदार झाड़ियाँ – थार मरुस्थल।
📦 (4) पर्वतीय वन – हिमालय।
📊 (5) मैनग्रोव वन – सुंदरबन डेल्टा।
🔵 प्रश्न 12: भारत की जैव विविधता इतनी समृद्ध क्यों है?
🟢 उत्तर: 🌾 भौगोलिक विविधता (हिमालय से तटीय मैदान), जलवायु विविधता (मरुस्थल से वर्षावन), समुद्री क्षेत्र, ऊँचाई का अंतर और पारंपरिक संरक्षण पद्धतियों ने भारत को जैव विविधता में समृद्ध बनाया।
🔵 प्रश्न 13: मन्नार की खाड़ी को विश्व धरोहर क्यों माना जाता है?
🟢 उत्तर: 📦 मन्नार की खाड़ी में प्रवाल भित्तियाँ, समुद्री घास और सैकड़ों मछली प्रजातियाँ पाई जाती हैं। यह वैश्विक जैव विविधता के संरक्षण में महत्त्वपूर्ण है।
🔵 प्रश्न 14: सिमलीपाल बायोस्फीयर रिज़र्व की विशेषताएँ बताइए।
🟢 उत्तर: 🌾 यह ओडिशा में स्थित है, यहाँ बाघ, हाथी, गौर और विभिन्न पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
🍚 यह घने साल वनों और समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र के लिए प्रसिद्ध है।
🔵 प्रश्न 15: वन्यजीव संरक्षण के लिए भारत सरकार ने कौन-से उपाय किए हैं?
🟢 उत्तर: 🏭 (1) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972।
📦 (2) राष्ट्रीय उद्यान व अभयारण्य।
🌾 (3) प्रोजेक्ट टाइगर, प्रोजेक्ट एलिफेंट।
🍚 (4) बायोस्फीयर रिज़र्व और ईको-टूरिज्म को प्रोत्साहन।
🔵 प्रश्न 16: सुंदरबन मैंग्रोव का महत्त्व लिखिए।
🟢 उत्तर: 🌾 सुंदरबन रॉयल बंगाल टाइगर का निवास स्थान है। यह बाढ़ व चक्रवातों से सुरक्षा प्रदान करता है।
🍚 यहाँ की वनस्पति व जीव विविधता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
🔵 प्रश्न 17: भारत के दो संकटग्रस्त प्राणियों के नाम और उनका निवास स्थान बताइए।
🟢 उत्तर: 🏭 (1) बर्फीला तेंदुआ – ऊँचे हिमालय।
📦 (2) गंगा डॉल्फिन – गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र।
🔵 प्रश्न 18: जैव विविधता संरक्षण में स्थानीय समुदायों की भूमिका बताइए।
🟢 उत्तर: 🌾 कई जनजातियाँ पारंपरिक ज्ञान से वनों की रक्षा करती हैं।
🍚 सामाजिक वानिकी, वृक्षारोपण, शिकार पर नियंत्रण और ईको-टूरिज्म में उनकी भागीदारी जैव विविधता को बचाने में सहायक है।
🌟 खंड D — लघु उत्तर (3 अंक)
🔵 प्रश्न 19: भारत को जैव विविधता सम्पन्न देश क्यों कहा जाता है?
🟢 उत्तर: 🌾 भारत में स्थलरूप, जलवायु, वर्षा, ऊँचाई और समुद्री क्षेत्र की अत्यधिक विविधता पाई जाती है। हिमालयी हिमनदों से लेकर थार मरुस्थल और सुंदरबन के मैंग्रोव तक विभिन्न आवास यहाँ मौजूद हैं।
🍚 लगभग 47,000 पादप प्रजातियाँ और 90,000 से अधिक प्राणी प्रजातियाँ यहाँ पाई जाती हैं। यह विविधता भारत को विश्व की 12 मेगाबायोडायवर्सिटी देशों में स्थान देती है।
🔵 प्रश्न 20: भारत के मैनग्रोव वनों का महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर: 🌾 मैनग्रोव वनों का विकास ज्वार-भाटा क्षेत्रों में खारे पानी में होता है। वे तटीय भूमि को क्षरण से बचाते हैं, तूफानों व चक्रवातों का प्रभाव कम करते हैं।
🍚 सुंदरबन मैंग्रोव रॉयल बंगाल टाइगर का निवास स्थान है। ये समुद्री जीवों को आश्रय देकर मत्स्य पालन में भी सहायक हैं।
🌟 खंड E — मध्यम उत्तर (4–5 अंक)
🔵 प्रश्न 21: जीवमंडल रिज़र्व के उद्देश्यों और लाभों का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: 🌾 उद्देश्यों—(1) प्राकृतिक आवास और प्रजातियों का संरक्षण, (2) वैज्ञानिक अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा, (3) पारिस्थितिकी और विकास के बीच संतुलन।
🍚 लाभ—(1) पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित रखना, (2) संकटग्रस्त प्रजातियों की रक्षा, (3) स्थानीय समुदायों के सतत विकास के अवसर, (4) जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करना। उदाहरण: नीलगिरि और मन्नार की खाड़ी।
🔵 प्रश्न 22: भारत में पाए जाने वाले पाँच प्रमुख वन्य प्राणी और उनके निवास स्थान बताइए।
🟢 उत्तर: 🌾 (1) बाघ – सुंदरबन, कान्हा।
🍚 (2) एशियाई शेर – गिर अभयारण्य, गुजरात।
🏭 (3) एक-सींग वाला गैंडा – काज़ीरंगा, असम।
📦 (4) बर्फीला तेंदुआ – हिमालयी क्षेत्र।
📊 (5) गंगा डॉल्फिन – गंगा व ब्रह्मपुत्र नदियाँ।
🔵 प्रश्न 23: भारत के पर्वतीय वनों की विशेषताएँ बताइए।
🟢 उत्तर: 🌾 पर्वतीय वनों में ऊँचाई बढ़ने के साथ वनस्पति प्रकार बदलते हैं। निचली ढलानों पर उपोष्णकटिबंधीय वन, मध्यम ऊँचाई पर समशीतोष्ण वन और ऊँचाई पर शंकुधारी वन (देवदार, चीड़) पाए जाते हैं।
🍚 ऊँचाई के अनुसार पौधों व प्राणियों की अनुकूलन क्षमता इन्हें विशिष्ट बनाती है।
🔵 प्रश्न 24: वनों की कटाई के कारण और इसके प्रभाव लिखिए।
🟢 उत्तर: 🌾 कारण—(1) कृषि भूमि का विस्तार, (2) शहरीकरण, (3) औद्योगिक परियोजनाएँ, (4) लकड़ी तस्करी, (5) ईंधन हेतु पेड़ काटना।
🍚 प्रभाव—(1) मिट्टी का क्षरण, (2) वर्षा चक्र में असंतुलन, (3) जैव विविधता में कमी, (4) जलवायु परिवर्तन, (5) बाढ़ व सूखा की समस्याएँ।
🔵 प्रश्न 25: भारत सरकार द्वारा जैव विविधता संरक्षण के लिए किए गए उपाय बताइए।
🟢 उत्तर: 🌾 (1) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972, (2) राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य, (3) प्रोजेक्ट टाइगर व प्रोजेक्ट एलिफेंट, (4) बायोस्फीयर रिज़र्व, (5) सामाजिक वानिकी और सामुदायिक वनों का विकास।
🍚 इन उपायों से कई संकटग्रस्त प्रजातियों का पुनर्जीवन हुआ और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिली।
🌟 खंड F — दीर्घ उत्तर (5–6 अंक)
🔵 प्रश्न 26: भारत में पाई जाने वाली मुख्य वनस्पति प्रकारों का विस्तृत वर्णन करें।
🟢 उत्तर: 🌾 उष्णकटिबंधीय वर्षावन — पश्चिमी घाट, अंडमान-निकोबार, पूर्वोत्तर; 200 सेमी से अधिक वर्षा वाले क्षेत्र; महोगनी, रोज़वुड।
🍚 पर्णपाती वन — 70–200 सेमी वर्षा; सागौन, साल; गंगा घाटी और मध्य भारत।
🏭 काँटेदार झाड़ियाँ — 50 सेमी से कम वर्षा; थार मरुस्थल; बबूल, कीकर।
📦 पर्वतीय वन — ऊँचाई के साथ परिवर्तनशील; देवदार, चीड़, फर।
📊 मैनग्रोव वन — सुंदरबन, मन्नार की खाड़ी; ज्वार-भाटा क्षेत्रों में रहड़ जैसे वृक्ष।
🔵 प्रश्न 27: जैव विविधता के संरक्षण में स्थानीय समुदायों की भूमिका पर चर्चा कीजिए।
🟢 उत्तर: 🌾 पारंपरिक जनजातियाँ व स्थानीय समुदाय सदियों से वनों और वन्य प्राणियों की रक्षा करते आए हैं।
🍚 वे पवित्र उपवनों, लोक मान्यताओं और उत्सवों के माध्यम से संरक्षण करते हैं।
🏭 चिपको आंदोलन, बिश्नोई समुदाय के प्रयास और सामाजिक वानिकी उदाहरण हैं।
📦 स्थानीय सहभागिता संरक्षण प्रयासों को स्थायी और प्रभावी बनाती है।
🔵 प्रश्न 28: वनों की क्षति से पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर होने वाले पाँच प्रमुख प्रभाव लिखिए।
🟢 उत्तर: 🌾 (1) मिट्टी कटाव और मरुस्थलीकरण।
🍚 (2) वर्षा चक्र में अस्थिरता।
🏭 (3) बाढ़ व सूखा की घटनाओं में वृद्धि।
📦 (4) लकड़ी व औषधीय पौधों की कमी से उद्योग प्रभावित।
📊 (5) पारिस्थितिकी तंत्र असंतुलन व जलवायु परिवर्तन।
🔵 प्रश्न 29: भारत के दो प्रमुख बायोस्फीयर रिज़र्व का वर्णन करें।
🟢 उत्तर: 🌾 नीलगिरि — पश्चिमी घाट; हाथी, बाघ, गौर व कई औषधीय पौधों का घर।
🍚 सुंदरबन — गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा; रॉयल बंगाल टाइगर, खारे पानी के मगरमच्छ व मैंग्रोव वनों के लिए प्रसिद्ध।
🔵 प्रश्न 30: संकटग्रस्त प्रजातियाँ क्यों घट रही हैं? उपाय सुझाइए।
🟢 उत्तर: 🌾 कारण—आवास विनाश, अवैध शिकार, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन।
🍚 उपाय—(1) कानूनी संरक्षण व सख्त दंड, (2) वन्यजीव कॉरिडोर बनाना, (3) जागरूकता अभियान, (4) सामुदायिक भागीदारी, (5) ईको-टूरिज्म।
🔵 प्रश्न 31: मैंग्रोव वनों के पर्यावरणीय लाभ बताइए।
🟢 उत्तर: 🌾 वे तटों को कटाव से बचाते हैं, समुद्री जीवों को आश्रय देते हैं, तूफान की शक्ति कम करते हैं और कार्बन अवशोषित कर जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करते हैं।
🍚 सुंदरबन और मन्नार खाड़ी इसके उदाहरण हैं।
🔵 प्रश्न 32: भारत में वन्य प्राणी पर्यटन का महत्त्व लिखिए।
🟢 उत्तर: 🌾 वन्य प्राणी पर्यटन से स्थानीय रोजगार और आय में वृद्धि होती है।
🍚 यह जैव विविधता संरक्षण के लिए वित्तीय संसाधन उत्पन्न करता है।
🏭 पर्यावरणीय जागरूकता और वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा मिलता है।
🔵 प्रश्न 33: भारत को जैव विविधता धरोहर के रूप में सुरक्षित रखने के उपाय बताइए।
🟢 उत्तर: 🌾 (1) वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यानों का विस्तार।
🍚 (2) प्रोजेक्ट टाइगर और प्रोजेक्ट एलिफेंट का सशक्त क्रियान्वयन।
🏭 (3) वृक्षारोपण और सामाजिक वानिकी को बढ़ावा।
📦 (4) अवैध शिकार और लकड़ी तस्करी पर सख्त कार्रवाई।
📊 (5) स्थानीय समुदायों की भागीदारी और ईको-टूरिज्म का प्रोत्साहन।
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स्मृति संकेत
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भ्रांति /वास्तविकता
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मजा भी , ज्ञान भी
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मस्तिष्क मानचित्र
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