Class 9, Science (Hindi)

Class : 9 – Science (Hindi) : Lesson 5. जीवन की मौलिक इकाई

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन


🔵 प्रस्तावना
➡️ प्रत्येक जीवधारी कोशिकाओं से बना होता है।
➡️ कोशिका जीवन की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई है।
➡️ कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने 1665 ई. में कॉर्क के टुकड़े का सूक्ष्मदर्शी से अध्ययन कर की।

🟠 कोशिका की प्रमुख विशेषताएँ
🔵 कोशिका झिल्ली – अर्धपारगम्य, चयनात्मक प्रवेश–निष्कासन नियंत्रित।
🟢 कोशिका भित्ति – केवल पादप कोशिकाओं में, सेल्यूलोज निर्मित कठोर परत।
🟡 केन्द्रक – आनुवंशिक पदार्थ (गुणसूत्र) का नियंत्रण केंद्र।
🔴 कोशिकाद्रव्य – कोशिकांगों का स्थान।
🟣 कोशिकांग – माइटोकॉन्ड्रिया, लवक, गोल्जी निकाय, राइबोसोम, अंतःद्रव्य जालिका, लाइसोसोम आदि।

🟡 कोशिकांगों का कार्य


🔵 माइटोकॉन्ड्रिया – ऊर्जा उत्पादन, कोशिका का ऊर्जा–गृह।
🟢 गोल्जी निकाय – स्रवण, संशोधन और पैकेजिंग।
🟡 लाइसोसोम – पाचक एंजाइम युक्त, अपशिष्ट पाचन, आत्मघाती थैली।
🔴 राइबोसोम – प्रोटीन निर्माण।
🟣 अंतःद्रव्य जालिका – पदार्थ परिवहन (कणिकायुक्त = प्रोटीन, कणिकाविहीन = वसा)।


🟠 लवक –
✔️ हरित लवक – प्रकाश संश्लेषण।
✔️ वर्ण लवक – रंग प्रदान करना।
✔️ श्वेत लवक – भोजन भंडारण।

🟣 कोशिका विभाजन
🔵 समसूत्री विभाजन – कायिक वृद्धि व मरम्मत हेतु; गुणसूत्र संख्या समान रहती है।
🟢 अर्द्धसूत्री विभाजन – युग्मक निर्माण हेतु; गुणसूत्र संख्या आधी हो जाती है।

🟤 परासरण व प्रसरण


🔵 परासरण – अर्धपारगम्य झिल्ली से जल का अधिक सांद्रण से कम सांद्रण की ओर स्वतः गमन।
🟢 प्रसरण – अणुओं का उच्च सांद्रण से निम्न सांद्रण की ओर स्वतः गमन।

🟢 संक्षिप्त सारांश (~200 शब्द)
जीवन की मूल इकाई = कोशिका।
कोशिका भित्ति केवल पादप में, कोशिका झिल्ली सभी में।
केन्द्रक आनुवंशिक पदार्थ का नियंत्रण केंद्र है।
प्रमुख कोशिकांग – माइटोकॉन्ड्रिया, गोल्जी निकाय, लाइसोसोम, लवक, राइबोसोम।
परासरण व प्रसरण से पदार्थ गमन होता है।
समसूत्री विभाजन से वृद्धि व ऊतक–मरम्मत, अर्द्धसूत्री विभाजन से युग्मक निर्माण व आनुवंशिक स्थिरता होती है।

📝 त्वरित दोहरान
🔵 कोशिका = जीवन की मौलिक इकाई
🟢 कोशिका भित्ति = केवल पादप में
🟡 माइटोकॉन्ड्रिया = ऊर्जा–गृह
🔴 गोल्जी निकाय = स्रवण व पैकेजिंग
🟣 विभाजन = समसूत्री (वृद्धि), अर्द्धसूत्री (युग्मक निर्माण)

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न


प्रश्न 1. पादप कोशिका और जन्तु कोशिका में कोई दो अंतर बताइए।
उत्तर 1.
🔵 पादप कोशिका – कोशिका भित्ति उपस्थित, लवक उपस्थित, बड़ी रसधानी।
🟢 जन्तु कोशिका – कोशिका भित्ति अनुपस्थित, लवक अनुपस्थित, छोटी रसधानी।

प्रश्न 2. प्राकेंद्रकीय कोशिकाएँ यूकेंद्रकीय कोशिकाओं से किस प्रकार भिन्न होती हैं?
उत्तर 2.
🔵 प्राकेंद्रकीय कोशिका – केन्द्रक झिल्ली नहीं होती, केन्द्रकाभ क्षेत्र मात्र, झिल्लीबद्ध कोशिकांग अनुपस्थित, उदाहरण: जीवाणु।
🟢 यूकेंद्रकीय कोशिका – स्पष्ट केन्द्रक झिल्ली सहित, झिल्लीबद्ध कोशिकांग उपस्थित, उदाहरण: पादप व जन्तु।

प्रश्न 3. यदि कोशिका झिल्ली फट जाए तो क्या होगा?
उत्तर 3.
🔵 कोशिका द्रव्य बाहर निकल जाएगा।
🟢 पदार्थों का आदान–प्रदान बाधित होगा।
🟡 कोशिका शीघ्र मर जाएगी।

प्रश्न 4. यदि गोल्जी निकाय न हो तो कोशिका पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर 4.
🔵 प्रोटीन व वसा का परिष्करण व स्रवण रुक जाएगा।
🟢 लाइसोसोम का निर्माण बाधित होगा।
🟡 कोशिका का जीवन संकट में पड़ जाएगा।

प्रश्न 5. उन अंगकों के नाम लिखिए जिनकी दोहरी भित्ति होती है।
उत्तर 5.
🔵 माइटोकॉन्ड्रिया – बाहरी व भीतरी झिल्ली।
🟢 लवक – दोहरी झिल्ली, भीतरी थैलियाँ व कणिकाएँ।

प्रश्न 6. कोशिका झिल्ली बनाने वाले लिपिड तथा प्रोटीन कहाँ संश्लेषित होते हैं?
उत्तर 6.
🔵 स्मूद अंतःद्रव्य जालिका → लिपिड निर्माण।
🟢 कणिकायुक्त अंतःद्रव्य जालिका → प्रोटीन निर्माण।

प्रश्न 7. अमीबा अपना भोजन कैसे ग्रहण करता है?
उत्तर 7.
🔵 छद्मपाद द्वारा भोजन घेरे लेता है।
🟢 अंगुलन प्रक्रिया से भोजन अंदर लेता है।
🟡 भोजन रसधानी में पचता है।

प्रश्न 8. परासरण किसे कहते हैं?
उत्तर 8.
🔵 अर्धपारगम्य झिल्ली से जल का गमन।
🟢 अधिक सांद्रण से कम सांद्रण की ओर स्वतः गमन।
🟡 यह कोशिकाओं के जल संतुलन हेतु आवश्यक है।

प्रश्न 9. आलू प्रयोग से परासरण कैसे सिद्ध होता है?
उत्तर 9.
🔵 आलू की गुहा में शर्करा घोल रखने पर बाहर से जल अंदर प्रवेश करता है।
🟢 जीवित कोशिकाएँ परासरण करती हैं।
🟡 उबले आलू में कोशिकाएँ मृत होने से परासरण नहीं होता।

प्रश्न 10. कायिक वृद्धि और ऊतक–मरम्मत हेतु किस प्रकार का विभाजन आवश्यक है?
उत्तर 10.
🔵 समसूत्री विभाजन।
🟢 इसमें गुणसूत्र संख्या समान रहती है।
🟡 इससे नई कोशिकाएँ पुराने जैसी ही बनती हैं।

प्रश्न 11. युग्मक निर्माण हेतु किस प्रकार का कोशिका विभाजन होता है?
उत्तर 11.
🔵 अर्द्धसूत्री विभाजन।
🟢 इसमें गुणसूत्र संख्या आधी हो जाती है।
🟡 निषेचन पर गुणसूत्र संख्या स्थिर रहती है।

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न



🔵 खंड A (Q1–Q20, प्रत्येक 1 अंक)
प्रश्न 1. कोशिका की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई कौन है?
ऊतक
कोशिका
नाभिक
अंग
उत्तर: 2


प्रश्न 2. माइटोकॉन्ड्रिया को किस नाम से जाना जाता है?
ऊर्जा–गृह
आत्मघाती थैली
स्रवण केंद्र
प्रोटीन कारखाना
उत्तर: 1


प्रश्न 3. पादप कोशिकाओं में बाहरी कठोर परत क्या कहलाती है?
कोशिका झिल्ली
कोशिका भित्ति
नाभिक
लवक
उत्तर: 2


प्रश्न 4. प्रोटीन संश्लेषण का स्थल है–
गोल्जी निकाय
माइटोकॉन्ड्रिया
राइबोसोम
लवक
उत्तर: 3


प्रश्न 5. आत्मघाती थैली किसे कहते हैं?
नाभिक
माइटोकॉन्ड्रिया
गोल्जी निकाय
लाइसोसोम
उत्तर: 4


प्रश्न 6. हरित लवक का मुख्य कार्य है–
भोजन पाचन
प्रकाश संश्लेषण
ऊर्जा मुक्त करना
रंग प्रदान करना
उत्तर: 2


प्रश्न 7. कोशिका भित्ति किससे बनी होती है?
लिपिड
प्रोटीन
सेल्यूलोज
एंजाइम
उत्तर: 3


प्रश्न 8. जंतु कोशिका में अनुपस्थित अंगक कौन–सा है?
माइटोकॉन्ड्रिया
लवक
गोल्जी निकाय
राइबोसोम
उत्तर: 2


प्रश्न 9. अमीबा भोजन ग्रहण करता है–
परासरण से
प्रसरण से
अंगुलन से
सक्रिय परिवहन से
उत्तर: 3


प्रश्न 10. अर्द्धसूत्री विभाजन का कार्य है–
कायिक वृद्धि
युग्मक निर्माण
ऊतक–मरम्मत
मृत कोशिकाओं का प्रतिस्थापन
उत्तर: 2

🟡 कथन–कारण (Q11–Q20)
👉 विकल्पों का अर्थ (प्रत्येक प्रश्न के लिए समान रहेगा):
दोनों कथन और कारण सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या है
दोनों कथन और कारण सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं है
कथन सही है, कारण गलत है
कथन गलत है, कारण सही है

प्रश्न 11.
कथन: माइटोकॉन्ड्रिया ऊर्जा–गृह है।
कारण: इसमें श्वसन क्रिया से एटीपी बनते हैं।
उत्तर: 1


प्रश्न 12.
कथन: लाइसोसोम को आत्मघाती थैली कहा जाता है।
कारण: इनमें पाचक एंजाइम पाए जाते हैं।
उत्तर: 1


प्रश्न 13.
कथन: हरित लवक में क्लोरोफिल पाया जाता है।
कारण: यह प्रकाश संश्लेषण में सहायक है।
उत्तर: 1


प्रश्न 14.
कथन: पादप कोशिकाओं में कोशिका भित्ति होती है।
कारण: यह सेल्यूलोज से बनी कठोर परत है।
उत्तर: 1


प्रश्न 15.
कथन: जंतु कोशिकाओं में लवक नहीं होते।
कारण: भोजन निर्माण की प्रक्रिया इनमें नहीं होती।
उत्तर: 1


प्रश्न 16.
कथन: समसूत्री विभाजन वृद्धि हेतु आवश्यक है।
कारण: इसमें गुणसूत्र संख्या आधी हो जाती है।
उत्तर: 3


प्रश्न 17.
कथन: अर्द्धसूत्री विभाजन युग्मक निर्माण में सहायक है।
कारण: इससे गुणसूत्र संख्या स्थिर बनी रहती है।
उत्तर: 1


प्रश्न 18.
कथन: प्राकेंद्रकीय कोशिकाओं में स्पष्ट केन्द्रक नहीं होता।
कारण: इनमें झिल्लीबद्ध कोशिकांग भी नहीं होते।
उत्तर: 1


प्रश्न 19.
कथन: राइबोसोम प्रोटीन निर्माण करते हैं।
कारण: इन्हें कोशिका का प्रोटीन कारखाना कहा जाता है।
उत्तर: 1


प्रश्न 20.
कथन: गोल्जी निकाय स्रवण व पैकेजिंग का कार्य करता है।
कारण: यह प्रोटीन व वसा का परिष्करण करता है।
उत्तर: 1

🟢 खंड B (Q21–Q26, प्रत्येक 2 अंक)
प्रश्न 21. कोशिका झिल्ली की दो विशेषताएँ लिखो।
उत्तर 21.
🔵 यह अर्धपारगम्य होती है।
🟢 यह पदार्थों का नियंत्रित प्रवेश–निष्कासन करती है।


प्रश्न 22. पादप व जंतु कोशिका में दो–दो अंतर बताओ।
उत्तर 22.
🔵 पादप कोशिका – कोशिका भित्ति उपस्थित, लवक उपस्थित।
🟢 जंतु कोशिका – कोशिका भित्ति अनुपस्थित, लवक अनुपस्थित।


प्रश्न 23. राइबोसोम का कार्य लिखो।
उत्तर 23.
🔵 प्रोटीन निर्माण करना।
🟢 कोशिका के वृद्धि एवं मरम्मत कार्यों में सहायक।


प्रश्न 24. अमीबा में भोजन ग्रहण की प्रक्रिया समझाओ।
उत्तर 24.
🔵 छद्मपाद द्वारा भोजन घेरे लेना।
🟢 अंगुलन से भोजन भीतर जाना।
🟡 भोजन रसधानी में पाचन।


प्रश्न 25. परासरण का एक दैनिक जीवन उदाहरण लिखो।
उत्तर 25.
🔵 अचार में नमक डालने पर सब्जी से जल बाहर निकलना।
🟢 मीठे घोल में फल सिकुड़ जाना।


प्रश्न 26. गोल्जी निकाय का एक कार्य लिखो।
उत्तर 26.
🔵 प्रोटीन व वसा का परिष्करण व पैकेजिंग।

🟡 खंड C (Q27–Q33, प्रत्येक 3 अंक)
प्रश्न 27. प्राकेंद्रकीय कोशिकाओं की तीन विशेषताएँ बताओ।
उत्तर 27.
🔵 इनमें केन्द्रक झिल्ली अनुपस्थित होती है।
🟢 झिल्लीबद्ध कोशिकांग अनुपस्थित।
🟡 आकार सरल व छोटा होता है।


प्रश्न 28. माइटोकॉन्ड्रिया की संरचना व कार्य लिखो।
उत्तर 28.
🔵 यह द्विवल्कनीय संरचना वाला है (बाहरी व भीतरी झिल्ली)।
🟢 भीतरी झिल्ली पर क्रीस्टे होती हैं।
🟡 कार्य – श्वसन क्रिया द्वारा ऊर्जा निर्माण।


प्रश्न 29. लवकों के प्रकार व कार्य लिखो।
उत्तर 29.
🔵 हरित लवक – प्रकाश संश्लेषण।
🟢 वर्ण लवक – रंग प्रदान करना।
🟡 श्वेत लवक – भोजन भंडारण।


प्रश्न 30. कोशिका झिल्ली का महत्त्व लिखो।
उत्तर 30.
🔵 पदार्थों का नियंत्रित प्रवेश–निष्कासन।
🟢 कोशिका की सुरक्षा।
🟡 कोशिका का आकार बनाए रखना।


प्रश्न 31. आलू प्रयोग से परासरण सिद्धांत कैसे स्पष्ट होता है?
उत्तर 31.
🔵 सांद्रण–अन्तर पर जल का गमन होता है।
🟢 जीवित कोशिकाएँ परासरण करती हैं।
🟡 मृत कोशिकाओं (उबला आलू) में परासरण नहीं होता।


प्रश्न 32. अमीबा में भोजन पाचन की प्रक्रिया लिखो।
उत्तर 32.
🔵 छद्मपाद द्वारा भोजन ग्रहण।
🟢 भोजन रसधानी का निर्माण।
🟡 एंजाइम द्वारा पाचन व अवशोषण।


प्रश्न 33. समसूत्री विभाजन का महत्त्व लिखो।
उत्तर 33.
🔵 कायिक वृद्धि।
🟢 ऊतक की मरम्मत।
🟡 मृत कोशिकाओं का प्रतिस्थापन।

🔴 खंड D (Q34–Q36, प्रत्येक 5 अंक)
प्रश्न 34. यूकेंद्रकीय कोशिका के अंगकों के कार्य लिखो।
उत्तर 34.
🔵 माइटोकॉन्ड्रिया – ऊर्जा निर्माण (एटीपी उत्पादन)।
🟢 गोल्जी निकाय – प्रोटीन व वसा का परिष्करण, पैकेजिंग व स्रवण।
🟡 अंतःद्रव्य जालिका – पदार्थों का परिवहन (कणिकायुक्त = प्रोटीन निर्माण, कणिकाविहीन = वसा निर्माण)।
🔴 लाइसोसोम – अपशिष्ट पदार्थों का पाचन, आत्मघाती थैली।
🟣 लवक – हरित लवक द्वारा प्रकाश संश्लेषण, अन्य लवकों द्वारा रंग व भोजन भंडारण।

प्रश्न 35. परासरण की प्रक्रिया उदाहरण सहित समझाओ।
उत्तर 35.
🔵 परिभाषा – अर्धपारगम्य झिल्ली के पार जल का अधिक सांद्रण से कम सांद्रण की ओर स्वतः गमन।
🟢 उदाहरण –
✔️ अचार में सब्जी से जल बाहर आना।
✔️ पौधों की जड़ों द्वारा जल अवशोषण।
🟡 महत्त्व –
✔️ कोशिकाओं में जल संतुलन बनाए रखना।
✔️ पौधों की ताजगी व कठोरता (टर्गिडिटी) बनाए रखना।

प्रश्न 36. समसूत्री व अर्द्धसूत्री विभाजन में अंतर बताओ।
उत्तर 36.
🔵 समसूत्री विभाजन
✔️ गुणसूत्र संख्या समान रहती है।
✔️ कायिक वृद्धि व ऊतक–मरम्मत हेतु।
✔️ पुत्र कोशिकाएँ अभिभावक कोशिका के समान।
🟢 अर्द्धसूत्री विभाजन
✔️ गुणसूत्र संख्या आधी हो जाती है।
✔️ युग्मक निर्माण हेतु।
✔️ आनुवंशिक विविधता उत्पन्न करता है।
🟡 सार – दोनों प्रकार के विभाजन जीवन की निरंतरता बनाए रखते हैं।

🟣 खंड E (Q37–Q39, प्रत्येक 4 अंक, प्रकरण आधारित)
प्रश्न 37.
“अमीबा भोजन ग्रहण के लिए छद्मपाद का प्रयोग करता है।”
(i) यह प्रक्रिया क्या कहलाती है?
(ii) भोजन कहाँ पचता है?
(iii) इस प्रकार का पोषण किस श्रेणी में आता है?
उत्तर 37.
🔵 (i) अंगुलन
🟢 (ii) भोजन रसधानी में
🟡 (iii) परपोषी पोषण

प्रश्न 38.
“पादप कोशिकाओं में एक कठोर परत होती है जो कोशिका को संरचना देती है।”
(i) यह कठोर परत क्या है?
(ii) यह किससे बनी है?
(iii) इसका एक कार्य लिखो।
उत्तर 38.
🔵 (i) कोशिका भित्ति
🟢 (ii) सेल्यूलोज
🟡 (iii) संरक्षण एवं आकार प्रदान करना

प्रश्न 39.
“माइटोकॉन्ड्रिया में श्वसन क्रिया से ऊर्जा मुक्त होती है।”
(i) माइटोकॉन्ड्रिया को किस नाम से जाना जाता है?
(ii) यहाँ कौन–सी क्रिया होती है?
(iii) ऊर्जा किस रूप में संग्रहीत होती है?
(iv) यह ऊर्जा किन कार्यों में प्रयुक्त होती है?
उत्तर 39.
🔵 (i) ऊर्जा–गृह
🟢 (ii) श्वसन क्रिया
🟡 (iii) एटीपी अणु
🔴 (iv) विभाजन, परिवहन, संश्लेषण आदि सभी कार्यों में

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