Class 12 : Poltical Science (Hindi) – Lesson 3..समकालीन दक्षिण एशिया
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🌟 भूमिका
दक्षिण एशिया विश्व का वह क्षेत्र है जहाँ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक एवं भौगोलिक समानताएँ अत्यधिक हैं। इसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका एवं मालदीव प्रमुख देश हैं।
स्वतंत्रता के बाद इन देशों में लोकतंत्र, विकास, संघीयता, धर्मनिरपेक्षता जैसी अवधारणाओं को लागू करने के प्रयास हुए। किन्तु राजनीतिक अस्थिरता, जातीय संघर्ष, सैन्य हस्तक्षेप, बाह्य शक्तियों का प्रभाव तथा क्षेत्रीय विवाद यहाँ के प्रमुख राजनीतिक मुद्दे बने।
🧭 1. दक्षिण एशिया की परिभाषा और विशेषताएँ
🔹 दक्षिण एशिया में वे देश सम्मिलित हैं जो भौगोलिक रूप से भारत के निकट हैं तथा ऐतिहासिक रूप से औपनिवेशिक शासन से मुक्त हुए।
🔹 समानताएँ – संस्कृति, भाषा, धर्म, कृषि आधारित अर्थव्यवस्था, ब्रिटिश शासन का प्रभाव।
🔹 विविधताएँ – राजनीतिक प्रणाली, आर्थिक विकास का स्तर, जनसंख्या घनत्व, धार्मिक समुदाय।
🧭 2. दक्षिण एशिया की राजनीतिक स्थिति
🔹 अधिकांश देशों ने लोकतांत्रिक शासन प्रणाली को अपनाया।
🔹 कुछ देशों में समय-समय पर सैन्य शासन या राजशाही का प्रभाव रहा।
🔹 राजनीतिक स्थिरता प्राप्त करने की प्रक्रिया अभी भी चल रही है।
🧭 3. भारत की भूमिका
🔹 भारत दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
🔹 यह क्षेत्रीय सहयोग, विकास एवं स्थिरता के लिए अग्रणी भूमिका निभाता है।
🔹 भारत की नीति – पड़ोसी प्रथम नीति, समानता व पारस्परिक सम्मान।
🧭 4. दक्षिण एशियाई देशों की राजनीतिक व्यवस्था
🟢 (1) भारत
लोकतांत्रिक गणराज्य
संघीय ढाँचा, धर्मनिरपेक्षता, स्वतंत्र न्यायपालिका
नियमित निर्वाचन, सशक्त नागरिक समाज
🟢 (2) पाकिस्तान
प्रारंभिक काल में अस्थिरता, सैन्य शासन (1958, 1977, 1999)
लोकतंत्र एवं तानाशाही के बीच संघर्ष
नागरिक सरकारों का सीमित काल
🟢 (3) बांग्लादेश
1971 में स्वतंत्रता के बाद संवैधानिक लोकतंत्र
1975 में सैन्य शासन
1991 से बहुदलीय लोकतंत्र की वापसी
🟢 (4) श्रीलंका
बहुदलीय लोकतंत्र
सिंहल–तमिल जातीय संघर्ष (एल.टी.टी.ई.)
2009 में संघर्ष का अंत
🟢 (5) नेपाल
राजशाही से लोकतंत्र की यात्रा
2008 में गणराज्य की घोषणा
नई संविधान सभा एवं संघीय व्यवस्था
🟢 (6) भूटान
पारंपरिक राजशाही से संवैधानिक राजशाही
लोकतंत्र की दिशा में क्रमिक परिवर्तन
🟢 (7) मालदीव
1968 में गणराज्य
2008 में लोकतांत्रिक संविधान
🧭 5. लोकतंत्र की स्थिति
🔹 दक्षिण एशिया में अधिकांश देशों ने लोकतंत्र को अपनाया परंतु उसकी सफलता असमान रही।
🔹 भारत – स्थिर व परिपक्व लोकतंत्र।
🔹 पाकिस्तान, बांग्लादेश – लोकतांत्रिक संस्थाओं में उतार–चढ़ाव।
🔹 नेपाल, भूटान – परिवर्तनशील संक्रमण।
🧭 6. विकास की चुनौतियाँ
🔹 जनसंख्या वृद्धि, गरीबी, बेरोज़गारी
🔹 क्षेत्रीय असमानता, भ्रष्टाचार
🔹 वैश्वीकरण का प्रभाव
🔹 शिक्षा व स्वास्थ्य में असंतुलन
🧭 7. जातीय एवं धार्मिक संघर्ष
🔹 श्रीलंका – सिंहल–तमिल संघर्ष
🔹 पाकिस्तान – संप्रदायिक हिंसा
🔹 भारत – धार्मिक बहुलता में सामंजस्य
🔹 नेपाल – जनजातीय अस्मिता की माँगें
🧭 8. क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता
🔹 दक्षिण एशियाई सहयोग संघ (सार्क) की स्थापना – वर्ष 1985
🔹 उद्देश्य – आर्थिक, सामाजिक, तकनीकी सहयोग
🔹 सीमाएँ – भारत–पाक संबंधों की जटिलता, राजनीतिक अविश्वास
🧭 9. भारत के पड़ोसियों के साथ संबंध
🔹 पाकिस्तान – सीमा विवाद, आतंकवाद, शांति वार्ता
🔹 बांग्लादेश – जल बँटवारा, सीमांकन, सांस्कृतिक सहयोग
🔹 नेपाल – खुली सीमा, व्यापार, संवैधानिक मतभेद
🔹 भूटान – मित्रतापूर्ण संबंध
🔹 श्रीलंका – तमिल मुद्दा
🔹 मालदीव – सामरिक सहयोग
🧭 10. बाह्य शक्तियों की भूमिका
🔹 चीन – क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाना
🔹 संयुक्त राज्य अमेरिका – रणनीतिक साझेदारी
🔹 दक्षिण एशिया की भूराजनीतिक महत्ता – हिंद महासागर, व्यापारिक मार्ग
🧭 11. समकालीन प्रवृत्तियाँ
🔹 लोकतंत्र की सुदृढ़ता
🔹 आर्थिक सुधार
🔹 जनसंघर्षों के प्रति संवेदनशील शासन
🔹 क्षेत्रीय एकीकरण की आवश्यकता
🧩 सारांश (लगभग 200 शब्द)
दक्षिण एशिया ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व भौगोलिक रूप से आपस में जुड़ा क्षेत्र है। यहाँ के देशों ने स्वतंत्रता के बाद लोकतांत्रिक शासन प्रणाली को अपनाया, परंतु इसकी सफलता अलग-अलग रही। भारत में लोकतंत्र स्थिर रहा, जबकि पाकिस्तान, बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता देखी गई। श्रीलंका में जातीय संघर्ष, नेपाल में राजशाही से गणराज्य का संक्रमण और भूटान में संवैधानिक राजशाही का निर्माण उल्लेखनीय रहा।
विकास की चुनौतियाँ, जनसंख्या वृद्धि, असमानता, आतंकवाद और बाहरी शक्तियों का हस्तक्षेप क्षेत्र के सामने प्रमुख समस्याएँ हैं। क्षेत्रीय सहयोग हेतु सार्क की स्थापना की गई, परंतु भारत–पाक संबंधों की जटिलता के कारण इसकी प्रभावशीलता सीमित रही। भारत ने क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सहयोग और समानता की नीति अपनाई। समकालीन समय में दक्षिण एशिया लोकतंत्र की सुदृढ़ता और विकास की दिशा में अग्रसर है।
📝 त्वरित पुनरावृत्ति (लगभग 100 शब्द)
दक्षिण एशिया – भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव
साझा इतिहास, संस्कृति, धर्म
लोकतंत्र की असमान सफलता
विकास व अस्थिरता की चुनौतियाँ
जातीय संघर्ष – श्रीलंका, नेपाल
सार्क – क्षेत्रीय सहयोग संगठन (1985)
भारत – प्रमुख शक्ति, पड़ोसी प्रथम नीति
बाहरी हस्तक्षेप – चीन, अमेरिका
प्रवृत्ति – लोकतंत्र का विस्तार, आर्थिक सुधार
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔵 प्रश्न 1:
देशों की पहचान करें –
(क) जातीय, लोकतंत्र समर्थक समूहों और अल्पसंख्यकों के बीच संघर्ष के कारण राजनीतिक अस्थिरता का वातावरण बना।
➡️ उत्तर: श्रीलंका
(ख) चारों तरफ भूमि से घिरा देश।
➡️ उत्तर: नेपाल
(ग) दक्षिण एशिया का वह देश जिसने सबसे पहले अपनी अर्थव्यवस्था का उदारीकरण कर आर्थिक विकास की दिशा में प्रगति की।
➡️ उत्तर: श्रीलंका
(घ) सेना और लोकतंत्र समर्थक समूहों के बीच संघर्ष में सेना ने लोकतंत्र के पक्ष में सत्ता छोड़ी।
➡️ उत्तर: नेपाल
(ङ) दक्षिण एशिया के केंद्र में अवस्थित इस देश की सीमाएँ दक्षिण एशिया के लगभग सभी देशों से मिलती हैं।
➡️ उत्तर: भारत
(च) पहले इस देश में शासन का कार्य राजा के हाथ में था और अब यह एक गणराज्य है।
➡️ उत्तर: भूटान
(छ) इस देश को सहायता देने वाले अंतरराष्ट्रीय दानदाताओं के समूह को ‘पेरिस क्लब’ कहा गया।
➡️ उत्तर: बांग्लादेश
(ज) एक हिमालयी देश जहाँ संवैधानिक राजतंत्र है। यह देश भी हर तरफ से भूमि से घिरा है।
➡️ उत्तर: भूटान
🔵 प्रश्न 2:
दक्षिण एशिया के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है?
(क) दक्षिण एशिया में सिर्फ एक तरह की राजनीतिक प्रणाली चलती है।
➡️ उत्तर: गलत
(ख) बांग्लादेश और भारत ने श्रीलंका की हिंसाओं के चारों से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
➡️ उत्तर: गलत
(ग) ‘सार्क’ का गठन दक्षिण एशियाई देशों के बीच क्षेत्रीय सहयोग के लिए किया गया।
➡️ उत्तर: सही
(घ) दक्षिण एशिया की राजनीति में चीन और अमेरिका दोनों महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
➡️ उत्तर: सही
🔵 प्रश्न 3:
पाकिस्तान को लोकतंत्रीकरण में कौन-कौन सी कठिनाइयाँ हैं?
🟢 उत्तर:
बार-बार सेना का शासन
निर्वाचित सरकारों की अस्थिरता
धार्मिक उग्रवाद
न्यायपालिका और मीडिया की सीमित स्वतंत्रता
आतंकवाद और बाहरी हस्तक्षेप
🔵 प्रश्न 4:
नेपाल के लोग अपने देश में लोकतंत्र को बहाल करने में कैसे सफल हुए?
🟢 उत्तर:
जन आंदोलनों और विरोध प्रदर्शन के माध्यम से
राजनीतिक दलों की एकता और जन समर्थन
अंतरराष्ट्रीय समुदाय का नैतिक समर्थन
राजशाही पर जनदबाव बनाकर संवैधानिक सुधार करवाना
🔵 प्रश्न 5:
श्रीलंका के जातीय संघर्ष में भारतीय भूमिका प्रमुख क्यों?
🟢 उत्तर:
भारत ने तमिलों की माँगों के प्रति सहानुभूति दिखाई
1987 में भारत–श्रीलंका समझौता
भारतीय शांति सैनिक बल (IPKF) की तैनाती
संघर्ष समाधान हेतु मध्यस्थता प्रयास
🔵 प्रश्न 6:
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में क्या समझौते हुए?
🟢 उत्तर:
नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम (Ceasefire)
वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों में सुधार
आतंकवाद के खिलाफ वार्ता
जल-विवादों के समाधान हेतु सिंधु जल समझौता
🔵 प्रश्न 7:
ऐसे दो मसलों के नाम बताइए जिन पर भारत–बांग्लादेश के बीच सहयोग है और ऐसे दो जिन पर असहमति है।
🟢 उत्तर:
सहयोग के क्षेत्र:
सीमा निर्धारण समझौता
आतंकवाद विरोधी नीति
असहमति के क्षेत्र:
तीस्ता नदी जल-बँटवारा
सीमा पार प्रवासन
🔵 प्रश्न 8:
दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय संबंधों को बाहरी शक्तियाँ कैसे प्रभावित करती हैं?
🟢 उत्तर:
अमेरिका, चीन जैसी बाहरी शक्तियाँ रणनीतिक हितों के कारण हस्तक्षेप करती हैं।
सैन्य, आर्थिक सहायता द्वारा देशों को प्रभावित करती हैं।
भारत–चीन प्रतिस्पर्धा क्षेत्रीय संतुलन पर असर डालती है।
बाहरी शक्तियों की नीतियाँ सार्क जैसे संगठन को कमजोर करती हैं।
🔵 प्रश्न 9:
दक्षिण एशिया के देशों के बीच आर्थिक सहयोग की राह तैयार करने में सार्क की भूमिका का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें।
🟢 उत्तर:
सार्क की स्थापना 1985 में हुई।
उद्देश्य – आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक सहयोग।
प्रगति सीमित क्योंकि भारत–पाक तनाव, आपसी अविश्वास।
फिर भी शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आपदा प्रबंधन में सहयोग।
निष्कर्ष: सार्क उपयोगी मंच है पर राजनीतिक मतभेदों से बाधित।
🔵 प्रश्न 10:
दक्षिण एशिया के देश एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं जिससे एकता स्थापित नहीं हो पाती। इस बाधा को दूर करने के उपाय सुझाइए।
🟢 उत्तर:
आपसी संवाद व विश्वास बढ़ाना
द्विपक्षीय वार्ता
क्षेत्रीय संगठनों की सशक्त भूमिका
बाहरी हस्तक्षेप से परहेज़
समान आर्थिक कार्यक्रम
🔵 प्रश्न 11:
भारत की भूमिका पर दक्षिण एशियाई देशों की शंकाएँ क्यों हैं?
🟢 उत्तर:
भारत का आकार व शक्ति उसे प्रभुत्वशाली बनाता है
पड़ोसी देश भारत से संतुलित संबंध चाहते हैं
भारत का प्रभाव उन्हें आत्मनिर्भरता की चुनौती देता है
समाधान: समानता, सम्मान, परामर्श की नीति से संबंध सुधारना।
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
✳️ Section A (बहुविकल्पी प्रश्न – 1 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 1. दक्षिण एशिया का वह देश जिसने सबसे पहले अपनी अर्थव्यवस्था को उदार बनाया –
🟢 1. पाकिस्तान
🟡 2. श्रीलंका
🔴 3. नेपाल
🟣 4. भूटान
✔️ उत्तर: श्रीलंका
🔵 प्रश्न 2. भारत और पाकिस्तान के बीच कौन-सा समझौता 1966 में हुआ था?
🟢 1. शिमला समझौता
🟡 2. लाहौर समझौता
🔴 3. ताशकंद समझौता
🟣 4. सार्क समझौता
✔️ उत्तर: ताशकंद समझौता
🔵 प्रश्न 3. ‘सार्क’ की स्थापना कब हुई?
🟢 1. 1983
🟡 2. 1985
🔴 3. 1987
🟣 4. 1990
✔️ उत्तर: 1985
🔵 प्रश्न 4. नेपाल किस प्रकार का देश है?
🟢 1. तटीय
🟡 2. पर्वतीय
🔴 3. स्थलरुद्ध
🟣 4. द्वीपीय
✔️ उत्तर: स्थलरुद्ध
🔵 प्रश्न 5. श्रीलंका का प्रमुख जातीय संघर्ष किस समुदाय से जुड़ा है?
🟢 1. तमिल समुदाय
🟡 2. सिंहली समुदाय
🔴 3. बौद्ध समुदाय
🟣 4. मुस्लिम समुदाय
✔️ उत्तर: तमिल समुदाय
🔵 प्रश्न 6. सार्क का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
🟢 1. नई दिल्ली
🟡 2. ढाका
🔴 3. काठमांडू
🟣 4. कोलंबो
✔️ उत्तर: काठमांडू
✳️ Section B (लघु उत्तरीय प्रश्न – 2 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 7. दक्षिण एशिया में सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए कौन-कौन से प्रयास किए गए?
🟢 उत्तर:
1985 में सार्क की स्थापना की गई।
शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आपदा प्रबंधन में साझा नीतियाँ बनाई गईं।
क्षेत्रीय व्यापार समझौते (SAFTA) पर कार्य किया गया।
🔵 प्रश्न 8. नेपाल के लोकतंत्रीकरण में कौन-कौन सी कठिनाइयाँ आईं?
🟢 उत्तर:
राजशाही और राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष।
माओवादी हिंसा और आंतरिक अस्थिरता।
संविधान निर्माण में विलंब और असहमति।
🔵 प्रश्न 9. भारत और श्रीलंका के बीच हुए समझौते का नाम और उद्देश्य लिखिए।
🟢 उत्तर:
1987 का भारत–श्रीलंका समझौता
उद्देश्य: तमिलों के अधिकारों की सुरक्षा, शांति स्थापना, और स्वायत्तता प्रदान करना।
🔵 प्रश्न 10. सार्क के कार्यों में कौन-कौन सी बाधाएँ हैं?
🟢 उत्तर:
भारत–पाकिस्तान तनाव।
सदस्य देशों के बीच राजनीतिक मतभेद।
बाहरी शक्तियों का हस्तक्षेप।
🔵 प्रश्न 11. भूटान की राजनीतिक व्यवस्था की विशेषताएँ बताइए।
🟢 उत्तर:
संवैधानिक राजतंत्र।
लोकतांत्रिक चुनाव प्रणाली।
भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध।
🔵 प्रश्न 12. दक्षिण एशिया में भारत की भूमिका क्या है?
🟢 उत्तर:
क्षेत्रीय स्थिरता और आर्थिक सहयोग का नेतृत्व।
लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा।
क्षेत्रीय विकास हेतु सहायता और साझेदारी।
✳️ Section C (3 अंक वाले प्रश्न)
🔵 प्रश्न 13. पाकिस्तान के लोकतंत्रीकरण में कौन-कौन सी कठिनाइयाँ आईं?
🟢 उत्तर:
सेना का लगातार शासन और तख्तापलट।
लोकतांत्रिक संस्थाओं की कमजोरी।
आतंकवाद और बाहरी दबाव।
राजनीतिक दलों में अस्थिरता और भ्रष्टाचार।
🔵 प्रश्न 14. नेपाल के लोकतंत्रीकरण की प्रक्रिया में कौन-कौन सी बाधाएँ आईं?
🟢 उत्तर:
राजशाही और राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष।
माओवादी हिंसा और गृहयुद्ध।
संविधान निर्माण में असहमति।
सामाजिक विविधता और जातीय असमानता।
🔵 प्रश्न 15. श्रीलंका में जातीय संघर्ष के कारण और परिणाम बताइए।
🟢 उत्तर:
कारण: सिंहली प्रभुत्व की नीतियाँ, तमिलों के साथ भेदभाव।
परिणाम:
गृहयुद्ध (1983–2009)
मानवाधिकार उल्लंघन
आर्थिक हानि और राजनीतिक अस्थिरता
🔵 प्रश्न 16. भारत और पाकिस्तान के बीच प्रमुख समझौते कौन-कौन से हैं?
🟢 उत्तर:
ताशकंद समझौता (1966): युद्धविराम और संबंध सामान्य करना।
शिमला समझौता (1972): द्विपक्षीय वार्ता द्वारा विवाद सुलझाना।
लाहौर घोषणा (1999): शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देना।
🔵 प्रश्न 17. सार्क की स्थापना का उद्देश्य बताइए।
🟢 उत्तर:
क्षेत्रीय सहयोग और विकास को प्रोत्साहित करना।
आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक क्षेत्रों में साझेदारी।
शांति और स्थिरता की दिशा में प्रयास।
🔵 प्रश्न 18. दक्षिण एशिया में बाहरी शक्तियों का प्रभाव कैसे पड़ता है?
🟢 उत्तर:
अमेरिका, चीन जैसी शक्तियाँ राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव डालती हैं।
रक्षा सहयोग और सैन्य सहायता के माध्यम से हस्तक्षेप।
विदेश नीति और व्यापार पर दबाव।
🔵 प्रश्न 19. दक्षिण एशिया में भारत की भूमिका का मूल्यांकन कीजिए।
🟢 उत्तर:
सबसे बड़ा लोकतंत्र और आर्थिक शक्ति।
क्षेत्रीय सहयोग का नेतृत्व।
शांति स्थापना और विकास सहायता।
कुछ देशों द्वारा भारत के प्रभुत्व की आशंका।
🔵 प्रश्न 20. सार्क की सीमाएँ लिखिए।
🟢 उत्तर:
भारत–पाकिस्तान विवाद।
सदस्य देशों के बीच असहमति।
सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग की कमी।
🔵 प्रश्न 21. श्रीलंका में भारत की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
🟢 उत्तर:
1987 में भारत–श्रीलंका समझौता।
भारतीय शांति सेना (IPKF) की तैनाती।
तमिल समुदाय के अधिकारों के पक्ष में समर्थन।
आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप के आरोप।
🔵 प्रश्न 22. दक्षिण एशिया के देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने के उपाय बताइए।
🟢 उत्तर:
क्षेत्रीय व्यापार समझौते (SAFTA) को मजबूत करना।
साझा परियोजनाएँ और निवेश।
आपसी विश्वास निर्माण और विवाद समाधान।
✳️ Section D (4 अंक वाले प्रश्न)
🔵 प्रश्न 23. दक्षिण एशिया के देशों में लोकतंत्र की स्थिति पर टिप्पणी कीजिए।
🟢 उत्तर:
भारत – मजबूत लोकतंत्र।
पाकिस्तान – अस्थिर लोकतंत्र, सैन्य शासन।
नेपाल – लोकतांत्रिक परिवर्तन के बाद स्थिरता।
श्रीलंका – लोकतांत्रिक परंपरा लेकिन जातीय संघर्ष।
भूटान – संवैधानिक राजतंत्र।
🔵 प्रश्न 24. भारत–पाकिस्तान संबंधों में तनाव के कारण लिखिए।
🟢 उत्तर:
कश्मीर विवाद।
सीमापार आतंकवाद।
युद्ध और विश्वास की कमी।
राजनीतिक और वैचारिक मतभेद।
🔵 प्रश्न 25. दक्षिण एशिया में ‘सार्क’ की भूमिका का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।
🟢 उत्तर:
उपलब्धियाँ: क्षेत्रीय संवाद, विकास सहयोग।
सीमाएँ: राजनीतिक मतभेद, सीमित प्रभाव।
आवश्यकता: आर्थिक एकीकरण, पारस्परिक विश्वास।
🔵 प्रश्न 26. नेपाल के लोकतंत्रीकरण की प्रक्रिया और भारत की भूमिका समझाइए।
🟢 उत्तर:
राजशाही के विरुद्ध आंदोलन (2006)।
संविधान सभा का गठन (2008)।
भारत का समर्थन — लोकतंत्र और स्थिरता के लिए।
🔵 प्रश्न 27. श्रीलंका के गृहयुद्ध के प्रभाव बताइए।
🟢 उत्तर:
हजारों लोगों की मृत्यु।
आर्थिक हानि।
मानवीय संकट।
तमिलों का पलायन।
🔵 प्रश्न 28. दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए भारत को कौन-से कदम उठाने चाहिए?
🟢 उत्तर:
संवाद और सहयोग की नीति।
आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा।
पड़ोसी देशों के साथ समानता का व्यवहार।
विश्वास निर्माण की पहल।
🔵 प्रश्न 29. दक्षिण एशिया में बाहरी शक्तियों की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
🟢 उत्तर:
अमेरिका – आतंकवाद विरोधी सहयोग, रणनीतिक गठजोड़।
चीन – आर्थिक निवेश और सैन्य सहयोग।
बाहरी हस्तक्षेप से क्षेत्रीय असंतुलन।
🔵 प्रश्न 30. सार्क को सफल बनाने के लिए क्या सुधार किए जा सकते हैं?
🟢 उत्तर:
राजनीतिक विवादों से अलग आर्थिक सहयोग।
साझा संस्थाओं की क्षमता बढ़ाना।
पारदर्शिता और विश्वास निर्माण।
सदस्य देशों की समान भागीदारी सुनिश्चित करना।
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
मस्तिष्क मानचित्र
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
दृश्य सामग्री
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————