Class 12, PHYSICS (Hindi)

Class 12 : Physics (Hindi) – अध्याय 5: चुंबकत्व तथा द्रव्य

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन

🌟 भाग 1 – विस्तृत व्याख्या
🔵 परिचय (Introduction)
हम जानते हैं कि गतिमान आवेश चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। जब किसी पदार्थ के भीतर ऐसे अणु या परमाणु होते हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन अपनी कक्षा में गति करते हैं और अपने अक्ष पर भी घूमते हैं, तब इन गतियों से चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न होता है। यही चुंबकत्व (Magnetism) कहलाता है।
प्रत्येक पदार्थ में सूक्ष्म चुंबकीय कण होते हैं जो मिलकर पदार्थ के चुंबकीय गुण निर्धारित करते हैं।

🟢 स्थायी और अस्थायी चुंबक
1️⃣ स्थायी चुंबक: ऐसा चुंबक जो बाह्य क्षेत्र के बिना भी अपना चुंबकीय गुण बनाए रखे, जैसे लोहा-निकल का मिश्रण।
2️⃣ अस्थायी चुंबक: ऐसा पदार्थ जो केवल बाहरी चुंबकीय क्षेत्र की उपस्थिति में ही चुंबकित होता है, जैसे कोमल लोहा।
✏️ ध्रुव (Poles): प्रत्येक चुंबक के दो ध्रुव होते हैं — उत्तर ध्रुव (N) और दक्षिण ध्रुव (S)।
एकल ध्रुव (एकांध्रुव) प्रकृति में नहीं पाए जाते।

🔴 पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र (Earth’s Magnetic Field)
पृथ्वी स्वयं एक विशाल चुंबक है। इसका चुंबकीय क्षेत्र पृथ्वी के अंदर तरल धातुओं के प्रवाह से उत्पन्न होता है।
पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के तीन मुख्य घटक हैं –
➡️ (1) चुंबकीय विचलन (δ): भौगोलिक उत्तर-दक्षिण दिशा और चुंबकीय उत्तर-दक्षिण दिशा के बीच कोण।
➡️ (2) चुंबकीय अवनमन या झुकाव (I): चुंबकीय क्षेत्र रेखा और क्षैतिज तल के बीच कोण।
➡️ (3) क्षैतिज घटक (H): चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज भाग।
💡 संबंध:
B = √(H² + V²)
tan I = V/H

🟡 चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण (Magnetic Dipole Moment)
किसी बार चुंबक की ध्रुवीय शक्ति m तथा ध्रुवों के बीच की दूरी 2l हो, तो
M = m × 2l
➡️ यह आघूर्ण चुंबक की तीव्रता को दर्शाता है।

🟢 चुंबकीय क्षेत्र में द्विध्रुव पर आघूर्ण
जब कोई चुंबकीय द्विध्रुव किसी चुंबकीय क्षेत्र (B) में कोण θ पर रखा जाए, तो उस पर बलाघूर्ण कार्य करता है —
τ = MB sinθ
यह बलाघूर्ण द्विध्रुव को क्षेत्र की दिशा में संरेखित करने का प्रयास करता है।

🔵 चुंबकीय ऊर्जा (Potential Energy)
चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा होती है —
U = – MB cosθ
जब द्विध्रुव क्षेत्र की दिशा में होता है (θ = 0°), ऊर्जा न्यूनतम होती है।

🟢 चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (H)
यह वह परिमाण है जो किसी पदार्थ को चुंबकित करने की शक्ति बताता है।
H = B₀ / μ₀

🔴 चुंबकीकरण (Magnetisation – M)
किसी पदार्थ में चुंबकीय आघूर्ण प्रति इकाई आयतन कहलाता है —
M = m_total / V

🟡 चुंबकीय पारगम्यता (Magnetic Permeability – μ)
यह दर्शाती है कि कोई पदार्थ चुंबकीय क्षेत्र को अपने अंदर कितनी मात्रा में प्रवेश करने देता है।
B = μH
जहाँ μ = μ₀μᵣ

🔵 चुंबकीय संवेगशीलता (Magnetic Susceptibility – χ)
यह किसी पदार्थ के चुंबकित होने की प्रवृत्ति को दर्शाती है।
M = χH
या, χ = M/H
संबंध — μᵣ = 1 + χ

🟢 द्रव्यों के चुंबकीय प्रकार
पदार्थों को तीन वर्गों में बाँटा जाता है —
1️⃣ विविकर्षी पदार्थ (Diamagnetic):
➡️ बाह्य क्षेत्र में हल्का प्रतिकर्षण दिखाते हैं।
➡️ χ का मान छोटा और ऋणात्मक।
➡️ उदाहरण: ताँबा, बिस्मथ, चाँदी।
2️⃣ समाकर्षी पदार्थ (Paramagnetic):
➡️ बाह्य क्षेत्र में हल्का आकर्षण दिखाते हैं।
➡️ χ का मान छोटा और धनात्मक।
➡️ उदाहरण: एल्युमिनियम, प्लेटिनम।
3️⃣ अधिचुंबकीय पदार्थ (Ferromagnetic):
➡️ बाह्य क्षेत्र में अत्यधिक आकर्षण।
➡️ χ का मान बहुत बड़ा और धनात्मक।
➡️ उदाहरण: लोहा, निकल, कोबाल्ट।
इन पदार्थों में सूक्ष्म प्रदेश (Domains) बने होते हैं, जिनमें सूक्ष्म चुंबकीय द्विध्रुव एक दिशा में होते हैं।

🔴 चुंबकीय विलंब वक्र (चुंबकीकरण-विलंब)
जब किसी अधिचुंबकीय पदार्थ पर बाह्य क्षेत्र को बढ़ाकर घटाया जाता है, तो चुंबकीकरण में विलंब होता है।
➡️ चुंबकीय क्षेत्र और चुंबकीकरण के बीच बनने वाला वक्र चुंबकीय विलंब वक्र कहलाता है।
➡️ वक्र का क्षेत्रफल चुंबकीय ऊर्जा हानि को दर्शाता है।
✔️ कोमल लोहा: जल्दी चुंबकित और जल्दी विमुक्त होने वाला पदार्थ (ऊर्जा हानि बहुत कम)।
✔️ कठोर लोहा: एक बार चुंबकित होने पर लंबे समय तक चुंबकीय गुण बनाए रखता है।

🟡 पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के मापन उपकरण
➡️ डिप वृत्त (Dip Circle): चुंबकीय झुकाव ज्ञात करने के लिए।
➡️ विचलन वृत्त (Declination Circle): चुंबकीय विचलन ज्ञात करने के लिए।

🔵 द्विध्रुव पर बल
यदि चुंबक के ध्रुवीय बल क्रमशः m₁ और m₂ हों तथा इनके बीच की दूरी r हो, तो इनके बीच आकर्षण या विकर्षण बल —
F = (μ₀/4π) × (m₁m₂ / r²)
➡️ यह नियम वैद्युत आवेशों के बीच लगने वाले बल के समान है, परन्तु यहाँ ध्रुवीय बल चुंबकीय हैं।

🟢 चुंबकीय द्विध्रुव का क्षेत्र
यदि किसी चुंबक की अक्षीय रेखा पर बिंदु P हो, तो वहाँ चुंबकीय क्षेत्र —
B_axial = (μ₀ / 4π) × (2M / r³)
और यदि बिंदु विषुवत रेखा पर है,
B_equatorial = (μ₀ / 4π) × (M / r³)

🔴 गॉस का चुंबकत्व का नियम
किसी बंद पृष्ठ से होकर जाने वाला कुल चुंबकीय प्रवाह (Flux) शून्य होता है —
∮ B·dS = 0
इससे स्पष्ट होता है कि चुंबकीय एकांध्रुव (Monopole) नहीं होते।

🟡 महत्त्वपूर्ण समीकरण सारांश:
B = μH
M = χH
μᵣ = 1 + χ
B = √(H² + V²)
tan I = V/H
τ = MB sinθ
U = -MB cosθ
F = (μ₀/4π) × (m₁m₂ / r²)

🌿 अनुप्रयोग (Applications)
✔️ कंपास और दिशा निर्धारण में
✔️ गैल्वेनोमीटर और विद्युत उपकरणों में
✔️ विद्युतचुंबक, मोटर, और ट्रांसफॉर्मर में
✔️ चिकित्सा क्षेत्र (चुंबकीय प्रतिचित्रण) में

🌟 भाग 2 – सारांश (~300 शब्द)
🟡 चुंबकत्व इलेक्ट्रॉन की गति से उत्पन्न होता है।
🟢 पृथ्वी एक विशाल चुंबक है जिसके तीन घटक — विचलन, झुकाव, क्षैतिज घटक हैं।
🔵 बार चुंबक को चुंबकीय द्विध्रुव माना जाता है, M = m×2l.
🔴 द्विध्रुव पर आघूर्ण τ = MB sinθ तथा स्थितिज ऊर्जा U = -MB cosθ होती है।
🟢 चुंबकीकरण (M), चुंबकीय तीव्रता (H), और संवेगशीलता (χ) का संबंध M = χH है।
🟡 विविकर्षी, समाकर्षी, और अधिचुंबकीय — तीन प्रकार के द्रव्य।
🔵 अधिचुंबकीय पदार्थों में चुंबकीय विलंब वक्र ऊर्जा हानि दर्शाता है।
🔴 पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र तरल धातु में प्रवाह से उत्पन्न होता है।
🟢 गॉस का नियम बताता है कि चुंबकीय एकांध्रुव नहीं होते।

🧠 भाग 3 – Quick Recap (झटपट पुनरावृत्ति)
1️⃣ चुंबकत्व इलेक्ट्रॉन की कक्षीय व घूर्ण गति से उत्पन्न होता है।
2️⃣ चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण M = m×2l.
3️⃣ चुंबकीकरण संबंध: M = χH और B = μ₀(H + M).
4️⃣ पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र – δ, I, H तीन घटक।
5️⃣ चुंबकीय विलंब वक्र का क्षेत्र ऊर्जा हानि दर्शाता है।
6️⃣ चुंबकीय एकांध्रुव प्रकृति में नहीं पाए जाते (∮B·dS=0).

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न

Question 5.1
एक छोटा छड़ चुंबक जो एकसमान बाह्य चुंबकीय क्षेत्र 0.25 T के साथ 30° का कोण बनाता है, पर 4.5 × 10⁻² J का बल आघूर्ण लगता है। चुंबक के चुंबकीय आघूर्ण का परिमाण क्या है?

Answer
🔵 सिद्धान्त: τ = m B sinθ ⇒ m = τ / (B sinθ)
🟢 मान: τ = 4.5 × 10⁻² N·m, B = 0.25 T, θ = 30° (sinθ = 0.5)
🟡 गणना: m = (4.5 × 10⁻²) / (0.25 × 0.5) = 0.045 / 0.125 = 0.36 J·T⁻¹ (A·m²)
🔴 निष्कर्ष: चुंबकीय आघूर्ण 0.36 J·T⁻¹

Question 5.2
चुंबकीय आघूर्ण m = 0.32 J·T⁻¹ वाला एक छोटा छड़ चुंबक, 0.15 T के एकसमान बाह्य चुंबकीय क्षेत्र में रखा है। यदि यह छड़ क्षेत्र के तल में घूमने के लिए स्वतंत्र हो, तो वह किन स्थितियों में (i) स्थायी संतुलन और (ii) अस्थायी संतुलन में होगा? प्रत्येक स्थिति में चुंबक की स्थितिज ऊर्जा का मान बताइए।

Answer
🔵 सिद्धान्त: स्थितिज ऊर्जा U = − m B cosθ
🟢 स्थायी संतुलन तब जब U न्यूनतम ⇒ θ = 0° (चुंबक क्षेत्र के समान्तर)
🟡 अस्थायी संतुलन तब जब U अधिकतम ⇒ θ = 180° (चुंबक क्षेत्र के विपरीत)
🧮 ऊर्जा:
(i) θ = 0° ⇒ U_min = −mB = −(0.32)(0.15) = −0.048 J
(ii) θ = 180° ⇒ U_max = +mB = +(0.32)(0.15) = +0.048 J
🔴 निष्कर्ष: स्थायी संतुलन (समान्तर) पर U = −0.048 J; अस्थायी (विपरीत) पर U = +0.048 J।

Question 5.3
एक परिसालिका में पास-पास लिपटे हुए 800 फेरे हैं, तथा इसका अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल 2.5 × 10⁻⁴ m² है और इसमें 3.0 A धारा प्रवाहित हो रही है। समझाइए कि किस अर्थ में यह परिसालिका एक छड़ चुंबक की तरह व्यवहार करती है? इसके साथ जुड़ा हुआ चुंबकीय आघूर्ण का परिमाण क्या है?

Answer
🔵 अवधारणा: लम्बी, सघन परिसालिका के सिरों पर प्रभावी उत्तरी-दक्षिणी ध्रुव बनते हैं और यह समतुल्य चुंबकीय द्विध्रुव की तरह व्यवहार करती है, जिसका चुंबकीय आघूर्ण m = N I A होता है।
🟢 मान: N = 800, I = 3.0 A, A = 2.5 × 10⁻⁴ m²
🟡 गणना: m = 800 × 3.0 × 2.5 × 10⁻⁴ = 800 × 7.5 × 10⁻⁴ = 0.60 J·T⁻¹ (A·m²)
🔴 निष्कर्ष: परिसालिका एक छड़ चुंबक के समतुल्य है; इसका चुंबकीय आघूर्ण 0.60 J·T⁻¹

Question 5.4
यदि प्रश्न 5.3 में बताई गई परिसालिका ऊर्ध्वाधर दिशा के प्रति घूमने के लिए स्वतंत्र हो और इस पर क्षैतिज दिशा में 0.25 T का एकसमान चुंबकीय क्षेत्र लगाया जाए, तो इस परिसालिका पर लगने वाले बल-आघूर्ण का परिमाण उस समय क्या होगा, जब इसकी अक्ष आरम्भिक क्षेत्र की दिशा से 30° का कोण बना रही हो?

Answer
🔵 सूत्र: τ = m B sinθ
🟢 m = 0.60 J·T⁻¹ (Q5.3 से), B = 0.25 T, θ = 30° (sinθ = 0.5)
🟡 गणना: τ = 0.60 × 0.25 × 0.5 = 7.5 × 10⁻² N·m
🔴 निष्कर्ष: बल-आघूर्ण 0.075 N·m (घुमाव की दिशा m को B के समांतर करने वाली)।

Question 5.5
एक छड़ चुंबक जिसका चुंबकीय आघूर्ण 1.5 J T⁻¹ है, 0.22 T के एक एकसमान चुंबकीय क्षेत्र के साथ अनुदिश रखा है।
(a) यह बल-आघूर्ण कितना कार्य करेगा यदि यह चुंबक को चुंबकीय क्षेत्र के (i) लंबवत तथा (ii) विपरीत दिशा में स्थापित करने के लिए घुमाएँ?
(b) स्थिति (i) एवं (ii) में चुंबक पर कितना बल-आघूर्ण होता है?

Answer
🔵 सिद्धान्त: स्थितिज ऊर्जा U = − m B cosθ, तथा τ = m B sinθ
🟢 प्रारम्भिक स्थिति: θᵢ = 0° (समांतर) ⇒ Uᵢ = −mB
(i) अंतिम: θ_f = 90° ⇒ U_f = 0
(ii) अंतिम: θ_f = 180° ⇒ U_f = +mB

✏️ (a) कार्य (बाहरी अभिकर्ता द्वारा) = ΔU = U_f − Uᵢ
(i) ΔU = 0 − (−mB) = mB = (1.5)(0.22) = 0.33 J
(ii) ΔU = (+mB) − (−mB) = 2mB = 2×(1.5)(0.22) = 0.66 J

✏️ (b) बल-आघूर्ण τ = mB sinθ
(i) θ = 90° ⇒ τ = mB = 0.33 N·m
(ii) θ = 180° ⇒ τ = 0 ⇒ 0 N·m

🔴 निष्कर्ष:
✔️ (a) क्रमशः 0.33 J, 0.66 J ; ✔️ (b) क्रमशः 0.33 N·m, 0

Question 5.6
एक परिसालिका जिसमें पास–पास 2000 फेरे लगे हुए हैं, जिसका अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल 1.6 × 10⁻⁴ m² है और जिसमें 4.0 A की धारा प्रवाहित हो रही है।
(a) परिसालिका के चुंबकीय आघूर्ण का मान ज्ञात कीजिए।
(b) पृथ्वी के एकसमान चुंबकीय क्षेत्र 5.0 × 10⁻⁵ T में, यदि इसकी धुरी के साथ 30° का कोण बनाते हुए 7.5 × 10⁻² N·m का बल-आघूर्ण लगाया जाए, तो इस परिसालिका को स्थिर रखने के लिए कितनी धारा प्रवाहित करनी चाहिए?

Answer
🔵 सिद्धान्त: चुंबकीय आघूर्ण m = N I A ; तथा संतुलन हेतु τ = m B sinθ = (N I A) B sinθ

(a)
🟢 N = 2000, I = 4.0 A, A = 1.6 × 10⁻⁴ m²
🧮 m = 2000 × 4.0 × 1.6 × 10⁻⁴ = 1.28 J·T⁻¹ (A·m²)

(b)
🟢 τ = 7.5 × 10⁻² N·m, B = 5.0 × 10⁻⁵ T, θ = 30° ⇒ sinθ = 0.5, N = 2000, A = 1.6 × 10⁻⁴ m²
🧮 I = τ / (N A B sinθ)
= (7.5 × 10⁻²) / (2000 × 1.6 × 10⁻⁴ × 5.0 × 10⁻⁵ × 0.5)
= 9.38 × 10³ A (≈ 9.4 kA)

🔴 निष्कर्ष:
✔️ (a) m = 1.28 J·T⁻¹
✔️ (b) आवश्यक धारा ~ 9.4 kA, जो व्यावहारिक रूप से अत्यधिक बड़ी है (शैक्षणिक उदाहरण)।

Question 5.7
किसी ठोस वस्तु का चुंबकीय आघूर्ण 0.48 J·T⁻¹ है। चुंबक के अक्ष पर 10 cm दूरी पर स्थित बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र B का परिमाण ज्ञात कीजिए —
(i) बिंदु अक्ष (axial line) पर हो, (ii) चुंबक के अभिलम्ब समभाजक (equatorial line) पर स्थित हो।

Answer
🔵 द्विध्रुव (dipole) क्षेत्र:
(i) अक्ष पर: B_axial = (μ₀ / 4π) × (2m / r³)
(ii) समभाजक पर: B_equatorial = (μ₀ / 4π) × (m / r³)
🟢 m = 0.48 J·T⁻¹, r = 10 cm = 0.10 m, μ₀ / 4π = 10⁻⁷ T·m·A⁻¹

🧮 गणना:
(i) B_axial = 10⁻⁷ × (2 × 0.48) / (0.10)³
= 10⁻⁷ × 0.96 / 10⁻³ = 9.6 × 10⁻⁵ T

(ii) B_equatorial = 10⁻⁷ × (0.48) / (0.10)³
= 10⁻⁷ × 0.48 / 10⁻³ = 4.8 × 10⁻⁵ T

🔴 निष्कर्ष:
✔️ (i) अक्ष पर B ≈ 9.6 × 10⁻⁵ T (ध्रुव की ओर/धुरी के अनुदिश)
✔️ (ii) समभाजक पर B ≈ 4.8 × 10⁻⁵ T (धुरी के विपरीत दिशा में, स्पर्शरेखीय)।

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न

🔷 Section – A : बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)

Q1. चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण (Magnetic dipole moment) का मात्रक कौन-सा है?
🔵 (A) A·m
🟢 (B) A·m²
🟠 (C) Wb/m
🔴 (D) N·m²
✔️ उत्तर: (B) A·m²

Q2. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के तीन घटक कौन-से हैं?
🔵 (A) विचलन, झुकाव, ऊर्ध्वाधर घटक
🟢 (B) झुकाव, क्षैतिज घटक, ऊर्ध्वाधर घटक
🟠 (C) विचलन, झुकाव, क्षैतिज घटक
🔴 (D) केवल झुकाव और विचलन
✔️ उत्तर: (C) विचलन, झुकाव, क्षैतिज घटक

Q3. चुंबकीय द्विध्रुव पर चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाला बलाघूर्ण (Torque) है —
🔵 (A) τ = MB cosθ
🟢 (B) τ = MB sinθ
🟠 (C) τ = M + B
🔴 (D) τ = MB tanθ
✔️ उत्तर: (B) τ = MB sinθ

Q4. चुंबक के ध्रुवीय बलों के बीच का बल किसके समान होता है?
🔵 (A) गुरुत्वाकर्षण बल
🟢 (B) विद्युत आवेशों के बीच बल
🟠 (C) प्रत्यास्थ बल
🔴 (D) ऊष्मीय बल
✔️ उत्तर: (B) विद्युत आवेशों के बीच बल

Q5. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) और सापेक्ष पारगम्यता (μᵣ) में संबंध है —
🔵 (A) μᵣ = χ + 2
🟢 (B) μᵣ = 1 + χ
🟠 (C) μᵣ = 1 − χ
🔴 (D) μᵣ = χ − 1
✔️ उत्तर: (B) μᵣ = 1 + χ

Q6. गॉस के चुंबकत्व के नियम के अनुसार —
🔵 (A) चुंबकीय प्रवाह स्थायी होता है
🟢 (B) चुंबकीय एकध्रुव अस्तित्व में नहीं है
🟠 (C) चुंबकीय बल शून्य होता है
🔴 (D) चुंबकीय क्षेत्र केवल विषुवत रेखा पर होता है
✔️ उत्तर: (B) चुंबकीय एकध्रुव अस्तित्व में नहीं है

Q7. चुंबकीय पदार्थ की चुंबकीकरण की प्रवृत्ति बताने वाला परिमाण है —
🔵 (A) पारगम्यता
🟢 (B) संवेगशीलता
🟠 (C) तीव्रता
🔴 (D) आघूर्ण
✔️ उत्तर: (B) संवेगशीलता

Q8. विविकर्षी पदार्थ का उदाहरण है —
🔵 (A) लोहा
🟢 (B) प्लेटिनम
🟠 (C) बिस्मथ
🔴 (D) निकल
✔️ उत्तर: (C) बिस्मथ

Q9. किसी चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा होती है —
🔵 (A) U = MB sinθ
🟢 (B) U = -MB cosθ
🟠 (C) U = MB tanθ
🔴 (D) U = M + B
✔️ उत्तर: (B) U = -MB cosθ

Q10. यदि किसी स्थान पर चुंबकीय झुकाव (I) = 45° हो, तो
tan I = ?
🔵 (A) 1
🟢 (B) √3
🟠 (C) 1/√3
🔴 (D) 0
✔️ उत्तर: (A) 1

Q11. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र का मान —
🔵 (A) (μ₀ / 4π) × (M / r³)
🟢 (B) (μ₀ / 4π) × (2M / r³)
🟠 (C) (μ₀ / 4π) × (M / r²)
🔴 (D) (μ₀ / 4π) × (2M / r²)
✔️ उत्तर: (B) (μ₀ / 4π) × (2M / r³)

Q12. पृथ्वी का चुंबकीय उत्तर ध्रुव भौगोलिक किस ध्रुव के पास होता है?
🔵 (A) भौगोलिक उत्तर
🟢 (B) भौगोलिक दक्षिण
🟠 (C) भूमध्य रेखा
🔴 (D) कोई नहीं
✔️ उत्तर: (B) भौगोलिक दक्षिण

Q13. चुंबकीय पारगम्यता (μ) का विमीय सूत्र है —
🔵 (A) [M¹L¹T⁻¹I⁻¹]
🟢 (B) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟠 (C) [M¹L⁰T⁻²I⁻²]
🔴 (D) [M¹L¹T⁻³I⁻¹]
✔️ उत्तर: (B) [M¹L¹T⁻²I⁻²]

Q14. यदि किसी पदार्थ की χ का मान ऋणात्मक है, तो वह —
🔵 (A) समाकर्षी पदार्थ है
🟢 (B) विविकर्षी पदार्थ है
🟠 (C) अधिचुंबकीय पदार्थ है
🔴 (D) अर्धचालक है
✔️ उत्तर: (B) विविकर्षी पदार्थ है

Q15. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का सामान्य मान लगभग है —
🔵 (A) 10⁻² T
🟢 (B) 10⁻⁴ T
🟠 (C) 10⁻⁶ T
🔴 (D) 10⁻⁸ T
✔️ उत्तर: (B) 10⁻⁴ T

Q16. किसी चुंबकीय पदार्थ में चुंबकीकरण समाप्त करने की न्यूनतम तीव्रता कहलाती है —
🔵 (A) संतृप्ति बिन्दु
🟢 (B) शून्य बिन्दु
🟠 (C) विमुक्ति तीव्रता
🔴 (D) चुंबकीय प्रवाह
✔️ उत्तर: (C) विमुक्ति तीव्रता

Q17. यदि किसी चुंबक का उत्तर ध्रुव पृथ्वी के उत्तर ध्रुव की ओर इंगित करता है, तो यह —
🔵 (A) स्थायी चुंबक है
🟢 (B) अस्थायी चुंबक है
🟠 (C) पृथ्वी के प्रभाव से संतुलित है
🔴 (D) कोई नहीं
✔️ उत्तर: (A) स्थायी चुंबक है

Q18. चुंबकीय द्विध्रुव को क्षेत्र की दिशा में लाने का कारण है —
🔵 (A) बलाघूर्ण
🟢 (B) बल
🟠 (C) आवेश
🔴 (D) ऊर्जा
✔️ उत्तर: (A) बलाघूर्ण

🔶 Section – B : संक्षिप्त एवं मध्यम उत्तर वाले प्रश्न (Short & Medium Answer Questions)

Q19. चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण (Magnetic dipole moment) की परिभाषा लिखिए।
🟢 उत्तर:
➡️ किसी चुंबकीय द्विध्रुव का चुंबकीय आघूर्ण उस चुंबक की ध्रुवीय शक्ति (m) और उसके ध्रुवों के बीच की दूरी (2l) का गुणनफल होता है।
✏️ M = m × 2l
➡️ यह द्विध्रुव की चुंबकित करने की क्षमता को दर्शाता है।
➡️ इसका मात्रक एम्पीयर-मीटर² (A·m²) होता है।

Q20. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के तीन घटकों का नाम लिखिए और उनका अर्थ बताइए।
🟢 उत्तर:
पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के तीन घटक होते हैं —
1️⃣ चुंबकीय विचलन (δ): भौगोलिक उत्तर-दक्षिण दिशा और चुंबकीय उत्तर-दक्षिण दिशा के बीच कोण।
2️⃣ चुंबकीय झुकाव (I): चुंबकीय क्षेत्र रेखा और क्षैतिज तल के बीच कोण।
3️⃣ क्षैतिज घटक (H): चुंबकीय क्षेत्र का वह भाग जो क्षैतिज दिशा में होता है।
💡 संबंध:
B = √(H² + V²), tan I = V/H

Q21. चुंबकीकरण (Magnetisation) क्या होता है?
🟢 उत्तर:
➡️ किसी पदार्थ में उत्पन्न चुंबकीय आघूर्ण प्रति इकाई आयतन को चुंबकीकरण कहते हैं।
✏️ M = m_total / V
जहाँ m_total पदार्थ का कुल चुंबकीय आघूर्ण तथा V उसका आयतन है।
✔️ यह बताता है कि पदार्थ कितना चुंबकित हुआ है।

Q22. विविकर्षी (Diamagnetic) और अधिचुंबकीय (Ferromagnetic) पदार्थों में अंतर लिखिए।
🟢 उत्तर:
🔵 विविकर्षी पदार्थ:
➡️ बाह्य क्षेत्र में हल्का प्रतिकर्षण दिखाते हैं।
➡️ χ का मान ऋणात्मक और बहुत छोटा।
➡️ उदाहरण: बिस्मथ, ताँबा।
🔴 अधिचुंबकीय पदार्थ:
➡️ बाह्य क्षेत्र में तीव्र आकर्षण प्रदर्शित करते हैं।
➡️ χ का मान बहुत बड़ा और धनात्मक।
➡️ उदाहरण: लोहा, निकल, कोबाल्ट।

Q23. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) क्या है तथा इसका सूत्र लिखिए।
🟢 उत्तर:
➡️ किसी पदार्थ की चुंबकित होने की प्रवृत्ति का माप चुंबकीय संवेगशीलता कहलाती है।
✏️ χ = M / H
जहाँ M = चुंबकीकरण, H = चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता।
➡️ यदि χ का मान धनात्मक है तो पदार्थ समाकर्षी या अधिचुंबकीय होता है, और यदि ऋणात्मक है तो विविकर्षी होता है।

Q24. चुंबकीय पारगम्यता (μ) से क्या अभिप्राय है?
🟢 उत्तर:
➡️ यह बताती है कि कोई पदार्थ चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं को अपने अंदर कितनी मात्रा में जाने देता है।
✏️ B = μH
➡️ μ = μ₀μᵣ, जहाँ μ₀ = मुक्त स्थान की पारगम्यता तथा μᵣ = सापेक्ष पारगम्यता।
✔️ μ जितनी अधिक होगी, पदार्थ उतना ही अधिक चुंबकित होगा।

Q25. चुंबकीय विलंब वक्र (चुंबकीकरण-विलंब) क्या होता है?
🟢 उत्तर:
➡️ जब किसी अधिचुंबकीय पदार्थ को बढ़ते हुए और घटते हुए बाह्य चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, तब उसका चुंबकीकरण उसी क्रम में नहीं बदलता, उसमें विलंब होता है।
➡️ चुंबकीय क्षेत्र (H) और चुंबकीकरण (M) के बीच प्राप्त ग्राफ को चुंबकीय विलंब वक्र कहते हैं।
✔️ इस वक्र का क्षेत्रफल चुंबकीय ऊर्जा हानि को दर्शाता है।

Q26. गॉस का चुंबकत्व का नियम लिखिए।
🟢 उत्तर:
➡️ किसी बंद पृष्ठ से होकर जाने वाले कुल चुंबकीय प्रवाह (Φ) का मान सदैव शून्य होता है।
✏️ ∮ B·dS = 0
💡 अर्थ: चुंबकीय एकध्रुव अस्तित्व में नहीं होते; चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ सदैव बंद पथ बनाती हैं।

Q27. अधिचुंबकीय पदार्थों में चुंबकीकरण कैसे उत्पन्न होता है?
🟢 उत्तर:
➡️ अधिचुंबकीय पदार्थों में परमाण्विक स्तर पर सूक्ष्म चुंबकीय क्षेत्र वाले छोटे-छोटे प्रदेश (Domains) होते हैं।
➡️ सामान्य अवस्था में ये प्रदेश अनियमित दिशा में रहते हैं।
➡️ बाहरी चुंबकीय क्षेत्र लगाने पर ये सभी एक दिशा में संरेखित हो जाते हैं जिससे अत्यधिक चुंबकीकरण उत्पन्न होता है।

🔶 Section – C : दीर्घ एवं अनुप्रयोग आधारित प्रश्न (Long & Application-Based Questions)

Q28. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का वर्णन कीजिए तथा इसके विभिन्न घटकों का महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
पृथ्वी स्वयं एक विशाल चुंबक के समान है। इसके अंदर तरल धातुएँ (जैसे लोहा और निकेल) निरंतर गति में रहती हैं, जिनसे विद्युत धाराएँ उत्पन्न होती हैं। ये धाराएँ पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र बनाती हैं।
पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के घटक:
1️⃣ चुंबकीय विचलन (δ): यह भौगोलिक उत्तर-दक्षिण दिशा और चुंबकीय उत्तर-दक्षिण दिशा के बीच का कोण होता है। यह दर्शाता है कि चुंबकीय सूई भौगोलिक दिशा से कितनी मुड़ी है।
2️⃣ चुंबकीय झुकाव (I): यह चुंबकीय क्षेत्र रेखा और क्षैतिज तल के बीच का कोण होता है। इससे ज्ञात होता है कि चुंबकीय क्षेत्र क्षैतिज तल से कितना झुका है।
3️⃣ क्षैतिज घटक (H): चुंबकीय क्षेत्र का वह भाग जो क्षैतिज दिशा में होता है।
💡 संबंध:
B = √(H² + V²) और tan I = V/H
महत्त्व:
✔️ दिशा निर्धारण, नौपरिवहन, कंपास तथा भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण में यह क्षेत्र अत्यंत उपयोगी है।

Q29. चुंबकीय विलंब वक्र (चुंबकीकरण-विलंब वक्र) का चित्रात्मक एवं सैद्धांतिक वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
जब किसी अधिचुंबकीय पदार्थ जैसे लोहे को बढ़ते हुए बाह्य चुंबकीय क्षेत्र (H) में रखा जाता है, तो उसका चुंबकीकरण (M) बढ़ता है और एक सीमा पर पहुँचकर संतृप्ति (Saturation) प्राप्त करता है।
जब चुंबकीय क्षेत्र घटाया जाता है, तो चुंबकीकरण उसी मार्ग से वापस नहीं आता, बल्कि कुछ चुंबकीकरण बना रहता है जिसे अवशिष्ट चुंबकीकरण कहा जाता है।
यदि क्षेत्र की दिशा उलटी की जाए, तो चुंबकीकरण की दिशा भी उलट जाती है और एक नया वक्र बनता है।
💡 यह सम्पूर्ण प्रक्रिया चुंबकीय विलंब वक्र कहलाती है।
मुख्य बिंदु:
1️⃣ संतृप्ति बिंदु — जब पदार्थ पूर्ण चुंबकित हो जाता है।
2️⃣ अवशिष्ट चुंबकीकरण — जब क्षेत्र हटाने पर भी चुंबकीकरण बना रहता है।
3️⃣ विमुक्ति तीव्रता — चुंबकीकरण को समाप्त करने के लिए आवश्यक न्यूनतम क्षेत्र।
4️⃣ वक्र का क्षेत्रफल चुंबकीय ऊर्जा हानि को दर्शाता है।
✔️ कोमल लोहा – ऊर्जा हानि कम, विद्युतचुंबक हेतु उपयुक्त।
✔️ कठोर लोहा – ऊर्जा हानि अधिक, स्थायी चुंबक हेतु उपयुक्त।

Q30. गॉस के चुंबकत्व के नियम को समझाइए और उसका भौतिक अर्थ बताइए।
🟢 उत्तर:
गॉस का चुंबकत्व का नियम कहता है कि किसी भी बंद पृष्ठ से होकर जाने वाले कुल चुंबकीय प्रवाह (Φ) का मान सदैव शून्य होता है।
✏️ ∮ B·dS = 0
भौतिक अर्थ:
1️⃣ चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ सदैव बंद पथ बनाती हैं।
2️⃣ चुंबकीय एकांध्रुव (Monopole) का अस्तित्व नहीं है।
3️⃣ चुंबक के उत्तर और दक्षिण ध्रुव सदैव जोड़े में पाए जाते हैं।
💡 निष्कर्ष:
गॉस का नियम यह स्पष्ट करता है कि चुंबकीय क्षेत्र की प्रकृति घूर्णीय होती है और यह किसी एकल स्रोत से उत्पन्न नहीं होता।

Q31. विविकर्षी, समाकर्षी और अधिचुंबकीय पदार्थों के चुंबकीय गुणों की तुलना कीजिए।
🟢 उत्तर:
➡️ विविकर्षी पदार्थ बाहरी क्षेत्र में हल्का विकर्षण प्रदर्शित करते हैं। इनकी संवेगशीलता (χ) ऋणात्मक तथा बहुत छोटी होती है। सापेक्ष पारगम्यता (μᵣ) का मान 1 से कम होता है। क्षेत्र हटाने पर चुंबकीकरण समाप्त हो जाता है। उदाहरण – बिस्मथ, ताँबा।
➡️ समाकर्षी पदार्थ बाहरी क्षेत्र में हल्का आकर्षण दिखाते हैं। इनकी संवेगशीलता (χ) धनात्मक और छोटी होती है, पारगम्यता (μᵣ) का मान 1 से थोड़ा अधिक होता है। क्षेत्र हटाने पर चुंबकीकरण समाप्त हो जाता है। उदाहरण – एल्युमिनियम, प्लेटिनम।
➡️ अधिचुंबकीय पदार्थ बाहरी क्षेत्र में अत्यधिक आकर्षण दिखाते हैं। इनकी संवेगशीलता (χ) बहुत बड़ी और धनात्मक होती है। पारगम्यता (μᵣ) बहुत अधिक होती है। क्षेत्र हटाने पर कुछ चुंबकीकरण बना रहता है। उदाहरण – लोहा, निकल, कोबाल्ट।
💡 निष्कर्ष: अधिचुंबकीय पदार्थों में चुंबकीय प्रदेश (Domains) समान दिशा में संरेखित होकर अत्यधिक चुंबकीकरण उत्पन्न करते हैं।

Q32. चुंबकीय द्विध्रुव पर चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाले बलाघूर्ण एवं स्थितिज ऊर्जा का सिद्धान्त स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
(i) बलाघूर्ण:
मान लीजिए चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण M किसी चुंबकीय क्षेत्र B में कोण θ पर रखा है। तब उस पर लगने वाला बलाघूर्ण —
✏️ τ = MB sinθ
यह बलाघूर्ण द्विध्रुव को चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में घुमाने का कार्य करता है।
(ii) स्थितिज ऊर्जा:
यदि चुंबकीय द्विध्रुव को चुंबकीय क्षेत्र में कोण θ पर रखा जाए, तो उसकी स्थितिज ऊर्जा —
✏️ U = -MB cosθ
जब θ = 0°, तब U = -MB (न्यूनतम), और जब θ = 180°, तब U = +MB (अधिकतम)।
💡 निष्कर्ष:
द्विध्रुव सदैव न्यूनतम ऊर्जा की स्थिति में, अर्थात् चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में, स्थिर रहता है।

Q33. चुंबकीय आघूर्ण का मापन किस प्रकार किया जाता है? संक्षेप में विधि लिखिए।
🟢 उत्तर:
चुंबकीय आघूर्ण (M) मापने की दो प्रमुख विधियाँ हैं —
(i) झुकाव विधि (Deflection Method):
➡️ चुंबक को पृथ्वी के क्षैतिज चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है।
➡️ चुंबकीय सूई का विचलन कोण (θ) मापा जाता है।
➡️ यदि H₁ पृथ्वी का क्षैतिज घटक है और H₂ चुंबक के कारण उत्पन्न क्षेत्र है, तो
✏️ tan θ = H₂ / H₁
➡️ ज्ञात दूरी पर H₂ के मान से चुंबकीय आघूर्ण (M) ज्ञात किया जा सकता है।
(ii) टॉर्शन विधि (Torsion Method):
➡️ चुंबक को पतले रेशे से लटकाकर चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है।
➡️ चुंबक पर लगने वाले बलाघूर्ण और रेशे के प्रत्यास्थ आघूर्ण से M का मान ज्ञात किया जाता है।
✏️ M = (2π I / T²) × (θ / H)
💡 निष्कर्ष:
दोनों विधियों से प्राप्त परिणाम समान होते हैं; यह चुंबक की तीव्रता मापने का मूल सिद्धान्त है।

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Neet पिछले सालों के प्रश्न

Q1. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव (I) 90° होने पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा कैसी होगी?
🔵 (A) क्षैतिज
🟢 (B) ऊर्ध्वाधर
🟠 (C) 45° पर झुकी हुई
🔴 (D) शून्य
✔️ उत्तर: (B) ऊर्ध्वाधर
(NEET 2023 | Shift 1)

Q2. किसी स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक H और झुकाव I है। चुंबकीय क्षेत्र का कुल परिमाण होगा —
🔵 (A) H cos I
🟢 (B) H sin I
🟠 (C) H / cos I
🔴 (D) H / sin I
✔️ उत्तर: (C) H / cos I
(NEET 2022 | Shift 2)

Q3. चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा U = -MB cosθ होती है। जब θ = 180°, तब U का मान होगा —
🔵 (A) शून्य
🟢 (B) -MB
🟠 (C) +MB
🔴 (D) 2MB
✔️ उत्तर: (C) +MB
(NEET 2021 | Set M)

Q4. किसी चुंबकीय द्विध्रुव पर चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाला बलाघूर्ण अधिकतम होगा जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (B) θ = 90°
(NEET 2020 | Set G2)

Q5. यदि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र क्षैतिज है, तो उस स्थान का झुकाव कोण होगा —
🔵 (A) 0°
🟢 (B) 45°
🟠 (C) 60°
🔴 (D) 90°
✔️ उत्तर: (A) 0°
(NEET 2019 | Shift 1)

Q6. किसी स्थान पर पृथ्वी का चुंबकीय झुकाव 45° है। यदि क्षैतिज घटक 0.3 G है, तो ऊर्ध्वाधर घटक होगा —
🔵 (A) 0.3 G
🟢 (B) 0.15 G
🟠 (C) 0.424 G
🔴 (D) 0.6 G
✔️ उत्तर: (C) 0.424 G
(NEET 2018 | Shift 2)

Q7. गॉस के चुंबकत्व के नियम के अनुसार —
🔵 (A) चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ खुली होती हैं
🟢 (B) चुंबकीय एकध्रुव होते हैं
🟠 (C) चुंबकीय प्रवाह सदैव शून्य होता है
🔴 (D) चुंबकीय क्षेत्र असतत होता है
✔️ उत्तर: (C) चुंबकीय प्रवाह सदैव शून्य होता है
(NEET 2017 | Code P)

Q8. पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र किस कारण उत्पन्न होता है?
🔵 (A) पृथ्वी का घूर्णन
🟢 (B) सूर्य का प्रभाव
🟠 (C) तरल धातुओं में विद्युत धारा
🔴 (D) वायुमंडलीय दाब
✔️ उत्तर: (C) तरल धातुओं में विद्युत धारा
(NEET 2017 | Code R)

Q9. चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव पर लगने वाला बलाघूर्ण होगा —
🔵 (A) τ = MB sinθ
🟢 (B) τ = MB cosθ
🟠 (C) τ = MB tanθ
🔴 (D) τ = MB / sinθ
✔️ उत्तर: (A) τ = MB sinθ
(NEET 2016 | Phase II)

Q10. पृथ्वी के चुंबकीय उत्तर ध्रुव के निकट झुकाव का मान होगा —
🔵 (A) 0°
🟢 (B) 30°
🟠 (C) 60°
🔴 (D) 90°
✔️ उत्तर: (D) 90°
(NEET 2016 | Phase I)

Q11. किसी पदार्थ की चुंबकीय संवेगशीलता ऋणात्मक है, तो वह पदार्थ होगा —
🔵 (A) समाकर्षी
🟢 (B) विविकर्षी
🟠 (C) अधिचुंबकीय
🔴 (D) अर्धचालक
✔️ उत्तर: (B) विविकर्षी
(AIPMT 2015 | Set A)

Q12. चुंबकीय क्षेत्र में किसी द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा अधिकतम होती है जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (C) θ = 180°
(AIPMT 2014 | Code Q)

Q13. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) का विमीय सूत्र क्या है?
🔵 (A) विमारहित
🟢 (B) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟠 (C) [M⁰L⁰T⁰I⁰]
🔴 (D) [M⁰L⁰T⁰I¹]
✔️ उत्तर: (A) विमारहित
(AIPMT 2013 | Paper 1)

Q14. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक सबसे अधिक कहाँ होता है?
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) कहीं भी समान
✔️ उत्तर: (A) भूमध्य रेखा पर
(AIPMT 2012)

Q15. पृथ्वी के चुंबकीय झुकाव का मान भूमध्य रेखा पर होगा —
🔵 (A) 90°
🟢 (B) 45°
🟠 (C) 0°
🔴 (D) 30°
✔️ उत्तर: (C) 0°
(AIPMT 2011)

Q16. किसी अधिचुंबकीय पदार्थ में चुंबकीय क्षेत्र बढ़ाने पर चुंबकीकरण —
🔵 (A) घटता है
🟢 (B) पहले बढ़ता फिर स्थिर होता है
🟠 (C) सदैव बढ़ता रहता है
🔴 (D) पहले घटता फिर बढ़ता है
✔️ उत्तर: (B) पहले बढ़ता फिर स्थिर होता है
(AIPMT 2010)

Q17. चुंबकीय पारगम्यता (μ) और चुंबकीय तीव्रता (H) के बीच संबंध है —
🔵 (A) B = μH
🟢 (B) B = μ/H
🟠 (C) B = μ + H
🔴 (D) B = H/μ
✔️ उत्तर: (A) B = μH
(NEET 2015)

Q18. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर क्षेत्र का मान विषुवत बिंदु की तुलना में —
🔵 (A) दोगुना
🟢 (B) आधा
🟠 (C) चार गुना
🔴 (D) समान
✔️ उत्तर: (A) दोगुना
(AIPMT 2014 | Code R)

Q19. चुंबकीय पारगम्यता का SI मात्रक है —
🔵 (A) N·A⁻²
🟢 (B) H·m⁻¹
🟠 (C) T·m·A⁻¹
🔴 (D) Wb·A⁻¹
✔️ उत्तर: (B) H·m⁻¹
(NEET 2019)

Q20. किसी पदार्थ की चुंबकीय संवेगशीलता का मान यदि बहुत अधिक है, तो वह पदार्थ होगा —
🔵 (A) विविकर्षी
🟢 (B) समाकर्षी
🟠 (C) अधिचुंबकीय
🔴 (D) उष्माचालक
✔️ उत्तर: (C) अधिचुंबकीय
(NEET 2018)

Q21. पृथ्वी के चुंबकीय दक्षिण ध्रुव का स्थान होता है —
🔵 (A) भौगोलिक उत्तर ध्रुव के पास
🟢 (B) भौगोलिक दक्षिण ध्रुव के पास
🟠 (C) भूमध्य रेखा पर
🔴 (D) कहीं भी नहीं
✔️ उत्तर: (A) भौगोलिक उत्तर ध्रुव के पास
(NEET 2017)

Q22. चुंबकीय आघूर्ण का मात्रक है —
🔵 (A) A·m
🟢 (B) A·m²
🟠 (C) Wb·m
🔴 (D) N·A⁻¹
✔️ उत्तर: (B) A·m²
(AIPMT 2015)

Q23. चुंबकीय द्विध्रुव के विषुवत बिंदु पर क्षेत्र की दिशा होती है —
🔵 (A) चुंबक की धुरी के साथ
🟢 (B) ध्रुव से बाहर की ओर
🟠 (C) ध्रुव के विपरीत दिशा में
🔴 (D) धुरी के लम्बवत
✔️ उत्तर: (D) धुरी के लम्बवत
(NEET 2020)

Q24. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का सामान्य मान लगभग होता है —
🔵 (A) 10⁻² T
🟢 (B) 10⁻⁴ T
🟠 (C) 10⁻⁶ T
🔴 (D) 10⁻⁸ T
✔️ उत्तर: (B) 10⁻⁴ T
(NEET 2016)

Q25. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ किस प्रकार की होती हैं?
🔵 (A) खुली रेखाएँ
🟢 (B) बंद वक्र रेखाएँ
🟠 (C) सीधी रेखाएँ
🔴 (D) अनिश्चित रेखाएँ
✔️ उत्तर: (B) बंद वक्र रेखाएँ
(NEET 2015)

Q26. चुंबकीय द्विध्रुव के विषुवत बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र का मान होता है —
🔵 (A) (μ₀/4π) × (M/r³)
🟢 (B) (μ₀/4π) × (2M/r³)
🟠 (C) (μ₀/4π) × (M/2r³)
🔴 (D) (μ₀/4π) × (3M/r³)
✔️ उत्तर: (A) (μ₀/4π) × (M/r³)
(NEET 2023 | Shift 2)

Q27. चुंबकीय क्षेत्र में रखे चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा अधिकतम होगी जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (C) θ = 180°
(NEET 2022 | Shift 1)

Q28. किसी अधिचुंबकीय पदार्थ में चुंबकीय प्रदेश (Domains) की दिशा होती है —
🔵 (A) अनियमित
🟢 (B) समानांतर
🟠 (C) लम्बवत
🔴 (D) तिरछी
✔️ उत्तर: (A) अनियमित
(NEET 2021 | Set S3)

Q29. चुंबकीय संवेगशीलता का मान सबसे अधिक किस पदार्थ में होता है?
🔵 (A) विविकर्षी
🟢 (B) समाकर्षी
🟠 (C) अधिचुंबकीय
🔴 (D) अर्धचालक
✔️ उत्तर: (C) अधिचुंबकीय
(NEET 2020 | Set F)

Q30. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के कारण किसी स्वतंत्र चुंबक की सूई —
🔵 (A) पूर्व-पश्चिम दिशा में रहती है
🟢 (B) उत्तर-दक्षिण दिशा में रहती है
🟠 (C) लम्बवत रहती है
🔴 (D) स्थिर रहती है
✔️ उत्तर: (B) उत्तर-दक्षिण दिशा में रहती है
(NEET 2019 | Paper 2)

Q31. किसी चुंबकीय पदार्थ की चुंबकीय संवेगशीलता (χ) यदि 0 से अधिक है, तो वह पदार्थ होगा —
🔵 (A) विविकर्षी
🟢 (B) समाकर्षी
🟠 (C) अधिचुंबकीय
🔴 (D) गैरचुंबकीय
✔️ उत्तर: (B) समाकर्षी
(NEET 2018 | Paper 1)

Q32. चुंबकीय द्विध्रुव के लिए बलाघूर्ण शून्य होगा जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 45°
🔴 (D) θ = 60°
✔️ उत्तर: (A) θ = 0°
(NEET 2017 | Code R)

Q33. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का मान ध्रुवों पर कैसा होता है?
🔵 (A) अधिकतम
🟢 (B) न्यूनतम
🟠 (C) शून्य
🔴 (D) अनिश्चित
✔️ उत्तर: (A) अधिकतम
(NEET 2016)

Q34. किसी चुंबक की ध्रुवीय शक्ति दुगुनी कर दी जाए, तो उसका चुंबकीय आघूर्ण —
🔵 (A) आधा
🟢 (B) दुगुना
🟠 (C) चार गुना
🔴 (D) अपरिवर्तित
✔️ उत्तर: (B) दुगुना
(NEET 2015)

Q35. चुंबकीय क्षेत्र में रखे द्विध्रुव की संतुलन स्थिति किस पर निर्भर करती है?
🔵 (A) θ पर
🟢 (B) क्षेत्र की तीव्रता पर
🟠 (C) द्विध्रुव के आघूर्ण पर
🔴 (D) उपर्युक्त सभी पर
✔️ उत्तर: (D) उपर्युक्त सभी पर
(NEET 2014)

Q36. किसी विविकर्षी पदार्थ की सापेक्ष पारगम्यता (μᵣ) का मान होगा —
🔵 (A) > 1
🟢 (B) = 1
🟠 (C) < 1
🔴 (D) = 0
✔️ उत्तर: (C) < 1
(AIPMT 2013)

Q37. यदि किसी स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 60° और क्षैतिज घटक 0.3 G है, तो ऊर्ध्वाधर घटक होगा —
🔵 (A) 0.52 G
🟢 (B) 0.26 G
🟠 (C) 0.173 G
🔴 (D) 0.45 G
✔️ उत्तर: (B) 0.26 G
(AIPMT 2012)

Q38. चुंबकीय द्विध्रुव की चुंबकीय ऊर्जा का न्यूनतम मान कब होता है?
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 45°
🟠 (C) θ = 90°
🔴 (D) θ = 180°
✔️ उत्तर: (A) θ = 0°
(AIPMT 2011)

Q39. चुंबकीय पारगम्यता और संवेगशीलता के बीच संबंध है —
🔵 (A) μᵣ = 1 − χ
🟢 (B) μᵣ = 1 + χ
🟠 (C) μᵣ = χ
🔴 (D) μᵣ = 1/χ
✔️ उत्तर: (B) μᵣ = 1 + χ
(AIPMT 2010)

Q40. यदि किसी चुंबकीय पदार्थ की पारगम्यता μ अधिक है, तो —
🔵 (A) वह कम चुंबकित होगा
🟢 (B) वह अधिक चुंबकित होगा
🟠 (C) चुंबकित नहीं होगा
🔴 (D) वह विविकर्षी होगा
✔️ उत्तर: (B) वह अधिक चुंबकित होगा
(NEET 2019)

Q41. पृथ्वी के चुंबकीय दक्षिण ध्रुव का स्थान भौगोलिक दृष्टि से कहाँ है?
🔵 (A) भौगोलिक दक्षिण
🟢 (B) भौगोलिक उत्तर
🟠 (C) भूमध्य रेखा
🔴 (D) दोनों ध्रुवों पर
✔️ उत्तर: (B) भौगोलिक उत्तर
(NEET 2020)

Q42. किसी चुंबकीय द्विध्रुव का चुंबकीय आघूर्ण बढ़ाने पर संतुलन स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
🔵 (A) कोई प्रभाव नहीं
🟢 (B) स्थिरता बढ़ेगी
🟠 (C) स्थिरता घटेगी
🔴 (D) दिशा बदल जाएगी
✔️ उत्तर: (B) स्थिरता बढ़ेगी
(NEET 2021)

Q43. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ सदैव कैसी होती हैं?
🔵 (A) खुली
🟢 (B) बंद
🟠 (C) असतत
🔴 (D) सीधी
✔️ उत्तर: (B) बंद
(NEET 2018)

Q44. चुंबकीय संवेगशीलता ऋणात्मक होती है —
🔵 (A) विविकर्षी पदार्थों के लिए
🟢 (B) समाकर्षी पदार्थों के लिए
🟠 (C) अधिचुंबकीय पदार्थों के लिए
🔴 (D) निर्वात के लिए
✔️ उत्तर: (A) विविकर्षी पदार्थों के लिए
(NEET 2017)

Q45. यदि पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक शून्य हो जाए, तो झुकाव का मान होगा —
🔵 (A) 0°
🟢 (B) 45°
🟠 (C) 60°
🔴 (D) 90°
✔️ उत्तर: (D) 90°
(NEET 2016)

Q46. चुंबकीय पारगम्यता (μ) का आयामी सूत्र है —
🔵 (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟢 (B) [M⁰L⁰T⁰I⁰]
🟠 (C) [M¹L¹T⁻¹I⁻¹]
🔴 (D) [M¹L²T⁻³I⁻²]
✔️ उत्तर: (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
(NEET 2015)

Q47. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर क्षेत्र की दिशा होती है —
🔵 (A) उत्तर से दक्षिण की ओर
🟢 (B) दक्षिण से उत्तर की ओर
🟠 (C) चुंबक की धुरी के लम्बवत
🔴 (D) किसी दिशा में नहीं
✔️ उत्तर: (B) दक्षिण से उत्तर की ओर
(NEET 2023)

Q48. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ किसी चुंबक के बाहर किस दिशा में होती हैं?
🔵 (A) दक्षिण से उत्तर
🟢 (B) उत्तर से दक्षिण
🟠 (C) अंदर की ओर
🔴 (D) कोई निश्चित दिशा नहीं
✔️ उत्तर: (B) उत्तर से दक्षिण
(NEET 2022)

Q49. किसी अधिचुंबकीय पदार्थ में चुंबकीकरण हटाने के बाद भी शेष रहता है, इसे क्या कहते हैं?
🔵 (A) संतृप्ति
🟢 (B) विमुक्ति
🟠 (C) अवशिष्ट चुंबकीकरण
🔴 (D) पारगम्यता
✔️ उत्तर: (C) अवशिष्ट चुंबकीकरण
(NEET 2021)

Q50. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का मान न्यूनतम कहाँ होता है?
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) कोई नहीं
✔️ उत्तर: (A) भूमध्य रेखा पर
(NEET 2018)

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JEE MAINS पिछले सालों के प्रश्न

Q1. किसी चुंबकीय द्विध्रुव के लिए स्थितिज ऊर्जा अधिकतम होगी जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (C) θ = 180°
(JEE Main 2025 | Shift 2)

Q2. यदि पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 0° है, तो क्षेत्र होगा —
🔵 (A) क्षैतिज
🟢 (B) ऊर्ध्वाधर
🟠 (C) झुका हुआ
🔴 (D) शून्य
✔️ उत्तर: (A) क्षैतिज
(JEE Main 2024 | Shift 1)

Q3. पृथ्वी का चुंबकीय झुकाव 90° कहाँ होता है?
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) कहीं नहीं
✔️ उत्तर: (B) ध्रुवों पर
(JEE Main 2024 | Shift 2)

Q4. चुंबकीय द्विध्रुव पर चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाला बलाघूर्ण होता है —
🔵 (A) τ = MB sinθ
🟢 (B) τ = MB cosθ
🟠 (C) τ = MB tanθ
🔴 (D) τ = MB / sinθ
✔️ उत्तर: (A) τ = MB sinθ
(JEE Main 2023 | Session 2)

Q5. पृथ्वी का चुंबकीय दक्षिण ध्रुव कहाँ स्थित है?
🔵 (A) भौगोलिक दक्षिण ध्रुव के पास
🟢 (B) भौगोलिक उत्तर ध्रुव के पास
🟠 (C) भूमध्य रेखा पर
🔴 (D) किसी भी ध्रुव पर नहीं
✔️ उत्तर: (B) भौगोलिक उत्तर ध्रुव के पास
(JEE Main 2023 | Session 1)

Q6. किसी पदार्थ की चुंबकीय संवेगशीलता ऋणात्मक होने का अर्थ है —
🔵 (A) पदार्थ अधिचुंबकीय है
🟢 (B) पदार्थ विविकर्षी है
🟠 (C) पदार्थ समाकर्षी है
🔴 (D) पदार्थ गैरचुंबकीय है
✔️ उत्तर: (B) पदार्थ विविकर्षी है
(JEE Main 2022 | Shift 1)

Q7. चुंबकीय पारगम्यता (μ) का SI मात्रक क्या है?
🔵 (A) T·m·A⁻¹
🟢 (B) H·m⁻¹
🟠 (C) N·A⁻²
🔴 (D) Wb·A⁻¹
✔️ उत्तर: (B) H·m⁻¹
(JEE Main 2022 | Shift 2)

Q8. चुंबकीय क्षेत्र में द्विध्रुव पर लगने वाले बलाघूर्ण का दिशा-निर्धारण किस नियम से होता है?
🔵 (A) दाएँ हाथ का नियम
🟢 (B) बाएँ हाथ का नियम
🟠 (C) क्रॉस गुणन नियम
🔴 (D) दोनों (A) और (C)
✔️ उत्तर: (D) दोनों (A) और (C)
(JEE Main 2021 | Shift 1)

Q9. यदि किसी स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 45° है और क्षैतिज घटक 0.2 G है, तो कुल क्षेत्र B होगा —
🔵 (A) 0.2 G
🟢 (B) 0.282 G
🟠 (C) 0.4 G
🔴 (D) 0.173 G
✔️ उत्तर: (B) 0.282 G
(JEE Main 2021 | Shift 2)

Q10. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) और सापेक्ष पारगम्यता (μᵣ) में संबंध है —
🔵 (A) μᵣ = 1 − χ
🟢 (B) μᵣ = 1 + χ
🟠 (C) μᵣ = χ
🔴 (D) μᵣ = 1/χ
✔️ उत्तर: (B) μᵣ = 1 + χ
(JEE Main 2020 | Shift 1)

Q11. गॉस का चुंबकत्व का नियम बताता है कि —
🔵 (A) चुंबकीय क्षेत्र असतत होता है
🟢 (B) चुंबकीय प्रवाह का मान शून्य होता है
🟠 (C) चुंबकीय रेखाएँ खुली होती हैं
🔴 (D) चुंबकीय ध्रुव स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में होते हैं
✔️ उत्तर: (B) चुंबकीय प्रवाह का मान शून्य होता है
(JEE Main 2020 | Shift 2)

Q12. चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा होगी —
🔵 (A) U = MB sinθ
🟢 (B) U = -MB cosθ
🟠 (C) U = MB cosθ
🔴 (D) U = MB tanθ
✔️ उत्तर: (B) U = -MB cosθ
(JEE Main 2019 | Shift 1)

Q13. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का सामान्य मान है —
🔵 (A) 10⁻² T
🟢 (B) 10⁻⁴ T
🟠 (C) 10⁻⁶ T
🔴 (D) 10⁻⁸ T
✔️ उत्तर: (B) 10⁻⁴ T
(JEE Main 2019 | Shift 2)

Q14. यदि किसी चुंबक की ध्रुवीय शक्ति m और ध्रुवों के बीच दूरी 2l है, तो चुंबकीय आघूर्ण M = ?
🔵 (A) m/l
🟢 (B) m×2l
🟠 (C) m²/l
🔴 (D) 2m/l
✔️ उत्तर: (B) m×2l
(JEE Main 2018 | Paper 1)

Q15. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का विचलन किसके बीच कोण है?
🔵 (A) क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर रेखाओं के बीच
🟢 (B) भौगोलिक एवं चुंबकीय उत्तर के बीच
🟠 (C) चुंबकीय उत्तर और दक्षिण रेखा के बीच
🔴 (D) चुंबकीय झुकाव और क्षेत्र रेखा के बीच
✔️ उत्तर: (B) भौगोलिक एवं चुंबकीय उत्तर के बीच
(JEE Main 2018 | Paper 2)

Q16. विविकर्षी पदार्थ की सापेक्ष पारगम्यता का मान —
🔵 (A) 1 से कम
🟢 (B) 1 से अधिक
🟠 (C) अनंत
🔴 (D) ठीक 1
✔️ उत्तर: (A) 1 से कम
(JEE Main 2017 | Online)

Q17. चुंबकीय द्विध्रुव के विषुवत बिंदु पर क्षेत्र की दिशा होती है —
🔵 (A) चुंबक की धुरी के समानांतर
🟢 (B) धुरी के लम्बवत
🟠 (C) उत्तर से दक्षिण की ओर
🔴 (D) दक्षिण से उत्तर की ओर
✔️ उत्तर: (B) धुरी के लम्बवत
(JEE Main 2017 | Paper)

Q18. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ चुंबक के बाहर किस दिशा में होती हैं?
🔵 (A) दक्षिण से उत्तर
🟢 (B) उत्तर से दक्षिण
🟠 (C) वामावर्त
🔴 (D) घड़ी की दिशा में
✔️ उत्तर: (B) उत्तर से दक्षिण
(JEE Main 2016 | Paper)

Q19. यदि पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 60° है और क्षैतिज घटक 0.3 G है, तो कुल क्षेत्र B होगा —
🔵 (A) 0.3 G
🟢 (B) 0.346 G
🟠 (C) 0.26 G
🔴 (D) 0.15 G
✔️ उत्तर: (B) 0.346 G
(JEE Main 2016 | Paper 1)

Q20. किसी चुंबकीय द्विध्रुव पर लगने वाला बल शून्य कब होता है?
🔵 (A) जब द्विध्रुव समानांतर हो
🟢 (B) जब क्षेत्र असमान हो
🟠 (C) जब क्षेत्र समान हो
🔴 (D) जब θ = 90° हो
✔️ उत्तर: (C) जब क्षेत्र समान हो
(JEE Main 2015 | Online)

Q21. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 0° कहाँ होता है?
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) किसी स्थान पर नहीं
✔️ उत्तर: (A) भूमध्य रेखा पर
(JEE Main 2015 | Offline)

Q22. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर क्षेत्र का मान विषुवत बिंदु की तुलना में —
🔵 (A) दोगुना
🟢 (B) आधा
🟠 (C) समान
🔴 (D) चार गुना
✔️ उत्तर: (A) दोगुना
(JEE Main 2019 | Shift 2)

Q23. चुंबकीय संवेगशीलता का विमीय सूत्र क्या है?
🔵 (A) विमारहित
🟢 (B) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟠 (C) [M⁰L⁰T⁰I¹]
🔴 (D) [M⁻¹L⁻¹T⁻¹I⁻¹]
✔️ उत्तर: (A) विमारहित
(JEE Main 2018 | Paper 1)

Q24. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के झुकाव (I) और घटकों में संबंध है —
🔵 (A) tan I = H/V
🟢 (B) tan I = V/H
🟠 (C) sin I = H/V
🔴 (D) cos I = H/V
✔️ उत्तर: (B) tan I = V/H
(JEE Main 2020 | Shift 1)

Q25. चुंबकीय द्विध्रुव के लिए स्थितिज ऊर्जा का सूत्र है —
🔵 (A) U = -MB cosθ
🟢 (B) U = MB sinθ
🟠 (C) U = MB tanθ
🔴 (D) U = MB / sinθ
✔️ उत्तर: (A) U = -MB cosθ
(JEE Main 2022 | Shift 2)

Q26. चुंबकीय द्विध्रुव के विषुवत बिंदु पर क्षेत्र का मान होता है —
🔵 (A) (μ₀/4π)(2M/r³)
🟢 (B) (μ₀/4π)(M/r³)
🟠 (C) (μ₀/2π)(M/r³)
🔴 (D) (μ₀/8π)(M/r³)
✔️ उत्तर: (B) (μ₀/4π)(M/r³)
(JEE Main 2025 | Shift 1)

Q27. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक H और झुकाव I है। कुल क्षेत्र B = ?
🔵 (A) H cos I
🟢 (B) H sin I
🟠 (C) H / cos I
🔴 (D) H / sin I
✔️ उत्तर: (C) H / cos I
(JEE Main 2024 | Shift 2)

Q28. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ चुंबक के अंदर और बाहर क्रमशः किस दिशा में होती हैं?
🔵 (A) अंदर उत्तर से दक्षिण, बाहर दक्षिण से उत्तर
🟢 (B) अंदर दक्षिण से उत्तर, बाहर उत्तर से दक्षिण
🟠 (C) दोनों समान
🔴 (D) यादृच्छिक
✔️ उत्तर: (B) अंदर दक्षिण से उत्तर, बाहर उत्तर से दक्षिण
(JEE Main 2024 | Shift 1)

Q29. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) का मान अधिचुंबकीय पदार्थों के लिए होता है —
🔵 (A) बहुत बड़ा और धनात्मक
🟢 (B) बहुत छोटा और ऋणात्मक
🟠 (C) शून्य
🔴 (D) अपरिभाषित
✔️ उत्तर: (A) बहुत बड़ा और धनात्मक
(JEE Main 2023 | Session 1)

Q30. विविकर्षी पदार्थों की संवेगशीलता का मान होता है —
🔵 (A) धनात्मक, पर बहुत कम
🟢 (B) ऋणात्मक, पर बहुत कम
🟠 (C) शून्य
🔴 (D) बहुत बड़ा
✔️ उत्तर: (B) ऋणात्मक, पर बहुत कम
(JEE Main 2023 | Session 2)

Q31. चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव के बलाघूर्ण का मान अधिकतम होता है जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (B) θ = 90°
(JEE Main 2022 | Shift 1)

Q32. चुंबकीय आघूर्ण का मात्रक है —
🔵 (A) A·m
🟢 (B) A·m²
🟠 (C) T·m²
🔴 (D) Wb·A⁻¹
✔️ उत्तर: (B) A·m²
(JEE Main 2022 | Shift 2)

Q33. चुंबकीय क्षेत्र में रखे द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा U = -MB cosθ होती है। U अधिकतम होगा जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 60°
✔️ उत्तर: (C) θ = 180°
(JEE Main 2021 | Shift 1)

Q34. चुंबकीय क्षेत्र में रखे चुंबक के संतुलन का कोण किस पर निर्भर करता है?
🔵 (A) चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता पर
🟢 (B) चुंबक के आघूर्ण पर
🟠 (C) दोनों पर
🔴 (D) किसी पर नहीं
✔️ उत्तर: (C) दोनों पर
(JEE Main 2021 | Shift 2)

Q35. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव किसके बीच कोण होता है?
🔵 (A) चुंबकीय क्षेत्र और क्षैतिज तल के बीच
🟢 (B) भौगोलिक अक्षांश और रेखांश के बीच
🟠 (C) चुंबकीय उत्तर-दक्षिण और भौगोलिक उत्तर-दक्षिण के बीच
🔴 (D) ऊर्ध्वाधर और झुकाव तल के बीच
✔️ उत्तर: (A) चुंबकीय क्षेत्र और क्षैतिज तल के बीच
(JEE Main 2020 | Shift 1)

Q36. गॉस के चुंबकत्व नियम से यह निष्कर्ष निकलता है कि —
🔵 (A) चुंबकीय रेखाएँ खुली होती हैं
🟢 (B) चुंबकीय एकध्रुव नहीं होते
🟠 (C) चुंबकीय रेखाएँ अनंत से आती हैं
🔴 (D) चुंबकीय क्षेत्र असतत है
✔️ उत्तर: (B) चुंबकीय एकध्रुव नहीं होते
(JEE Main 2020 | Shift 2)

Q37. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का सामान्य मान है —
🔵 (A) 10⁻² T
🟢 (B) 10⁻⁴ T
🟠 (C) 10⁻⁶ T
🔴 (D) 10⁻⁸ T
✔️ उत्तर: (B) 10⁻⁴ T
(JEE Main 2019 | Shift 1)

Q38. चुंबकीय पारगम्यता (μ) और चुंबकीय तीव्रता (H) का संबंध —
🔵 (A) B = μH
🟢 (B) B = H/μ
🟠 (C) H = μB
🔴 (D) B = μ + H
✔️ उत्तर: (A) B = μH
(JEE Main 2019 | Shift 2)

Q39. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का विचलन 0° होगा जब —
🔵 (A) चुंबकीय एवं भौगोलिक उत्तर समान हों
🟢 (B) चुंबकीय दक्षिण समान हो
🟠 (C) झुकाव 90° हो
🔴 (D) झुकाव 0° हो
✔️ उत्तर: (A) चुंबकीय एवं भौगोलिक उत्तर समान हों
(JEE Main 2018 | Paper 1)

Q40. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर क्षेत्र की दिशा होती है —
🔵 (A) दक्षिण से उत्तर
🟢 (B) उत्तर से दक्षिण
🟠 (C) धुरी के लम्बवत
🔴 (D) यादृच्छिक
✔️ उत्तर: (B) उत्तर से दक्षिण
(JEE Main 2018 | Paper 2)

Q41. किसी चुंबकीय द्विध्रुव पर लगने वाला बल शून्य होगा जब —
🔵 (A) वह समान चुंबकीय क्षेत्र में हो
🟢 (B) वह असमान चुंबकीय क्षेत्र में हो
🟠 (C) θ = 90° हो
🔴 (D) क्षेत्र स्थिर हो
✔️ उत्तर: (A) वह समान चुंबकीय क्षेत्र में हो
(JEE Main 2017 | Paper)

Q42. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) का विमीय सूत्र क्या है?
🔵 (A) विमारहित
🟢 (B) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟠 (C) [M⁰L⁰T⁰I⁰]
🔴 (D) [M⁻¹L⁻¹T⁻²I⁻¹]
✔️ उत्तर: (A) विमारहित
(JEE Main 2017 | Paper 2)

Q43. चुंबकीय आघूर्ण M और चुंबकीय क्षेत्र B के बीच स्थितिज ऊर्जा का संबंध है —
🔵 (A) U = -MB sinθ
🟢 (B) U = MB sinθ
🟠 (C) U = -MB cosθ
🔴 (D) U = MB tanθ
✔️ उत्तर: (C) U = -MB cosθ
(JEE Main 2016 | Paper 1)

Q44. यदि चुंबकीय क्षेत्र समान है तो चुंबकीय द्विध्रुव पर बल होगा —
🔵 (A) अधिकतम
🟢 (B) शून्य
🟠 (C) न्यूनतम
🔴 (D) परिवर्ती
✔️ उत्तर: (B) शून्य
(JEE Main 2016 | Paper 2)

Q45. चुंबकीय पारगम्यता (μ) का आयामी सूत्र है —
🔵 (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟢 (B) [M⁰L⁰T⁰I⁰]
🟠 (C) [M¹L²T⁻³I⁻²]
🔴 (D) [M⁻¹L⁻¹T⁻²I⁻¹]
✔️ उत्तर: (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
(JEE Main 2015 | Paper)

Q46. चुंबकीय संवेगशीलता ऋणात्मक होती है —
🔵 (A) विविकर्षी पदार्थों के लिए
🟢 (B) समाकर्षी पदार्थों के लिए
🟠 (C) अधिचुंबकीय पदार्थों के लिए
🔴 (D) निर्वात के लिए
✔️ उत्तर: (A) विविकर्षी पदार्थों के लिए
(JEE Main 2020 | Shift 1)

Q47. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 90° होगा —
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) किसी पर नहीं
✔️ उत्तर: (B) ध्रुवों पर
(JEE Main 2019 | Shift 1)

Q48. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ कैसी होती हैं?
🔵 (A) खुली
🟢 (B) बंद
🟠 (C) सीधी
🔴 (D) एक-दूसरे को काटती हैं
✔️ उत्तर: (B) बंद
(JEE Main 2015 | Paper 2)

Q49. चुंबकीय द्विध्रुव की स्थिरता बढ़ाने हेतु क्या बढ़ाया जाए?
🔵 (A) चुंबकीय आघूर्ण
🟢 (B) चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता
🟠 (C) दोनों
🔴 (D) कोई नहीं
✔️ उत्तर: (C) दोनों
(JEE Main 2021 | Shift 2)

Q50. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 0° होगा —
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) किसी भी बिंदु पर नहीं
✔️ उत्तर: (A) भूमध्य रेखा पर
(JEE Main 2024 | Shift 1)

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JEE ADVANCED पिछले सालों के प्रश्न

Q1. चुंबकीय द्विध्रुव के लिए बलाघूर्ण का अधिकतम मान होता है —
🔵 (A) जब θ = 0°
🟢 (B) जब θ = 90°
🟠 (C) जब θ = 180°
🔴 (D) जब θ = 45°
✔️ उत्तर: (B) जब θ = 90°
(JEE Advanced 2024 | Paper 1)

Q2. यदि पृथ्वी का चुंबकीय झुकाव 0° है, तो चुंबकीय क्षेत्र की दिशा कैसी होगी?
🔵 (A) ऊर्ध्वाधर
🟢 (B) क्षैतिज
🟠 (C) तिरछी
🔴 (D) अनिश्चित
✔️ उत्तर: (B) क्षैतिज
(JEE Advanced 2023 | Paper 1)

Q3. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) ऋणात्मक होती है —
🔵 (A) अधिचुंबकीय पदार्थों के लिए
🟢 (B) विविकर्षी पदार्थों के लिए
🟠 (C) समाकर्षी पदार्थों के लिए
🔴 (D) सभी के लिए
✔️ उत्तर: (B) विविकर्षी पदार्थों के लिए
(JEE Advanced 2023 | Paper 1)

Q4. गॉस का चुंबकत्व का नियम यह दर्शाता है कि —
🔵 (A) चुंबकीय क्षेत्र असतत होता है
🟢 (B) चुंबकीय रेखाएँ बंद पथ बनाती हैं
🟠 (C) चुंबकीय ध्रुव स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में हैं
🔴 (D) चुंबकीय क्षेत्र का प्रवाह धनात्मक होता है
✔️ उत्तर: (B) चुंबकीय रेखाएँ बंद पथ बनाती हैं
(JEE Advanced 2022 | Paper 1)

Q5. किसी चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा U = -MB cosθ होती है। जब θ = 0° हो, तब —
🔵 (A) ऊर्जा न्यूनतम होती है
🟢 (B) ऊर्जा अधिकतम होती है
🟠 (C) ऊर्जा शून्य होती है
🔴 (D) कोई नहीं
✔️ उत्तर: (A) ऊर्जा न्यूनतम होती है
(JEE Advanced 2022 | Paper 1)

Q6. यदि किसी स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 90° है, तो क्षैतिज घटक होगा —
🔵 (A) अधिकतम
🟢 (B) शून्य
🟠 (C) आधा
🔴 (D) स्थिर
✔️ उत्तर: (B) शून्य
(JEE Advanced 2021 | Paper 1)

Q7. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर क्षेत्र का मान विषुवत बिंदु की तुलना में —
🔵 (A) आधा
🟢 (B) दोगुना
🟠 (C) समान
🔴 (D) चार गुना
✔️ उत्तर: (B) दोगुना
(JEE Advanced 2021 | Paper 1)

Q8. चुंबकीय पारगम्यता (μ) और चुंबकीय संवेगशीलता (χ) के बीच संबंध है —
🔵 (A) μᵣ = 1 + χ
🟢 (B) μᵣ = 1 − χ
🟠 (C) μᵣ = χ
🔴 (D) μᵣ = 1/χ
✔️ उत्तर: (A) μᵣ = 1 + χ
(JEE Advanced 2020 | Paper 1)

Q9. चुंबकीय द्विध्रुव का आघूर्ण (M) परिभाषित किया जाता है —
🔵 (A) M = m × l
🟢 (B) M = m / 2l
🟠 (C) M = 2m × l
🔴 (D) M = m × 2l
✔️ उत्तर: (D) M = m × 2l
(JEE Advanced 2020 | Paper 1)

Q10. चुंबकीय क्षेत्र में किसी द्विध्रुव पर लगने वाला बल शून्य होगा जब —
🔵 (A) क्षेत्र समान हो
🟢 (B) क्षेत्र असमान हो
🟠 (C) θ = 90° हो
🔴 (D) क्षेत्र परिवर्ती हो
✔️ उत्तर: (A) क्षेत्र समान हो
(JEE Advanced 2019 | Paper 1)

Q11. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का विचलन किसके बीच कोण है?
🔵 (A) चुंबकीय उत्तर और भौगोलिक उत्तर के बीच
🟢 (B) चुंबकीय दक्षिण और उत्तर के बीच
🟠 (C) क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर रेखाओं के बीच
🔴 (D) झुकाव और झुकाव तल के बीच
✔️ उत्तर: (A) चुंबकीय उत्तर और भौगोलिक उत्तर के बीच
(JEE Advanced 2019 | Paper 1)

Q12. विविकर्षी पदार्थों की सापेक्ष पारगम्यता का मान होता है —
🔵 (A) 1 से कम
🟢 (B) 1 से अधिक
🟠 (C) 1 के बराबर
🔴 (D) अनंत
✔️ उत्तर: (A) 1 से कम
(JEE Advanced 2018 | Paper 1)

Q13. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का सामान्य मान लगभग है —
🔵 (A) 10⁻² T
🟢 (B) 10⁻⁴ T
🟠 (C) 10⁻⁶ T
🔴 (D) 10⁻⁸ T
✔️ उत्तर: (B) 10⁻⁴ T
(JEE Advanced 2018 | Paper 1)

Q14. चुंबकीय द्विध्रुव के विषुवत बिंदु पर क्षेत्र की दिशा होती है —
🔵 (A) धुरी के समानांतर
🟢 (B) धुरी के विपरीत दिशा में
🟠 (C) धुरी के लम्बवत
🔴 (D) धुरी की ओर
✔️ उत्तर: (C) धुरी के लम्बवत
(JEE Advanced 2017 | Paper 1)

Q15. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव किसके बीच कोण होता है?
🔵 (A) चुंबकीय क्षेत्र और क्षैतिज तल के बीच
🟢 (B) चुंबकीय उत्तर-दक्षिण और भौगोलिक उत्तर-दक्षिण के बीच
🟠 (C) झुकाव तल और ऊर्ध्वाधर के बीच
🔴 (D) झुकाव और चुंबकीय रेखाओं के बीच
✔️ उत्तर: (A) चुंबकीय क्षेत्र और क्षैतिज तल के बीच
(JEE Advanced 2017 | Paper 1)

Q16. चुंबकीय पारगम्यता (μ) का आयामी सूत्र है —
🔵 (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟢 (B) [M⁰L⁰T⁰I⁰]
🟠 (C) [M¹L²T⁻³I⁻²]
🔴 (D) [M⁻¹L⁻¹T⁻¹I⁻¹]
✔️ उत्तर: (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
(JEE Advanced 2016 | Paper 1)

Q17. चुंबकीय क्षेत्र में किसी द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा अधिकतम होगी जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (C) θ = 180°
(JEE Advanced 2016 | Paper 1)

Q18. चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव के लिए बलाघूर्ण का सूत्र है —
🔵 (A) τ = MB cosθ
🟢 (B) τ = MB sinθ
🟠 (C) τ = MB tanθ
🔴 (D) τ = MB / sinθ
✔️ उत्तर: (B) τ = MB sinθ
(JEE Advanced 2024 | Paper 2)

Q19. चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा का अधिकतम मान प्राप्त होता है जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (C) θ = 180°
(JEE Advanced 2023 | Paper 2)

Q20. विविकर्षी पदार्थों की सापेक्ष पारगम्यता (μᵣ) का मान होता है —
🔵 (A) 1 से अधिक
🟢 (B) 1 से कम
🟠 (C) ठीक 1
🔴 (D) अनंत
✔️ उत्तर: (B) 1 से कम
(JEE Advanced 2023 | Paper 2)

Q21. किसी स्थान पर पृथ्वी का झुकाव 90° है, तो चुंबकीय क्षेत्र की दिशा होगी —
🔵 (A) क्षैतिज
🟢 (B) ऊर्ध्वाधर
🟠 (C) 45° पर झुकी हुई
🔴 (D) शून्य
✔️ उत्तर: (B) ऊर्ध्वाधर
(JEE Advanced 2022 | Paper 2)

Q22. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव किसके बीच कोण होता है?
🔵 (A) चुंबकीय क्षेत्र और क्षैतिज तल के बीच
🟢 (B) चुंबकीय उत्तर-दक्षिण और भौगोलिक उत्तर-दक्षिण के बीच
🟠 (C) चुंबकीय झुकाव तल और ऊर्ध्वाधर के बीच
🔴 (D) ऊर्ध्वाधर और झुकाव तल के बीच
✔️ उत्तर: (A) चुंबकीय क्षेत्र और क्षैतिज तल के बीच
(JEE Advanced 2022 | Paper 2)

Q23. गॉस के चुंबकत्व के नियम के अनुसार —
🔵 (A) ∮B·dS = 0
🟢 (B) ∮B·dl = 0
🟠 (C) ∮E·dS = 0
🔴 (D) ∮E·dl = 0
✔️ उत्तर: (A) ∮B·dS = 0
(JEE Advanced 2021 | Paper 2)

Q24. किसी अधिचुंबकीय पदार्थ में चुंबकीय संवेगशीलता (χ) का मान होता है —
🔵 (A) बहुत बड़ा और धनात्मक
🟢 (B) छोटा और ऋणात्मक
🟠 (C) शून्य
🔴 (D) अनिश्चित
✔️ उत्तर: (A) बहुत बड़ा और धनात्मक
(JEE Advanced 2021 | Paper 2)

Q25. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 0° कहाँ होता है?
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) किसी पर नहीं
✔️ उत्तर: (A) भूमध्य रेखा पर
(JEE Advanced 2020 | Paper 2)

Q26. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर क्षेत्र का मान होता है —
🔵 (A) (μ₀/4π)(M/r³)
🟢 (B) (μ₀/4π)(2M/r³)
🟠 (C) (μ₀/4π)(3M/r³)
🔴 (D) (μ₀/2π)(M/r³)
✔️ उत्तर: (B) (μ₀/4π)(2M/r³)
(JEE Advanced 2020 | Paper 2)

Q27. चुंबकीय क्षेत्र में किसी द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा न्यूनतम कब होगी?
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
✔️ उत्तर: (A) θ = 0°
(JEE Advanced 2019 | Paper 2)

Q28. चुंबकीय पारगम्यता (μ) और चुंबकीय तीव्रता (H) में संबंध है —
🔵 (A) B = μH
🟢 (B) B = μ + H
🟠 (C) B = H/μ
🔴 (D) μ = BH
✔️ उत्तर: (A) B = μH
(JEE Advanced 2019 | Paper 2)

Q29. विविकर्षी पदार्थों की संवेगशीलता (χ) का चिन्ह होता है —
🔵 (A) धनात्मक
🟢 (B) ऋणात्मक
🟠 (C) शून्य
🔴 (D) अपरिभाषित
✔️ उत्तर: (B) ऋणात्मक
(JEE Advanced 2018 | Paper 2)

Q30. चुंबकीय द्विध्रुव के विषुवत बिंदु पर क्षेत्र की दिशा होती है —
🔵 (A) ध्रुवों की दिशा में
🟢 (B) ध्रुवों के लम्बवत
🟠 (C) ध्रुवों के समानांतर
🔴 (D) यादृच्छिक
✔️ उत्तर: (B) ध्रुवों के लम्बवत
(JEE Advanced 2018 | Paper 2)

Q31. पृथ्वी के चुंबकीय दक्षिण ध्रुव का स्थान कहाँ है?
🔵 (A) भौगोलिक दक्षिण ध्रुव पर
🟢 (B) भौगोलिक उत्तर ध्रुव पर
🟠 (C) भूमध्य रेखा पर
🔴 (D) कहीं नहीं
✔️ उत्तर: (B) भौगोलिक उत्तर ध्रुव पर
(JEE Advanced 2017 | Paper 2)

Q32. चुंबकीय पारगम्यता (μ) का मात्रक है —
🔵 (A) H·m⁻¹
🟢 (B) N·A⁻²
🟠 (C) T·m·A⁻¹
🔴 (D) Wb·A⁻¹
✔️ उत्तर: (A) H·m⁻¹
(JEE Advanced 2017 | Paper 2)

Q33. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का सामान्य मान लगभग होता है —
🔵 (A) 10⁻² T
🟢 (B) 10⁻⁴ T
🟠 (C) 10⁻⁶ T
🔴 (D) 10⁻⁸ T
✔️ उत्तर: (B) 10⁻⁴ T
(JEE Advanced 2016 | Paper 2)

Q34. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ चुंबक के बाहर किस दिशा में जाती हैं?
🔵 (A) दक्षिण से उत्तर
🟢 (B) उत्तर से दक्षिण
🟠 (C) चारों ओर वृत्ताकार
🔴 (D) कोई निश्चित दिशा नहीं
✔️ उत्तर: (B) उत्तर से दक्षिण
(JEE Advanced 2016 | Paper 2)

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मॉडल प्रश्न पत्र, अभ्यास

🔷 भाग–1 : NEET स्तर (Q1–Q20)
Q1. यदि पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 0° है, तो उस स्थान पर चुंबकीय क्षेत्र होगा —
🔵 (A) ऊर्ध्वाधर
🟢 (B) क्षैतिज
🟠 (C) 45° झुका हुआ
🔴 (D) शून्य
उत्तर: (B) क्षैतिज

Q2. किसी स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक H = 0.25 G और झुकाव 60° है। कुल चुंबकीय क्षेत्र B होगा —
🔵 (A) 0.5 G
🟢 (B) 0.25 G
🟠 (C) 0.125 G
🔴 (D) 0.35 G
उत्तर: (A) 0.5 G

Q3. किसी चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा न्यूनतम होती है जब —
🔵 (A) θ = 90°
🟢 (B) θ = 0°
🟠 (C) θ = 45°
🔴 (D) θ = 180°
उत्तर: (B) θ = 0°

Q4. किसी चुंबकीय द्विध्रुव पर चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाला बलाघूर्ण τ = MB sinθ अधिकतम होगा जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 45°
🟠 (C) θ = 90°
🔴 (D) θ = 180°
उत्तर: (C) θ = 90°

Q5. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 90° कहाँ होता है?
🔵 (A) भूमध्य रेखा पर
🟢 (B) ध्रुवों पर
🟠 (C) 45° अक्षांश पर
🔴 (D) सभी स्थानों पर समान
उत्तर: (B) ध्रुवों पर

Q6. चुंबकीय संवेगशीलता (χ) का मान विविकर्षी पदार्थों के लिए —
🔵 (A) ऋणात्मक
🟢 (B) धनात्मक
🟠 (C) शून्य
🔴 (D) बहुत बड़ा
उत्तर: (A) ऋणात्मक

Q7. गॉस के चुंबकत्व नियम के अनुसार किसी बंद पृष्ठ से कुल चुंबकीय प्रवाह का मान होता है —
🔵 (A) शून्य
🟢 (B) अधिकतम
🟠 (C) न्यूनतम
🔴 (D) स्थिर
उत्तर: (A) शून्य

Q8. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 45° है। यदि H = 0.4 G, तो ऊर्ध्वाधर घटक V होगा —
🔵 (A) 0.2 G
🟢 (B) 0.4 G
🟠 (C) 0.283 G
🔴 (D) 0.565 G
उत्तर: (D) 0.565 G

Q9. चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा U = -MB cosθ कब अधिकतम होगी?
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 90°
🟠 (C) θ = 180°
🔴 (D) θ = 45°
उत्तर: (C) θ = 180°

Q10. चुंबकीय क्षेत्र की दिशा निर्धारित करने के लिए प्रयुक्त उपकरण है —
🔵 (A) परिमापक
🟢 (B) चुंबकीय सूई
🟠 (C) विद्युतमापी
🔴 (D) स्थिर धारा परीक्षक
उत्तर: (B) चुंबकीय सूई

Q11. चुंबकीय पारगम्यता (μ) का SI मात्रक है —
🔵 (A) H·m⁻¹
🟢 (B) T·m·A⁻¹
🟠 (C) Wb·A⁻¹
🔴 (D) N·A⁻²
उत्तर: (A) H·m⁻¹

Q12. यदि किसी स्थान पर पृथ्वी का क्षैतिज घटक H और झुकाव I है, तो ऊर्ध्वाधर घटक V = ?
🔵 (A) V = H cos I
🟢 (B) V = H sin I
🟠 (C) V = H / tan I
🔴 (D) V = H tan I
उत्तर: (B) V = H sin I

Q13. विविकर्षी पदार्थ चुंबकीय क्षेत्र में कैसे व्यवहार करते हैं?
🔵 (A) क्षेत्र में आकर्षित होते हैं
🟢 (B) क्षेत्र से थोड़ा विकर्षित होते हैं
🟠 (C) क्षेत्र से अत्यधिक विकर्षित होते हैं
🔴 (D) क्षेत्र पर कोई प्रभाव नहीं
उत्तर: (B) क्षेत्र से थोड़ा विकर्षित होते हैं

Q14. चुंबकीय द्विध्रुव के अक्षीय बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र का मान —
🔵 (A) (μ₀/4π)(M/r³)
🟢 (B) (μ₀/4π)(2M/r³)
🟠 (C) (μ₀/2π)(M/r³)
🔴 (D) (μ₀/8π)(M/r³)
उत्तर: (B) (μ₀/4π)(2M/r³)

Q15. अधिचुंबकीय पदार्थों की संवेगशीलता का मान —
🔵 (A) छोटा और ऋणात्मक
🟢 (B) बड़ा और धनात्मक
🟠 (C) शून्य
🔴 (D) ऋणात्मक
उत्तर: (B) बड़ा और धनात्मक

Q16. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ चुंबक के बाहर —
🔵 (A) दक्षिण से उत्तर जाती हैं
🟢 (B) उत्तर से दक्षिण जाती हैं
🟠 (C) वृत्ताकार होती हैं
🔴 (D) स्थिर रहती हैं
उत्तर: (B) उत्तर से दक्षिण जाती हैं

Q17. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का विचलन किसके बीच कोण है?
🔵 (A) भौगोलिक एवं चुंबकीय उत्तर के बीच
🟢 (B) चुंबकीय दक्षिण और उत्तर के बीच
🟠 (C) झुकाव और ऊर्ध्वाधर के बीच
🔴 (D) चुंबकीय उत्तर और दक्षिण रेखाओं के बीच
उत्तर: (A) भौगोलिक एवं चुंबकीय उत्तर के बीच

Q18. चुंबकीय आघूर्ण (M) परिभाषित होता है —
🔵 (A) M = m / 2l
🟢 (B) M = m × 2l
🟠 (C) M = m² / l
🔴 (D) M = m × l
उत्तर: (B) M = m × 2l

Q19. चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (H) और चुंबकीकरण (M) में संबंध —
🔵 (A) M = χH
🟢 (B) H = χM
🟠 (C) M = H/χ
🔴 (D) H = M/χ
उत्तर: (A) M = χH

Q20. चुंबकीय विलंब वक्र का क्षेत्रफल दर्शाता है —
🔵 (A) चुंबकीय ऊर्जा हानि
🟢 (B) चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता
🟠 (C) पारगम्यता
🔴 (D) चुंबकीय प्रवाह
उत्तर: (A) चुंबकीय ऊर्जा हानि

🔶 भाग–2 : JEE Main स्तर (Q21–Q25)
Q21. चुंबकीय पारगम्यता और संवेगशीलता में संबंध है —
🔵 (A) μᵣ = 1 + χ
🟢 (B) μᵣ = 1 − χ
🟠 (C) μᵣ = χ
🔴 (D) μᵣ = 1/χ
उत्तर: (A) μᵣ = 1 + χ

Q22. चुंबकीय द्विध्रुव के विषुवत बिंदु पर क्षेत्र की दिशा होती है —
🔵 (A) ध्रुव की दिशा में
🟢 (B) ध्रुव के विपरीत
🟠 (C) धुरी के लम्बवत
🔴 (D) धुरी के समानांतर
उत्तर: (C) धुरी के लम्बवत

Q23. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ —
🔵 (A) बंद वक्र बनाती हैं
🟢 (B) खुली होती हैं
🟠 (C) आपस में कटती हैं
🔴 (D) अनंत तक सीधी जाती हैं
उत्तर: (A) बंद वक्र बनाती हैं

Q24. यदि किसी चुंबकीय पदार्थ का χ = 999 है, तो वह पदार्थ होगा —
🔵 (A) विविकर्षी
🟢 (B) समाकर्षी
🟠 (C) अधिचुंबकीय
🔴 (D) गैरचुंबकीय
उत्तर: (C) अधिचुंबकीय

Q25. चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा होगी —
🔵 (A) U = MB sinθ
🟢 (B) U = -MB cosθ
🟠 (C) U = MB tanθ
🔴 (D) U = -MB sinθ
उत्तर: (B) U = -MB cosθ

🔷 भाग–2 : JEE Main स्तर (Q26–Q40)
Q26. किसी चुंबकीय पदार्थ की संवेगशीलता χ = -0.0001 है, तो यह पदार्थ होगा —
🔵 (A) विविकर्षी
🟢 (B) समाकर्षी
🟠 (C) अधिचुंबकीय
🔴 (D) गैरचुंबकीय
उत्तर: (A) विविकर्षी

Q27. किसी पदार्थ की सापेक्ष पारगम्यता μᵣ = 1.002 है, तो वह पदार्थ है —
🔵 (A) विविकर्षी
🟢 (B) समाकर्षी
🟠 (C) अधिचुंबकीय
🔴 (D) अनचुंबकीय
उत्तर: (B) समाकर्षी

Q28. चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ चुंबक के अंदर किस दिशा में जाती हैं?
🔵 (A) दक्षिण से उत्तर
🟢 (B) उत्तर से दक्षिण
🟠 (C) वृत्ताकार
🔴 (D) कोई निश्चित दिशा नहीं
उत्तर: (A) दक्षिण से उत्तर

Q29. यदि किसी चुंबकीय द्विध्रुव का आघूर्ण दोगुना कर दिया जाए तो किसी दिए बिंदु पर क्षेत्र —
🔵 (A) आधा हो जाएगा
🟢 (B) दोगुना होगा
🟠 (C) चार गुना होगा
🔴 (D) अपरिवर्तित रहेगा
उत्तर: (B) दोगुना होगा

Q30. चुंबकीय क्षेत्र में रखे चुंबकीय द्विध्रुव पर बल शून्य कब होगा?
🔵 (A) जब क्षेत्र समान हो
🟢 (B) जब क्षेत्र असमान हो
🟠 (C) जब θ = 45° हो
🔴 (D) कभी नहीं
उत्तर: (A) जब क्षेत्र समान हो

Q31. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का मान लगभग होता है —
🔵 (A) 10⁻² T
🟢 (B) 10⁻⁴ T
🟠 (C) 10⁻⁶ T
🔴 (D) 10⁻⁸ T
उत्तर: (B) 10⁻⁴ T

Q32. चुंबकीय पारगम्यता का आयामी सूत्र है —
🔵 (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]
🟢 (B) [M¹L²T⁻³I⁻²]
🟠 (C) [M⁰L⁰T⁰I⁰]
🔴 (D) [M⁻¹L⁻¹T⁻²I⁻¹]
उत्तर: (A) [M¹L¹T⁻²I⁻²]

Q33. यदि झुकाव I = 30° है, तो tan I = ?
🔵 (A) 0.577
🟢 (B) 1
🟠 (C) 1.732
🔴 (D) 0.5
उत्तर: (A) 0.577

Q34. चुंबकीय द्विध्रुव का आघूर्ण बढ़ाने हेतु —
🔵 (A) ध्रुव बल बढ़ाया जाए
🟢 (B) ध्रुवों के बीच दूरी बढ़ाई जाए
🟠 (C) दोनों बढ़ाए जाएँ
🔴 (D) दोनों घटाए जाएँ
उत्तर: (C) दोनों बढ़ाए जाएँ

Q35. पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का विचलन शून्य होगा जब —
🔵 (A) चुंबकीय उत्तर और भौगोलिक उत्तर समान हों
🟢 (B) चुंबकीय उत्तर और दक्षिण समान हों
🟠 (C) झुकाव 45° हो
🔴 (D) झुकाव 90° हो
उत्तर: (A) चुंबकीय उत्तर और भौगोलिक उत्तर समान हों

Q36. चुंबकीय आघूर्ण (M) का मात्रक है —
🔵 (A) A·m
🟢 (B) A·m²
🟠 (C) Wb·A⁻¹
🔴 (D) N·A⁻¹
उत्तर: (B) A·m²

Q37. चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा का मान धनात्मक होता है जब —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 180°
🟠 (C) θ = 90°
🔴 (D) θ = 45°
उत्तर: (B) θ = 180°

Q38. किसी अधिचुंबकीय पदार्थ में क्षेत्र B और H में संबंध —
🔵 (A) B = μH
🟢 (B) B = H
🟠 (C) B = H/μ
🔴 (D) μ = BH
उत्तर: (A) B = μH

Q39. किसी स्थान पर पृथ्वी का झुकाव 60° और कुल क्षेत्र B = 0.4 G है। तब क्षैतिज घटक H होगा —
🔵 (A) 0.2 G
🟢 (B) 0.4 G
🟠 (C) 0.35 G
🔴 (D) 0.1 G
उत्तर: (A) 0.2 G

Q40. चुंबकीय संवेगशीलता विमारहित क्यों होती है?
🔵 (A) क्योंकि M और H के मात्रक समान हैं
🟢 (B) क्योंकि B और H समानुपाती हैं
🟠 (C) क्योंकि μ स्थिर है
🔴 (D) क्योंकि χ बहुत छोटा है
उत्तर: (A) क्योंकि M और H के मात्रक समान हैं

🔶 भाग–3 : JEE Advanced स्तर (Q41–Q50)
Q41. यदि किसी चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा -MB cosθ है, तो स्थिरता किस स्थिति में होगी?
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 180°
🟠 (C) θ = 90°
🔴 (D) θ = 45°
उत्तर: (A) θ = 0°

Q42. चुंबकीय क्षेत्र में किसी द्विध्रुव पर बलाघूर्ण अधिकतम कब होगा?
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 45°
🟠 (C) θ = 90°
🔴 (D) θ = 180°
उत्तर: (C) θ = 90°

Q43. किसी चुंबकीय पदार्थ का B–H वक्र झुकता है, तो इसका अर्थ है —
🔵 (A) पदार्थ चुंबकीकृत हो रहा है
🟢 (B) पदार्थ का ताप बढ़ रहा है
🟠 (C) पदार्थ अनचुंबकीय हो रहा है
🔴 (D) χ घट रहा है
उत्तर: (A) पदार्थ चुंबकीकृत हो रहा है

Q44. चुंबकीय क्षेत्र में द्विध्रुव की संतुलन स्थिति का क्षणिक विस्थापन किस पर निर्भर करता है?
🔵 (A) चुंबकीय आघूर्ण पर
🟢 (B) चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता पर
🟠 (C) दोनों पर
🔴 (D) किसी पर नहीं
उत्तर: (C) दोनों पर

Q45. चुंबकीय क्षेत्र के विषुवत बिंदु पर दिशा और द्विध्रुव के बीच कोण होता है —
🔵 (A) 0°
🟢 (B) 90°
🟠 (C) 180°
🔴 (D) 45°
उत्तर: (B) 90°

Q46. यदि किसी स्थान पर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र का झुकाव 30° है और ऊर्ध्वाधर घटक 0.5 G है, तो क्षैतिज घटक होगा —
🔵 (A) 0.433 G
🟢 (B) 1 G
🟠 (C) 0.25 G
🔴 (D) 0.866 G
उत्तर: (A) 0.433 G

Q47. चुंबकीय क्षेत्र में किसी चुंबकीय द्विध्रुव की स्थितिज ऊर्जा का अवकलज क्या दर्शाता है?
🔵 (A) बलाघूर्ण
🟢 (B) बल
🟠 (C) झुकाव
🔴 (D) प्रवाह
उत्तर: (A) बलाघूर्ण

Q48. चुंबकीय क्षेत्र की दिशा और चुंबकीय बलाघूर्ण की दिशा में कोण α हो, तो बलाघूर्ण का परिमाण होगा —
🔵 (A) MB cosα
🟢 (B) MB sinα
🟠 (C) MB tanα
🔴 (D) MB / sinα
उत्तर: (B) MB sinα

Q49. यदि किसी चुंबक के दक्षिण ध्रुव को पृथ्वी के भौगोलिक उत्तर की ओर रखा जाए, तो चुंबक —
🔵 (A) संतुलन में रहेगा
🟢 (B) 180° घूम जाएगा
🟠 (C) दोलन करेगा
🔴 (D) नष्ट हो जाएगा
उत्तर: (B) 180° घूम जाएगा

Q50. चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय द्विध्रुव की न्यूनतम स्थितिज ऊर्जा होगी —
🔵 (A) θ = 0°
🟢 (B) θ = 180°
🟠 (C) θ = 90°
🔴 (D) θ = 45°
उत्तर: (A) θ = 0°

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