Class 12 : Grography (Hindi) – Lesson 11. भू-संसाधन तथा कृषि
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🔵 भूमिका (परिचय)
भूमि मानव के लिए सबसे बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधन है क्योंकि यही समस्त जैविक और अजैविक क्रियाओं का आधार है। यह कृषि, वानिकी, पशुपालन, खनन, आवास और उद्योगों का मूलाधार है। भारत जैसे विशाल देश में भूमि का उपयोग विविध प्रकार से होता है — कहीं पर कृषि, कहीं वनों के लिए, कहीं चरागाहों तथा कहीं निर्माण कार्यों हेतु।
कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है क्योंकि यह आज भी अधिकांश जनसंख्या को आजीविका प्रदान करती है। भूमि का वैज्ञानिक उपयोग और कृषि का सतत विकास देश की खाद्य सुरक्षा तथा आर्थिक समृद्धि के लिए अनिवार्य है।
💡 मुख्य विचार:
भूमि = आधार संसाधन
कृषि = जीवनयापन का प्रमुख साधन
🟢 1️⃣ भूमि संसाधन का अर्थ और महत्त्व
✔️ भूमि = पृथ्वी की सतह का वह भाग जिस पर मानव अपनी गतिविधियाँ करता है।
✔️ यह स्थायी संसाधन है परंतु इसकी उपजाऊ क्षमता सीमित है।
✔️ कृषि, उद्योग, आवास, परिवहन व वनों के लिए भूमि का उपयोग।
✔️ भूमि का संतुलित उपयोग पर्यावरणीय संतुलन के लिए आवश्यक।
🟡 2️⃣ भारत में भूमि उपयोग का वर्गीकरण (भूमि उपयोग वर्ग)
➡️ 1. वन क्षेत्र – जैव विविधता, जल संरक्षण और मृदा संरक्षण हेतु।
➡️ 2. कृषि योग्य भूमि – खेती योग्य क्षेत्र।
➡️ 3. सिंचित भूमि – जहाँ पर नहर, कुआँ, तालाब आदि से सिंचाई होती है।
➡️ 4. अकृषित भूमि – जो बंजर या परती है।
➡️ 5. गैर-कृषि भूमि – सड़क, आवास, उद्योग, नहर आदि में प्रयुक्त।
📘 निष्कर्ष: भूमि उपयोग की दिशा देश के आर्थिक और सामाजिक ढाँचे को दर्शाती है।
🔴 3️⃣ भारत में भूमि उपयोग की प्रवृत्तियाँ
✔️ कृषि योग्य भूमि अधिकतम परंतु असमान वितरण।
✔️ वनों का क्षेत्रफल घटा, पर संरक्षण योजनाएँ बढ़ी हैं।
✔️ निर्माण कार्यों में भूमि उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
✔️ अकृषित भूमि को उत्पादक बनाने की योजनाएँ चल रही हैं।
🟣 4️⃣ भूमि की समस्याएँ और संरक्षण उपाय
⚠️ समस्याएँ:
भूमि अपरदन (कटाव)
लवणीयकरण, क्षारीकरण
बंजर भूमि में वृद्धि
अवैज्ञानिक खेती
अत्यधिक चराई
✔️ संरक्षण उपाय:
वृक्षारोपण
समोच्च जुताई
पट्टी खेती
बहुफसली प्रणाली
भूमि सुधार कार्यक्रम
वर्षा जल संचयन
💡 सतत उपयोग से भूमि की उपजाऊ शक्ति बनी रहती है।
🔵 5️⃣ कृषि का अर्थ और महत्त्व
✔️ कृषि = मानव द्वारा भूमि पर फसलों का उत्पादन।
✔️ खाद्य सुरक्षा, रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार।
✔️ भारत में कृषि का ऐतिहासिक महत्त्व — सिंधु सभ्यता से निरंतर विकास।
✔️ 60% से अधिक जनसंख्या कृषि पर निर्भर।
📘 कृषि = आजीविका + आर्थिक समृद्धि + संस्कृति
🟢 6️⃣ भारत में कृषि के प्रकार
➡️ (क) परम्परागत (आत्मनिर्भर) कृषि
परिवार की आवश्यकता हेतु
कम उत्पादन, स्थानीय तकनीक
वर्षा पर निर्भर
➡️ (ख) व्यावसायिक कृषि
बाज़ार हेतु उत्पादन
उच्च उपज, सिंचाई, उर्वरक, मशीनें
उदाहरण: गन्ना, कपास, गेहूँ, धान
➡️ (ग) मिश्रित कृषि
फसल + पशुपालन साथ
जोखिम में कमी, आय में वृद्धि
➡️ (घ) बागवानी कृषि
फल, सब्ज़ियाँ, फूल
उच्च आय, निर्यात उन्मुख
🟡 7️⃣ भारत की प्रमुख फसलें
✔️ खरीफ फसलें – धान, मक्का, कपास, जूट, मूँगफली
✔️ रबी फसलें – गेहूँ, जौ, सरसों, चना
✔️ ज़ायद फसलें – तरबूज, खरबूज, मूँग, सूरजमुखी
💡 फसलें जलवायु, मिट्टी और तकनीक पर निर्भर।
🔴 8️⃣ कृषि का क्षेत्रीय वितरण
✔️ गंगा-सिंधु मैदान – धान, गेहूँ, गन्ना
✔️ दक्कन पठार – कपास, तिलहन, ज्वार
✔️ तटीय क्षेत्र – नारियल, चावल
✔️ पर्वतीय क्षेत्र – चाय, कॉफी, सेब
🟣 9️⃣ कृषि की समस्याएँ
⚠️
जोत का छोटा आकार
सिंचाई की कमी
उर्वरक व कीटनाशकों पर निर्भरता
प्राकृतिक आपदाएँ
ऋण व विपणन की समस्या
कृषि पर जनसंख्या का अत्यधिक दबाव
🔵 🔟 कृषि के सुधार उपाय
✔️ भूमि सुधार कार्यक्रम
✔️ सिंचाई विस्तार
✔️ उन्नत बीज, उर्वरक, यांत्रिकीकरण
✔️ फसल विविधीकरण
✔️ जैविक खेती
✔️ विपणन व न्यूनतम समर्थन मूल्य
✔️ डिजिटल तकनीक का उपयोग
💡 उद्देश्य: अधिक उत्पादन, स्थायित्व, किसानों की आय में वृद्धि।
🟢 11️⃣ हरित क्रांति
✔️ 1960 के दशक में प्रारंभ
✔️ उच्च उपज वाली किस्में, उर्वरक, सिंचाई, यंत्र
✔️ गेहूँ उत्पादन में वृद्धि
✔️ क्षेत्रीय असमानता (मुख्यतः पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश)
⚠️ समस्या: पर्यावरणीय दबाव, मिट्टी की क्षति
🟡 12️⃣ सतत कृषि
✔️ प्राकृतिक संसाधनों का संतुलित उपयोग
✔️ जैविक उर्वरक, मिश्रित खेती, फसल चक्र
✔️ पर्यावरण संरक्षण
✔️ दीर्घकालिक उत्पादन क्षमता का संरक्षण
🔴 13️⃣ निष्कर्ष
भारत में भूमि और कृषि दोनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हैं। भूमि का वैज्ञानिक उपयोग, संसाधनों का संरक्षण, आधुनिक तकनीक और सतत कृषि नीति ही भविष्य में खाद्य सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि की कुंजी बन सकती है।
✨ सारांश (लगभग 300 शब्द)
भारत की भूमि विविधतापूर्ण है, जहाँ पर्वत, पठार, मैदान और तटीय क्षेत्र विभिन्न उपयोगों के लिए उपयुक्त हैं। भूमि मानव सभ्यता का आधार है, इसलिए उसका वैज्ञानिक उपयोग और संरक्षण आवश्यक है। भूमि उपयोग का मुख्य भाग कृषि के लिए है। कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है जो रोजगार और खाद्य सुरक्षा दोनों प्रदान करती है।
कृषि के विभिन्न प्रकार हैं — परम्परागत, व्यावसायिक, मिश्रित, बागवानी। भारत की फसलें जलवायु पर निर्भर हैं — खरीफ (धान), रबी (गेहूँ) और ज़ायद (तरबूज)। परंतु कृषि क्षेत्र अनेक चुनौतियों का सामना कर रहा है — जोत का छोटा आकार, सिंचाई की कमी, ऋण व्यवस्था, विपणन की कठिनाई, प्राकृतिक आपदाएँ।
इन समस्याओं के समाधान हेतु हरित क्रांति, भूमि सुधार, आधुनिक तकनीक, फसल विविधीकरण, जैविक खेती, और डिजिटल नवाचारों का प्रयोग किया जा रहा है। सतत कृषि की अवधारणा अब आवश्यक है जिससे संसाधनों का संरक्षण और उत्पादन दोनों संभव हो।
अतः भारत में भूमि और कृषि का संतुलित उपयोग ही पर्यावरणीय संतुलन, खाद्य आत्मनिर्भरता और समावेशी विकास की गारंटी है।
📝 त्वरित पुनरावलोकन (लगभग 100 शब्द)
✔️ भूमि = आधार संसाधन
✔️ कृषि = भारत की जीवनरेखा
✔️ भूमि उपयोग वर्ग: वन, कृषि योग्य, अकृषित, निर्माण
✔️ फसलें: खरीफ, रबी, ज़ायद
✔️ समस्याएँ: जोत का छोटा आकार, सिंचाई की कमी, विपणन कठिनाई
✔️ सुधार: भूमि सुधार, हरित क्रांति, जैविक खेती
✔️ सतत कृषि = दीर्घकालिक उत्पादन + पर्यावरण संरक्षण
✔️ निष्कर्ष: वैज्ञानिक भूमि उपयोग और सतत कृषि से ही विकास संभव
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔵 प्रश्न 1 — (बहुविकल्पीय प्रश्न)
(i) निम्न में से कौन-सा भू-उपयोग वर्ग नहीं है?
1️⃣ पर्तीय भूमि
2️⃣ सीमांत भूमि
3️⃣ निबल बोया क्षेत्र
4️⃣ कृषि योग्य व्यर्थ भूमि
🟢 उत्तर: 3️⃣ निबल बोया क्षेत्र
✔️ भू-उपयोग वर्गों में पर्तीय भूमि, सीमांत भूमि और कृषि योग्य व्यर्थ भूमि सम्मिलित हैं, परन्तु “निबल बोया क्षेत्र” कोई भू-उपयोग वर्ग नहीं है।
(ii) पिछले 40 वर्षों में वनों का आच्छादन बढ़ने का मुख्य कारण है—
1️⃣ वनरोपण के विस्तृत व सघन प्रयास
2️⃣ सामुदायिक वन क्षेत्र में वृद्धि
3️⃣ वन बढ़ोतरी को निष्क्रिय अधिसूचित क्षेत्र में वृद्धि
4️⃣ वन प्रबंधन में लोगों की बेहतर भागीदारी
🟢 उत्तर: 1️⃣ वनरोपण के विस्तृत व सघन प्रयास
✔️ सरकार द्वारा वृक्षारोपण, सामाजिक वानिकी और संरक्षण योजनाओं से वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है।
(iii) निम्न में से कौन-सा सिंचित क्षेत्रों में भूमि-निष्कर्षण (भूमि क्षरण) का मुख्य प्रकार है?
1️⃣ जलनिकालक अपरदन
2️⃣ वायु अपरदन
3️⃣ मृदा लवणता
4️⃣ भूमि पर सिल्ट का जमाव
🟢 उत्तर: 3️⃣ मृदा लवणता
✔️ सिंचित क्षेत्रों में अधिक सिंचाई व अपर्याप्त निकास से भूमि में लवणता बढ़ जाती है।
(iv) शुष्क कृषि में निम्न में से कौन-सी फसल नहीं बोई जाती?
1️⃣ रागी
2️⃣ ज्वार
3️⃣ मूँगफली
4️⃣ गन्ना
🟢 उत्तर: 4️⃣ गन्ना
✔️ गन्ना अधिक जल की माँग करता है, अतः यह शुष्क कृषि में उपयुक्त नहीं।
(v) निम्न में से कौन से देशों में गेहूँ व चावल की अधिक उत्पादकता की मिश्रित प्रणाली विकसित की गई थी?
1️⃣ जापान तथा ऑस्ट्रेलिया
2️⃣ संयुक्त राज्य अमेरिका तथा जापान
3️⃣ मैक्सिको तथा सिंगापुर
4️⃣ मैक्सिको तथा फिलीपींस
🟢 उत्तर: 4️⃣ मैक्सिको तथा फिलीपींस
✔️ इन देशों में उच्च उपज किस्में विकसित कर हरित क्रांति की आधारशिला रखी गई।
✳️ प्रश्न 2 — लघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 30 शब्दों में उत्तर दीजिए)
🔵 (i) बंजर भूमि तथा कृषि योग्य व्यर्थ भूमि में अंतर स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
✔️ बंजर भूमि वह है जहाँ किसी भी प्रकार की फसल संभव नहीं।
✔️ कृषि योग्य व्यर्थ भूमि अस्थायी रूप से अनुपयोगी होती है, सुधार के बाद खेती संभव है।
🔵 (ii) निबल बोया गया क्षेत्र तथा सकल बोया गया क्षेत्र में अंतर बताइए।
🟢 उत्तर:
✔️ निबल बोया गया क्षेत्र — जहाँ वर्षभर में कम-से-कम एक बार फसल बोई जाती है।
✔️ सकल बोया गया क्षेत्र — वर्षभर में कुल बार-बार बोए गए क्षेत्र का योग।
🔵 (iii) भारत जैसे देश में सही भूमि नीति अपनाने की आवश्यकता क्यों है?
🟢 उत्तर:
✔️ भूमि सीमित संसाधन है।
✔️ जनसंख्या वृद्धि और अधिक दबाव से क्षरण हो रहा है।
✔️ सतत उपयोग हेतु वैज्ञानिक नीति आवश्यक है।
🔵 (iv) शुष्क कृषि तथा सिंचित कृषि में क्या अंतर है?
🟢 उत्तर:
✔️ शुष्क कृषि — वर्षा पर निर्भर, कम जल, सूखा क्षेत्र।
✔️ सिंचित कृषि — कृत्रिम सिंचाई पर आधारित, अधिक उपज, नमी युक्त भूमि।
✳️ प्रश्न 3 — दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (लगभग 150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
🔵 (i) भारत में भू-संसाधनों की विभिन्न प्रकार की पर्यावरणीय समस्याएँ कौन-सी हैं? उनका निवारण कैसे किया जाए?
🟢 उत्तर:
✔️ प्रमुख समस्याएँ —
• भूमि क्षरण, मृदा अपरदन, लवणता, जलभराव
• वनों की कटाई, मरुस्थलीकरण
• उर्वरता में कमी, रासायनिक प्रदूषण
✔️ निवारण उपाय —
• वृक्षारोपण, समोच्च जुताई
• जैविक खादों का प्रयोग
• भूमि सुधार और पुनर्वास
• जनजागरूकता और नीति निर्माण
✔️ निष्कर्ष: भूमि का सतत उपयोग ही दीर्घकालिक समाधान है।
🔵 (ii) भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् कृषि विकास की महत्त्वपूर्ण नीतियों का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
✔️ भूमि सुधार कार्यक्रम — बँटवारा, जोत सीमा
✔️ हरित क्रांति — उच्च उपज किस्में, उर्वरक, सिंचाई
✔️ पंचवर्षीय योजनाएँ — उत्पादन व उत्पादकता वृद्धि
✔️ फसल बीमा, सहकारी व्यवस्था
✔️ नयी कृषि नीति — सतत कृषि, खाद्य सुरक्षा
✔️ निष्कर्ष — कृषि विकास से आत्मनिर्भरता और ग्रामीण उन्नति संभव हुई।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🔷 Section A – MCQs (1 mark each)
🔵 प्रश्न 1:
भारत की कुल भूमि का लगभग कितना प्रतिशत कृषि योग्य है?
🔴 1️⃣ 25%
🟢 2️⃣ 54%
🟡 3️⃣ 60%
🔵 4️⃣ 70%
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 2:
भारत में भूमि उपयोग का निर्धारण किन कारकों से होता है?
🔴 1️⃣ जलवायु
🟢 2️⃣ स्थलाकृति
🟡 3️⃣ मिट्टी
🔵 4️⃣ उपरोक्त सभी
🟢 उत्तर: 4️⃣
🔵 प्रश्न 3:
भारत में कृषि का प्रमुख प्रकार कौन-सा है?
🔴 1️⃣ व्यावसायिक कृषि
🟢 2️⃣ निर्वाह कृषि
🟡 3️⃣ बागवानी
🔵 4️⃣ स्थानांतरण कृषि
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 4:
हरित क्रांति का आरंभ कब हुआ?
🔴 1️⃣ 1950
🟢 2️⃣ 1966
🟡 3️⃣ 1975
🔵 4️⃣ 1980
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 5:
भारत में सर्वाधिक सिंचित राज्य कौन-सा है?
🔴 1️⃣ पंजाब
🟢 2️⃣ उत्तर प्रदेश
🟡 3️⃣ हरियाणा
🔵 4️⃣ बिहार
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 6:
नीचे में से कौन-सी खरीफ फसल है?
🔴 1️⃣ गेहूँ
🟢 2️⃣ धान
🟡 3️⃣ चना
🔵 4️⃣ मटर
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 7:
भारत की भूमि का कितना प्रतिशत भाग वनाच्छादित है?
🔴 1️⃣ 10%
🟢 2️⃣ 21%
🟡 3️⃣ 33%
🔵 4️⃣ 40%
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 8:
मृदा अपरदन का प्रमुख कारण है—
🔴 1️⃣ वृक्षारोपण
🟢 2️⃣ वनों की कटाई
🟡 3️⃣ समोच्च हल
🔵 4️⃣ सीढ़ीदार खेती
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 9:
झूम खेती किस क्षेत्र में की जाती है?
🔴 1️⃣ पंजाब
🟢 2️⃣ पूर्वोत्तर भारत
🟡 3️⃣ गुजरात
🔵 4️⃣ महाराष्ट्र
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 10:
कौन-सी फसल नगदी फसल है?
🔴 1️⃣ गेहूँ
🟢 2️⃣ कपास
🟡 3️⃣ धान
🔵 4️⃣ मक्का
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 11:
भारत में सबसे अधिक कृषि योग्य भूमि किस राज्य में है?
🔴 1️⃣ उत्तर प्रदेश
🟢 2️⃣ मध्य प्रदेश
🟡 3️⃣ राजस्थान
🔵 4️⃣ बिहार
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 12:
हरित क्रांति का सर्वाधिक लाभ किस राज्य को हुआ?
🔴 1️⃣ बिहार
🟢 2️⃣ पंजाब
🟡 3️⃣ राजस्थान
🔵 4️⃣ गुजरात
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 13:
भारत में भूमि क्षरण का मुख्य कारण क्या है?
🔴 1️⃣ बाढ़
🟢 2️⃣ मृदा अपरदन
🟡 3️⃣ शहरीकरण
🔵 4️⃣ औद्योगिकीकरण
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 14:
भारत में कृषि का आधार कौन-सा संसाधन है?
🔴 1️⃣ भूमि
🟢 2️⃣ जल
🟡 3️⃣ मिट्टी
🔵 4️⃣ जलवायु
🟢 उत्तर: 1️⃣
🔵 प्रश्न 15:
भारत में सिंचाई का सबसे बड़ा स्रोत कौन-सा है?
🔴 1️⃣ नहर
🟢 2️⃣ कुएँ एवं ट्यूबवेल
🟡 3️⃣ तालाब
🔵 4️⃣ वर्षा
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔵 प्रश्न 16:
भारत में कृषि योग्य भूमि का अनुपात घटने का प्रमुख कारण है—
🔴 1️⃣ शहरीकरण
🟢 2️⃣ बाढ़
🟡 3️⃣ मृदा अपरदन
🔵 4️⃣ औद्योगिक विकास
🟢 उत्तर: 1️⃣
🔵 प्रश्न 17:
भारत में कृषि क्षेत्र की प्रमुख समस्या कौन-सी है?
🔴 1️⃣ अत्यधिक वर्षा
🟢 2️⃣ भूमि का विखंडन
🟡 3️⃣ उपजाऊ भूमि
🔵 4️⃣ उर्वरकों का उपयोग
🟢 उत्तर: 2️⃣
🔷 Section B – Source-Based Questions (3 marks each)
🔵 प्रश्न 18:
“भारत में भूमि संसाधन सीमित हैं और इन पर जनसंख्या का दबाव बढ़ रहा है।”
🟢 (a) यह कथन क्यों सही है?
🟢 (b) इसके क्या परिणाम हैं?
🟢 (c) इसका समाधान क्या है?
🟢 उत्तर:
✳️ (a) भूमि स्थिर संसाधन है, पर जनसंख्या निरंतर बढ़ रही है।
✳️ (b) भूमि का अति उपयोग, क्षरण और अपरदन।
✳️ (c) वैज्ञानिक भूमि उपयोग नीति और संरक्षण उपाय।
🔵 प्रश्न 19:
“हरित क्रांति ने भारत की कृषि को आधुनिक बनाया।”
🟢 (a) हरित क्रांति क्या है?
🟢 (b) इसके मुख्य घटक बताइए।
🟢 (c) किन क्षेत्रों में इसका प्रभाव अधिक था?
🟢 उत्तर:
✳️ (a) उच्च उत्पादकता बीज, उर्वरक, सिंचाई, यंत्रीकरण द्वारा कृषि सुधार।
✳️ (b) HYV बीज, सिंचाई, रासायनिक खाद, मशीनें।
✳️ (c) पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश।
🔷 Section C – Short Answer Questions (3 marks each)
🔵 प्रश्न 20:
भारत में भूमि उपयोग के मुख्य प्रकार बताइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ कृषि योग्य भूमि
2️⃣ वन भूमि
3️⃣ बंजर भूमि
4️⃣ स्थायी चरागाह
5️⃣ आवासीय/औद्योगिक उपयोग
🔵 प्रश्न 21:
मृदा अपरदन से क्या तात्पर्य है? इसके प्रकार बताइए।
🟢 उत्तर:
✔️ मिट्टी की ऊपरी उपजाऊ परत का हट जाना मृदा अपरदन है।
✳️ प्रकार:
1️⃣ पर्णीय अपरदन
2️⃣ खड्डीय अपरदन
3️⃣ नालागत अपरदन
🔵 प्रश्न 22:
भारत में कृषि की प्रमुख समस्याएँ बताइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ भूमि का विखंडन
2️⃣ सिंचाई की कमी
3️⃣ पारंपरिक तकनीक
4️⃣ जलवायु पर निर्भरता
5️⃣ बाजार की अस्थिरता
🔵 प्रश्न 23:
भारत में सिंचाई के प्रमुख स्रोत बताइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ नहरें
2️⃣ कुएँ और ट्यूबवेल
3️⃣ तालाब
4️⃣ वर्षा आधारित जल
5️⃣ जलाशय
🔷 Section D – Long Answer Questions (5 marks each)
🔵 प्रश्न 24:
भारत में भूमि क्षरण के प्रमुख कारण और उसके नियंत्रण के उपाय बताइए।
🟢 उत्तर:
✳️ भूमि क्षरण के कारण:
1️⃣ वनों की अंधाधुंध कटाई 🌲✂️
2️⃣ मृदा अपरदन 💨
3️⃣ जलभराव और लवणीकरण 💧
4️⃣ शहरीकरण और औद्योगिकीकरण 🏭
5️⃣ अत्यधिक चराई 🐄
✳️ नियंत्रण के उपाय:
✔️ वृक्षारोपण 🌳
✔️ समोच्च हल चलाना
✔️ सीढ़ीदार खेती
✔️ जल संरक्षण
✔️ भूमि उपयोग की वैज्ञानिक योजना
📘 निष्कर्ष: भूमि का संरक्षण सतत कृषि विकास के लिए अनिवार्य है।
🔵 प्रश्न 25:
भारत में कृषि के प्रकारों का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
✳️ 1️⃣ निर्वाह कृषि:
➡️ आत्म उपभोग हेतु छोटी भूमि पर पारंपरिक विधियों से खेती।
✳️ 2️⃣ व्यावसायिक कृषि:
➡️ बाजार के लिए बड़े क्षेत्र में यंत्रीकृत कृषि।
✳️ 3️⃣ स्थानांतरण कृषि (झूम):
➡️ वनों को जलाकर कुछ वर्षों तक खेती, फिर भूमि बदलना।
✳️ 4️⃣ मिश्रित कृषि:
➡️ फसलों के साथ पशुपालन।
✳️ 5️⃣ बागवानी कृषि:
➡️ फलों, फूलों, सब्जियों की वैज्ञानिक खेती।
📘 निष्कर्ष: भारत में विविध जलवायु और स्थलाकृति के कारण अनेक प्रकार की कृषि प्रचलित हैं।
🔵 प्रश्न 26:
भारत में हरित क्रांति के प्रभाव और सीमाएँ लिखिए।
🟢 उत्तर:
✳️ प्रभाव:
1️⃣ उत्पादन और उपज में वृद्धि 🌾
2️⃣ खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता 🍚
3️⃣ कृषि का यंत्रीकरण 🚜
4️⃣ कृषि में वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग 🧠
✳️ सीमाएँ:
1️⃣ क्षेत्रीय असमानता
2️⃣ पर्यावरण प्रदूषण
3️⃣ लवणीकरण और भूमि क्षरण
4️⃣ लघु किसानों को सीमित लाभ
📘 निष्कर्ष: हरित क्रांति ने कृषि को आधुनिक बनाया परंतु इसके संतुलित विस्तार की आवश्यकता है।
🔵 प्रश्न 27:
भारत में कृषि विकास को प्रभावित करने वाले भौतिक एवं मानव कारक बताइए।
🟢 उत्तर:
✳️ भौतिक कारक:
1️⃣ स्थलाकृति — मैदानी क्षेत्र अधिक उपयुक्त
2️⃣ जलवायु — वर्षा एवं तापमान पर निर्भरता
3️⃣ मिट्टी — उपजाऊपन के अनुसार फसल चयन
4️⃣ जल स्रोत — सिंचाई की उपलब्धता
✳️ मानव कारक:
1️⃣ श्रमशक्ति
2️⃣ तकनीकी विकास
3️⃣ पूँजी और निवेश
4️⃣ सरकारी नीतियाँ
5️⃣ बाजार व्यवस्था
📘 निष्कर्ष: कृषि विकास के लिए भौतिक और मानव दोनों कारकों का संतुलित उपयोग आवश्यक है।
🔵 प्रश्न 28:
भारत में कृषि के आधुनिकीकरण के उपाय लिखिए।
🟢 उत्तर:
✳️ 1️⃣ उन्नत बीजों का उपयोग
✳️ 2️⃣ सिंचाई सुविधाओं का विस्तार
✳️ 3️⃣ रासायनिक खाद और जैव उर्वरकों का प्रयोग
✳️ 4️⃣ कृषि यंत्रीकरण
✳️ 5️⃣ कृषि अनुसंधान और प्रशिक्षण
✳️ 6️⃣ बाजार और भंडारण सुविधाएँ
📘 निष्कर्ष: आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से कृषि उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है।
🔷 Section E – Map-Based Questions (5 marks each)
🔵 प्रश्न 29:
विश्व के मानचित्र पर निम्नलिखित को दर्शाइए —
🟢 (i) गेहूँ उत्पादक प्रमुख क्षेत्र
🟢 (ii) चावल उत्पादक क्षेत्र
🟢 (iii) कपास उत्पादक क्षेत्र
🟢 (iv) गन्ना उत्पादक क्षेत्र
🟢 (v) चाय उत्पादक क्षेत्र
🟢 उत्तर:
📘 विश्व मानचित्र पर चिन्हित करें —
✳️ गेहूँ — यूरोप, उत्तर अमेरिका, भारत
✳️ चावल — दक्षिण-पूर्व एशिया, चीन, भारत
✳️ कपास — अमेरिका, भारत, मिस्र
✳️ गन्ना — भारत, ब्राज़ील
✳️ चाय — भारत, श्रीलंका, चीन
🔵 प्रश्न 30:
भारत के मानचित्र पर दर्शाइए —
🟢 (i) पंजाब – गेहूँ प्रमुख क्षेत्र
🟢 (ii) पश्चिम बंगाल – धान प्रमुख क्षेत्र
🟢 (iii) महाराष्ट्र – कपास प्रमुख क्षेत्र
🟢 (iv) उत्तर प्रदेश – गन्ना प्रमुख क्षेत्र
🟢 (v) असम – चाय प्रमुख क्षेत्र
🟢 उत्तर:
📘 भारत के मानचित्र पर चिन्हित करें —
🌾 गेहूँ – पंजाब
🌿 धान – पश्चिम बंगाल
👕 कपास – महाराष्ट्र
🍬 गन्ना – उत्तर प्रदेश
☕ चाय – असम
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