Class 12 : हिंदी अनिवार्य – अध्याय 12.काले मेघा पानी दे
संक्षिप्त लेखक परिचय
✒️ धर्मवीर भारती
💠 जीवन परिचय
🟢 धर्मवीर भारती का जन्म 25 दिसंबर 1926 को इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) में हुआ।
🟡 प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद में तथा उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की।
🔵 वे हिंदी साहित्य के साथ-साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे।
🟠 1960 से 1987 तक वे साप्ताहिक पत्रिका ‘धर्मयुग’ के प्रधान संपादक रहे।
🔴 04 सितंबर 1997 को उनका निधन हुआ।
💠 लेखन परिचय
🌸 धर्मवीर भारती हिंदी साहित्य के प्रख्यात कवि, नाटककार, उपन्यासकार और पत्रकार थे।
🌼 उनकी रचनाओं में गहन भावुकता, सामाजिक चेतना और मानवीय संवेदनाओं का अद्भुत संगम मिलता है।
🌺 प्रमुख कृतियाँ – उपन्यास ‘गुनाहों का देवता’, ‘सूरज का सातवाँ घोड़ा’, नाटक ‘अंधा युग’, और काव्य संग्रह ‘कनुप्रिया’, ‘ठेले पर हिमालय’।
🌻 उन्हें साहित्य और पत्रकारिता में योगदान के लिए पद्मश्री सहित कई पुरस्कार प्राप्त हुए।
🌷 उनकी भाषा सहज, प्रवाहपूर्ण और विचारोत्तेजक है, जो पाठक के हृदय में गहरा प्रभाव छोड़ती है।
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पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन

💠 मुख्य संदेश और प्रतिपाद्य
🟢 यह संस्मरण लोक-विश्वास और विज्ञान के बीच के द्वंद्व को चित्रित करता है।
🟡 लेखक अपने किशोरावस्था के अनुभव से बताता है कि सूखे के समय गाँवों में इंदर सेना नामक बच्चों की टोली पर पानी डालकर वर्षा की प्रार्थना की जाती थी।
🔵 यह परंपरा अंधविश्वास और सामुदायिक आस्था का मिश्रण है, जो आधुनिकता और परंपरा के संघर्ष को उजागर करती है।
💠 इंदर सेना का चरित्र-चित्रण
🌿 10-18 वर्ष के साँवले, नंगे बदन लड़कों की टोली।
🌸 केवल जाँघिया या लंगोटी पहनकर गलियों में घूमते, नारे लगाते – “बोल गंगा मैया की जय”।
🌼 लोकगीत गाते –
काले मेघा पानी दे,
गगरी फूटी बैल पियासा,
पानी दे गुड़धानी दे,
काले मेघा पानी दे।
💠 सूखे की भयावह स्थिति
🌺 जेठ के दसतपा और आषाढ़ के पहले पखवाड़े के बाद भी बादलों का नामोनिशान नहीं।
🌻 कुएँ सूखना, नलों में गर्म पानी, खेतों में दरारें, लू से लोग-बेजान होना।
🌷 पशु प्यास से मरने लगते, वर्षा की कोई उम्मीद नहीं।
💠 लोक-विश्वास बनाम तर्कशील मन
🌟 लेखक का किशोर मन इसे पानी की बर्बादी मानता था।
💡 सवाल – जब पानी की इतनी कमी है तो इसे बच्चों पर क्यों फेंकते हैं?
📌 लेखक सोचता था कि ऐसे अंधविश्वास ही प्रगति में बाधक हैं।
💠 जीजी का लोक-दर्शन
🌿 दान और त्याग का सिद्धांत – “यह पानी की बर्बादी नहीं, अर्घ्य है।”
🌼 वास्तविक त्याग – ज़रूरत की चीज़ का त्याग ही सच्चा दान है।
🌺 बुवाई का सिद्धांत – “जैसे किसान गेहूँ बोता है, वैसे हम पानी बोते हैं ताकि बादलों की फसल आए।”
🌻 आचरण का सिद्धांत – “पहले खुद दो, तभी देवता लौटा कर देंगे।”
💠 गांधीवादी विचारधारा का प्रभाव
🌸 जीजी के बेटे ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया था, इसलिए उनके विचारों में गांधीजी के व्यक्तिगत आचरण से समाज सुधार का भाव स्पष्ट है।
💠 समसामयिक प्रासंगिकता और भ्रष्टाचार पर टिप्पणी
🌿 पचास साल बाद भी जीजी की बातें लेखक को याद हैं।
🌼 आज भी माँगें बहुत हैं लेकिन त्याग का अभाव है।
🌺 हम भ्रष्टाचार की आलोचना तो करते हैं लेकिन खुद भी उसी का हिस्सा बन जाते हैं।
💠 विज्ञान और विश्वास का संतुलन
📌 विज्ञान के अपने तर्क हैं, विश्वास की अपनी शक्ति।
🌸 जब विज्ञान असफल होता है, लोग लोक-विश्वासों की शरण लेते हैं।
🌼 यह न तो पूर्ण अंधविश्वास है और न ही पूर्णतः तर्कसंगत, बल्कि सामूहिक आस्था और एकजुटता का प्रतीक है।
💠 भाषा और शैली
🌿 सहज, प्रवाहपूर्ण, लोकगीत और ग्रामीण मुहावरों से युक्त।
🌸 हास्य, व्यंग्य और दार्शनिक चिंतन का सुंदर संगम।
💠 निष्कर्ष
🌟 प्रश्न – “काले मेघा पानी बरसाते हैं, पर गगरी फूटी रहती है, बैल पियासे रहते हैं… यह स्थिति कब बदलेगी?”
📌 यह केवल वर्षा का नहीं बल्कि समाज की स्थिति का भी सवाल है।
📜 सारांश
‘काले मेघा पानी दे’ धर्मवीर भारती का संस्मरण है जो भीषण सूखे के समय इंदर सेना पर पानी डालकर वर्षा की प्रार्थना की परंपरा को चित्रित करता है। लेखक इसे बर्बादी मानता है, पर उसकी जीजी इसे दान, त्याग और बुवाई के सिद्धांत से जोड़कर समझाती है। रचना अंत में भ्रष्टाचार और त्याग के अभाव पर व्यंग्य करती है और यह संदेश देती है कि विज्ञान और विश्वास दोनों का संतुलन आवश्यक है।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🟢 प्रश्न 1: लोगों ने लड़कों की टोली को ‘मेढक-मंडली’ नाम किस आधार पर दिया? यह टोली अपने आपको ‘इंदर सेना’ कहकर क्यों बुलाती थी?
✨ उत्तर:
🌸 कुछ लोगों को बच्चों के नंगे बदन, उछल-कूद, शोर-शराबे और उनके कारण गलियों में कीचड़ से चिढ़ थी।
🌼 वे इसे अंधविश्वास मानते थे, इसलिए ‘मेढक-मंडली’ कहते थे।
🌺 बच्चे स्वयं को ‘इंदर सेना’ कहते थे क्योंकि वे इकट्ठे होकर भगवान इंद्र से वर्षा की प्रार्थना करते थे और अपने को इंद्र के सैनिक मानते थे।
🟢 प्रश्न 2: जीजी ने ‘इंदर सेना’ पर पानी फेंके जाने को किस तरह सही ठहराया?
✨ उत्तर:
1️⃣ त्याग और दान की महत्ता – दान वही है जो अपनी ज़रूरत की वस्तु त्यागकर किया जाए। देवता से कुछ पाने से पहले उन्हें कुछ अर्पित करना चाहिए।
2️⃣ बुवाई का सिद्धांत – जैसे किसान फसल के लिए बीज बोता है, वैसे ही पानी डालना बादलों की फसल के लिए बुवाई है।
3️⃣ आचरण का सिद्धांत – पहले खुद देना, ताकि देवता कई गुना लौटाएँ; अच्छा आचरण समाज में फैलता है।
🟢 प्रश्न 3: ‘पानी दे, गुड़धानी दे’ मेघों से पानी के साथ-साथ गुड़धानी की माँग क्यों की जा रही है?
✨ उत्तर:
🌸 गुड़धानी = गुड़ और अनाज का मिश्रण।
🌼 अच्छी वर्षा से ईख और धान की अच्छी उपज होती है।
🌺 ‘गुड़धानी’ यहाँ अन्न का प्रतीक है, जो वर्षा पर आधारित है और गाँव की खुशहाली का आधार है।
🟢 प्रश्न 4: ‘गगरी फूटी बैल पियासा’ पंक्ति में बैलों के प्यासा रहने की बात क्यों कही गई है?
✨ उत्तर:
🌸 वर्षा का अभाव और पानी की कमी से घड़ा भी खाली हो गया।
🌼 बैल कृषि संस्कृति की रीढ़ हैं; उनके प्यासे रहने से खेती प्रभावित होती है।
🌺 पानी बरसने से बैलों और धरती दोनों की प्यास बुझती है और चारों ओर खुशी आती है।
🟢 प्रश्न 5: इंदर सेना सबसे पहले ‘गंगा मैया की जय’ क्यों बोलती है? नदियों का भारतीय जीवन में क्या महत्व है?
✨ उत्तर:
🌸 गंगा भारतीय संस्कृति में सबसे पूजनीय नदी है, जल का आदिम स्रोत मानी जाती है।
🌼 धार्मिक महत्व – गंगाजल हर शुभ कार्य में प्रयोग होता है।
🌺 सभ्यता और संस्कृति – अधिकांश नगर व सांस्कृतिक केंद्र नदियों के किनारे बसे हैं।
🌻 सामाजिक गतिविधियाँ – नदी तटों पर मेले लगते हैं और इन्हें मोक्षदायिनी माना जाता है।
🟢 प्रश्न 6: रिश्तों में भावना-शक्ति का बँट जाना हमारी बुधि-शक्ति को कैसे कमज़ोर करता है?
✨ उत्तर:
🌸 लेखक और जीजी के बीच गहरा भावनात्मक संबंध था।
🌼 जीजी उसी परंपरा का समर्थन करती थीं जिसका लेखक विरोध करता था।
🌺 भावनात्मक जुड़ाव के कारण लेखक का विश्वास डगमगाने लगा और वह चाहकर भी विरोध न कर सका।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
💠 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
1️⃣ धर्मवीर भारती के अनुसार इंदर सेना की उम्र कितनी होती थी?
🔹 (क) 8-10 से 14-15 वर्ष
🔹 (ख) 10-12 से 16-18 वर्ष ✅
🔹 (ग) 12-14 से 18-20 वर्ष
🔹 (घ) 6-8 से 12-14 वर्ष
2️⃣ लेखक के अनुसार जेठ का कौन-सा समय सबसे कष्टकारी होता था?
🔹 (क) पहला पखवारा
🔹 (ख) दसतपा (दस दिन का समय) ✅
🔹 (ग) अंतिम सप्ताह
🔹 (घ) पूरा महीना
3️⃣ जीजी के अनुसार वास्तविक त्याग क्या है?
🔹 (क) अमीर का धन दान करना
🔹 (ख) अपनी जरूरत की चीज़ जनकल्याण के लिए देना ✅
🔹 (ग) मंदिर में पैसा चढ़ाना
🔹 (घ) भिखारियों को खाना देना
4️⃣ इंदर सेना का गीत शुरू होने से पहले कौन-सा जयकारा लगाया जाता था?
🔹 (क) हर हर महादेव
🔹 (ख) बोल गंगा मैया की जय ✅
🔹 (ग) जय हो इंद्र देव
🔹 (घ) वंदे मातरम्
5️⃣ लेखक की जीजी का एक पुत्र किस आंदोलन में शामिल था?
🔹 (क) क्रांतिकारी आंदोलन
🔹 (ख) राष्ट्रीय आंदोलन ✅
🔹 (ग) किसान आंदोलन
🔹 (घ) मजदूर आंदोलन
💠 लघु उत्तरीय प्रश्न
1️⃣ लेखक के मन में इंदर सेना पर पानी डालने को लेकर संदेह
उत्तर:
🌸 पानी की कमी के बावजूद बच्चों पर पानी फेंकना लेखक को निर्मम बर्बादी और अंधविश्वास लगा।
🌼 उसे लगता था कि यही पिछड़ेपन और गुलामी के कारणों में से एक है।
2️⃣ शहर और गाँव में सूखे का अंतर
उत्तर:
🌸 शहर – कुएँ सूखने, नलों में आधी रात को गर्म पानी आना।
🌼 गाँव – खेतों की मिट्टी पत्थर होना, दरारें पड़ना, लू से लोग गिरना, पशुओं की मौत।
3️⃣ बुवाई का उदाहरण
उत्तर:
🌸 जैसे किसान थोड़े बीज बोकर अधिक फसल लेता है, वैसे ही पानी डालना बादलों की फसल की बुवाई है।
4️⃣ ‘यथा राजा तथा प्रजा’ और ‘यथा प्रजा तथा राजा’ का मत
उत्तर:
🌸 समाज का आचरण जनता और नेता, दोनों के व्यवहार से बनता है; पहले स्वयं को बदलना चाहिए।
5️⃣ अंत में लेखक का प्रश्न
उत्तर:
🌸 माँगें बहुत, त्याग कहीं नहीं; क्या हम भी भ्रष्टाचार के अंग तो नहीं?
🌼 “काले मेघा पानी बरसाते हैं, पर गगरी फूटी… यह स्थिति कब बदलेगी?”
💠 मध्यम उत्तरीय प्रश्न
1️⃣ इंदर सेना के गीत में सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्य
उत्तर:
🌸 ‘गगरी फूटी बैल पियासा’ – कृषि संस्कृति और जल संरक्षण का प्रतीक।
🌼 सामुदायिक भावना – समूह में सबके लिए प्रार्थना।
🌺 धार्मिक आस्था – इंद्र देव से प्रार्थना, वैदिक परंपरा का हिस्सा।
🌻 पारस्परिकता – केवल पानी नहीं, समृद्धि और खुशहाली की कामना।
2️⃣ लेखक का मानसिक द्वंद्व
उत्तर:
🌸 तर्कशील सोच – परंपरा को अंधविश्वास और बर्बादी मानना।
🌼 भावनात्मक जुड़ाव – जीजी के प्रेम और सम्मान के कारण विरोध न कर पाना।
🌺 अंततः जीजी के तर्कों से प्रभावित होकर समर्पण।
3️⃣ जीजी में पारंपरिक भारतीय नारी के गुण
उत्तर:
🌸 गहरा दार्शनिक चिंतन, त्याग और आचरण का महत्व समझाना।
🌼 संयम, धैर्य और बीमारी में भी सक्रियता।
🌺 गांधीवादी विचारधारा और सामाजिक चेतना।
4️⃣ सूखे की स्थिति और आज का पर्यावरणीय संकट
उत्तर:
🌸 तब – वर्षा का अभाव, कृषि पर असर, पशु-पक्षी संकट।
🌼 अब – जलवायु परिवर्तन, जल संकट, खेती की समस्या और ग्लोबल वार्मिंग।
💠 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1.लोक-विश्वास और वैज्ञानिक सोच का द्वंद्व और आधुनिक प्रासंगिकता
उत्तर:
🌿 इंदर सेना की परंपरा सामुदायिक आस्था और कृषि संस्कृति का प्रतीक है।
🌼 लेखक का किशोर मन इसे अंधविश्वास मानता है, पर जीजी इसे त्याग, दान और आचरण के सिद्धांत से जोड़कर उचित ठहराती हैं।
🌺 यह द्वंद्व भावना और बुद्धि का है, जो रिश्तों में और गहरा हो जाता है।
🌻 आधुनिक समय में भी जब विज्ञान असफल होता है, लोग लोक-विश्वास की ओर लौटते हैं।
🌟 संदेश – विज्ञान और विश्वास में संतुलन आवश्यक है; परंपरा में छिपे दर्शन को समझकर आधुनिक संदर्भ में अपनाना चाहिए।
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