Class 11 : Poltical Science (In Hindi) – Lesson 4. कार्यपालिका
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🔶 प्रस्तावना (≈150 शब्द)
🔵 शासन की तीन प्रमुख शाखाएँ — विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका — लोकतंत्र की नींव हैं।
🟢 इनमें कार्यपालिका (Executive) वह अंग है जो राज्य की नीतियों और कानूनों को क्रियान्वित करती है।
🟡 यह सरकार की दैनिक गतिविधियों, प्रशासन, कानून पालन और नीति-निर्माण के व्यावहारिक रूप का संचालन करती है।
🔴 कार्यपालिका को “शासन का हृदय” कहा जाता है क्योंकि यह राज्य की इच्छा को कार्यरूप देती है।
💡 इस अध्याय में हम कार्यपालिका की संरचना, प्रकार, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की भूमिका, मंत्रिपरिषद की कार्यप्रणाली तथा प्रशासनिक उत्तरदायित्व को समझेंगे।
🏛️ मुख्य व्याख्या (≈1350 शब्द)
🧭 1. कार्यपालिका की परिभाषा और भूमिका
🔵 कार्यपालिका वह शाखा है जो कानूनों को लागू करती है और शासन के संचालन की जिम्मेदारी निभाती है।
🟢 इसका कार्य केवल प्रशासन तक सीमित नहीं, बल्कि नीति-निर्माण और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में भी इसकी भूमिका होती है।
🟡 यह राज्य की शक्ति का व्यवहारिक चेहरा है जो जनता के कल्याण हेतु निर्णय लेती है।
💡 लोकतंत्र में कार्यपालिका जनता के प्रति उत्तरदायी होती है।
⚖️ 2. कार्यपालिका के प्रकार
🔵 कार्यपालिका दो प्रकार की होती है:
1️⃣ संसदीय कार्यपालिका (Parliamentary Executive) — जैसे भारत और ब्रिटेन।
2️⃣ राष्ट्रपति शासन प्रणाली (Presidential Executive) — जैसे अमेरिका।
🟢 भारत में संसदीय प्रणाली है जहाँ कार्यपालिका विधायिका के प्रति उत्तरदायी है।
🟡 यहाँ राष्ट्रपति औपचारिक प्रधान हैं जबकि वास्तविक शक्ति प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद में निहित है।
💡 यह “सामूहिक उत्तरदायित्व” (Collective Responsibility) के सिद्धांत पर आधारित है।
🏛️ 3. भारत में कार्यपालिका की संरचना
🔵 भारत में कार्यपालिका के तीन स्तर हैं —
1️⃣ संघीय स्तर पर — राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद।
2️⃣ राज्य स्तर पर — राज्यपाल, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद।
3️⃣ स्थानीय स्तर पर — जिला कलेक्टर, नगर निगम अधिकारी, पंचायत प्रमुख आदि।
🟢 संविधान में कार्यपालिका की शक्तियाँ अनुच्छेद 52 से 78 तक दी गई हैं।
🎯 4. राष्ट्रपति — राष्ट्र का संवैधानिक प्रमुख
🔵 अनुच्छेद 52 के अनुसार भारत में एक राष्ट्रपति होगा जो राज्य का प्रमुख है।
🟢 राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली द्वारा निर्वाचक मंडल करता है।
🟡 उनका कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
🔴 राष्ट्रपति औपचारिक प्रमुख हैं लेकिन उनके सभी कार्य मंत्रिपरिषद की सलाह पर होते हैं।
💡 राष्ट्रपति राष्ट्रीय एकता, स्थिरता और संवैधानिक मर्यादा के प्रतीक हैं।
🔹 राष्ट्रपति की प्रमुख शक्तियाँ:
1️⃣ कार्यकारी शक्तियाँ — प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की नियुक्ति, शासन संचालन।
2️⃣ विधायी शक्तियाँ — संसद का सत्र बुलाना, स्थगित करना, विधेयक पर हस्ताक्षर।
3️⃣ न्यायिक शक्तियाँ — दया याचिकाएँ स्वीकार करना, दंड माफी देना।
4️⃣ कूटनीतिक शक्तियाँ — विदेशी राष्ट्रों से संबंध और राजदूत नियुक्ति।
5️⃣ आपातकालीन शक्तियाँ — अनुच्छेद 352, 356, 360 के अंतर्गत।
💡 राष्ट्रपति की भूमिका मुख्यतः “संविधान के रक्षक” (Guardian of the Constitution) की है।
✳️ 5. उपराष्ट्रपति
🔵 उपराष्ट्रपति संविधान के अनुच्छेद 63 के अंतर्गत होता है।
🟢 वह राज्यसभा का सभापति (Chairman) होता है।
🟡 राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है।
💡 उपराष्ट्रपति का चुनाव भी आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली से होता है।
📘 6. प्रधानमंत्री — वास्तविक कार्यपालिका प्रमुख
🔵 प्रधानमंत्री कार्यपालिका का वास्तविक प्रमुख होता है।
🟢 उसकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, परंतु वही व्यक्ति प्रधानमंत्री बन सकता है जिसे लोकसभा में बहुमत का समर्थन प्राप्त हो।
🟡 प्रधानमंत्री मंत्रिपरिषद का नेता, नीति निर्धारक और सरकार का मुखिया होता है।
🔴 संविधान के अनुच्छेद 74 में कहा गया है कि राष्ट्रपति मंत्रिपरिषद की सलाह के अनुसार कार्य करेगा।
💡 प्रधानमंत्री सरकार की दिशा, नीति और प्रशासन का केंद्रबिंदु है।
🔹 प्रधानमंत्री की प्रमुख भूमिकाएँ:
1️⃣ मंत्रिपरिषद का गठन और नेतृत्व
2️⃣ नीतियों का निर्धारण और कार्यान्वयन
3️⃣ राष्ट्रपति और संसद के बीच सेतु का कार्य
4️⃣ विदेश नीति और रक्षा नीति का संचालन
5️⃣ पार्टी अनुशासन और संसदीय कार्यों का समन्वय
💡 प्रधानमंत्री को “First among Equals” कहा जाता है, क्योंकि वह मंत्रियों में प्रमुख होते हुए भी सामूहिक रूप से उत्तरदायी रहते हैं।
🏛️ 7. मंत्रिपरिषद
🔵 मंत्रिपरिषद तीन श्रेणियों में विभाजित होती है —
1️⃣ कैबिनेट मंत्री
2️⃣ राज्य मंत्री
3️⃣ उप मंत्री
🟢 मंत्रिपरिषद सामूहिक उत्तरदायित्व (Collective Responsibility) के सिद्धांत पर कार्य करती है।
🟡 यदि संसद में अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाए तो संपूर्ण मंत्रिपरिषद को त्यागपत्र देना पड़ता है।
💡 यह सिद्धांत ब्रिटिश परंपरा से अपनाया गया है।
⚖️ 8. कार्यपालिका की उत्तरदायित्व प्रणाली
🔵 कार्यपालिका संसद के प्रति उत्तरदायी होती है।
🟢 संसद मंत्रियों से प्रश्न पूछ सकती है, चर्चा कर सकती है, और आवश्यकता पड़ने पर अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
🟡 यह उत्तरदायित्व लोकतांत्रिक संतुलन का आवश्यक तत्व है।
💡 उत्तरदायी कार्यपालिका ही जनतंत्र को स्थिर और विश्वसनीय बनाती है।
🧠 9. संघीय और राज्य कार्यपालिका में संबंध
🔵 भारत में संघीय व्यवस्था के कारण केंद्र और राज्य कार्यपालिका परस्पर जुड़ी हैं।
🟢 आपातकाल के समय केंद्र राज्य प्रशासन पर नियंत्रण कर सकता है।
🟡 सामान्य परिस्थितियों में राज्य सरकारें अपनी कार्यपालिका के माध्यम से नीतियाँ लागू करती हैं।
💡 संघीय सहयोग और समन्वय लोकतंत्र की मजबूती का आधार है।
🎯 10. प्रशासनिक कार्यपालिका
🔵 नौकरशाही (Bureaucracy) कार्यपालिका का प्रशासनिक अंग है।
🟢 यह नीतियों को लागू करती है, रिपोर्ट तैयार करती है, और सरकार को परामर्श देती है।
🟡 अखिल भारतीय सेवाएँ (IAS, IPS, IFS) इस ढांचे की रीढ़ हैं।
💡 राजनीतिक नेतृत्व और प्रशासनिक निष्पादन के बीच समन्वय से ही शासन प्रभावी बनता है।
✴️ 11. कार्यपालिका की सीमाएँ
🔵 अत्यधिक केंद्रीकरण, भ्रष्टाचार, और राजनीतिक दबाव इसकी प्रभावशीलता को प्रभावित कर सकते हैं।
🟢 संवैधानिक नियंत्रण और न्यायिक पुनरावलोकन आवश्यक हैं ताकि कार्यपालिका अपने अधिकारों का दुरुपयोग न करे।
💡 संतुलन (Checks and Balances) लोकतंत्र की सुरक्षा का साधन है।
📘 सारांश (≈250 शब्द)
🔵 कार्यपालिका लोकतांत्रिक शासन की क्रियाशील शक्ति है जो नीतियों को कार्यरूप देती है।
🟢 भारत में संसदीय प्रणाली लागू है जहाँ राष्ट्रपति औपचारिक प्रमुख हैं और वास्तविक शक्ति प्रधानमंत्री तथा मंत्रिपरिषद में निहित है।
🟡 राष्ट्रपति राष्ट्रीय एकता और संविधान की मर्यादा के प्रतीक हैं; वे मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करते हैं।
🔴 प्रधानमंत्री सरकार का संचालन करते हैं और नीति निर्धारण के प्रमुख सूत्रधार हैं।
💡 मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से संसद के प्रति उत्तरदायी होती है।
🟢 संघीय कार्यपालिका और राज्य कार्यपालिका मिलकर प्रशासनिक व्यवस्था को संचालित करती हैं।
🟡 कार्यपालिका की कार्यकुशलता नौकरशाही की ईमानदारी और जनता के विश्वास पर निर्भर करती है।
🔴 लोकतंत्र में उत्तरदायी, पारदर्शी और संवैधानिक कार्यपालिका ही शासन की सफलता सुनिश्चित करती है।
🎯 भारत की कार्यपालिका संविधान की भावना के अनुरूप शक्ति-संतुलन और उत्तरदायित्व के सिद्धांत पर आधारित है।
📝 त्वरित पुनरावलोकन (≈100 शब्द)
✔️ कार्यपालिका — शासन का क्रियान्वयन अंग।
✔️ प्रकार — संसदीय व राष्ट्रपति प्रणाली।
✔️ राष्ट्रपति — औपचारिक प्रमुख (अनुच्छेद 52–78)।
✔️ प्रधानमंत्री — वास्तविक प्रमुख, मंत्रिपरिषद के नेता।
✔️ मंत्रिपरिषद — सामूहिक उत्तरदायित्व सिद्धांत पर कार्यरत।
✔️ उपराष्ट्रपति — राज्यसभा सभापति।
✔️ नौकरशाही — प्रशासनिक कार्यपालिका का अंग।
✔️ कार्यपालिका की सीमा — राजनीतिक दबाव, केंद्रीकरण।
✔️ उद्देश्य — उत्तरदायी, निष्पक्ष और प्रभावी शासन।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔵 प्रश्न 1:
संसदीय कार्यपालिका का अर्थ होता है —
(क) जहाँ संसद हो वहीं कार्यपालिका हो
(ख) संसद द्वारा निर्वाचित कार्यपालिका
(ग) जहाँ संसद कार्यपालिका के रूप में काम करती है
(घ) ऐसी कार्यपालिका जो संसद के बहुमत के समर्थन पर निर्भर हो
🟢 उत्तर:
सही उत्तर है — (घ) ऐसी कार्यपालिका जो संसद के बहुमत के समर्थन पर निर्भर हो।
संसदीय प्रणाली में कार्यपालिका संसद के प्रति उत्तरदायी होती है और तभी तक पद पर बनी रहती है जब तक उसे संसद का विश्वास प्राप्त हो।
🔵 प्रश्न 2:
निम्नलिखित व्यक्तियों के तर्क पढ़ें। आप किस तर्क से सहमत हैं और क्यों?
अमित — राष्ट्रपति के प्रावधानों को देखने से लगता है कि राष्ट्रपति का काम सिर्फ औपचारिक है।
शमा — राष्ट्रपति प्रधानमंत्री की नियुक्ति करता है। इसलिए उसे प्रधानमंत्री को हटाने का अधिकार भी होना चाहिए।
राजेश — हमें राष्ट्रपति की ज़रूरत नहीं; चुनाव के बाद संसद बैठक बुलाकर एक नेता चुन सकती है जो प्रधानमंत्री बने।
🟢 उत्तर:
सबसे संतुलित तर्क अमित का है।
भारतीय राष्ट्रपति का कार्य मुख्यतः संवैधानिक और औपचारिक है क्योंकि वास्तविक शक्ति मंत्रिपरिषद के पास होती है।
राष्ट्रपति राष्ट्र का औपचारिक प्रमुख है, जबकि शासन का संचालन प्रधानमंत्री और मंत्रीपरिषद करती है।
🔵 प्रश्न 3:
निम्नलिखित को सुमेलित करें —
क्रम स्तम्भ A स्तम्भ B
(क) भारतीय विदेश सेवा भारत के लिए विदेशों में कार्यरत
(ख) प्रादेशिक लोक सेवा जिस प्रदेश में बहाली हो, उसी में कार्यरत
(ग) अखिल भारतीय सेवाएँ जिस प्रदेश में भेजा जाए, उसमें कार्यरत, परंतु केंद्र द्वारा भी भेजी जा सकती हैं
(घ) केन्द्रीय सेवाएँ केन्द्र सरकार के दफ्तरों में कार्यरत, जो राजधानी या देश के अन्य भागों में स्थित हों
🟢 उत्तर:
✔️ (क) → भारत के लिए विदेशों में कार्यरत
✔️ (ख) → जिसमें बहाली हो, उसी प्रदेश में कार्यरत
✔️ (ग) → जिस प्रदेश में भेजा जाए, उसमें कार्यरत, केंद्र में भी भेजा जा सकता है
✔️ (घ) → केन्द्र सरकार के दफ्तरों में कार्यरत
🔵 प्रश्न 4:
उस मंत्रालय की पहचान करें जिसने निम्नलिखित समाचार प्रकाशित किया —
“भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की क्षेत्रीय समिति ने पाया कि इस माह आंध्रप्रदेश के दो किसान आत्महत्या कर चुके हैं, वे आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे थे।”
🟢 उत्तर:
यह समाचार कृषि मंत्रालय (Ministry of Agriculture) से संबंधित है, क्योंकि यह मंत्रालय किसानों की स्थिति, कृषि नीति और ग्रामीण विकास से जुड़ा कार्य करता है।
🔵 प्रश्न 5:
प्रधानमंत्री की नियुक्ति करने में राष्ट्रपति —
(क) लोकसभा के सबसे बड़े दल के नेता को चुनता है।
(ख) लोकसभा में बहुमत अर्जित करने वाले गठबंधन-दलों में सबसे बड़े दल के नेता को चुनता है।
(ग) राज्यसभा के सबसे बड़े दल के नेता को चुनता है।
(घ) गठबंधन अथवा उस दल के नेता को चुनता है जिसे लोकसभा के बहुमत का समर्थन प्राप्त हो।
🟢 उत्तर:
सही उत्तर है — (घ) गठबंधन अथवा उस दल के नेता को चुनता है जिसे लोकसभा के बहुमत का समर्थन प्राप्त हो।
राष्ट्रपति वही व्यक्ति प्रधानमंत्री नियुक्त करता है जो सदन में बहुमत का विश्वास रखता हो।
🔵 प्रश्न 6:
इस चर्चा को पढ़कर बताइए कि कौन-सा कथन भारत पर सबसे ज़्यादा लागू होता है —
आलोक — प्रधानमंत्री राजा के समान है, वह हर निर्णय स्वयं करता है।
शेखर — प्रधानमंत्री केवल “बराबरी से प्रथम” है, उसके अधिकार अन्य मंत्रियों के समान हैं।
बाबी — प्रधानमंत्री दल के सदस्यों तथा सरकार के समर्थक सदस्यों का ध्यान रखता है, परंतु नीति-निर्माण में उसकी भूमिका प्रमुख होती है।
🟢 उत्तर:
सही कथन है — बाबी का।
भारत में प्रधानमंत्री “समानों में प्रथम” होते हुए भी नीति-निर्माण, मंत्रिमंडल गठन और शासन संचालन में सबसे अधिक प्रभावशाली होता है।
🔵 प्रश्न 7:
क्या मंत्रिमंडल की सलाह राष्ट्रपति को हर हाल में माननी पड़ती है? आप क्या सोचते हैं?
🟢 उत्तर:
हाँ, भारत में राष्ट्रपति को मंत्रिपरिषद की सलाह माननी पड़ती है।
संविधान के अनुच्छेद 74(1) के अनुसार राष्ट्रपति मंत्रिपरिषद की सलाह से कार्य करता है।
हालाँकि वह एक बार पुनर्विचार हेतु सलाह लौटा सकता है, परंतु यदि मंत्रिपरिषद वही सलाह पुनः भेजे तो उसे स्वीकार करना अनिवार्य है।
🔵 प्रश्न 8:
संसदीय व्यवस्था ने कार्यपालिका को नियंत्रण में रखने के लिए विधायिका को शक्तियाँ दी हैं। क्या यह नियंत्रण आवश्यक है?
🟢 उत्तर:
हाँ, आवश्यक है क्योंकि इससे लोकतांत्रिक संतुलन बना रहता है।
विधायिका के पास प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण, अविश्वास प्रस्ताव जैसे साधन हैं जिनसे वह कार्यपालिका को उत्तरदायी रखती है।
यदि यह नियंत्रण न हो तो कार्यपालिका मनमानी कर सकती है, जिससे लोकतंत्र की भावना कमजोर होगी।
🔵 प्रश्न 9:
कहा जाता है कि प्रशासनिक अधिकारियों में राजनीतिक हस्तक्षेप होता है। क्या आप इससे सहमत हैं?
🟢 उत्तर:
आंशिक रूप से सहमत।
राजनीतिक हस्तक्षेप कभी-कभी नीति निर्माण में आवश्यक होता है, परंतु अत्यधिक हस्तक्षेप से कार्यकुशलता घटती है।
लोकतांत्रिक संतुलन के लिए यह आवश्यक है कि चुने हुए प्रतिनिधि नीतिगत दिशा तय करें और प्रशासन उसे निष्पक्षता से लागू करे।
🔵 प्रश्न 10:
“नियुक्ति आधारित प्रशासन की जगह निर्वाचन आधारित प्रशासन होना चाहिए।”
इस विषय पर 200 शब्दों में एक लेख लिखिए।
🟢 उत्तर:
🔹 नियुक्ति आधारित प्रशासन में अधिकारी जनता के प्रति सीधे उत्तरदायी नहीं होते।
🔹 निर्वाचन आधारित प्रशासन में जनता अपने प्रशासकों का चयन करती है, जिससे जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ती है।
🔹 परंतु हर प्रशासनिक पद को चुनाव से भरना व्यावहारिक नहीं है।
🔹 इसलिए मिश्रित व्यवस्था उपयुक्त है — नीति-निर्माण के पद जनता द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों को, और कार्यान्वयन के पद प्रशिक्षित प्रशासनिक अधिकारियों को दिए जाएँ।
💡 इस प्रकार शासन में जनता की भागीदारी और दक्षता दोनों बनी रहेंगी।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🏛️ खंड A – बहुविकल्पीय प्रश्न (Q1–Q12 · 1 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 1: कार्यपालिका (Executive) का मुख्य कार्य क्या है?
🟢 1️⃣ कानून बनाना
🟡 2️⃣ कानूनों का पालन कराना
🔴 3️⃣ न्याय करना
🟣 4️⃣ संविधान संशोधन
✔️ उत्तर: कानूनों का पालन कराना
🔵 प्रश्न 2: भारत में कार्यपालिका का प्रमुख कौन है?
🟢 1️⃣ प्रधानमंत्री
🟡 2️⃣ राष्ट्रपति
🔴 3️⃣ मुख्यमंत्री
🟣 4️⃣ संसद अध्यक्ष
✔️ उत्तर: राष्ट्रपति
🔵 प्रश्न 3: राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया कैसी होती है?
🟢 1️⃣ प्रत्यक्ष चुनाव
🟡 2️⃣ अप्रत्यक्ष चुनाव
🔴 3️⃣ राज्यपाल द्वारा चयन
🟣 4️⃣ सर्वोच्च न्यायालय द्वारा चयन
✔️ उत्तर: अप्रत्यक्ष चुनाव
🔵 प्रश्न 4: प्रधानमंत्री की नियुक्ति कौन करता है?
🟢 1️⃣ राष्ट्रपति
🟡 2️⃣ संसद
🔴 3️⃣ सुप्रीम कोर्ट
🟣 4️⃣ राज्यसभा
✔️ उत्तर: राष्ट्रपति
🔵 प्रश्न 5: राष्ट्रपति का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
🟢 1️⃣ 4 वर्ष
🟡 2️⃣ 5 वर्ष
🔴 3️⃣ 6 वर्ष
🟣 4️⃣ आजीवन
✔️ उत्तर: 5 वर्ष
🔵 प्रश्न 6: मंत्रिपरिषद का नेतृत्व कौन करता है?
🟢 1️⃣ राष्ट्रपति
🟡 2️⃣ प्रधानमंत्री
🔴 3️⃣ कैबिनेट सचिव
🟣 4️⃣ लोकसभा अध्यक्ष
✔️ उत्तर: प्रधानमंत्री
🔵 प्रश्न 7: राष्ट्रपति की मृत्यु होने पर कौन कार्यवाहक राष्ट्रपति बनता है?
🟢 1️⃣ प्रधानमंत्री
🟡 2️⃣ उपराष्ट्रपति
🔴 3️⃣ लोकसभा अध्यक्ष
🟣 4️⃣ मुख्य न्यायाधीश
✔️ उत्तर: उपराष्ट्रपति
🔵 प्रश्न 8: प्रधानमंत्री किसके प्रति उत्तरदायी होता है?
🟢 1️⃣ राष्ट्रपति
🟡 2️⃣ लोकसभा
🔴 3️⃣ सुप्रीम कोर्ट
🟣 4️⃣ राज्यसभा
✔️ उत्तर: लोकसभा
🔵 प्रश्न 9: मंत्रिपरिषद का सामूहिक उत्तरदायित्व किसके प्रति होता है?
🟢 1️⃣ राष्ट्रपति
🟡 2️⃣ संसद
🔴 3️⃣ लोकसभा
🟣 4️⃣ राज्यसभा
✔️ उत्तर: लोकसभा
🔵 प्रश्न 10: राष्ट्रपति की विधायी शक्ति क्या है?
🟢 1️⃣ संसद सत्र बुलाना
🟡 2️⃣ अध्यादेश जारी करना
🔴 3️⃣ विधेयकों पर हस्ताक्षर करना
🟣 4️⃣ उपरोक्त सभी
✔️ उत्तर: उपरोक्त सभी
🔵 प्रश्न 11: राज्यपाल राज्य की कार्यपालिका का कौन-सा अंग होता है?
🟢 1️⃣ वास्तविक प्रमुख
🟡 2️⃣ औपचारिक प्रमुख
🔴 3️⃣ सर्वोच्च प्रमुख
🟣 4️⃣ कार्यकारी प्रमुख
✔️ उत्तर: औपचारिक प्रमुख
🔵 प्रश्न 12: मंत्रिपरिषद के सदस्य पद की शपथ किसके समक्ष लेते हैं?
🟢 1️⃣ राष्ट्रपति
🟡 2️⃣ प्रधानमंत्री
🔴 3️⃣ लोकसभा अध्यक्ष
🟣 4️⃣ उपराष्ट्रपति
✔️ उत्तर: राष्ट्रपति
⚖️ खंड B – लघु उत्तर प्रश्न (Q13–Q20 · 2 अंक प्रत्येक)
🟢 प्रश्न 13: कार्यपालिका का क्या अर्थ है?
🟡 उत्तर: कार्यपालिका शासन की वह शाखा है जो कानूनों का पालन सुनिश्चित करती है और राज्य के प्रशासनिक कार्यों को निष्पादित करती है।
🟢 प्रश्न 14: भारतीय कार्यपालिका के दो स्तर कौन-से हैं?
🟡 उत्तर:
1️⃣ केंद्रीय कार्यपालिका — राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मंत्रिपरिषद।
2️⃣ राज्य कार्यपालिका — राज्यपाल, मुख्यमंत्री व राज्य मंत्रीमंडल।
🟢 प्रश्न 15: भारत में वास्तविक कार्यपालिका किसे कहा जाता है?
🟡 उत्तर: प्रधानमंत्री और उनकी मंत्रिपरिषद वास्तविक कार्यपालिका हैं क्योंकि वे नीतियाँ बनाते और उन्हें लागू करते हैं।
🟢 प्रश्न 16: राष्ट्रपति के दो कार्य लिखिए।
🟡 उत्तर:
1️⃣ प्रधानमंत्री व अन्य मंत्रियों की नियुक्ति।
2️⃣ संसद सत्र बुलाना और विधेयकों पर हस्ताक्षर करना।
🟢 प्रश्न 17: “कैबिनेट” (Cabinet) से आप क्या समझते हैं?
🟡 उत्तर: कैबिनेट मंत्रिपरिषद का छोटा, प्रमुख समूह होता है जो नीति निर्धारण और निर्णय-प्रक्रिया में भाग लेता है।
🟢 प्रश्न 18: उपराष्ट्रपति की भूमिका क्या है?
🟡 उत्तर: उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होते हैं और राष्ट्रपति की अनुपस्थिति या मृत्यु में कार्यवाहक राष्ट्रपति का कार्यभार संभालते हैं।
🟢 प्रश्न 19: सामूहिक उत्तरदायित्व का क्या अर्थ है?
🟡 उत्तर: मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होती है; किसी एक मंत्री पर अविश्वास पूरे मंत्रिपरिषद पर लागू होता है।
🟢 प्रश्न 20: राज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है और उसका कार्यकाल कितना होता है?
🟡 उत्तर: राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति करते हैं और उनका कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
🏛️ खंड C – मध्यम उत्तर प्रश्न (Q21–Q26 · 4 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 21: कार्यपालिका के विभिन्न प्रकार कौन-कौन से हैं?
🟢 उत्तर:
1️⃣ संसदीय कार्यपालिका: जिसमें कार्यपालिका विधायिका के प्रति उत्तरदायी होती है, जैसे भारत और ब्रिटेन।
2️⃣ राष्ट्रपति कार्यपालिका: जहाँ कार्यपालिका स्वतंत्र होती है, जैसे अमेरिका।
3️⃣ अर्ध-संसदीय प्रणाली: जहाँ दोनों प्रणालियों के गुण होते हैं, जैसे फ्रांस।
➡️ भारत में संसदीय प्रणाली लागू है।
🔵 प्रश्न 22: प्रधानमंत्री के प्रमुख कार्य बताइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ मंत्रिपरिषद का नेतृत्व करना और नीतियाँ तय करना।
2️⃣ राष्ट्रपति को सलाह देना।
3️⃣ संसद में सरकार का प्रतिनिधित्व करना।
4️⃣ प्रशासनिक कार्यों में समन्वय स्थापित करना।
🔵 प्रश्न 23: राष्ट्रपति की विधायी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ संसद सत्र बुलाना, स्थगित करना और लोकसभा भंग करना।
2️⃣ संसद के उद्घाटन पर अभिभाषण देना।
3️⃣ विधेयकों पर स्वीकृति देना या लौटाना।
4️⃣ संसद सत्र न होने पर अध्यादेश जारी करना।
🔵 प्रश्न 24: उपराष्ट्रपति की भूमिका और कार्य बताइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ राज्यसभा के सभापति के रूप में कार्य करते हैं।
2️⃣ राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन करते हैं।
3️⃣ राष्ट्रपति की अनुपस्थिति या मृत्यु पर कार्यवाहक राष्ट्रपति बनते हैं।
4️⃣ भारतीय संघ की प्रशासनिक स्थिरता बनाए रखते हैं।
🔵 प्रश्न 25: राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री की भूमिका क्या होती है?
🟢 उत्तर:
1️⃣ राज्य की कार्यपालिका का वास्तविक प्रमुख होता है।
2️⃣ मंत्रीमंडल की नीतियाँ तय करता है।
3️⃣ राज्यपाल को सलाह देता है।
4️⃣ विधानसभा के प्रति उत्तरदायी होता है और शासन संचालन का दायित्व निभाता है।
🔵 प्रश्न 26: मंत्रीमंडल की सामूहिक उत्तरदायित्व का सिद्धांत समझाइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ सभी मंत्री लोकसभा के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी होते हैं।
2️⃣ किसी एक मंत्री पर अविश्वास पूरे मंत्रिमंडल पर लागू होता है।
3️⃣ नीतिगत निर्णयों की जिम्मेदारी सामूहिक रूप से स्वीकार की जाती है।
4️⃣ यह संसदीय प्रणाली की आत्मा है।
⚖️ खंड D – विस्तृत उत्तर प्रश्न (Q27–Q30 · 7 अंक प्रत्येक)
🔴 प्रश्न 27: राष्ट्रपति की शक्तियों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
भारत के राष्ट्रपति को संविधान द्वारा विविध शक्तियाँ दी गई हैं —
1️⃣ कार्यपालिका शक्ति: प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की नियुक्ति, राज्यपाल, न्यायाधीशों और अन्य अधिकारियों की नियुक्ति।
2️⃣ विधायी शक्ति: संसद सत्र बुलाना, स्थगित करना, विधेयकों पर हस्ताक्षर और अध्यादेश जारी करना।
3️⃣ न्यायिक शक्ति: दया, क्षमा, माफी, दण्ड-परिवर्तन या स्थगन का अधिकार।
4️⃣ सैन्य शक्ति: राष्ट्रपति भारत के सशस्त्र बलों का सर्वोच्च कमांडर होता है।
5️⃣ कूटनीतिक शक्ति: अंतरराष्ट्रीय संधियाँ और समझौते राष्ट्रपति के नाम पर किए जाते हैं।
➡️ राष्ट्रपति संविधान का रक्षक और राष्ट्र का औपचारिक प्रमुख है।
🔴 प्रश्न 28: प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के संबंधों का विश्लेषण कीजिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ राष्ट्रपति औपचारिक प्रमुख हैं जबकि प्रधानमंत्री वास्तविक प्रमुख।
2️⃣ राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की सलाह पर सभी निर्णय लेते हैं।
3️⃣ प्रधानमंत्री मंत्रिपरिषद का नेता है और सरकार के कार्यों का संचालन करता है।
4️⃣ दोनों के बीच समन्वय से ही लोकतांत्रिक शासन सुचारु रूप से चलता है।
5️⃣ यह संतुलन संसदीय प्रणाली की स्थिरता का आधार है।
➡️ अतः राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच सहयोग लोकतंत्र की सफलता के लिए अनिवार्य है।
🔴 प्रश्न 29: मंत्रिपरिषद की भूमिका और उत्तरदायित्व समझाइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ मंत्रिपरिषद नीतियों का निर्माण और क्रियान्वयन करती है।
2️⃣ यह संसद के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी होती है।
3️⃣ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर पूरी मंत्रिपरिषद त्यागपत्र देती है।
4️⃣ यह प्रशासनिक निर्णयों में एकता और नीति-समरसता बनाए रखती है।
➡️ मंत्रिपरिषद लोकतांत्रिक उत्तरदायित्व का केंद्र है जो सरकार की निरंतरता सुनिश्चित करती है।
🔴 प्रश्न 30: राज्यपाल की शक्तियों और भूमिकाओं का विस्तार से वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ राज्यपाल राज्य का औपचारिक प्रमुख है, परंतु वास्तविक शक्ति मुख्यमंत्री के पास होती है।
2️⃣ वह मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों की नियुक्ति करता है।
3️⃣ विधानसभा सत्र बुलाना, स्थगित करना और विधेयकों पर स्वीकृति देना।
4️⃣ संवैधानिक संकट की स्थिति में रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेजना।
5️⃣ अनुच्छेद 356 के अंतर्गत राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करना।
6️⃣ विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में भी कार्य करते हैं।
➡️ राज्यपाल राज्य में संविधान के पालन और प्रशासनिक स्थिरता के प्रतीक हैं।
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मस्तिष्क मानचित्र
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दृश्य सामग्री
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