Class 11 : Poltical Science (In Hindi) – Lesson 1. संविधान: क्यों और कैसे?
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🔴 प्रस्तावना
इस अध्याय में संविधान की आवश्यकता, उसके निर्माण की प्रक्रिया और संविधान का महत्व स्पष्ट किया गया है। संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि समाज के आदर्शों, मूल्यों और दिशा का निर्धारण करने वाला आधार है। यह नागरिकों के अधिकार, कर्तव्य और सरकार के कार्य-क्षेत्र को निर्धारित करता है।
🟢 संविधान क्या है?
➡️ संविधान वह लिखित या अलिखित नियमों का समूह है, जो किसी देश के शासन की व्यवस्था को नियंत्रित करता है। संविधान यह तय करता है कि सरकार किस प्रकार बनेगी, कैसे कार्य करेगी और नागरिकों के क्या अधिकार व कर्तव्य होंगे।
🌿 संविधान नागरिकों और राज्य के बीच एक सामाजिक समझौता होता है।
🧠 संविधान के मुख्य तत्त्व :
✔️ सरकार की रचना, कार्य और शक्तियों का निर्धारण
✔️ नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रताओं की रक्षा
✔️ समाज के आदर्शों और मूल्यों का मार्गदर्शन
✏️ नोट : संविधान हर नागरिक के जीवन से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा है।
🔴 संविधान की आवश्यकता क्यों?
🟡 1. सत्ता के दुरुपयोग को रोकने के लिए
➡️ संविधान यह तय करता है कि सरकार अपनी शक्ति का प्रयोग कैसे और किन सीमाओं में करेगी।
🟢 2. नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए
➡️ संविधान मौलिक अधिकारों के माध्यम से नागरिकों को सुरक्षा और गरिमा देता है।
🔴 3. समाज में समानता और न्याय के लिए
➡️ संविधान सुनिश्चित करता है कि समाज के प्रत्येक वर्ग को समान अवसर और न्याय मिले।
🧠 4. व्यवस्था और स्थिरता के लिए
➡️ संविधान के बिना कोई भी देश अराजकता और अस्थिरता का शिकार हो सकता है।
🌿 यदि संविधान न हो तो :
➡️ सरकार मनमानी करेगी, नागरिकों के अधिकारों का हनन होगा और समाज में असंतोष फैलेगा।
🔵 संविधान कैसे बनता है?
🔴 १. जनता की भागीदारी से
➡️ संविधान निर्माण में नागरिकों के विचारों, जरूरतों और आकांक्षाओं को शामिल किया जाता है।
🟢 २. विशेष सभा के माध्यम से
➡️ भारत में संविधान सभा ने संविधान का निर्माण किया था। इस सभा में देश के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधि शामिल थे।
🟡 ३. लंबी चर्चा और बहस के द्वारा
➡️ संविधान बनाने से पहले हर विषय पर विस्तृत चर्चा, बहस और संशोधन होते हैं ताकि हर वर्ग का हित सुरक्षित रहे।
🔴 ४. अन्य देशों के अनुभवों से सीखकर
➡️ संविधान निर्माण में विश्व के अन्य सफल संविधान और उनके अनुभवों का अध्ययन किया जाता है।
✏️ नोट : संविधान बनाते समय देश की ऐतिहासिक, सामाजिक, सांस्कृतिक स्थितियों का ध्यान रखा जाता है।
🟢 भारत के संविधान निर्माण की प्रक्रिया
🔴 १. संविधान सभा का गठन
➡️ संविधान सभा का गठन 1946 में हुआ। इसमें विभिन्न क्षेत्रों, वर्गों और समुदायों के प्रतिनिधि शामिल थे।
🟡 २. प्रारूप समिति का गठन
➡️ डॉ. भीमराव आम्बेडकर की अध्यक्षता में प्रारूप समिति बनाई गई, जिसने संविधान का मसौदा तैयार किया।
🟢 ३. व्यापक बहस और संशोधन
➡️ संविधान सभा में लगभग 2 वर्ष 11 महीने तक बहस और सुधार होते रहे।
🔴 ४. संविधान का अंगीकरण और प्रवर्तन
➡️ संविधान 26 नवम्बर 1949 को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ।
💡 भारत का संविधान विश्व का सबसे विस्तृत लिखित संविधान है।
🔵 संविधान के प्रमुख कार्य
🟢 १. सरकार की रूपरेखा तय करना
➡️ संविधान यह निश्चित करता है कि कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के बीच शक्तियों का विभाजन कैसे होगा।
🔴 २. नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना
➡️ संविधान नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता, न्याय और गरिमा का अधिकार देता है।
🟡 ३. समाज में समानता और धर्मनिरपेक्षता स्थापित करना
➡️ संविधान प्रत्येक नागरिक को समान अवसर और धर्म की स्वतंत्रता देता है।
🔴 ४. अल्पसंख्यकों और वंचितों की रक्षा करना
➡️ संविधान समाज के कमजोर वर्गों को विशेष संरक्षण और अवसर देता है।
🧠 ५. लोकतंत्र को सशक्त बनाना
➡️ संविधान मतदान, अभिव्यक्ति, संगठन जैसे अधिकारों से लोकतंत्र को मजबूत करता है।
🟢 संविधान में संशोधन क्यों आवश्यक?
🔴 १. समय के साथ नए मुद्दों का समाधान करने के लिए
➡️ समाज में परिवर्तन के साथ-साथ संविधान में भी आवश्यक सुधार किए जाते हैं।
🟡 २. संविधान की लचीलापन
➡️ संविधान में संशोधन की व्यवस्था इसे समयानुकूल बनाती है।
🟢 ३. नए अधिकार और नीतियों को जोड़ने के लिए
➡️ जैसे शिक्षा का अधिकार, सूचना का अधिकार आदि।
✏️ नोट : संविधान का अनुच्छेद 368 संशोधन की प्रक्रिया बताता है।
🔵 संविधान का नागरिकों के जीवन में महत्त्व
🔴 १. प्रत्येक नागरिक के अधिकारों की रक्षा करता है।
🟢 २. समाज में समानता और न्याय सुनिश्चित करता है।
🟡 ३. सरकार को कानून के दायरे में रखता है।
🔴 ४. नागरिकों को स्वतंत्र और गरिमामय जीवन देता है।
🌿 व्यावहारिक उदाहरण :
➡️ यदि किसी नागरिक का अधिकार छीना जाए तो वह न्यायालय जा सकता है और संविधान उसे संरक्षण देता है।
⚡ क्यों यह अध्याय महत्त्वपूर्ण है?
✏️ यह अध्याय हमें सिखाता है :
🟢 संविधान समाज के लिए क्यों आवश्यक है।
🟡 संविधान लोकतंत्र, अधिकार और न्याय का आधार है।
🔴 संविधान समय के साथ लचीला और परिवर्तनशील है।
🟢 संविधान नागरिकों को अधिकारों के साथ-साथ उत्तरदायित्व भी सिखाता है।
📝 त्वरित पुनरावृत्ति :
🔵 संविधान = शासन का मार्गदर्शक दस्तावेज
🟢 आवश्यकता = व्यवस्था, अधिकार, समानता
🔴 निर्माण = जनता, संविधान सभा, बहस
🟡 संशोधन = अनुच्छेद 368 के तहत
🧠 नागरिक = अधिकार और कर्तव्य दोनों
🔵 सारांश (लगभग 300 शब्दों में)
इस अध्याय में संविधान के अर्थ, आवश्यकता, निर्माण प्रक्रिया और महत्त्व को सरल भाषा में स्पष्ट किया गया है। संविधान केवल कानूनों का दस्तावेज नहीं, बल्कि वह आधार है जो सरकार और नागरिकों के बीच संबंधों को तय करता है। यह समाज में न्याय, समानता, स्वतंत्रता और गरिमा को सुनिश्चित करता है।
संविधान सत्ता के दुरुपयोग को रोकता है, नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है और समाज में स्थिरता और व्यवस्था बनाए रखता है। भारत के संविधान का निर्माण संविधान सभा के माध्यम से हुआ, जिसमें सभी वर्गों के प्रतिनिधि शामिल थे। प्रारूप समिति के नेतृत्व में डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने इसका मसौदा तैयार किया।
संविधान में समय के अनुसार परिवर्तन और संशोधन की व्यवस्था है। यह लचीलापन इसे वर्तमान और भविष्य दोनों के अनुरूप बनाता है। संविधान नागरिकों को मौलिक अधिकार देता है और सरकार को सीमाओं में रखता है।
संविधान नागरिकों को अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य भी सिखाता है। यह लोकतंत्र का आधार है और समाज को दिशा देता है। नागरिक यदि अपने अधिकारों से वंचित होते हैं तो संविधान उन्हें न्याय दिलाने की गारंटी देता है।
यह अध्याय यह स्पष्ट करता है कि संविधान समाज, सरकार और प्रत्येक नागरिक के लिए क्यों आवश्यक है और यह हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की नींव क्यों है।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔷 प्रश्न 1:
इनमें कौन-सा संविधान का कार्य नहीं है?
(क) यह नागरिकों के अधिकारों की गारंटी देता है।
(ख) यह शासन की विभिन्न शाखाओं की शक्तियों के अलग-अलग क्षेत्र का रेखांकन करता है।
(ग) यह सुनिश्चित करता है कि सत्ता में अच्छे लोग आयें।
(घ) यह कुछ साझा मूल्यों की अभिव्यक्ति करता है।
🔶 उत्तर 1:
✅ (ग) यह सुनिश्चित करता है कि सत्ता में अच्छे लोग आयें।
➡️ संविधान का कार्य यह तय करना नहीं है कि सत्ता में कौन आएगा। यह केवल नागरिकों के अधिकार, सरकार की शक्तियाँ और मूल्यों की रक्षा करता है।
🔷 प्रश्न 2:
निम्नलिखित में कौन-सा कथन इस बात की एक बेहतर दलील है कि संविधान की प्रभाविकता संसद से ज़्यादा है?
(क) संसद के अस्तित्व में आने से कहीं पहले संविधान बनाया जा चुका था।
(ख) संविधान के निर्माण में संसद के सदस्यों से कहीं ज़्यादा बड़े नेता थे।
(ग) संविधान यह बताता है कि संसद कैसे बनायी जाये और इसे कौन-कौन-सी शक्तियाँ प्राप्त होंगी।
(घ) संसद, संविधान का संशोधन नहीं कर सकती।
🔶 उत्तर 2:
✅ (ग) संविधान यह बताता है कि संसद कैसे बनायी जाये और इसे कौन-कौन-सी शक्तियाँ प्राप्त होंगी।
➡️ संसद संविधान से शक्ति प्राप्त करती है, संविधान संसद से ऊपर होता है।
🔷 प्रश्न 3:
बतायें कि संविधान के बारे में निम्नलिखित कथन सही है या गलत?
(क) सरकार के गठन और उसकी शक्तियों के बारे में संविधान एक लिखित दस्तावेज़ है।
(ख) संविधान सिर्फ़ लोकतांत्रिक देशों में होते हैं और उसकी ज़रूरत ऐसे ही देशों में होती है।
(ग) संविधान एक कानूनी दस्तावेज़ है और आदर्शों तथा मूल्यों से इसका कोई सरोकार नहीं।
(घ) संविधान एक नागरिक को नयी पहचान देता है।
🔶 उत्तर 3:
➡️ (क) सही
➡️ (ख) गलत
➡️ (ग) गलत
➡️ (घ) सही
🔷 प्रश्न 4:
बतायें कि भारतीय संविधान के निर्माण के बारे में निम्नलिखित अनुमान सही हैं या नहीं? अपने उत्तर का कारण बतायें।
(क) संविधान-सभा में भारतीय जनता की नमाइंदगी नहीं हुई। इसका चुनाव सभी नागरिकों द्वारा नहीं हुआ था।
(ख) संविधान बनाने की प्रक्रिया में कोई बड़ा फ़ैसला नहीं लिया गया क्योंकि उस समय नेताओं के बीच संविधान की बुनियादी रूपरेखा को लेकर आम सहमति थी।
(ग) संविधान में कोई मौलिकता नहीं है और इसे अधिकांश बातें दूसरे देशों से लिया गया है।
🔶 उत्तर 4:
➡️ (क) सही – संविधान सभा प्रत्यक्ष निर्वाचन से नहीं बनी थी।
➡️ (ख) गलत – संविधान बनाने में विस्तृत बहस और गहन निर्णय हुए।
➡️ (ग) गलत – भारत का संविधान भारतीय समाज की आवश्यकताओं के अनुसार मौलिक ढंग से निर्मित किया गया।
🔷 प्रश्न 5:
भारतीय संविधान के बारे में निम्नलिखित प्रत्येक निष्कर्ष की पुष्टि में दो उदाहरण दें।
(क) संविधान का निर्माण विश्वसनीय नेताओं द्वारा हुआ। उनके लिए जनता के मन में आदर था।
(ख) संविधान ने शक्तियों का बँटवारा इस तरह किया कि इसमें उलझन और स्पष्टता दोनों हैं।
(ग) संविधान जनता की आशा और आकांक्षाओं को कहे।
🔶 उत्तर 5:
➡️ (क) डॉ. भीमराव आम्बेडकर, जवाहरलाल नेहरू जैसे प्रतिष्ठित नेताओं ने संविधान निर्माण में योगदान दिया।
➡️ (ख) कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के बीच स्पष्ट शक्तियों का विभाजन, लेकिन केंद्र और राज्य में कुछ जटिलताएँ।
➡️ (ग) मौलिक अधिकार, नीति-निर्देशक तत्व, समानता, न्याय, धर्मनिरपेक्षता जैसे प्रावधान जनता की आकांक्षा के अनुरूप हैं।
🔷 प्रश्न 6:
किसी देश के लिए संविधान में शक्तियों और जिम्मेदारियों का साफ़-साफ़ निर्धारण क्यों ज़रूरी है? इस तरह का निर्धारण न हो, तो क्या होगा?
🔶 उत्तर 6:
➡️ संविधान में स्पष्ट शक्तियों और जिम्मेदारियों का निर्धारण आवश्यक है ताकि सरकार के प्रत्येक अंग अपनी सीमा में कार्य करे और दुरुपयोग न हो।
➡️ यदि ऐसा न हो तो सत्ता का केंद्रिकरण, अराजकता और नागरिकों के अधिकारों का हनन हो सकता है।
🔷 प्रश्न 7:
शासकों की सीमा का निर्धारण करना संविधान के लिए क्यों ज़रूरी है? क्या कोई ऐसा भी संविधान हो सकता है जो नागरिकों को कोई अधिकार न दे?
🔶 उत्तर 7:
➡️ संविधान शासकों की सीमाएँ तय करता है ताकि वे अपनी शक्ति का दुरुपयोग न करें।
➡️ यदि संविधान नागरिकों को अधिकार न दे तो वह लोकतांत्रिक नहीं कहलाएगा। ऐसा संविधान नागरिकों के हित में नहीं होता।
🔷 प्रश्न 8:
जब जापान का संविधान बना तब दूसरे विश्वयुद्ध में पराजित होने के बाद जापान अमेरिकी सेना के कब्ज़े में था। जापान के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान होना अनिवार्य था, जो अमेरिकी सेना की पसंद न हो। क्या आपको लगता है कि संविधान के इस तरह बनाने में कोई कमजोरी है? भारत में संविधान बनाने का अनुभव किस तरह इससे अच्छा था?
🔶 उत्तर 8:
➡️ जापान का संविधान स्वतंत्र इच्छाओं का परिणाम नहीं था, इस कारण वह जनता के प्रति उत्तरदायी नहीं था।
➡️ भारत का संविधान स्वतंत्र, गहन विचार-विमर्श और बहस से बना। यह जनता की इच्छा का परिणाम था, इसलिए भारत का अनुभव बेहतर था।
🔷 प्रश्न 9:
रजत ने अपने शिक्षक से पूछा – ‘संविधान एक पचास साल पुराना दस्तावेज़ है और इस कारण पुराना पड़ चुका है। किसी ने इसका लाभ करते समय मुझसे राय नहीं माँगी। यह इतनी कठिन भाषा में लिखा हुआ है कि मैं इसे समझ नहीं सकता। आप मुझे बतायें कि मैं इस दस्तावेज़ की बातों का पालन क्यों करूँ?’ अगर आप शिक्षक होते तो रजत को क्या उत्तर देते?
🔶 उत्तर 9:
➡️ मैं रजत से कहता कि संविधान केवल दस्तावेज़ नहीं, बल्कि समाज का मार्गदर्शक है। यह हर नागरिक के अधिकार और सुरक्षा के लिए बना है।
➡️ इसका पालन इसलिए आवश्यक है ताकि समाज में व्यवस्था, समानता और कानून की रक्षा हो सके।
🔷 प्रश्न 10:
संविधान के क्रिया-कलाप से जुड़े अनुभवों को लेकर एक चर्चा में तीन वर्गाओं ने तीन अलग-अलग पक्ष लिए –
(क) हरवंश – भारतीय संविधान एक लोकतांत्रिक ढांचा प्रदान करने में सफल रहा है।
(ख) बेला – संविधान ने स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सुनिश्चित करने का विश्वसनीय वादा किया। चूँकि ऐसा नहीं हुआ इसलिए संविधान असफल है।
(ग) नाजिमा – संविधान असफल नहीं हुआ, हमने उसे असफल बनाया।
क्या आप इनमें से किसी पक्ष से सहमत हैं, यदि हाँ, तो क्यों? यदि नहीं, तो आप अपना पक्ष बतायें।
🔶 उत्तर 10:
✅ मैं हरवंश और नाजिमा दोनों के पक्ष से सहमत हूँ।
➡️ संविधान ने लोकतांत्रिक ढांचा और नागरिक अधिकार सुनिश्चित किए हैं।
➡️ यदि इन अधिकारों का उपयोग हम सही ढंग से न करें तो दोष संविधान का नहीं, समाज का है। इसलिए संविधान असफल नहीं, हम असफल होते हैं।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
(CBSE MODEL प्रश्न पत्र)
सिर्फ इसी पाठ से निर्मित CBSE MODEL प्रश्न पत्र।
🔵 1️⃣ 10 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs):
🔷 प्रश्न 1. संविधान का मुख्य कार्य क्या है?
(A) केवल चुनाव कराना
(B) नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना
(C) विदेशी नीति बनाना
(D) सेना का संचालन करना
✅ उत्तर : (B) नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना
🔷 प्रश्न 2. भारत का संविधान कब लागू हुआ?
(A) 15 अगस्त 1947
(B) 26 जनवरी 1950
(C) 2 अक्टूबर 1949
(D) 26 नवम्बर 1950
✅ उत्तर : (B) 26 जनवरी 1950
🔷 प्रश्न 3. संविधान बनाने वाली समिति के अध्यक्ष कौन थे?
(A) जवाहरलाल नेहरू
(B) डॉ. भीमराव आम्बेडकर
(C) महात्मा गांधी
(D) राजेन्द्र प्रसाद
✅ उत्तर : (B) डॉ. भीमराव आम्बेडकर
🔷 प्रश्न 4. संविधान की सर्वोच्चता किससे प्रमाणित होती है?
(A) संसद से
(B) राष्ट्रपति से
(C) न्यायपालिका से
(D) संविधान से
✅ उत्तर : (D) संविधान से
🔷 प्रश्न 5. संविधान का मुख्य स्रोत क्या है?
(A) नागरिकों की आकांक्षा
(B) धर्मग्रंथ
(C) राजा की इच्छा
(D) व्यापारिक नियम
✅ उत्तर : (A) नागरिकों की आकांक्षा
🔷 प्रश्न 6. संविधान में संशोधन का प्रावधान किस अनुच्छेद में है?
(A) 352
(B) 360
(C) 368
(D) 370
✅ उत्तर : (C) 368
🔷 प्रश्न 7. संविधान में सरकार के किन अंगों की भूमिका निर्धारित होती है?
(A) कार्यपालिका
(B) विधायिका
(C) न्यायपालिका
(D) उपरोक्त सभी
✅ उत्तर : (D) उपरोक्त सभी
🔷 प्रश्न 8. संविधान नागरिकों को कौन-से अधिकार नहीं देता?
(A) मौलिक अधिकार
(B) शिक्षा का अधिकार
(C) निजी संपत्ति रखने का अधिकार
(D) सरकार बनाने का अधिकार
✅ उत्तर : (D) सरकार बनाने का अधिकार
🔷 प्रश्न 9. संविधान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा किसके माध्यम से होती है?
(A) मौलिक अधिकार
(B) विशेष कानून
(C) नीति-निर्देशक तत्व
(D) उपरोक्त सभी
✅ उत्तर : (D) उपरोक्त सभी
🔷 प्रश्न 10. संविधान बनाने की प्रक्रिया में किस प्रकार के अनुभवों का समावेश होता है?
(A) विदेशी अनुभव
(B) ऐतिहासिक अनुभव
(C) सामाजिक अनुभव
(D) उपरोक्त सभी
✅ उत्तर : (D) उपरोक्त सभी
🔵 2️⃣ 3 रिक्त स्थान भरें :
🔷 प्रश्न 11. संविधान नागरिकों और सरकार के बीच एक _ समझौता है।
✅ उत्तर : सामाजिक
🔷 प्रश्न 12. भारत के संविधान का निर्माण _ सभा के माध्यम से हुआ।
✅ उत्तर : संविधान
🔷 प्रश्न 13. संविधान समाज में _ और समानता सुनिश्चित करता है।
✅ उत्तर : न्याय
🔵 3️⃣ 2 सही / गलत प्रश्न :
🔷 प्रश्न 14. संविधान केवल लोकतांत्रिक देशों में ही होता है।
✅ उत्तर : गलत
🔷 प्रश्न 15. भारत का संविधान सबसे लंबा लिखित संविधान है।
✅ उत्तर : सही
🔵 4️⃣ 2 कथन-कारण (Assertion-Reason) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 16.
कथन (A) : संविधान समाज में न्याय और समानता को सुनिश्चित करता है।
कारण (R) : संविधान सरकार की शक्तियों की सीमा तय करता है।
(A) दोनों A और R सही हैं, और R, A का सही कारण है।
(B) दोनों A और R सही हैं, लेकिन R, A का सही कारण नहीं है।
(C) A सही है, लेकिन R गलत है।
(D) A गलत है, लेकिन R सही है।
✅ उत्तर : (A) दोनों A और R सही हैं, और R, A का सही कारण है।
🔷 प्रश्न 17.
कथन (A) : संविधान केवल कानून का दस्तावेज है।
कारण (R) : संविधान समाज के मूल्यों और आदर्शों से कोई संबंध नहीं रखता।
(A) दोनों A और R सही हैं, और R, A का सही कारण है।
(B) दोनों A और R सही हैं, लेकिन R, A का सही कारण नहीं है।
(C) A सही है, लेकिन R गलत है।
(D) A गलत है, लेकिन R सही है।
✅ उत्तर : (D) A गलत है, लेकिन R सही है।
🔵 5️⃣ 3 लघु उत्तर (30 शब्दों में) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 18. संविधान क्यों आवश्यक है?
✅ उत्तर : संविधान सरकार की सीमाएँ तय करता है, नागरिकों के अधिकार सुरक्षित करता है और समाज में समानता, स्वतंत्रता और न्याय सुनिश्चित करता है।
🔷 प्रश्न 19. संविधान का नागरिकों के जीवन में क्या महत्व है?
✅ उत्तर : संविधान नागरिकों को गरिमामय और सुरक्षित जीवन के लिए आवश्यक अधिकार और स्वतंत्रता प्रदान करता है।
🔷 प्रश्न 20. संविधान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
✅ उत्तर : संविधान समाज में न्याय, समानता, स्वतंत्रता और गरिमा स्थापित करना तथा सरकार को सीमाओं में रखना।
🔵 6️⃣ 3 मध्यवर्ती उत्तर (60 शब्दों में) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 21. संविधान और संसद में क्या संबंध है?
✅ उत्तर : संसद संविधान से शक्ति प्राप्त करती है। संविधान यह तय करता है कि संसद कैसे बनेगी और उसकी शक्तियाँ क्या होंगी। संसद संविधान के अनुसार कार्य करती है और संविधान सर्वोच्च होता है।
🔷 प्रश्न 22. संविधान में संशोधन की आवश्यकता क्यों होती है?
✅ उत्तर : समय के साथ समाज में बदलाव आते हैं। संविधान में संशोधन से नए अधिकार, नीतियाँ और आवश्यक बदलाव किए जाते हैं, ताकि वह वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप बना रहे।
🔷 प्रश्न 23. संविधान समाज में समानता और न्याय कैसे स्थापित करता है?
✅ उत्तर : संविधान मौलिक अधिकारों के माध्यम से समानता और न्याय सुनिश्चित करता है। यह भेदभाव और अन्याय को रोकता है और सभी को समान अवसर देता है।
🔵 7️⃣ 2 दीर्घ उत्तर (120 शब्दों में) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 24. संविधान नागरिकों के अधिकारों की रक्षा किस प्रकार करता है?
✅ उत्तर : संविधान नागरिकों को मौलिक अधिकार देता है, जैसे – समानता, स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति, शिक्षा, संस्कृति और धर्म का अधिकार। यदि इन अधिकारों का उल्लंघन होता है तो नागरिक न्यायालय जा सकता है। संविधान न्यायपालिका को यह अधिकार देता है कि वह नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करे। संविधान यह सुनिश्चित करता है कि सरकार नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करे और यदि कोई अन्याय हो तो उसे सुधारा जाए। संविधान केवल अधिकार ही नहीं, बल्कि नागरिकों को अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक करता है।
🔷 प्रश्न 25. भारत के संविधान के निर्माण की प्रक्रिया क्या थी?
✅ उत्तर : भारत के संविधान का निर्माण संविधान सभा द्वारा किया गया था। संविधान सभा का गठन 1946 में हुआ था और इसमें सभी वर्गों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया। डॉ. भीमराव आम्बेडकर की अध्यक्षता में प्रारूप समिति ने संविधान का मसौदा तैयार किया। संविधान सभा में 2 वर्ष 11 महीने तक बहस और चर्चा चली। 26 नवम्बर 1949 को संविधान को अंगीकृत किया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। यह संविधान लोकतंत्र, समानता, स्वतंत्रता और न्याय के आदर्शों पर आधारित है और भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए मार्गदर्शक है।
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प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न
🔵 प्रश्न 1. भारत के संविधान में शोषण के विरुद्ध अधिकार के अंतर्गत कौन-कौन सी बातें शामिल हैं?
(क) मानव व्यापार और बंधुआ मजदूरी पर रोक
(ख) अस्पृश्यता का उन्मूलन
(ग) अल्पसंख्यकों के हितों का संरक्षण
(घ) कारखानों और खदानों में बच्चों के रोजगार पर रोक
✅ उत्तर : (क) और (घ)
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 2017
📝 व्याख्या : अनुच्छेद 23 और 24 मानव तस्करी, बंधुआ मजदूरी और बाल श्रम को प्रतिबंधित करते हैं।
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🟢 प्रश्न 2. अधिकार वे दावे हैं जो नागरिक राज्य के विरुद्ध करते हैं। इसे क्या कहा जाता है?
(क) कर्तव्य
(ख) विशेषाधिकार
(ग) अधिकार
(घ) छूट
✅ उत्तर : (ग) अधिकार
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 2017
📝 व्याख्या : अधिकार नागरिकों को राज्य से संरक्षण, कल्याण और स्वतंत्रता की माँग करने का आधार देते हैं।
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🔴 प्रश्न 3. भारत के संदर्भ में अधिकार और कर्तव्यों का संबंध क्या है?
(क) अधिकार और कर्तव्य परस्पर संबंधित हैं।
(ख) अधिकार कर्तव्यों से स्वतंत्र हैं।
(ग) कर्तव्य अधिकारों से अधिक महत्वपूर्ण हैं।
(घ) अधिकार कर्तव्यों के बिना भी होते हैं।
✅ उत्तर : (क) अधिकार और कर्तव्य परस्पर संबंधित हैं।
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 2017
📝 व्याख्या : भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार और मौलिक कर्तव्य एक-दूसरे के पूरक माने गए हैं।
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🟡 प्रश्न 4. “भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करना और उसे बनाए रखना” किसके अंतर्गत आता है?
(क) संविधान की प्रस्तावना
(ख) राज्य के नीति निदेशक तत्व
(ग) मौलिक अधिकार
(घ) मौलिक कर्तव्य
✅ उत्तर : (घ) मौलिक कर्तव्य
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 2015
📝 व्याख्या : यह मौलिक कर्तव्यों में (अनुच्छेद 51क) स्पष्ट रूप से उल्लेखित है।
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🟣 प्रश्न 5. निम्न में से किस अधिकार को डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने संविधान का ‘हृदय और आत्मा’ कहा था?
(क) धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार
(ख) संपत्ति का अधिकार
(ग) समानता का अधिकार
(घ) संवैधानिक उपचार का अधिकार
✅ उत्तर : (घ) संवैधानिक उपचार का अधिकार
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 2002
📝 व्याख्या : डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने अनुच्छेद 32 को सभी अधिकारों की रक्षा का आधार बताया।
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🟠 प्रश्न 6. समानता का अधिकार संविधान के किन अनुच्छेदों में दिया गया है?
(क) अनुच्छेद 16 से 20 तक
(ख) अनुच्छेद 15 से 19 तक
(ग) अनुच्छेद 14 से 18 तक
(घ) अनुच्छेद 13 से 17 तक
✅ उत्तर : (ग) अनुच्छेद 14 से 18 तक
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 2002
📝 व्याख्या : अनुच्छेद 14 से 18 समानता, उपाधियों की समाप्ति आदि की गारंटी देते हैं।
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🔵 प्रश्न 7. भारतीय संविधान में अनुच्छेद 15 किस मौलिक अधिकार के अंतर्गत आता है?
(क) धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार
(ख) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(ग) सांस्कृतिक और शैक्षणिक अधिकार
(घ) समानता का अधिकार
✅ उत्तर : (घ) समानता का अधिकार
📅 परीक्षा : एसएससी सीजीएल 1995
📝 व्याख्या : अनुच्छेद 15 धर्म, जाति, लिंग, स्थान आदि के आधार पर भेदभाव को रोकता है।
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🟢 प्रश्न 8. किसी को राष्ट्रगान गाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता क्योंकि :
(क) यह वाणी की स्वतंत्रता का उल्लंघन है।
(ख) यह अंतरात्मा और धर्म की स्वतंत्रता का उल्लंघन है।
(ग) ऐसा करने का कोई कानूनी प्रावधान नहीं है।
(घ) उपरोक्त सभी
✅ उत्तर : (घ) उपरोक्त सभी
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 1996
📝 व्याख्या : न्यायालयों ने अनुच्छेद 19 और 25 के तहत असहमति के अधिकार को मान्यता दी।
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🔴 प्रश्न 9. भारत में रहने वाला कोई ब्रिटिश नागरिक निम्न में से कौन-सा अधिकार नहीं प्राप्त कर सकता?
(क) व्यापार और व्यवसाय की स्वतंत्रता
(ख) कानून के समक्ष समानता
(ग) जीवन और स्वतंत्रता की सुरक्षा
(घ) धर्म की स्वतंत्रता
✅ उत्तर : (क) व्यापार और व्यवसाय की स्वतंत्रता
📅 परीक्षा : यूपीएससी प्रारम्भिक 1999
📝 व्याख्या : अनुच्छेद 19 के अंतर्गत कुछ अधिकार केवल भारतीय नागरिकों के लिए हैं।
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