Class 11 : History (In Hindi) – Lesson 5. सांस्कृतिक परंपराओं में परिवर्तन
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🌟 परिचय
🔷 इस अध्याय में यूरोप के पुनर्जागरण (Renaissance) काल की बदलती सांस्कृतिक परंपराओं और उनके प्रभाव का अध्ययन किया गया है।
🔶 यह 14वीं–17वीं शताब्दी के बीच कला, साहित्य, विज्ञान, दर्शन और सामाजिक जीवन में आए गहरे बदलावों को प्रस्तुत करता है।
🏺 1. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
⭐ • मध्यकालीन यूरोप सामंती ढाँचे और चर्च के आधिपत्य में बँधा था।
🍀 • क्रूसेड और व्यापार विस्तार से पूर्व और पश्चिम का सम्पर्क बढ़ा।
💎 • ब्लैक डेथ और सामाजिक संकट ने पारंपरिक व्यवस्था पर प्रश्न खड़े किए।
🌸 • 14वीं शताब्दी के इटली से नए विचारों का उदय हुआ।
🎨 2. पुनर्जागरण की विशेषताएँ
⭐ • शास्त्रीय (ग्रीक–रोमन) ग्रंथों का पुनः अध्ययन।
🍀 • मानवतावाद (Humanism) — मनुष्य की क्षमता और गरिमा पर बल।
💎 • व्यक्तिवाद और तर्क–प्रधान दृष्टिकोण।
🌸 • कला और विज्ञान का समन्वय।
🖌 3. कला में परिवर्तन
⭐ • चित्रकला में यथार्थवाद और परिप्रेक्ष्य (Perspective) तकनीक का प्रयोग।
🍀 • मूर्तिकला में मानवीय भावनाएँ और शारीरिक सौंदर्य—माइकेल एंजेलो, डोनाटेलो।
💎 • वास्तुकला में गुम्बद, स्तंभ, मेहराब का नया संयोजन—ब्रुनेलेस्की।
🌸 • लियोनार्डो दा विंची ने कला व विज्ञान दोनों में नए प्रयोग किए।
📚 4. साहित्य और दर्शन
⭐ • दांते, पेट्रार्क, और बोक्काचियो ने स्थानीय भाषाओं (Vernacular) में साहित्य रचा।
🍀 • मानवतावादी विद्वान इरास्मस ने चर्च सुधार की माँग की।
💎 • माकियावेली की द प्रिंस ने राजनीति को व्यवहारिक दृष्टि से देखा।
🌸 • मुद्रण–यंत्र (गुटेनबर्ग, 15वीं शताब्दी) ने विचारों के तीव्र प्रसार को संभव बनाया।
🔭 5. विज्ञान और आविष्कार
⭐ • कोपरनिकस ने सूर्यकेंद्रीय सिद्धांत प्रस्तुत किया; गैलीलियो और केपलर ने इसे पुष्ट किया।
🍀 • वेसेलियस ने शरीर–रचना विज्ञान (Anatomy) में सुधार किए।
💎 • बारूद, कम्पास, और जहाज़–निर्माण तकनीक ने अन्वेषण यात्राओं को बढ़ावा दिया।
🌸 • वैज्ञानिक पद्धति के विकास ने ज्ञान–उत्पादन का आधार बदला।
🕊 6. धर्म और सुधार
⭐ • चर्च के भ्रष्टाचार और विलासिता पर प्रश्न उठे।
🍀 • मार्टिन लूथर ने 1517 में प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन प्रारम्भ किया।
💎 • कैथोलिक चर्च ने काउंटर–रिफॉर्मेशन से उत्तर दिया।
🌸 • धार्मिक विभाजन ने यूरोप के राजनीतिक मानचित्र को प्रभावित किया।
⚔ 7. अन्वेषण और वैश्वीकरण की शुरुआत
⭐ • कोलंबस, वास्को द गामा और मैगलन जैसी यात्राओं ने नए महाद्वीपों से सम्पर्क स्थापित किया।
🍀 • मसाले, सोना–चाँदी और उपनिवेश–स्थापना ने यूरोपीय अर्थव्यवस्था को बदला।
💎 • नई दुनिया से यूरोप तक आलू, मक्का और तम्बाकू जैसी फसलें पहुँचीं।
🌸 • वैश्विक व्यापार नेटवर्क की नींव पड़ी।
🌸 8. सामाजिक–आर्थिक प्रभाव
⭐ • व्यापारी वर्ग और नगरों की शक्ति बढ़ी।
🍀 • ज्ञान और शिक्षा का प्रसार हुआ—विश्वविद्यालयों की स्थापना।
💎 • महिला लेखिकाओं और कलाकारों ने भी योगदान दिया, यद्यपि सीमाएँ बनी रहीं।
🌸 • नए राजनीतिक विचार—राष्ट्र–राज्य और नागरिक अधिकारों की नींव।
🌾 9. पुनर्जागरण और आधुनिक विश्व
⭐ • पुनर्जागरण ने विज्ञान, कला और विचार में आधुनिकता की दिशा दी।
🍀 • यूरोपीय उपनिवेशवाद और वैश्विक व्यापार की पृष्ठभूमि तैयार हुई।
💎 • मानवतावादी दृष्टिकोण ने लोकतंत्र, तर्कवाद और वैज्ञानिक सोच को बल दिया।
🌸 • आज की आधुनिक संस्कृति और शिक्षा पद्धतियों की जड़ें इसी काल में हैं।
✨ 300 शब्द का सारांश
🔷 बदलती हुई सांस्कृतिक परंपराएँ अध्याय पुनर्जागरण काल की बौद्धिक, कलात्मक और वैज्ञानिक क्रांति को समझाता है।
🔶 मध्यकालीन संकट, क्रूसेड, और व्यापार विस्तार ने यूरोप में नए विचारों का द्वार खोला।
🔷 इटली से शुरू हुआ पुनर्जागरण मानवतावाद, व्यक्तिवाद और यथार्थवाद पर आधारित था।
🔶 कला में परिप्रेक्ष्य, चित्रकला में यथार्थ और मूर्तिकला में मानवीय भावनाओं को स्थान मिला।
🔷 दांते, पेट्रार्क और इरास्मस जैसे साहित्यकारों ने स्थानीय भाषाओं और तर्क–प्रधान दर्शन को बढ़ावा दिया।
🔶 मुद्रण–यंत्र ने ज्ञान–वितरण को तेज़ किया।
🔷 कोपरनिकस, गैलीलियो और केपलर ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को क्रांतिकारी रूप से बदला।
🔶 प्रोटेस्टेंट सुधार ने धार्मिक विभाजन और राजनीतिक बदलाव लाए।
🔷 समुद्री अन्वेषण ने वैश्विक सम्पर्क और उपनिवेशवाद की नींव रखी।
🔶 व्यापारी वर्ग और नगरों की शक्ति बढ़ी, आधुनिक राष्ट्र–राज्य और नागरिक अधिकारों के विचार जन्मे।
🌟 इस प्रकार बदलती हुई सांस्कृतिक परंपराएँ आधुनिक यूरोप और वैश्विक इतिहास के नए युग की शुरुआत का प्रतीक हैं।
📝 Quick Recap
✔️ मध्यकालीन संकट और व्यापार ने नए विचारों को जन्म दिया।
✔️ पुनर्जागरण—मानवतावाद, व्यक्तिवाद, यथार्थवाद।
✔️ कला—लियोनार्डो, माइकेल एंजेलो; परिप्रेक्ष्य तकनीक।
✔️ साहित्य—दांते, पेट्रार्क, इरास्मस; मुद्रण–यंत्र का प्रभाव।
✔️ विज्ञान—कोपरनिकस, गैलीलियो; वैज्ञानिक पद्धति।
✔️ धर्म—मार्टिन लूथर का सुधार आंदोलन।
✔️ अन्वेषण—कोलंबस, वास्को द गामा; वैश्वीकरण की शुरुआत।
✔️ प्रभाव—व्यापारी वर्ग की शक्ति, नगरों का विकास, आधुनिक राजनीतिक विचार।
✔️ विरासत—आधुनिक विश्व की बौद्धिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक नींव।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔷 प्रश्न 1
चौदहवीं और पंद्रहवीं शताब्दियों में यूनानी और रोमन संस्कृति के किन तत्वों को पुनर्जीवित किया गया?
🧭 उत्तर
🟢 • शास्त्रीय ग्रन्थों का समालोचनात्मक अध्ययन—सुकरात, प्लेटो, अरस्तू; इतिहासकार हेरोडोटस, थ्यूसीदिदीस।
🟡 • वक्तृत्व–कला, तर्क और नागरिक–नीति की परम्परा; सार्वजनिक जीवन में नागरिक–कर्तव्य पर बल।
🔵 • रोमन विधि, गणराज्य की धारणाएँ, राज्य–व्यवस्था और प्रशासनिक अनुशासन की प्रशंसा।
🟣 • स्थापत्य–शैली: स्तम्भ–क्रम (डोरिक, आयोनिक, कोरिन्थियन), गोल मेहराब, गुम्बद, सममिति व अनुपात।
🟠 • चित्र–मूर्तिकला में मानव–देह की यथार्थ–अभिव्यक्ति, नाप–तौल और अनुपात का विज्ञान।
🟤 • नाटक, काव्य और दर्शन में मानवीय भावनाएँ, विवेक और सौन्दर्य–बोध का पुनर्स्थापन।
🟩 • यूनानी–लैटिन भाषा–शिक्षा, ग्रन्थ–समीक्षा (पाठ–सम्पादन) व पाण्डुलिपि–संग्रह का विस्तार।
🔷 प्रश्न 2
इस काल की इटली की वास्तुकला और इस्लामी वास्तुकला की विशेषताओं की तुलना कीजिए।
🧭 उत्तर
🟢 • इटली (पुनर्जागरण):
🌸 – सममिति, अनुपात और समस्त भवन–रचना का गणितीय संतुलन।
💠 – गोल मेहराब, अर्ध–गोल गुम्बद, स्पष्ट अग्रभाग; ब्रुनेलेस्की का विशाल गुम्बद आदर्श।
🟧 – स्तम्भ–क्रम, चौक (पियाज़ा) और दीर्घाओं का नियोजन; पत्थर–ईंट पर सूक्ष्म नक्काशी।
🟡 – भीत–चित्रों में परिप्रेक्ष्य और प्रकाश–छाया का विज्ञान।
🟣 • इस्लामी:
🌿 – बहुभुजी/घोड़े–की–नाल मेहराबें, ऊँचे गुम्बद व मीनारें; इवान, आंगन और हौज़।
💎 – ज्यामितीय–वल्लरी अलंकरण, अरबी लिपि, मुकर्णस (घुटलीदार छज्जे), रंगीन क़लकारी।
💧 – जल–उद्यान और छाया–प्रणाली, क्षेत्रीय जलवायु के अनुसार ठंडक व रोशनी का संतुलन।
🟤 • समानताएँ/अन्तःक्रिया:
🔶 – दोनों में गुम्बद–मेहराब का परिष्कृत उपयोग, सर्वजन उपयोगी स्थानों की रचना।
🔷 – व्यापारिक सम्पर्क से तकनीक, गणित और शिल्प–परम्पराओं का आदान–प्रदान।
🔷 प्रश्न 3
मानवतावादी विचारों का अनुभव सबसे पहले इतालवी शहरों में क्यों हुआ?
🧭 उत्तर
🟢 • रोमन अवशेषों, शिलालेखों और प्राचीन ग्रन्थ–भण्डार की निकटता—अध्ययन के स्वाभाविक स्रोत।
🟡 • भूमध्यसागरीय व्यापार से संचयित संपदा; वित्तीय संस्थाओं व व्यापारी–वंशों की सरंक्षण–प्रथा से विद्वानों–कलाकारों को सहारा।
🔵 • नगर–राज्य (फ़्लोरेंस, वेनिस, जेनोआ) में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा—प्रतिष्ठा हेतु कला–विद्या का प्रोत्साहन।
🟣 • बाइजेंटाइन पण्डितों का आगमन (विशेषकर पंद्रहवीं शताब्दी) जिससे यूनानी ग्रन्थों का पुनर्पाठ।
🟠 • विश्वविद्यालय, गिल्ड और मुद्रण–यंत्र का फैलाव—ज्ञान का त्वरित प्रसार।
🟤 • समुद्री सम्पर्क से नवीन विचार, वस्तुएँ और वैज्ञानिक उपकरण सहज उपलब्ध।
🔷 प्रश्न 4
वेनिस और समकालीन फ़्रांस में ‘अच्छी सरकार’ के विचारों की तुलना कीजिए।
🧭 उत्तर
🟢 वेनिस:
🌸 – नगर–गणराज्य; महापरिषद, सीनेट और डोज (प्रधान) द्वारा सामूहिक शासन।
💠 – विधि–शासन, गोपनीय मतदान, भ्रष्टाचार–नियंत्रण और लेखा–परीक्षा जैसी व्यवस्थाएँ।
🟡 – समुद्री व्यापार की सुरक्षा, अनुबंध–कानून और नागरिक–कर्तव्य पर बल; पर राजनीतिक भागीदारी प्रायः कुलीन–परिवारों तक सीमित।
🔵 फ़्रांस:
🌿 – उभरता केंद्रीकृत राजतन्त्र; राजा का दैवी–अधिकार सिद्धान्त, स्थायी सेना और कर–व्यवस्था।
💎 – प्रान्तीय संस्थाओं के रहते हुए भी निर्णय–केन्द्र राजधानी में; प्रशासनिक अधिकारी (इंटेंडेंट) द्वारा नियंत्रण।
🟤 – ‘अच्छी सरकार’ का अर्थ—शान्ति, विधि–व्यवस्था, कर–न्याय, कमज़ोरों का संरक्षण और भू–राजनीतिक स्थिरता।
🟣 समानताएँ/भेद:
🔶 – दोनों ही स्थिरता और कानून–व्यवस्था को प्रधान मानते थे; किन्तु वेनिस में सामूहिक–गणतान्त्रिक ढांचा, फ़्रांस में राज–केन्द्रीय व्यवस्था प्रमुख।
✍️ संक्षेप में निबंध लिखिए (विस्तृत, लगभग 200 शब्द प्रत्येक)
🔷 प्रश्न 5
मानवतावादी विचारों के क्या अभिलक्षण थे?
🧭 उत्तर
🟢 • मानव–केन्द्रिता: मनुष्य की गरिमा, क्षमता और विवेक पर विश्वास; जीवन को केवल पारलौकिक नहीं, लौकिक मानकों से समझना।
🟡 • समालोचनात्मक अध्ययन: शास्त्रीय ग्रन्थों का पाठ–समीक्षा, भाषा–शुद्धि और ऐतिहासिक संदर्भों पर बल; मात्र परम्परा–ग्रहण नहीं, विवेकपूर्ण पुनर्पाठ।
🔵 • शिक्षा–दृष्टि: व्याकरण, काव्य, इतिहास, नैतिक–दर्शन और वक्तृत्व को केन्द्र में रखकर सर्वांगीण व्यक्ति निर्माण—नागरिक मानवतावाद।
🟣 • कला–विज्ञान का संयोग: चित्र, मूर्ति और वास्तु में यथार्थ, अनुपात और परिप्रेक्ष्य; अनुभव, मापन और प्रयोग को ज्ञान का आधार।
🟠 • व्यक्तित्व और समाज: सृजनशील व्यक्ति की स्वतन्त्रता के साथ समाज–हित और नागरिक–कर्तव्य का समन्वय।
🟤 • धार्मिक–दृष्टि: श्रद्धा का सम्मान, पर तर्क, नैतिकता और अन्तःकरण की स्वतन्त्रता पर ज़ोर; अन्ध–आस्थाओं की आलोचना।
🟩 • भाषा–नीति: स्थानीय भाषाओं में लेखन, ताकि विचार जन–समाज तक पहुँचे; मुद्रण–यंत्र से प्रसार।
🟪 • परिणाम: शासन, शिक्षा, विज्ञान और कला में आधुनिकता की ठोस राह—नए प्रश्न, नए उत्तर और नयी संवेदनाएँ।
🔷 प्रश्न 6
सत्रहवीं शताब्दी के यूरोपियों को विश्व किस प्रकार भिन्न लगा? उसका एक सुचिंतित विवरण दीजिए।
🧭 उत्तर
🟢 • वैज्ञानिक दृष्टि: सूर्यकेन्द्री मत, गति–नियम, गुरुत्वाकर्षण और गणितीय प्रकृति–विज्ञान ने ब्रह्माण्ड–समझ को परिवर्तित किया; दूरबीन–सूक्ष्मदर्शी से अदृश्य संसार खुला।
🟡 • मानचित्र–समुद्र–यात्रा: दिशा–सूचक यंत्र, समुद्री घड़ियाँ, अद्यतन मानचित्रण और बड़े जहाज़ों से महासागरीय यात्राएँ सामान्य हुईं—विश्व का भौगोलिक क्षितिज विस्तृत।
🔵 • वैश्विक व्यापार: एशिया–अफ्रीका–अमेरिका से वस्तुओं और धातुओं का निरन्तर प्रवाह; वित्तीय संस्थाएँ, बीमा, साझा पूँजी और नये बाजार—आर्थिक कल्पना बदली।
🟣 • औपनिवेशिक अनुभव: नयी भूमियों के संसाधन, श्रम और निवासियों से जटिल सम्बन्ध—शासन, मिशनरी सक्रियता और प्रतिरोध—नैतिक प्रश्न तीखे हुए।
🟠 • धार्मिक–राजनीति: दीर्घकालीन धार्मिक संघर्षों के बाद सह–अस्तित्व, सहिष्णुता और संप्रभु राष्ट्र–राज्य की धारणा मज़बूत; राज–केन्द्रीकरण व क़ानून–व्यवस्था पर बल।
🟤 • मुद्रण–विचार–विज्ञान: मुद्रित समाचार, ग्रन्थ और विवाद–परम्परा ने विचार–लोक रचा; व्यक्तियों, नगरों और दरबारों में ज्ञान–विनिमय तीव्र।
🟩 • निष्कर्ष: सत्रहवीं शताब्दी के यूरोपीय के लिए विश्व केवल ईश्वरीय रहस्य नहीं रहा—वह मापने, जाँचने, मार्ग–निर्धारण करने और शासन–व्यवस्था गढ़ने योग्य वास्तविकता बन गया; इसी से आधुनिकता की दीर्घ यात्रा प्रारम्भ हुई।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🏺 अनुभाग A – बहुविकल्पी प्रश्न (Q1–Q21, 1 अंक प्रत्येक)
🔷 प्रश्न 1
पुनर्जागरण का उद्गम किस देश में हुआ?
🟢 1. इटली
🟡 2. फ़्रांस
🔴 3. इंग्लैंड
🔵 4. जर्मनी
✨ उत्तर : 1
🔶 प्रश्न 2
मानवतावाद का मुख्य लक्ष्य क्या था?
🟢 1. केवल धार्मिक सुधार
🟡 2. मनुष्य की क्षमता और गरिमा को महत्व देना
🔴 3. सैन्य विस्तार
🔵 4. व्यापार एकाधिकार
✨ उत्तर : 2
🔷 प्रश्न 3
मुद्रण–यंत्र के आविष्कारक कौन थे?
🟢 1. माइकेल एंजेलो
🟡 2. गुटेनबर्ग
🔴 3. पेट्रार्क
🔵 4. दांते
✨ उत्तर : 2
🔶 प्रश्न 4 (कथन–कारक)
A: पुनर्जागरण कलाकारों ने यथार्थवाद और परिप्रेक्ष्य तकनीक अपनाई।
R: उनका उद्देश्य धार्मिक विषयों को पूरी तरह त्यागना था।
🟢 A. दोनों सही, R A को समझाता है
🟡 B. दोनों सही, R A को नहीं समझाता
🔴 C. A सही, R ग़लत
🔵 D. A ग़लत, R सही
✨ उत्तर : C
🔷 प्रश्न 5
मार्टिन लूथर ने 1517 में किस सुधार आंदोलन की शुरुआत की?
🟢 1. क्रूसेड
🟡 2. प्रोटेस्टेंट सुधार
🔴 3. वैज्ञानिक क्रांति
🔵 4. पुनर्जागरण साहित्य
✨ उत्तर : 2
🔶 प्रश्न 6
लियोनार्डो दा विंची किस क्षेत्र से संबद्ध नहीं थे?
🟢 1. चित्रकला
🟡 2. शरीर–रचना
🔴 3. नौसेना युद्ध
🔵 4. इंजीनियरिंग
✨ उत्तर : 3
🔷 प्रश्न 7
कोपरनिकस ने क्या प्रतिपादित किया?
🟢 1. सूर्यकेन्द्री सिद्धांत
🟡 2. भूकेन्द्री सिद्धांत
🔴 3. गुरुत्वाकर्षण नियम
🔵 4. विद्युत चुंबकत्व
✨ उत्तर : 1
🔶 प्रश्न 8
पेट्रार्क को किस नाम से जाना जाता है?
🟢 1. मानवतावाद का जनक
🟡 2. मुद्रण–यंत्र का आविष्कारक
🔴 3. वैज्ञानिक क्रांति के प्रवर्तक
🔵 4. नाटककार
✨ उत्तर : 1
🔷 प्रश्न 9
इस काल में कौन–सा आविष्कार विचारों के त्वरित प्रसार का कारण बना?
🟢 1. कम्पास
🟡 2. मुद्रण–यंत्र
🔴 3. टेलीग्राफ
🔵 4. बारूद
✨ उत्तर : 2
🔶 प्रश्न 10
राफ़ेल किस क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध थे?
🟢 1. वास्तुकला
🟡 2. चित्रकला
🔴 3. शरीर–रचना
🔵 4. गणित
✨ उत्तर : 2
🔷 प्रश्न 11 (कथन–कारक)
A: गैलीलियो ने दूरबीन से ग्रहों का अवलोकन किया।
R: उन्होंने भूकेन्द्री सिद्धांत की पुष्टि की।
🟢 A. दोनों सही, R A को समझाता है
🟡 B. दोनों सही, R A को नहीं समझाता
🔴 C. A सही, R ग़लत
🔵 D. A ग़लत, R सही
✨ उत्तर : C
🔶 प्रश्न 12
कौन–सा शहर पुनर्जागरण का प्रमुख केन्द्र माना जाता है?
🟢 1. फ़्लोरेंस
🟡 2. रोम
🔴 3. पेरिस
🔵 4. लंदन
✨ उत्तर : 1
🔷 प्रश्न 13
इरास्मस किस विचारधारा से जुड़े थे?
🟢 1. मानवतावाद
🟡 2. धर्म–युद्ध
🔴 3. सामंतवाद
🔵 4. औपनिवेशिकता
✨ उत्तर : 1
🔶 प्रश्न 14
मुद्रण–यंत्र के परिणामस्वरूप क्या हुआ?
🟢 1. विचारों का सीमित प्रसार
🟡 2. विचारों का त्वरित व व्यापक प्रसार
🔴 3. चर्च की शक्ति बढ़ी
🔵 4. नगरों का पतन
✨ उत्तर : 2
🔷 प्रश्न 15
कौन–सा क्षेत्र पुनर्जागरण कला में प्रमुख था?
🟢 1. यथार्थवाद और अनुपात
🟡 2. अमूर्त कला
🔴 3. धार्मिक प्रतीकवाद से विरक्ति
🔵 4. औद्योगिक चित्रण
✨ उत्तर : 1
🔶 प्रश्न 16
वैज्ञानिक पद्धति किसने विकसित की?
🟢 1. फ़्रांसिस बेकन
🟡 2. मार्टिन लूथर
🔴 3. पेट्रार्क
🔵 4. दांते
✨ उत्तर : 1
🔷 प्रश्न 17
वेनिस किसके लिए प्रसिद्ध था?
🟢 1. धार्मिक केंद्र
🟡 2. समुद्री व्यापार और कला–संरक्षण
🔴 3. खगोलशास्त्र
🔵 4. मुद्रण केंद्र
✨ उत्तर : 2
🔶 प्रश्न 18
निम्न में से कौन प्रोटेस्टेंट सुधार का परिणाम था?
🟢 1. कैथोलिक चर्च की शक्ति स्थायी रूप से बढ़ी
🟡 2. यूरोप में धार्मिक विभाजन और नए संप्रदाय
🔴 3. वैज्ञानिक क्रांति का पतन
🔵 4. मुद्रण–यंत्र का नाश
✨ उत्तर : 2
🔷 प्रश्न 19
पुनर्जागरण काल में ज्ञान का केन्द्र क्या था?
🟢 1. मठ
🟡 2. विश्वविद्यालय और शास्त्रीय ग्रन्थ
🔴 3. बाज़ार
🔵 4. सेना
✨ उत्तर : 2
🔶 प्रश्न 20
कौन–सा आविष्कार नौसंचालन के विस्तार में सहायक रहा?
🟢 1. दूरबीन
🟡 2. दिशा–सूचक यंत्र (Compass)
🔴 3. मुद्रण–यंत्र
🔵 4. पवन–चक्की
✨ उत्तर : 2
🔷 प्रश्न 21
पुनर्जागरण का सीधा प्रभाव किस पर पड़ा?
🟢 1. सामंतवाद को मज़बूती
🟡 2. विज्ञान, कला और राजनीतिक विचारों में आधुनिकता
🔴 3. केवल धर्म–अनुष्ठानों पर
🔵 4. औद्योगिक क्रांति का अंत
✨ उत्तर : 2
🧭 अनुभाग B – लघु उत्तर (Q22–Q25, 3 अंक प्रत्येक)
🔷 प्रश्न 22
पुनर्जागरण कला की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
🧭 उत्तर
⭐ • परिप्रेक्ष्य (Perspective) का प्रयोग—चित्रों में गहराई और यथार्थ का भाव।
🍀 • मानव–देह और भावनाओं का सजीव और वैज्ञानिक चित्रण।
🔶 प्रश्न 23
गुटेनबर्ग के मुद्रण–यंत्र ने यूरोप के समाज को कैसे बदला?
🧭 उत्तर
⭐ • विचारों और ज्ञान का त्वरित व व्यापक प्रसार हुआ।
🍀 • शिक्षा का स्तर ऊँचा हुआ, चर्च की एकाधिकार स्थिति पर प्रश्न उठे।
💎 • बौद्धिक जागरण और सुधार आंदोलनों को बल मिला।
🔷 प्रश्न 24
मानवतावादी शिक्षा का उद्देश्य क्या था?
🧭 उत्तर
⭐ • सर्वांगीण व्यक्तित्व का विकास और नागरिक कर्तव्यों का बोध।
🍀 • व्याकरण, इतिहास, नैतिक दर्शन और वक्तृत्व को महत्व देकर विवेकशील समाज बनाना।
🔶 प्रश्न 25
प्रोटेस्टेंट सुधार के दो कारण बताइए।
🧭 उत्तर
⭐ • चर्च के भ्रष्टाचार, विलासिता और इन्द्रजाल–पत्रों की बिक्री पर असंतोष।
🍀 • मानवतावादी विचारों और मुद्रण–यंत्र से नई सोच का प्रसार।
🏺 अनुभाग B (जारी) – लघु उत्तर
🔷 प्रश्न 26A (विकल्प)
पुनर्जागरण के दो सामाजिक और एक राजनीतिक प्रभाव लिखिए।
🧭 उत्तर
⭐ • सामाजिक: (1) व्यक्तिवाद और मानव–गरिमा पर बल, (2) शिक्षा और विज्ञान का प्रसार।
🍀 • राजनीतिक: (1) राजाओं की शक्ति में वृद्धि और आधुनिक राष्ट्र–राज्य की नींव।
🔶 प्रश्न 26B (विकल्प)
वैज्ञानिक क्रांति के दो वैज्ञानिक और एक धार्मिक प्रभाव बताइए।
🧭 उत्तर
⭐ • वैज्ञानिक: (1) सूर्यकेंद्री सिद्धांत की स्वीकृति, (2) गणितीय–प्रकृति विज्ञान का विकास।
🍀 • धार्मिक: (1) पारम्परिक चर्च–धारणाओं को चुनौती, सहिष्णुता और तर्कवाद का उदय।
🔷 प्रश्न 27
मानवतावाद ने कला और साहित्य को कैसे प्रभावित किया?
🧭 उत्तर
⭐ • कला में यथार्थवाद, परिप्रेक्ष्य और मानवीय भावनाओं का चित्रण बढ़ा।
🍀 • साहित्य में स्थानीय भाषाओं का उपयोग, नागरिक–कर्तव्यों और नैतिकता पर बल मिला।
💎 • कवि–लेखक ने व्यक्ति के अनुभव और विवेक को केन्द्र में रखा।
⚔ अनुभाग C – दीर्घ उत्तर
🔶 प्रश्न 28A (विकल्प)
पुनर्जागरण कला की प्रमुख विशेषताओं और उसके समाज पर प्रभाव का विश्लेषण कीजिए।
🧭 उत्तर
⭐ • विशेषताएँ: यथार्थवाद, परिप्रेक्ष्य, मानवीय देह की वैज्ञानिक रचना, प्राकृतिक दृश्यों का चित्रण, प्रकाश–छाया का उपयोग।
🍀 • कलाकार: लियोनार्डो दा विंची, माइकेल एंजेलो, राफ़ेल ने मानवीय भावनाओं को सजीव रूप दिया।
💎 • प्रभाव: समाज में सौंदर्य–बोध, विज्ञान–कला का संयोग और मानवीय अनुभव की महत्ता बढ़ी।
🌸 • धार्मिक विषय भी नये रूप में प्रस्तुत हुए—मानव–केन्द्रित दृष्टि से।
🕊 • कला ने ज्ञान के नए क्षितिज खोले और आधुनिक यूरोपीय संस्कृति को आकार दिया।
🔷 प्रश्न 28B (विकल्प)
मुद्रण–यंत्र के आविष्कार ने यूरोप के बौद्धिक जीवन को किस प्रकार बदला?
🧭 उत्तर
⭐ • पुस्तकों की उपलब्धता और सस्ती कीमत ने शिक्षा का विस्तार किया।
🍀 • वैज्ञानिक, धार्मिक और राजनीतिक विचार तीव्रता से फैले।
💎 • चर्च की एकाधिकार स्थिति पर प्रश्न उठे—सुधार आंदोलनों को बल मिला।
🌸 • स्थानीय भाषाओं में साहित्य और ज्ञान आम जनता तक पहुँचा।
🕊 • विचारों के तीव्र आदान–प्रदान ने पुनर्जागरण, सुधार और वैज्ञानिक क्रांति को गति दी।
🔶 प्रश्न 29A (विकल्प)
प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन के कारणों और परिणामों पर चर्चा कीजिए।
🧭 उत्तर
⭐ • कारण: चर्च का भ्रष्टाचार, इन्द्रजाल–पत्रों की बिक्री, मानवतावादी आलोचना, मुद्रण–यंत्र से विचारों का प्रसार।
🍀 • परिणाम: यूरोप धार्मिक रूप से विभाजित, नए संप्रदाय (लूथरन, कैल्विनिस्ट), शिक्षा पर जोर, राजनीतिक पुनर्गठन।
💎 • कैथोलिक चर्च ने काउंटर–रिफॉर्मेशन शुरू किया।
🌸 • धार्मिक सहिष्णुता और राज्य–सत्ता की मजबूती की राह बनी।
🔷 प्रश्न 29B (विकल्प)
वैज्ञानिक क्रांति ने यूरोप के विश्व–दृष्टिकोण को कैसे बदला?
🧭 उत्तर
⭐ • कोपरनिकस, गैलीलियो, केपलर, न्यूटन के सिद्धांतों ने ब्रह्माण्ड को यांत्रिक और नियमबद्ध बताया।
🍀 • प्राकृतिक घटनाओं को तर्क और प्रयोग से समझने की प्रवृत्ति बढ़ी।
💎 • चर्च–प्रधान विचारधारा पर प्रश्न उठे—सत्य के लिए अनुभव और प्रमाण को प्राथमिकता मिली।
🌸 • आधुनिक विज्ञान और तकनीकी प्रगति के युग की शुरुआत हुई।
🔶 प्रश्न 30
अन्वेषण यात्राओं और वैश्विक सम्पर्क के आरम्भ का वर्णन कीजिए।
🧭 उत्तर
⭐ • कम्पास, मानचित्रण और जहाज़–निर्माण में सुधार ने समुद्री यात्राएँ आसान कीं।
🍀 • कोलंबस, वास्को द गामा, मैगलन जैसी यात्राओं ने नए महाद्वीपों व व्यापार–मार्गों को खोला।
💎 • मसाले, सोना, चाँदी और नई फसलें यूरोप पहुँचीं—आर्थिक क्रांति।
🌸 • उपनिवेशवाद, मिशनरी गतिविधियाँ और वैश्विक व्यापार नेटवर्क की नींव पड़ी।
🕊 • सांस्कृतिक आदान–प्रदान और संघर्ष दोनों बढ़े—विश्व इतिहास नया रूप लेने लगा।
🏛 अनुभाग D – स्रोत/केस आधारित
🔷 प्रश्न 31
स्रोत: “मानवतावाद ने मनुष्य को उसकी गरिमा और क्षमता का बोध कराया।”
🧭 उत्तर
⭐ (क) आशय: मानवतावाद ने व्यक्ति को धार्मिक बन्धनों से परे अपने विवेक और सामर्थ्य पर विश्वास दिलाया।
🍀 (ख) महत्व: शिक्षा, कला, विज्ञान और राजनीति में मनुष्य–केन्द्रित दृष्टिकोण।
💎 (ग) निष्कर्ष: आधुनिकता और लोकतांत्रिक विचारों के उद्भव में योगदान।
🔶 प्रश्न 32
स्रोत: “मुद्रण–यंत्र ने विचारों को सीमाओं से परे पहुँचा दिया।”
🧭 उत्तर
⭐ (क) अर्थ: ज्ञान का प्रसार तीव्र व व्यापक हुआ।
🍀 (ख) परिणाम: सुधार आंदोलन, वैज्ञानिक क्रांति, पुनर्जागरण साहित्य का विस्तार।
💎 (ग) मूल्य: समाज में बौद्धिक जागरण और संचार की नई संस्कृति।
🔷 प्रश्न 33
स्रोत: “अन्वेषण यात्राओं ने यूरोप को विश्व से जोड़ा।”
🧭 उत्तर
⭐ (क) आशय: समुद्री यात्राओं से नए महाद्वीप, संसाधन और जन–समूह से सम्पर्क हुआ।
🍀 (ख) परिणाम: व्यापार, उपनिवेशवाद, सांस्कृतिक आदान–प्रदान और संघर्ष।
💎 (ग) मूल्य: वैश्वीकरण और आधुनिक विश्व–व्यवस्था की नींव पड़ी।
🗺 अनुभाग E – नक्शा कार्य
🔶 प्रश्न 34.1
फ़्लोरेंस (इटली) — पुनर्जागरण कला और मानवतावाद का प्रमुख केन्द्र चिह्नित करें।
🔶 प्रश्न 34.2
वेनिस — समुद्री व्यापार और कला–संरक्षण का प्रमुख नगर चिह्नित करें।
🔶 प्रश्न 34.3
विटनबर्ग (जर्मनी) — मार्टिन लूथर द्वारा सुधार आंदोलन की शुरुआत का स्थल चिह्नित करें।
🔶 प्रश्न 34.4
दो चिन्हित केन्द्रों का महत्व लिखिए।
🧭 उत्तर
⭐ • फ़्लोरेंस — पुनर्जागरण कला, साहित्य और मानवतावादी शिक्षा का केन्द्र, जहाँ मेडिसी परिवार ने कलाकारों–विद्वानों को संरक्षण दिया।
🍀 • विटनबर्ग — 1517 में मार्टिन लूथर की 95 थिसिस के कारण प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन का प्रारम्भ स्थल, जिसने यूरोप के धार्मिक–राजनीतिक ढाँचे को बदला।
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प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न
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एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति
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मस्तिष्क मानचित्र
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दृश्य सामग्री
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