Class 11, History (Hindi)

Class 11 : History (In Hindi) – Lesson 1. लेखन और नगर जीवन

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन


पाठ : लेखन कला और शहरी जीवन (मेसोपोटामिया का अध्ययन)

🔴 परिचय
इस अध्याय में विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक मेसोपोटामिया का अध्ययन किया गया है। इस सभ्यता का उदय टाइग्रिस और यूफ्रेटिस नदियों के मध्य हुआ था। यह अध्याय बताता है कि किस प्रकार लेखन कला का विकास हुआ और किस प्रकार नगरीकरण की प्रक्रिया ने इस सभ्यता को आकार दिया।

🟢 भूगोल एवं सभ्यता का उद्भव
➡️ मेसोपोटामिया का शाब्दिक अर्थ है — दो नदियों के बीच की भूमि। यह क्षेत्र वर्तमान इराक में स्थित था।
🌿 यहाँ की प्रमुख नदियाँ थीं — टाइग्रिस और यूफ्रेटिस।
➡️ यहाँ की भूमि उपजाऊ थी, जिस कारण कृषि ने यहाँ प्रारम्भिक नगरों के विकास को संभव बनाया।
✏️ टिप्पणी : जल संसाधनों के कारण ही यहाँ स्थायी बस्तियाँ विकसित हुईं।

🔵 नगरीकरण का प्रारम्भिक स्वरूप
प्रारम्भ में लोग गाँवों में रहते थे, धीरे-धीरे व्यापार, कृषि और शिल्पकला के विस्तार के कारण नगर बनने लगे।
🧠 प्रमुख नगर : उर, उरुक, निप्पुर
➡️ इन नगरों में प्रशासन, व्यापार, धार्मिक स्थल और शिल्पकारों के लिए अलग क्षेत्र होते थे।
✔️ नगरों में प्रशासनिक भवन, मन्दिर (जिगुरात) और आवासीय क्षेत्र का विशेष महत्व था।

🟡 लेखन कला का विकास
➡️ लेखन कला का विकास प्रशासन, व्यापार और कर वसूली के लिए हुआ।
प्रारम्भ में चिन्ह और चित्र बनाए जाते थे, जिन्हें बाद में कीलाक्षर लिपि (क्यूनिफॉर्म) में परिवर्तित किया गया।
🌿 यह लेखन मृत्तिका पट्टिकाओं पर किया जाता था।
🧠 लेखन का प्रयोग :
🔹 कर, व्यापार, फसल, जनसंख्या रिकॉर्ड के लिए।
🔹 धार्मिक ग्रन्थ, साहित्य एवं विज्ञान के लिए।
✏️ टिप्पणी : लेखन कला ने ज्ञान के संचय और प्रशासन में स्थायित्व प्रदान किया।

🔴 शासन व्यवस्था
➡️ प्रारम्भ में नगर-राज्य थे, जिनका संचालन पुरोहितों द्वारा होता था।
बाद में राजा सत्ता में आए।
🧠 प्रसिद्ध राजा : हम्मुराबी (उसके नियम विश्व प्रसिद्ध हैं)।
⚡ शासन व्यवस्था में :
✔️ सेना, कर व्यवस्था, न्याय व्यवस्था, निर्माण कार्य होते थे।

🟢 धार्मिक विश्वास एवं स्थापत्य कला
➡️ यहाँ के लोग बहुदेववादी थे।
🧠 प्रत्येक नगर का एक उपासक देवता होता था।
🔵 धार्मिक स्थल : जिगुरात (मन्दिरनुमा विशाल भवन)
🌿 स्थापत्य कला में ईंटों का प्रयोग होता था।
✏️ टिप्पणी : धार्मिक विश्वासों ने ही नगरों के रूप व उनकी स्थापत्य कला को आकार दिया।

🟡 अर्थव्यवस्था
प्रमुख आधार : कृषि, पशुपालन, व्यापार, शिल्प
🧠 कृषि के लिए सिंचाई प्रणाली विकसित की गई।
➡️ व्यापार में अन्न, वस्त्र, धातु, शिल्पकृत वस्तुएँ विनिमय होती थीं।
✔️ नगरों में कुम्हार, बुनकर, धातुकार, मज़दूर आदि वर्ग सक्रिय थे।

🔴 सामाजिक व्यवस्था
➡️ समाज वर्गों में विभाजित था :
१️⃣ पुरोहित
२️⃣ राजा व अधिकारी
३️⃣ व्यापारी व शिल्पकार
४️⃣ कृषक
५️⃣ दास
🧠 महिलाओं की भूमिका सीमित थी।
⚡ समाज में गुलामी प्रथा थी।
✏️ टिप्पणी : समाज में श्रम विभाजन स्पष्ट था।

🟢 सांस्कृतिक उपलब्धियाँ
✔️ कीलाक्षर लिपि : विश्व की प्रथम लेखन प्रणाली।
✔️ महाकाव्य : गिलगमेश
✔️ गणित, ज्योतिष, ज्यामिति में विकास।
✔️ मृत्तिका लेखन, ईंट निर्माण में प्रवीणता।
🌿 प्रशासनिक लेखन ने भविष्य की सभ्यताओं को प्रेरित किया।

🔴 पतन के कारण
🧠 प्राकृतिक संकट : बाढ़, सूखा
🧠 युद्ध : बाहरी आक्रमण (हित्ती, असीरियाई)
🧠 आंतरिक असंतोष, कृषि संकट
➡️ धीरे-धीरे नगर-राज्य समाप्त हुए।

🟢 इस अध्याय का महत्व क्यों
💡 यह अध्याय बताता है कि :
✔️ लेखन ने सभ्यता को स्थायित्व और संरचना दी।
✔️ नगर नियोजन, शासन, कानून, व्यापार की नींव रखी।
✔️ आधुनिक शहरी सभ्यता के बीज यहीं से पड़े।
✏️ टिप्पणी : मेसोपोटामिया से ही लेखन व प्रशासनिक सोच का प्रारम्भ हुआ।

📝 त्वरित पुनरावृत्ति :
🔵 मेसोपोटामिया = दो नदियों के बीच की भूमि
🟢 नगर : उर, उरुक, निप्पुर
🔴 लिपि : कीलाक्षर
🟡 धर्म : बहुदेववाद, जिगुरात
🔵 राजा : हम्मुराबी
🟢 अर्थव्यवस्था : कृषि, व्यापार, शिल्प
🔴 समाज : वर्ग आधारित
🟡 पतन : प्राकृतिक संकट, युद्ध

🔵 सारांश (लगभग 300 शब्दों में)
मेसोपोटामिया सभ्यता का विकास टाइग्रिस और यूफ्रेटिस नदियों के मध्य हुआ। यहाँ उपजाऊ भूमि और जल संसाधन के कारण कृषि और स्थायी बस्तियाँ बनीं। धीरे-धीरे नगरों का विकास हुआ जहाँ प्रशासन, व्यापार, धर्म और शिल्प के केंद्र स्थापित हुए।
नगरों में प्रशासनिक भवन, जिगुरात जैसे धार्मिक स्थल और अलग-अलग शिल्पकारों के मोहल्ले होते थे। प्रशासन के लिए लेखन की आवश्यकता पड़ी जिससे कीलाक्षर लिपि का विकास हुआ। यह लिपि मृत्तिका पट्टिकाओं पर लिखी जाती थी। लेखन का प्रयोग कर, व्यापार, जनगणना, धार्मिक ग्रन्थ और साहित्य में हुआ।


राजाओं के शासन में कर व्यवस्था, सेना, न्याय, निर्माण कार्य संचालित होते थे। हम्मुराबी का विधि संहिता प्रसिद्ध थी। अर्थव्यवस्था कृषि, व्यापार और शिल्प पर आधारित थी। समाज वर्गों में विभाजित था तथा दास प्रथा प्रचलित थी।
धार्मिक विश्वास में बहुदेववाद था, प्रत्येक नगर का एक उपासक देवता होता था। स्थापत्य में जिगुरात व ईंट की तकनीक महत्वपूर्ण थी। गणित, ज्योतिष, लेखन, साहित्य में इनकी उपलब्धियाँ थीं।
अंततः प्राकृतिक संकट, युद्ध, कृषि समस्याओं के कारण नगर-राज्य समाप्त हो गए।


इस अध्याय का महत्व :
यह पाठ बताता है कि किस प्रकार लेखन कला और नगरीकरण ने सभ्यता को आकार दिया। प्रशासन, कानून, नगर नियोजन की परंपरा मेसोपोटामिया से प्रारम्भ मानी जाती है।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न



🔵 प्रश्न 1 : यदि आप रोम साम्राज्य में रहते, तो आप किस स्थान पर रहना पसंद करते — नगर में अथवा ग्रामीण क्षेत्र में? कारण स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर 1 :
यदि मैं रोम साम्राज्य में रहता तो मैं नगर में रहना अधिक पसंद करता।
➡️ नगरों में जीवन अधिक सुविधाजनक था जहाँ स्नानागार, रंगशाला, पुस्तकालय, बाज़ार और सड़कों का सुनियोजित ढाँचा उपलब्ध था।
🔵 नगरों में व्यापार, शिक्षा, मनोरंजन तथा राजनीतिक गतिविधियाँ अधिक थीं।
🟡 ग्रामीण जीवन कृषि पर आधारित कठिन श्रम का जीवन था, जहाँ अवसर सीमित थे।
✏️ नोट : नगर जीवन उस काल में उन्नत सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक था।

🔴 प्रश्न 2 : इस अध्याय में उल्लिखित नगरों, नगर-राज्यों, नदियों, समुद्रों और प्रान्तों की एक सूची बनाइए और उन्हें मानचित्र में खोजिए। आपकी बनाई सूची में से किसी भी तीन विषयों पर कुछ लिखिए।
🟢 उत्तर 2 :
🔹 नगर / नगर-राज्य : रोम, अलेक्जेंड्रिया, कार्थेज, अंटाकिया
🔹 नदियाँ : डेन्यूब, राइन
🔹 समुद्र : भूमध्यसागर, काला सागर
🔹 प्रान्त : मिस्र, ब्रिटानिया, हिस्पानिया, सीरिया
🧠 तीन विषयों का संक्षिप्त विवरण :
१️⃣ रोम : यह साम्राज्य की राजधानी थी, जहाँ से प्रशासन, संस्कृति और राजनीति का संचालन होता था।
२️⃣ भूमध्यसागर : इसे ‘साम्राज्य का हृदय’ कहा जाता था, जिसने साम्राज्य के विभिन्न भागों को व्यापार और संचार से जोड़ा।
३️⃣ डेन्यूब नदी : साम्राज्य की उत्तरी सीमा का प्राकृतिक रक्षण, जर्मन जनजातियों से रक्षा हेतु महत्त्वपूर्ण।

🔵 प्रश्न 3 : कल्पना कीजिए कि आप रोम साम्राज्य में एक गृहिणी हैं और घरेलू आवश्यकताओं हेतु वस्तुओं की एक सूची बना रही हैं। उस सूची में क्या-क्या होगा?
🟢 उत्तर 3 :
🔶 जैतून का तेल
🔶 अनाज / गेहूँ
🔶 शराब
🔶 ताजे फल और सब्ज़ियाँ
🔶 शहद
🔶 मांस और मछली
🔶 ऊनी वस्त्र और ट्यूनिक
🔶 मिट्टी के बर्तन और रसोई के सामान
🔶 मसाले (काली मिर्च)
✏️ नोट : ये सभी वस्तुएँ उस समय के रोमी नगरों में एक सामान्य गृहिणी की आवश्यकताओं के अनुसार थीं।

🔴 प्रश्न 4 : आपको क्यों लगता है कि रोम सरकार ने चाँदी के सिक्के बनवाने बंद कर दिए? और इसके स्थान पर किस धातु का प्रयोग हुआ?
🟢 उत्तर 4 :
रोम सरकार ने चाँदी के सिक्के बनवाना आर्थिक संकट के कारण बंद किया।
➡️ साम्राज्य के फैलाव, सेना के खर्च और प्रशासन में वृद्धि से चाँदी की आपूर्ति कम हो गई थी।
➡️ मुद्रास्फीति को रोकने तथा लागत घटाने हेतु कॉपर और कांस्य धातु से सिक्के बनाए जाने लगे।
✏️ नोट : इससे राज्य की आर्थिक कमजोरी और वित्तीय संकट भी झलकता है।

🔵 प्रश्न 5 : कल्पना कीजिए सम्राट ट्रोजन ने भारत को जीत लिया होता और रोमनों ने कई शताब्दियों तक यहाँ शासन किया होता। आपके अनुसार आज भारत किस प्रकार भिन्न होता?
🟢 उत्तर 5 :
यदि रोमनों ने भारत को जीत लिया होता तो :
🔶 भाषा में लैटिन का प्रभाव होता।
🔶 वास्तुकला में रोमन शैली जैसे स्नानागार, रंगशाला, जल-सेतु होते।
🔶 कानून व्यवस्था रोमन कानून के अनुरूप होती।
🔶 धर्म में ईसाईयत का आरम्भ बहुत पहले होता।
🔶 व्यापार यूरोप के साथ अधिक घनिष्ठ होता।
🧠 भारत की संस्कृति, प्रशासन और नगर-निर्माण की दिशा पूरी तरह भिन्न हो सकती थी।

🔴 प्रश्न 6 : अध्याय का ध्यानपूर्वक अध्ययन कर रोमी समाज और अर्थव्यवस्था की कुछ ऐसी विशेषताएँ चुनिए, जो आपको आधुनिक लगती हों।
🟢 उत्तर 6 :
🌿 शहरीकरण : सुनियोजित नगर, जल-सेतु, स्नानागार, रंगशाला, पुस्तकालय।
🌿 व्यापार : भूमध्यसागर के चारों ओर व्यापारिक तंत्र, मुद्रा प्रणाली।
🌿 सड़कें और संचार : सैन्य और व्यापार हेतु उत्कृष्ट सड़क नेटवर्क।
🌿 कानून व्यवस्था : लिखित कानून, नागरिकों के अधिकार, न्यायालय।
🌿 समाज : विभिन्न वर्गों का सह-अस्तित्व, व्यापारियों, सैनिकों, नागरिकों की स्पष्ट भूमिका।
✏️ नोट : इन विशेषताओं से रोमी सभ्यता आधुनिक सभ्यता के कई स्वरूपों से मेल खाती है।

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न



🌸 1️⃣ बहुविकल्पीय प्रश्न (१० प्रश्न)
🔵 प्रश्न 1 : रोम साम्राज्य का केन्द्र कौन-सा नगर था?
(A) कार्थेज
(B) अलेक्जेंड्रिया
(C) रोम
(D) अंटाकिया
✅ उत्तर : (C) रोम


🟢 प्रश्न 2 : भूमध्यसागर को रोमवासी क्या कहते थे?
(A) महा जल
(B) मर नोस्त्रम
(C) समुद्र पथ
(D) व्यापार का केन्द्र
✅ उत्तर : (B) मर नोस्त्रम


🔴 प्रश्न 3 : किस सम्राट ने ईसाई धर्म को वैधता दी?
(A) ऑगस्टस
(B) नीरो
(C) कॉन्सटेंटाइन
(D) ट्रोजन
✅ उत्तर : (C) कॉन्सटेंटाइन


🟡 प्रश्न 4 : रोम साम्राज्य की आर्थिक रीढ़ क्या थी?
(A) पशुपालन
(B) कृषि
(C) खनिज
(D) उद्योग
✅ उत्तर : (B) कृषि


🔵 प्रश्न 5 : रोम साम्राज्य के किस भाग में लैटिन भाषा बोली जाती थी?
(A) पूर्वी
(B) पश्चिमी
(C) उत्तरी
(D) दक्षिणी
✅ उत्तर : (B) पश्चिमी


🟢 प्रश्न 6 : रोम साम्राज्य की सीमाओं की रक्षा कौन करता था?
(A) व्यापारियों का संघ
(B) सेना
(C) पुरोहित वर्ग
(D) दास वर्ग
✅ उत्तर : (B) सेना


🔴 प्रश्न 7 : कौन-सा नगर बाद में पूर्वी रोमन साम्राज्य की राजधानी बना?
(A) अलेक्जेंड्रिया
(B) अंटाकिया
(C) कांस्टैन्टिनोपल
(D) रोम
✅ उत्तर : (C) कांस्टैन्टिनोपल


🟡 प्रश्न 8 : रोम की सड़कें किस उद्देश्य के लिए प्रमुख थीं?
(A) तीर्थ यात्रा के लिए
(B) व्यापार हेतु
(C) सेना की आवाजाही के लिए
(D) कर वसूली हेतु
✅ उत्तर : (C) सेना की आवाजाही के लिए


🔵 प्रश्न 9 : कौन-सी नदी रोम साम्राज्य की उत्तर सीमा मानी जाती थी?
(A) नील
(B) डेन्यूब
(C) यूफ्रेटिस
(D) गंगा
✅ उत्तर : (B) डेन्यूब


🟢 प्रश्न 10 : रोम में दासों का प्रमुख कार्य था —
(A) शिक्षा देना
(B) शिल्प निर्माण
(C) कृषि में श्रम
(D) व्यापार करना
✅ उत्तर : (C) कृषि में श्रम

🌸 2️⃣ रिक्त स्थान भरिए (३ प्रश्न)
🔴 प्रश्न 11 : रोम साम्राज्य में व्यापार का प्रमुख माध्यम __ था।
✅ उत्तर : भूमध्यसागर


🟢 प्रश्न 12 : पश्चिमी रोम साम्राज्य का पतन वर्ष __ में हुआ।
✅ उत्तर : 476 ईस्वी


🔵 प्रश्न 13 : रोम में __ लिपि का प्रयोग होता था।
✅ उत्तर : लैटिन

🌸 3️⃣ सत्य / असत्य (२ प्रश्न)
🟡 प्रश्न 14 : रोम साम्राज्य में गुलामी एक सामान्य प्रथा थी।
✅ उत्तर : सत्य


🔴 प्रश्न 15 : रोम की प्रशासनिक व्यवस्था में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी।
✅ उत्तर : असत्य

🌸 4️⃣ कथन-कारण (२ प्रश्न)
🔵 प्रश्न 16 :
कथन (A) : रोम साम्राज्य की सीमाएँ प्राकृतिक रूप से सुरक्षित थीं।
कारण (R) : साम्राज्य के चारों ओर नदियाँ, पर्वत और रेगिस्तान थे।
(A) A और R दोनों सत्य हैं तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है।
(B) A और R दोनों सत्य हैं, किन्तु R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(C) A सत्य है, R असत्य है।
(D) A असत्य है, R सत्य है।
✅ उत्तर : (A)


🟢 प्रश्न 17 :
कथन (A) : रोम साम्राज्य में शहरीकरण विकसित अवस्था में था।
कारण (R) : नगरों में स्नानागार, रंगशाला, पुस्तकालय जैसी सुविधाएँ थीं।
(A) A और R दोनों सत्य हैं तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है।
(B) A और R दोनों सत्य हैं, किन्तु R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(C) A सत्य है, R असत्य है।
(D) A असत्य है, R सत्य है।
✅ उत्तर : (A)

🌸 5️⃣ लघु उत्तर (३० शब्दों में) (३ प्रश्न)
🔵 प्रश्न 18 : रोम साम्राज्य में सेना की क्या भूमिका थी?
✅ उत्तर : सेना सीमाओं की रक्षा, आक्रमणों को रोकने और विद्रोह दबाने हेतु महत्वपूर्ण थी। साथ ही, सड़कें व किले निर्माण में योगदान देती थी।


🟢 प्रश्न 19 : भूमध्यसागर का क्या महत्त्व था?
✅ उत्तर : यह साम्राज्य के विभिन्न भागों को जोड़ता था। व्यापार, संचार और सेना के लिए यह केंद्र बिंदु था।


🔴 प्रश्न 20 : रोम में कर व्यवस्था क्यों आवश्यक थी?
✅ उत्तर : सेना, प्रशासन और निर्माण कार्य हेतु धन जुटाने के लिए कर व्यवस्था अनिवार्य थी। इससे साम्राज्य आर्थिक रूप से सशक्त रहता था।

🌸 6️⃣ मध्यम उत्तर (६० शब्दों में) (३ प्रश्न)
🟡 प्रश्न 21 : रोम साम्राज्य में दासों की स्थिति वर्णित कीजिए।
✅ उत्तर : दास समाज में सबसे निम्न स्थान पर थे। वे कृषि, खान, निर्माण, घरेलू कार्य, और कुछ विशेष मामलों में शिक्षण व लेखन कार्य में भी लगाये जाते थे। उनकी कोई स्वतंत्रता नहीं होती थी और वे स्वामी की सम्पत्ति माने जाते थे।


🔵 प्रश्न 22 : रोमन नगरों के मुख्य लक्षण क्या थे?
✅ उत्तर : नगरों में सड़कें, जलसेतु, स्नानागार, रंगशाला, पुस्तकालय, बाजार और प्रशासनिक भवन होते थे। नगर नियोजन सुव्यवस्थित था। ये नगर प्रशासन, व्यापार, संस्कृति और मनोरंजन के केंद्र थे।


🟢 प्रश्न 23 : रोम की प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन कीजिए।
✅ उत्तर : सम्राट के अधीन राज्य चलता था। प्रान्तों में गवर्नर नियुक्त होते थे। कर वसूली, सेना, कानून व्यवस्था का संचालन प्रशासन के अधीन था। रोमन कानून लिखित और कठोर था।

🌸 7️⃣ दीर्घ उत्तर (१२० शब्दों में) (२ प्रश्न)
🔴 प्रश्न 24 : रोम साम्राज्य की आर्थिक संरचना समझाइए।
✅ उत्तर : रोम साम्राज्य की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित थी। बड़ी भूमि-जायदाद (लैटीफुंडिया) पर दास श्रम से उत्पादन होता था। व्यापार समुद्री और थल मार्ग से होता था। भूमध्यसागर व्यापार का केंद्र था। रोम के बाजारों में एशिया, अफ्रीका से विलासिता की वस्तुएँ आती थीं। कर, व्यापार और दास श्रम से राजस्व आता था। मुद्रा प्रणाली प्रचलित थी। खनिज, वस्त्र, अनाज, शराब, जैतून तेल का व्यापार होता था।


🟡 प्रश्न 25 : रोम साम्राज्य के पतन के कारण क्या थे?
✅ उत्तर : प्रशासनिक भ्रष्टाचार, सैनिक कमज़ोरी, आर्थिक संकट, करों का अत्यधिक बोझ, दासों पर निर्भरता, आंतरिक विद्रोह और बाहरी हमलों (गोथ, हुन) के कारण पतन हुआ। साम्राज्य बहुत विस्तृत था जिससे शासन कठिन हुआ। 395 ईस्वी में विभाजन हुआ और पश्चिमी भाग 476 ईस्वी में समाप्त हुआ। पूर्वी भाग (बाइजेंटाइन) 1453 तक रहा।

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प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न

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एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति

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मस्तिष्क मानचित्र

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दृश्य सामग्री

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