Class 11 : Geography (In Hindi) – Lesson 7. वायुमंडल का संघटन तथा संरचना
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🌍 प्रस्तावना
हमारे ग्रह पृथ्वी के चारों ओर गैसों की एक विशाल परत फैली हुई है जिसे वायुमण्डल (Atmosphere) कहा जाता है। यह परत पृथ्वी की सतह से लेकर सैकड़ों किलोमीटर ऊपर तक विस्तृत है और यह न केवल जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक है बल्कि जलवायु, मौसम, तापमान, वर्षा और पारितंत्र को भी नियंत्रित करती है।
वायुमण्डल सूर्य से आने वाली ऊष्मा और विकिरण को अवशोषित, परावर्तित और वितरित करता है, जिससे पृथ्वी का तापीय संतुलन बना रहता है। इसके बिना जीवन असम्भव होता। वायुमण्डल पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा अपने पास रोके रखा गया है। यह स्थिर नहीं है, बल्कि निरंतर गतिशील और परिवर्तनशील है।
🌍 वायुमण्डल की परिभाषा
📚 वायुमण्डल पृथ्वी के चारों ओर गैसों, जलवाष्प, धूलकणों और अन्य सूक्ष्म कणों की वह परत है जो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण उससे जुड़ी रहती है और जीवन को अनुकूल वातावरण प्रदान करती है।
🌬️ वायुमण्डल की उत्पत्ति
पृथ्वी के निर्माण के आरम्भिक चरणों में वायुमण्डल नहीं था। लगभग 4.6 अरब वर्ष पूर्व जब पृथ्वी ठंडी होने लगी, तब इसके अंदर से निकलने वाली गैसें और जलवाष्प बाहर आकर वायुमण्डल का निर्माण करने लगीं।
📊 वायुमण्डल के विकास के तीन प्रमुख चरण माने जाते हैं:
🌋 प्राथमिक वायुमण्डल: हाइड्रोजन और हीलियम जैसी हल्की गैसों से बना।
🌬️ द्वितीयक वायुमण्डल: ज्वालामुखीय उत्सर्जन से उत्पन्न गैसों (जैसे जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड, अमोनिया) से बना।
🌿 वर्तमान वायुमण्डल: प्रकाश संश्लेषण और रासायनिक प्रतिक्रियाओं से नाइट्रोजन और ऑक्सीजन प्रधान हो गया।
🌎 वायुमण्डल का संघटन
वायुमण्डल कई गैसों, जलवाष्प और धूलकणों से मिलकर बना है। इनमें से कुछ स्थिर रहती हैं जबकि कुछ का अनुपात समय और स्थान के अनुसार बदलता रहता है।
📊 मुख्य गैसों का अनुपात (भूमि सतह से लगभग 10-15 किमी तक):
गैस प्रतिशत (%)
नाइट्रोजन (Nitrogen) 78.08
ऑक्सीजन (Oxygen) 20.95
आर्गन (Argon) 0.93
कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide) 0.04
नियॉन (Neon) 0.0018
हीलियम (Helium) 0.0005
हाइड्रोजन (Hydrogen) 0.00005
ओज़ोन (Ozone) परिवर्तनशील
जलवाष्प (Water vapour) परिवर्तनशील (0-4)
📍 मुख्य विशेषताएँ:
नाइट्रोजन पौधों के विकास और मृदा उर्वरता में सहायक।
ऑक्सीजन श्वसन और दहन के लिए आवश्यक।
कार्बन डाइऑक्साइड प्रकाश संश्लेषण और तापीय संतुलन में महत्वपूर्ण।
ओज़ोन परत हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है।
🌫️ वायुमण्डल के घटक
💧 1. जलवाष्प
जलवाष्प वायुमण्डल का महत्वपूर्ण परिवर्तनशील घटक है।
यह जलवायु, वर्षा और बादलों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जलवाष्प का अनुपात उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिक और शुष्क क्षेत्रों में कम होता है।
🌬️ 2. धूलकण
वायुमण्डल में धूलकण ज्वालामुखीय गतिविधियों, पवन, धुएँ और समुद्री छींटों से उत्पन्न होते हैं।
ये जलवाष्प के संघनन में नाभिक का कार्य करते हैं और बादलों के निर्माण में सहायक होते हैं।
☁️ वायुमण्डल की संरचना
वायुमण्डल को ऊँचाई और तापमान के आधार पर पाँच मुख्य परतों में बाँटा गया है। प्रत्येक परत की रासायनिक संरचना, घनत्व, तापमान और विशेषताएँ अलग होती हैं।
🪐 1. क्षोभमण्डल (Troposphere)
📍 ऊँचाई: भूमध्य रेखा पर लगभग 18 किमी और ध्रुवों पर लगभग 8 किमी।
📊 मुख्य विशेषताएँ:
यह वायुमण्डल की सबसे निचली और सघन परत है।
लगभग 75% गैसें और 99% जलवाष्प इसी में पाए जाते हैं।
सभी मौसम संबंधी घटनाएँ (बादल, वर्षा, आंधी, तूफान) यहीं घटित होती हैं।
तापमान ऊँचाई के साथ लगभग 6.5°C प्रति किमी की दर से घटता है।
📍 क्षोभमण्डल की ऊपरी सीमा को क्षोभरोधी (Tropopause) कहते हैं।
☁️ 2. समतापमण्डल (Stratosphere)
📍 ऊँचाई: क्षोभरोधी से लगभग 50 किमी तक।
📊 मुख्य विशेषताएँ:
इसमें तापमान ऊँचाई के साथ धीरे-धीरे बढ़ता है।
लगभग 20-30 किमी की ऊँचाई पर ओज़ोन परत पाई जाती है जो पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है।
यह परत स्थिर होती है, अतः वायुयान के लिए उपयुक्त।
📍 इसकी ऊपरी सीमा को समतापरोधी (Stratopause) कहते हैं।
🌤️ 3. मध्यमण्डल (Mesosphere)
📍 ऊँचाई: समतापरोधी से लगभग 80 किमी तक।
📊 मुख्य विशेषताएँ:
तापमान ऊँचाई के साथ पुनः घटने लगता है।
यह वायुमण्डल की सबसे ठंडी परत है (~-90°C)।
उल्कापिंड इसी परत में जलकर समाप्त हो जाते हैं।
📍 इसकी ऊपरी सीमा को मध्यरोधी (Mesopause) कहते हैं।
🔥 4. आयनमण्डल (Thermosphere / Ionosphere)
📍 ऊँचाई: मध्यरोधी से लगभग 400 किमी तक।
📊 मुख्य विशेषताएँ:
इसमें तापमान ऊँचाई के साथ तेजी से बढ़ता है (~1500°C तक)।
सूर्य की पराबैंगनी और एक्स-किरणों से वायुगैसें आयनीकृत हो जाती हैं।
यह परत रेडियो तरंगों के परावर्तन में सहायक होती है।
उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर अरोरा (Aurora) जैसी प्रकाशीय घटनाएँ यहीं होती हैं।
📍 इसकी ऊपरी सीमा को आयनरोधी (Thermopause) कहते हैं।
🌌 5. बहिर्मण्डल (Exosphere)
📍 ऊँचाई: आयनरोधी से लगभग 400 किमी से 1600 किमी या अधिक तक।
📊 मुख्य विशेषताएँ:
यह वायुमण्डल की सबसे बाहरी परत है।
गैसें अत्यंत विरल होती हैं और अंतरिक्ष में मिल जाती हैं।
हाइड्रोजन और हीलियम प्रमुख गैसें हैं।
🌍 तापमान के अनुसार वायुमण्डल का व्यवहार
वायुमण्डल में तापमान का वितरण समान नहीं है। इसकी ऊँचाई के साथ यह बदलता है।
📊 मुख्य प्रवृत्तियाँ:
क्षोभमण्डल: तापमान घटता है।
समतापमण्डल: तापमान बढ़ता है।
मध्यमण्डल: तापमान घटता है।
आयनमण्डल: तापमान बढ़ता है।
📍 इस कारण वायुमण्डल को “तापीय परतों” में भी विभाजित किया जाता है।
🌦️ वायुमण्डल का महत्त्व
🌍 वायुमण्डल पृथ्वी और जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके बिना पृथ्वी का अस्तित्व असम्भव है।
📊 प्रमुख महत्त्व:
🌬️ श्वसन और जीवन: ऑक्सीजन जीवन के लिए आवश्यक है।
🌡️ तापीय संतुलन: वायुमण्डल पृथ्वी को अत्यधिक गर्म या ठंडा होने से बचाता है।
🌦️ जलवायु और मौसम: सभी मौसमीय घटनाएँ वायुमण्डल में घटित होती हैं।
🌿 प्रकाश संश्लेषण: कार्बन डाइऑक्साइड पौधों के लिए आवश्यक है।
☀️ सूर्य विकिरण से सुरक्षा: ओज़ोन परत पराबैंगनी किरणों को रोकती है।
📡 संचार: आयनमण्डल रेडियो तरंगों के प्रसार में सहायक है।
🛰️ उल्कापिंडों से रक्षा: मध्यमण्डल में उल्कापिंड जलकर समाप्त हो जाते हैं।
🌏 वायुमण्डल की गतिशीलता और परिवर्तनशीलता
वायुमण्डल स्थिर नहीं है, बल्कि लगातार परिवर्तनशील है। इसका तापमान, दबाव, आर्द्रता, संरचना और गति बदलते रहते हैं। यह परिवर्तन जलवायु परिवर्तन, हरितगृह प्रभाव, प्रदूषण और मानव गतिविधियों से और भी प्रभावित होता है।
📍 उदाहरण:
कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा वैश्विक तापवृद्धि का कारण है।
ओज़ोन परत में छिद्र पराबैंगनी विकिरण को बढ़ा रहे हैं।
🌎 वायुमण्डल और मानव जीवन
मानव जीवन वायुमण्डल पर प्रत्यक्ष रूप से निर्भर है। स्वच्छ वायु, अनुकूल जलवायु और पर्याप्त वर्षा जीवन के लिए आवश्यक हैं। औद्योगिकीकरण और शहरीकरण ने वायुमण्डल को प्रदूषित कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप अम्लीय वर्षा, वैश्विक तापवृद्धि और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। वायुमण्डल की सुरक्षा और संतुलन बनाए रखना पृथ्वी के भविष्य के लिए आवश्यक है।
📚 2. सारांश (300 शब्द)
वायुमण्डल पृथ्वी के चारों ओर गैसों, जलवाष्प, धूलकणों और अन्य सूक्ष्म कणों की वह परत है जो जीवन को अनुकूल वातावरण प्रदान करती है। इसका निर्माण पृथ्वी के निर्माण के बाद ज्वालामुखीय उत्सर्जन और रासायनिक प्रक्रियाओं से हुआ। इसमें मुख्यतः नाइट्रोजन (78.08%), ऑक्सीजन (20.95%), आर्गन (0.93%) और कार्बन डाइऑक्साइड (0.04%) पाई जाती हैं। जलवाष्प और धूलकण जलवायु और बादलों के निर्माण में सहायक होते हैं।
वायुमण्डल को तापमान और ऊँचाई के आधार पर पाँच परतों में बाँटा गया है — क्षोभमण्डल, समतापमण्डल, मध्यमण्डल, आयनमण्डल और बहिर्मण्डल। प्रत्येक परत की विशेषताएँ भिन्न होती हैं और उनका मौसम, तापमान और विकिरण पर विशेष प्रभाव होता है। वायुमण्डल जीवन, जलवायु, पारितंत्र, प्रकाश संश्लेषण, संचार और सूर्य की हानिकारक किरणों से रक्षा में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वायुमण्डल स्थिर नहीं है, बल्कि समय, स्थान और मानव गतिविधियों के अनुसार बदलता रहता है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और ग्रीनहाउस प्रभाव इसके संतुलन को प्रभावित कर रहे हैं। वायुमण्डल का संरक्षण पृथ्वी और जीवन के लिए आवश्यक है।
⚡ त्वरित पुनरावृत्ति (100 शब्द)
वायुमण्डल पृथ्वी को घेरे गैसों की परत है जो जीवन, जलवायु और तापमान संतुलन के लिए आवश्यक है। इसमें मुख्यतः नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, आर्गन और कार्बन डाइऑक्साइड होती हैं। वायुमण्डल को क्षोभमण्डल, समतापमण्डल, मध्यमण्डल, आयनमण्डल और बहिर्मण्डल में बाँटा गया है। यह सूर्य की विकिरण से रक्षा करता है, मौसम बनाता है, श्वसन और प्रकाश संश्लेषण में सहायक है तथा संचार को संभव बनाता है। वायुमण्डल की गतिशीलता और प्रदूषण इसे प्रभावित कर रहे हैं। इसका संरक्षण जीवन के लिए अनिवार्य है।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
✨ 1. बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
🔵 प्रश्न (i): निम्नलिखित में से कौन-सी गैस वायुमंडल में सबसे अधिक मात्रा में मौजूद है?
🟢 (क) ऑक्सीजन
🔵 (ख) आर्गन
🟡 (ग) नाइट्रोजन
🟣 (घ) कार्बन डाइऑक्साइड
✅ उत्तर: 🟡 (ग) नाइट्रोजन
🟡 प्रश्न (ii): वायुमंडल का वह भाग जो मानव जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है —
🟢 (क) समतापमंडल
🔵 (ख) क्षोभमंडल
🟡 (ग) मध्यमंडल
🟣 (घ) आयनमंडल
✅ उत्तर: 🔵 (ख) क्षोभमंडल
🟢 प्रश्न (iii): समुद्री नमक, धूल, राख, सूर्य की किरणें, महीन मिट्टी — किससे संबंधित हैं?
🟢 (क) गैस
🔵 (ख) जलवाष्प
🟡 (ग) धूलकण
🟣 (घ) उत्सर्जन
✅ उत्तर: 🟡 (ग) धूलकण
🟣 प्रश्न (iv): निम्नलिखित में से कितनी ऊँचाई तक ऑक्सीजन की मात्रा पाई जाती है?
🟢 (क) 90 कि.मी.
🔵 (ख) 100 कि.मी.
🟡 (ग) 120 कि.मी.
🟣 (घ) 150 कि.मी.
✅ उत्तर: 🔵 (ख) 100 कि.मी.
🌍 प्रश्न (v): निम्नलिखित में से कौन-सी गैस रासायनिक एवं पारभौतिक विकिरण के लिए अपरिहार्य है?
🟢 (क) ऑक्सीजन
🔵 (ख) नाइट्रोजन
🟡 (ग) हीलियम
🟣 (घ) कार्बन डाइऑक्साइड
✅ उत्तर: 🟣 (घ) कार्बन डाइऑक्साइड
✏️ 2. लघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 30 शब्दों में)
🌍 प्रश्न (i): वायुमंडल से आप क्या समझते हैं?
🌱 उत्तर: वायुमंडल पृथ्वी को चारों ओर से घेरे गैसों, धूलकणों, जलवाष्प और अन्य तत्वों की पतली परत है, जो पृथ्वी पर जीवन को संभव बनाती है और मौसम एवं जलवायु को प्रभावित करती है।
🌋 प्रश्न (ii): मौसम एवं जलवायु के तत्व कौन-कौन से हैं?
🌱 उत्तर: मौसम और जलवायु के प्रमुख तत्व हैं — तापमान, वायु दाब, आर्द्रता, वर्षा, वायु गति एवं दिशा, बादल, सौर विकिरण और वायुमंडलीय परिस्थितियाँ।
🌏 प्रश्न (iii): वायुमंडलीय संरचना के बारे में लिखिए।
🌱 उत्तर: वायुमंडल को ऊँचाई के आधार पर पाँच परतों में बाँटा गया है — क्षोभमंडल, समतापमंडल, मध्यमंडल, आयनमंडल और बाह्यमंडल। प्रत्येक परत की संरचना, घनत्व, तापमान और कार्य भिन्न होते हैं।
🌱 प्रश्न (iv): वायुमंडल की सभी परतों में क्षोभमंडल सबसे अधिक महत्वपूर्ण क्यों है?
🌱 उत्तर: क्षोभमंडल सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें लगभग समस्त जलवाष्प और बादल पाए जाते हैं, यहीं मौसम की सभी घटनाएँ घटित होती हैं और यह सीधे जीवन को प्रभावित करता है।
🪐 3. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (लगभग 150 शब्दों में)
🌍 प्रश्न (i): वायुमंडल के संघटन की व्याख्या कीजिए।
🌱 उत्तर: वायुमंडल गैसों, जलवाष्प, धूलकण और अन्य तत्वों का मिश्रण है। इसमें लगभग 78% नाइट्रोजन, 21% ऑक्सीजन, 0.93% आर्गन, 0.03% कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य गैसें सूक्ष्म मात्रा में पाई जाती हैं। जलवाष्प और धूलकण भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। नाइट्रोजन पौधों के विकास में सहायक है, ऑक्सीजन श्वसन के लिए आवश्यक है और कार्बन डाइऑक्साइड पौधों के लिए प्रकाश संश्लेषण का आधार है। धूलकण वर्षा की बूंदों के संघनन में सहायक होते हैं। गैसों का वितरण ऊँचाई के साथ बदलता है — क्षोभमंडल में गैसों का घनत्व अधिक होता है और ऊँचाई पर धीरे-धीरे कम होता जाता है।
🌋 प्रश्न (ii): वायुमंडल की संरचना का चित्र बनाइए और उसका वर्णन कीजिए।
🌱 उत्तर: वायुमंडल को पाँच प्रमुख परतों में विभाजित किया गया है:
क्षोभमंडल (0-12 कि.मी.): मौसम की घटनाएँ, बादल और जलवाष्प यहीं होते हैं।
समतापमंडल (12-50 कि.मी.): ओज़ोन परत सूर्य की पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है।
मध्यमंडल (50-80 कि.मी.): तापमान घटता है और उल्कापिंड जल जाते हैं।
आयनमंडल (80-400 कि.मी.): रेडियो तरंगों का परावर्तन और आयनीकरण होता है।
बाह्यमंडल (400 कि.मी. से ऊपर): यहाँ गैसें अत्यधिक विरल होती हैं।
यह संरचना पृथ्वी पर जीवन, जलवायु और संचार तंत्र के लिए अत्यंत आवश्यक है।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🌏 खण्ड A — वस्तुनिष्ठ प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक)
🔵 प्रश्न 1: वायुमंडल मुख्यतः किससे निर्मित है?
🟢 1️⃣ गैसों, जलवाष्प, धूलकणों और सूक्ष्म कणों से
🔴 2️⃣ केवल गैसों से
🟡 3️⃣ केवल जलवाष्प से
🔴 4️⃣ केवल धूलकणों से
✔️ उत्तर: गैसों, जलवाष्प, धूलकणों और सूक्ष्म कणों से
🟡 प्रश्न 2: वायुमंडल में सर्वाधिक मात्रा में पाई जाने वाली गैस कौन-सी है?
🟢 1️⃣ नाइट्रोजन
🔴 2️⃣ ऑक्सीजन
🟡 3️⃣ कार्बन डाइऑक्साइड
🔴 4️⃣ हीलियम
✔️ उत्तर: नाइट्रोजन
🔴 प्रश्न 3: वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा लगभग कितनी होती है?
🟢 1️⃣ लगभग 21%
🔴 2️⃣ लगभग 78%
🟡 3️⃣ लगभग 0.03%
🔴 4️⃣ लगभग 1%
✔️ उत्तर: लगभग 21%
🟢 प्रश्न 4: वायुमंडल की सबसे निचली परत कौन-सी है?
🟢 1️⃣ क्षोभमंडल
🔴 2️⃣ समतापमंडल
🟡 3️⃣ मध्य मण्डल
🔴 4️⃣ तापमंडल
✔️ उत्तर: क्षोभमंडल
🔵 प्रश्न 5: समतापमंडल की प्रमुख विशेषता क्या है?
🟢 1️⃣ इसमें ओज़ोन परत होती है
🔴 2️⃣ इसमें मौसम परिवर्तन होते हैं
🟡 3️⃣ इसमें तापमान बहुत कम होता है
🔴 4️⃣ इसमें तूफान बनते हैं
✔️ उत्तर: इसमें ओज़ोन परत होती है
🟡 प्रश्न 6: क्षोभमंडल में ऊँचाई के साथ तापमान —
🟢 1️⃣ घटता है
🔴 2️⃣ बढ़ता है
🟡 3️⃣ स्थिर रहता है
🔴 4️⃣ पहले घटता फिर बढ़ता है
✔️ उत्तर: घटता है
🔴 प्रश्न 7: समतापमंडल में ऊँचाई के साथ तापमान —
🟢 1️⃣ बढ़ता है
🔴 2️⃣ घटता है
🟡 3️⃣ स्थिर रहता है
🔴 4️⃣ पहले घटता फिर स्थिर रहता है
✔️ उत्तर: बढ़ता है
🟢 प्रश्न 8: वायुमंडल की कौन-सी परत रेडियो तरंगों को परावर्तित करती है?
🟢 1️⃣ आयनमंडल
🔴 2️⃣ क्षोभमंडल
🟡 3️⃣ समतापमंडल
🔴 4️⃣ बहिर्मंडल
✔️ उत्तर: आयनमंडल
🔵 प्रश्न 9: पृथ्वी के मौसम और जलवायु संबंधी घटनाएँ किस परत में होती हैं?
🟢 1️⃣ क्षोभमंडल
🔴 2️⃣ समतापमंडल
🟡 3️⃣ मध्य मण्डल
🔴 4️⃣ तापमंडल
✔️ उत्तर: क्षोभमंडल
🟡 प्रश्न 10: वायुमंडल का लगभग 99% द्रव्यमान कितनी ऊँचाई तक केंद्रित होता है?
🟢 1️⃣ लगभग 32 किमी
🔴 2️⃣ लगभग 100 किमी
🟡 3️⃣ लगभग 50 किमी
🔴 4️⃣ लगभग 70 किमी
✔️ उत्तर: लगभग 32 किमी
🔴 प्रश्न 11: ओज़ोन परत किसे अवशोषित करती है?
🟢 1️⃣ पराबैंगनी विकिरण
🔴 2️⃣ अवरक्त विकिरण
🟡 3️⃣ दृश्य प्रकाश
🔴 4️⃣ गामा किरणें
✔️ उत्तर: पराबैंगनी विकिरण
🟢 प्रश्न 12: वायुमंडल की सबसे बाहरी परत कौन-सी है?
🟢 1️⃣ बहिर्मंडल
🔴 2️⃣ आयनमंडल
🟡 3️⃣ समतापमंडल
🔴 4️⃣ मध्य मण्डल
✔️ उत्तर: बहिर्मंडल
🧭 खण्ड B — लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 2 अंक)
🔵 प्रश्न 13: वायुमंडल क्या है?
🟢 उत्तर: वायुमंडल पृथ्वी को चारों ओर से घेरने वाली गैसों, जलवाष्प, धूलकणों और सूक्ष्म कणों की परत है जो जीवन के लिए आवश्यक है।
🟡 प्रश्न 14: वायुमंडल में नाइट्रोजन की भूमिका क्या है?
🟢 उत्तर: नाइट्रोजन पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक प्रोटीन बनाने में सहायक होती है और वायुमंडल में स्थिरता बनाए रखती है।
🔴 प्रश्न 15: ऑक्सीजन वायुमंडल में क्यों महत्वपूर्ण है?
🟢 उत्तर: ऑक्सीजन श्वसन और दहन प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है तथा यह पृथ्वी पर जीवन को संभव बनाती है।
🟢 प्रश्न 16: कार्बन डाइऑक्साइड की भूमिका बताइए।
🟢 उत्तर: कार्बन डाइऑक्साइड प्रकाश संश्लेषण में आवश्यक है और यह ग्रीनहाउस प्रभाव द्वारा तापमान संतुलन बनाए रखती है।
🔵 प्रश्न 17: जलवाष्प की भूमिका क्या है?
🟢 उत्तर: जलवाष्प बादलों, वर्षा और मौसमीय घटनाओं में योगदान करती है तथा तापमान को नियंत्रित करती है।
🟡 प्रश्न 18: क्षोभमंडल की दो विशेषताएं लिखिए।
🟢 उत्तर: (1) यह वायुमंडल की सबसे निचली और घनी परत है। (2) सभी मौसम संबंधी घटनाएं इसी में घटित होती हैं।
🔴 प्रश्न 19: समतापमंडल का महत्त्व लिखिए।
🟢 उत्तर: समतापमंडल में ओज़ोन परत होती है जो पराबैंगनी विकिरण को अवशोषित कर जीवन की रक्षा करती है।
🟢 प्रश्न 20: आयनमंडल क्यों महत्वपूर्ण है?
🟢 उत्तर: आयनमंडल रेडियो तरंगों को परावर्तित करता है जिससे दूर संचार संभव होता है और यह अंतरिक्षीय विकिरण को भी अवशोषित करता है।
🌍 खण्ड C — मध्यम उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 4 अंक)
🔵 प्रश्न 21: वायुमंडल की संरचना का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: वायुमंडल पृथ्वी के चारों ओर गैसों, जलवाष्प और धूलकणों की परत है, जिसे पाँच मुख्य परतों में बाँटा गया है —
क्षोभमंडल: लगभग 0-12 किमी तक, मौसमीय घटनाएं यहीं घटित होती हैं।
समतापमंडल: 12-50 किमी तक, ओज़ोन परत यहीं होती है।
मध्य मण्डल: 50-80 किमी तक, उल्कापिंड यहीं जलते हैं।
तापमंडल: 80-400 किमी तक, आयनमंडल इसी में होता है।
बहिर्मंडल: 400 किमी से ऊपर, धीरे-धीरे अंतरिक्ष में विलीन हो जाता है।
🟡 प्रश्न 22: वायुमंडल में पाई जाने वाली प्रमुख गैसों और उनकी मात्रा लिखिए।
🟢 उत्तर: वायुमंडल में कई गैसें होती हैं, जिनमें प्रमुख हैं —
नाइट्रोजन (N₂): लगभग 78% — वायुमंडल की स्थिरता बनाए रखती है।
ऑक्सीजन (O₂): लगभग 21% — श्वसन और दहन के लिए आवश्यक।
आर्गन: लगभग 0.93% — निष्क्रिय गैस।
कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂): लगभग 0.03% — प्रकाश संश्लेषण और ग्रीनहाउस प्रभाव में सहायक।
अन्य गैसें: नियॉन, हीलियम, हाइड्रोजन आदि बहुत अल्प मात्रा में।
🔴 प्रश्न 23: क्षोभमंडल और समतापमंडल में मुख्य अंतर स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
क्षोभमंडल: वायुमंडल की सबसे निचली परत (0-12 किमी) है। इसमें तापमान ऊँचाई के साथ घटता है और सभी मौसम संबंधी घटनाएं यहीं होती हैं।
समतापमंडल: क्षोभमंडल के ऊपर (12-50 किमी) स्थित है। यहाँ तापमान ऊँचाई के साथ बढ़ता है और ओज़ोन परत सूर्य के पराबैंगनी विकिरण को अवशोषित करती है।
क्षोभमंडल गतिशील है जबकि समतापमंडल अपेक्षाकृत स्थिर होता है।
🟢 प्रश्न 24: वायुमंडल में जलवाष्प और धूलकणों का महत्त्व बताइए।
🟢 उत्तर:
जलवाष्प: बादल, कोहरा और वर्षा का निर्माण करती है। यह ग्रीनहाउस प्रभाव में योगदान देती है और तापमान संतुलन बनाए रखती है।
धूलकण: जलवाष्प के संघनन के लिए नाभिक का कार्य करते हैं और बादलों के निर्माण में सहायक होते हैं। वे सूर्य के विकिरण को बिखराकर तापमान को नियंत्रित करते हैं।
दोनों घटक मौसम, वर्षा और ऊर्जा संतुलन को प्रभावित करते हैं।
🔵 प्रश्न 25: ओज़ोन परत का महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर: ओज़ोन परत समतापमंडल में लगभग 20-30 किमी ऊँचाई पर स्थित होती है। यह सूर्य के हानिकारक पराबैंगनी विकिरण को अवशोषित करती है, जिससे जीवधारियों को आनुवंशिक क्षति और त्वचा रोगों से बचाव होता है। ओज़ोन परत पृथ्वी पर जीवन को संभव बनाती है और जलवायु संतुलन बनाए रखती है। इसका क्षरण ‘ओज़ोन छिद्र’ जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
🟡 प्रश्न 26: आयनमंडल की विशेषताएं और उपयोग बताइए।
🟢 उत्तर: आयनमंडल तापमंडल का भाग है और लगभग 80-400 किमी ऊँचाई पर स्थित होता है। इसमें सौर विकिरण से गैसें आयनित होकर विद्युत आवेशित हो जाती हैं।
यह रेडियो तरंगों को परावर्तित करता है जिससे लंबी दूरी का संचार संभव होता है।
यह सौर और ब्रह्मांडीय विकिरण को अवशोषित कर पृथ्वी को सुरक्षित रखता है।
उपग्रह संचार और नेविगेशन प्रणालियों में भी इसका महत्त्वपूर्ण उपयोग होता है।
🏞️ खण्ड D — विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 4.5 अंक)
🔴 प्रश्न 27: वायुमंडल की संरचना का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: वायुमंडल पृथ्वी को चारों ओर से घेरे हुए गैसों की परत है, जो कई स्तरों में विभाजित है —
क्षोभमंडल (0-12 किमी): मौसम, वर्षा, बादल और तूफान यहीं बनते हैं।
समतापमंडल (12-50 किमी): ओज़ोन परत यहीं स्थित है जो पराबैंगनी विकिरण को अवशोषित करती है।
मध्य मण्डल (50-80 किमी): यहाँ उल्कापिंड जल जाते हैं।
तापमंडल (80-400 किमी): आयनमंडल इसी में स्थित है, रेडियो संचार में सहायक।
बहिर्मंडल (400 किमी से ऊपर): यहाँ वायुमंडलीय अणु बहुत कम घनत्व में पाए जाते हैं और यह धीरे-धीरे अंतरिक्ष में विलीन हो जाता है।
इन परतों का समुच्चय पृथ्वी पर जीवन और जलवायु को बनाए रखता है।
🟢 प्रश्न 28: वायुमंडल के संघटन में उपस्थित गैसों की भूमिका और उनके महत्त्व की व्याख्या कीजिए।
🟢 उत्तर: वायुमंडल में पाई जाने वाली गैसें पृथ्वी पर जीवन और जलवायु के लिए अत्यंत आवश्यक हैं —
नाइट्रोजन (78%): पौधों में प्रोटीन निर्माण में सहायक।
ऑक्सीजन (21%): श्वसन और दहन के लिए आवश्यक।
कार्बन डाइऑक्साइड: प्रकाश संश्लेषण और तापमान संतुलन में सहायक।
आर्गन और अन्य गैसें: वायुमंडल को स्थिर बनाए रखती हैं।
इनके अतिरिक्त जलवाष्प और धूलकण भी वर्षा, तापमान और जलवायु पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। इन सभी घटकों के बिना जीवन संभव नहीं है।
🔵 प्रश्न 29: वायुमंडल का पृथ्वी के जलवायु तंत्र में योगदान स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर: वायुमंडल पृथ्वी के जलवायु तंत्र में प्रमुख भूमिका निभाता है —
यह सूर्य के विकिरण को नियंत्रित कर तापमान संतुलन बनाए रखता है।
जलवाष्प, बादल और वर्षा द्वारा जलचक्र को संचालित करता है।
गैसों और धूलकणों के कारण ग्रीनहाउस प्रभाव जीवन के लिए अनुकूल तापमान बनाए रखता है।
वायुमंडलीय परिसंचरण ऊर्जा और आर्द्रता का वैश्विक वितरण करता है।
ओज़ोन परत जीवों को हानिकारक विकिरणों से बचाती है।
इस प्रकार वायुमंडल जलवायु के निर्माण और पृथ्वी पर जीवन के संरक्षण के लिए अनिवार्य है।
🟡 प्रश्न 30: वायुमंडल में प्रदूषण के प्रभाव और उससे निपटने के उपायों का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: वायुमंडल में प्रदूषण औद्योगिक उत्सर्जन, वाहन धुआं और कृषि गतिविधियों से उत्पन्न होता है। इसके प्रमुख प्रभाव हैं —
ग्रीनहाउस प्रभाव और वैश्विक तापन।
ओज़ोन परत का क्षरण।
अम्लीय वर्षा और पारिस्थितिकी असंतुलन।
श्वसन संबंधी रोगों में वृद्धि।
उपाय:
स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों का उपयोग।
वाहनों और उद्योगों से उत्सर्जन नियंत्रण।
वृक्षारोपण और वनों का संरक्षण।
अंतरराष्ट्रीय समझौते जैसे ‘क्योटो प्रोटोकॉल’ और ‘पेरिस समझौता’।
इन उपायों से वायुमंडल को सुरक्षित रखकर पृथ्वी पर जीवन को संरक्षित किया जा सकता है।
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मस्तिष्क मानचित्र
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दृश्य सामग्री
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