Class 11 : Geography (In Hindi) – Lesson 4. महासागरों और महाद्वीपों का वितरण
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🌎 प्रस्तावना
पृथ्वी की सतह पर जल और स्थल का वितरण एक समान नहीं है। लगभग 71% भाग पर जल (महासागर) तथा लगभग 29% भाग पर स्थल (महाद्वीप) पाया जाता है। महासागर और महाद्वीपों का यह असमान वितरण न केवल पृथ्वी के भूगोल (Geography) का मूल आधार है, बल्कि जलवायु, पारितंत्र, वायुमण्डलीय परिसंचरण, जीवन-क्षेत्रों, समुद्री धाराओं और मानव सभ्यता की उत्पत्ति एवं विकास को भी गहराई से प्रभावित करता है।
पृथ्वी के जल और स्थल का वर्तमान विन्यास अरबों वर्षों में भूगर्भीय प्रक्रियाओं, महाद्वीपीय विस्थापन (Continental Drift), प्लेट विवर्तनिकी (Plate Tectonics), ज्वालामुखीय गतिविधियों और अपरदन-अपसादन जैसी भूवैज्ञानिक शक्तियों के कारण बना है। यह अध्याय पृथ्वी पर महासागरों और महाद्वीपों के वितरण के ऐतिहासिक विकास, वर्तमान संरचना और उनके भौगोलिक महत्त्व का अध्ययन करता है।
🌍 पृथ्वी की सतह पर जल और स्थल का अनुपात
🌊 पृथ्वी की कुल सतह लगभग 510 मिलियन वर्ग किलोमीटर है, जिसमें से:
🌊 जल क्षेत्र (महासागर, सागर, झीलें आदि): लगभग 361 मिलियन वर्ग किमी (71%)
🏞️ स्थल क्षेत्र (महाद्वीप और द्वीप): लगभग 149 मिलियन वर्ग किमी (29%)
📊 यह वितरण गोलार्धों में भी समान नहीं है:
उत्तरी गोलार्ध: स्थल प्रधान (लगभग 61% स्थल)
दक्षिणी गोलार्ध: जल प्रधान (लगभग 81% जल)
🌎 महाद्वीपों और महासागरों की उत्पत्ति
पृथ्वी की सतह पर जल और स्थल का वितरण स्थिर नहीं रहा है। भूवैज्ञानिक इतिहास में यह लगातार परिवर्तित होता रहा है।
🌍 प्राचीन महाद्वीपीय सिद्धांत (पैंजिया सिद्धांत)
🔬 जर्मन भूवैज्ञानिक अल्फ्रेड वेगेनर ने 1912 में महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत (Continental Drift Theory) प्रस्तुत किया। इसके अनुसार:
लगभग 250 मिलियन वर्ष पूर्व पृथ्वी पर सभी महाद्वीप एक साथ जुड़े हुए थे और एक महाखण्ड पैंजिया (Pangaea) बनाते थे।
इसे चारों ओर से एक विशाल महासागर पैंथालासा (Panthalassa) ने घेरा हुआ था।
पैंजिया दो भागों में विभाजित हुआ:
लॉरेशिया (Laurasia): उत्तरी भाग
गोंडवाना (Gondwana): दक्षिणी भाग
समय के साथ ये भाग और छोटे टुकड़ों में बँटकर आज के महाद्वीप बने।
🌍 वर्तमान महाद्वीप
पृथ्वी पर वर्तमान में 7 प्रमुख महाद्वीप पाए जाते हैं। ये स्थलरूप, जलवायु, जनसंख्या, और पारितंत्र में एक-दूसरे से भिन्न हैं।
🏔️ 1. एशिया
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 44 मिलियन वर्ग किमी (सबसे बड़ा महाद्वीप)
📍 स्थिति: पूर्वी और उत्तरी गोलार्ध में।
🌏 विशेषताएँ:
जनसंख्या में सर्वाधिक (~60% विश्व जनसंख्या)।
विशाल पर्वत श्रृंखलाएँ (हिमालय), रेगिस्तान (गोबी), और पठार (तिब्बती पठार)।
विश्व की प्रमुख सभ्यताओं (सिन्धु, ह्वांग-हो, टिगरिस-यूफ्रेटीज़) का उद्गम स्थल।
🌍 2. अफ्रीका
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 30 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: भूमध्य रेखा को लगभग बराबर बाँटता है।
🌏 विशेषताएँ:
मानव जाति का उद्गम स्थल।
विशाल रेगिस्तान (सहारा), नदी प्रणालियाँ (नील, कांगो) और वर्षावन (कांगो बेसिन)।
प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध।
🌎 3. उत्तरी अमेरिका
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 24 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: पूरी तरह उत्तरी गोलार्ध में।
🌏 विशेषताएँ:
विविध भौगोलिक संरचनाएँ — रॉकी पर्वत, ग्रेट प्लेन्स, मिसिसिपी नदी।
विश्व की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था।
हिमनद झीलों और विस्तृत नदियों की उपस्थिति।
🌍 4. दक्षिणी अमेरिका
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 17.8 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: अधिकांश भाग दक्षिणी गोलार्ध में।
🌏 विशेषताएँ:
अमेज़न वर्षावन और नदी विश्व में सबसे विशाल।
एंडीज़ पर्वत श्रृंखला विश्व की सबसे लम्बी पर्वत श्रृंखला।
जैव विविधता में अत्यंत समृद्ध।
🌏 5. अंटार्कटिका
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 14 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: दक्षिण ध्रुव के चारों ओर।
🌏 विशेषताएँ:
लगभग पूरी तरह बर्फ से ढका (~90% बर्फ)।
कोई स्थायी जनसंख्या नहीं।
वैज्ञानिक अनुसंधान हेतु महत्वपूर्ण महाद्वीप।
🌍 6. यूरोप
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 10.2 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: उत्तरी गोलार्ध में।
🌏 विशेषताएँ:
औद्योगिक क्रांति और आधुनिक सभ्यता का जन्मस्थान।
अपेक्षाकृत छोटा परन्तु जनसंख्या सघन।
राजनीतिक और आर्थिक दृष्टि से प्रभावशाली।
🌏 7. ऑस्ट्रेलिया
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 8.5 मिलियन वर्ग किमी (सबसे छोटा महाद्वीप)
📍 स्थिति: दक्षिणी और पूर्वी गोलार्ध में।
🌏 विशेषताएँ:
प्राचीन भूगर्भीय संरचना।
विशिष्ट जैव विविधता और स्थलरूप।
आर्थिक रूप से विकसित परन्तु जनसंख्या कम।
🌊 प्रमुख महासागर
पृथ्वी पर पाँच प्रमुख महासागर पाए जाते हैं जो आपस में जुड़े हुए हैं और एक विशाल जलमण्डल बनाते हैं।
🌊 1. प्रशान्त महासागर
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 165 मिलियन वर्ग किमी (सबसे बड़ा)
📍 स्थिति: एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के बीच।
🌏 विशेषताएँ:
सबसे गहरा (मैरीआना गर्त ~11022 मीटर)।
विशाल द्वीप श्रृंखलाएँ और ज्वालामुखीय चाप।
‘रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र भूकम्प और ज्वालामुखीय गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध।
🌊 2. अटलांटिक महासागर
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 106 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका के बीच।
🌏 विशेषताएँ:
सबसे अधिक नौवहन मार्गों वाला महासागर।
मध्य-अटलांटिक पर्वतमाला यहाँ से गुजरती है।
तटरेखा अत्यधिक खण्डित — प्राकृतिक बन्दरगाहों की अधिकता।
🌊 3. हिन्द महासागर
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 73 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका से घिरा।
🌏 विशेषताएँ:
एकमात्र महासागर जिसका नाम एक देश (भारत) पर है।
मानसूनी पवनों से प्रभावित जलधाराएँ।
व्यापारिक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण।
🌊 4. दक्षिणी महासागर
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 20 मिलियन वर्ग किमी
📍 स्थिति: अंटार्कटिका को चारों ओर से घेरता है।
🌏 विशेषताएँ:
ठण्डे तापमान और तेज़ वायुमण्डलीय परिसंचरण।
वैश्विक तापमान नियमन में महत्वपूर्ण भूमिका।
जीव संसाधनों से समृद्ध (जैसे क्रिल मछली)।
🌊 5. आर्कटिक महासागर
🌐 क्षेत्रफल: लगभग 14 मिलियन वर्ग किमी (सबसे छोटा)
📍 स्थिति: उत्तरी ध्रुव के चारों ओर।
🌏 विशेषताएँ:
अधिकांश भाग वर्षभर बर्फ से ढका।
जलवायु परिवर्तन के प्रति अत्यधिक संवेदनशील।
तेल, गैस और खनिज संसाधनों की प्रचुरता।
🌍 महासागरों और महाद्वीपों के वितरण का महत्त्व
🌎 महासागरों और महाद्वीपों का वितरण पृथ्वी की अनेक भौगोलिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है:
🌡️ जलवायु और तापमान वितरण: महासागरीय धाराएँ तापीय संतुलन बनाए रखती हैं।
🌊 वायुमण्डलीय परिसंचरण: महासागर जलवाष्प प्रदान करते हैं जिससे वर्षा होती है।
🐠 जैव विविधता: महासागर और स्थल विभिन्न पारितंत्रों के आधार हैं।
🚢 परिवहन और व्यापार: महासागर प्रमुख नौवहन मार्ग प्रदान करते हैं।
🏙️ मानव सभ्यता: सभी प्राचीन सभ्यताएँ नदी घाटियों और तटीय क्षेत्रों में विकसित हुईं।
🌍 भूगर्भीय प्रक्रियाएँ: स्थल और जल की स्थिति प्लेट विवर्तनिकी और पर्वतनिर्माण को प्रभावित करती है।
🌏 भविष्य में स्थल और जल का वितरण
🌋 प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत के अनुसार महाद्वीप निरंतर गति कर रहे हैं (~2-5 सेमी प्रति वर्ष)। अगले 25-30 करोड़ वर्षों में वे फिर से एक नए महाखण्ड में जुड़ सकते हैं जिसे वैज्ञानिक पैंजिया प्रोएक्सिमा (Pangaea Proxima) कहते हैं। यह दर्शाता है कि स्थल और जल का वितरण गतिशील है और भविष्य में भी बदलता रहेगा।
📚 2. सारांश (300 शब्द)
पृथ्वी की सतह पर जल और स्थल का वितरण असमान है। लगभग 71% भाग पर महासागर और 29% भाग पर महाद्वीप पाए जाते हैं। भूवैज्ञानिक इतिहास में सभी महाद्वीप एक साथ जुड़े हुए थे, जिन्हें पैंजिया कहा जाता था, जो बाद में टूटकर वर्तमान महाद्वीप बने। वर्तमान में सात महाद्वीप — एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, अंटार्कटिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया — और पाँच प्रमुख महासागर — प्रशान्त, अटलांटिक, हिन्द, दक्षिणी और आर्कटिक — पाए जाते हैं।
महासागरों और महाद्वीपों का वितरण पृथ्वी की जलवायु, वायुमण्डलीय परिसंचरण, पारितंत्र, जैव विविधता, परिवहन, व्यापार और मानव सभ्यता को प्रभावित करता है। महासागर तापीय संतुलन बनाए रखते हैं, वर्षा उत्पन्न करते हैं और पारिस्थितिकीय सेवाएँ प्रदान करते हैं। महाद्वीप प्राकृतिक संसाधनों, कृषि, उद्योग और मानव आवास के लिए आवश्यक हैं। प्लेट विवर्तनिकी के कारण भविष्य में स्थल और जल का वितरण पुनः परिवर्तित हो सकता है।
⚡ त्वरित पुनरावृत्ति (100 शब्द)
पृथ्वी की सतह पर जल लगभग 71% और स्थल लगभग 29% भाग घेरते हैं। सभी महाद्वीप पूर्व में एक साथ पैंजिया के रूप में जुड़े थे, जो समय के साथ विभाजित होकर वर्तमान सात महाद्वीपों और पाँच महासागरों में बदल गए। महासागर जलवायु, तापमान, वर्षा और पारितंत्र को प्रभावित करते हैं, जबकि महाद्वीप मानव सभ्यता और संसाधनों के आधार हैं। प्लेट विवर्तनिकी के कारण इनका वितरण स्थायी नहीं है और भविष्य में फिर परिवर्तन संभव है।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
✨ 1. बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
🔵 प्रश्न (i): निम्न में से किसने सर्वप्रथम यूरोप, अफ्रीका व अमेरिका के साथ पृथ्वी के जुड़ाव की संभावना व्यक्त की?
🟢 (क) अल्फ्रेड वेगनर
🔵 (ख) अलेक्ज़ांडर वॉन हम्बोल्ट
🟡 (ग) एंटोनियो स्नाइडर
🟣 (घ) एब्द्रिड वेदरलैंड
✅ उत्तर: 🟢 (क) अल्फ्रेड वेगनर
🟡 प्रश्न (ii): पोलर फ्लिंग बल (Polar Fleeing Force) निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
🟢 (क) पृथ्वी का परिक्रमण
🔵 (ख) पृथ्वी का घूर्णन
🟡 (ग) गुरुत्वाकर्षण
🟣 (घ) अपकेंद्रीय बल
✅ उत्तर: 🔵 (ख) पृथ्वी का घूर्णन
🟢 प्रश्न (iii): निम्नलिखित में से कौन सी लघु प्लेट नहीं है?
🟢 (क) नज़का
🔵 (ख) फिलिपीन
🟡 (ग) अरबी
🟣 (घ) अंटार्कटिक
✅ उत्तर: 🟣 (घ) अंटार्कटिक
🟣 प्रश्न (iv): महासागरीय विस्तार सिद्धांत की व्याख्या करते हुए हेस ने निम्न में से किस अवलोकन पर विचार नहीं किया?
🟢 (क) मध्य-महासागरीय कटकों के साथ ज्वालामुखीय क्रियाएँ
🔵 (ख) महासागरीय तल की खाइयों में समानांतर चुंबकीय क्षेत्र की रेखाओं का होना
🟡 (ग) विभिन्न महाद्वीपों में जीवाश्मों का वितरण
🟣 (घ) महासागरीय तल की खाइयों की आयु
✅ उत्तर: 🟡 (ग) विभिन्न महाद्वीपों में जीवाश्मों का वितरण
🌍 प्रश्न (v): हिमालय पर्वतों के साथ भारतीय प्लेट की सीमा किस प्रकार की प्लेट सीमा है?
🟢 (क) महासागरीय-महाद्वीपीय अभिसरण
🔵 (ख) अपसारी सीमा
🟡 (ग) रूपांतर सीमा
🟣 (घ) महाद्वीपीय-महाद्वीपीय अभिसरण
✅ उत्तर: 🟣 (घ) महाद्वीपीय-महाद्वीपीय अभिसरण
✏️ 2. लघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 30 शब्दों में)
🌍 प्रश्न (i): महाद्वीपों के प्रवाह के लिए वेगनर ने निम्नलिखित में से किन बलों का उल्लेख किया?
🌱 उत्तर: वेगनर ने महाद्वीपीय प्रवाह के लिए दो मुख्य बलों का उल्लेख किया — पोलर फ्लिंग बल (पृथ्वी के घूर्णन से उत्पन्न अपकेंद्रीय बल) और ज्वार-भाटा बल (सूर्य और चंद्रमा के आकर्षण से उत्पन्न)।
🌋 प्रश्न (ii): मेंटल में संचार धाराओं का होना और न रहना क्या दर्शाता है?
🌱 उत्तर: मेंटल में संचार धाराओं का होना प्लेट विवर्तनिकी के लिए ऊर्जा स्रोत है, जो प्लेटों को गति देता है। इसका अभाव प्लेटों की गति में कमी या समाप्ति को दर्शाता है।
🌏 प्रश्न (iii): प्लेट सीमा पर अपसारी, अभिसारी और रूपांतर सीमा का क्या अर्थ है?
🌱 उत्तर: अपसारी सीमा पर प्लेटें दूर होती हैं, अभिसारी सीमा पर आपस में टकराती हैं और रूपांतर सीमा पर समानांतर दिशा में एक-दूसरे के सापेक्ष खिसकती हैं।
🌱 प्रश्न (iv): रेखनर टाइप के निर्माण की प्रक्रिया भारतीय स्थलखंड से कैसे संबंधित थी?
🌱 उत्तर: रेखनर टाइप के अनुसार भारत गोंडवाना स्थलखंड का हिस्सा था, जो प्लेट गति के कारण उत्तर दिशा में खिसकते हुए यूरेशियाई प्लेट से टकराया और हिमालय का निर्माण हुआ।
🪐 3. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (लगभग 150 शब्दों में)
🌍 प्रश्न (i): महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत के पक्ष में दिए गए प्रमाणों का वर्णन करें।
🌱 उत्तर: अल्फ्रेड वेगनर के महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत के समर्थन में अनेक प्रमाण प्रस्तुत किए गए। भू-आकृतिक प्रमाणों में अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के तटों का मेल शामिल है। जीवाश्म प्रमाणों में ग्लॉसोप्टरिस वनस्पति और मेसोसॉरस जीवाश्मों का दोनों महाद्वीपों में पाया जाना महत्वपूर्ण है। भूवैज्ञानिक प्रमाणों में समान आयु और प्रकृति की चट्टान संरचनाएँ शामिल हैं। हिमनद प्रमाणों में दक्षिणी गोलार्ध के विभिन्न महाद्वीपों पर समान हिमनद अवशेषों का पाया जाना उल्लेखनीय है। इसके अतिरिक्त, पर्वत श्रृंखलाओं और खनिज पट्टियों की समानता भी इस सिद्धांत को समर्थन देती है। इन सभी प्रमाणों से यह स्पष्ट होता है कि महाद्वीप एक समय में जुड़े हुए थे और धीरे-धीरे अलग हुए।
🌋 प्रश्न (ii): महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत और प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत में मुख्य अंतर बताइए।
🌱 उत्तर: महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत के अनुसार महाद्वीप पृथ्वी की पर्पटी पर तैरते हुए अपनी स्थिति बदलते हैं। यह सिद्धांत प्लेटों के गठन और गति के कारणों को स्पष्ट नहीं करता। दूसरी ओर, प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत संपूर्ण लिथोस्फीयर को कई प्लेटों में विभाजित मानता है जो मेंटल की संचार धाराओं के कारण गतिशील होती हैं। प्लेट विवर्तनिकी न केवल महाद्वीपों की गति को समझाता है, बल्कि भूकम्प, ज्वालामुखी, पर्वत निर्माण और महासागरीय विस्तार जैसी घटनाओं को भी स्पष्ट करता है। इस प्रकार, प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत अधिक व्यापक और वैज्ञानिक है।
🌊 प्रश्न (iii): प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत ने भूगोल एवं भूविज्ञान के अध्ययन में क्रांति क्यों लाई है?
🌱 उत्तर: प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत ने पृथ्वी की गतिशीलता की वैज्ञानिक व्याख्या दी। इससे यह समझना संभव हुआ कि भूकम्प, ज्वालामुखी, पर्वत निर्माण और महासागरीय विस्तार जैसी घटनाएँ क्यों और कहाँ होती हैं। यह सिद्धांत भूगोल, भूविज्ञान और भू-आकृति विज्ञान के लिए आधारभूत बन गया। महाद्वीपों की वर्तमान स्थिति, प्राचीन स्थलखंडों का विभाजन और महासागरों की उत्पत्ति के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों के वितरण को भी यह सिद्धांत स्पष्ट करता है। इसने पृथ्वी के आंतरिक तंत्र और उसकी सतह पर होने वाले परिवर्तनों को जोड़कर देखने का नया दृष्टिकोण दिया, जिससे वैज्ञानिक अध्ययन अधिक सटीक और संगठित हुआ।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🌏 खण्ड A — वस्तुनिष्ठ प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक)
🔵 प्रश्न 1: पृथ्वी की सतह का लगभग कितने प्रतिशत भाग जल से आच्छादित है?
🟢 1️⃣ लगभग 71%
🔴 2️⃣ लगभग 51%
🟡 3️⃣ लगभग 61%
🔴 4️⃣ लगभग 80%
✔️ उत्तर: लगभग 71%
🟡 प्रश्न 2: पृथ्वी की सतह पर स्थल भाग का लगभग कितना प्रतिशत है?
🟢 1️⃣ लगभग 29%
🔴 2️⃣ लगभग 45%
🟡 3️⃣ लगभग 19%
🔴 4️⃣ लगभग 35%
✔️ उत्तर: लगभग 29%
🔴 प्रश्न 3: महासागरीय पर्पटी की औसत मोटाई लगभग कितनी होती है?
🟢 1️⃣ 5-10 किमी
🔴 2️⃣ 30-50 किमी
🟡 3️⃣ 70-90 किमी
🔴 4️⃣ 100-120 किमी
✔️ उत्तर: 5-10 किमी
🟢 प्रश्न 4: कौन-सा महासागर सबसे बड़ा और गहरा है?
🟢 1️⃣ प्रशांत महासागर
🔴 2️⃣ अटलांटिक महासागर
🟡 3️⃣ हिंद महासागर
🔴 4️⃣ आर्कटिक महासागर
✔️ उत्तर: प्रशांत महासागर
🔵 प्रश्न 5: कौन-सा महासागर सबसे छोटा और उथला है?
🟢 1️⃣ आर्कटिक महासागर
🔴 2️⃣ हिंद महासागर
🟡 3️⃣ अटलांटिक महासागर
🔴 4️⃣ प्रशांत महासागर
✔️ उत्तर: आर्कटिक महासागर
🟡 प्रश्न 6: कौन-सा महाद्वीप सबसे बड़ा है?
🟢 1️⃣ एशिया
🔴 2️⃣ अफ्रीका
🟡 3️⃣ उत्तरी अमेरिका
🔴 4️⃣ अंटार्कटिका
✔️ उत्तर: एशिया
🔴 प्रश्न 7: कौन-सा महाद्वीप सबसे छोटा है?
🟢 1️⃣ ऑस्ट्रेलिया
🔴 2️⃣ यूरोप
🟡 3️⃣ अंटार्कटिका
🔴 4️⃣ अफ्रीका
✔️ उत्तर: ऑस्ट्रेलिया
🟢 प्रश्न 8: महाद्वीपों की औसत ऊँचाई लगभग कितनी होती है?
🟢 1️⃣ 840 मीटर
🔴 2️⃣ 1200 मीटर
🟡 3️⃣ 450 मीटर
🔴 4️⃣ 220 मीटर
✔️ उत्तर: 840 मीटर
🔵 प्रश्न 9: किस वैज्ञानिक ने महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत प्रस्तुत किया था?
🟢 1️⃣ आल्फ्रेड वेगेनर
🔴 2️⃣ डार्विन
🟡 3️⃣ न्यूटन
🔴 4️⃣ हैरी हेस
✔️ उत्तर: आल्फ्रेड वेगेनर
🟡 प्रश्न 10: किस महासागर का आकार “S” अक्षर जैसा है?
🟢 1️⃣ अटलांटिक महासागर
🔴 2️⃣ प्रशांत महासागर
🟡 3️⃣ हिंद महासागर
🔴 4️⃣ आर्कटिक महासागर
✔️ उत्तर: अटलांटिक महासागर
🔴 प्रश्न 11: कौन-सा महासागर पूर्ण रूप से दक्षिणी गोलार्ध में स्थित है?
🟢 1️⃣ दक्षिणी महासागर
🔴 2️⃣ हिंद महासागर
🟡 3️⃣ अटलांटिक महासागर
🔴 4️⃣ प्रशांत महासागर
✔️ उत्तर: दक्षिणी महासागर
🟢 प्रश्न 12: महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत के अनुसार सुपर महाद्वीप का नाम क्या था?
🟢 1️⃣ पैंजिया
🔴 2️⃣ लॉरेशिया
🟡 3️⃣ गोंडवाना
🔴 4️⃣ पैंथालासा
✔️ उत्तर: पैंजिया
🧭 खण्ड B — लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 2 अंक)
🔵 प्रश्न 13: महाद्वीप और महासागर से आप क्या समझते हैं?
🟢 उत्तर: महाद्वीप पृथ्वी के स्थलखंड हैं जो महासागरों से घिरे होते हैं, जबकि महासागर विशाल जल निकाय हैं जो पृथ्वी की सतह का अधिकांश भाग ढकते हैं।
🟡 प्रश्न 14: पृथ्वी पर स्थल और जल का अनुपात क्या है?
🟢 उत्तर: पृथ्वी की सतह का लगभग 71% भाग जल (महासागर) और लगभग 29% भाग स्थल (महाद्वीप) से आच्छादित है।
🔴 प्रश्न 15: पृथ्वी की स्थलमंडल की औसत ऊँचाई और महासागरीय तली की औसत गहराई क्या है?
🟢 उत्तर: स्थलमंडल की औसत ऊँचाई लगभग 840 मीटर और महासागरीय तली की औसत गहराई लगभग 3800 मीटर है।
🟢 प्रश्न 16: पैंजिया क्या है?
🟢 उत्तर: पैंजिया एक प्राचीन सुपर महाद्वीप था जो लगभग 250 मिलियन वर्ष पूर्व मौजूद था और बाद में कई महाद्वीपों में विभाजित हो गया।
🔵 प्रश्न 17: पैंथालासा क्या था?
🟢 उत्तर: पैंथालासा एक विशाल प्राचीन महासागर था जो सुपर महाद्वीप पैंजिया को चारों ओर से घेरे हुए था।
🟡 प्रश्न 18: दो सबसे बड़े महासागरों के नाम लिखिए।
🟢 उत्तर: सबसे बड़े दो महासागर हैं — (1) प्रशांत महासागर और (2) अटलांटिक महासागर।
🔴 प्रश्न 19: सबसे ऊँचा स्थल बिंदु और सबसे गहरा महासागरीय बिंदु लिखिए।
🟢 उत्तर: सबसे ऊँचा स्थल बिंदु माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) और सबसे गहरा महासागरीय बिंदु मैरियाना गर्त (लगभग 11022 मीटर) है।
🟢 प्रश्न 20: कौन-से दो महाद्वीप पूरी तरह दक्षिणी गोलार्ध में स्थित हैं?
🟢 उत्तर: ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका दो ऐसे महाद्वीप हैं जो पूरी तरह दक्षिणी गोलार्ध में स्थित हैं।
🌍 खण्ड C — मध्यम उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 4 अंक)
🔵 प्रश्न 21: पृथ्वी की सतह पर स्थल और जल के वितरण का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: पृथ्वी की सतह पर जल और स्थल असमान रूप से वितरित हैं। लगभग 71% सतह भाग महासागरों, समुद्रों और अन्य जल निकायों से ढका है, जबकि लगभग 29% स्थलखंडों से आच्छादित है। जल भाग में प्रशांत, अटलांटिक, हिंद, दक्षिणी और आर्कटिक महासागर प्रमुख हैं। स्थलखंड सात महाद्वीपों — एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, अंटार्कटिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया — में विभाजित हैं। इस असमान वितरण से पृथ्वी का जलवायु, तापमान, पवन और जीवन तंत्र प्रभावित होते हैं।
🟡 प्रश्न 22: महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत जर्मन वैज्ञानिक आल्फ्रेड वेगेनर ने 1912 में प्रस्तुत किया। इसके अनुसार लगभग 250 मिलियन वर्ष पूर्व पृथ्वी पर एक सुपर महाद्वीप “पैंजिया” था, जिसे “पैंथालासा” महासागर ने चारों ओर से घेरा था। समय के साथ यह टूटकर “लॉरेशिया” और “गोंडवाना” में बंट गया। आगे चलकर ये भाग वर्तमान महाद्वीपों में विभाजित हो गए। सिद्धांत को समर्थन भौगोलिक आकृतियों, जीवाश्मों और पर्वत श्रेणियों की समानता से मिलता है।
🔴 प्रश्न 23: प्रमुख महाद्वीपों का भौगोलिक विस्तार संक्षेप में बताइए।
🟢 उत्तर:
एशिया: सबसे बड़ा महाद्वीप, लगभग 44 मिलियन वर्ग किमी क्षेत्रफल।
अफ्रीका: दूसरा सबसे बड़ा, भूमध्य रेखा से होकर गुजरता है।
उत्तरी अमेरिका: ग्रीनलैंड सहित लगभग 24 मिलियन वर्ग किमी।
दक्षिणी अमेरिका: अमेज़न नदी बेसिन के लिए प्रसिद्ध।
अंटार्कटिका: लगभग पूर्ण रूप से बर्फ से ढका।
यूरोप: ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण।
ऑस्ट्रेलिया: सबसे छोटा महाद्वीप, दक्षिणी गोलार्ध में पूर्णतः स्थित।
🟢 प्रश्न 24: महासागरों की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
🟢 उत्तर:
महासागर विशाल जल निकाय हैं जो पृथ्वी की सतह का अधिकांश भाग ढकते हैं।
इनमें लवणता और ज्वार-भाटा जैसे गुण होते हैं।
इनमें गहराई अधिक और औसत तापमान कम होता है।
महासागर वायुमंडलीय तापमान को संतुलित करते हैं।
ये जलवायु, पवन प्रणाली और वर्षा को प्रभावित करते हैं।
समुद्री धाराएँ और संसाधन मानव जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
🔵 प्रश्न 25: अटलांटिक महासागर की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: अटलांटिक महासागर का आकार अंग्रेज़ी अक्षर “S” जैसा है। यह दूसरा सबसे बड़ा महासागर है और लगभग 106 मिलियन वर्ग किमी क्षेत्रफल को आच्छादित करता है। यह यूरोप और अफ्रीका को अमेरिका से अलग करता है। इसमें अनेक जलडमरूमध्य, तटीय समुद्र और द्वीप समूह हैं। अटलांटिक महासागर की जलधाराएँ नौवहन और व्यापार के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं। इसकी तली में मध्य-अटलांटिक पर्वत श्रृंखला स्थित है।
🟡 प्रश्न 26: प्रशांत महासागर की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
🟢 उत्तर: प्रशांत महासागर सबसे बड़ा और गहरा महासागर है, जो लगभग 165 मिलियन वर्ग किमी क्षेत्रफल घेरता है। यह एशिया और ऑस्ट्रेलिया को अमेरिका से अलग करता है। इसकी औसत गहराई लगभग 4280 मीटर है। इसमें मैरियाना गर्त जैसी गहराइयाँ हैं। इसमें अनेक द्वीप समूह, प्रवाल भित्तियाँ और सक्रिय ज्वालामुखी क्षेत्र पाए जाते हैं। प्रशांत महासागर का जलवायु और व्यापार पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
🏞️ खण्ड D — विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 4.5 अंक)
🔴 प्रश्न 27: महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत के प्रमाणों और महत्त्व का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: आल्फ्रेड वेगेनर के महाद्वीपीय विस्थापन सिद्धांत को कई प्रमाणों से समर्थन मिलता है —
तटीय आकृति की समानता: दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका के तट मिलते-जुलते हैं।
जीवाश्म साक्ष्य: दोनों महाद्वीपों में समान जीवाश्म पाए गए हैं।
भूवैज्ञानिक संरचना: पर्वत श्रेणियों और चट्टानों में समानता।
जलवायु साक्ष्य: हिमनदों के निशान आज के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में मिले हैं।
महत्त्व:
महाद्वीपों की वर्तमान स्थिति की व्याख्या करता है।
पर्वतनिर्माण और प्लेट विवर्तनिकी को समझने में सहायक है।
भूवैज्ञानिक इतिहास और पृथ्वी की गतिशीलता का ज्ञान देता है।
🟢 प्रश्न 28: पृथ्वी के महासागरों की भूमिका जलवायु और मानव जीवन में समझाइए।
🟢 उत्तर: महासागर पृथ्वी के जलवायु तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सूर्य से प्राप्त ऊष्मा को अवशोषित कर वैश्विक तापमान को संतुलित करते हैं। महासागरीय धाराएँ ऊष्मा का वितरण करती हैं और मानसून सहित वर्षा प्रणाली को प्रभावित करती हैं। महासागर जलवाष्प प्रदान कर जलचक्र में योगदान देते हैं। वे मत्स्य पालन, खनिज संसाधन, परिवहन और व्यापार के लिए आवश्यक हैं। वे ऑक्सीजन उत्पादन और कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण में भी सहायक हैं। महासागर पृथ्वी के पारिस्थितिक संतुलन और मानव सभ्यता दोनों के लिए अनिवार्य हैं।
🔵 प्रश्न 29: महाद्वीपों के असमान वितरण के कारणों और परिणामों पर प्रकाश डालिए।
🟢 उत्तर:
कारण:
पृथ्वी की उत्पत्ति और ठंडा होने की प्रक्रिया।
प्लेट विवर्तनिकी और पर्पटी के विस्थापन।
ज्वालामुखीय और भूकंपीय क्रियाएँ।
परिणाम:
जलवायु में भिन्नता और मानसून तंत्र में अंतर।
वनस्पति और प्राणी जगत में विविधता।
जनसंख्या वितरण, कृषि और आर्थिक क्रियाओं में अंतर।
समुद्री धाराओं और व्यापार मार्गों पर प्रभाव।
महाद्वीपों का असमान वितरण पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र, आर्थिक गतिविधियों और मानव सभ्यता के विकास को आकार देता है।
🟡 प्रश्न 30: पैंजिया से वर्तमान महाद्वीपों के निर्माण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर: लगभग 250 मिलियन वर्ष पूर्व पृथ्वी पर एक विशाल सुपर महाद्वीप पैंजिया था। लगभग 200 मिलियन वर्ष पूर्व यह दो भागों — लॉरेशिया (उत्तर) और गोंडवाना (दक्षिण) — में विभाजित हुआ। इसके बाद ये भाग और भी टूटकर वर्तमान महाद्वीपों में परिवर्तित हो गए। उदाहरण के लिए, गोंडवाना से दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत का निर्माण हुआ। यह प्रक्रिया प्लेट विवर्तनिकी और समुद्री तली प्रसार (Seafloor Spreading) के कारण हुई। महाद्वीप आज भी धीरे-धीरे खिसक रहे हैं, जिससे पृथ्वी की सतह में निरंतर परिवर्तन होता रहता है।
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मस्तिष्क मानचित्र
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दृश्य सामग्री
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