Class 11, Geography (Hindi)

Class 11 : Geography (In Hindi) – Lesson 20. प्राकृतिक आपदाएं और संकट

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन


🔵 भूमिका (परिचय)
🌍 प्रकृति में होने वाली वे तीव्र घटनाएँ जो मानव जीवन, संपत्ति तथा पर्यावरण को हानि पहुँचाती हैं, प्राकृतिक आपदाएँ कहलाती हैं। जब ये घटनाएँ जीवन और संसाधनों को गम्भीर संकट में डालती हैं, तो इन्हें प्राकृतिक संकट कहा जाता है।
भारत भौगोलिक विविधता वाला देश है, जहाँ भूकम्प, चक्रवात, बाढ़, सूखा, भूस्खलन, सुनामी जैसी अनेक प्राकृतिक आपदाएँ समय-समय पर घटित होती रहती हैं।
💡 मुख्य विचार:
✔️ प्राकृतिक संकट = हानि की संभावनाओं से भरी स्थिति
✔️ प्राकृतिक आपदा = जब संकट हानि में परिवर्तित हो जाए
✔️ मानव और पर्यावरण दोनों प्रभावित

🟢 1️⃣ प्राकृतिक संकट और आपदा का अर्थ व अन्तर
✔️ प्राकृतिक संकट (Natural Hazard):
– वह स्थिति जिसमें हानि की संभावना होती है।
– जैसे: भूकम्प संभावित क्षेत्र, चक्रवात संभावित तटीय क्षेत्र।
✔️ प्राकृतिक आपदा (Natural Disaster):
– जब संकट वास्तविक रूप से नुकसान पहुँचाए।
– उदाहरण: भूकम्प से भवन गिरना, बाढ़ से जनहानि।
💡 संकट → संभाव्यता, आपदा → वास्तविक प्रभाव

🟡 2️⃣ प्राकृतिक आपदाओं के प्रकार
🔹 (क) जलवायुगत आपदाएँ
➡️ बाढ़, सूखा, चक्रवात, हीट वेव, शीत लहर
🔹 (ख) भूगर्भीय आपदाएँ
➡️ भूकम्प, ज्वालामुखी, भूस्खलन, सुनामी
🔹 (ग) जैविक आपदाएँ
➡️ महामारी, कीट प्रकोप, रोग
🔹 (घ) मानव-प्रेरित आपदाएँ (प्राकृतिक रूप में परिवर्तित)
➡️ वनाग्नि, मृदा क्षरण, जल प्रदूषण

🔴 3️⃣ भारत में प्रमुख प्राकृतिक आपदाएँ
🌊 (1) बाढ़ (Floods)
✔️ अत्यधिक वर्षा, नदी का तटबंध टूटना
✔️ प्रभावित क्षेत्र: गंगा-ब्रह्मपुत्र मैदान, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश
⚠️ परिणाम: जनहानि, कृषि हानि, रोग फैलाव
✔️ उपाय: बाँध, तटबंध, प्रारंभिक चेतावनी, जल निकासी प्रणाली

🌾 (2) सूखा (Drought)
✔️ वर्षा की कमी से जल अभाव
✔️ प्रभावित क्षेत्र: राजस्थान, गुजरात, मराठवाड़ा, बुंदेलखंड
⚠️ परिणाम: फसल हानि, पलायन
✔️ उपाय: वर्षा जल संचयन, सूखा प्रतिरोधी फसलें

🌪️ (3) चक्रवात (Cyclones)
✔️ कम दाब क्षेत्र में उत्पन्न तीव्र पवन व वर्षा
✔️ प्रभावित क्षेत्र: बंगाल की खाड़ी, अरब सागर तट
⚠️ परिणाम: तटीय बाढ़, भवन विनाश
✔️ उपाय: पूर्व चेतावनी, तटीय बाँध, सुरक्षित आश्रय

🌋 (4) भूकम्प (Earthquake)
✔️ पृथ्वी की आंतरिक शक्तियों से कंपन
✔️ क्षेत्र: हिमालय, उत्तर-पूर्व, कच्छ, अंडमान
⚠️ परिणाम: भवन ढहना, दरारें, जनहानि
✔️ उपाय: भूकम्परोधी निर्माण, आपात योजना

🌊 (5) सुनामी (Tsunami)
✔️ समुद्र तल के भूकम्प से विशाल तरंगें
✔️ प्रभावित क्षेत्र: अंडमान-निकोबार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश
⚠️ परिणाम: तटीय विनाश, जीवन हानि
✔️ उपाय: चेतावनी प्रणाली, तटीय रक्षा बाँध

🏔️ (6) भूस्खलन (Landslide)
✔️ ढालों पर मिट्टी-पत्थरों का खिसकना
✔️ क्षेत्र: हिमालय, पश्चिमी घाट
⚠️ परिणाम: मार्ग अवरोध, भवन क्षति
✔️ उपाय: वनरोपण, ढाल स्थिरीकरण

🟣 4️⃣ भारत की आपदा प्रवणता (Vulnerability)
✔️ 60% भूमि भूकम्प संभावित
✔️ 12% क्षेत्र बाढ़ग्रस्त
✔️ 8% क्षेत्र चक्रवात संभावित
✔️ 70% खेती वर्षा पर निर्भर → सूखा संभावित
➡️ भारत बहु-आपदा-प्रवण देश है।

🔵 5️⃣ प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव
✔️ जनहानि व संपत्ति हानि
✔️ कृषि उत्पादन पर प्रभाव
✔️ आर्थिक नुकसान
✔️ पर्यावरणीय असंतुलन
✔️ सामाजिक अव्यवस्था, पलायन

🟢 6️⃣ आपदा प्रबंधन की आवश्यकता
✔️ पूर्व चेतावनी और तैयारी
✔️ जोखिम मूल्यांकन
✔️ राहत व पुनर्वास
✔️ जन जागरूकता
✔️ संस्थागत समन्वय

🟡 7️⃣ भारत में आपदा प्रबंधन व्यवस्था
🔹 राष्ट्रीय स्तर:
➡️ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA)
➡️ भारतीय मौसम विभाग (IMD)
➡️ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF)
🔹 राज्य एवं जिला स्तर:
➡️ राज्य आपदा प्राधिकरण
➡️ जिला आपदा प्रबंधन योजना
🔹 योजनाएँ:
➡️ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005
➡️ सागरमाला, स्मार्ट सिटी, अमृत योजना

🔴 8️⃣ आपदा न्यूनीकरण के उपाय
✔️ जोखिम आकलन
✔️ भू-उपयोग योजना
✔️ चेतावनी प्रणाली
✔️ जनसहभागिता
✔️ सतत विकास योजना
✔️ शिक्षा एवं प्रशिक्षण

🟣 9️⃣ निष्कर्ष
📘 प्राकृतिक आपदाएँ रोकना संभव नहीं, पर इनके प्रभावों को घटाना संभव है।
सतर्कता, तकनीकी सहयोग, सामुदायिक भागीदारी और योजनाबद्ध प्रबंधन से आपदाओं को संकट से अवसर में बदला जा सकता है।
आपदा प्रबंधन = जीवन संरक्षण की कुंजी।

✨ सारांश (लगभग 300 शब्द)
प्राकृतिक आपदाएँ वे घटनाएँ हैं जो प्रकृति में अचानक घटित होकर मानव जीवन और पर्यावरण को नुकसान पहुँचाती हैं।
भारत में प्रमुख आपदाएँ हैं — बाढ़, सूखा, भूकम्प, चक्रवात, भूस्खलन, सुनामी।
बाढ़ अधिक वर्षा और तटबंध टूटने से, सूखा वर्षा अभाव से, चक्रवात तटीय कम दाब क्षेत्रों में, भूकम्प आंतरिक शक्तियों से और भूस्खलन ढाल पर खिसकन से होते हैं।
इनसे जीवन, संपत्ति, कृषि, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
भारत बहु-आपदा-प्रवण देश है, जहाँ लगभग सभी प्रकार की आपदाएँ घटित होती हैं।
प्रभावों को घटाने हेतु आपदा प्रबंधन आवश्यक है।
इसमें चेतावनी प्रणाली, जोखिम मूल्यांकन, राहत व पुनर्वास, शिक्षा और जनसहभागिता का महत्त्व है।
भारत में NDMA, NDRF, IMD जैसी संस्थाएँ कार्यरत हैं।
आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत योजनाबद्ध तैयारी की जाती है।
निष्कर्षतः, आपदा का रूप संकट नहीं, यदि तैयारी समय पर हो — तो यह सुरक्षा और सशक्तिकरण का अवसर बन सकती है।

📝 त्वरित पुनरावलोकन (100 शब्द)
✔️ प्राकृतिक संकट = संभावित खतरा
✔️ प्राकृतिक आपदा = वास्तविक हानि
✔️ प्रकार – बाढ़, सूखा, चक्रवात, भूकम्प, भूस्खलन, सुनामी
✔️ प्रभाव – जनहानि, संपत्ति हानि, कृषि क्षति
✔️ भारत – बहु-आपदा प्रवण देश
✔️ प्रबंधन – NDMA, NDRF, चेतावनी प्रणाली
✔️ उपाय – जोखिम आकलन, शिक्षा, सतत योजना
✔️ निष्कर्ष – सतर्कता ही सुरक्षा

——————————————————————————————————————————————————————————————————————–

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न


🔵 प्रश्न 1
बहुविकल्पीय प्रश्न :

🔵 (i) इनमें से भारत के किस राज्य में बाढ़ अधिक आती है?
1️⃣ बिहार
2️⃣ पश्चिम बंगाल
3️⃣ असम
4️⃣ उत्तर प्रदेश
🟢 उत्तर: 3️⃣ असम
✔️ असम में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों के कारण हर वर्ष भीषण बाढ़ आती है।

🔵 (ii) उत्तराखण्ड के किस जिले में घातक भूकम्पीय आपदा घटित हुई थी?
1️⃣ चमोली
2️⃣ चंपावत
3️⃣ अल्मोड़ा
4️⃣ पिथौरागढ़
🟢 उत्तर: 1️⃣ चमोली
✔️ 1999 में उत्तराखण्ड के चमोली जिले में भूकम्प से भारी जन-धन हानि हुई।

🔵 (iii) भारत के कौन-से राज्य में सर्दी के महीनों में बाढ़ आती है?
1️⃣ असम
2️⃣ पश्चिम बंगाल
3️⃣ तमिलनाडु
4️⃣ बिहार
🟢 उत्तर: 3️⃣ तमिलनाडु
✔️ तमिलनाडु में उत्तर-पूर्वी मानसून के समय शीत ऋतु में वर्षा होती है जिससे बाढ़ आती है।

🔵 (iv) चक्रवात का किस नदी में मौसमी द्रोणीय द्वीप स्थित है?
1️⃣ गंगा
2️⃣ ब्रह्मपुत्र
3️⃣ गोदावरी
4️⃣ सिंधु
🟢 उत्तर: 2️⃣ ब्रह्मपुत्र
✔️ ब्रह्मपुत्र नदी में मौसमी द्रोणीय द्वीप जैसे माजुली द्वीप स्थित हैं।

🔵 (v) भूकम्प किस प्रकार की प्राकृतिक आपदा है?
1️⃣ वायुमण्डलीय
2️⃣ जलीय
3️⃣ भौमिकी
4️⃣ जीवमण्डलीय
🟢 उत्तर: 3️⃣ भौमिकी
✔️ भूकम्प पृथ्वी की भूपर्पटी की गतिविधियों से उत्पन्न होने वाली भौमिकी आपदा है।

✳️ प्रश्न 2 – निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए :

🔵 (i) संकट किस दशा में आपदा बन जाता है?
🟢 उत्तर:
✔️ जब कोई संकट मानव जीवन, संपत्ति, पर्यावरण को व्यापक क्षति पहुँचाता है,
✔️ तथा समाज की सहनशीलता से अधिक प्रभाव डालता है, तब वह आपदा कहलाता है।

🔵 (ii) हिमालय और भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में अधिक भूकम्प क्यों आते हैं?
🟢 उत्तर:
✔️ यहाँ की स्थलरचना नवीन व अस्थिर है।
✔️ भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के टकराव से इस क्षेत्र में भूकम्प बार-बार आते हैं।

🔵 (iii) उष्ण कटिबंधीय चक्रवात की उत्पत्ति के लिए कौन-सी परिस्थितियाँ अनुकूल हैं?
🟢 उत्तर:
✔️ गर्म महासागरीय सतह (27°C से अधिक तापमान),
✔️ उच्च आर्द्रता,
✔️ निम्न दाब और
✔️ कोरिओलिस बल की उपस्थिति चक्रवात की उत्पत्ति को अनुकूल बनाती है।

🔵 (iv) पूर्वी भारत की बाढ़, पश्चिमी भारत की बाढ़ से अलग कैसे होती है?
🟢 उत्तर:
✔️ पूर्वी भारत की बाढ़ नदी की अधिक जलराशि और मैदानों की समतलता से होती है।
✔️ पश्चिमी भारत में बाढ़ प्रायः अचानक वर्षा या तटीय चक्रवातों से होती है।

🔵 (v) भारत में सूखे का मुख्य कारण क्या है?
🟢 उत्तर:
✔️ अनियमित और कम मानसूनी वर्षा,
✔️ वाष्पीकरण की अधिक दर तथा
✔️ भूजल की कमी सूखे के प्रमुख कारण हैं।

✳️ प्रश्न 3 – निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 125 शब्दों से अधिक में दीजिए :

🔵 (i) भारत में भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर और इस आपदा के निवारण के कुछ उपाय बताइए।
🟢 उत्तर:
✔️ भारत में पाँच भूकम्पीय क्षेत्र (जोनों) का निर्धारण किया गया है।
✔️ जोन V: सर्वाधिक संवेदनशील (हिमालय, उत्तर-पूर्व, गुजरात, अंडमान)।
✔️ जोन IV: उच्च संवेदनशील (दिल्ली, बिहार, झारखण्ड)।
✔️ निवारण उपाय:
– भूकम्परोधी भवन निर्माण,
– आपात योजना व प्रशिक्षण,
– जन-जागरूकता,
– शीघ्र चेतावनी प्रणाली,
– वनस्पति संरक्षण व भूमि स्थिरीकरण।

🔵 (ii) सूखा क्या है? सूखे के आधार पर भारत को प्राकृतिक आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में विभाजित करें और इसके निवारण के उपाय बताइए।
🟢 उत्तर:
✔️ जब वर्षा सामान्य से अत्यधिक कम होती है और भूमि की नमी समाप्त हो जाती है, तो उसे सूखा कहते हैं।
✔️ भारत में मरुस्थलीय, प्रायद्वीपीय और मध्य भारत के क्षेत्र सूखा-प्रवण हैं।
✔️ निवारण उपाय:
– वर्षा जल संचयन,
– सूखा-रोधी फसलें,
– सिंचाई विस्तार,
– वनीकरण और मृदा संरक्षण।

🔵 (iii) किस स्थिति में विकास कार्य आपदा का कारण बन सकता है?
🟢 उत्तर:
✔️ जब विकास कार्य प्राकृतिक पर्यावरण की अनदेखी कर किए जाएँ,
✔️ जैसे: अंधाधुंध वनों की कटाई, पहाड़ों पर सड़कें, बाँध निर्माण,
✔️ तो वे भूस्खलन, बाढ़, भूकम्प जैसी आपदाओं को जन्म देते हैं।
✔️ सतत विकास ही समाधान है।

——————————————————————————————————————————————————————————————————————-

अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न


🔷 Section A – बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 1:
भूकम्प की तीव्रता मापी जाती है —
🔴 1️⃣ रिच्टर पैमाने पर
🟢 2️⃣ थर्मामीटर पर
🟡 3️⃣ बैरोमीटर पर
🔵 4️⃣ सिस्मोग्राफ पर
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 2:
निम्नलिखित में से कौन-सी आपदा प्राकृतिक नहीं है?
🔴 1️⃣ भूकम्प
🟢 2️⃣ बाढ़
🟡 3️⃣ चक्रवात
🔵 4️⃣ औद्योगिक दुर्घटना
🟢 उत्तर: 4️⃣

🔵 प्रश्न 3:
भारत का भूकम्प प्रवण क्षेत्र कौन-सा है?
🔴 1️⃣ हिमालयी क्षेत्र
🟢 2️⃣ राजस्थान मरुस्थल
🟡 3️⃣ दक्कन पठार
🔵 4️⃣ कच्छ का रण
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 4:
चक्रवात बनने का प्रमुख कारण है —
🔴 1️⃣ निम्न वायुदाब
🟢 2️⃣ उच्च वायुदाब
🟡 3️⃣ ठंडी हवाएँ
🔵 4️⃣ सूखी हवाएँ
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 5:
सुनामी का प्रमुख कारण है —
🔴 1️⃣ समुद्र के नीचे भूकम्प
🟢 2️⃣ ज्वालामुखी विस्फोट
🟡 3️⃣ भारी वर्षा
🔵 4️⃣ तीव्र हवा
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 6:
भारत में चक्रवात मुख्यतः प्रभावित करते हैं —
🔴 1️⃣ पश्चिमी तट
🟢 2️⃣ पूर्वी तट
🟡 3️⃣ हिमालय
🔵 4️⃣ मरुस्थल
🟢 उत्तर: 2️⃣

🔵 प्रश्न 7:
सूखा किस स्थिति में उत्पन्न होता है?
🔴 1️⃣ अत्यधिक वर्षा
🟢 2️⃣ वर्षा की कमी
🟡 3️⃣ अधिक हिमपात
🔵 4️⃣ नदियों की बाढ़
🟢 उत्तर: 2️⃣

🔵 प्रश्न 8:
भूस्खलन की सर्वाधिक घटनाएँ होती हैं —
🔴 1️⃣ पश्चिमी तट
🟢 2️⃣ हिमालयी क्षेत्र
🟡 3️⃣ मरुस्थल
🔵 4️⃣ पठारी क्षेत्र
🟢 उत्तर: 2️⃣

🔵 प्रश्न 9:
निम्नलिखित में से कौन बाढ़ का कारण नहीं है?
🔴 1️⃣ वर्षा
🟢 2️⃣ नदियों का उफान
🟡 3️⃣ वनों की कटाई
🔵 4️⃣ हिमनदों का निर्माण
🟢 उत्तर: 4️⃣

🔵 प्रश्न 10:
आपदा प्रबंधन का मुख्य उद्देश्य है —
🔴 1️⃣ केवल राहत कार्य
🟢 2️⃣ रोकथाम, तैयारी और पुनर्वास
🟡 3️⃣ केवल चेतावनी
🔵 4️⃣ नुकसान की गणना
🟢 उत्तर: 2️⃣

🔵 प्रश्न 11:
भारत में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की स्थापना कब हुई?
🔴 1️⃣ 2005
🟢 2️⃣ 2001
🟡 3️⃣ 2010
🔵 4️⃣ 1995
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 12:
ज्वालामुखी का निष्क्रिय रूप कहलाता है —
🔴 1️⃣ सक्रिय
🟢 2️⃣ सुप्त
🟡 3️⃣ विस्फोटक
🔵 4️⃣ प्रवाही
🟢 उत्तर: 2️⃣

🔵 प्रश्न 13:
भारत में सूखा प्रभावित क्षेत्र कौन-से हैं?
🔴 1️⃣ राजस्थान और गुजरात
🟢 2️⃣ बिहार और उत्तर प्रदेश
🟡 3️⃣ मेघालय और असम
🔵 4️⃣ केरल और तमिलनाडु
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 14:
बाढ़ का प्रभाव किस पर सबसे अधिक पड़ता है?
🔴 1️⃣ फसल
🟢 2️⃣ उद्योग
🟡 3️⃣ शिक्षा
🔵 4️⃣ पर्यटन
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 15:
भारत में आपदा प्रबंधन दिवस कब मनाया जाता है?
🔴 1️⃣ 26 दिसम्बर
🟢 2️⃣ 23 अक्टूबर
🟡 3️⃣ 4 नवम्बर
🔵 4️⃣ 11 मई
🟢 उत्तर: 2️⃣

🔵 प्रश्न 16:
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष कौन होते हैं?
🔴 1️⃣ प्रधानमंत्री
🟢 2️⃣ राष्ट्रपति
🟡 3️⃣ गृहमंत्री
🔵 4️⃣ मुख्य न्यायाधीश
🟢 उत्तर: 1️⃣

🔵 प्रश्न 17:
आपदा के बाद पुनर्वास का मुख्य कार्य है —
🔴 1️⃣ राहत वितरण
🟢 2️⃣ प्रभावित लोगों को पुनः बसाना
🟡 3️⃣ आपदा की भविष्यवाणी
🔵 4️⃣ चेतावनी देना
🟢 उत्तर: 2️⃣

🔷 Section B – स्रोत आधारित प्रश्न (3 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 18:
“भूकम्प सबसे विनाशकारी प्राकृतिक आपदा है।”
🟢 (a) यह कथन क्यों कहा गया है?
🟢 (b) इसके प्रभाव बताइए।
🟢 (c) भारत के कौन-से क्षेत्र भूकम्प प्रवण हैं?
🟢 उत्तर:
✳️ (a) क्योंकि भूकम्प अचानक आता है और भारी जन-धन की हानि करता है।
✳️ (b) भवन ढहना, जनहानि, संचार बाधित, सुनामी उत्पन्न।
✳️ (c) हिमालयी क्षेत्र, उत्तर-पूर्वी राज्य, कच्छ, अंडमान।

🔵 प्रश्न 19:
“आपदाएँ रोकना संभव नहीं परन्तु उनके प्रभाव को घटाया जा सकता है।”
🟢 (a) कैसे?
🟢 (b) तैयारी के क्या उपाय हैं?
🟢 (c) उदाहरण दीजिए।
🟢 उत्तर:
✳️ (a) वैज्ञानिक चेतावनी प्रणाली, प्रशिक्षण, बचाव दल।
✳️ (b) आपदा प्रबंधन योजनाएँ, जन-जागरूकता, राहत केंद्र।
✳️ (c) चक्रवात चेतावनी, भूकम्पीय भवन निर्माण।

🔷 Section C – लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 20:
आपदा प्रबंधन की प्रमुख अवस्थाएँ बताइए।
🟢 उत्तर:
✳️ तैयारी — संभावित आपदा हेतु योजना।
✳️ रोकथाम — जोखिम कम करने के उपाय।
✳️ प्रतिक्रिया — आपदा के समय राहत व बचाव।
✳️ पुनर्वास — पुनर्निर्माण व पुनः बसाना।

🔵 प्रश्न 21:
चक्रवात के प्रभाव लिखिए।
🟢 उत्तर:
✳️ तेज़ हवाओं से भवनों का नुकसान।
✳️ समुद्री ज्वार व बाढ़ से जनहानि।
✳️ फसलें नष्ट, बिजली व्यवस्था बाधित।

🔵 प्रश्न 22:
सुनामी के प्रभाव क्या हैं?
🟢 उत्तर:
✳️ तटीय क्षेत्रों में बाढ़।
✳️ जनसंख्या विस्थापन।
✳️ कृषि भूमि में खारे जल का प्रवेश।
✳️ तटीय पारिस्थितिकी तंत्र नष्ट।

🔵 प्रश्न 23:
भूस्खलन के कारण बताएँ।
🟢 उत्तर:
✳️ अत्यधिक वर्षा।
✳️ भूकम्पीय गतिविधियाँ।
✳️ वनों की कटाई।
✳️ ढलानों पर अतिक्रमण।



🔷 Section D – दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 24:
भारत में प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
✳️ (1) भूकम्प:
➡️ पृथ्वी की आंतरिक प्लेटों की गति से उत्पन्न।
➡️ प्रभावित क्षेत्र – हिमालय, उत्तर-पूर्वी राज्य, कच्छ।
✳️ (2) बाढ़:
➡️ नदियों का उफान, वर्षा, जल निकासी की कमी।
➡️ प्रभावित क्षेत्र – गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन।
✳️ (3) सूखा:
➡️ वर्षा की कमी, भूमिगत जल की कमी।
➡️ प्रभावित क्षेत्र – राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश।
✳️ (4) चक्रवात:
➡️ निम्न वायुदाब क्षेत्रों में तेज़ हवाएँ।
➡️ प्रभावित क्षेत्र – पूर्वी तट, ओडिशा, आंध्र प्रदेश।
✳️ (5) भूस्खलन व सुनामी:
➡️ पर्वतीय व तटीय क्षेत्रों में विनाशकारी प्रभाव।
📘 निष्कर्ष:
भारत की विविध भौगोलिक स्थिति के कारण यहाँ अनेक प्रकार की प्राकृतिक आपदाएँ घटित होती हैं।

🔵 प्रश्न 25:
भूकम्प के कारण, प्रभाव और निवारण उपाय बताइए।
🟢 उत्तर:
✳️ (1) कारण:
➡️ प्लेट विवर्तनिकी, भ्रंश रेखाएँ, ज्वालामुखीय गतिविधियाँ।
✳️ (2) प्रभाव:
➡️ भवनों का ध्वंस, जन-धन हानि, सुनामी की संभावना।
✳️ (3) निवारण उपाय:
➡️ भूकम्परोधी भवन निर्माण।
➡️ जन-जागरूकता व प्रशिक्षण।
➡️ शीघ्र चेतावनी प्रणाली।
➡️ आपातकालीन राहत दल।
📘 निष्कर्ष:
सावधानी व वैज्ञानिक तकनीक से भूकम्पीय क्षति को घटाया जा सकता है।

🔵 प्रश्न 26:
भारत में बाढ़ की समस्या और उसके निवारण उपाय स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
✳️ (1) कारण:
➡️ अत्यधिक वर्षा, नदियों का उफान, वनों की कटाई, अव्यवस्थित निकासी।
✳️ (2) प्रभाव:
➡️ फसलों की हानि, जन-धन की क्षति, बीमारियाँ, विस्थापन।
✳️ (3) निवारण:
➡️ बाँध निर्माण, तटबंध, वनीकरण, जल निकासी सुधार।
➡️ बाढ़ चेतावनी प्रणाली, आपदा प्रबंधन योजना।
📘 निष्कर्ष:
समग्र योजना और तकनीकी उपायों से बाढ़ के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है।

🔵 प्रश्न 27:
सूखे के प्रकार, प्रभाव और निवारण उपाय बताइए।
🟢 उत्तर:
✳️ (1) प्रकार:
➡️ मौसमीय सूखा: वर्षा की कमी।
➡️ कृषि सूखा: फसलें प्रभावित।
➡️ जलविज्ञान सूखा: जल स्रोत सूखना।
✳️ (2) प्रभाव:
➡️ फसलों की हानि, पशु मृत्यु, पेयजल संकट, प्रवासन।
✳️ (3) निवारण उपाय:
➡️ वर्षा जल संचयन, सूखा प्रतिरोधी फसलें।
➡️ सिंचाई विस्तार, वृक्षारोपण, जल संरक्षण।
📘 निष्कर्ष:
सूखे का स्थायी समाधान जल प्रबंधन और हरित तकनीक से संभव है।

🔵 प्रश्न 28:
आपदा प्रबंधन के मुख्य चरणों की व्याख्या कीजिए।
🟢 उत्तर:
✳️ (1) तैयारी:
➡️ योजना, प्रशिक्षण, संसाधन प्रबंधन।
✳️ (2) रोकथाम:
➡️ जोखिम विश्लेषण, तकनीकी उपाय, चेतावनी प्रणाली।
✳️ (3) प्रतिक्रिया:
➡️ राहत, बचाव, चिकित्सा सहायता।
✳️ (4) पुनर्वास:
➡️ पुनर्निर्माण, पुनः बसाना, मनोवैज्ञानिक सहायता।
📘 निष्कर्ष:
प्रभावी आपदा प्रबंधन से जनहानि और आर्थिक नुकसान को घटाया जा सकता है।

🔷 Section E – मानचित्र आधारित प्रश्न (5 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 29:
भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित को दर्शाइए —
🟢 (i) भूकम्प प्रवण क्षेत्र
🟢 (ii) बाढ़ प्रभावित क्षेत्र
🟢 (iii) सूखा प्रभावित क्षेत्र
🟢 (iv) चक्रवात प्रभावित क्षेत्र
🟢 (v) भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र
🟢 उत्तर:
📘 मानचित्र में प्रदर्शित करें:
➤ भूकम्प क्षेत्र – हिमालय, उत्तर-पूर्व, कच्छ।
➤ बाढ़ क्षेत्र – गंगा-ब्रह्मपुत्र बेसिन।
➤ सूखा क्षेत्र – राजस्थान, गुजरात।
➤ चक्रवात क्षेत्र – पूर्वी तट।
➤ भूस्खलन क्षेत्र – हिमालयी भाग।

🔵 प्रश्न 30:
भारत के मानचित्र पर प्रमुख आपदा प्रबंधन केंद्रों को अंकित कीजिए —
🟢 (i) नई दिल्ली
🟢 (ii) गुवाहाटी
🟢 (iii) पटना
🟢 (iv) चेन्नई
🟢 (v) भोपाल
🟢 उत्तर:
📘 भारत के राजनीतिक मानचित्र पर उपरोक्त स्थानों को प्रतीकों से दर्शाएँ —
➤ नई दिल्ली – राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मुख्यालय।
➤ गुवाहाटी – पूर्वोत्तर क्षेत्रीय केंद्र।
➤ पटना – बाढ़ नियंत्रण केंद्र।
➤ चेन्नई – चक्रवात चेतावनी केंद्र।
➤ भोपाल – आपातकालीन योजना केंद्र।

——————————————————————————————————————————————————————————————————————-

Leave a Reply