Class 11 : Geography (In Hindi) – Lesson 10. वायुमंडल में जल
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🌍 प्रस्तावना
पृथ्वी पर जीवन की निरंतरता के लिए जल अत्यावश्यक है। जल न केवल पीने, कृषि और पारितंत्र के लिए आवश्यक है, बल्कि वायुमण्डल में इसका अस्तित्व पृथ्वी की जलवायु, मौसम और ऊर्जा संतुलन को भी नियंत्रित करता है। वायुमण्डल में जल मुख्य रूप से जलवाष्प (Water Vapour) के रूप में पाया जाता है। यह जलवाष्प पृथ्वी की सतह से वाष्पीकरण (Evaporation) और वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) के माध्यम से ऊपर उठकर वायुमण्डल में प्रवेश करता है और वहाँ अनेक प्रक्रियाओं — जैसे संघनन, बादल निर्माण, वर्षा आदि — में भाग लेता है।
वायुमण्डल में जल की उपस्थिति पृथ्वी की जलचक्र (Hydrological Cycle) का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। जलवाष्प सूर्य की ऊर्जा को अवशोषित और पुनर्वितरित करके तापमान को संतुलित करता है, बादलों और वर्षा के निर्माण में सहायक होता है, और पृथ्वी की सतह पर जल की निरंतरता बनाए रखता है।
💦 वायुमण्डल में जल के रूप
वायुमण्डल में जल तीन प्रमुख रूपों में पाया जाता है:
🌫️ जलवाष्प (Water Vapour): गैसीय अवस्था।
☁️ तरल जल (Liquid Water): बादलों और वर्षा की बूंदों के रूप में।
❄️ ठोस जल (Solid Water): हिमकण, बर्फ, ओले आदि के रूप में।
📍 इनमें से जलवाष्प सबसे महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह मौसम संबंधी प्रक्रियाओं का आधार है।
🌬️ जलवाष्प का स्रोत और वितरण
🌊 जलवाष्प मुख्यतः दो प्रक्रियाओं से उत्पन्न होती है:
🌡️ वाष्पीकरण (Evaporation): समुद्र, नदियों, झीलों और मिट्टी से जल का वायुमण्डल में परिवर्तित होना।
🌿 वाष्पोत्सर्जन (Transpiration): पौधों की पत्तियों से जल का वायुमण्डल में उत्सर्जन।
📊 जलवाष्प का वितरण:
भूमध्यरेखीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में जलवाष्प की मात्रा अधिक होती है।
ध्रुवीय और शुष्क क्षेत्रों में जलवाष्प की मात्रा कम होती है।
सतह से ऊँचाई बढ़ने पर जलवाष्प की मात्रा घटती जाती है।
📍 वायुमण्डल में जलवाष्प की औसत मात्रा 0% से 4% तक होती है।
☁️ आर्द्रता (Humidity)
📚 आर्द्रता वायुमण्डल में उपस्थित जलवाष्प की मात्रा को कहते हैं। यह मौसम विज्ञान का एक महत्त्वपूर्ण तत्व है और वर्षा, बादलों और तापमान को प्रभावित करती है।
आर्द्रता को मापने के लिए कई प्रकार की संकल्पनाएँ प्रयोग में लाई जाती हैं:
🌫️ 1. परम आर्द्रता (Absolute Humidity)
यह किसी निश्चित आयतन में उपस्थित जलवाष्प का वास्तविक भार होता है।
उदाहरण: 1 घन मीटर वायु में 10 ग्राम जलवाष्प → परम आर्द्रता = 10 ग्राम/मी³।
☁️ 2. विशिष्ट आर्द्रता (Specific Humidity)
यह प्रति इकाई वायु द्रव्यमान में उपस्थित जलवाष्प का द्रव्यमान है।
यह तापमान और दबाव से प्रभावित नहीं होती।
💧 3. सापेक्षिक आर्द्रता (Relative Humidity)
यह वर्तमान जलवाष्प की मात्रा और संतृप्ति जलवाष्प की मात्रा के अनुपात को प्रतिशत में दर्शाती है।
सूत्र:
100% सापेक्षिक आर्द्रता का अर्थ है कि वायु संतृप्त है और अब और जलवाष्प ग्रहण नहीं कर सकती।
🌡️ 4. ओसांक तापमान (Dew Point)
वह तापमान जिस पर वायु में उपस्थित जलवाष्प संतृप्त हो जाती है और संघनन प्रारम्भ होता है।
ओसांक जितना अधिक वास्तविक तापमान के निकट होगा, वायु उतनी अधिक नम होगी।
🌧️ जलवाष्प की प्रक्रियाएँ
वायुमण्डल में जल निरंतर एक चक्र के माध्यम से गतिशील रहता है जिसे जलचक्र (Hydrological Cycle) कहा जाता है। इसमें मुख्यतः चार प्रक्रियाएँ सम्मिलित हैं:
🌊 वाष्पीकरण: सतह से जल का वायुमण्डल में परिवर्तित होना।
☁️ संघनन (Condensation): जलवाष्प का ठंडा होकर तरल या ठोस में बदलना।
🌧️ वर्षा (Precipitation): बादलों से जल का सतह पर गिरना।
💦 प्रवाह (Runoff): सतह पर जल का बहाव और पुनः जलस्रोतों में मिलना।
☁️ संघनन (Condensation)
📍 संघनन वह प्रक्रिया है जिसमें जलवाष्प ठंडा होकर तरल जल या बर्फ में परिवर्तित हो जाती है। यह प्रक्रिया तब होती है जब वायु का तापमान उसके ओसांक तापमान से नीचे चला जाता है।
📊 संघनन के लिए आवश्यक शर्तें:
वायु का तापमान ओसांक से कम होना।
संघनन नाभिकों (जैसे धूलकण) की उपस्थिति।
📍 संघनन के परिणामस्वरूप बनने वाले रूप:
🌫️ ओस (Dew)
❄️ पाला (Frost)
☁️ बादल (Clouds)
🌫️ कुहरा (Fog)
🌁 धुंध (Mist)
☁️ बादलों का निर्माण और प्रकार
📍 बादल (Clouds) संघनित जलकणों या हिमकणों के समूह हैं जो वायुमण्डल में तैरते हैं। बादलों का निर्माण तब होता है जब जलवाष्प ठंडी होकर धूलकणों पर संघनित हो जाती है।
📊 बादलों के प्रमुख प्रकार:
☁️ 1. सिरस (Cirrus)
ऊँचाई: 6000-12000 मीटर।
पतले, रेशेदार, सफेद।
वर्षा नहीं करते, परन्तु मौसम परिवर्तन के संकेतक।
☁️ 2. क्यूमुलस (Cumulus)
ऊँचाई: 1000-5000 मीटर।
फूलदार और ऊर्ध्वाधर विस्तार वाले।
प्रायः साफ़ मौसम में बनते हैं।
☁️ 3. स्ट्रेटस (Stratus)
ऊँचाई: 0-2000 मीटर।
परतदार और क्षैतिज रूप से फैले।
हल्की बूंदाबांदी से जुड़े।
☁️ 4. निम्बोस्ट्रेटस (Nimbostratus)
गहरे, मोटे और विस्तृत।
लगातार वर्षा का कारण।
☁️ 5. क्यूमुलोनिम्बस (Cumulonimbus)
अत्यधिक ऊँचाई तक फैले विशाल बादल।
गर्जन, बिजली और भारी वर्षा से संबंधित।
🌧️ वर्षा (Precipitation)
📚 वर्षा वह प्रक्रिया है जिसमें संघनित जलकण गुरुत्व बल के कारण पृथ्वी की सतह पर गिरते हैं।
📊 वर्षा के प्रमुख प्रकार:
🌦️ 1. संवहनात्मक वर्षा (Convectional Rainfall)
उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में आम।
गर्म हवा ऊपर उठती है, ठंडी होकर संघनित होती है और वर्षा करती है।
🌦️ 2. पर्वतीय वर्षा (Orographic Rainfall)
पर्वत श्रृंखलाएँ वायु को ऊपर उठने पर मजबूर करती हैं।
ठंडी वायु संघनित होकर वर्षा करती है।
पर्वत की छाया वाली दिशा शुष्क रहती है (वर्षाछाया प्रभाव)।
🌦️ 3. चक्रवाती वर्षा (Cyclonic Rainfall)
निम्न दाब केंद्रों में गर्म और ठंडी वायु के मिलने से होती है।
सामान्यतः शीतोष्ण क्षेत्रों में पाई जाती है।
🌫️ वायुमण्डलीय जल के अन्य रूप
🌁 कुहरा (Fog): पृथ्वी की सतह के पास संघनन से बनने वाला घना जलवाष्प।
🌫️ धुंध (Mist): कुहरे से हल्का और कम घना।
🌨️ बर्फबारी (Snowfall): ठंडी वायु में जलवाष्प का सीधे बर्फ में परिवर्तित होना।
🌨️ ओले (Hail): जलकणों के बार-बार जमने और पिघलने से बर्फ के गोलों का बनना।
🌍 वायुमण्डल में जल का महत्त्व
☁️ तापीय संतुलन: जलवाष्प सौर विकिरण को अवशोषित करके पृथ्वी को अत्यधिक गर्म या ठंडा होने से बचाती है।
🌧️ मौसम और जलवायु: बादल, वर्षा, कुहरा और आर्द्रता सभी जलवाष्प से प्रभावित होते हैं।
🌿 पारितंत्र: पौधों, जानवरों और सूक्ष्मजीवों के लिए जल आवश्यक है।
💧 जल चक्र: पृथ्वी पर जल की निरंतरता बनाए रखता है।
⚡ ऊर्जा संतुलन: वाष्पीकरण और संघनन के दौरान गुप्त ऊष्मा का आदान-प्रदान तापमान को नियंत्रित करता है।
🌎 वायुमण्डलीय जल और मानव जीवन
कृषि वर्षा पर निर्भर है।
जल संसाधन (नदियाँ, झीलें, भूजल) वर्षा से पुनः भरते हैं।
वर्षा वितरण से जनसंख्या, कृषि पद्धतियाँ और बसावट प्रभावित होती है।
जलवाष्प जलवायु परिवर्तन में भी भूमिका निभाती है।
📚 2. सारांश (300 शब्द)
वायुमण्डल में जल मुख्यतः जलवाष्प के रूप में पाया जाता है, जो वाष्पीकरण और वाष्पोत्सर्जन से उत्पन्न होता है। यह जलवाष्प आर्द्रता, संघनन, बादल निर्माण और वर्षा जैसी प्रक्रियाओं का आधार है। आर्द्रता को परम, विशिष्ट और सापेक्षिक आर्द्रता के रूप में मापा जाता है। ओसांक तापमान वह तापमान है जिस पर वायु संतृप्त हो जाती है।
संघनन से ओस, पाला, बादल और कुहरा बनते हैं। बादल जलवाष्प के ठंडा होकर संघनित होने से बनते हैं और विभिन्न प्रकार के होते हैं — सिरस, क्यूमुलस, स्ट्रेटस, निम्बोस्ट्रेटस और क्यूमुलोनिम्बस। वर्षा संवहनात्मक, पर्वतीय और चक्रवाती हो सकती है। वायुमण्डल में जल तापीय संतुलन बनाए रखता है, मौसम और जलवायु को नियंत्रित करता है, जल चक्र को बनाए रखता है और पारितंत्र के लिए आवश्यक है।
वर्षा और जलवाष्प मानव जीवन को गहराई से प्रभावित करते हैं। कृषि, जल संसाधन, बसावट और जलवायु सभी जल पर निर्भर करते हैं। वायुमण्डल में जल की भूमिका जीवन की निरंतरता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
⚡ त्वरित पुनरावृत्ति (100 शब्द)
वायुमण्डल में जल जलवाष्प, तरल और ठोस रूप में पाया जाता है। यह वाष्पीकरण और वाष्पोत्सर्जन से उत्पन्न होता है और आर्द्रता, संघनन, बादल और वर्षा में भूमिका निभाता है। बादल जलवाष्प के ठंडा होकर संघनित होने से बनते हैं, जबकि वर्षा संवहनात्मक, पर्वतीय या चक्रवाती हो सकती है। जल तापीय संतुलन, मौसम, जलवायु और जल चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पारितंत्र, कृषि और मानव जीवन के लिए आवश्यक है।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
✨ 1. बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
🔵 प्रश्न (i): मानव के लिए वायुमंडल का सबसे महत्वपूर्ण घटक निम्नलिखित में से कौन सा है —
🟢 (क) जलवाष्प
🔵 (ख) धूलकण
🟡 (ग) नाइट्रोजन
🟣 (घ) ऑक्सीजन
✅ उत्तर: 🟢 (क) जलवाष्प
🟡 प्रश्न (ii): निम्नलिखित में से वह प्रक्रिया कौन-सी है जिसके द्वारा जल, द्रव से गैस में बदल जाता है —
🟢 (क) संघनन
🔵 (ख) वाष्पीकरण
🟡 (ग) वाष्पोत्सर्जन
🟣 (घ) अवक्षेपण
✅ उत्तर: 🔵 (ख) वाष्पीकरण
🟢 प्रश्न (iii): निम्नलिखित में से कौन सा वायु का वह स्तर है जिसमें नमी उसकी पूरी क्षमता के बराबर होती है —
🟢 (क) सापेक्ष आर्द्रता
🔵 (ख) निरपेक्ष आर्द्रता
🟡 (ग) विशिष्ट आर्द्रता
🟣 (घ) संतृप्त वायु
✅ उत्तर: 🟣 (घ) संतृप्त वायु
🟣 प्रश्न (iv): निम्नलिखित प्रकार के बादलों में से आकार में सबसे ऊँचा बादल कौन सा है —
🟢 (क) पच्छाय
🔵 (ख) वर्षा मेघ
🟡 (ग) स्तरी
🟣 (घ) क्यूम्यूलोनिंबस
✅ उत्तर: 🟣 (घ) क्यूम्यूलोनिंबस
✏️ 2. लघु उत्तरीय प्रश्न (लगभग 30 शब्दों में)
🌧️ प्रश्न (i): वर्षण के तीन प्रकारों के नाम लिखिए।
🌱 उत्तर: वर्षण के तीन मुख्य प्रकार हैं —
संवहनीय वर्षा
पर्वतीय वर्षा
चक्रवातीय वर्षा
🌦️ प्रश्न (ii): सापेक्ष आर्द्रता की व्याख्या कीजिए।
🌱 उत्तर: सापेक्ष आर्द्रता वह अनुपात है जिसमें वायु में उपस्थित वास्तविक जलवाष्प की मात्रा को उसी तापमान पर वायु की अधिकतम जलवाष्प धारण क्षमता से तुलना की जाती है। इसे प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है।
🌍 प्रश्न (iii): ऊँचाई के साथ जलवाष्प की मात्रा तेजी से क्यों घटती है?
🌱 उत्तर: जलवाष्प का अधिकांश भाग पृथ्वी की सतह के समीप उत्पन्न होता है। ऊँचाई बढ़ने पर तापमान घटने से वायु की जलवाष्प धारण क्षमता कम हो जाती है, जिससे जलवाष्प की मात्रा तेजी से घटती है।
☁️ प्रश्न (iv): बादल कैसे बनते हैं? बादलों का वर्गीकरण कीजिए।
🌱 उत्तर: जब वायु ऊपर उठती है, ठंडी होकर संतृप्त हो जाती है और जलवाष्प सूक्ष्म जलकणों में संघनित होकर बादल बनाती है। बादलों के चार प्रमुख प्रकार हैं — सिरस, क्यूम्यूलस, स्ट्रेटस और क्यूम्यूलोनिंबस।
🪐 3. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (लगभग 150 शब्दों में)
🌦️ प्रश्न (i): विश्व के वर्षा वितरण के प्रमुख लक्षणों की व्याख्या कीजिए।
🌱 उत्तर: विश्व में वर्षा का वितरण अक्षांश, स्थलाकृति, समुद्र से दूरी और पवन प्रणालियों पर निर्भर करता है। विषुवतीय क्षेत्र (10° उ. से 10° द.) में अधिक वर्षा होती है क्योंकि यहाँ गर्मी के कारण संवहन प्रबल होता है। उष्ण कटिबंधीय उच्चदाब क्षेत्रों (20° से 30°) में वर्षा बहुत कम होती है, जिससे मरुस्थल बनते हैं। मध्य अक्षांशों (30° से 60°) में चक्रवातीय वर्षा अधिक होती है। पर्वतीय क्षेत्रों में ओरोग्राफिक वर्षा और पवनवर्ती भागों में अधिक वर्षा होती है। महाद्वीपों के भीतरी भागों में वर्षा कम होती है। समुद्र तटीय क्षेत्रों में आर्द्र पवनों के कारण वर्षा अधिक होती है। कुल मिलाकर, विषुवतीय क्षेत्र सबसे अधिक और उपोष्णकटिबंधीय मरुस्थलीय क्षेत्र सबसे कम वर्षा प्राप्त करते हैं।
💧 प्रश्न (ii): संघनन के कौन-कौन से प्रकार हैं? ओस एवं पाला के बनने की प्रक्रिया की व्याख्या कीजिए।
🌱 उत्तर: संघनन के मुख्य प्रकार हैं — ओस, पाला, कुहरा, धुंध, बादल और वर्षा। जब सतह के समीप वायु का तापमान ओसांक तक घट जाता है, तो जलवाष्प सूक्ष्म जलकणों में संघनित होकर सतह पर जम जाती है, जिसे ओस कहते हैं। यदि तापमान हिमांक से नीचे गिर जाए, तो जलवाष्प सीधे बर्फ में बदलकर सतह पर जम जाती है, जिसे पाला कहते हैं। कुहरा और धुंध तब बनते हैं जब संघनन वायुमंडल में ऊँचाई पर होता है। इन प्रक्रियाओं से वर्षण और जल चक्र की निरंतरता बनी रहती है।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
🌏 खण्ड A — वस्तुनिष्ठ प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक)
🔵 प्रश्न 1: वायुमंडल में जल किस रूप में उपस्थित रहता है?
🟢 1️⃣ जलवाष्प, जल कण और हिम क्रिस्टल
🔴 2️⃣ केवल तरल जल
🟡 3️⃣ केवल हिम क्रिस्टल
🔴 4️⃣ केवल गैस रूप में
✔️ उत्तर: जलवाष्प, जल कण और हिम क्रिस्टल
🟡 प्रश्न 2: वायुमंडल में जलवाष्प का मुख्य स्रोत क्या है?
🟢 1️⃣ वाष्पीकरण और वाष्पोत्सर्जन
🔴 2️⃣ संघनन
🟡 3️⃣ वर्षा
🔴 4️⃣ हिमनद
✔️ उत्तर: वाष्पीकरण और वाष्पोत्सर्जन
🔴 प्रश्न 3: वायुमंडल में जलवाष्प की मात्रा किससे अधिक प्रभावित होती है?
🟢 1️⃣ तापमान
🔴 2️⃣ वायु दाब
🟡 3️⃣ पवन की गति
🔴 4️⃣ ऊँचाई
✔️ उत्तर: तापमान
🟢 प्रश्न 4: वायु में अधिकतम जलवाष्प धारण करने की क्षमता को क्या कहते हैं?
🟢 1️⃣ संतृप्ति
🔴 2️⃣ संघनन
🟡 3️⃣ बिंदुपात
🔴 4️⃣ अपक्षय
✔️ उत्तर: संतृप्ति
🔵 प्रश्न 5: वायु में जलवाष्प की वास्तविक मात्रा को क्या कहा जाता है?
🟢 1️⃣ आर्द्रता
🔴 2️⃣ वर्षा
🟡 3️⃣ ओस
🔴 4️⃣ हिम
✔️ उत्तर: आर्द्रता
🟡 प्रश्न 6: आर्द्रता मापने का यंत्र कौन-सा है?
🟢 1️⃣ हाइग्रोमीटर
🔴 2️⃣ बैरोमीटर
🟡 3️⃣ थर्मामीटर
🔴 4️⃣ एनीमोमीटर
✔️ उत्तर: हाइग्रोमीटर
🔴 प्रश्न 7: जब वायु में वास्तविक और अधिकतम आर्द्रता समान हो जाए, तब उसे क्या कहते हैं?
🟢 1️⃣ संतृप्त वायु
🔴 2️⃣ असंतृप्त वायु
🟡 3️⃣ शुष्क वायु
🔴 4️⃣ बाष्पित वायु
✔️ उत्तर: संतृप्त वायु
🟢 प्रश्न 8: वायु में जलवाष्प के संतृप्त होने के तापमान को क्या कहते हैं?
🟢 1️⃣ ओसांक तापमान
🔴 2️⃣ शुष्क तापमान
🟡 3️⃣ अधिकतम तापमान
🔴 4️⃣ संवहन तापमान
✔️ उत्तर: ओसांक तापमान
🔵 प्रश्न 9: संघनन के लिए क्या आवश्यक है?
🟢 1️⃣ तापमान में कमी और संघनन नाभिक
🔴 2️⃣ तापमान में वृद्धि
🟡 3️⃣ अधिक वायुदाब
🔴 4️⃣ तेज पवन
✔️ उत्तर: तापमान में कमी और संघनन नाभिक
🟡 प्रश्न 10: बादल बनने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
🟢 1️⃣ संघनन
🔴 2️⃣ वाष्पीकरण
🟡 3️⃣ वर्षण
🔴 4️⃣ संतृप्ति
✔️ उत्तर: संघनन
🔴 प्रश्न 11: वर्षा मापने के लिए प्रयुक्त यंत्र कौन-सा है?
🟢 1️⃣ वर्षामापी
🔴 2️⃣ हाइग्रोमीटर
🟡 3️⃣ बैरोमीटर
🔴 4️⃣ पवनदर्शक
✔️ उत्तर: वर्षामापी
🟢 प्रश्न 12: किस प्रकार की वर्षा गर्म आर्द्र वायु के ऊपर उठने से होती है?
🟢 1️⃣ संवहनीय वर्षा
🔴 2️⃣ पर्वतीय वर्षा
🟡 3️⃣ चक्रवाती वर्षा
🔴 4️⃣ कृत्रिम वर्षा
✔️ उत्तर: संवहनीय वर्षा
🧭 खण्ड B — लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 2 अंक)
🔵 प्रश्न 13: जलवाष्प क्या है?
🟢 उत्तर: जलवाष्प जल का गैसीय रूप है जो वाष्पीकरण और वाष्पोत्सर्जन द्वारा वायुमंडल में प्रवेश करता है।
🟡 प्रश्न 14: आर्द्रता को परिभाषित कीजिए।
🟢 उत्तर: वायु में उपस्थित जलवाष्प की मात्रा को आर्द्रता कहते हैं, जो जलवायु और वर्षा को प्रभावित करती है।
🔴 प्रश्न 15: सापेक्षिक आर्द्रता क्या है?
🟢 उत्तर: वास्तविक आर्द्रता और अधिकतम आर्द्रता के अनुपात को प्रतिशत में व्यक्त सापेक्षिक आर्द्रता कहते हैं।
🟢 प्रश्न 16: ओसांक तापमान क्या है?
🟢 उत्तर: वह तापमान जिस पर वायु संतृप्त होकर जलवाष्प संघनित होने लगती है, ओसांक तापमान कहलाता है।
🔵 प्रश्न 17: संघनन के लिए कौन-से दो कारक आवश्यक हैं?
🟢 उत्तर: (1) वायु का तापमान कम होना (2) संघनन नाभिकों की उपस्थिति।
🟡 प्रश्न 18: बादल बनने की प्रक्रिया का नाम लिखिए।
🟢 उत्तर: बादल संघनन की प्रक्रिया द्वारा बनते हैं जब जलवाष्प संघनित होकर सूक्ष्म जलकणों में परिवर्तित होती है।
🔴 प्रश्न 19: वर्षण से आप क्या समझते हैं?
🟢 उत्तर: वर्षण वह प्रक्रिया है जिसमें जलवाष्प संघनित होकर धरातल पर वर्षा, हिम, ओस या पाला के रूप में गिरती है।
🟢 प्रश्न 20: संवहनीय वर्षा क्या है?
🟢 उत्तर: संवहनीय वर्षा गर्म आर्द्र वायु के ऊपर उठकर ठंडी होकर संघनित होने से होती है।
🌍 खण्ड C — मध्यम उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 4 अंक)
🔵 प्रश्न 21: वायुमंडल में जलवाष्प के स्रोत और महत्व स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
स्रोत:
वाष्पीकरण: समुद्र, झील और नदियों से जल का वाष्प में परिवर्तित होकर वायुमंडल में प्रवेश।
वाष्पोत्सर्जन: पौधों द्वारा जलवाष्प का उत्सर्जन।
महत्त्व:
जलवाष्प वर्षा और बादल बनने में आवश्यक है।
यह ग्रीनहाउस प्रभाव में योगदान देकर तापमान संतुलन बनाए रखता है।
आर्द्रता और जलवायु को प्रभावित करता है।
जल चक्र का एक अनिवार्य घटक है।
🟡 प्रश्न 22: आर्द्रता के प्रकारों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
पूर्ण आर्द्रता: 1 घन मीटर वायु में उपस्थित जलवाष्प का कुल भार।
विशिष्ट आर्द्रता: 1 किलोग्राम वायु में उपस्थित जलवाष्प का भार।
सापेक्षिक आर्द्रता: वास्तविक और अधिकतम आर्द्रता का प्रतिशत अनुपात।
अधिकतम आर्द्रता: वायु में अधिकतम मात्रा में जलवाष्प धारण करने की क्षमता।
ये सभी प्रकार मौसम और वर्षा के अध्ययन में महत्त्वपूर्ण हैं।
🔴 प्रश्न 23: संघनन की प्रक्रिया और इसके परिणामों को स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
प्रक्रिया: जब वायु संतृप्त होकर ओसांक तापमान तक पहुँच जाती है और तापमान गिरता है, तो जलवाष्प संघनित होकर जलकणों में परिवर्तित हो जाती है।
परिणाम:
बादल: वायुमंडल में जलकणों के समूह।
ओस और पाला: सतह पर संघनित जल।
कोहरा: भूमि के समीप संघनित जलवाष्प।
हिम: उच्च अक्षांशों पर ठंडे संघनन से बर्फ का निर्माण।
🟢 प्रश्न 24: वर्षण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
वर्षण संघनन की अंतिम अवस्था है जब जलकण इतने भारी हो जाते हैं कि वे गुरुत्वाकर्षण के कारण धरातल पर गिरते हैं।
प्रारंभ में छोटे जलकण आपस में मिलकर बड़े बूंदों में बदलते हैं।
जब उनका भार वायु प्रतिरोध से अधिक हो जाता है, वे वर्षा के रूप में गिरते हैं।
तापमान कम होने पर वे हिम या ओलों के रूप में भी गिर सकते हैं।
🔵 प्रश्न 25: ओस और कोहरे में अंतर लिखिए।
🟢 उत्तर:
ओस: वायु में उपस्थित जलवाष्प सतह पर संघनित होकर जल बूंदों के रूप में जम जाती है।
कोहरा: सतह के पास जलवाष्प वायु में ही संघनित होकर सूक्ष्म बूंदों का रूप ले लेता है।
ओस साफ मौसम में बनती है जबकि कोहरा आर्द्र और ठंडे वातावरण में।
🟡 प्रश्न 26: वर्षण के विभिन्न रूपों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
🟢 उत्तर:
वर्षा: जल बूंदों का धरातल पर गिरना।
हिमपात: बर्फ के रूप में जल का गिरना।
ओले: जम चुके जलकणों का गिरना।
ओस और पाला: सतह पर संघनन से निर्मित जल बूंदें या बर्फ।
कोहरा और कुहासा: वायु में निलंबित सूक्ष्म जलकण।
🏞️ खण्ड D — विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 4.5 अंक)
🔴 प्रश्न 27: जल चक्र की प्रक्रिया और उसके महत्व का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
प्रक्रिया:
वाष्पीकरण: जल स्रोतों से जल वाष्प बनकर वायुमंडल में जाता है।
संघनन: जलवाष्प ठंडी होकर बादलों में बदलती है।
वर्षण: बादल जलकणों के रूप में धरातल पर गिरते हैं।
संग्रहण और प्रवाह: जल नदियों, झीलों और महासागरों में एकत्रित होकर पुनः वाष्पित होता है।
महत्त्व:
पृथ्वी पर जल संतुलन बनाए रखता है।
कृषि, जल संसाधन और पारिस्थितिकी के लिए आवश्यक।
जलवायु और तापमान को नियंत्रित करता है।
🟢 प्रश्न 28: वायुमंडल में जलवाष्प की भूमिका और उसके जलवायु पर प्रभाव को स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
जलवाष्प वर्षा और बादलों के निर्माण में आवश्यक है।
यह ग्रीनहाउस प्रभाव में योगदान देकर तापमान संतुलित रखता है।
आर्द्रता जलवायु और मौसम की प्रकृति को प्रभावित करती है।
जलवाष्प सौर और स्थलीय विकिरण को अवशोषित करती है जिससे ऊर्जा संतुलन बना रहता है।
यह मौसमीय घटनाओं जैसे तूफान और मानसून को प्रभावित करती है।
🔵 प्रश्न 29: वर्षा के प्रकारों का विस्तृत वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
संवहनीय वर्षा: गर्म आर्द्र वायु ऊपर उठकर ठंडी होकर वर्षा करती है।
पर्वतीय वर्षा: पर्वतों से टकराने पर वायु ऊपर उठती है और संघनित होकर वर्षा होती है।
चक्रवाती वर्षा: निम्न दाब केंद्रों में गर्म और ठंडी वायु के मिलने से वर्षा होती है।
प्रत्येक प्रकार की वर्षा जलवायु, कृषि और पारिस्थितिकी को प्रभावित करती है।
🟡 प्रश्न 30: वायुमंडल में जल के महत्व और मानव जीवन पर इसके प्रभावों को स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
जलवाष्प जलचक्र को संचालित करती है, जिससे पृथ्वी पर जल संसाधन पुनः उपलब्ध होते हैं।
कृषि उत्पादन और खाद्य सुरक्षा वर्षा पर निर्भर करती है।
जलवाष्प तापमान संतुलन और जलवायु को नियंत्रित करती है।
वर्षा नदियों और भूजल स्रोतों को पुनर्भरित करती है।
अत्यधिक या अपर्याप्त वर्षा बाढ़, सूखा और पारिस्थितिक असंतुलन का कारण बन सकती है।
इस प्रकार, वायुमंडल में जल पृथ्वी पर जीवन और पर्यावरण के लिए अनिवार्य तत्व है।
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मस्तिष्क मानचित्र
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दृश्य सामग्री
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