Biology (Hindi), Class 11

Class 11 : BIology (In Hindi) – अध्याय 16: उत्सर्जी उत्पाद एवं उनका निष्कासन

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन



🌿✨ प्रस्तावना
🧠 प्रत्येक जीव में निरंतर चयापचय क्रियाएँ होती रहती हैं जिनसे ऊर्जा प्राप्त होती है, परंतु इनके साथ अपशिष्ट पदार्थ भी उत्पन्न होते हैं।
💧 यदि ये अपशिष्ट पदार्थ शरीर में बने रहें तो विषाक्त प्रभाव डाल सकते हैं।
🌱 इन हानिकारक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने की प्रक्रिया को उत्सर्जन कहते हैं।
💡 मुख्य विचार:
“उत्सर्जन = चयापचयी अपशिष्टों का निष्कासन”
🧬 मुख्य अपशिष्ट पदार्थ —
🔹 अमोनिया
🔹 मूत्रजन (यूरिया)
🔹 मूत्राम्ल
🔹 कार्बन द्वि-आक्साइड
🔹 जल
🔹 लवण

🔵 1️⃣ उत्सर्जन के प्रकार (नाइट्रोजन अपशिष्ट के आधार पर)
🟢 (क) अमोनियाजनक जीव
💧 अपशिष्ट = अमोनिया
🌿 विषैला व अधिक जल में घुलनशील
🌊 जलीय जन्तुओं में पाया जाता है — मछलियाँ, जलीय कीट
🟡 (ख) मूत्रजनक जीव
💧 अपशिष्ट = मूत्रजन
🌱 मध्यम विषाक्त, मध्यम जल आवश्यकता
🧠 उदाहरण – मानव, उभयचर, स्तनधारी
🔴 (ग) मूत्राम्लजनक जीव
💧 अपशिष्ट = मूत्राम्ल
⚡ अत्यंत कम जल में निष्कासन
🌾 उदाहरण – पक्षी, सरीसृप
💡 सिद्धांत:
विषाक्तता क्रम — अमोनिया > मूत्रजन > मूत्राम्ल

🌿 2️⃣ मानव उत्सर्जन तंत्र के मुख्य अंग

Urinary system anatomy.


🧠 मानव उत्सर्जन तंत्र चार प्रमुख अंगों से मिलकर बना है —
🔹 वृक्क — रक्त का परिशोधन
🔹 मूत्रवाहिनी — वृक्क से मूत्राशय तक मूत्र ले जाती है
🔹 मूत्राशय — मूत्र का अस्थायी भंडारण
🔹 मूत्रमार्ग — मूत्र को बाहर निकालता है
💡 मुख्य विचार:
वृक्क = उत्सर्जन तंत्र का मुख्य अंग

🧬 3️⃣ वृक्क की रचना

Human kidney anatomy diagram illustration


🌿 प्रत्येक मनुष्य के दो वृक्क होते हैं।
आकार – राजमा के समान
स्थान – रीढ़ के दोनों ओर, उदर गुहा के पृष्ठ भाग में
संरचनात्मक भाग —
🔹 बाहरी भाग = छिलका (गुर्दा पटल)
🔹 आंतरिक भाग = मज्जा
🔹 मज्जा में पिरामिडाकार संरचनाएँ
🔹 शीर्ष भाग = पैपिला, जो वृक्क पेल्विस से जुड़ता है → मूत्रवाहिनी

🧠 4️⃣ वृक्क की कार्यात्मक इकाई — नेफ्रक
🧪 प्रत्येक वृक्क में लगभग 10 लाख नेफ्रक होते हैं।


🪴 मुख्य भाग —
🔹 ग्लोमेरुलस – बालिकाओं का जाल, छानन स्थल
🔹 बोमैन आवरण – ग्लोमेरुलस को घेरे रहता है
🔹 नलिका तंत्र – प्रोक्सिमल नलिका, हेन्ले पाश, डिस्टल नलिका
🔹 संग्राही नलिका – मूत्र को एकत्र कर बाहर भेजती है
💡 अवधारणा:
नेफ्रक = उत्सर्जन की सूक्ष्म इकाई

💧 5️⃣ मूत्र निर्माण की प्रक्रिया
तीन मुख्य चरणों में पूर्ण होती है —
🔵 (क) छानन (फिल्ट्रेशन)
🧠 ग्लोमेरुलस में रक्त के दाब से छानन होता है।
🌿 छने द्रव को प्राथमिक निस्यंद कहते हैं।
🟢 (ख) पुनः अवशोषण
🧬 उपयोगी पदार्थ (जल, ग्लूकोज़, अमीनो अम्ल) नलिकाओं से रक्त में पुनः ले लिए जाते हैं।
मुख्यतः प्रोक्सिमल नलिका में होता है।
🟡 (ग) स्रवण
💧 हानिकारक आयन (अमोनिया, हाइड्रोजन, पोटैशियम) नलिका में छोड़े जाते हैं।
➡️ अंतिम उत्पाद = मूत्र

🌱 6️⃣ मूत्र की संरचना
🔹 जल = लगभग 95%
🔹 मूत्रजन = लगभग 2%
🔹 अन्य = लवण, मूत्राम्ल, क्रिएटिनिन
💧 औसत मात्रा – लगभग 1.5 लीटर प्रतिदिन

⚡ 7️⃣ मूत्र निर्माण का नियंत्रण
🧠 अधोमस्तिष्कीय नियंत्रण (हाइपोथैलेमस)
🔹 प्रतिमूत्रवर्धक हार्मोन (ADH) – जल पुनः अवशोषण बढ़ाता है
🔹 जल की कमी → ADH अधिक → मूत्र कम
🔹 जल की अधिकता → ADH कम → मूत्र अधिक
🌿 एल्डोस्टेरोन हार्मोन – सोडियम का पुनः अवशोषण करता है

🪴 8️⃣ सहायक उत्सर्जी अंग
🌿 फेफड़े – कार्बन द्वि-आक्साइड व जलवाष्प का उत्सर्जन
🌿 त्वचा – स्वेद ग्रंथियाँ → जल, लवण का उत्सर्जन
🌿 यकृत – अमोनिया को मूत्रजन में रूपांतरित करता है, पित्त वर्णक उत्सर्जित करता है
🌿 बृहदांत्र – लवण अपशिष्ट का निष्कासन

🧬 9️⃣ मूत्रजन निर्माण (ऑर्निथिन चक्र)
🧠 यकृत में अमोनिया और कार्बन द्वि-आक्साइड मिलकर मूत्रजन बनाते हैं।
🧪 समीकरण:
2 अमोनिया + 1 कार्बन द्वि-आक्साइड → 1 मूत्रजन + जल

💧 🔟 मूत्रत्याग (विसर्जन)
🧴 मूत्राशय भरने पर दबाव बढ़ता है।
🧠 मस्तिष्क को संकेत → द्वार खुलते हैं → मूत्र बाहर।
आंशिक रूप से स्वैच्छिक क्रिया।

🌾 1️⃣1️⃣ उत्सर्जन तंत्र के विकार
🔴 मूत्र में रक्त (रक्तमूत्रता) – वृक्क क्षति
🔴 मूत्र में शर्करा (मधुमेह मूत्रता) – मधुमेह रोग
🔴 मूत्र में प्रोटीन (प्रोटीन मूत्रता) – नलिका विकार
🔴 वृक्क पथरी – लवण जमाव
🔴 वृक्क विफलता – नेफ्रक कार्य असफल
🧪 उपचार – कृत्रिम डायलिसिस, वृक्क प्रत्यारोपण



🧫 1️⃣2️⃣ कृत्रिम डायलिसिस
🧬 रक्त को अर्धपारगम्य झिल्ली से छाना जाता है।
अपशिष्ट बाहर, उपयोगी पदार्थ बने रहते हैं।
🌿 अस्थायी उपाय जब तक वृक्क कार्यशील न हो।

⚡ 1️⃣3️⃣ होमियोस्टेसिस में भूमिका
💧 जल, लवण, अम्ल-क्षार संतुलन बनाए रखना।
🧠 वृक्क = शरीर की आंतरिक स्थिरता (समस्थिति) के नियंत्रक।

💡✏️ अवधारणात्मक नोट
🔹 उत्सर्जन = अपशिष्ट निष्कासन
🔹 वृक्क = मुख्य उत्सर्जन अंग
🔹 नेफ्रक = कार्यात्मक इकाई
🔹 प्रक्रिया = छानन → पुनः अवशोषण → स्रवण
🔹 नियंत्रण = प्रतिमूत्रवर्धक हार्मोन
🔹 सहायक अंग = फेफड़े, त्वचा, यकृत

🧠🪴 📝 त्वरित पुनरावृत्ति
🌿 अपशिष्ट = अमोनिया, मूत्रजन, मूत्राम्ल
💧 वृक्क = रक्त परिशोधन
🧬 नेफ्रक = सूक्ष्म इकाई
⚡ नियंत्रण = ADH, एल्डोस्टेरोन
🍃 सहायक अंग = फेफड़े, त्वचा, यकृत

📘 सारांश
🧠 उत्सर्जन शरीर की स्थिरता के लिए आवश्यक क्रिया है।
💧 वृक्क रक्त से अपशिष्ट निकालकर मूत्र बनाते हैं।
🧬 नेफ्रक रक्त छानकर उपयोगी पदार्थ पुनः अवशोषित करता है।
🌿 अन्य अंग भी उत्सर्जन कार्य में सहायक हैं।
⚡ हार्मोन जल-संतुलन नियंत्रित करते हैं।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न

🔵 प्रश्न 1 : गुर्दीय निस्यंदन दर (GFR) को परिभाषित कीजिए।
🟢 उत्तर :
गुर्दीय निस्यंदन दर (Glomerular Filtration Rate – GFR) वह दर है जिससे प्रति मिनट ग्लोमेरुलस के द्वारा निस्यंदन (Filtration) की क्रिया संपन्न होती है।
✔️ सामान्यतः : GFR = लगभग 125 मि.ली./मिनट
➡️ अर्थात् एक दिन में लगभग 180 लीटर निस्यंद (Filtrate) का निर्माण होता है।

🔵 प्रश्न 2 : गुर्दीय निस्यंदन दर की स्वनियामक क्रियाविधि (Autoregulation) समझाइए।
🟢 उत्तर :
स्वनियमन वह प्रक्रिया है जिससे रक्तचाप में परिवर्तन के बावजूद GFR लगभग स्थिर रहता है।
✔️ इसमें जुक्स्टा-ग्लोमेरुलर युक्ति (JGA) मुख्य भूमिका निभाती है।
जुक्स्टा-ग्लोमेरुलर कोशिकाएँ : रक्तचाप घटने पर रेनिन स्रावित करती हैं।
रेनिन → एंजियोटेंसिन II → धमनीकों का संकुचन → ग्लोमेरुलर दाब बढ़ता है → GFR स्थिर।

🔵 प्रश्न 3 : निम्न कथनों को सही / गलत में वर्गीकृत कीजिए —
(क) मूत्र प्रतिवर्तन क्रिया द्वारा होता है। ✔️ सही
(ख) मूत्रनली के अधिवृक्कीय भाग में प्रोटीन पुनः अवशोषित होता है। ❌ गलत (प्रोटीन पुनः अवशोषित नहीं होता)
(ग) बोमैन-युक्ति में निस्यंदन क्रिया होती है। ✔️ सही
(घ) समीपस्थ नलिका (PCT) में ग्लूकोज़ का सक्रिय अवशोषण होता है। ✔️ सही

🔵 प्रश्न 4 : प्रत्यावर्तन क्रियाविधि (Counter Current Mechanism) का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर :
यह क्रिया हेंले का लूप और वासा रेक्टा के बीच होती है।
हेंले के अवरोही भाग में जल बाहर निकलता है।
आरोही भाग में लवण बाहर निकलते हैं।
➡️ इससे मज्जास्थि (Medulla) में परासरणीय दाब उच्च रहता है, जिससे पानी का पुनः अवशोषण होता है।
✔️ परिणाम : सघन मूत्र (Concentrated Urine) बनता है।

🔵 प्रश्न 5 : उत्सर्जन में यकृत, फुफ्फुस तथा त्वचा की भूमिका बताइए।
🟢 उत्तर :
यकृत : अमोनिया को यूरिया में परिवर्तित करता है।
फुफ्फुस : CO₂ और जलवाष्प का निष्कासन।
त्वचा : स्वेद ग्रंथियों द्वारा पसीना निकालती है जिसमें जल, लवण, यूरिया होते हैं।

🔵 प्रश्न 6 : मूत्रण की व्याख्या कीजिए।
🟢 उत्तर :
मूत्रण वह प्रक्रिया है जिसमें गुर्दे निस्यंदन, पुनः अवशोषण और स्रवण की क्रियाओं द्वारा मूत्र का निर्माण करते हैं।
✔️ चरण :
1️⃣ निस्यंदन (Filtration) — बोमैन युक्ति में
2️⃣ पुनः अवशोषण (Reabsorption) — नलिकाओं में
3️⃣ स्रवण (Secretion) — नलिकाओं में अपशिष्टों का निष्कासन

🔵 प्रश्न 7 : स्तम्भ I और II का मिलान कीजिए —
स्तम्भ I स्तम्भ II
(i) अमोनियालोटिक (घ) जल का पुनः अवशोषण
(ii) बोमैन-युक्ति (ङ) निस्यंदन
(iii) मूत्राशय (च) संग्रहण
(iv) यूरीकोटेलिक उत्सर्जन (छ) पक्षी
(v) एडीएच (ज) जल पुनः अवशोषण
✔️ सही युग्म : (i-छ), (ii-ङ), (iii-च), (iv-छ), (v-ज)

🔵 प्रश्न 8 : परासरणीय नियंत्रण (Osmoregulation) का अर्थ बताइए।
🟢 उत्तर :
परासरणीय नियंत्रण वह जैविक प्रक्रिया है जिसमें शरीर के द्रवों (रक्त, कोशिकीय द्रव) में जल और लवण का संतुलन बनाए रखा जाता है।
✔️ यह गुर्दों, हार्मोन (ADH, Aldosterone) और त्वचा के माध्यम से होता है।

🔵 प्रश्न 9 : उभयचर प्राणी यूरीकोटेलिक क्यों नहीं होते?
🟢 उत्तर :
उभयचर (जैसे मेंढक) अमोनियालोटिक होते हैं।
क्योंकि जल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होने पर वे अमोनिया उत्सर्जित कर सकते हैं।
➡️ यूरीकोटेलिक प्राणी (जैसे पक्षी, सरीसृप) जल की कमी में यूरिक अम्ल उत्सर्जित करते हैं।

🔵 प्रश्न 10 : जुक्स्टा ग्लोमेरुलर युक्ति (JGA) का कार्य बताइए।
🟢 उत्तर :
रक्तचाप कम होने पर रेनिन स्रावित करती है।
रेनिन → एंजियोटेंसिन-II → धमनीकाओं का संकुचन → रक्तचाप बढ़ता है → GFR स्थिर रहता है।

🔵 प्रश्न 11 : नाम सही चुनिए —
(क) हेंले का आरोही भाग जल के लिए _ है। ✔️ अभेद्य (ख) समीपस्थ नलिका में का अधिकतम पुनः अवशोषण होता है।
✔️ ग्लूकोज़ व लवण
(ग) वासा रेक्टा का कार्य _
है।
✔️ परासरणीय दाब बनाए रखना

🔵 प्रश्न 12 : सही कथन चुनिए —
(क) हेंले का आरोही भाग जल के लिए अभेद्य है। ✔️
(ख) समीपस्थ नलिका में ग्लूकोज़ पुनः अवशोषित होता है। ✔️
(ग) उत्सर्जन नलिका में लवण पुनः अवशोषित होते हैं। ✔️
(घ) वृक्क शिरा से उत्सर्जित रक्त शुद्ध होता है। ✔️

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न

(CBSE MODEL प्रश्न पत्र)

सिर्फ इसी पाठ से निर्मित CBSE MODEL प्रश्न पत्र।

🔴 प्रश्न 1:
मानव में उत्सर्जन का प्रमुख अंग कौन-सा है?
🔵 1️⃣ यकृत
🟢 2️⃣ वृक्क (किडनी)
🟡 3️⃣ फेफड़े
🔴 4️⃣ त्वचा
🟢 उत्तर: 2️⃣ वृक्क (किडनी)

🔴 प्रश्न 2:
निम्न में से कौन-सा उत्सर्जी पदार्थ नहीं है?
🔵 1️⃣ यूरिया
🟢 2️⃣ अमोनिया
🟡 3️⃣ ग्लूकोज़
🔴 4️⃣ यूरिक अम्ल
🟢 उत्तर: 3️⃣ ग्लूकोज़

🔴 प्रश्न 3:
मानव में नाइट्रोजन अपशिष्ट किस रूप में बाहर निकलता है?
🔵 1️⃣ अमोनिया
🟢 2️⃣ यूरिया
🟡 3️⃣ यूरिक अम्ल
🔴 4️⃣ क्रिएटिनिन
🟢 उत्तर: 2️⃣ यूरिया

🔴 प्रश्न 4:
यूरिया का निर्माण शरीर के किस अंग में होता है?
🔵 1️⃣ वृक्क
🟢 2️⃣ यकृत
🟡 3️⃣ मूत्राशय
🔴 4️⃣ त्वचा
🟢 उत्तर: 2️⃣ यकृत

🔴 प्रश्न 5:
वृक्क की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई कहलाती है —
🔵 1️⃣ नलिका
🟢 2️⃣ नेफ्रॉन
🟡 3️⃣ ग्लोमेरुलस
🔴 4️⃣ नेफ्रिडिया
🟢 उत्तर: 2️⃣ नेफ्रॉन

🔴 प्रश्न 6:
मनुष्य में मूत्र निर्माण की प्रारंभिक प्रक्रिया है —
🔵 1️⃣ पुनः अवशोषण
🟢 2️⃣ परासरण (फिल्ट्रेशन)
🟡 3️⃣ स्रवण
🔴 4️⃣ परिपक्वता
🟢 उत्तर: 2️⃣ परासरण (फिल्ट्रेशन)

🔴 प्रश्न 7:
ग्लोमेरुलस कहाँ पाया जाता है?
🔵 1️⃣ हेनले लूप में
🟢 2️⃣ बोमैन कैप्सूल में
🟡 3️⃣ संग्रह नलिका में
🔴 4️⃣ डिस्टल नलिका में
🟢 उत्तर: 2️⃣ बोमैन कैप्सूल में

🔴 प्रश्न 8:
हेनले लूप का कार्य है —
🔵 1️⃣ मूत्र का संग्रह
🟢 2️⃣ जल का पुनः अवशोषण
🟡 3️⃣ अमोनिया का स्रवण
🔴 4️⃣ यूरिया का संश्लेषण
🟢 उत्तर: 2️⃣ जल का पुनः अवशोषण

🔴 प्रश्न 9:
निम्न में से कौन-सा अमोनोटेलिक जीव है?
🔵 1️⃣ मानव
🟢 2️⃣ मेंढक
🟡 3️⃣ मछली
🔴 4️⃣ पक्षी
🟢 उत्तर: 3️⃣ मछली

🔴 प्रश्न 10:
कौन-सा अंग त्वचा के माध्यम से उत्सर्जन करता है?
🔵 1️⃣ स्वेद ग्रंथि
🟢 2️⃣ तेल ग्रंथि
🟡 3️⃣ बाल रोम
🔴 4️⃣ तंत्रिका कोशिका
🟢 उत्तर: 1️⃣ स्वेद ग्रंथि

🔴 प्रश्न 11:
उत्सर्जन की परिभाषा लिखिए।
🟢 उत्तर:
जीव द्वारा शरीर में बनने वाले अपशिष्ट पदार्थों जैसे — यूरिया, अमोनिया, यूरिक अम्ल आदि का शरीर से बाहर निष्कासन उत्सर्जन कहलाता है।

🔴 प्रश्न 12:
मानव में उत्सर्जन के तीन सहायक अंगों के नाम लिखिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ त्वचा (स्वेद द्वारा)
2️⃣ फेफड़े (CO₂ निष्कासन)
3️⃣ यकृत (विषैले पदार्थों का अपघटन)


🔴 प्रश्न 13:
उत्सर्जन का जैविक महत्व लिखिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ उत्सर्जन शरीर में बनने वाले अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है।
2️⃣ यह शरीर के रासायनिक संतुलन को बनाए रखता है।
3️⃣ विषैले पदार्थ जैसे अमोनिया, यूरिया, यूरिक अम्ल का निष्कासन करता है।
4️⃣ रक्त का pH संतुलन और जल-संतुलन बनाए रखता है।
✔️ निष्कर्ष: उत्सर्जन जीवन क्रियाओं की निरंतरता और स्वास्थ्य संरक्षण के लिए आवश्यक है।

🔴 प्रश्न 14:
उत्सर्जन के प्रमुख अंगों का नाम लिखिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ वृक्क (किडनी): मूत्र निर्माण व निष्कासन।
2️⃣ त्वचा: स्वेद ग्रंथियों द्वारा जल, लवण का निष्कासन।
3️⃣ फेफड़े: CO₂ और जल वाष्प का निष्कासन।
4️⃣ यकृत: अमोनिया का यूरिया में परिवर्तन और विषहरण।
✔️ निष्कर्ष: सभी अंग मिलकर शरीर से अपशिष्ट हटाकर संतुलन बनाए रखते हैं।

🔴 प्रश्न 15:
अमोनोटेलिक, यूरेटेलिक और यूरिकोटेलिक जीवों में अंतर बताइए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ अमोनोटेलिक: अमोनिया उत्सर्जित करते हैं; जैसे मछलियाँ।
2️⃣ यूरेटेलिक: यूरिया उत्सर्जित करते हैं; जैसे मानव।
3️⃣ यूरिकोटेलिक: यूरिक अम्ल उत्सर्जित करते हैं; जैसे पक्षी।
✔️ निष्कर्ष: यह भिन्नता जल उपलब्धता और पर्यावरणीय अनुकूलता पर निर्भर करती है।

🔴 प्रश्न 16:
वृक्क की संरचना का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ प्रत्येक वृक्क से मूत्रवाहिनी निकलती है।
2️⃣ वृक्क का बाहरी भाग कॉर्टेक्स, भीतरी भाग मेड्यूला कहलाता है।
3️⃣ इसमें नेफ्रॉन नामक इकाइयाँ होती हैं, जो मूत्र निर्माण करती हैं।
✔️ निष्कर्ष: वृक्क शरीर के अपशिष्ट निष्कासन का प्रमुख अंग है।

🔴 प्रश्न 17:
नेफ्रॉन के भागों का नाम लिखिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ बोमैन कैप्सूल
2️⃣ ग्लोमेरुलस
3️⃣ प्रॉक्सिमल नलिका (PCT)
4️⃣ हेनले लूप
5️⃣ डिस्टल नलिका (DCT)
6️⃣ संग्रह नलिका
✔️ निष्कर्ष: नेफ्रॉन इन भागों के माध्यम से मूत्र निर्माण की सभी क्रियाएँ करता है।

🔴 प्रश्न 18:
मूत्र निर्माण की तीन प्रमुख प्रक्रियाएँ लिखिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ ग्लोमेरुलर परासरण (Filtration): रक्त का निस्यंदन।
2️⃣ पुनः अवशोषण: उपयोगी पदार्थों का पुनः ग्रहण।
3️⃣ नलिकीय स्रवण: अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन।
✔️ निष्कर्ष: इन तीनों क्रियाओं से शुद्ध मूत्र बनता है।

🔴 प्रश्न 19:
मूत्र की संरचना का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ जल — 95%
2️⃣ यूरिया — 2%
3️⃣ लवण — 1.5%
4️⃣ यूरिक अम्ल, अमोनिया — 0.5%
✔️ निष्कर्ष: मूत्र अपशिष्ट पदार्थों के निष्कासन का माध्यम है।

🔴 प्रश्न 20:
यकृत का उत्सर्जन में क्या योगदान है?
🟢 उत्तर:
1️⃣ अमोनिया को यूरिया में बदलता है (ऑर्निथिन चक्र)।
2️⃣ विषैले पदार्थों का अपघटन करता है।
3️⃣ पुरानी RBC का विघटन और पित्त वर्णक निर्माण करता है।
✔️ निष्कर्ष: यकृत शरीर का प्रमुख विषहरण केंद्र है।

🔴 प्रश्न 21:
त्वचा का उत्सर्जन में योगदान लिखिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ स्वेद ग्रंथियाँ पसीने के रूप में जल, लवण और यूरिया निकालती हैं।
2️⃣ यह शरीर का तापमान नियंत्रित रखती है।
✔️ निष्कर्ष: त्वचा उत्सर्जन और ताप-नियमन दोनों में सहायक है।

🔴 प्रश्न 22:
फेफड़ों का उत्सर्जन में क्या कार्य है?
🟢 उत्तर:
फेफड़े श्वसन के दौरान शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड और जल वाष्प बाहर निकालते हैं।
✔️ निष्कर्ष: यह गैसीय अपशिष्टों के निष्कासन में सहायक हैं।


🔴 प्रश्न 23:
वृक्क की संरचना और कार्य का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
मानव शरीर में दो वृक्क होते हैं जो उदर के पिछले भाग में रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर स्थित रहते हैं। प्रत्येक वृक्क से मूत्रवाहिनी निकलती है जो मूत्राशय में खुलती है। वृक्क का बाहरी भाग कॉर्टेक्स और आंतरिक भाग मेड्यूला कहलाता है। मेड्यूला में पिरामिडनुमा संरचनाएँ होती हैं जो पेल्विस से जुड़ी रहती हैं। प्रत्येक वृक्क में लगभग दस लाख नेफ्रॉन होते हैं जो इसकी क्रियात्मक इकाइयाँ हैं।
मुख्य कार्य:
1️⃣ रक्त का परासरण कर अपशिष्ट निकालना।
2️⃣ उपयोगी पदार्थों का पुनः अवशोषण।
3️⃣ जल-लवण संतुलन और pH का नियंत्रण।
4️⃣ मूत्र निर्माण व निष्कासन।
✔️ निष्कर्ष: वृक्क शरीर से विषैले पदार्थ हटाकर आंतरिक संतुलन (होमियोस्टैसिस) बनाए रखते हैं।

🔴 प्रश्न 24:
नेफ्रॉन की संरचना और कार्य समझाइए।
🟢 उत्तर:
नेफ्रॉन वृक्क की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई है। इसका आरंभ बोमैन कैप्सूल से होता है, जिसमें ग्लोमेरुलस नामक केशिकाजन्य जाल होता है जहाँ रक्त का परासरण होता है। इसके बाद प्रॉक्सिमल नलिका (PCT) आती है, जहाँ ग्लूकोज़, अमीनो अम्ल, Na⁺, जल आदि का पुनः अवशोषण होता है। हेनले लूप जल पुनः अवशोषण और मूत्र के सान्द्रीकरण में सहायक होता है। डिस्टल नलिका (DCT) आयनों के संतुलन में भूमिका निभाती है। अंत में संग्रह नलिका मूत्र को पेल्विस तक ले जाती है।
✔️ निष्कर्ष: नेफ्रॉन रक्त को शुद्ध कर उपयोगी पदार्थों को वापस ग्रहण करता है और अपशिष्टों को मूत्र के रूप में निष्कासित करता है।

🔴 प्रश्न 25:
मूत्र निर्माण की प्रक्रिया का विस्तार से वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
मूत्र निर्माण तीन मुख्य चरणों में होता है:
1️⃣ ग्लोमेरुलर परासरण (Filtration): बोमैन कैप्सूल में रक्त का निस्यंदन होता है, जिसमें जल, लवण, ग्लूकोज़, यूरिया आदि प्रवेश करते हैं।
2️⃣ पुनः अवशोषण (Reabsorption): PCT, हेनले लूप, DCT में उपयोगी पदार्थ जैसे ग्लूकोज़, अमीनो अम्ल और जल पुनः रक्त में लौटते हैं।
3️⃣ नलिकीय स्रवण (Tubular Secretion): अतिरिक्त H⁺, K⁺ आयन और अमोनिया नलिकाओं में स्रवित होकर मूत्र में मिलते हैं।
अंततः संग्रह नलिका से मूत्र वृक्क पेल्विस में पहुँचकर मूत्रवाहिनी के माध्यम से बाहर जाता है।
✔️ निष्कर्ष: यह प्रक्रिया शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त रखती है और जल-लवण संतुलन बनाए रखती है।

🔴 प्रश्न 26:
मानव उत्सर्जन तंत्र का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
मानव उत्सर्जन तंत्र चार प्रमुख अंगों से बना है —
1️⃣ वृक्क (Kidneys): रक्त से अपशिष्ट निकालकर मूत्र बनाते हैं।
2️⃣ मूत्रवाहिनी (Ureters): वृक्क से मूत्र को मूत्राशय तक ले जाती हैं।
3️⃣ मूत्राशय (Urinary bladder): मूत्र का अस्थायी भंडारण करता है।
4️⃣ मूत्रमार्ग (Urethra): मूत्र को बाहर निकालता है।
इसके अतिरिक्त त्वचा, फेफड़े और यकृत भी सहायक उत्सर्जक हैं।
✔️ निष्कर्ष: यह तंत्र शरीर से विषैले पदार्थ, अतिरिक्त जल व लवण निकालकर शरीर की रासायनिक स्थिरता बनाए रखता है।

🔴 प्रश्न 27:
होमियोस्टैसिस में उत्सर्जन तंत्र की भूमिका समझाइए।
🟢 उत्तर:
होमियोस्टैसिस का अर्थ है शरीर का आंतरिक संतुलन बनाए रखना। उत्सर्जन तंत्र इस संतुलन को निम्न प्रकार से बनाए रखता है —
1️⃣ जल-संतुलन नियंत्रित करता है (ADH हार्मोन की सहायता से)।
2️⃣ लवण और आयनों की मात्रा संतुलित रखता है।
3️⃣ अम्ल-क्षार संतुलन (pH) बनाए रखता है।
4️⃣ विषैले अपशिष्ट पदार्थ जैसे अमोनिया, यूरिया को निकालता है।
✔️ निष्कर्ष: उत्सर्जन तंत्र शरीर की रासायनिक स्थिरता सुनिश्चित कर सभी जैव क्रियाओं के सुचारू संचालन में सहायता करता है।

🔴 प्रश्न 28:
यूरिया चक्र (ऑर्निथिन चक्र) का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
यूरिया चक्र यकृत में होता है, जहाँ विषैला अमोनिया कम विषैले यूरिया में परिवर्तित होता है।
मुख्य चरण —
1️⃣ अमोनिया, CO₂ और ऑर्निथिन मिलकर साइट्रुलिन बनाते हैं।
2️⃣ साइट्रुलिन में अमोनिया जुड़कर आर्जिनिन बनाता है।
3️⃣ आर्जिनिन के विघटन से यूरिया और ऑर्निथिन पुनः बनते हैं।
यह चक्र ATP ऊर्जा पर निर्भर है।
✔️ निष्कर्ष: यह प्रक्रिया अमोनिया को सुरक्षित रूप से निष्कास्य यूरिया में बदलकर शरीर को विषमुक्त रखती है।

🔴 प्रश्न 29:
मूत्र के घटकों का विस्तृत वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
सामान्य मूत्र हल्का पीला, हल्का अम्लीय (pH ≈ 6) होता है।
घटक:
1️⃣ जल (95%) — मूत्र का मुख्य घटक।
2️⃣ यूरिया (2%) — नाइट्रोजन अपशिष्ट।
3️⃣ लवण (1.5%) — Na⁺, K⁺, Cl⁻ आदि।
4️⃣ अन्य (0.5%) — यूरिक अम्ल, क्रिएटिनिन, अमोनिया।
मूत्र की मात्रा व संघटन जल सेवन व हार्मोनल नियंत्रण पर निर्भर करता है।
✔️ निष्कर्ष: मूत्र शरीर के चयापचय अपशिष्टों का निष्कासन कर संतुलन बनाए रखता है।

🔴 प्रश्न 30:
मूत्र में पाई जाने वाली असामान्यताओं का वर्णन कीजिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ ग्लाइकोसूरिया: मूत्र में ग्लूकोज़ की उपस्थिति (मधुमेह)।
2️⃣ प्रोटीनूरिया: मूत्र में प्रोटीन की उपस्थिति (वृक्क विकार)।
3️⃣ हिमेटूरिया: मूत्र में रक्त की उपस्थिति (गंभीर वृक्क क्षति)।
4️⃣ पॉलीयूरिया: अत्यधिक मूत्र उत्सर्जन (डायबिटीज)।
5️⃣ ओलिग्यूरिया: कम मूत्र उत्सर्जन।
6️⃣ एन्यूरिया: मूत्र निर्माण का पूर्ण अभाव।
✔️ निष्कर्ष: ये असामान्यताएँ वृक्क या चयापचय संबंधी रोगों का संकेत हैं, जिनका शीघ्र उपचार आवश्यक है।

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Neet पिछले सालों के प्रश्न



🔵 प्रश्न 1. मनुष्यों में उत्सर्जन का मुख्य अंग है
🟡 अ. यकृत
🟡 ब. गुर्दा
🟡 स. त्वचा
🟡 द. फेफड़े
🟢 उत्तर : ब. गुर्दा
📅 NEET 2018


🔵 प्रश्न 2. नेफ्रॉन का कार्यात्मक भाग है
🟡 अ. बोमैन कैप्सूल
🟡 ब. रीनल कॉर्पसकल
🟡 स. रीनल ट्यूब्यूल
🟡 द. पूरा नेफ्रॉन
🟢 उत्तर : द. पूरा नेफ्रॉन
📅 AIPMT 2015


🔵 प्रश्न 3. मानव गुर्दे का संरचनात्मक एवं कार्यात्मक इकाई है
🟡 अ. नेफ्रॉन
🟡 ब. ग्लोमेरुलस
🟡 स. बोमैन कैप्सूल
🟡 द. कलेक्टिंग डक्ट
🟢 उत्तर : अ. नेफ्रॉन
📅 NEET 2017


🔵 प्रश्न 4. निस्यंदन (Filtration) कहाँ होता है
🟡 अ. हेनले का लूप
🟡 ब. कलेक्टिंग डक्ट
🟡 स. ग्लोमेरुलस
🟡 द. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟢 उत्तर : स. ग्लोमेरुलस
📅 AIPMT 2013


🔵 प्रश्न 5. पुनःअवशोषण (Reabsorption) का अधिकांश भाग किस भाग में होता है
🟡 अ. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟡 ब. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
🟡 स. हेनले का लूप
🟡 द. कलेक्टिंग डक्ट
🟢 उत्तर : ब. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
📅 NEET 2016


🔵 प्रश्न 6. हेनले का लूप का अवरोही भाग किसके लिए पारगम्य है
🟡 अ. जल
🟡 ब. सोडियम आयन
🟡 स. यूरिया
🟡 द. ग्लूकोज
🟢 उत्तर : अ. जल
📅 AIPMT 2014


🔵 प्रश्न 7. रेनिन एंजाइम का कार्य है
🟡 अ. यूरिया संश्लेषण
🟡 ब. रक्तचाप विनियमन
🟡 स. ग्लूकोज विघटन
🟡 द. प्रोटीन पाचन
🟢 उत्तर : ब. रक्तचाप विनियमन
📅 NEET 2015


🔵 प्रश्न 8. ADH हार्मोन का कार्य है
🟡 अ. जल पुनःअवशोषण बढ़ाना
🟡 ब. जल पुनःअवशोषण घटाना
🟡 स. यूरिया उत्सर्जन बढ़ाना
🟡 द. सोडियम उत्सर्जन घटाना
🟢 उत्तर : अ. जल पुनःअवशोषण बढ़ाना
📅 AIPMT 2012


🔵 प्रश्न 9. यूरिया का निर्माण कहाँ होता है
🟡 अ. गुर्दा
🟡 ब. यकृत
🟡 स. रक्त
🟡 द. त्वचा
🟢 उत्तर : ब. यकृत
📅 NEET 2014


🔵 प्रश्न 10. मनुष्य में नाइट्रोजनस अपशिष्ट का मुख्य रूप है
🟡 अ. अमोनिया
🟡 ब. यूरिया
🟡 स. यूरिक अम्ल
🟡 द. क्रिएटिनिन
🟢 उत्तर : ब. यूरिया
📅 AIPMT 2015


🔵 प्रश्न 11. अल्ट्रा-फिल्ट्रेशन की प्रक्रिया किस दबाव पर आधारित है
🟡 अ. हाइड्रोस्टेटिक दबाव
🟡 ब. परासरण दबाव
🟡 स. ऑन्कोटिक दबाव
🟡 द. वायुमंडलीय दबाव
🟢 उत्तर : अ. हाइड्रोस्टेटिक दबाव
📅 NEET 2016


🔵 प्रश्न 12. अमोनोटेलिक प्राणी कौन हैं
🟡 अ. उभयचर
🟡 ब. सरीसृप
🟡 स. मछलियाँ (हड्डीदार)
🟡 द. हड्डीविहीन मछलियाँ (हड्डी रहित)
🟢 उत्तर : द. हड्डीविहीन मछलियाँ (हड्डी रहित)
📅 AIPMT 2013


🔵 प्रश्न 13. यूरिकोटेलिक प्राणियों का मुख्य अपशिष्ट है
🟡 अ. अमोनिया
🟡 ब. यूरिया
🟡 स. यूरिक अम्ल
🟡 द. क्रिएटिनिन
🟢 उत्तर : स. यूरिक अम्ल
📅 NEET 2017


🔵 प्रश्न 14. ग्लोमेरुलर निस्यंदन दर (GFR) सामान्यतः
🟡 अ. 75 mL/मिनट
🟡 ब. 125 mL/मिनट
🟡 स. 250 mL/मिनट
🟡 द. 500 mL/मिनट
🟢 उत्तर : ब. 125 mL/मिनट
📅 AIPMT 2015


🔵 प्रश्न 15. यूरिया चक्र का अन्य नाम है
🟡 अ. बोहर चक्र
🟡 ब. क्रेब्स-हेनसेलाइट चक्र
🟡 स. साइट्रिक अम्ल चक्र
🟡 द. रेनिन-एंजियोटेंसिन चक्र
🟢 उत्तर : ब. क्रेब्स-हेनसेलाइट चक्र
📅 NEET 2014


🔵 प्रश्न 16. वासोप्रेसिन हार्मोन का दूसरा नाम है
🟡 अ. ADH
🟡 ब. रेनिन
🟡 स. एल्डोस्टेरोन
🟡 द. एंजियोटेंसिन
🟢 उत्तर : अ. ADH
📅 AIPMT 2012


🔵 प्रश्न 17. हाइपोथैलेमस से कौन-सा हार्मोन जल संतुलन को प्रभावित करता है
🟡 अ. रेनिन
🟡 ब. ADH
🟡 स. एल्डोस्टेरोन
🟡 द. एंजियोटेंसिन
🟢 उत्तर : ब. ADH
📅 NEET 2015


🔵 प्रश्न 18. यूरिया संश्लेषण का प्रमुख स्थल है
🟡 अ. गुर्दा
🟡 ब. यकृत
🟡 स. मूत्राशय
🟡 द. रक्त
🟢 उत्तर : ब. यकृत
📅 AIPMT 2016


🔵 प्रश्न 19. नेफ्रॉन में अंतिम मूत्र का संकेंद्रण किस भाग में होता है
🟡 अ. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
🟡 ब. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟡 स. हेनले का लूप
🟡 द. कलेक्टिंग डक्ट
🟢 उत्तर : द. कलेक्टिंग डक्ट
📅 NEET 2017


🔵 प्रश्न 20. कौन-सा हार्मोन सोडियम पुनःअवशोषण को बढ़ाता है
🟡 अ. ADH
🟡 ब. एल्डोस्टेरोन
🟡 स. रेनिन
🟡 द. एंजियोटेंसिन
🟢 उत्तर : ब. एल्डोस्टेरोन
📅 AIPMT 2013


🔵 प्रश्न 21. यूरिया का सर्वाधिक भाग कहाँ से उत्सर्जित होता है
🟡 अ. त्वचा
🟡 ब. फेफड़े
🟡 स. गुर्दे
🟡 द. यकृत
🟢 उत्तर : स. गुर्दे
📅 NEET 2014


🔵 प्रश्न 22. ग्लोमेरुलर निस्यंदन दर का नियमन किसके द्वारा होता है
🟡 अ. रेनिन-एंजियोटेंसिन तंत्र
🟡 ब. ADH
🟡 स. एल्डोस्टेरोन
🟡 द. यूरिया चक्र
🟢 उत्तर : अ. रेनिन-एंजियोटेंसिन तंत्र
📅 AIPMT 2015


🔵 प्रश्न 23. कौन-सा नाइट्रोजनस अपशिष्ट सबसे विषैला है
🟡 अ. यूरिया
🟡 ब. यूरिक अम्ल
🟡 स. अमोनिया
🟡 द. क्रिएटिनिन
🟢 उत्तर : स. अमोनिया
📅 NEET 2016


🔵 प्रश्न 24. स्तनधारियों में नेफ्रॉन का वह भाग जो मूत्र को गाढ़ा करता है
🟡 अ. बोमैन कैप्सूल
🟡 ब. हेनले का लूप
🟡 स. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
🟡 द. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟢 उत्तर : ब. हेनले का लूप
📅 AIPMT 2014


🔵 प्रश्न 25. मनुष्य के गुर्दे किस प्रकार के उत्सर्जी अंग हैं
🟡 अ. मेटानेफ्रिक
🟡 ब. प्रोनफ्रिक
🟡 स. मेसोनेफ्रिक
🟡 द. नेफ्रिडियल
🟢 उत्तर : अ. मेटानेफ्रिक
📅 NEET 2018


🔵 प्रश्न 26. गुर्दे में रक्त का निस्यंदन किस संरचना में होता है
🟡 अ. कलेक्टिंग डक्ट
🟡 ब. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟡 स. ग्लोमेरुलस
🟡 द. हेनले का लूप
🟢 उत्तर : स. ग्लोमेरुलस
📅 AIPMT 2014


🔵 प्रश्न 27. यूरिकोटेलिक प्राणी कौन हैं
🟡 अ. हड्डीदार मछलियाँ
🟡 ब. उभयचर
🟡 स. पक्षी और सरीसृप
🟡 द. स्तनधारी
🟢 उत्तर : स. पक्षी और सरीसृप
📅 NEET 2015


🔵 प्रश्न 28. अमोनोटेलिक प्राणियों के नाइट्रोजनस अपशिष्ट का रूप है
🟡 अ. यूरिक अम्ल
🟡 ब. यूरिया
🟡 स. अमोनिया
🟡 द. क्रिएटिनिन
🟢 उत्तर : स. अमोनिया
📅 AIPMT 2013


🔵 प्रश्न 29. मानव मूत्र का सामान्य pH है
🟡 अ. 4.0–5.0
🟡 ब. 6.0–6.5
🟡 स. 7.5–8.0
🟡 द. 8.5–9.0
🟢 उत्तर : ब. 6.0–6.5
📅 NEET 2016


🔵 प्रश्न 30. नेफ्रॉन में सोडियम का सर्वाधिक पुनःअवशोषण होता है
🟡 अ. हेनले का लूप
🟡 ब. कलेक्टिंग डक्ट
🟡 स. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
🟡 द. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟢 उत्तर : स. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
📅 AIPMT 2015


🔵 प्रश्न 31. रेनिन-एंजियोटेंसिन तंत्र का कार्य है
🟡 अ. रक्तचाप घटाना
🟡 ब. रक्तचाप बढ़ाना
🟡 स. रक्त का pH बढ़ाना
🟡 द. जल पुनःअवशोषण रोकना
🟢 उत्तर : ब. रक्तचाप बढ़ाना
📅 NEET 2018


🔵 प्रश्न 32. हेनले का लूप का आरोही भाग किसके लिए पारगम्य है
🟡 अ. जल
🟡 ब. सोडियम आयन
🟡 स. ग्लूकोज
🟡 द. यूरिया
🟢 उत्तर : ब. सोडियम आयन
📅 AIPMT 2014


🔵 प्रश्न 33. ADH की अनुपस्थिति में मूत्र होगा
🟡 अ. सघन और कम मात्रा में
🟡 ब. पतला और अधिक मात्रा में
🟡 स. सघन और अधिक मात्रा में
🟡 द. पतला और कम मात्रा में
🟢 उत्तर : ब. पतला और अधिक मात्रा में
📅 NEET 2017


🔵 प्रश्न 34. नेफ्रॉन का कौन-सा भाग अधिकतम जल पुनःअवशोषित करता है
🟡 अ. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
🟡 ब. हेनले का लूप
🟡 स. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟡 द. कलेक्टिंग डक्ट
🟢 उत्तर : अ. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
📅 AIPMT 2013


🔵 प्रश्न 35. स्तनधारियों के गुर्दे किस प्रकार के होते हैं
🟡 अ. प्रोनफ्रिक
🟡 ब. मेसोनेफ्रिक
🟡 स. मेटानेफ्रिक
🟡 द. नेफ्रिडियल
🟢 उत्तर : स. मेटानेफ्रिक
📅 NEET 2015


🔵 प्रश्न 36. बोमैन कैप्सूल किससे जुड़ा है
🟡 अ. ग्लोमेरुलस
🟡 ब. कलेक्टिंग डक्ट
🟡 स. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟡 द. हेनले का लूप
🟢 उत्तर : अ. ग्लोमेरुलस
📅 AIPMT 2014


🔵 प्रश्न 37. ग्लोमेरुलर निस्यंदन दर (GFR) को किस इकाई में मापा जाता है
🟡 अ. mL/मिनट
🟡 ब. mmHg
🟡 स. mL/घंटा
🟡 द. mL/सेकंड
🟢 उत्तर : अ. mL/मिनट
📅 NEET 2016


🔵 प्रश्न 38. यूरिकोटेलिक प्राणियों के लिए मुख्य अपशिष्ट का लाभ है
🟡 अ. पानी की बचत
🟡 ब. ऊर्जा की बचत
🟡 स. अमोनिया की अधिकता
🟡 द. रक्त का pH बढ़ाना
🟢 उत्तर : अ. पानी की बचत
📅 AIPMT 2013


🔵 प्रश्न 39. मनुष्यों में ADH का स्रवण किस ग्रंथि से होता है
🟡 अ. अग्र पिट्यूटरी
🟡 ब. पश्च पिट्यूटरी
🟡 स. अधिवृक्क ग्रंथि
🟡 द. अग्न्याशय
🟢 उत्तर : ब. पश्च पिट्यूटरी
📅 NEET 2018


🔵 प्रश्न 40. ग्लूकोज का पुनःअवशोषण नेफ्रॉन के किस भाग में होता है
🟡 अ. डिस्टल ट्यूब्यूल
🟡 ब. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
🟡 स. हेनले का लूप
🟡 द. कलेक्टिंग डक्ट
🟢 उत्तर : ब. प्रॉक्सिमल ट्यूब्यूल
📅 AIPMT 2015


🔵 प्रश्न 41. यूरिया चक्र किस कोशिकांग में होता है
🟡 अ. माइटोकॉन्ड्रिया और साइटोप्लाज्म
🟡 ब. नाभिक
🟡 स. एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम
🟡 द. गोल्जी तंत्र
🟢 उत्तर : अ. माइटोकॉन्ड्रिया और साइटोप्लाज्म
📅 NEET 2017


🔵 प्रश्न 42. मूत्र का अधिकतम संकेंद्रण किस हार्मोन के प्रभाव से होता है
🟡 अ. रेनिन
🟡 ब. एल्डोस्टेरोन
🟡 स. ADH
🟡 द. एंजियोटेंसिन
🟢 उत्तर : स. ADH
📅 AIPMT 2014


🔵 प्रश्न 43. अमोनोटेलिक प्राणी अधिकतर कहाँ पाए जाते हैं
🟡 अ. शुष्क स्थल
🟡 ब. जल में
🟡 स. पेड़ों पर
🟡 द. रेगिस्तान में
🟢 उत्तर : ब. जल में
📅 NEET 2016


🔵 प्रश्न 44. यूरिया संश्लेषण का एक मध्यवर्ती यौगिक है
🟡 अ. ऑर्निथिन
🟡 ब. क्रिएटिनिन
🟡 स. अमोनिया
🟡 द. ADH
🟢 उत्तर : अ. ऑर्निथिन
📅 AIPMT 2013


🔵 प्रश्न 45. रेनिन एंजाइम का स्रवण कहाँ होता है
🟡 अ. यकृत
🟡 ब. अधिवृक्क ग्रंथि
🟡 स. गुर्दे की जुक्स्टाग्लोमेरुलर कोशिकाएँ
🟡 द. हाइपोथैलेमस
🟢 उत्तर : स. गुर्दे की जुक्स्टाग्लोमेरुलर कोशिकाएँ
📅 NEET 2015


🔵 प्रश्न 46. अमोनोटेलिक प्राणी किस नाइट्रोजनस अपशिष्ट को उत्सर्जित करते हैं
🟡 अ. यूरिक अम्ल
🟡 ब. यूरिया
🟡 स. अमोनिया
🟡 द. क्रिएटिनिन
🟢 उत्तर : स. अमोनिया
📅 AIPMT 2014


🔵 प्रश्न 47. मनुष्य के मूत्र का सामान्य घनत्व है
🟡 अ. 1.000–1.010
🟡 ब. 1.010–1.025
🟡 स. 1.030–1.050
🟡 द. 1.050–1.070
🟢 उत्तर : ब. 1.010–1.025
📅 NEET 2017


🔵 प्रश्न 48. हेनले का लूप किस कार्य के लिए उत्तरदायी है
🟡 अ. निस्यंदन
🟡 ब. मूत्र का संकेंद्रण
🟡 स. ग्लूकोज पुनःअवशोषण
🟡 द. यूरिया संश्लेषण
🟢 उत्तर : ब. मूत्र का संकेंद्रण
📅 AIPMT 2015


🔵 प्रश्न 49. यूरिकोटेलिक प्राणियों में जल की बचत क्यों होती है
🟡 अ. वे यूरिक अम्ल को ठोस रूप में उत्सर्जित करते हैं
🟡 ब. वे अमोनिया उत्सर्जित करते हैं
🟡 स. वे तरल यूरिया उत्सर्जित करते हैं
🟡 द. वे पानी पीते नहीं हैं
🟢 उत्तर : अ. वे यूरिक अम्ल को ठोस रूप में उत्सर्जित करते हैं
📅 NEET 2018


🔵 प्रश्न 50. एल्डोस्टेरोन हार्मोन किस क्रिया को नियंत्रित करता है
🟡 अ. सोडियम पुनःअवशोषण और पोटेशियम उत्सर्जन
🟡 ब. जल पुनःअवशोषण कम करना
🟡 स. यूरिया संश्लेषण
🟡 द. निस्यंदन दर बढ़ाना
🟢 उत्तर : अ. सोडियम पुनःअवशोषण और पोटेशियम उत्सर्जन
📅 AIPMT 2013

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Neet मॉडल प्रश्न , अभ्यास



🔵 प्रश्न 1:
उत्सर्जन का अर्थ है —
🔴 1️⃣ भोजन का पाचन
🟢 2️⃣ अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन
🟡 3️⃣ ऊर्जा का निर्माण
🔵 4️⃣ गैसों का आदान-प्रदान
✔️ उत्तर: 2️⃣ अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन

🔵 प्रश्न 2:
मानव में प्रमुख उत्सर्जन अंग है —
🔴 1️⃣ यकृत
🟢 2️⃣ वृक्क
🟡 3️⃣ त्वचा
🔵 4️⃣ फेफड़े
✔️ उत्तर: 2️⃣ वृक्क

🔵 प्रश्न 3:
मानव उत्सर्जी पदार्थ का मुख्य घटक है —
🔴 1️⃣ अमोनिया
🟢 2️⃣ यूरिया
🟡 3️⃣ यूरिक अम्ल
🔵 4️⃣ CO₂
✔️ उत्तर: 2️⃣ यूरिया

🔵 प्रश्न 4:
मानव में नाइट्रोजनी अपशिष्ट बनता है —
🔴 1️⃣ कार्बोहाइड्रेट अपघटन से
🟢 2️⃣ प्रोटीन अपघटन से
🟡 3️⃣ लिपिड अपघटन से
🔵 4️⃣ विटामिन अपघटन से
✔️ उत्तर: 2️⃣ प्रोटीन अपघटन से

🔵 प्रश्न 5:
मानव में नाइट्रोजनी अपशिष्ट का रूप है —
🔴 1️⃣ अमोनिया
🟢 2️⃣ यूरिया
🟡 3️⃣ यूरिक अम्ल
🔵 4️⃣ अमीनो अम्ल
✔️ उत्तर: 2️⃣ यूरिया

🔵 प्रश्न 6:
यूरिया का निर्माण होता है —
🔴 1️⃣ वृक्क में
🟢 2️⃣ यकृत में
🟡 3️⃣ मूत्राशय में
🔵 4️⃣ रक्त में
✔️ उत्तर: 2️⃣ यकृत में

🔵 प्रश्न 7:
यूरिया निर्माण की प्रक्रिया कहलाती है —
🔴 1️⃣ ग्लाइकोलाइसिस
🟢 2️⃣ ऑर्निथिन चक्र
🟡 3️⃣ क्रेब्स चक्र
🔵 4️⃣ यूरिकोलाइसिस
✔️ उत्तर: 2️⃣ ऑर्निथिन चक्र

🔵 प्रश्न 8:
वृक्क की क्रियात्मक इकाई कहलाती है —
🔴 1️⃣ नेफ्रॉन
🟢 2️⃣ ग्लोमेरुलस
🟡 3️⃣ बोमैन कैप्सूल
🔵 4️⃣ हेनले लूप
✔️ उत्तर: 1️⃣ नेफ्रॉन

🔵 प्रश्न 9:
मानव वृक्कों की संख्या होती है —
🔴 1️⃣ 1
🟢 2️⃣ 2
🟡 3️⃣ 3
🔵 4️⃣ 4
✔️ उत्तर: 2️⃣ 2

🔵 प्रश्न 10:
प्रत्येक वृक्क में नेफ्रॉन की संख्या —
🔴 1️⃣ लगभग 1 लाख
🟢 2️⃣ लगभग 10 लाख
🟡 3️⃣ लगभग 50 लाख
🔵 4️⃣ लगभग 5 लाख
✔️ उत्तर: 2️⃣ लगभग 10 लाख

🔵 प्रश्न 11:
ग्लोमेरुलस का कार्य है —
🔴 1️⃣ पुनः अवशोषण
🟢 2️⃣ निस्यंदन (फिल्ट्रेशन)
🟡 3️⃣ स्रवण
🔵 4️⃣ मूत्र संचयन
✔️ उत्तर: 2️⃣ निस्यंदन (फिल्ट्रेशन)

🔵 प्रश्न 12:
फिल्ट्रेट का अधिकतम पुनः अवशोषण होता है —
🔴 1️⃣ डिस्टल ट्यूब में
🟢 2️⃣ प्रॉक्सिमल कन्वोल्यूटेड ट्यूब (PCT) में
🟡 3️⃣ हेनले लूप में
🔵 4️⃣ कलेक्टिंग डक्ट में
✔️ उत्तर: 2️⃣ प्रॉक्सिमल कन्वोल्यूटेड ट्यूब (PCT) में

🔵 प्रश्न 13:
पानी का पुनः अवशोषण मुख्यतः होता है —
🔴 1️⃣ PCT में
🟢 2️⃣ हेनले लूप में
🟡 3️⃣ DCT में
🔵 4️⃣ मूत्राशय में
✔️ उत्तर: 2️⃣ हेनले लूप में

🔵 प्रश्न 14:
ADH हार्मोन का कार्य है —
🔴 1️⃣ मूत्र निर्माण बढ़ाना
🟢 2️⃣ जल पुनः अवशोषण बढ़ाना
🟡 3️⃣ सोडियम उत्सर्जन
🔵 4️⃣ यूरिया निर्माण
✔️ उत्तर: 2️⃣ जल पुनः अवशोषण बढ़ाना

🔵 प्रश्न 15:
ADH हार्मोन का स्राव होता है —
🔴 1️⃣ थायरॉयड ग्रंथि से
🟢 2️⃣ पश्च पिट्यूटरी ग्रंथि से
🟡 3️⃣ अग्र पिट्यूटरी से
🔵 4️⃣ अधिवृक्क ग्रंथि से
✔️ उत्तर: 2️⃣ पश्च पिट्यूटरी ग्रंथि से

🔵 प्रश्न 16:
मूत्र का pH सामान्यतः होता है —
🔴 1️⃣ 4.5
🟢 2️⃣ 6.0
🟡 3️⃣ 7.0
🔵 4️⃣ 8.5
✔️ उत्तर: 2️⃣ 6.0

🔵 प्रश्न 17:
ग्लूकोज सामान्यतः मूत्र में नहीं पाया जाता क्योंकि —
🔴 1️⃣ निस्यंदन नहीं होता
🟢 2️⃣ PCT में पूर्ण पुनः अवशोषण
🟡 3️⃣ रक्त में अनुपस्थित
🔵 4️⃣ स्रवण कम
✔️ उत्तर: 2️⃣ PCT में पूर्ण पुनः अवशोषण

🔵 प्रश्न 18:
मूत्र में ग्लूकोज की उपस्थिति कहलाती है —
🔴 1️⃣ एल्ब्यूमिनूरिया
🟢 2️⃣ ग्लाइकोसूरिया
🟡 3️⃣ किटोनूरिया
🔵 4️⃣ हेमाटूरिया
✔️ उत्तर: 2️⃣ ग्लाइकोसूरिया

🔵 प्रश्न 19:
मूत्र में रक्त की उपस्थिति कहलाती है —
🔴 1️⃣ एल्ब्यूमिनूरिया
🟢 2️⃣ हेमाटूरिया
🟡 3️⃣ ग्लाइकोसूरिया
🔵 4️⃣ किटोनूरिया
✔️ उत्तर: 2️⃣ हेमाटूरिया

🔵 प्रश्न 20:
कौन-सा हार्मोन सोडियम पुनः अवशोषण बढ़ाता है?
🔴 1️⃣ ADH
🟢 2️⃣ एल्डोस्टेरोन
🟡 3️⃣ रेनिन
🔵 4️⃣ एंजियोटेंसिन
✔️ उत्तर: 2️⃣ एल्डोस्टेरोन

🔵 प्रश्न 21:
रेनिन का स्राव होता है —
🔴 1️⃣ यकृत से
🟢 2️⃣ जुक्स्टा ग्लोमेरुलर कोशिकाओं से
🟡 3️⃣ हृदय से
🔵 4️⃣ फेफड़ों से
✔️ उत्तर: 2️⃣ जुक्स्टा ग्लोमेरुलर कोशिकाओं से

🔵 प्रश्न 22:
RAAS प्रणाली नियंत्रित करती है —
🔴 1️⃣ ग्लूकोज स्तर
🟢 2️⃣ रक्तचाप और जल संतुलन
🟡 3️⃣ ऑक्सीजन स्तर
🔵 4️⃣ नाइट्रोजन उत्सर्जन
✔️ उत्तर: 2️⃣ रक्तचाप और जल संतुलन

🔵 प्रश्न 23:
मूत्र की मात्रा कम हो जाती है जब —
🔴 1️⃣ ADH कम हो
🟢 2️⃣ ADH अधिक हो
🟡 3️⃣ Na⁺ उत्सर्जन बढ़े
🔵 4️⃣ जल की मात्रा अधिक हो
✔️ उत्तर: 2️⃣ ADH अधिक हो

🔵 प्रश्न 24:
मूत्र की मात्रा बढ़ जाती है जब —
🔴 1️⃣ ADH कम हो
🟢 2️⃣ एल्डोस्टेरोन अधिक हो
🟡 3️⃣ रेनिन अधिक हो
🔵 4️⃣ Na⁺ पुनः अवशोषण बढ़े
✔️ उत्तर: 1️⃣ ADH कम हो

🔵 प्रश्न 25:
मूत्र के निर्माण की प्रक्रिया में चरण हैं —
🔴 1️⃣ केवल निस्यंदन
🟢 2️⃣ निस्यंदन, पुनः अवशोषण, स्रवण
🟡 3️⃣ केवल पुनः अवशोषण
🔵 4️⃣ केवल स्रवण
✔️ उत्तर: 2️⃣ निस्यंदन, पुनः अवशोषण, स्रवण



🔵 प्रश्न 26:
ग्लोमेरुलर निस्यंदन दर (GFR) का सामान्य मान —
🔴 1️⃣ 50 mL/मिनट
🟢 2️⃣ 125 mL/मिनट
🟡 3️⃣ 250 mL/मिनट
🔵 4️⃣ 500 mL/मिनट
✔️ उत्तर: 2️⃣ 125 mL/मिनट

🔵 प्रश्न 27:
प्रत्येक दिन निस्यंदित द्रव की कुल मात्रा —
🔴 1️⃣ 50 L
🟢 2️⃣ 180 L
🟡 3️⃣ 10 L
🔵 4️⃣ 250 L
✔️ उत्तर: 2️⃣ 180 L

🔵 प्रश्न 28:
अंततः मूत्र के रूप में उत्सर्जित मात्रा —
🔴 1️⃣ 1-1.5 L
🟢 2️⃣ 5 L
🟡 3️⃣ 10 L
🔵 4️⃣ 20 L
✔️ उत्तर: 1️⃣ 1-1.5 L

🔵 प्रश्न 29:
निस्यंदन मुख्यतः होता है —
🔴 1️⃣ बोमैन कैप्सूल में
🟢 2️⃣ ग्लोमेरुलस में
🟡 3️⃣ हेनले लूप में
🔵 4️⃣ DCT में
✔️ उत्तर: 2️⃣ ग्लोमेरुलस में

🔵 प्रश्न 30:
नेफ्रॉन का कौन-सा भाग जल के लिए अत्यधिक पारगम्य है?
🔴 1️⃣ हेनले लूप का अवरोही भाग
🟢 2️⃣ हेनले लूप का आरोही भाग
🟡 3️⃣ PCT
🔵 4️⃣ DCT
✔️ उत्तर: 1️⃣ हेनले लूप का अवरोही भाग

🔵 प्रश्न 31:
हेनले लूप का आरोही भाग —
🔴 1️⃣ जल के लिए पारगम्य
🟢 2️⃣ जल के लिए अपारगम्य
🟡 3️⃣ दोनों
🔵 4️⃣ केवल ADH पर निर्भर
✔️ उत्तर: 2️⃣ जल के लिए अपारगम्य

🔵 प्रश्न 32:
रेनिन-एंजियोटेंसिन प्रणाली सक्रिय होती है —
🔴 1️⃣ रक्तचाप बढ़ने पर
🟢 2️⃣ रक्तचाप घटने पर
🟡 3️⃣ जल अधिकता पर
🔵 4️⃣ ADH की अधिकता पर
✔️ उत्तर: 2️⃣ रक्तचाप घटने पर

🔵 प्रश्न 33:
एंजियोटेंसिन-II का कार्य है —
🔴 1️⃣ रक्त वाहिकाओं का प्रसार
🟢 2️⃣ रक्त वाहिकाओं का संकुचन
🟡 3️⃣ ADH निषेध
🔵 4️⃣ Na⁺ उत्सर्जन
✔️ उत्तर: 2️⃣ रक्त वाहिकाओं का संकुचन

🔵 प्रश्न 34:
एल्डोस्टेरोन का कार्य है —
🔴 1️⃣ Na⁺ पुनः अवशोषण बढ़ाना
🟢 2️⃣ K⁺ उत्सर्जन बढ़ाना
🟡 3️⃣ दोनों
🔵 4️⃣ कोई नहीं
✔️ उत्तर: 3️⃣ दोनों

🔵 प्रश्न 35:
वृक्क द्वारा उत्सर्जन नियंत्रित होता है —
🔴 1️⃣ ADH
🟢 2️⃣ एल्डोस्टेरोन
🟡 3️⃣ ANF
🔵 4️⃣ उपर्युक्त सभी
✔️ उत्तर: 4️⃣ उपर्युक्त सभी

🔵 प्रश्न 36:
ANF का पूर्ण रूप है —
🔴 1️⃣ आर्टेरियल नेफ्रॉन फैक्टर
🟢 2️⃣ आर्टेरियल नैट्रियूरेटिक फैक्टर
🟡 3️⃣ एड्रिनल नैट्रियूरेटिक फैक्टर
🔵 4️⃣ एट्रियल नेफ्रॉन फैक्टर
✔️ उत्तर: 2️⃣ आर्टेरियल नैट्रियूरेटिक फैक्टर

🔵 प्रश्न 37:
ANF का कार्य है —
🔴 1️⃣ रक्तचाप बढ़ाना
🟢 2️⃣ रक्तचाप घटाना
🟡 3️⃣ Na⁺ पुनः अवशोषण बढ़ाना
🔵 4️⃣ ADH बढ़ाना
✔️ उत्तर: 2️⃣ रक्तचाप घटाना

🔵 प्रश्न 38:
पसीना उत्सर्जन में कौन-सा पदार्थ प्रमुख है?
🔴 1️⃣ यूरिया
🟢 2️⃣ जल और NaCl
🟡 3️⃣ यूरिक अम्ल
🔵 4️⃣ अमोनिया
✔️ उत्तर: 2️⃣ जल और NaCl

🔵 प्रश्न 39:
त्वचा द्वारा उत्सर्जन कहलाता है —
🔴 1️⃣ पसीना
🟢 2️⃣ स्वेद
🟡 3️⃣ दोनों
🔵 4️⃣ कोई नहीं
✔️ उत्तर: 3️⃣ दोनों

🔵 प्रश्न 40:
अमोनियोटेलिक जीव उत्सर्जित करते हैं —
🔴 1️⃣ यूरिक अम्ल
🟢 2️⃣ अमोनिया
🟡 3️⃣ यूरिया
🔵 4️⃣ ग्लूकोज
✔️ उत्तर: 2️⃣ अमोनिया

🔵 प्रश्न 41:
यूरीयोटेलिक जीव उत्सर्जित करते हैं —
🔴 1️⃣ अमोनिया
🟢 2️⃣ यूरिया
🟡 3️⃣ यूरिक अम्ल
🔵 4️⃣ CO₂
✔️ उत्तर: 2️⃣ यूरिया

🔵 प्रश्न 42:
यूरिकोटेलिक जीव उत्सर्जित करते हैं —
🔴 1️⃣ अमोनिया
🟢 2️⃣ यूरिक अम्ल
🟡 3️⃣ यूरिया
🔵 4️⃣ लैक्टिक अम्ल
✔️ उत्तर: 2️⃣ यूरिक अम्ल

🔵 प्रश्न 43:
मछलियाँ होती हैं —
🔴 1️⃣ यूरीयोटेलिक
🟢 2️⃣ अमोनियोटेलिक
🟡 3️⃣ यूरिकोटेलिक
🔵 4️⃣ कोई नहीं
✔️ उत्तर: 2️⃣ अमोनियोटेलिक

🔵 प्रश्न 44:
सरीसृप और पक्षी होते हैं —
🔴 1️⃣ अमोनियोटेलिक
🟢 2️⃣ यूरिकोटेलिक
🟡 3️⃣ यूरीयोटेलिक
🔵 4️⃣ कोई नहीं
✔️ उत्तर: 2️⃣ यूरिकोटेलिक

🔵 प्रश्न 45:
स्तनधारी होते हैं —
🔴 1️⃣ अमोनियोटेलिक
🟢 2️⃣ यूरीयोटेलिक
🟡 3️⃣ यूरिकोटेलिक
🔵 4️⃣ कोई नहीं
✔️ उत्तर: 2️⃣ यूरीयोटेलिक

🔵 प्रश्न 46:
गुर्दे की क्रिया मापने के लिए प्रयुक्त पदार्थ —
🔴 1️⃣ ग्लूकोज
🟢 2️⃣ इन्यूलिन
🟡 3️⃣ यूरिया
🔵 4️⃣ अमोनिया
✔️ उत्तर: 2️⃣ इन्यूलिन

🔵 प्रश्न 47:
डायलिसिस में प्रयुक्त झिल्ली —
🔴 1️⃣ सेल्यूलोज की
🟢 2️⃣ अर्धपारगम्य
🟡 3️⃣ अभेद्य
🔵 4️⃣ धात्विक
✔️ उत्तर: 2️⃣ अर्धपारगम्य

🔵 प्रश्न 48:
कृत्रिम गुर्दा का कार्य —
🔴 1️⃣ ग्लूकोज पुनः अवशोषण
🟢 2️⃣ रक्त से अपशिष्ट पदार्थ हटाना
🟡 3️⃣ यूरिया निर्माण
🔵 4️⃣ हार्मोन स्राव
✔️ उत्तर: 2️⃣ रक्त से अपशिष्ट पदार्थ हटाना

🔵 प्रश्न 49:
रक्त में यूरिया की अधिकता कहलाती है —
🔴 1️⃣ यूरिकेमिया
🟢 2️⃣ यूरिमिया
🟡 3️⃣ हेमाटूरिया
🔵 4️⃣ ग्लाइकोसूरिया
✔️ उत्तर: 2️⃣ यूरिमिया

🔵 प्रश्न 50:
ADH की कमी से उत्पन्न रोग है —
🔴 1️⃣ डायबिटीज मेलीटस
🟢 2️⃣ डायबिटीज इन्सिपिडस
🟡 3️⃣ हाइपोटेंशन
🔵 4️⃣ हाइपरटेंशन
✔️ उत्तर: 2️⃣ डायबिटीज इन्सिपिडस

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मस्तिष्क मानचित्र

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