Class 11, HINDI LITERATURE

Class 11 : हिंदी साहित्य – Lesson 22. रचना

रचनात्मक लेखन

रचनात्मक अनुच्छेद लेखन


✨ 1️⃣ विषय: 🌧 बोलते हुए बादल
🔵 विशाल आकाश में तैरते बादल मात्र जलवाष्प के पुंज नहीं होते बल्कि वे प्रकृति की संवेदनशील अभिव्यक्तियाँ हैं जो मौन में भी संवाद रचते हैं। जब वे धरती पर उतरते हैं तब केवल वर्षा नहीं करते बल्कि जीवन के स्रोतों को पुनर्जीवित करते हैं। खेतों की प्यास बुझाकर वे अन्न का आश्वासन देते हैं और नदी नालों को बहाकर सृष्टि की गति बनाए रखते हैं। बादलों का आगमन किसानों के चेहरों पर आशा का उजाला फैलाता है और बच्चों के मन में खेलकूद की उमंग भरता है। उनका कोमल स्पर्श पेड़ों को हरियाली और मनुष्यों को शांति प्रदान करता है। वास्तव में बादल प्रकृति के दूत हैं जो निरंतर यह सन्देश देते हैं कि जीवन परिवर्तनशील है और हर परिवर्तन में नवजीवन का बीज छिपा होता है।

✨ 2️⃣ विषय: 🐕 गली का पहरेदार
🟢 किसी गली के कोने में बैठा एक बूढ़ा कुत्ता देखने में भले ही साधारण प्रतीत हो परंतु उसकी उपस्थिति उस स्थान के सामाजिक तानेबाने को मजबूती देती है। वह बिना बोले हर आगंतुक की पहचान कर लेता है और अनजाने में ही गली की सुरक्षा का उत्तरदायित्व निभाता है। उसकी आँखों में अपनापन और उसके व्यवहार में सहजता होती है जो राहगीरों को अनजाने में ही मुस्कराने पर विवश करती है। वह कभी किसी से बदले की भावना नहीं रखता फिर भी अपने क्षेत्र के प्रति निष्ठा नहीं छोड़ता। समाज में अक्सर ऐसे मौन प्रहरी उपेक्षित रह जाते हैं परंतु उनका योगदान अमूल्य होता है। वह हमें सिखाता है कि निष्ठा और समर्पण किसी बड़े पद या पहचान के मोहताज नहीं होते।

✨ 3️⃣ विषय: 🪄 घड़ी जिसने समय रोक दिया
🟣 एक पुरानी घड़ी का अचानक रुक जाना केवल यांत्रिक घटना नहीं बल्कि जीवन के गहन दर्शन का प्रतीक बन सकता है। जब वह घड़ी थम गई तब लोगों ने पहली बार अनुभव किया कि समय की गति ने उन्हें आपसी संवाद से दूर कर दिया था। उस ठहराव में परिवार एक साथ बैठा, मित्रों ने वर्षों बाद स्नेहिल वार्तालाप किया और बच्चों ने खेल के आनंद को फिर से खोजा। समय के बिना भी जीवन चलता रहा बल्कि पहले से अधिक पूर्णता के साथ। इस घटना ने सिखाया कि घड़ी की सुइयाँ जीवन को नहीं चलातीं बल्कि संबंधों की ऊष्मा और भावनाओं की सच्चाई उसे गति देती है। समय को रोकना संभव नहीं परंतु उसके पीछे भागने के बजाय उसे सार्थक बनाना हमारे हाथ में है।

✨ 4️⃣ विषय: 🌿 पेड़ की आत्मकथा
🔴 यदि कोई पेड़ बोल पाता तो वह मानव सभ्यता के विकास का साक्षी होने की कथा कहता। उसने सभ्यता के जन्म से लेकर आज तक अनगिनत पीढ़ियों को छाया और ऑक्सीजन दी है। बच्चों ने उसकी शाखाओं पर झूले झूले हैं, थके यात्री उसकी छाया में विश्राम कर चुके हैं। वह मौन रहकर भी मनुष्य के हर सुख दुख में सहभागी रहा है। जब कोई उसे काटता है तो वह चीख नहीं सकता फिर भी उसकी हर पत्ती में पीड़ा झलकती है। उसका अस्तित्व हमें यह सिखाता है कि प्रकृति का स्नेह निःस्वार्थ होता है। पेड़ हमें परोपकार और धैर्य का पाठ पढ़ाता है और चेतावनी देता है कि यदि हमने प्रकृति का सम्मान नहीं किया तो हमारा अस्तित्व भी संकट में पड़ जाएगा।

✨ 5️⃣ विषय: 🪑 बोलती कुर्सी
🟠 एक साधारण सी लकड़ी की कुर्सी अपने भीतर अनगिनत कहानियाँ संजोए रखती है। वर्षों से उस पर बैठकर लोग निर्णय लेते रहे हैं, योजनाएँ बनाते रहे हैं और कभी कभी आँसू बहाते रहे हैं। वह मौन रहकर भी हर भावना को आत्मसात करती है। जब कोई थका व्यक्ति उस पर बैठता है तो वह विश्राम का माध्यम बनती है और जब कोई प्रसन्न व्यक्ति उस पर बैठता है तो वह उत्सव की साक्षी बन जाती है। उसकी उपस्थिति यह याद दिलाती है कि वस्तुएँ भी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा होती हैं। वे हमारी सफलताओं और असफलताओं की साक्षी बनकर हमें यह सिखाती हैं कि हर वस्तु का सम्मान करना चाहिए क्योंकि उसमें भी हमारी यात्रा का अंश निहित होता है।

✨ 6️⃣ विषय: 📮 बिना पते का पत्र
🟢 एक बच्चे द्वारा लिखे गए बिना पते के पत्र में भी भावनाओं की गहराई होती है। वह पत्र किसी निश्चित स्थान पर नहीं पहुँचता पर उसकी सच्चाई ब्रह्मांड में गूंजती है। उसमें लिखी इच्छाएँ और सपने किसी ठिकाने के मोहताज नहीं होते क्योंकि सच्चे भाव शब्दों की सीमाओं से परे होते हैं। ऐसा पत्र हमें सिखाता है कि संप्रेषण केवल गंतव्य तक पहुँचने का साधन नहीं बल्कि आत्मा की अभिव्यक्ति है। जब भावना सच्ची होती है तो वह स्वयं ही अपने मार्ग ढूंढ लेती है। उस बच्चे के पत्र की तरह हमारे विचार भी यदि निष्कपट हों तो वे अवश्य किसी न किसी रूप में साकार होते हैं। यह पत्र जीवन का प्रतीक है जो बिना पते के भी मंज़िल तक पहुँच जाता है।

✨ 7️⃣ विषय: 🧤 खोया हुआ दस्ताना
🔵 सड़क पर पड़ा एक खोया हुआ दस्ताना देखने में तुच्छ लग सकता है परंतु उसकी यात्रा में संवेदनाओं की पूरी कथा छिपी होती है। जिसे वह कभी गर्माहट देता था उसने उसे अनजाने में गिरा दिया और वह असहाय होकर प्रतीक्षा करने लगा। फिर एक गरीब बच्चा आया जिसने ठिठुरती उंगलियों को उससे ढक लिया। उस क्षण दस्ताने का अस्तित्व नया अर्थ पा गया। उसका उद्देश्य बदल गया पर उसकी उपयोगिता और बढ़ गई। यह प्रसंग सिखाता है कि हर वस्तु का मूल्य उसके आकार या कीमत में नहीं बल्कि उसके उपयोग में होता है। जीवन में भी हमारे प्रयास चाहे छोटे हों परंतु यदि वे किसी के लिए सुखदायी हैं तो वे अत्यंत महत्वपूर्ण बन जाते हैं।

✨ 8️⃣ विषय: 🌠 सितारे की चिट्ठी
🟣 एक टूटते तारे की कल्पना यदि एक पत्र के रूप में की जाए तो वह जीवन के गहन संदेश देता प्रतीत होता है। उसका गिरना अंत नहीं बल्कि एक नई शुरुआत का संकेत होता है। वह बताता है कि टूटन में भी संभावना होती है और बिखराव में भी सृजन का अवसर छिपा रहता है। जब कोई बच्चा उसे देखकर इच्छा माँगता है तो वह आशा का प्रतीक बन जाता है। यह तारा हमें सिखाता है कि असफलता भी सफलता की सीढ़ी हो सकती है यदि हम हार मानने के बजाय प्रयास करते रहें। आकाश से गिरने के बाद भी उसका प्रकाश धरती तक पहुँचता है और यही संदेश देता है कि सच्चा प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाता।

✨ 9️⃣ विषय: 📻 रेडियो की आखिरी आवाज़
🟢 पुराना रेडियो भले ही तकनीकी दृष्टि से अप्रचलित हो गया हो पर उसकी आवाज़ में बीते समय की आत्मीयता बसती है। जब आधुनिक साधन असफल हो जाते हैं तब वही पुराना रेडियो लोगों को फिर से जोड़ देता है। उसकी धुनों में परिवार साथ बैठता है और उसकी खामोशी में भी यादों की गूंज सुनाई देती है। वह हमें यह एहसास कराता है कि प्रगति के बीच भी परंपरा का महत्व कम नहीं होता। नये साधनों के आकर्षण में हम पुराने मूल्यों को भूल जाते हैं परंतु वे ही हमें मानवीय संवेदनाओं से जोड़ते हैं। रेडियो की आवाज़ अतीत की वह पुकार है जो हमें अपने स्रोतों की ओर लौटने का आमंत्रण देती है।

✨ 🔟 विषय: 🐝 मक्खी का सपना
🔴 एक छोटी सी मक्खी भले ही महत्वहीन लगे पर उसकी भूमिका पर्यावरण के संतुलन में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। वह फूलों से पराग एकत्रित कर पौधों की वृद्धि में सहयोग करती है और प्रकृति के चक्र को गति देती है। उसका परिश्रम दिखता नहीं पर उसके बिना जीवन का स्वरूप अधूरा रह जाता है। वह हमें सिखाती है कि छोटे प्रयास भी बड़े परिणाम उत्पन्न कर सकते हैं। समाज में भी हर व्यक्ति चाहे कितना ही छोटा क्यों न हो उसका योगदान अनमोल होता है। मक्खी का सपना केवल उड़ान नहीं बल्कि संसार को महकाने की आकांक्षा है। यह प्रेरणा देता है कि उद्देश्य चाहे सीमित हों परंतु समर्पण से उन्हें महान बनाया जा सकता है।

पत्र लेखन

📮 कक्षा 11 – पत्र लेखन (Letter Writing) संपूर्ण मार्गदर्शन ✨
नीचे दिया गया मार्गदर्शन पत्र लेखन के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल करता है — 📜 परिभाषा, प्रकार, रूपरेखा, संबोधन, मुख्य भाग, समापन आदि — जिससे आप किसी भी परीक्षा में उत्कृष्ट अंक प्राप्त कर सकते हैं ✅

✉ पत्र लेखन — परिचय
🔵 पत्र लेखन का अर्थ है – अपने विचारों, भावनाओं, सूचना या निवेदन को लिखित रूप में किसी व्यक्ति, संस्था या संगठन तक पहुँचाना। यह लेखन शैली संक्षिप्त, स्पष्ट और उद्देश्यपूर्ण होती है।

📚 पत्र के मुख्य प्रकार
📌 पत्र मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं —
1️⃣ 🏛 औपचारिक पत्र (Formal Letter) – सरकारी, व्यावसायिक, संस्थागत या आधिकारिक प्रयोजनों के लिए।
2️⃣ 🏡 अनौपचारिक पत्र (Informal Letter) – निजी या व्यक्तिगत प्रयोजनों के लिए जैसे परिवार, मित्र या रिश्तेदारों को लिखे गए पत्र।

🏛 औपचारिक पत्र — विशेषताएँ और संरचना
✨ औपचारिक पत्र किसी संस्था, अधिकारी, संपादक, विद्यालय, विभाग आदि को लिखा जाता है। इनका उद्देश्य होता है: आवेदन, निवेदन, शिकायत, सुझाव, सूचना, अनुमोदन आदि।
📜 औपचारिक पत्र की रूपरेखा:
🏠 प्रेषक का पता: पत्र लिखने वाले का पता सबसे ऊपर बाईं ओर।
📅 दिनांक: पते के नीचे दिनांक।
🏢 प्राप्तकर्ता का पता: संस्था या व्यक्ति का नाम, पद और पता।
📝 विषय: पत्र का उद्देश्य एक पंक्ति में।
🙏 संबोधन: मान्यवर / श्रीमान / आदरणीय महोदय आदि।
✍ मुख्य भाग: 3 अनुच्छेदों में –
(क) कारण / उद्देश्य
(ख) विवरण / विवरणात्मक भाग
(ग) अपेक्षा / अनुरोध
🤝 समापन: “धन्यवाद सहित” / “सादर” आदि।
✍ प्रेषक का नाम और हस्ताक्षर: अंत में नाम और कक्षा/पद आदि।
📌 संबोधन के उदाहरण:
मान्यवर
आदरणीय महोदय
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय
📌 समापन के उदाहरण:
सादर निवेदन
धन्यवाद सहित
आपका आज्ञाकारी विद्यार्थी

🏡 अनौपचारिक पत्र — विशेषताएँ और संरचना
✨ अनौपचारिक पत्र निजी जीवन से जुड़े लोगों को लिखा जाता है जैसे – माता-पिता, मित्र, भाई-बहन या रिश्तेदार। इसका उद्देश्य भावनाएँ प्रकट करना, हालचाल पूछना, शुभकामनाएँ देना, निमंत्रण देना आदि होता है।
📜 अनौपचारिक पत्र की रूपरेखा:
🏠 प्रेषक का पता: बाईं ओर सबसे ऊपर।
📅 दिनांक: पते के नीचे।
🤗 संबोधन: प्रिय मित्र / प्रिय माता-पिता / प्रिय भाई आदि।
✍ मुख्य भाग: स्वाभाविक और आत्मीय भाषा में 2–3 अनुच्छेद —
(क) आरंभ – हालचाल पूछना
(ख) मुख्य विचार – सूचना / समाचार / शुभकामना
(ग) समापन – शुभकामनाएँ / उत्तर की प्रतीक्षा
🤝 समापन: “तुम्हारा स्नेहिल मित्र” / “आपकी पुत्री” आदि।
✍ प्रेषक का नाम: अंत में नाम।
📌 संबोधन के उदाहरण:
प्रिय मित्र
स्नेहिल माता-पिता
प्रिय भाई/बहन
📌 समापन के उदाहरण:
तुम्हारा सच्चा मित्र
आपकी आज्ञाकारी पुत्री
सादर शुभेच्छा सहित

🗂 पत्र लेखन के अन्य प्रकार (प्रमुख उपश्रेणियाँ)
✉ औपचारिक पत्र के प्रकार:
📮 आवेदन पत्र
📰 संपादक को पत्र
🏫 प्रधानाचार्य को पत्र
📢 शिकायत या सुझाव पत्र
🧾 व्यावसायिक पत्र
✉ अनौपचारिक पत्र के प्रकार:
📜 मित्र को पत्र
👨‍👩‍👧 माता-पिता को पत्र
🎉 शुभकामना पत्र
✉ धन्यवाद पत्र
📩 आमंत्रण पत्र

📌 पत्र लेखन में ध्यान देने योग्य बातें
✏ भाषा सरल, स्पष्ट और शुद्ध हो।
📜 अनुच्छेदों का क्रम तार्किक और सुव्यवस्थित हो।
🔍 विषय से भटकें नहीं, पत्र संक्षिप्त रखें।
🧭 संबोधन और समापन विनम्र एवं सुसंस्कृत हों।
📐 औपचारिक पत्र में शिष्टाचार, अनौपचारिक पत्र में आत्मीयता बनी रहे।

✅ सारांश:
पत्र लेखन केवल भाषा का अभ्यास नहीं बल्कि संवाद की कला है। औपचारिक पत्र में उद्देश्य और मर्यादा का ध्यान रखना आवश्यक है, जबकि अनौपचारिक पत्र में भावनात्मक और व्यक्तिगत स्पर्श होना चाहिए। दोनों में ही शुद्ध भाषा, विनम्र शैली और स्पष्ट प्रस्तुति सर्वोत्तम पत्र की पहचान है।

🏛 औपचारिक पत्र – 1

📮 विषय: विद्यालय में पुस्तकालय की पुस्तकों को अद्यतन कराने हेतु प्रधानाचार्य को पत्र
🏠 प्रेषक का पता:
42, नेहरू नगर
लखनऊ – 226001
📅 दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
🏢 प्राप्तकर्ता का पता:
प्रधानाचार्य महोदय
राजकीय इंटर कॉलेज
लखनऊ
📜 विषय: पुस्तकालय की पुस्तकों को अद्यतन कराने के संबंध में
🙏 मान्यवर,
🔵 सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 11 का छात्र हूँ। हमारे विद्यालय के पुस्तकालय में उपलब्ध अधिकांश पुस्तकें बहुत पुरानी हो चुकी हैं और पाठ्यक्रम के अनुरूप नहीं हैं। नवीनतम संदर्भ पुस्तकों और प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित सामग्री की भी आवश्यकता है।
🔵 अतः आपसे निवेदन है कि कृपया पुस्तकालय में नई पुस्तकों की व्यवस्था करवाने की कृपा करें ताकि छात्र नवीन ज्ञान प्राप्त कर सकें और अध्ययन में और भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
धन्यवाद सहित,
सादर
(आपका आज्ञाकारी विद्यार्थी)
राहुल कुमार

🏛 औपचारिक पत्र – 2
📮 विषय: समाचार पत्र के संपादक को सड़क की दुर्दशा के विषय में पत्र
🏠 प्रेषक का पता:
115, गोमती नगर
कानपुर – 208001
📅 दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
🏢 प्राप्तकर्ता का पता:
संपादक महोदय
दैनिक जागरण
कानपुर
📜 विषय: सड़क की दुर्दशा के संबंध में शिकायत
🙏 मान्यवर,
🔵 सविनय निवेदन है कि हमारे क्षेत्र की मुख्य सड़क पिछले कई महीनों से अत्यधिक जर्जर अवस्था में है। जगह-जगह गड्ढे होने के कारण वाहन चलाना कठिन हो गया है। बरसात में कीचड़ भर जाने से दुर्घटनाओं की संभावना और भी बढ़ जाती है।
🔵 अतः आपसे निवेदन है कि कृपया अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में इस समस्या को प्रकाशित करें ताकि संबंधित विभाग शीघ्र कार्रवाई करे और सड़क की मरम्मत हो सके।
धन्यवाद सहित,
सादर
(आपका शुभचिंतक)
अंकित वर्मा

🏡 अनौपचारिक पत्र – 1
📮 विषय: परीक्षा परिणाम के बारे में माता-पिता को पत्र
🏠 प्रेषक का पता:
छात्रावास, राजकीय इंटर कॉलेज
वाराणसी – 221001
📅 दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
प्रिय माता-पिता,
🔵 सादर नमस्ते। आशा है आप सब स्वस्थ और प्रसन्न होंगे। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मेरे वार्षिक परीक्षा के परिणाम घोषित हो गए हैं और मैंने सभी विषयों में उत्कृष्ट अंक प्राप्त किए हैं। विशेष रूप से हिन्दी और अंग्रेज़ी में सर्वोच्च अंक आए हैं।
🔵 शिक्षकों ने मेरे प्रदर्शन की सराहना की है और मुझे विद्यालय में सम्मानित भी किया जाएगा। आपकी प्रेरणा और आशीर्वाद से ही यह संभव हो सका है। शीघ्र ही छुट्टियों में घर आने की योजना है।
आपका आज्ञाकारी पुत्र
राहुल

🏡 अनौपचारिक पत्र – 2
📮 विषय: मित्र को जन्मदिन की शुभकामनाएँ देने हेतु पत्र
🏠 प्रेषक का पता:
90, अंबेडकर रोड
जयपुर – 302001
📅 दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
प्रिय मित्र अमित,
🔵 सप्रेम नमस्ते। आशा करता हूँ कि तुम और तुम्हारा परिवार पूर्ण स्वास्थ्य और प्रसन्नता में होंगे। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि आज तुम्हारा जन्मदिन है। इस अवसर पर मैं तुम्हें ढेर सारी शुभकामनाएँ और स्नेह भेजता हूँ।
🔵 ईश्वर करे तुम्हारा जीवन सदा खुशियों और सफलता से भरा रहे। पढ़ाई में और भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करो और अपने माता-पिता का नाम रोशन करो। शीघ्र ही मिलने की आशा के साथ यह पत्र समाप्त करता हूँ।
तुम्हारा सच्चा मित्र
सुमित

✅ सारांश:
ऊपर दिए गए पत्र परीक्षा में पूछे जाने वाले मानक प्रारूप के अनुरूप हैं।
भाषा शुद्ध, सरल और शिष्ट है।
प्रत्येक पत्र में संबोधन, विषय, मुख्य भाग और समापन सही क्रम में शामिल हैं।

📚 स्ववृत्त (Bio-data) — परिचय
📄 स्ववृत्त किसी व्यक्ति के जीवन, शिक्षा, अनुभव, योग्यता और व्यक्तित्व का संक्षिप्त, क्रमबद्ध एवं तथ्यात्मक विवरण होता है।
यह उपयोगी होता है —
🏛 नौकरी, साक्षात्कार या प्रतियोगिता हेतु आवेदन में
🏫 विश्वविद्यालय / शोध कार्यक्रम हेतु
🏆 छात्रवृत्ति एवं फैलोशिप आवेदन में
👤 औपचारिक परिचय या प्रोफेशनल प्रोफाइल के रूप में

✍ स्ववृत्त में अनिवार्य बिंदु
👤 व्यक्तिगत विवरण (नाम, जन्मतिथि, पता, संपर्क)
👨‍🎓 शैक्षणिक योग्यता (स्कूल से लेकर स्नातकोत्तर तक)
💼 कार्य अनुभव / इंटर्नशिप
🏆 पुरस्कार / उपलब्धियाँ
🧠 तकनीकी व भाषाई कौशल
🎯 रुचियाँ और विशेष गुण
✍ घोषणा और हस्ताक्षर (यदि आवश्यक हो)

स्ववृत्त लेखन

📄 स्ववृत्त – उदाहरण 1 (नौकरी हेतु – स्नातक स्तर तक)
👤 व्यक्तिगत विवरण:
विवरण जानकारी
नाम आयुष शर्मा
जन्मतिथि 05 जून 2000
पता 24, एल.डी. रोड, मुंबई – 400001
मोबाइल 9876543210
ईमेल ayush.sharma@gmail.com
पिता का नाम श्री मोहन शर्मा (सरकारी कर्मचारी)
माता का नाम श्रीमती प्रीति शर्मा (गृहिणी)
📚 शैक्षणिक योग्यता:
परीक्षा संस्थान वर्ष प्रतिशत
10वीं सेंट जेवियर्स स्कूल, मुंबई 2016 90%
12वीं सेंट जेवियर्स स्कूल, मुंबई 2018 92%
बी.कॉम मुंबई विश्वविद्यालय 2021 85%
💼 अनुभव:
“एचडीएफसी बैंक” में 6 माह की इंटर्नशिप – अकाउंट मैनेजमेंट विभाग।
कॉलेज पत्रिका में लेखा-संपादक के रूप में कार्य।
🏆 पुरस्कार:
वाणिज्य क्विज़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान (2020)।
कॉलेज स्तर पर “बेस्ट इंटर्न” पुरस्कार (2021)।
🧠 कौशल:
एमएस ऑफिस, टैली, जीएसटी फाइलिंग में दक्ष।
उत्कृष्ट संप्रेषण और प्रस्तुति कौशल।
🎯 रुचियाँ:
वित्तीय विश्लेषण, पुस्तक पठन, सार्वजनिक बोलना।

स्ववृत्त लेखन

📄 स्ववृत्त – उदाहरण 2 (पद हेतु आवेदन – स्नातकोत्तर स्तर तक)
👤 व्यक्तिगत विवरण:
विवरण जानकारी
नाम श्रेया कपूर
जन्मतिथि 12 अगस्त 1999
पता 56, एम.जी. मार्ग, दिल्ली – 110003
मोबाइल 9123456780
ईमेल shreya.kapoor@gmail.com
पिता का नाम श्री अरुण कपूर (चार्टर्ड अकाउंटेंट)
माता का नाम श्रीमती मीनाक्षी कपूर (शिक्षिका)
📚 शैक्षणिक योग्यता:
परीक्षा संस्थान वर्ष अंक / ग्रेड
10वीं दिल्ली पब्लिक स्कूल, दिल्ली 2015 95%
12वीं दिल्ली पब्लिक स्कूल, दिल्ली 2017 94%
बी.ए. (इकोनॉमिक्स ऑनर्स) दिल्ली विश्वविद्यालय 2020 8.6 CGPA
एम.ए. (इकोनॉमिक्स) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय 2022 8.8 CGPA
💼 अनुभव:
नीति आयोग में 3 माह की शोध इंटर्नशिप।
“भारतीय आर्थिक समीक्षा” पत्रिका में सहायक संपादक।
🏆 पुरस्कार:
राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान (2021)।
विश्वविद्यालय में “सर्वश्रेष्ठ शोध प्रबंध” पुरस्कार (2022)।
🧠 कौशल:
डेटा विश्लेषण, स्टैटिस्टिकल सॉफ्टवेयर (SPSS, Stata) में दक्ष।
हिंदी, अंग्रेज़ी और फ्रेंच भाषा में प्रवीण।
🎯 रुचियाँ:
शोध लेखन, नीति निर्माण, सार्वजनिक प्रशासन।

📄 स्ववृत्त – उदाहरण 3 (शोध/फेलोशिप हेतु – स्नातकोत्तर के बाद)
👤 व्यक्तिगत विवरण:
विवरण जानकारी
नाम अभिषेक मिश्रा
जन्मतिथि 22 नवंबर 1997
पता 110, विजय नगर, इलाहाबाद – 211003
मोबाइल 9001112233
ईमेल abhishek.mishra@edu.in
पिता का नाम श्री सुनील मिश्रा (प्रोफेसर)
माता का नाम श्रीमती संध्या मिश्रा (लेखिका)
📚 शैक्षणिक योग्यता:
परीक्षा संस्थान वर्ष अंक
10वीं केंद्रीय विद्यालय, इलाहाबाद 2013 93%
12वीं केंद्रीय विद्यालय, इलाहाबाद 2015 95%
बी.एससी. (भौतिकी) इलाहाबाद विश्वविद्यालय 2018 87%
एम.एससी. (भौतिकी) बीएचयू, वाराणसी 2020 9.0 CGPA
पीएचडी (प्रगति पर) आईआईटी कानपुर 2025 –
🔬 शोध अनुभव:
“न्यूक्लियर एनर्जी डाइनैमिक्स” विषय पर शोध पत्र प्रकाशित।
अंतरराष्ट्रीय भौतिकी सम्मेलन में प्रस्तुति (2024)।
🏆 उपलब्धियाँ:
INSPIRE स्कॉलरशिप प्राप्तकर्ता।
CSIR-NET परीक्षा उत्तीर्ण (2021)।
🧠 कौशल:
MATLAB, Python, Quantum Simulation में दक्ष।
प्रस्तुति, विश्लेषण और शोध लेखन कौशल।
🎯 रुचियाँ:
खगोल भौतिकी, शोध लेखन, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भागीदारी।

📄 स्ववृत्त – उदाहरण 4 (कॉर्पोरेट / पेशेवर स्तर पर आवेदन हेतु)
👤 व्यक्तिगत विवरण:
विवरण जानकारी
नाम प्रिया नायर
जन्मतिथि 02 जनवरी 1996
पता 12, लिंक रोड, बेंगलुरु – 560001
मोबाइल 9801234567
ईमेल priya.nair@consulting.com
पिता का नाम श्री राजेश नायर (उद्यमी)
माता का नाम श्रीमती लता नायर (वकील)
📚 शैक्षणिक योग्यता:
परीक्षा संस्थान वर्ष अंक / ग्रेड
10वीं नेशनल पब्लिक स्कूल, बेंगलुरु 2011 92%
12वीं नेशनल पब्लिक स्कूल, बेंगलुरु 2013 95%
बी.बी.ए. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी 2016 8.5 CGPA
एम.बी.ए. (मार्केटिंग) आईआईएम बैंगलोर 2018 8.9 CGPA
💼 कार्य अनुभव:
डेलॉइट में “बिजनेस एनालिस्ट” (2018–2021)।
इन्फोसिस कंसल्टिंग में “सीनियर मार्केटिंग स्ट्रेटेजिस्ट” (2021–वर्तमान)।
🏆 पुरस्कार एवं उपलब्धियाँ:
“बेस्ट परफॉर्मर ऑफ द ईयर” – डेलॉइट (2020)।
“विमेन इन लीडरशिप” अवॉर्ड – इन्फोसिस (2023)।
🧠 कौशल:
मार्केट रिसर्च, स्ट्रेटेजी डेवलपमेंट, क्लाइंट हैंडलिंग।
अंग्रेज़ी, हिन्दी और जर्मन में दक्षता।
🎯 रुचियाँ:
यात्रा, अंतरराष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन, ब्लॉग लेखन।

व्यवहारिक लेखन

📮 1️⃣ व्यवहारिक लेखन — परिचय
🔵 व्यवहारिक लेखन वह लेखन शैली है जिसका प्रयोग दैनिक जीवन, कार्यालय, विद्यालय, सरकारी या सामाजिक संस्थाओं में आधिकारिक एवं व्यावहारिक कार्यों के लिए किया जाता है।
इसका उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि किसी निर्णय, कार्यक्रम, आयोजन, सूचना, आदेश, आमंत्रण, निवेदन या कार्यवाही को स्पष्ट, औपचारिक और संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करना होता है।
📌 व्यवहारिक लेखन की विशेषताएँ:
भाषा औपचारिक, सुसंगत और शिष्ट होती है।
संरचना निश्चित और व्यवस्थित होती है।
उद्देश्य स्पष्ट और संक्षिप्त रूप में प्रकट होता है।
तथ्यात्मक जानकारी होती है, भावनात्मक भाषा नहीं।

📚 व्यवहारिक लेखन के प्रमुख प्रकार
1️⃣ 📢 विज्ञप्ति (Notice)
2️⃣ 📑 कार्यसूची (Agenda)
3️⃣ 📜 परिपत्र (Circular)
4️⃣ 📃 निविदा (Tender)
5️⃣ 📊 प्रतिवेदन (Report)
6️⃣ 🪪 कार्यवृत्त (Minutes)
7️⃣ 📰 प्रेस विज्ञप्ति (Press Release)

📢 2️⃣ विज्ञप्ति (Notice)
📌 परिभाषा:
विज्ञप्ति एक औपचारिक, संक्षिप्त और स्पष्ट सूचना होती है जो किसी आयोजन, बैठक, प्रतियोगिता, समय-सारणी या आदेश की जानकारी देने के लिए जारी की जाती है।
📌 मुख्य बिंदु:
शीर्षक “विज्ञप्ति”
जारी करने वाले संगठन/संस्थान का नाम
तिथि
उद्देश्य / कार्यक्रम की जानकारी
स्थान, समय और विवरण
हस्ताक्षर व पदनाम

📌 उदाहरण 1: (विद्यालय में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता हेतु)
📢 विज्ञप्ति
राजकीय इंटर कॉलेज, पटना
दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि विद्यालय में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता 25 अक्टूबर 2025 को विद्यालय परिसर में आयोजित की जाएगी। जो विद्यार्थी भाग लेना चाहते हैं, वे 20 अक्टूबर तक खेल विभाग में अपना नाम दर्ज करा दें।
स्थान: विद्यालय का खेल मैदान
समय: प्रातः 10:00 बजे
(हस्ताक्षर)
खेल प्रभारी

📌 उदाहरण 2: (पुस्तक प्रदर्शनी हेतु)
📢 विज्ञप्ति
नेहरू पुस्तकालय, वाराणसी
दिनांक: 15 अक्टूबर 2025
सभी सदस्यों को सूचित किया जाता है कि 20 से 24 अक्टूबर तक पुस्तकालय में वार्षिक पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। इसमें विभिन्न प्रकाशकों की नई पुस्तकें विशेष छूट के साथ उपलब्ध होंगी। सभी पुस्तक प्रेमी आमंत्रित हैं।
स्थान: नेहरू पुस्तकालय भवन
समय: प्रातः 11:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक
(हस्ताक्षर)
पुस्तकालयाध्यक्ष

📑 3️⃣ कार्यसूची (Agenda)
📌 परिभाषा:
कार्यसूची किसी बैठक या सभा में चर्चा हेतु निर्धारित बिंदुओं की सूची होती है। यह पहले से तैयार की जाती है ताकि बैठक व्यवस्थित रूप से संचालित हो सके।
📌 मुख्य बिंदु:
संस्था का नाम और बैठक की तिथि
अध्यक्ष/सदस्य के नाम
क्रमबद्ध बिंदु
हस्ताक्षर

📌 उदाहरण 1: (विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक)
📑 कार्यसूची
विद्यालय प्रबंधन समिति
दिनांक: 20 अक्टूबर 2025
स्थान: प्रधानाचार्य कक्ष
समय: दोपहर 2:00 बजे
कार्यसूची:
1️⃣ पिछली बैठक की कार्यवाही की पुष्टि।
2️⃣ वार्षिक परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा।
3️⃣ विद्यालय भवन की मरम्मत पर चर्चा।
4️⃣ नए कंप्यूटर प्रयोगशाला की स्थापना।
5️⃣ अन्य विषय।
(हस्ताक्षर)
प्रधानाचार्य

📌 उदाहरण 2: (सांस्कृतिक समिति की बैठक)
📑 कार्यसूची
सांस्कृतिक समिति, डी.ए.वी. कॉलेज
दिनांक: 18 अक्टूबर 2025
स्थान: सभागार कक्ष
समय: दोपहर 3:00 बजे
कार्यसूची:
1️⃣ वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम की तिथि तय करना।
2️⃣ आयोजन समिति का गठन।
3️⃣ बजट पर चर्चा।
4️⃣ अतिथि आमंत्रण और मंच सज्जा।
5️⃣ अन्य विषय।
(हस्ताक्षर)
समिति सचिव

📜 4️⃣ परिपत्र (Circular)
📌 परिभाषा:
परिपत्र एक आधिकारिक पत्र होता है जो एक ही सूचना को एक साथ कई व्यक्तियों या विभागों तक पहुँचाने के लिए जारी किया जाता है।
📌 मुख्य बिंदु:
संस्था/विभाग का नाम
परिपत्र संख्या और तिथि
विषय
मुख्य सूचना
हस्ताक्षर और पदनाम

📌 उदाहरण 1: (विद्यालय में समय परिवर्तन हेतु)
📜 परिपत्र
राजकीय इंटर कॉलेज, लखनऊ
परिपत्र संख्या: 04/2025
दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को सूचित किया जाता है कि सर्दियों के आगमन के कारण विद्यालय का समय 1 नवम्बर से प्रातः 9:00 बजे से अपराह्न 3:00 बजे तक कर दिया गया है। सभी को नए समय के अनुसार उपस्थित होना अनिवार्य है।
(हस्ताक्षर)
प्रधानाचार्य

📌 उदाहरण 2: (छात्र पहचान पत्र वितरण हेतु)
📜 परिपत्र
दिल्ली विश्वविद्यालय, परीक्षा विभाग
परिपत्र संख्या: 12/2025
दिनांक: 15 अक्टूबर 2025
सभी छात्रों को सूचित किया जाता है कि सत्र 2025-26 के लिए पहचान पत्र 25 अक्टूबर से विभाग कार्यालय से वितरित किए जाएंगे। कृपया नामांकन रसीद और पासपोर्ट आकार की दो फोटो लेकर उपस्थित हों।
(हस्ताक्षर)
सहायक कुलसचिव

📃 5️⃣ निविदा (Tender)
📌 परिभाषा:
निविदा वह औपचारिक सूचना होती है जिसमें किसी कार्य या सेवा के लिए इच्छुक ठेकेदारों या आपूर्तिकर्ताओं से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं।
📌 मुख्य बिंदु:
संस्था/विभाग का नाम
कार्य का विवरण
शर्तें और अंतिम तिथि
जमा स्थान और समय
हस्ताक्षर

📌 उदाहरण 1: (विद्यालय भवन निर्माण हेतु)
📃 निविदा आमंत्रण
राजकीय बालिका विद्यालय, कानपुर
दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
विद्यालय परिसर में नए भवन निर्माण हेतु योग्य ठेकेदारों से सीलबंद निविदाएँ आमंत्रित की जाती हैं। निविदा प्रपत्र कार्यालय से 20 अक्टूबर तक प्राप्त किए जा सकते हैं। पूर्ण निविदा पत्र 30 अक्टूबर 2025 तक कार्यालय में जमा कराना अनिवार्य है।
(हस्ताक्षर)
प्रधानाचार्य

📌 उदाहरण 2: (कंप्यूटर आपूर्ति हेतु)
📃 निविदा सूचना
शिक्षा विभाग, वाराणसी
दिनांक: 15 अक्टूबर 2025
विभाग को 50 कंप्यूटरों की आपूर्ति हेतु योग्य आपूर्तिकर्ताओं से निविदाएँ आमंत्रित की जाती हैं। निविदा दस्तावेज़ 28 अक्टूबर तक प्राप्त किए जा सकते हैं। शर्तों के अनुसार तकनीकी और वित्तीय विवरण के साथ निविदा 5 नवम्बर 2025 तक जमा करें।
(हस्ताक्षर)
सचिव, शिक्षा विभाग

📌 ✅ भाग 1 में कवर किया गया:
व्यवहारिक लेखन की परिभाषा और प्रकार
विज्ञप्ति + 2 उदाहरण
कार्यसूची + 2 उदाहरण
परिपत्र + 2 उदाहरण
निविदा + 2 उदाहरण

👉 भाग 2 (आगे):
📊 प्रतिवेदन (Report) + 2 उदाहरण
🪪 कार्यवृत्त (Minutes) + 2 उदाहरण
📰 प्रेस विज्ञप्ति (Press Release) + 2 उदाहरण
क्या मैं अभी भाग 2 भेज दूँ? (यह इस उत्तर का पूरा दूसरा भाग होगा 📚)

प्रतिवेदन

📊 6️⃣ प्रतिवेदन (Report)
📌 परिभाषा:
प्रतिवेदन किसी घटना, कार्यक्रम, बैठक, दुर्घटना या सर्वेक्षण का विस्तृत, तथ्यात्मक और क्रमबद्ध विवरण होता है। इसका उद्देश्य पाठक को संपूर्ण जानकारी देना होता है।
📌 मुख्य विशेषताएँ:
शीर्षक और तिथि अवश्य दें।
उद्देश्य और विषय स्पष्ट हो।
तथ्य क्रमवार और निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत करें।
भाषा औपचारिक, संक्षिप्त और स्पष्ट हो।

📊 उदाहरण 1: (विद्यालय वार्षिक उत्सव पर प्रतिवेदन)
प्रतिवेदन
📅 दिनांक: 15 अक्टूबर 2025
राजकीय इंटर कॉलेज में 10 अक्टूबर को वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्रीमती रेखा शर्मा (जिला शिक्षा अधिकारी) ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। छात्रों ने नृत्य, नाटक, भाषण और गीत प्रस्तुत किए। प्रधानाचार्य ने विद्यालय की उपलब्धियाँ बताईं और विद्यार्थियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार वितरण किया गया। यह आयोजन पूर्णतः सफल रहा।
(हस्ताक्षर)
सांस्कृतिक सचिव

📊 उदाहरण 2: (स्वच्छता अभियान पर प्रतिवेदन)
प्रतिवेदन
📅 दिनांक: 20 सितंबर 2025
विद्यालय में 18 सितंबर को स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। परिसर की सफाई, पौधारोपण और स्वच्छता पर नारे लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रधानाचार्य ने छात्रों को स्वच्छता के महत्व पर संबोधित किया। नगर निगम अधिकारियों ने भी सहयोग दिया। यह अभियान सफल रहा और विद्यार्थियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी।
(हस्ताक्षर)
कार्यक्रम संयोजक

🪪 7️⃣ कार्यवृत्त (Minutes)
📌 परिभाषा:
कार्यवृत्त किसी बैठक, समिति या सभा में हुई चर्चाओं, निर्णयों और प्रस्तावों का संक्षिप्त लिखित विवरण होता है। यह भविष्य में साक्ष्य के रूप में काम आता है।
📌 मुख्य बिंदु:
संस्था का नाम, तिथि, स्थान और समय।
उपस्थित सदस्यों की सूची।
प्रत्येक बिंदु पर चर्चा और निर्णय।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन।

📑 उदाहरण 1: (विद्यालय प्रबंधन समिति का कार्यवृत्त)
कार्यवृत्त
📅 दिनांक: 12 अक्टूबर 2025
📍 स्थान: प्रधानाचार्य कार्यालय
📌 समय: प्रातः 11:00 बजे
उपस्थित सदस्य: प्रधानाचार्य, सभी शिक्षक सदस्य
कार्यवृत्त विवरण:
1️⃣ पिछली बैठक की कार्यवाही को स्वीकृत किया गया।
2️⃣ विद्यालय पुस्तकालय में नई पुस्तकें खरीदने का निर्णय लिया गया।
3️⃣ कंप्यूटर प्रयोगशाला के विस्तार पर सहमति बनी।
4️⃣ खेलकूद सप्ताह के आयोजन हेतु तिथि 25 अक्टूबर तय की गई।
बैठक धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त हुई।
(हस्ताक्षर)
सचिव

📑 उदाहरण 2: (छात्र परिषद् बैठक का कार्यवृत्त)
कार्यवृत्त
📅 दिनांक: 05 अक्टूबर 2025
📍 स्थान: सभा कक्ष
📌 समय: दोपहर 2:00 बजे
उपस्थित: अध्यक्ष, सचिव, सभी प्रतिनिधि
कार्यवृत्त विवरण:
1️⃣ स्वच्छता अभियान 18 अक्टूबर को आयोजित करने का निर्णय हुआ।
2️⃣ छात्र पत्रिका के लिए लेख आमंत्रित करने पर सहमति बनी।
3️⃣ वार्षिक उत्सव की तैयारियों हेतु चार उपसमितियाँ गठित की गईं।
बैठक धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न हुई।
(हस्ताक्षर)
छात्र परिषद् सचिव

📰 8️⃣ प्रेस विज्ञप्ति (Press Release)
📌 परिभाषा:
प्रेस विज्ञप्ति किसी संस्था, संगठन या सरकारी विभाग द्वारा मीडिया को दी जाने वाली आधिकारिक और तथ्यात्मक सूचना होती है, ताकि वह समाचार पत्रों और अन्य माध्यमों में प्रकाशित हो सके।
📌 मुख्य विशेषताएँ:
शीर्षक और तिथि।
मुख्य घटना या निर्णय की सूचना।
समय, स्थान, उद्देश्य स्पष्ट रूप से।
भाषा औपचारिक और स्पष्ट।

📰 उदाहरण 1: (विद्यालय की उपलब्धि पर प्रेस विज्ञप्ति)
प्रेस विज्ञप्ति
📅 दिनांक: 16 अक्टूबर 2025
राजकीय इंटर कॉलेज के छात्रों ने राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम स्थान प्राप्त कर विद्यालय और शहर का नाम रोशन किया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि छात्रों ने सौर ऊर्जा पर अभिनव परियोजना प्रस्तुत की। शिक्षा मंत्री ने विद्यालय को बधाई दी और विज्ञान शिक्षा को और बढ़ावा देने की घोषणा की। यह उपलब्धि विद्यालय के लिए गर्व का विषय है।
(हस्ताक्षर)
प्रधानाचार्य

📰 उदाहरण 2: (नया पुस्तकालय भवन उद्घाटन पर प्रेस विज्ञप्ति)
प्रेस विज्ञप्ति
📅 दिनांक: 14 अक्टूबर 2025
नगर निगम द्वारा निर्मित नया सार्वजनिक पुस्तकालय भवन कल महापौर श्रीमती आशा वर्मा द्वारा उद्घाटित किया गया। इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। पुस्तकालय में आधुनिक सुविधाएँ, डिजिटल संसाधन और 20,000 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। महापौर ने नागरिकों से पुस्तकालय का अधिकतम उपयोग करने का आह्वान किया।
(हस्ताक्षर)
जनसंपर्क अधिकारी

✅ समापन सारांश
📌 व्यवहारिक लेखन जीवन, प्रशासन और संस्थागत कार्यों का अभिन्न अंग है।
📜 इसमें लिखित अभिव्यक्ति औपचारिक, तथ्यात्मक, स्पष्ट और उद्देश्यपूर्ण होती है।
📚 – विज्ञप्ति, कार्यसूची, परिपत्र, निविदा, प्रतिवेदन, कार्यवृत्त, प्रेस विज्ञप्ति – का अभ्यास परीक्षा और व्यावहारिक जीवन दोनों में अनिवार्य है।

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