Class 10, Social Science (Hindi)

Class 10 : Social Science (In Hindi) – Lesson 20. मुद्रा और साख

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन



🔴 विस्तृत व्याख्या
🟢 परिचय
🔸 आर्थिक लेन–देन के लिए भरोसेमंद माध्यम की आवश्यकता ने मुद्रा को जन्म दिया।
🔸 वस्तु-विनिमय पद्धति (बार्टर सिस्टम) की सीमाओं को दूर करने हेतु आधुनिक मुद्रा और साख प्रणाली विकसित हुई।


🟡 1. विनिमय का विकास
🔹 प्रारंभ में वस्तु-विनिमय पद्धति थी—एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु।
🔹 समस्याएँ: दोहरी संयोग आवश्यकता (Double Coincidence), विभाज्यता और मूल्यांकन की कठिनाई।
🔹 समाधान: सामान्य रूप से स्वीकार्य माध्यम—मुद्रा—का विकास।


🟠 2. मुद्रा का अर्थ व प्रकार
🔸 मुद्रा: ऐसा माध्यम जिसे समाज वस्तुओं व सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए स्वीकार करे।
🔸 प्रकार:
धातु मुद्रा (सोना, चाँदी)।
काग़ज़ी मुद्रा (नोट)।
सिक्के व टोकन मुद्रा।
इलेक्ट्रॉनिक व डिजिटल मुद्रा।


🟣 3. मुद्रा की विशेषताएँ
🔹 सार्वभौमिक स्वीकृति।
🔹 विभाज्यता और टिकाऊपन।
🔹 आसानी से ले जाने योग्य (Portability)।
🔹 मूल्य का मानक और भविष्य में भुगतान का माध्यम।


🟤 4. साख (क्रेडिट) का अर्थ
🔸 साख: वह व्यवस्था जिसमें उधार लिया गया धन भविष्य में ब्याज सहित लौटाया जाता है।
🔸 यह आर्थिक लेन-देन को गति देती है और निवेश के अवसर बढ़ाती है।


🟧 5. औपचारिक व अनौपचारिक साख स्रोत
🔹 औपचारिक: बैंक, सहकारी समितियाँ—नियंत्रित व नियमबद्ध।
🔹 अनौपचारिक: साहूकार, व्यापारी, रिश्तेदार—कम नियम, ऊँचा ब्याज।
🔸 औपचारिक स्रोत ब्याज दरें नियंत्रित रखते हैं और कानूनी सुरक्षा प्रदान करते हैं।


🟨 6. बैंकों की भूमिका
🔸 बैंक बचत को जमा कर ऋण देते हैं।
🔸 साख निर्माण करते हैं—जमा धन को कई बार उधार देकर अर्थव्यवस्था में धन आपूर्ति बढ़ाते हैं।
🔸 निवेश, उद्योग और रोजगार को प्रोत्साहन मिलता है।


🟩 7. साख के लाभ
🔹 निवेश बढ़ाता है, उत्पादन और रोज़गार सृजित होते हैं।
🔹 आपातकालीन ज़रूरतों में मदद करता है।
🔹 छोटे किसानों व उद्यमियों को पूँजी उपलब्ध कराता है।


🟪 8. साख की समस्याएँ
🔸 अनौपचारिक स्रोतों से ऊँचा ब्याज और शोषण।
🔸 ऋण न चुका पाने की स्थिति में ज़मीन-जायदाद खोना।
🔸 ग्रामीण गरीबों में कर्ज़ का बोझ और गरीबी का चक्र।


🟥 9. वित्तीय समावेशन
🔹 सभी वर्गों तक औपचारिक साख पहुँचाना।
🔹 जनधन योजना, माइक्रोफाइनेंस और स्वयं सहायता समूह (SHG) जैसे उपाय।
🔹 डिजिटल भुगतान व मोबाइल बैंकिंग से पारदर्शिता और सुविधा।


🟦 10. आधुनिक मुद्रा के स्वरूप
🔸 कागज़ी मुद्रा व सिक्के—भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी।
🔸 चेक, डेबिट/क्रेडिट कार्ड और डिजिटल वॉलेट।
🔸 सरकारी गारंटी और जनता के विश्वास पर आधारित।


🟧 11. मुद्रा और साख का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
🔹 वस्तु-विनिमय की सीमाएँ हटाकर व्यापार को सरल बनाना।
🔹 निवेश और औद्योगिक विकास को गति देना।
🔹 गरीबी उन्मूलन और वित्तीय स्थिरता में योगदान।


🟩 निष्कर्ष
🌸 मुद्रा और साख आधुनिक अर्थव्यवस्था के स्तंभ हैं। औपचारिक साख और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देकर पारदर्शिता, समान अवसर और सतत विकास संभव है।

📝 सारांश (~200 शब्द)
🔹 वस्तु-विनिमय पद्धति की कठिनाइयों से बचने हेतु मुद्रा का विकास हुआ।
🔹 मुद्रा—धातु, कागज़ी, सिक्के और डिजिटल रूपों में—आदान-प्रदान का स्वीकार्य माध्यम है।
🔹 साख (क्रेडिट) से उधार लेकर उत्पादन व निवेश संभव होता है।
🔹 औपचारिक साख स्रोत (बैंक, सहकारी) ब्याज दरों को नियंत्रित व सुरक्षित रखते हैं, जबकि अनौपचारिक स्रोत शोषण कर सकते हैं।
🔹 बैंक बचत को ऋण देकर साख निर्माण करते हैं, जिससे निवेश, रोज़गार और आर्थिक गतिविधि बढ़ती है।
🔹 साख का दुरुपयोग—उच्च ब्याज, ज़मीन गंवाने का खतरा—ग्रामीण गरीबी को बढ़ा सकता है।
🔹 वित्तीय समावेशन, माइक्रोफाइनेंस और डिजिटल भुगतान पारदर्शी व समावेशी विकास की दिशा में कदम हैं।
🔹 मुद्रा व साख आर्थिक स्थिरता, व्यापार विस्तार और सामाजिक कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

⚡ त्वरित पुनरावृत्ति (~100 शब्द)
🌾 बार्टर प्रणाली की समस्याएँ ➡ मुद्रा का विकास।
🏦 मुद्रा = स्वीकार्य विनिमय माध्यम (धातु, नोट, डिजिटल)।
📊 साख = उधार–आधारित लेनदेन, निवेश व रोज़गार में मदद।
💡 औपचारिक साख = बैंक/सहकारी (सुरक्षित); अनौपचारिक = साहूकार (शोषण)।
📈 बैंक = बचत जमा ➡ ऋण ➡ साख निर्माण।
🌐 डिजिटल भुगतान, जनधन, SHG = वित्तीय समावेशन।
✔ मुद्रा व साख अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न


🔴 प्रश्न 1
अस्थिर परिस्थितियों में लिया गया ऋण ऋणकर्ता के लिए कौन-सी कठिनाइयाँ पैदा कर सकता है?
🟢 उत्तर:
🌿 समय पर ऋण न चुका पाने पर ब्याज बोझ बढ़ता है।
🍀 बंधक रखी ज़मीन या संपत्ति खोने का खतरा होता है।
🌸 परिवार की आजीविका और सम्मान पर नकारात्मक असर पड़ता है।
🌼 साहूकारों व महाजनों द्वारा शोषण का खतरा बढ़ता है।

🔴 प्रश्न 2
यदि मुद्रा आवश्यकता को केवल औपचारिक साधनों से पूरा किया जाए तो कौन-सी समस्या सुलझ सकती है?
🟢 उत्तर:
🌿 ऊँचे ब्याज वाले महाजनों पर निर्भरता घटेगी।
🍀 किसानों व गरीबों को सस्ती ब्याज दर पर ऋण मिलेगा।
🌸 आर्थिक स्थिरता व उत्पादन में वृद्धि होगी।
🌼 शोषण और सामाजिक असमानताएँ कम होंगी।

🔴 प्रश्न 3
अतिरिक्त ऋण और आपातकालीन ज़रूरत के ऋण में क्या अंतर है?
🟢 उत्तर:
🌿 आपातकालीन ऋण जीवनरक्षा या आवश्यक जरूरतों हेतु लिया जाता है।
🍀 अतिरिक्त ऋण अनावश्यक उपभोग या सट्टेबाज़ी के लिए लिया जाता है।
🌸 आपातकालीन ऋण आमतौर पर कम और अल्पकालिक होते हैं।
🌼 अतिरिक्त ऋण जोखिम बढ़ाकर आर्थिक अस्थिरता ला सकता है।

🔴 प्रश्न 4
ऋण से मिलने वाली उपयोगिता और उससे जुड़े जोखिमों को समझाइए।
🟢 उत्तर:
🌿 ऋण से व्यवसाय, उत्पादन और आय में वृद्धि होती है।
🍀 समय पर भुगतान से उधारकर्ता की साख मज़बूत होती है।
🌸 गलत उपयोग या चूक से दिवालियापन और गरीबी बढ़ सकती है।
🌼 ऊँचे ब्याज दरें शोषण का कारण बन सकती हैं।

🔴 प्रश्न 5
भारत में ऋण की अपर्याप्तता बढ़ने का क्या महत्व है?
🟢 उत्तर:
🌿 किसानों और छोटे व्यवसायों के लिए पूँजी की कमी कम होगी।
🍀 रोजगार सृजन और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।
🌸 आर्थिक असमानता घटेगी।
🌼 ग्रामीण विकास और निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा।

🔴 प्रश्न 6
गरीबों के लिए स्वयं सहायता समूहों की मुख्य सोच क्या है?
🟢 उत्तर:
🌿 छोटे-छोटे समूह बनाकर सामूहिक बचत और ऋण व्यवस्था।
🍀 पारस्परिक सहयोग और विश्वास पर आधारित प्रणाली।
🌸 साहूकारों पर निर्भरता घटाना।
🌼 महिलाओं और गरीबों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना।

🔴 प्रश्न 7
क्यों कुछ बैंक ऋण देने से मना कर देते हैं?
🟢 उत्तर:
🌿 उधारकर्ता की पुनर्भुगतान क्षमता पर संदेह।
🍀 उचित जमानत या दस्तावेज़ न होना।
🌸 खराब ऋण इतिहास या आर्थिक जोखिम।
🌼 उच्च ब्याज दरों के कारण वापसी में असफलता का भय।

🔴 प्रश्न 8
भारतीय रिज़र्व बैंक अन्य बैंकों पर किस प्रकार निगरानी रखता है और यह क्यों आवश्यक है?
🟢 उत्तर:
🌿 नकद आरक्षित अनुपात और नीतिगत दरें तय करता है।
🍀 बैंकों के ऋण वितरण पर नियंत्रण रखता है।
🌸 इससे अर्थव्यवस्था स्थिर रहती है और मुद्रास्फीति नियंत्रित होती है।
🌼 वित्तीय अनुशासन और जमाकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

🔴 प्रश्न 9
विकास में ऋण की क्या भूमिका है?
🟢 उत्तर:
🌿 ऋण से उत्पादन बढ़ता है और नए उद्योग-व्यवसाय शुरू होते हैं।
🍀 रोजगार सृजन और बुनियादी ढाँचे का विकास होता है।
🌸 गरीबी घटती है और जीवनस्तर सुधरता है।
🌼 ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान विकास को प्रोत्साहन मिलता है।

🔴 प्रश्न 10
मानव को छोटे व्यवसाय के लिए ऋण की आवश्यकता क्यों होती है और किस आधार पर उसे ऋण देना चाहिए?
🟢 उत्तर:
🌿 पूँजी की कमी दूर करने के लिए।
🍀 व्यवसाय शुरू करने और रोज़गार सृजन हेतु।
🌸 बैंक को उधारकर्ता की साख, पुनर्भुगतान क्षमता और व्यवसाय योजना पर विचार करना चाहिए।
🌼 उचित जमानत और निगरानी आवश्यक है।

🔴 प्रश्न 11
भारत के छोटे किसानों के लिए ऋण की स्थिति पर विचार करें।
🟢 उत्तर:
🌿 बैंक ऋण देने में हिचकते हैं क्योंकि जमानत और स्थायी आय की कमी होती है।
🍀 किसान अक्सर महाजनों या साहूकारों पर निर्भर होते हैं।
🌸 ब्याज दरें ऊँची होने से ऋण का बोझ बढ़ता है।
🌼 सस्ते और सुलभ ऋण की व्यवस्था की आवश्यकता है।

🔴 प्रश्न 12
रिक्त स्थान भरें:
🟢 उत्तर:
🌿 (क) औपचारिक ऋण सबसे अधिक ज़रूरतमंदों तक नहीं पहुँचता।
🍀 (ख) औपचारिक ऋण की तुलना में अनौपचारिक ऋण तेजी से बढ़ता है।
🌸 (ग) बैंक मुख्य रूप से लाभ कमाने हेतु ऋण देते हैं।
🌼 (घ) गरीबों के लिए सस्ते ऋण की व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है।

🔴 प्रश्न 13
सही उत्तर चुनें:
🟢 उत्तर:
🌿 (क) स्वयं सहायता समूहों में ऋण और निर्णय सदस्य मिलकर लेते हैं।
🍀 (ख) सदस्य नियमित बचत करते हैं।
🌸 (ग) इनमें सरकारी गारंटी नहीं होती।
🌼 (घ) ये समूह महिलाओं को सशक्त बनाते हैं।

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न



🟢 खंड A — बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक प्रत्येक)
🔵 प्रश्न 1: विनिमय की किस समस्या को मुद्रा ने हल किया?
1️⃣ 🌾 दोहरी संयोग आवश्यकता
2️⃣ 🏭 मूल्य स्थिरता
3️⃣ 📡 उच्च ब्याज दर
4️⃣ 🚆 डिजिटल भुगतान
उत्तर: 1️⃣ दोहरी संयोग आवश्यकता


🟡 प्रश्न 2: भारतीय रिज़र्व बैंक की मुख्य भूमिका क्या है?
1️⃣ 🌾 कर संग्रह करना
2️⃣ 🏭 मुद्रा जारी करना और बैंकों को नियंत्रित करना
3️⃣ 📡 साहूकारों से ऋण वसूलना
4️⃣ 🚆 केवल नकद छापना
उत्तर: 2️⃣ मुद्रा जारी करना और बैंकों को नियंत्रित करना


🔴 प्रश्न 3: अनौपचारिक साख स्रोत का उदाहरण है—
1️⃣ 🏦 वाणिज्यिक बैंक
2️⃣ 🏭 सहकारी समिति
3️⃣ 🌾 साहूकार
4️⃣ 📡 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
उत्तर: 3️⃣ साहूकार


🟢 प्रश्न 4: औपचारिक साख स्रोत की विशेषता कौन-सी है?
1️⃣ 🌾 ब्याज दरों पर कोई नियंत्रण नहीं
2️⃣ 🏭 सरकार और आरबीआई द्वारा नियमन
3️⃣ 📡 केवल अमीरों को ऋण
4️⃣ 🚆 शोषण को बढ़ावा देना
उत्तर: 2️⃣ सरकार और आरबीआई द्वारा नियमन


🟡 प्रश्न 5: स्वयं सहायता समूह का एक उद्देश्य है—
1️⃣ 🌾 साहूकारों का लाभ बढ़ाना
2️⃣ 🏭 सामूहिक बचत और छोटे ऋण देना
3️⃣ 📡 डिजिटल मुद्रा छापना
4️⃣ 🚆 कर संग्रह करना
उत्तर: 2️⃣ सामूहिक बचत और छोटे ऋण देना


🔴 प्रश्न 6: साख का अर्थ है—
1️⃣ 🌾 नकद लेनदेन
2️⃣ 🏭 भविष्य में भुगतान के वचन पर लिया गया धन
3️⃣ 📡 केवल डिजिटल भुगतान
4️⃣ 🚆 बैंकों की नकद जमा
उत्तर: 2️⃣ भविष्य में भुगतान के वचन पर लिया गया धन


🟢 प्रश्न 7: डिजिटल भुगतान का लाभ है—
1️⃣ 🌾 नकद निर्भरता बढ़ाना
2️⃣ 🏭 लेन-देन तेज़ और पारदर्शी बनाना
3️⃣ 📡 ब्याज दर बढ़ाना
4️⃣ 🚆 महाजन ऋण को प्रोत्साहन देना
उत्तर: 2️⃣ लेन-देन तेज़ और पारदर्शी बनाना


🔵 प्रश्न 8: ऋण में जमानत का तात्पर्य है—
1️⃣ 🌾 कर भुगतान
2️⃣ 🏭 वह संपत्ति जो ऋण वापसी की गारंटी दे
3️⃣ 📡 ब्याज की राशि
4️⃣ 🚆 बचत खाता
उत्तर: 2️⃣ वह संपत्ति जो ऋण वापसी की गारंटी दे


🟡 प्रश्न 9: अनौपचारिक ऋण का एक नुकसान है—
1️⃣ 🌾 कम ब्याज दर
2️⃣ 🏭 कानूनी सुरक्षा
3️⃣ 📡 ऊँचा ब्याज और शोषण
4️⃣ 🚆 सरकारी निगरानी
उत्तर: 3️⃣ ऊँचा ब्याज और शोषण


🔴 प्रश्न 10: औपचारिक साख स्रोतों के दो उदाहरण कौन-से हैं?
1️⃣ 🌾 साहूकार और व्यापारी
2️⃣ 🏭 बैंक और सहकारी समितियाँ
3️⃣ 📡 महाजन और साहूकार
4️⃣ 🚆 रिश्तेदार और मित्र
उत्तर: 2️⃣ बैंक और सहकारी समितियाँ


🟢 प्रश्न 11: मुद्रा का मुख्य कार्य कौन-सा है?
1️⃣ 🌾 कर संग्रह
2️⃣ 🏭 विनिमय का माध्यम
3️⃣ 📡 ब्याज दर तय करना
4️⃣ 🚆 डिजिटल तकनीक देना
उत्तर: 2️⃣ विनिमय का माध्यम


🔵 प्रश्न 12: वित्तीय समावेशन का एक प्रमुख उद्देश्य क्या है?
1️⃣ 🌾 केवल अमीरों को ऋण
2️⃣ 🏭 गरीबों को औपचारिक ऋण उपलब्ध कराना
3️⃣ 📡 साहूकारों का लाभ बढ़ाना
4️⃣ 🚆 डिजिटल नोट छापना
उत्तर: 2️⃣ गरीबों को औपचारिक ऋण उपलब्ध कराना


🟡 प्रश्न 13: बैंक साख निर्माण कैसे करते हैं?
1️⃣ 🌾 नकद संग्रह कर नष्ट करना
2️⃣ 🏭 जमा धन का एक हिस्सा ऋण देकर
3️⃣ 📡 केवल डिजिटल भुगतान
4️⃣ 🚆 मुद्रा छापना
उत्तर: 2️⃣ जमा धन का एक हिस्सा ऋण देकर


🔴 प्रश्न 14: बार्टर प्रणाली की एक समस्या कौन-सी थी?
1️⃣ 🌾 मुद्रा का अस्तित्व
2️⃣ 🏭 दोहरी संयोग आवश्यकता
3️⃣ 📡 डिजिटल भुगतान की कमी
4️⃣ 🚆 बैंकिंग का विस्तार
उत्तर: 2️⃣ दोहरी संयोग आवश्यकता


🟢 प्रश्न 15: स्वयं सहायता समूहों का सबसे बड़ा लाभ—
1️⃣ 🌾 गरीबों की बचत व साख क्षमता बढ़ाना
2️⃣ 🏭 साहूकारों का समर्थन
3️⃣ 📡 केवल सरकारी बैंक बनाना
4️⃣ 🚆 कर में छूट देना
उत्तर: 1️⃣ गरीबों की बचत व साख क्षमता बढ़ाना


🔵 प्रश्न 16: औपचारिक ऋण व्यवस्था में ब्याज दरें—
1️⃣ 🌾 मनमानी होती हैं
2️⃣ 🏭 आरबीआई व सरकार द्वारा नियंत्रित
3️⃣ 📡 अत्यधिक ऊँची रहती हैं
4️⃣ 🚆 तय नहीं की जातीं
उत्तर: 2️⃣ आरबीआई व सरकार द्वारा नियंत्रित


🟡 प्रश्न 17: बैंक ऋण देने से पहले किसकी जाँच करते हैं?
1️⃣ 🌾 उधारकर्ता की चुकाने की क्षमता और जमानत
2️⃣ 🏭 साहूकार की राय
3️⃣ 📡 रिज़र्व बैंक की साख
4️⃣ 🚆 महाजन की अनुमति
उत्तर: 1️⃣ उधारकर्ता की चुकाने की क्षमता और जमानत


🔴 प्रश्न 18: मुद्रा का आधुनिक रूप कौन-सा है?
1️⃣ 🌾 धातु के सिक्के
2️⃣ 🏭 बार्टर विनिमय
3️⃣ 📡 डेबिट/क्रेडिट कार्ड, UPI, डिजिटल वॉलेट
4️⃣ 🚆 महाजन ऋण
उत्तर: 3️⃣ डेबिट/क्रेडिट कार्ड, UPI, डिजिटल वॉलेट



🟡 खंड B — लघु उत्तर (2–3 अंक)
🔴 प्रश्न 19: औपचारिक ऋण स्रोत की दो विशेषताएँ बताइए।
🟢 उत्तर:
🌿 बैंक और सहकारी समितियाँ सरकार व आरबीआई के नियमन में काम करती हैं।
🌸 ब्याज दरें नियंत्रित होती हैं और ऋणकर्ताओं को कानूनी सुरक्षा प्रदान की जाती है।


🔴 प्रश्न 20: अनौपचारिक साख से जुड़ी दो समस्याएँ लिखिए।
🟢 उत्तर:
🌿 ब्याज दरें बहुत ऊँची होती हैं।
🌸 ऋणकर्ता शोषण और संपत्ति खोने के खतरे में रहते हैं।


🔴 प्रश्न 21: भारतीय रिज़र्व बैंक की भूमिका स्पष्ट कीजिए।
🟢 उत्तर:
🌿 मुद्रा जारी करने का अधिकार केवल आरबीआई के पास है।
🌸 यह बैंकों की निगरानी और मौद्रिक नीतियों द्वारा वित्तीय स्थिरता बनाए रखता है।


🔴 प्रश्न 22: स्वयं सहायता समूह गरीबों को कैसे सशक्त बनाते हैं?
🟢 उत्तर:
🌿 छोटे-छोटे समूह बनाकर सामूहिक बचत और ऋण सुविधा देते हैं।
🌸 यह महिलाओं व गरीबों को साहूकारों से मुक्त कर आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करते हैं।


🔴 प्रश्न 23: डिजिटल भुगतान का एक लाभ बताइए।
🟢 उत्तर:
🌿 यह लेन-देन को तेज़, पारदर्शी और नकद-निर्भरता कम करता है।

🟣 खंड C — मध्यम उत्तर (3 अंक)
🔴 प्रश्न 24: औपचारिक ऋण गरीबों तक क्यों नहीं पहुँच पाता?
🟢 उत्तर:
🌿 गरीबों के पास जमानत और स्थायी आय का अभाव होता है।
🌸 बैंक की प्रक्रिया जटिल और समय लेने वाली है।
🌼 परिणामस्वरूप वे साहूकारों जैसे अनौपचारिक स्रोतों पर निर्भर होते हैं।


🔴 प्रश्न 25: अनौपचारिक साख से उत्पन्न शोषण को रोकने के उपाय लिखिए।
🟢 उत्तर:
🌿 माइक्रोफाइनेंस और स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देना।
🌸 ग्रामीण बैंकिंग और जनधन योजना से औपचारिक साख पहुँचाना।


🔴 प्रश्न 26: साख निर्माण की प्रक्रिया समझाइए।
🟢 उत्तर:
🌿 लोग बैंक में धन जमा करते हैं।
🌸 बैंक जमा का एक हिस्सा ऋण के रूप में उधार देता है।
🌼 उधार राशि खर्च होकर फिर बैंक में जमा होती है—यह चक्र नई साख उत्पन्न करता है।


🔴 प्रश्न 27: अनौपचारिक ऋण का एक लाभ और दो हानियाँ लिखिए।
🟢 उत्तर:
🌿 लाभ: जल्दी और बिना काग़ज़ी औपचारिकता ऋण उपलब्ध।
🌸 हानि 1: ऊँची ब्याज दरें।
🌼 हानि 2: शोषण और संपत्ति गंवाने का खतरा।


🔴 प्रश्न 28: वित्तीय समावेशन क्यों ज़रूरी है?
🟢 उत्तर:
🌿 गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों तक औपचारिक ऋण पहुँचाकर शोषण रोकना।
🌸 बचत और निवेश की आदत विकसित करना।
🌼 पूँजी प्रवाह और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना।

🔶 खंड D — दीर्घ उत्तर (5 अंक)
🔴 प्रश्न 29: वस्तु-विनिमय प्रणाली की चार कठिनाइयाँ और मुद्रा द्वारा उनके समाधान लिखिए।
🟢 उत्तर:
🌿 कठिनाइयाँ: दोहरी संयोग आवश्यकता, विभाज्यता की कठिनाई, मूल्यांकन की समस्या, भंडारण में कठिनाई।
🌸 समाधान: मुद्रा सार्वभौमिक विनिमय माध्यम बनकर लेन-देन सरल करती है, मूल्य मानक प्रदान करती है, भंडारण व भविष्य भुगतान में सहूलियत देती है।


🔴 प्रश्न 30: औपचारिक ऋण स्रोतों का महत्व पाँच बिंदुओं में लिखिए।
🟢 उत्तर:
1️⃣ नियंत्रित ब्याज दरें और कानूनी सुरक्षा।
2️⃣ बचत को निवेश में परिवर्तित कर उत्पादन बढ़ाना।
3️⃣ वित्तीय स्थिरता और भरोसा बनाए रखना।
4️⃣ गरीबों को सस्ते व सुरक्षित ऋण उपलब्ध कराना।
5️⃣ अर्थव्यवस्था में पूँजी प्रवाह और रोजगार सृजन।


🔴 प्रश्न 31: अनौपचारिक साख की चुनौतियाँ और सरकारी हस्तक्षेप की आवश्यकता समझाइए।
🟢 उत्तर:
🌿 साहूकार ऊँचा ब्याज व कठोर शर्तें लगाते हैं।
🌸 ऋणकर्ता गरीबी के चक्र में फँस जाते हैं।
🌼 सरकार को SHG, माइक्रोफाइनेंस और ग्रामीण बैंकिंग को प्रोत्साहित करना चाहिए।


🔴 प्रश्न 32 (स्थितिजन्य): एक किसान ने साहूकार से ऊँचे ब्याज पर ऋण लिया और फसल खराब होने से चुकाने में असफल रहा। उचित समाधान सुझाइए।
🟢 उत्तर:
🌿 बैंक और सहकारी समितियों से सस्ता ऋण उपलब्ध कराना।
🌸 फसल बीमा और आपदा राहत योजना लागू करना।
🌼 वित्तीय साक्षरता और SHG नेटवर्क द्वारा औपचारिक साख पहुँचाना।


🔴 प्रश्न 33 (केस-आधारित): किसी गाँव में बैंक शाखा खुलने से स्थानीय लोगों के जीवन में क्या परिवर्तन आएँगे?
🟢 उत्तर:
🌿 साहूकारों पर निर्भरता कम होगी।
🌸 सस्ते व सुरक्षित ऋण से व्यवसाय और खेती को बढ़ावा मिलेगा।
🌼 बचत, डिजिटल भुगतान और पारदर्शी लेन-देन बढ़ेंगे।
🌾 ग्रामीण विकास व रोजगार अवसरों में वृद्धि होगी।

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एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति

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स्मृति संकेत

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भ्रांति /वास्तविकता

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मजा भी , ज्ञान भी

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मस्तिष्क मानचित्र

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