Class 10, Social Science (Hindi)

Class 10 : Social Science (In Hindi) – Lesson 11. विनिर्माण उद्योग

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन


🔴 विस्तृत व्याख्या
🟢 परिचय
🏭 विनिर्माण उद्योग वह प्रक्रिया है जिसमें कच्चे माल को संसाधित करके उपयोगी वस्तुओं में बदला जाता है। यह कृषि, खनन व ऊर्जा को औद्योगिक उत्पादों में परिवर्तित कर आर्थिक विकास का आधार बनता है। भारत जैसे विकासशील देश के लिए औद्योगिकीकरण रोजगार, शहरीकरण और तकनीकी प्रगति का महत्वपूर्ण साधन है।


🟡 भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्व
🔹 कृषि–आधारित उद्योग (गन्ना → चीनी, कपास → वस्त्र) किसानों की आय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करते हैं।
🔹 खनिज–आधारित उद्योग (लोहा–इस्पात, सीमेंट) बुनियादी ढाँचे व निर्माण क्षेत्र को शक्ति देते हैं।
🔹 उद्योग निर्यात से विदेशी मुद्रा अर्जित करते हैं।
🔹 औद्योगिकीकरण से शहरीकरण, परिवहन व सेवा क्षेत्र का विकास होता है।


🔴 विनिर्माण उद्योगों का वर्गीकरण
🔸 कच्चे माल के आधार पर — कृषि–आधारित (वस्त्र, चीनी, तिलहन) और खनिज–आधारित (इस्पात, सीमेंट, एल्युमिनियम)।
🔸 स्वामित्व के आधार पर — सार्वजनिक क्षेत्र (BHEL, SAIL), निजी क्षेत्र (टाटा स्टील), संयुक्त क्षेत्र (ONGC–शेल), सहकारी क्षेत्र (AMUL)।
🔸 भार के आधार पर — भारी उद्योग (इस्पात, मशीन), हल्के उद्योग (दैनिक उपभोग सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक्स)।


🟠 मुख्य विनिर्माण उद्योग
🔹 लोहा–इस्पात उद्योग — बुनियादी व भारी उद्योगों की रीढ़; प्रमुख केंद्र — जमशेदपुर (झारखंड), भिलाई (छत्तीसगढ़), दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल), राउरकेला (ओडिशा)।
🔹 कपास वस्त्र उद्योग — भारत का प्राचीनतम और सर्वाधिक रोजगार देने वाला उद्योग; प्रमुख केंद्र — मुंबई, अहमदाबाद, कोयंबटूर।
🔹 जूट उद्योग — पश्चिम बंगाल (हुगली घाटी); जूट बोरा, कालीन, रस्सियाँ।
🔹 चीनी उद्योग — उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक; गन्ने से चीनी व गुड़ उत्पादन।
🔹 सीमेंट उद्योग — राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु; निर्माण क्षेत्र के लिए महत्त्वपूर्ण।
🔹 रासायनिक उद्योग — उर्वरक, पेंट, औषधि।
🔹 सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स — बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे; सॉफ़्टवेयर निर्यात में योगदान।


🟣 उद्योग के स्थान को प्रभावित करने वाले कारक
🔸 कच्चे माल की उपलब्धता।
🔸 जल व ऊर्जा स्रोत।
🔸 परिवहन व बाज़ार निकटता।
🔸 श्रम शक्ति व पूँजी।
🔸 सरकारी नीतियाँ व अवसंरचना।


🟢 उद्योगों की समस्याएँ
🔹 पुरानी तकनीक व कम उत्पादकता।
🔹 पर्यावरण प्रदूषण (जल, वायु, शोर)।
🔹 विद्युत व परिवहन की कमी।
🔹 कच्चे माल की कीमतों में उतार–चढ़ाव।
🔹 वैश्विक प्रतिस्पर्धा व पूँजी निवेश की चुनौतियाँ।


🟡 पर्यावरणीय प्रभाव
🔸 औद्योगिक अपशिष्ट जल नदियों को प्रदूषित करता है।
🔸 धुआँ और विषैले गैस वायु प्रदूषण व अम्ल वर्षा का कारण बनते हैं।
🔸 ठोस अपशिष्ट भूमि को अनुपजाऊ बनाता है।


🟠 प्रदूषण नियंत्रण उपाय
🔹 अपशिष्ट प्रबंधन व पुनर्चक्रण।
🔹 स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों (गैस, सौर) का उपयोग।
🔹 हरित प्रौद्योगिकी और प्रदूषण मानकों का पालन।
🔹 वृक्षारोपण और पारिस्थितिकी संतुलन कार्यक्रम।


🟤 सरकारी पहलें
🔸 औद्योगिक नीतियाँ, विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) की स्थापना।
🔸 “मेक इन इंडिया” अभियान से निवेश व उत्पादन को बढ़ावा।
🔸 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व ऊर्जा दक्षता उपाय।
🔸 MSME योजनाओं के माध्यम से लघु उद्योगों को प्रोत्साहन।


🟧 भारत के औद्योगिकीकरण की दिशा
🔹 उच्च प्रौद्योगिकी उद्योगों का विकास।
🔹 ग्रामीण–शहरी क्षेत्रीय संतुलन हेतु विकेन्द्रीकृत उद्योग।
🔹 निर्यात उन्मुख व पर्यावरण–अनुकूल उद्योगों को बढ़ावा।


🟪 निष्कर्ष
🏭 विनिर्माण उद्योग आर्थिक शक्ति और आत्मनिर्भरता का प्रमुख स्तंभ हैं। सतत औद्योगिकीकरण के लिए आधुनिक तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा, कुशल श्रम और संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग आवश्यक है।

📝 सारांश (~200 शब्द)
🔵 विनिर्माण उद्योग कच्चे माल को संसाधित कर उपयोगी वस्तुओं में बदलते हैं। ये कृषि, खनन और ऊर्जा को औद्योगिक उत्पादों में परिवर्तित कर अर्थव्यवस्था को मजबूती देते हैं। भारत के प्रमुख उद्योगों में लोहा–इस्पात, कपास वस्त्र, जूट, चीनी, सीमेंट, रसायन, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी शामिल हैं। उद्योगों के स्थान पर कच्चा माल, ऊर्जा, श्रम व बाजार की निकटता प्रभाव डालते हैं। औद्योगिक विकास ने निर्यात, रोजगार और शहरीकरण को बढ़ावा दिया, लेकिन प्रदूषण, पुरानी तकनीक और ऊर्जा संकट जैसी समस्याएँ भी उत्पन्न कीं। सरकार ने “मेक इन इंडिया”, विशेष आर्थिक क्षेत्र, और पर्यावरण नियंत्रण उपाय लागू किए हैं। भविष्य में हरित प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और विकेन्द्रीकृत उद्योगों पर बल देना होगा।

⚡ त्वरित पुनरावृत्ति (~100 शब्द)
🔹 विनिर्माण उद्योग = कच्चा माल → उपयोगी वस्तुएँ।
🔹 महत्व = रोजगार, निर्यात, शहरीकरण, आर्थिक विकास।
🔹 प्रकार = कृषि–आधारित (कपास, चीनी), खनिज–आधारित (इस्पात, सीमेंट)।
🔹 प्रमुख उद्योग = लोहा–इस्पात, कपास वस्त्र, जूट, आईटी।
🔹 स्थान कारक = कच्चा माल, ऊर्जा, बाजार, श्रम, परिवहन।
🔹 समस्याएँ = प्रदूषण, ऊर्जा संकट, पुरानी तकनीक।
🔹 उपाय = स्वच्छ ऊर्जा, पुनर्चक्रण, हरित प्रौद्योगिकी।
🔹 नीतियाँ = मेक इन इंडिया, SEZ, MSME प्रोत्साहन।
🔹 निष्कर्ष = सतत औद्योगिकीकरण हेतु आधुनिक तकनीक व संतुलित विकास आवश्यक।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न


🟡 प्रश्न 1 — बहुविकल्पीय प्रश्न
🟠 प्रश्न (i): निम्न में से कौन-सा उद्योग चूना पत्थर को कच्चे माल के रूप में प्रमुख करता है?
🔵 1. एल्युमिनियम
🟢 2. सीमेंट
🟡 3. प्लास्टिक
🔴 4. मोटरगाड़ी
🟣 उत्तर: 2 — सीमेंट


🟠 प्रश्न (ii): निम्न से कौन-सा उद्योग बांस/लकड़ी को कच्चे माल के रूप में प्रयोग करता है?
🔵 1. एल्युमिनियम प्रसंस्करण
🟢 2. कागज
🟡 3. सीमेंट
🔴 4. इस्पात
🟣 उत्तर: 2 — कागज


🟠 प्रश्न (iii): निम्न से कौन-सा उद्योग टेलीविज़न, कंप्यूटर आदि संयंत्र निर्मित करता है?
🔵 1. इस्पात
🟢 2. इलेक्ट्रॉनिक
🟡 3. एल्युमिनियम प्रसंस्करण
🔴 4. सूचना प्रौद्योगिकी
🟣 उत्तर: 2 — इलेक्ट्रॉनिक

🟡 प्रश्न 2 — लगभग 30 शब्दों में उत्तर दें
🟠 प्रश्न (i): विनिर्माण क्या है?
🟢 उत्तर: कच्चे माल को संसाधित कर उपयोगी वस्तुओं में बदलने की प्रक्रिया विनिर्माण कहलाती है। यह औद्योगिकीकरण, रोजगार सृजन और आर्थिक विकास का आधार है।


🟠 प्रश्न (ii): आधारभूत उद्योग क्या है? उदाहरण देकर बताएँ।
🟢 उत्तर: वे उद्योग जो अन्य उद्योगों को कच्चा माल व ऊर्जा प्रदान करते हैं, आधारभूत उद्योग कहलाते हैं। उदाहरण — इस्पात उद्योग, सीमेंट उद्योग, विद्युत उत्पादन।

🟡 प्रश्न 3 — लगभग 120 शब्दों में उत्तर दें
🟠 प्रश्न (i): उद्योग पर्यावरण को कैसे प्रदूषित करते हैं?
🟢 उत्तर:
🔹 वायु प्रदूषण — कोयला आधारित ताप विद्युत गृह, इस्पात, रसायन और सीमेंट उद्योगों से धुआँ व गैसें उत्सर्जित होती हैं, जिससे अम्ल वर्षा व जलवायु परिवर्तन होता है।
🔹 जल प्रदूषण — रासायनिक अपशिष्ट व रंगीन पानी नदियों में बहाया जाता है, जिससे जल स्रोत दूषित होते हैं।
🔹 भूमि प्रदूषण — ठोस अपशिष्ट व अनुपयोगी रसायन भूमि की उर्वरता घटाते हैं।
🔹 शोर प्रदूषण — मशीनों व औद्योगिक गतिविधियों से।
इनसे स्वास्थ्य समस्याएँ, पारिस्थितिक असंतुलन और कृषि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

🟠 प्रश्न (ii): उद्योगों द्वारा पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए उठाए गए विभिन्न उपायों की चर्चा करें।
🟢 उत्तर:
🔹 अपशिष्ट प्रबंधन और पुनर्चक्रण — औद्योगिक कचरे का सुरक्षित निपटान।
🔹 स्वच्छ ऊर्जा स्रोत — सौर, पवन, गैस आधारित बिजली उत्पादन।
🔹 प्रदूषण नियंत्रण उपकरण — इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रीसिपिटेटर, फिल्टर।
🔹 हरित प्रौद्योगिकी अपनाना — कम कार्बन उत्सर्जन वाली मशीनें।
🔹 वृक्षारोपण व हरित पट्टियों का निर्माण।
🔹 कड़े पर्यावरणीय नियम और उनका पालन।

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न


🟡 अनुभाग A — बहुविकल्पीय प्रश्न (1 अंक प्रत्येक)
🟠 प्रश्न 1: कौन-सा उद्योग चूना पत्थर को कच्चे माल के रूप में उपयोग करता है?
🔵 1. एल्युमिनियम
🟢 2. सीमेंट
🟡 3. प्लास्टिक
🔴 4. मोटरगाड़ी
🟣 उत्तर: 2 — सीमेंट


🟠 प्रश्न 2: बांस व लकड़ी को कच्चे माल के रूप में प्रयोग करने वाला उद्योग कौन-सा है?
🔵 1. एल्युमिनियम प्रसंस्करण
🟢 2. कागज
🟡 3. सीमेंट
🔴 4. इस्पात
🟣 उत्तर: 2 — कागज


🟠 प्रश्न 3: टेलीविज़न, कंप्यूटर व संयंत्र बनाने वाला उद्योग कौन-सा है?
🔵 1. स्टील
🟢 2. इलेक्ट्रॉनिक
🟡 3. एल्युमिनियम प्रसंस्करण
🔴 4. सूचना प्रौद्योगिकी
🟣 उत्तर: 2 — इलेक्ट्रॉनिक


🟠 प्रश्न 4: कपास वस्त्र उद्योग का प्रमुख कच्चा माल क्या है?
🔵 1. जूट
🟢 2. कपास
🟡 3. ऊन
🔴 4. नायलॉन
🟣 उत्तर: 2 — कपास


🟠 प्रश्न 5: भारतीय लोहा–इस्पात उद्योग का पहला आधुनिक केंद्र कौन-सा है?
🔵 1. भिलाई
🟢 2. जमशेदपुर
🟡 3. दुर्गापुर
🔴 4. राउरकेला
🟣 उत्तर: 2 — जमशेदपुर


🟠 प्रश्न 6: पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध जूट उद्योग किस घाटी के किनारे स्थित है?
🔵 1. गंगा घाटी
🟢 2. हुगली घाटी
🟡 3. ब्रह्मपुत्र घाटी
🔴 4. महानदी घाटी
🟣 उत्तर: 2 — हुगली घाटी


🟠 प्रश्न 7: हरित क्रांति से सर्वाधिक लाभ किस फसल को हुआ?
🔵 1. कपास
🟢 2. गेहूँ
🟡 3. गन्ना
🔴 4. तिलहन
🟣 उत्तर: 2 — गेहूँ


🟠 प्रश्न 8: चीनी उद्योग के लिए प्रमुख कच्चा माल क्या है?
🔵 1. गन्ना
🟢 2. कपास
🟡 3. जूट
🔴 4. तंबाकू
🟣 उत्तर: 1 — गन्ना


🟠 प्रश्न 9: सीमेंट उद्योग का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन-सा है?
🔵 1. राजस्थान
🟢 2. पंजाब
🟡 3. बिहार
🔴 4. गुजरात
🟣 उत्तर: 1 — राजस्थान


🟠 प्रश्न 10: “मेक इन इंडिया” अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
🟣 उत्तर: घरेलू और विदेशी निवेश बढ़ाकर विनिर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहन देना।


🟠 प्रश्न 11: उद्योगों के स्थान को प्रभावित करने वाला एक प्रमुख कारक बताइए।
🟣 उत्तर: कच्चे माल की उपलब्धता।


🟠 प्रश्न 12: भारत के दो प्रमुख आईटी केंद्र बताइए।
🟣 उत्तर: बेंगलुरु और हैदराबाद।


🟠 प्रश्न 13: जूट उद्योग के लिए भारत का मुख्य निर्यात गंतव्य कौन-सा है?
🟣 उत्तर: अमेरिका और यूरोप।


🟠 प्रश्न 14: इस्पात उद्योग के विकास हेतु दो आवश्यक शर्तें बताइए।
🟣 उत्तर:
🔹 लौह अयस्क और कोकिंग कोयले की उपलब्धता।
🔹 ऊर्जा स्रोत और परिवहन सुविधा।


🟠 प्रश्न 15: पर्यावरण प्रदूषण का एक प्रमुख औद्योगिक कारण बताइए।
🟣 उत्तर: औद्योगिक अपशिष्ट जल और धुएँ का उत्सर्जन।


🟠 प्रश्न 16: सहकारी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक उद्योग का उदाहरण दें।
🟣 उत्तर: अमूल डेयरी उद्योग।


🟠 प्रश्न 17: वस्त्र उद्योग के स्थान चयन में दो कारक बताइए।
🟣 उत्तर:
🔹 श्रम शक्ति की उपलब्धता।
🔹 बाजार की निकटता।


🟠 प्रश्न 18: ग्रामीण–शहरी संतुलन के लिए किस प्रकार के उद्योग उपयुक्त हैं?
🟣 उत्तर: लघु व कुटीर उद्योग, जो ग्रामीण रोजगार बढ़ाते हैं और शहरी प्रवास कम करते हैं।


🟡 अनुभाग B — लघु उत्तर (2–3 अंक)
🟠 प्रश्न 19: आधारभूत उद्योगों का महत्व लिखिए।
🟢 उत्तर:
🔹 आधारभूत उद्योग अन्य उद्योगों को कच्चा माल, ऊर्जा व अवसंरचना प्रदान करते हैं।
🔹 इस्पात, सीमेंट व बिजली जैसे उद्योग औद्योगिकीकरण की रीढ़ हैं।


🟠 प्रश्न 20: सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के दो प्रमुख केंद्र बताइए।
🟢 उत्तर:
🔹 बेंगलुरु और हैदराबाद।


🟠 प्रश्न 21: कुटीर उद्योग और लघु उद्योग में अंतर बताइए।
🟢 उत्तर:
🔹 कुटीर उद्योग — पारंपरिक, घरों में, कम पूँजी (उदा. हथकरघा)।
🔹 लघु उद्योग — आधुनिक, छोटे कारखानों में, थोड़ी अधिक पूँजी (उदा. खिलौना निर्माण)।


🟠 प्रश्न 22: “मेक इन इंडिया” अभियान का उद्देश्य क्या है?
🟢 उत्तर:
🔹 घरेलू व विदेशी निवेश आकर्षित कर विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना।
🔹 रोजगार सृजन और तकनीकी नवाचार प्रोत्साहन।


🟠 प्रश्न 23: सीमेंट उद्योग के दो प्रमुख उत्पादक राज्य लिखिए।
🟢 उत्तर:
🔹 राजस्थान और मध्य प्रदेश।

🟣 अनुभाग C — मध्यम उत्तर (3 अंक)
🟠 प्रश्न 24: कपास वस्त्र उद्योग के स्थान चयन को प्रभावित करने वाले तीन कारक बताइए।
🟢 उत्तर:
🔹 कच्चे कपास की उपलब्धता।
🔹 श्रम शक्ति और ऊर्जा स्रोत।
🔹 बाजार व परिवहन सुविधा की निकटता।


🟠 प्रश्न 25: चीनी उद्योग के स्थानांतरण का कारण स्पष्ट करें।
🟢 उत्तर:
🔹 दक्षिण भारत में गन्ने की अधिक उपज और उच्च सुक्रोज मात्रा।
🔹 लंबे पेराई मौसम और बेहतर परिवहन सुविधा।


🟠 प्रश्न 26: इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का महत्व लिखिए।
🟢 उत्तर:
🔹 उच्च प्रौद्योगिकी, सॉफ़्टवेयर और संचार साधन प्रदान करता है।
🔹 निर्यात से विदेशी मुद्रा अर्जन व रोजगार सृजन।


🟠 प्रश्न 27: लोहा–इस्पात उद्योग को “उद्योगों की रीढ़” क्यों कहा जाता है?
🟢 उत्तर:
🔹 मशीन, वाहन, भवन निर्माण व अवसंरचना के लिए इस्पात अनिवार्य।
🔹 अन्य उद्योगों की स्थापना में इस्पात की आवश्यकता।


🟠 प्रश्न 28: पर्यावरण प्रदूषण से निपटने के लिए उद्योगों द्वारा अपनाए जाने योग्य तीन उपाय बताइए।
🟢 उत्तर:
🔹 अपशिष्ट प्रबंधन व पुनर्चक्रण।
🔹 स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों का प्रयोग।
🔹 हरित प्रौद्योगिकी व वृक्षारोपण।

🔶 अनुभाग D — दीर्घ उत्तर (5 अंक)
🟠 प्रश्न 29: भारतीय विनिर्माण उद्योगों की पाँच समस्याएँ लिखिए।
🟢 उत्तर:
🔹 पुरानी तकनीक और कम उत्पादकता।
🔹 ऊर्जा संकट और विद्युत कटौती।
🔹 परिवहन व अवसंरचना की कमी।
🔹 कच्चे माल की कीमतों में उतार–चढ़ाव।
🔹 वैश्विक प्रतिस्पर्धा व पूँजी निवेश की कठिनाई।


🟠 प्रश्न 30: औद्योगिक प्रदूषण के प्रकार और उनके प्रभाव लिखिए।
🟢 उत्तर:
🔹 वायु प्रदूषण — धुआँ व गैसें; स्वास्थ्य व जलवायु पर असर।
🔹 जल प्रदूषण — अपशिष्ट जल; पीने के जल स्रोत दूषित।
🔹 भूमि प्रदूषण — ठोस अपशिष्ट; मृदा उर्वरता घटती।
🔹 शोर प्रदूषण — मशीनों से; मानसिक तनाव और श्रवण क्षति।


🟠 प्रश्न 31: ग्रामीण–शहरी संतुलन हेतु लघु व कुटीर उद्योगों की भूमिका समझाइए।
🟢 उत्तर:
🔹 ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन।
🔹 शहरी प्रवास कम होना और स्थानीय संसाधनों का उपयोग।
🔹 परंपरागत कला व हस्तशिल्प का संरक्षण।

🟠 अनुभाग E — केस/स्रोत आधारित प्रश्न (5 अंक)
🟠 प्रश्न 32 (स्थितिजन्य): किसी क्षेत्र में उद्योगों के कारण नदी का जल प्रदूषित हो गया है। दो कारण और तीन समाधान बताइए।
🟢 उत्तर:
🔹 कारण: रासायनिक अपशिष्ट का नदी में प्रवाह; बिना उपचार के रंगीन पानी का बहाव।
🔹 समाधान:
अपशिष्ट उपचार संयंत्र लगाना।
प्रदूषण नियंत्रण नियमों का पालन।
वृक्षारोपण व सामुदायिक जागरूकता।


🟠 प्रश्न 33 (स्रोताधारित): स्रोत के अनुसार औद्योगिकीकरण से होने वाले दो सामाजिक व दो आर्थिक लाभ बताइए।
🟢 उत्तर:
🔹 सामाजिक लाभ:
रोजगार व जीवन स्तर में सुधार।
शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार।
🔹 आर्थिक लाभ:
निर्यात से विदेशी मुद्रा अर्जन।
बुनियादी ढाँचे व बाजार का विकास।

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एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति

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स्मृति संकेत

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भ्रांति /वास्तविकता

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मजा भी , ज्ञान भी

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मस्तिष्क मानचित्र

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