Class 12 : Poltical Science (Hindi) – Lesson 1.दो ध्रुवीयता का अंत
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🌿 परिचय

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्व दो ध्रुवों में बंट गया था — एक ओर था संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के नेतृत्व में पूंजीवादी गुट और दूसरी ओर था सोवियत संघ (USSR) के नेतृत्व में साम्यवादी गुट। इसी को द्विध्रुवीय विश्व व्यवस्था कहा गया। शीतयुद्ध की यह स्थिति वर्ष 1991 में सोवियत संघ के विघटन के साथ समाप्त हुई और विश्व एक एकध्रुवीय व्यवस्था की ओर बढ़ा। यही इस अध्याय का मूल विषय है।
🟢 सोवियत संघ के विघटन के कारण
1️⃣ राजनीतिक कारण
सोवियत संघ में साम्यवादी दल का एकाधिकार था। सत्ता की इस केंद्रीकृत व्यवस्था में नागरिकों के पास अपने नेताओं या नीतियों के विरुद्ध आवाज उठाने का कोई संवैधानिक साधन नहीं था।
✏️ नोट : लंबे समय तक दमनकारी शासन लोगों में असंतोष बढ़ाता गया।
2️⃣ आर्थिक कारण
सोवियत संघ की अर्थव्यवस्था सरकारी नियंत्रण में थी, जो केंद्रीकृत योजना आधारित अर्थव्यवस्था कहलाती थी। यह व्यवस्था नवाचार को हतोत्साहित करती थी और उपभोक्ताओं की जरूरतों की अनदेखी करती थी।
➡️ भारी मात्रा में रक्षा खर्च और अफगानिस्तान युद्ध ने आर्थिक बोझ बढ़ाया।
✔️ आवश्यक वस्तुओं की कमी और उपभोक्ता वस्तुओं का निम्न स्तर लोगों में असंतोष बढ़ा।
3️⃣ सैन्य कारण
सोवियत संघ ने अपनी सेना और परमाणु हथियारों पर अत्यधिक व्यय किया। इससे आर्थिक संकट और गहरा गया।
💡 सिद्धांत : जब कोई देश आवश्यकता से अधिक सैन्य खर्च करता है, तो उसकी अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाती है।
4️⃣ ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका नीति
⚡ ग्लासनोस्त (खुलापन) और पेरेस्त्रोइका (पुनर्गठन) नीतियां मिखाइल गोर्बाचेव द्वारा आरंभ की गईं, परंतु इन नीतियों ने सुधार के स्थान पर अस्थिरता को जन्म दिया।
🧠 जनता ने इन नीतियों के माध्यम से स्वतंत्रता की मांग और तेज कर दी।
5️⃣ राष्ट्रवाद का उभार
सोवियत संघ में रूस के अलावा अनेक गणराज्य थे (लातविया, लिथुआनिया, यूक्रेन आदि)। इन गणराज्यों में राष्ट्रीय पहचान का पुनरुत्थान हुआ और वे स्वतंत्रता की मांग करने लगे।
🔴 सोवियत संघ के विघटन की घटनाएं (क्रमबद्ध रूप में)
➡️ मिखाइल गोर्बाचेव के सुधारों से असंतोष बढ़ा।
➡️ बाल्टिक राज्यों (लातविया, लिथुआनिया, एस्तोनिया) ने स्वतंत्रता की मांग तेज की।
➡️ वर्ष 1991 में रूसी गणराज्य के राष्ट्रपति बोरिस एल्तसिन ने सोवियत संघ से अलग होने का निर्णय लिया।
➡️ सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के प्रभाव का अंत हो गया।
➡️ 25 दिसम्बर 1991 को सोवियत संघ का औपचारिक विघटन हुआ।
👉 परिणाम : सोवियत संघ के स्थान पर 15 स्वतंत्र देश अस्तित्व में आए, जिनमें सबसे शक्तिशाली रूस बना।
🟡 विघटन के प्रभाव
🔷 विश्व व्यवस्था पर प्रभाव
➡️ शीतयुद्ध की समाप्ति और द्विध्रुवीयता का अंत।
➡️ अमेरिका एकमात्र महाशक्ति के रूप में उभरा।
➡️ संयुक्त राष्ट्र की भूमिका बढ़ी।
➡️ वैश्वीकरण को प्रोत्साहन मिला।
🔷 पूर्व सोवियत देशों पर प्रभाव
✔️ रूस सबसे बड़ा उत्तराधिकारी बना।
✔️ यूक्रेन, बेलारूस, कजाखिस्तान जैसे देशों ने स्वतंत्र विदेश नीति बनाई।
✔️ आंतरिक संघर्ष और गरीबी बढ़ी।
✔️ लोकतंत्र की ओर संक्रमण कठिन रहा।
🔷 भारत पर प्रभाव
🌿 भारत-रूस संबंध मजबूत बने रहे।
🌿 भारत को अब गुटनिरपेक्ष नीति के नए मायने समझने पड़े।
🌿 वैश्विक व्यापार में भारत की भागीदारी बढ़ी।
⚡ रूस : उत्तराधिकारी के रूप में
✔️ रूस ने सोवियत संघ की अधिकांश संपत्ति, परमाणु हथियार, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता और अन्य अधिकार प्राप्त किए।
✔️ रूस सामरिक और आर्थिक दृष्टि से कमजोर हुआ, किंतु विश्व राजनीति में उसका महत्त्व बना रहा।
🔵 बाल्टिक राज्य और अन्य देश
लातविया, लिथुआनिया और एस्तोनिया — ये यूरोपीय संघ और नाटो का हिस्सा बने।
यूक्रेन, बेलारूस जैसे देश अपने अस्तित्व को लेकर संघर्षरत रहे।
🟢 राष्ट्रवाद, लोकतंत्र और पहचान संकट
सोवियत संघ के विघटन के बाद नए राष्ट्रों में :
✔️ पहचान आधारित संघर्ष (जातीय, धार्मिक) बढ़ा।
✔️ लोकतांत्रिक शासन की स्थापना कठिन रही।
✔️ आर्थिक विषमताओं के कारण सामाजिक अशांति बनी रही।
🔴 भारत और रूस के संबंध (नई परिस्थिति में)
➡️ भारत और रूस के बीच सैन्य, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग बना रहा।
➡️ दोनों देशों ने कई द्विपक्षीय समझौते किए।
➡️ ऊर्जा क्षेत्र में रूस भारत का महत्वपूर्ण साझेदार बना।
✏️ नोट : रूस भारत को हथियारों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बना रहा।
🟡 क्यों हुआ विघटन अवश्यंभावी?
✔️ आंतरिक आर्थिक संकट
✔️ नागरिक स्वतंत्रता की मांग
✔️ प्रशासनिक भ्रष्टाचार
✔️ तकनीकी पिछड़ापन
✔️ राष्ट्रवादी भावना का उभार
💡 क्यों यह अध्याय महत्वपूर्ण है?
➡️ वैश्विक राजनीति के स्वरूप को समझने हेतु।
➡️ विश्व शक्ति संतुलन में परिवर्तन का अध्ययन।
➡️ भारत की विदेश नीति को समझने में सहायक।
📌 यथार्थ जीवन से जुड़ाव :
आज रूस-यूक्रेन युद्ध हो या अमेरिका-रूस संबंध, सबकी जड़ें इसी विघटन से जुड़ी हैं। द्विध्रुवीयता के अंत ने नई विश्व व्यवस्था की नींव रखी।
📥 क्यों यह अध्याय आवश्यक है?
📝 यह अध्याय बताता है कि कैसे राजनीति, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रवाद किसी भी शक्ति को बदल सकते हैं।
🌍 यह आधुनिक अंतरराष्ट्रीय संबंधों की समझ विकसित करता है।
👨🎓 यह विद्यार्थियों को वैश्विक परिप्रेक्ष्य में सोचने के लिए प्रेरित करता है।
📝 QUICK RECAP (स्मरण हेतु) :
🔵 सोवियत संघ = केंद्रीकृत सत्ता, नियंत्रित अर्थव्यवस्था
🟢 कारण = आर्थिक संकट, नागरिक स्वतंत्रता की मांग, राष्ट्रवाद
🔴 घटनाक्रम = गोर्बाचेव सुधार, गणराज्य पृथक्करण, एल्तसिन
🟡 परिणाम = 15 नए देश, अमेरिका महाशक्ति, वैश्वीकरण बढ़ा
⚡ भारत-रूस = सहयोग जारी, तकनीकी-सैन्य साझेदारी
300 शब्दों में सारांश :
🔷 द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विश्व दो ध्रुवों में बंटा – अमेरिका और सोवियत संघ।
🔷 शीतयुद्ध के दौरान दोनों के बीच वैचारिक, आर्थिक और सैन्य संघर्ष चला।
🔷 सोवियत संघ में एकदलीय साम्यवादी शासन था, जिसकी नीति विफल होने लगी।
🔷 आर्थिक संकट, सैन्य खर्च और नागरिक असंतोष बढ़ते गए।
🔷 गोर्बाचेव की ग्लासनोस्त व पेरेस्त्रोइका नीति विफल रहीं।
🔷 बाल्टिक राज्यों सहित अन्य गणराज्यों में राष्ट्रीयता की भावना जागृत हुई।
🔷 1991 में सोवियत संघ विघटित हुआ और 15 नए देश बने।
🔷 रूस ने उत्तराधिकारी के रूप में सभी सैन्य और अंतरराष्ट्रीय अधिकार लिए।
🔷 अमेरिका एकमात्र महाशक्ति बनकर उभरा।
🔷 वैश्विक व्यवस्था में परिवर्तन आया, संयुक्त राष्ट्र की भूमिका बढ़ी।
🔷 भारत ने रूस से अपने संबंध बनाए रखे। रक्षा, ऊर्जा और तकनीकी क्षेत्र में सहयोग जारी रहा।
🔷 नए देशों में लोकतंत्र स्थापना, आर्थिक सुधार की कठिनाइयां आईं।
🔷 यह अध्याय समझाता है कि राजनीतिक व्यवस्था, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रवाद किसी भी शक्ति को तोड़ सकते हैं।
🔷 आधुनिक विश्व राजनीति की समझ के लिए यह अध्याय अत्यंत आवश्यक है।
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
प्रश्न 1 :
साम्यवादी अर्थव्यवस्था की प्रकृति के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है ?
(क) साम्यवादी अर्थव्यवस्था में समाजवाद प्रभावी विचारधारा थी।
(ख) उत्पादन के साधन राज्य के स्वामित्व/नियंत्रण में होते थे।
(ग) व्यापार को हमेशा आज़ादी थी।
(घ) अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र का नियोजन और नियंत्रण राज्य करता था।
उत्तर 1 :
सही उत्तर – (ग) व्यापार को हमेशा आज़ादी थी।
🔵 साम्यवादी अर्थव्यवस्था में व्यापार पर सरकार का पूरा नियंत्रण होता था।
🟢 इसमें निजी व्यापार को प्रोत्साहित नहीं किया जाता था।
🔴 इसलिए यह कथन गलत है।
प्रश्न 2 :
निम्नलिखित में कौन-सा कालक्रमानुसार सही है ?
(क) अफगान-युद्ध
(ख) बर्लिन-दीवार का गिरना
(ग) सोवियत संघ का विघटन
(घ) रूसी क्रांति
उत्तर 2 :
सही कालक्रम –
(घ) रूसी क्रांति
(क) अफगान-युद्ध
(ख) बर्लिन-दीवार का गिरना
(ग) सोवियत संघ का विघटन
🟡 रूसी क्रांति – 1917
🟢 अफगान-युद्ध – 1979
🔴 बर्लिन-दीवार का गिरना – 1989
🔵 सोवियत संघ का विघटन – 1991
प्रश्न 3 :
निम्नलिखित में कौन-सा सोवियत संघ के विघटन का परिणाम नहीं है ?
(क) संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के बीच वैचारिक लढ़ाई का अंत
(ख) स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल (सीआईएस) का जन्म
(ग) विश्व-व्यवस्था के शक्ति-संतुलन में बदलाव
(घ) मध्यपूर्व में संकट
उत्तर 3 :
सही उत्तर – (घ) मध्यपूर्व में संकट
🟢 सोवियत संघ के विघटन का सीधा संबंध मध्यपूर्व संकट से नहीं था।
🔵 शेष विकल्प विघटन से जुड़े सीधे परिणाम थे।
प्रश्न 4 :
निम्नलिखित में मेल बैठाएं –
| (1) मिखाइल गोर्बाचेव | (क) सुधारों की शुरुआत |
| (2) शॉक थेरेपी | (ख) आर्थिक मॉडल |
| (3) रूस | (ग) सोवियत संघ का उत्तराधिकारी |
| (4) बोरिस येल्तसिन | (घ) रूस के राष्ट्रपति |
| (5) ग्लासनोस्त | (ङ) खुलापन |
उत्तर 4 :
🔵 (1) मिखाइल गोर्बाचेव — (क) सुधारों की शुरुआत
🟢 (2) शॉक थेरेपी — (ख) आर्थिक मॉडल
🔴 (3) रूस — (ग) सोवियत संघ का उत्तराधिकारी
🟡 (4) बोरिस येल्तसिन — (घ) रूस के राष्ट्रपति
⚡ (5) ग्लासनोस्त — (ङ) खुलापन
प्रश्न 5 :
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें –
(क) साम्यवादी राजनीतिक प्रणाली ……………… के विचारधारा पर आधारित थी।
(ख) सोवियत संघ द्वारा कायम रखा गया सैन्य गठबंधन …………… था।
(ग) ………….. वहाँ की साम्यवादी राजनीतिक व्यवस्था पर आधारित था।
(घ) ……………… ने 1985 में सोवियत संघ में सुधारों की शुरुआत की।
(ङ) ……………… का गिरना शीतयुद्ध के अंत का प्रतीक था।
उत्तर 5 :
(क) मार्क्सवादी
(ख) वार्सा संधि
(ग) पूर्वी यूरोप
(घ) मिखाइल गोर्बाचेव
(ङ) बर्लिन-दीवार
प्रश्न 6 :
साम्यवादी अर्थव्यवस्था को किसी पूंजीवादी देश जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था से अलग करने वाली किन्हीं तीन विशेषताओं का उल्लेख करें।
उत्तर 6 :
🟢 उत्पादन के साधनों पर राज्य का स्वामित्व होता था।
🔵 योजना आधारित अर्थव्यवस्था थी, हर क्षेत्र का नियोजन सरकार करती थी।
🔴 नागरिकों को आर्थिक स्वतंत्रता सीमित थी, निजी पूंजीवाद का अभाव था।
प्रश्न 7 :
किन बातों के कारण गोर्बाचेव सोवियत संघ में सुधार के लिए बाध्य हुए ?
उत्तर 7 :
🔵 अर्थव्यवस्था में लगातार गिरावट।
🟢 उपभोक्ता वस्तुओं की भारी कमी।
🔴 प्रशासनिक भ्रष्टाचार और कुशासन।
⚡ नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की बढ़ती मांग।
💡 वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पिछड़ना।
प्रश्न 8 :
भारत जैसे देशों के लिए सोवियत संघ के विघटन के क्या परिणाम हुए ?
उत्तर 8 :
🔵 भारत के लिए सैन्य और तकनीकी सहयोग के नए अवसर बने।
🟢 गुटनिरपेक्ष नीति में नई चुनौतियां आईं।
🔴 भारत को स्वतंत्र विदेश नीति और वैश्विक व्यापार के नए अवसर मिले।
💡 रूस से घनिष्ठ संबंध यथावत रहे।
प्रश्न 9 :
शॉक थेरेपी क्या थी ? क्या साम्यवादी से पूंजीवादी की ओर संक्रमण का यह सबसे बेहतर तरीका था ?
उत्तर 9 :
🔵 शॉक थेरेपी : आर्थिक सुधारों का ऐसा मॉडल जिसमें अचानक बाजार को स्वतंत्र कर दिया गया।
🟢 निजीकरण, बाजार आधारित अर्थव्यवस्था की शुरुआत।
🔴 परिणाम : बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई बढ़ी।
⚡ यह तरीका अनेक देशों के लिए घातक सिद्ध हुआ, विशेषकर रूस के लिए।
💡 धीरे-धीरे सुधार ज्यादा उपयुक्त होता।
प्रश्न 10 :
निम्नलिखित कथन पर पक्ष या विपक्ष में एक लेख लिखें – ‘दूसरी दुनिया के विघटन के बाद भारत को अपनी विदेश-नीति बदलनी चाहिए और ऐसे नए परंपरागत मित्र की जगह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से दोस्ती करने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।’
उत्तर 10 :
पक्ष में :
🔵 अमेरिका वैश्विक महाशक्ति था।
🟢 तकनीकी और आर्थिक सहयोग भारत को चाहिए था।
🔴 नई विश्व व्यवस्था में अमेरिका से संबंध बनाना व्यावहारिक था।
विपक्ष में :
🔵 भारत की नीति स्वतंत्र और संतुलित रही।
🟢 रूस भारत का पुराना मित्र रहा और सहयोग जारी रहा।
🔴 भारत को केवल शक्ति के आधार पर अपनी विदेश नीति नहीं बदलनी चाहिए।
⚡ भारत को बहुपक्षीय संतुलन के साथ संबंध बनाते रहना चाहिए।
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
(CBSE MODEL प्रश्न पत्र)
सिर्फ इसी पाठ से निर्मित CBSE MODEL प्रश्न पत्र।
प्रश्न 1:
सोवियत संघ की अर्थव्यवस्था किस प्रकार की थी?
(क) पूंजीवादी
(ख) समाजवादी
(ग) सामंतवादी
(घ) मिश्रित
उत्तर 1: (ख) समाजवादी
प्रश्न 2:
गोर्बाचेव द्वारा आरंभ की गई ‘ग्लासनोस्त’ नीति का आशय क्या था?
(क) सैन्य नीति
(ख) खुलापन
(ग) निजीकरण
(घ) संरक्षणवाद
उत्तर 2: (ख) खुलापन
प्रश्न 3:
शॉक थेरेपी किससे संबंधित थी?
(क) परमाणु नीति
(ख) आर्थिक सुधार
(ग) सैन्य गठबंधन
(घ) शीतयुद्ध
उत्तर 3: (ख) आर्थिक सुधार
प्रश्न 4:
सोवियत संघ का विघटन किस वर्ष हुआ?
(क) 1985
(ख) 1989
(ग) 1991
(घ) 2000
उत्तर 4: (ग) 1991
प्रश्न 5:
सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस को क्या प्राप्त हुआ?
(क) संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यता
(ख) गुटनिरपेक्ष आंदोलन की सदस्यता
(ग) नाटो की सदस्यता
(घ) यूरोपीय संघ की सदस्यता
उत्तर 5: (क) संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यता
प्रश्न 6:
गोर्बाचेव द्वारा सुधारों की शुरुआत किस वर्ष की गई?
(क) 1980
(ख) 1985
(ग) 1990
(घ) 1995
उत्तर 6: (ख) 1985
प्रश्न 7:
निम्न में से कौन-सा देश सोवियत संघ का उत्तराधिकारी बना?
(क) बेलारूस
(ख) कजाखिस्तान
(ग) यूक्रेन
(घ) रूस
उत्तर 7: (घ) रूस
प्रश्न 8:
पूर्वी यूरोप में साम्यवादी शासन के पतन का प्रमुख कारण क्या था?
(क) उपभोक्ता वस्तुओं की कमी
(ख) धार्मिक असहिष्णुता
(ग) बाहरी हमले
(घ) जलवायु परिवर्तन
उत्तर 8: (क) उपभोक्ता वस्तुओं की कमी
प्रश्न 9:
भारत और रूस के संबंध किस क्षेत्र में सर्वाधिक प्रगाढ़ रहे?
(क) कृषि
(ख) रक्षा
(ग) खेल
(घ) पर्यटन
उत्तर 9: (ख) रक्षा
प्रश्न 10:
सोवियत संघ के विघटन के पश्चात कौन-सी नई राजनीतिक व्यवस्था बनी?
(क) बहुध्रुवीय
(ख) एकध्रुवीय
(ग) द्विध्रुवीय
(घ) तिहध्रुवीय
उत्तर 10: (ख) एकध्रुवीय
प्रश्न 11:
निम्नलिखित में कौन-सा कथन सही है?
(क) रूस, नाटो का सदस्य बन गया।
(ख) रूस, सोवियत संघ का उत्तराधिकारी बना।
(ग) रूस ने संयुक्त राष्ट्र से अलगाव कर लिया।
(घ) रूस ने अफ्रीका के साथ गठबंधन किया।
उत्तर 11: (ख) रूस, सोवियत संघ का उत्तराधिकारी बना।
प्रश्न 12:
निम्नलिखित में से किसने ‘शॉक थेरेपी’ लागू की?
(क) रूस
(ख) भारत
(ग) चीन
(घ) जापान
उत्तर 12: (क) रूस
प्रश्न 13:
गोर्बाचेव द्वारा कौन-सी नीति अपनाई गई?
(क) पूंजीवाद
(ख) शीतयुद्ध
(ग) ग्लासनोस्त
(घ) संरक्षणवाद
उत्तर 13: (ग) ग्लासनोस्त
प्रश्न 14:
सोवियत संघ के विघटन का प्रभाव भारत पर क्या पड़ा?
(क) भारत ने रूस से संबंध समाप्त कर दिए।
(ख) भारत ने अमेरिका से संबंध तोड़ लिए।
(ग) भारत के लिए विदेश नीति में नई चुनौतियां आईं।
(घ) भारत ने साम्यवाद अपना लिया।
उत्तर 14: (ग) भारत के लिए विदेश नीति में नई चुनौतियां आईं।
प्रश्न 15:
निम्न में से कौन-सी नीति रूस में अपनाई गई?
(क) ग्लासनोस्त
(ख) पंचवर्षीय योजना
(ग) शॉक थेरेपी
(घ) गुटनिरपेक्ष आंदोलन
उत्तर 15: (ग) शॉक थेरेपी
प्रश्न 16:
बर्लिन-दीवार गिरने का क्या प्रभाव पड़ा?
(क) यूरोप में शांति
(ख) शीतयुद्ध का अंत
(ग) शीतयुद्ध की शुरुआत
(घ) द्वितीय विश्व युद्ध का आरंभ
उत्तर 16: (ख) शीतयुद्ध का अंत
प्रश्न 17: (ASSERTION-REASON)
ASSERTION (कथन) : सोवियत संघ के विघटन के बाद अमेरिका एकमात्र महाशक्ति बनकर उभरा।
REASON (कारण) : रूस ने वैश्विक राजनीति में अपनी भूमिका छोड़ दी।
(क) A और R दोनों सही हैं तथा R, A की सही व्याख्या है।
(ख) A और R दोनों सही हैं, लेकिन R, A की सही व्याख्या नहीं है।
(ग) A सही है, R गलत है।
(घ) A गलत है, R सही है।
उत्तर 17: (ख) A और R दोनों सही हैं, लेकिन R, A की सही व्याख्या नहीं है।
प्रश्न 18: (CASE-BASED MCQ)
उदाहरण : मिखाइल गोर्बाचेव ने 1985 में सोवियत संघ में सुधारों की शुरुआत की। उन्होंने ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका नीतियों को लागू किया ताकि राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था में बदलाव आए। इन नीतियों के बावजूद सोवियत संघ विघटित हो गया।
इन सुधारों का मुख्य उद्देश्य क्या था?
(क) लोकतंत्र और आर्थिक सुधार लाना
(ख) युद्ध प्रारंभ करना
(ग) साम्यवाद को और कठोर बनाना
(घ) अमेरिका से युद्ध करना
उत्तर 18: (क) लोकतंत्र और आर्थिक सुधार लाना
प्रश्न 19 :
सोवियत संघ के विघटन के दो प्रमुख कारण लिखिए।
उत्तर 19 :
🔵 आर्थिक संकट – सोवियत संघ की केंद्रीकृत योजना आधारित अर्थव्यवस्था कमजोर हो चुकी थी और उपभोक्ता वस्तुओं की भारी कमी थी।
🟢 राजनीतिक असंतोष – नागरिक स्वतंत्रता के अभाव और भ्रष्टाचार के कारण लोगों में असंतोष बढ़ गया था।
प्रश्न 20 :
शीतयुद्ध के अंत का भारत की विदेश नीति पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर 20 :
🔵 भारत की गुटनिरपेक्ष नीति की प्रासंगिकता पर पुनर्विचार करना पड़ा।
🟢 भारत ने अमेरिका और पश्चिमी देशों से संबंध प्रगाढ़ किए ताकि आर्थिक और तकनीकी विकास संभव हो सके।
प्रश्न 21 :
शॉक थेरेपी के दो प्रभाव बताइए।
उत्तर 21 :
🔵 बेरोजगारी और गरीबी में वृद्धि हुई।
🟢 महंगाई और आर्थिक अस्थिरता बढ़ी।
प्रश्न 22 :
ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका नीति का उद्देश्य क्या था?
उत्तर 22 :
🔵 ग्लासनोस्त (खुलापन) – राजनीतिक व्यवस्था में पारदर्शिता लाना।
🟢 पेरेस्त्रोइका (पुनर्गठन) – आर्थिक सुधारों के माध्यम से आर्थिक स्थिति सुधारना।
प्रश्न 23 :
भारत और रूस के बीच किन दो क्षेत्रों में संबंध सुदृढ़ रहे?
उत्तर 23 :
🔵 रक्षा क्षेत्र में – रूस भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बना रहा।
🟢 ऊर्जा क्षेत्र में – रूस से तेल और प्राकृतिक गैस के लिए सहयोग बढ़ा।
प्रश्न 24 :
सोवियत संघ के विघटन के बाद विश्व व्यवस्था में क्या परिवर्तन आए?
उत्तर 24 :
🔵 शीतयुद्ध समाप्त हुआ और द्विध्रुवीयता का अंत हुआ।
🟢 अमेरिका एकमात्र महाशक्ति के रूप में उभरा।
🔴 वैश्वीकरण को बढ़ावा मिला और संयुक्त राष्ट्र की भूमिका मजबूत हुई।
प्रश्न 25 :
गोर्बाचेव के सुधारों से सोवियत संघ में कौन-सी तीन समस्याएं उत्पन्न हुईं?
उत्तर 25 :
🔵 राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी क्योंकि जनता ने अधिक स्वतंत्रता की मांग की।
🟢 आर्थिक व्यवस्था और भी अधिक असंतुलित हो गई।
🔴 गणराज्यों में राष्ट्रवाद की भावना बढ़ी, जिससे पृथक्करण की मांग तेज हुई।
प्रश्न 26 :
रूस के शॉक थेरेपी मॉडल के तीन प्रमुख लक्षण बताइए।
उत्तर 26 :
🔵 बाजार आधारित अर्थव्यवस्था की ओर त्वरित संक्रमण।
🟢 बड़े पैमाने पर निजीकरण।
🔴 विदेशी निवेश और व्यापार को पूर्ण स्वतंत्रता।
प्रश्न 27 :
भारत ने रूस से अपने संबंध क्यों बनाए रखे? तीन कारण लिखिए।
उत्तर 27 :
🔵 रूस रक्षा के क्षेत्र में भारत का प्रमुख सहयोगी था।
🟢 रूस से तकनीकी और वैज्ञानिक सहयोग बना रहा।
🔴 ऊर्जा और अंतरिक्ष तकनीक में सहयोग के कारण संबंध बनाए रखना भारत के हित में था।
प्रश्न 28 :
शीतयुद्ध के दौरान और उसके बाद भारत की विदेश नीति में क्या अंतर आया? तीन बिंदुओं में लिखिए।
उत्तर 28 :
🔵 शीतयुद्ध में भारत ने गुटनिरपेक्ष नीति अपनाई थी।
🟢 शीतयुद्ध के बाद भारत ने बहुध्रुवीय और आर्थिक हितों के आधार पर संबंध बनाए।
🔴 अमेरिका और पश्चिमी देशों से संबंध मजबूत करने पर अधिक ध्यान दिया।
प्रश्न 29 :
निम्न अंश को पढ़िए और उसके आधार पर उत्तर दीजिए —
“गोर्बाचेव ने 1985 में सोवियत संघ में सुधारों की शुरुआत की। ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका नीतियों के तहत उन्होंने राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था में खुलेपन और पुनर्गठन का प्रयास किया। परंतु इन सुधारों ने सोवियत संघ को और अधिक अस्थिर बना दिया।”
(क) गोर्बाचेव द्वारा अपनाई गई दो मुख्य नीतियों का नाम लिखिए। (1 अंक)
(ख) ग्लासनोस्त का क्या आशय था? (1 अंक)
(ग) पेरेस्त्रोइका का उद्देश्य क्या था? (1 अंक)
(घ) इन नीतियों का क्या प्रभाव पड़ा? (1 अंक)
उत्तर 29 :
(क) ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका।
(ख) ग्लासनोस्त का अर्थ था – खुलापन, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बढ़ावा देना।
(ग) पेरेस्त्रोइका का उद्देश्य था – आर्थिक पुनर्गठन और सुधार।
(घ) इन नीतियों से असंतोष और राष्ट्रवाद बढ़ा, जिससे सोवियत संघ विघटित हो गया।
प्रश्न 30 :
निम्न अंश को पढ़िए और उत्तर दीजिए —
“सोवियत संघ के विघटन के पश्चात रूस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी भूमिका बनाए रखी। रूस को सोवियत संघ का उत्तराधिकारी माना गया और उसे संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्यता सहित सभी अधिकार प्राप्त हुए।”
(क) सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस को कौन-सा विशेष अधिकार मिला? (1 अंक)
(ख) रूस किन दो क्षेत्रों में भारत का प्रमुख सहयोगी रहा? (2 अंक)
(ग) भारत और रूस के संबंध क्यों महत्वपूर्ण रहे? (1 अंक)
उत्तर 30 :
(क) संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता।
(ख) रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग।
(ग) सामरिक, तकनीकी और वैश्विक राजनीति में संतुलन हेतु।
प्रश्न 31 :
निम्न अंश पढ़िए और उत्तर दीजिए —
“शीतयुद्ध के अंत के बाद विश्व व्यवस्था में बड़ा बदलाव आया। अमेरिका एकमात्र महाशक्ति बनकर उभरा और वैश्वीकरण की गति तेज हो गई। कई देश स्वतंत्र हुए और संयुक्त राष्ट्र की भूमिका भी बदली।”
(क) शीतयुद्ध के बाद कौन-सा देश महाशक्ति बना? (1 अंक)
(ख) वैश्विक स्तर पर कौन-सा परिवर्तन तेज हुआ? (1 अंक)
(ग) संयुक्त राष्ट्र की भूमिका में क्या परिवर्तन आया? (1 अंक)
(घ) भारत की विदेश नीति पर क्या प्रभाव पड़ा? (1 अंक)
उत्तर 31 :
(क) संयुक्त राज्य अमेरिका।
(ख) वैश्वीकरण।
(ग) संयुक्त राष्ट्र की भूमिका अधिक सक्रिय और प्रभावशाली हुई।
(घ) भारत ने बहुध्रुवीय और आर्थिक हितों को प्राथमिकता दी।
प्रश्न 32 :
सोवियत संघ के विघटन के पाँच प्रमुख कारण विस्तार से समझाइए।
उत्तर 32 :
🔵 आर्थिक संकट : उत्पादन घटता गया, उपभोक्ता वस्तुएँ उपलब्ध नहीं थीं।
🟢 प्रशासनिक विफलता : भ्रष्टाचार और कुशासन चरम पर था।
🔴 गोर्बाचेव की असफल नीतियाँ : ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका से अस्थिरता बढ़ी।
⚡ राष्ट्रवाद का उभार : अलग-अलग गणराज्य स्वतंत्रता की मांग करने लगे।
💡 महंगे सैन्य खर्च : अफगानिस्तान युद्ध और हथियारों पर अत्यधिक व्यय।
प्रश्न 33 :
शीतयुद्ध के अंत के बाद भारत की विदेश नीति में आए पाँच प्रमुख बदलाव लिखिए।
उत्तर 33 :
🔵 गुटनिरपेक्ष नीति का पुनः मूल्यांकन।
🟢 अमेरिका और पश्चिमी देशों से संबंधों में प्रगाढ़ता।
🔴 वैश्वीकरण के साथ जुड़ाव और मुक्त व्यापार को बढ़ावा।
⚡ रक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में रूस से संबंध बरकरार।
💡 बहुध्रुवीय विश्व में संतुलित कूटनीति अपनाना।
प्रश्न 34 :
रूस में शॉक थेरेपी क्या थी? इसके पाँच प्रभाव विस्तार से लिखिए।
उत्तर 34 :
शॉक थेरेपी : आर्थिक सुधार की वह प्रक्रिया जिसमें अचानक पूंजीवादी ढांचे की ओर संक्रमण कराया गया।
प्रभाव :
🔵 बेरोजगारी और गरीबी में भारी वृद्धि।
🟢 महंगाई और आर्थिक अस्थिरता।
🔴 भ्रष्टाचार और माफिया संस्कृति का विकास।
⚡ सार्वजनिक संपत्तियों का निजीकरण कर oligarch वर्ग का उदय।
💡 आर्थिक विषमता बढ़ी, समाज में असंतोष फैला।
प्रश्न 35 :
भारत-रूस संबंधों के पाँच प्रमुख क्षेत्रों का उल्लेख कीजिए और क्यों यह भारत के लिए आवश्यक हैं, स्पष्ट कीजिए।
उत्तर 35 :
क्षेत्र :
🔵 रक्षा – हथियारों और तकनीकी सहयोग में रूस अग्रणी।
🟢 ऊर्जा – तेल, गैस और परमाणु ऊर्जा परियोजनाओं में भागीदारी।
🔴 अंतरिक्ष – तकनीकी सहयोग।
⚡ व्यापार – व्यापार और निवेश में सहयोग।
💡 विज्ञान और तकनीक – अनुसंधान और विकास में सहयोग।
महत्त्व :
भारत के दीर्घकालिक सामरिक हित, तकनीकी विकास और वैश्विक राजनीति में संतुलन हेतु रूस के साथ संबंध आवश्यक हैं।
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————
प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न
🔵 Q1. सोवियत संघ (USSR) का आधिकारिक विघटन किस वर्ष हुआ?
(A) 1989
(B) 1990
(C) 1991
(D) 1992
✅ उत्तर: (C) 1991
📅 परीक्षा: UPSC Prelims 2017
📝 व्याख्या: सोवियत संघ का विघटन 26 दिसम्बर 1991 को हुआ।
🔵 Q2. ग्लासनोस्त (Glasnost) नीति किस नेता से जुड़ी थी?
(A) स्टालिन
(B) ख्रुश्चेव
(C) ब्रेझनेव
(D) गोर्बाचेव
✅ उत्तर: (D) गोर्बाचेव
📅 परीक्षा: UPSC Prelims 2011
📝 व्याख्या: ग्लासनोस्त गोर्बाचेव की पारदर्शिता की नीति थी।
🔵 Q3. पेरेस्त्रोइका (Perestroika) नीति का उद्देश्य था:
(A) हथियारों की दौड़
(B) आर्थिक पुनर्गठन
(C) सैन्य कब्ज़ा
(D) परमाणु तनाव
✅ उत्तर: (B) आर्थिक पुनर्गठन
📅 परीक्षा: UPPSC 2015
📝 व्याख्या: पेरेस्त्रोइका सोवियत अर्थव्यवस्था में सुधार की योजना थी।
🔵 Q4. निम्न में से कौन CIS का सदस्य नहीं था?
(A) रूस
(B) यूक्रेन (प्रारंभ में)
(C) बेलारूस
(D) चीन
✅ उत्तर: (D) चीन
📅 परीक्षा: BPSC 2016
📝 व्याख्या: चीन कभी CIS (कॉमनवेल्थ ऑफ इंडिपेंडेंट स्टेट्स) का सदस्य नहीं रहा।
🔵 Q5. NAM की स्थापना किस संदर्भ में हुई?
(A) शीत युद्ध
(B) उपनिवेशवाद का अंत
(C) वैश्वीकरण
(D) पर्यावरण आंदोलन
✅ उत्तर: (A) शीत युद्ध
📅 परीक्षा: SSC CGL 2014
📝 व्याख्या: NAM की स्थापना शीत युद्ध के दो ध्रुवों से अलग रहने हेतु की गई थी।
🔵 Q6. गोर्बाचेव को नोबेल शांति पुरस्कार किसके अंत के लिए मिला?
(A) द्वितीय विश्व युद्ध
(B) शीत युद्ध
(C) परमाणु ऊर्जा विवाद
(D) कोरियाई युद्ध
✅ उत्तर: (B) शीत युद्ध
📅 परीक्षा: CAPF 2017
📝 व्याख्या: गोर्बाचेव के सुधारों से USSR और पश्चिम के बीच तनाव समाप्त हुआ।
🔵 Q7. बर्लिन दीवार का गिरना किसका प्रतीक था?
(A) USSR का उदय
(B) द्वितीय विश्व युद्ध का अंत
(C) यूरोप में साम्यवाद का पतन
(D) शीत युद्ध की शुरुआत
✅ उत्तर: (C) यूरोप में साम्यवाद का पतन
📅 परीक्षा: SSC CHSL 2016
📝 व्याख्या: 1989 में बर्लिन दीवार का गिरना साम्यवाद के अंत का संकेत था।
🔵 Q8. किस सम्मेलन ने शीत युद्ध को औपचारिक रूप से समाप्त किया?
(A) याल्टा
(B) माल्टा
(C) तेहरान
(D) पॉट्सडैम
✅ उत्तर: (B) माल्टा
📅 परीक्षा: NDA 2018
📝 व्याख्या: माल्टा सम्मेलन 1989 में बुश और गोर्बाचेव ने शीत युद्ध के अंत की घोषणा की।
🔵 Q9. USSR के विघटन के बाद कौन-सा संगठन उभरा?
(A) सार्क
(B) CIS
(C) ASEAN
(D) NATO
✅ उत्तर: (B) CIS
📅 परीक्षा: UPSC Prelims 2016
📝 व्याख्या: CIS (कॉमनवेल्थ ऑफ इंडिपेंडेंट स्टेट्स) USSR के बाद पूर्व सोवियत देशों के लिए बना।
🔵 Q10. शीत युद्ध शब्द किसने गढ़ा?
(A) जॉर्ज ऑरवेल
(B) चर्चिल
(C) ट्रूमैन
(D) स्टालिन
✅ उत्तर: (A) जॉर्ज ऑरवेल
📅 परीक्षा: SSC CGL 2017
📝 व्याख्या: 1945 में जॉर्ज ऑरवेल ने “शीत युद्ध” शब्द का प्रयोग किया।
🔵 Q11. USSR का अंतिम राष्ट्रपति कौन था?
(A) ख्रुश्चेव
(B) ब्रेझनेव
(C) गोर्बाचेव
(D) येल्तसिन
✅ उत्तर: (C) गोर्बाचेव
📅 परीक्षा: SSC GD 2016
📝 व्याख्या: गोर्बाचेव ने 1991 में इस्तीफा दिया, USSR समाप्त हो गया।
🔵 Q12. 1980 के दशक में USSR की आर्थिक समस्या का मुख्य कारण था:
(A) अत्यधिक रक्षा खर्च
(B) कृषि विफलता
(C) विदेशी कब्ज़ा
(D) जनसंख्या वृद्धि
✅ उत्तर: (A) अत्यधिक रक्षा खर्च
📅 परीक्षा: CAPF 2014
📝 व्याख्या: हथियारों की दौड़ में अत्यधिक खर्च से USSR की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई।
🔵 Q13. किस यूरोपीय संगठन का विस्तार शीत युद्ध के बाद हुआ?
(A) NATO
(B) वारसा संधि
(C) OPEC
(D) SEATO
✅ उत्तर: (A) NATO
📅 परीक्षा: SSC CPO 2018
📝 व्याख्या: NATO ने शीत युद्ध के बाद पूर्वी यूरोप के कई देशों को जोड़ा।
🔵 Q14. जर्मनी का एकीकरण किस वर्ष हुआ?
(A) 1987
(B) 1989
(C) 1990
(D) 1991
✅ उत्तर: (C) 1990
📅 परीक्षा: SSC MTS 2015
📝 व्याख्या: पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी का एकीकरण 1990 में हुआ।
🔵 Q15. यूगोस्लाविया कितने देशों में बंटा?
(A) 3 देश
(B) 5 देश
(C) 6+ देश
(D) एकीकृत रहा
✅ उत्तर: (C) 6+ देश
📅 परीक्षा: NDA 2017
📝 व्याख्या: 1991 के बाद यूगोस्लाविया कई छोटे-छोटे देशों में टूट गया।
🔵 Q16. निम्न में से कौन शीत युद्ध से संबंधित नहीं है?
(A) क्यूबा मिसाइल संकट
(B) वियतनाम युद्ध
(C) खाड़ी युद्ध
(D) बर्लिन ब्लॉकेड
✅ उत्तर: (C) खाड़ी युद्ध
📅 परीक्षा: SSC CHSL 2015
📝 व्याख्या: खाड़ी युद्ध (1991) शीत युद्ध के बाद हुआ।
🔵 Q17. वारसा संधि का विघटन कब हुआ?
(A) 1989
(B) 1990
(C) 1991
(D) 1992
✅ उत्तर: (C) 1991
📅 परीक्षा: SSC JE 2019
📝 व्याख्या: 1991 में USSR के विघटन के बाद वारसा संधि समाप्त कर दी गई।
🔵 Q18. 1991 के बाद किस देश ने यूरोपीय संघ (EU) में शामिल नहीं हुआ?
(A) पोलैंड
(B) हंगरी
(C) नॉर्वे
(D) बुल्गारिया
✅ उत्तर: (C) नॉर्वे
📅 परीक्षा: SSC CGL 2016
📝 व्याख्या: नॉर्वे ने जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ में शामिल होने से इंकार किया।
🔵 Q19. गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) की स्थापना कब हुई?
(A) 1947
(B) 1955
(C) 1961
(D) 1971
✅ उत्तर: (C) 1961
📅 परीक्षा: SSC CHSL 2018
📝 व्याख्या: NAM की स्थापना 1961 में बेलग्रेड सम्मेलन में हुई ताकि कोई भी देश दोनों महाशक्तियों के दबाव में न रहे।
————————————————————————————————————————————————————————————————————————————