Class 12, Grography (Hindi)

Class 12 : Geography (Hindi) – Lesson 12.जल संसाधन

सारांश – पाठ 4: जल संसाधन
कक्षा 12 – भूगोल (मानव भूगोल के मूल सिद्धांत)


परिचय:
जल जीवन का मूल आधार है और यह एक अत्यावश्यक प्राकृतिक संसाधन है। यह घरेलू उपयोग, कृषि, उद्योग, ऊर्जा उत्पादन और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यद्यपि जल एक नवीकरणीय संसाधन है, इसकी उपलब्धता स्थान और समय के अनुसार असमान है, जिसके कारण कई क्षेत्रों में जल संकट उत्पन्न हो जाता है।

भारत में जल संसाधनों की उपलब्धता:
भारत में अधिकांश जल मानसूनी वर्षा पर निर्भर करता है, जो मौसमी और असमान रूप से वितरित होती है। जल के प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं:
सतही जल: नदियाँ, झीलें, तालाब और टैंक। प्रमुख नदी घाटियाँ – गंगा, ब्रह्मपुत्र, सिंधु, गोदावरी, कृष्णा और महानदी।
भूजल: धरातल के नीचे जलभृतों (aquifers) में संग्रहित जल।
हिमनद एवं हिमपात पिघलन: विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण।
हालाँकि भारत में वार्षिक वर्षा पर्याप्त होती है, लेकिन भौगोलिक असमानता और मौसमी एकाग्रता के कारण कई क्षेत्र जल संकट का सामना करते हैं। जैसे राजस्थान के कुछ भागों में अत्यधिक जल की कमी है, जबकि पूर्वोत्तर राज्य अत्यधिक वर्षा प्राप्त करते हैं।

भारत में जल उपयोग:
जल का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है, जिनमें प्रमुख हैं:
कृषि उपयोग – भारत में सबसे अधिक जल कृषि में उपयोग होता है (लगभग 80% से अधिक)। वर्षा की अनियमितता के कारण सिंचाई आवश्यक है। सिंचाई के प्रमुख स्रोत: नहरें, ट्यूबवेल, तालाब, ड्रिप सिंचाई आदि।
औद्योगिक उपयोग – उद्योगों में जल का उपयोग शीतलन, प्रक्रिया, सफाई आदि में होता है। औद्योगिकीकरण के बढ़ने से जल की माँग भी बढ़ रही है।
घरेलू उपयोग – पीने, खाना पकाने, सफाई, स्नान और शौचालय जैसे कार्यों में।
जलविद्युत उत्पादन – प्रवाहित जल से बिजली का उत्पादन, जो अक्षय ऊर्जा का स्रोत है।

जल संकट और उसके कारण:
यद्यपि जल नवीकरणीय है, फिर भी इसका संकट बढ़ता जा रहा है। इसके मुख्य कारण हैं:
कृषि में अत्यधिक एवं अपदायी जल उपयोग
जनसंख्या वृद्धि और नगरीकरण
उद्योगों का विस्तार और अपशिष्ट जल का अनुपचारित निष्कासन
सतही और भूजल का प्रदूषण
जल वितरण की असमानता और मौसमी परिवर्तनशीलता

जल संरक्षण एवं प्रबंधन:
वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जल का सतत उपयोग आवश्यक है। इसके प्रमुख उपाय हैं:
वर्षा जल संचयन – छतों या अन्य सतहों से जल संग्रह कर उसका भंडारण करना।
जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन – वनों का संरक्षण, अवनालिका निर्माण, कच्चे बंधों द्वारा जल संधारण।
जल पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण – उद्योगों और घरों में पुनः उपयोग के माध्यम से जल बचाना।
भूजल पुनर्भरण – परकुलेशन टैंक, चेक डैम आदि से जलभृतों को पुनः भरना।
जल की बचत करने वाली सिंचाई तकनीकें – ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई जैसे उपाय अपनाना।

सरकारी पहल:
सरकार ने जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएँ चलाई हैं, जैसे:
जल शक्ति अभियान
अटल भूजल योजना
मिशन अमृत सरोवर
इन योजनाओं का उद्देश्य भूजल स्तर को सुधारना, पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना और जल-संवेदनशील व्यवहार को बढ़ावा देना है।

उपसंहार:
जल एक सीमित लेकिन आवश्यक संसाधन है। इसका समुचित प्रबंधन आवश्यक है ताकि सभी क्षेत्रों में समान रूप से उपलब्ध हो सके। जल संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, न्यायसंगत वितरण और सामुदायिक सहभागिता जल संसाधनों की सतत आपूर्ति सुनिश्चित कर सकते हैं। इसके लिए लोगों, समाज और शासन – तीनों की संयुक्त भागीदारी आवश्यक है।

भूगोल प्रश्न पत्र (GQP)
कक्षा – 12
विषय – भूगोल (मानव भूगोल के मूल सिद्धांत)
पाठ 4: जल संसाधन
समय: 3 घंटे
पूर्णांक: 70 अंक


सामान्य निर्देश:
सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
प्रश्न पत्र पाँच खंडों – A से E – में विभाजित है।
प्रश्नों के उत्तर निर्धारित क्रम में ही लिखें।
बॉक्स, तालिकाओं और रंगीन अंशों को शामिल नहीं किया गया है।

खंड A: बहुविकल्पीय प्रश्न (1 × 17 = 17 अंक)
प्र.1 निम्न में से कौन-सा सतही जल स्रोत है?
A. जलभृत
B. ट्यूबवेल
C. झील
D. परकोलेशन टैंक
उत्तर: C. झील
प्र.2 इनमें से कौन-सा भारत का प्रमुख नदी बेसिन नहीं है?
A. गंगा
B. ब्रह्मपुत्र
C. टेम्स
D. गोदावरी
उत्तर: C. टेम्स
प्र.3 भारत में कृषि में लगभग कितना जल उपयोग होता है?
A. 30%
B. 50%
C. 65%
D. 80%
उत्तर: D. 80%
प्र.4 जल संकट का प्रमुख कारण है:
A. कृषि में अत्यधिक उपयोग
B. पर्यटन
C. व्यापार
D. आयात-निर्यात असंतुलन
उत्तर: A. कृषि में अत्यधिक उपयोग
प्र.5 निम्नलिखित में से कौन-सी जल संरक्षण की विधि है?
A. कचरा जलाना
B. ड्रिप सिंचाई
C. खुली नहर सिंचाई
D. अति सिंचाई
उत्तर: B. ड्रिप सिंचाई
प्र.6 कौन-सा राज्य पर्याप्त वर्षा के बावजूद जल संकट से जूझता है?
A. असम
B. राजस्थान
C. मेघालय
D. केरल
उत्तर: B. राजस्थान
प्र.7 हिमनद से जल मुख्यतः किस स्रोत में योगदान देता है?
A. झील
B. कुएँ
C. नदी
D. जलभृत
उत्तर: C. नदी
प्र.8 जल शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A. नगरीय नियोजन
B. नदियों को जोड़ना
C. जल संरक्षण और भूजल पुनर्भरण
D. सड़क निर्माण
उत्तर: C. जल संरक्षण और भूजल पुनर्भरण
प्र.9 जल बचाने की दृष्टि से सबसे प्रभावी सिंचाई विधि कौन-सी है?
A. नहर
B. स्प्रिंकलर
C. ट्यूबवेल
D. ड्रिप
उत्तर: D. ड्रिप
प्र.10 वॉटरशेड प्रबंधन का संबंध है:
A. केवल मिट्टी क्षरण से
B. जलग्रहण क्षेत्र के विकास से
C. जल निर्यात से
D. बालू खनन से
उत्तर: B. जलग्रहण क्षेत्र के विकास से
प्र.11 निम्न में से क्या जल प्रदूषण का कारण है?
A. वन आवरण
B. वर्षा जल संचयन
C. अनुपचारित औद्योगिक अपशिष्ट
D. कुएँ का पुनर्भरण
उत्तर: C. अनुपचारित औद्योगिक अपशिष्ट
प्र.12 भूजल कहाँ संग्रहित होता है?
A. झील
B. टैंक
C. जलभृत
D. नाले
उत्तर: C. जलभृत
प्र.13 मिशन अमृत सरोवर किससे संबंधित है?
A. मृदा संरक्षण
B. जलाशयों का पुनरुद्धार
C. साक्षरता मिशन
D. नगरीय विकास
उत्तर: B. जलाशयों का पुनरुद्धार
प्र.14 हिमालयी क्षेत्र में जल का प्रमुख स्रोत है:
A. वर्षा
B. ट्यूबवेल
C. हिमनद
D. समुद्र
उत्तर: C. हिमनद
प्र.15 कथन (A): उद्योग जल के बड़े उपभोक्ता हैं।
कारण (R): जल का उपयोग उद्योगों में शीतलन, सफाई और प्रक्रिया में होता है।
A. A और R दोनों सही हैं और R, A की सही व्याख्या है
B. A और R दोनों सही हैं परंतु R सही व्याख्या नहीं है
C. A सही है, R गलत है
D. A गलत है, R सही है
उत्तर: A
प्र.16 परकोलेशन टैंक का निर्माण किसलिए किया जाता है?
A. नगरीय जल निकासी
B. नदी परिवहन
C. भूजल पुनर्भरण
D. वर्षा मापन
उत्तर: C. भूजल पुनर्भरण
प्र.17 निम्न में से कौन-सा उपयोग सबसे कम जल खपत करता है?
A. कृषि
B. उद्योग
C. घरेलू उपयोग
D. विद्युत उत्पादन
उत्तर: C. घरेलू उपयोग

खंड B: स्रोत आधारित प्रश्न (3 × 2 = 6 अंक)
प्र.18 गद्यांश पढ़कर उत्तर दीजिए:
“भारत अपने उपलब्ध जल का लगभग 80% कृषि में उपयोग करता है, फिर भी अपदायी सिंचाई तकनीकों के कारण भूजल की अत्यधिक हानि हो रही है।”
18.1 भारत में कृषि हेतु जल उपयोग का अनुमानित प्रतिशत क्या है?
उत्तर: 80%
18.2 अपदायी सिंचाई से क्या समस्या उत्पन्न होती है?
उत्तर: भूजल का अत्यधिक दोहन
18.3 सिंचाई जल बचाने की एक विधि बताइए।
उत्तर: ड्रिप सिंचाई
प्र.19 गद्यांश पढ़कर उत्तर दीजिए:
“वर्षा जल संचयन और जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन जल संरक्षण की टिकाऊ विधियाँ हैं, जो विशेष रूप से जल संकट वाले क्षेत्रों में उपयोगी होती हैं।”
19.1 उपर्युक्त में कौन-सी एक जल संरक्षण पद्धति का उल्लेख है?
उत्तर: वर्षा जल संचयन
19.2 जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: जल संरक्षण एवं भूजल पुनर्भरण
19.3 इन विधियों का विशेष उपयोग किन क्षेत्रों में होता है?
उत्तर: जल संकट वाले क्षेत्रों में जैसे राजस्थान

खंड C: लघु उत्तर प्रश्न (3 × 4 = 12 अंक)
प्र.20 भारत में जल संकट के तीन प्रमुख कारण लिखिए।
उत्तर:
कृषि में जल का अत्यधिक उपयोग
शहरीकरण और जनसंख्या वृद्धि
औद्योगिक प्रदूषण से जल स्रोतों की हानि
प्र.21 वर्षा जल संचयन के तीन लाभ बताइए।
उत्तर:
भूजल स्तर में वृद्धि
सतही जल बहाव में कमी
सूखे समय में जल उपलब्धता
प्र.22 औद्योगिक क्षेत्र में जल के तीन उपयोग बताइए।
उत्तर:
मशीनों को ठंडा करना
सफाई कार्यों में
कच्चे माल की प्रक्रिया में
प्र.23 वॉटरशेड प्रबंधन क्या है? इसकी दो गतिविधियाँ बताइए।
उत्तर:
वॉटरशेड प्रबंधन एक जलग्रहण क्षेत्र में जल संरक्षण की प्रक्रिया है। गतिविधियाँ:
वनीकरण
चेक डैम निर्माण

खंड D: दीर्घ उत्तर प्रश्न (5 × 5 = 25 अंक)
प्र.24 भारत में जल संरक्षण का महत्त्व पाँच बिंदुओं में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भावी पीढ़ियों हेतु जल सुरक्षित रखना
भूजल का संतुलन बनाए रखना
जल प्रदूषण को रोकना
कृषि उत्पादकता में वृद्धि
ग्रामीण-नगरीय जल संघर्ष को कम करना
प्र.25 जल संरक्षण और प्रबंधन की पाँच विधियाँ समझाइए।
उत्तर:
वर्षा जल संचयन
जलग्रहण क्षेत्र विकास
ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई
औद्योगिक जल का पुनः उपयोग
परकोलेशन टैंक और चेक डैम का निर्माण
प्र.26 भारत में जल की स्थानिक और मौसमी उपलब्धता का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वर्षा मुख्यतः मानसून में केंद्रित
पूर्वी भारत में अधिक वर्षा, पश्चिमी भारत में कम
उत्तर की नदियाँ हिमनद आधारित, दक्षिण की वर्षा आधारित
कुछ क्षेत्रों में बाढ़, अन्य में सूखा
प्र.27 भारत में जल संसाधनों के प्रबंधन की पाँच प्रमुख चुनौतियाँ बताइए।
उत्तर:
वर्षा का असमान वितरण
मानसून पर अत्यधिक निर्भरता
जल स्रोतों का प्रदूषण
भंडारण अवसंरचना की कमी
जनसंख्या और नगरीकरण का दबाव
प्र.28 सतही जल और भूजल में पाँच अंतर लिखिए।
उत्तर:
स्थिति: सतही जल – धरातल पर; भूजल – धरातल के नीचे
स्रोत: नदियाँ/झीलें बनाम जलभृत
पुनः भराव: सतही जल मौसमी; भूजल धीमा
प्रदूषण: सतही जल अधिक प्रदूषित होता है
निकास: भूजल पंप से निकाला जाता है; सतही जल सीधा उपलब्ध

खंड E: मानचित्र आधारित प्रश्न (5 × 2 = 10 अंक)
प्र.29 विश्व के मानचित्र पर निम्नलिखित में से किसी पाँच स्थानों को दर्शाइए (नेत्रहीन छात्र केवल नाम लिखें):
अमेज़न नदी बेसिन
नील नदी
कोलोराडो नदी
यांग्त्से नदी
राइन नदी
मरे-डार्लिंग बेसिन
वोल्गा नदी
प्र.30 भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित में से किसी पाँच स्थानों को दर्शाइए (नेत्रहीन छात्र केवल नाम लिखें):
गंगा नदी
गोदावरी नदी
इंदिरा गांधी नहर
टिहरी बाँध
हीराकुंड बाँध
भाखड़ा नांगल बाँध
मेट्टूर बाँध

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न

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प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न

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एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति

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मस्तिष्क मानचित्र

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दृश्य सामग्री

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