Class 11 : Poltical Science (In Hindi) – Lesson 11. राजनीतिक सिद्धांत: एक परिचय
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🔴 प्रस्तावना
यह अध्याय राजनीति के अर्थ, स्वरूप, आवश्यकता और समाज में उसकी भूमिका को स्पष्ट करता है। राजनीति केवल सत्ता या सरकार से जुड़ा विषय नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक के जीवन से सीधा जुड़ा हुआ है। राजनीति व्यक्ति और राज्य के संबंधों को निर्धारित करती है। राजनीति का क्षेत्र सत्ता, अधिकार, निर्णय, कानून और न्याय से जुड़ा है।
🟢 राजनीति का अर्थ
➡️ राजनीति शब्द की उत्पत्ति यूनानी शब्द ‘पोलिस’ से हुई है, जिसका अर्थ है नगर-राज्य। प्रारंभ में राजनीति उन सभी गतिविधियों से जुड़ी थी, जो नगर-राज्य के संचालन से संबंधित थीं।
🌿 आज राजनीति का दायरा बहुत व्यापक हो गया है। यह केवल सरकार या शासक वर्ग तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर हिस्से में इसका प्रभाव होता है।
🧠 राजनीति के मुख्य तत्त्व:
✔️ सत्ता का अर्जन और वितरण
✔️ निर्णय निर्माण
✔️ अधिकारों और कर्तव्यों की व्याख्या
✔️ न्याय और समानता की स्थापना
✏️ नोट : राजनीति केवल शासक वर्ग तक सीमित न होकर आम नागरिक के जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
🔴 राजनीति की विशेषताएँ
🟡 1. शक्ति और अधिकार का प्रश्न
➡️ राजनीति का मुख्य केंद्र बिंदु सत्ता और उसका प्रयोग है। कौन सत्ता प्राप्त करेगा, कैसे उसका प्रयोग होगा, यह राजनीति निर्धारित करती है।
✔️ सत्ता केवल शासन करने का अधिकार नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने की क्षमता है।
🟢 2. सहमति और संघर्ष का संतुलन
➡️ राजनीति संघर्ष और सहमति दोनों की प्रक्रिया है। जहां अनेक विचार होते हैं, वहां असहमति स्वाभाविक है। राजनीति का कार्य इन मतभेदों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करना है।
🔴 3. संस्थाओं और नियमों की भूमिका
➡️ राजनीति नियमों और संस्थाओं के माध्यम से संचालित होती है। संविधान, संसद, न्यायपालिका, चुनाव आयोग जैसी संस्थाएं राजनीतिक व्यवस्था का भाग होती हैं।
🟢 4. नागरिकों की सहभागिता
➡️ राजनीति केवल नेताओं या सरकार की नहीं, नागरिकों की भी होती है। मतदान, विरोध, आंदोलन, अभिव्यक्ति, संगठन सभी नागरिकों की राजनीतिक क्रियाएं हैं।
💡 मूल विचार : राजनीति का उद्देश्य समाज में न्याय, समानता और शांति स्थापित करना है।
🔴 राजनीति का महत्त्व और दायरा
🟡 1. समाज में राजनीति की उपस्थिति
➡️ राजनीति केवल सत्ता प्राप्ति का साधन नहीं, बल्कि समाज को संगठित रखने का माध्यम है। यह बताती है कि नागरिकों के क्या अधिकार और कर्तव्य होंगे।
🟢 2. लोकतंत्र में राजनीति का महत्त्व
➡️ लोकतंत्र में राजनीति नागरिकों को अपनी इच्छानुसार सरकार चुनने का अधिकार देती है। नागरिक अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं और नीतियों को प्रभावित कर सकते हैं।
🧠 3. सामाजिक न्याय और राजनीति
➡️ राजनीति समाज में समान अवसर, समान अधिकार और न्याय दिलाने का माध्यम है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसी नीतियां राजनीतिक निर्णयों का ही परिणाम हैं।
✏️ नोट : राजनीति समाज को संगठित, उत्तरदायी और जागरूक बनाती है।
🔵 राजनीति के दृष्टिकोण
🔴 1. सीमित दृष्टिकोण
➡️ कुछ लोग राजनीति को केवल सरकार, चुनाव और सत्ता तक सीमित मानते हैं।
🟢 2. व्यापक दृष्टिकोण
➡️ व्यापक दृष्टिकोण के अनुसार राजनीति हर उस स्थान पर है जहां निर्णय, सत्ता या अधिकार का प्रश्न उठता है। विद्यालय, पंचायत, परिवार, समाज सभी में राजनीति निहित होती है।
🌿 उदाहरण : विद्यालय में छात्र संघ चुनाव, पंचायत में निर्णय प्रक्रिया, ये सब राजनीति के उदाहरण हैं।
🔴 राजनीति और अन्य विषयों का संबंध
🟡 1. राजनीति और अर्थशास्त्र
➡️ आर्थिक नीतियां राजनीतिक निर्णयों से प्रभावित होती हैं। बजट, कर नीति, योजनाएं सब राजनीति के अधीन होती हैं।
🟢 2. राजनीति और समाजशास्त्र
➡️ समाजशास्त्र समाज के व्यवहार का अध्ययन करता है, राजनीति समाज को नियंत्रित करने के नियम बनाती है।
🔴 3. राजनीति और इतिहास
➡️ इतिहास से हमें राजनीतिक संस्थाओं और नीतियों के विकास की जानकारी मिलती है।
🧠 4. राजनीति और संविधान
➡️ संविधान राजनीति को नियमबद्ध करता है और बताता है कि सत्ता का प्रयोग कैसे होगा।
✏️ नोट : राजनीति अन्य विषयों से गहराई से जुड़ी है।
🔵 राजनीति का व्यावहारिक महत्त्व
🟢 1. निर्णय में भागीदारी
➡️ नागरिक राजनीति के माध्यम से सरकार के निर्णयों को प्रभावित करते हैं।
🔴 2. अधिकारों की रक्षा
➡️ राजनीति नागरिकों को अपने अधिकारों की रक्षा का माध्यम देती है।
🟡 3. सामाजिक परिवर्तन का साधन
➡️ राजनीति के माध्यम से समाज में सुधार और परिवर्तन होता है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, महिला अधिकार सभी में राजनीति की भूमिका है।
💡 उदाहरण : सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार जैसी नीतियां राजनीति के कारण संभव हुईं।
🔴 राजनीति का उद्देश्य
🟢 न्यायपूर्ण समाज की स्थापना
🟡 समानता, स्वतंत्रता, बंधुत्व जैसे आदर्शों की प्राप्ति
🔴 नागरिकों की गरिमा की रक्षा
🟢 अवसरों की समानता
✏️ नोट : राजनीति का अंतिम लक्ष्य जनकल्याण और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा है।
🔵 इस पाठ का महत्त्व क्यों
💡 यह अध्याय सिखाता है —
✔️ राजनीति केवल सत्ता या सरकार तक सीमित नहीं है।
✔️ राजनीति समाज के हर हिस्से में प्रभावी है।
✔️ राजनीति नागरिकों के अधिकार, कर्तव्य और समाज की दिशा तय करती है।
✔️ राजनीति का लक्ष्य न्याय, समानता और गरिमा की रक्षा है।
🌿 व्यावहारिक जीवन में प्रयोग :
➡️ मतदान, विरोध, विचार, संगठन, आंदोलन सभी राजनीतिक गतिविधियां हैं।
🔴 वास्तविक जीवन से संबंध
➡️ विद्यालय में छात्र परिषद चुनाव, पंचायत में निर्णय, आंदोलन, विरोध, ये सभी राजनीतिक प्रक्रिया के उदाहरण हैं।
✔️ राजनीति समाज में व्यवस्था और समानता सुनिश्चित करने का सबसे प्रभावी साधन है।
⚡ क्यों यह अध्याय महत्त्वपूर्ण है?
✏️ यह अध्याय हमें सिखाता है —
🟢 राजनीति हर नागरिक के जीवन से जुड़ी है।
🟡 यह समाज में न्याय और समानता लाने का माध्यम है।
🔴 यह लोकतंत्र और संविधान की आत्मा है।
🟢 राजनीति से ही समाज को दिशा और ऊर्जा मिलती है।
📝 त्वरित पुनरावृत्ति :
🔵 राजनीति = सत्ता, निर्णय, न्याय
🟢 उद्देश्य = न्याय, समानता, गरिमा
🔴 क्षेत्र = समाज का हर भाग
🟡 नागरिक की भूमिका = मतदान, विरोध, जागरूकता
🧠 परिणाम = लोकतांत्रिक, न्यायपूर्ण समाज की स्थापना
🔵 सारांश (लगभग 300 शब्दों में)
यह अध्याय राजनीति के अर्थ, स्वरूप, आवश्यकता और महत्त्व को विस्तार से स्पष्ट करता है। राजनीति केवल चुनाव, सरकार या नेताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में शक्ति, अधिकार और निर्णय की प्रक्रिया से जुड़ी है। राजनीति नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और समाज में न्याय और समानता की स्थापना का साधन है।
राजनीति का मुख्य उद्देश्य है — समाज में व्यवस्था बनाए रखना, सभी को समान अवसर देना और नागरिकों की गरिमा की रक्षा करना। इसके माध्यम से सरकारें नीतियां बनाती हैं जो शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार आदि क्षेत्रों में सुधार लाती हैं।
राजनीति का संबंध केवल सत्ता से नहीं, बल्कि समाज के प्रत्येक क्षेत्र से है। विद्यालय, पंचायत, संगठन, आंदोलन सभी में राजनीति की भूमिका होती है। राजनीति अन्य विषयों जैसे अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास और कानून से भी जुड़ी होती है।
लोकतांत्रिक व्यवस्था में राजनीति नागरिकों को अभिव्यक्ति, संगठन और मतदान का अधिकार देती है। नागरिक अपनी समस्याओं के समाधान के लिए राजनीतिक साधनों का प्रयोग करते हैं। राजनीति का अंतिम लक्ष्य एक न्यायपूर्ण, समानतापूर्ण और गरिमापूर्ण समाज की स्थापना है।
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
🔷 प्रश्न 1:
राजनीतिक सिद्धांत के बारे में नीचे लिखे कौन-से कथन सही हैं और कौन-से गलत?
(क) राजनीतिक सिद्धांत उन विचारों पर चर्चा करते हैं जिनके आधार पर राजनीतिक संस्थाएँ बनती हैं।
(ख) राजनीतिक सिद्धांत विभिन्न धर्मों के अंतर्संबंधों की व्याख्या करते हैं।
(ग) ये समानता और स्वतंत्रता जैसे आवश्यक प्रश्नों की व्याख्या करते हैं।
(घ) ये राजनीतिक दलों के प्रस्तावों और विचारधाराओं की चर्चा करते हैं।
🔶 उत्तर 1:
➡️ (क) ✔️ सही – राजनीतिक सिद्धांत उन विचारों और मूल्यों की व्याख्या करते हैं जिनके आधार पर राजनीतिक संस्थाएँ और नीतियाँ बनती हैं।
➡️ (ख) ❌ गलत – राजनीतिक सिद्धांत का उद्देश्य विभिन्न धर्मों के अंतर्संबंधों की व्याख्या करना नहीं होता।
➡️ (ग) ✔️ सही – राजनीतिक सिद्धांत समानता, स्वतंत्रता, न्याय जैसे मूलभूत प्रश्नों की चर्चा करता है।
➡️ (घ) ❌ गलत – राजनीतिक सिद्धांत राजनीतिक दलों के प्रस्तावों का हिस्सा नहीं होते, ये उनसे अलग सैद्धांतिक आधार देते हैं।
🔷 प्रश्न 2:
‘राजनीति उस सबसे बदतर है, जो राजनीति करते हैं।’ क्या आप इस कथन से सहमत हैं? उदाहरण सहित दीजिए।
🔶 उत्तर 2:
➡️ मैं इस कथन से पूरी तरह सहमत नहीं हूँ। राजनीति स्वयं कोई बुरी चीज नहीं है, बल्कि यह एक आवश्यक प्रक्रिया है जिससे समाज में व्यवस्था, कानून और अधिकार सुनिश्चित होते हैं।
🌿 यदि राजनीति में गलत लोग आते हैं तो यह राजनीति की नहीं बल्कि हमारे चुनावों और नागरिकों की जागरूकता की समस्या है।
✔️ उदाहरण के रूप में – जब अच्छे लोग राजनीति में भाग लेते हैं, तब शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज के लिए सकारात्मक निर्णय लिए जाते हैं।
🔷 प्रश्न 3:
लोकतंत्र के सफल संचालन के लिए नागरिकों का जागरूक होना जरूरी है। टिप्पणी कीजिए।
🔶 उत्तर 3:
➡️ लोकतंत्र में नागरिकों की भागीदारी ही सबसे बड़ी शक्ति होती है। यदि नागरिक अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग नहीं होंगे, तो सरकारें मनमानी कर सकती हैं।
🌿 नागरिकों को जानकारी होनी चाहिए कि वे किसे वोट दे रहे हैं, क्यों दे रहे हैं और सरकार की नीतियों पर सवाल पूछना उनका अधिकार है।
✔️ जागरूक नागरिक ही लोकतंत्र को सशक्त और पारदर्शी बनाते हैं।
🔷 प्रश्न 4:
राजनीतिक सिद्धांत का अध्ययन हमारे लिए किन-किन रूपों में उपयोगी है? ऐसे कोई तीन कठिन प्रश्नों की पहचान कीजिए जिनमें राजनीतिक सिद्धांत हमारे लिए उपयोगी हो।
🔶 उत्तर 4:
➡️ राजनीतिक सिद्धांत का अध्ययन हमें समाज में न्याय, समानता और स्वतंत्रता को समझने में सहायता करता है। यह नागरिकों को अपने अधिकार और कर्तव्य दोनों के प्रति सजग करता है।
🌿 उपयोगिता:
✔️ यह बताता है कि अच्छा समाज कैसा होना चाहिए।
✔️ यह हमें अन्याय और शोषण को पहचानने की दृष्टि देता है।
✔️ यह बताता है कि कौन-से सिद्धांत लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत बनाते हैं।
🧠 तीन कठिन प्रश्न जिनमें यह उपयोगी होता है:
1️⃣ क्या राज्य को सभी नागरिकों के लिए समान अवसर देने चाहिए?
2️⃣ क्या स्वतंत्रता और समानता एक साथ संभव हैं?
3️⃣ न्याय क्या केवल कानून के पालन तक सीमित है या इससे अधिक कुछ है?
🔷 प्रश्न 5:
क्या एक अच्छा/प्रभावपूर्ण तर्क दूसरों को आपकी बात सुनने के लिए बाध्य कर सकता है?
🔶 उत्तर 5:
➡️ हाँ, एक अच्छा तर्क, यदि वह तर्कसंगत, स्पष्ट और प्रमाणों के आधार पर हो, तो दूसरों को अवश्य प्रभावित करता है।
🌿 अच्छा तर्क ही लोकतांत्रिक संवाद और बहस की नींव होता है। जब तर्क बिना पूर्वाग्रह, अनुभव और तथ्यों पर आधारित होता है, तो दूसरा पक्ष उसे अनदेखा नहीं कर सकता।
✔️ इसलिए अच्छी राजनीति में अच्छे और प्रभावशाली तर्क की बहुत आवश्यकता होती है।
🔷 प्रश्न 6:
क्या राजनीतिक सिद्धांत पढ़ना, गणित पढ़ने के समान है? अपने उत्तर के पक्ष में कारण दीजिए।
🔶 उत्तर 6:
➡️ नहीं, राजनीतिक सिद्धांत पढ़ना गणित पढ़ने के समान नहीं है। गणित में निश्चित उत्तर और निश्चित प्रक्रिया होती है जबकि राजनीतिक सिद्धांत में अनेक विचार और दृष्टिकोण होते हैं।
🌿 राजनीतिक सिद्धांत समाज, मानव व्यवहार और मूल्यों से जुड़ा विषय है जिसमें कोई एक अंतिम उत्तर नहीं होता।
✔️ यह तर्क, विवेक और चर्चा के माध्यम से अलग-अलग दृष्टिकोण को समझने और स्वीकारने की शिक्षा देता है।
🧠 जबकि गणित में नियम और सूत्र स्थिर होते हैं, राजनीति में स्थितियाँ और विचार समय-समय पर बदलते रहते हैं।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
(CBSE MODEL प्रश्न पत्र)
सिर्फ इसी पाठ से निर्मित CBSE MODEL प्रश्न पत्र।
🔵 1️⃣ 10 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs):
🔷 प्रश्न 1. राजनीतिक सिद्धांत का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(A) केवल राजनीति का अध्ययन
(B) समाज में न्याय और समानता का मार्गदर्शन
(C) केवल इतिहास पढ़ना
(D) केवल चुनाव लड़ना
✅ उत्तर : (B) समाज में न्याय और समानता का मार्गदर्शन
🔷 प्रश्न 2. राजनीतिक सिद्धांत किससे जुड़ा होता है?
(A) केवल राजनेताओं से
(B) केवल कानून से
(C) नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों से
(D) विज्ञान से
✅ उत्तर : (C) नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों से
🔷 प्रश्न 3. निम्न में से कौन-सा राजनीतिक सिद्धांत का उदाहरण नहीं है?
(A) समानता
(B) स्वतंत्रता
(C) पर्यावरणीय प्रदूषण
(D) न्याय
✅ उत्तर : (C) पर्यावरणीय प्रदूषण
🔷 प्रश्न 4. लोकतंत्र में नागरिकों की भूमिका कैसी होनी चाहिए?
(A) जागरूक और उत्तरदायी
(B) केवल वोट डालने वाली
(C) केवल विरोध करने वाली
(D) चुप रहने वाली
✅ उत्तर : (A) जागरूक और उत्तरदायी
🔷 प्रश्न 5. राजनीतिक सिद्धांत कौन से प्रश्नों का उत्तर देता है?
(A) समाज में कैसा शासन हो
(B) समाज में कैसी कला हो
(C) कौन-सा खेल अच्छा है
(D) किसे ज्यादा पैसा मिलेगा
✅ उत्तर : (A) समाज में कैसा शासन हो
🔷 प्रश्न 6. राजनीतिक सिद्धांत का अध्ययन हमें किसके लिए प्रेरित करता है?
(A) केवल पैसा कमाने के लिए
(B) विचारशील नागरिक बनने के लिए
(C) हिंसा के लिए
(D) विदेश जाने के लिए
✅ उत्तर : (B) विचारशील नागरिक बनने के लिए
🔷 प्रश्न 7. राजनीतिक सिद्धांत का संबंध किससे नहीं है?
(A) समानता
(B) स्वतंत्रता
(C) सामाजिक न्याय
(D) विज्ञान के प्रयोग
✅ उत्तर : (D) विज्ञान के प्रयोग
🔷 प्रश्न 8. राजनीतिक सिद्धांत किस विषय से गहराई से जुड़ा है?
(A) गणित
(B) भौतिकी
(C) समाजशास्त्र
(D) रसायन
✅ उत्तर : (C) समाजशास्त्र
🔷 प्रश्न 9. न्याय, स्वतंत्रता और समानता किसके उदाहरण हैं?
(A) राजनीतिक सिद्धांत के मूल प्रश्न
(B) कृषि के प्रश्न
(C) व्यापार के प्रश्न
(D) खेल के प्रश्न
✅ उत्तर : (A) राजनीतिक सिद्धांत के मूल प्रश्न
🔷 प्रश्न 10. राजनीतिक सिद्धांत किसे दिशा दिखाता है?
(A) समाज और राज्य को
(B) केवल सेना को
(C) केवल शिक्षकों को
(D) केवल डॉक्टरों को
✅ उत्तर : (A) समाज और राज्य को
🔵 2️⃣ 3 रिक्त स्थान भरें :
🔷 प्रश्न 11. राजनीतिक सिद्धांत का उद्देश्य समाज में _ और समानता सुनिश्चित करना है।
✅ उत्तर : न्याय
🔷 प्रश्न 12. राजनीतिक सिद्धांत हमें हमारे _ और कर्तव्यों के प्रति सजग करता है।
✅ उत्तर : अधिकारों
🔷 प्रश्न 13. लोकतंत्र में नागरिकों की भूमिका _ होनी चाहिए।
✅ उत्तर : जागरूक
🔵 3️⃣ 2 सही / गलत प्रश्न :
🔷 प्रश्न 14. राजनीतिक सिद्धांत केवल राजनेताओं के लिए होता है।
✅ उत्तर : गलत
🔷 प्रश्न 15. राजनीतिक सिद्धांत समाज को सही दिशा देने में सहायक होता है।
✅ उत्तर : सही
🔵 4️⃣ 2 कथन-कारण (Assertion-Reason) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 16.
कथन (A) : राजनीतिक सिद्धांत नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाता है।
कारण (R) : जागरूक नागरिक ही लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं।
(A) दोनों A और R सही हैं, और R, A का सही कारण है।
(B) दोनों A और R सही हैं, लेकिन R, A का सही कारण नहीं है।
(C) A सही है, लेकिन R गलत है।
(D) A गलत है, लेकिन R सही है।
✅ उत्तर : (A) दोनों A और R सही हैं, और R, A का सही कारण है।
🔷 प्रश्न 17.
कथन (A) : राजनीतिक सिद्धांत केवल कानून की व्याख्या करता है।
कारण (R) : राजनीतिक सिद्धांत का उद्देश्य केवल कानूनी भाषा को समझाना है।
(A) दोनों A और R सही हैं, और R, A का सही कारण है।
(B) दोनों A और R सही हैं, लेकिन R, A का सही कारण नहीं है।
(C) A सही है, लेकिन R गलत है।
(D) A गलत है, लेकिन R सही है।
✅ उत्तर : (D) A गलत है, लेकिन R सही है।
🔵 5️⃣ 3 लघु उत्तर (30 शब्दों में) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 18. राजनीतिक सिद्धांत का अध्ययन क्यों आवश्यक है?
✅ उत्तर : यह नागरिकों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है, समाज में न्याय, समानता और स्वतंत्रता के महत्व को समझाता है।
🔷 प्रश्न 19. राजनीतिक सिद्धांत समाज में किस प्रकार योगदान देता है?
✅ उत्तर : यह समाज में नीति निर्माण, सत्ता के वितरण और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा हेतु दिशा दिखाता है।
🔷 प्रश्न 20. राजनीतिक सिद्धांत का क्षेत्र किन बातों से जुड़ा है?
✅ उत्तर : यह समानता, स्वतंत्रता, न्याय, अधिकार, कर्तव्य और सत्ता से संबंधित प्रश्नों से जुड़ा है।
🔵 6️⃣ 3 मध्यवर्ती उत्तर (60 शब्दों में) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 21. राजनीतिक सिद्धांत और लोकतंत्र में क्या संबंध है?
✅ उत्तर : राजनीतिक सिद्धांत लोकतंत्र की आत्मा है। यह नागरिकों को जागरूक बनाकर उनके अधिकारों की रक्षा करता है और सत्ता का सही प्रयोग सुनिश्चित करता है। लोकतंत्र में समानता, स्वतंत्रता और न्याय जैसे मूल्यों को राजनीतिक सिद्धांत ही मजबूत करता है।
🔷 प्रश्न 22. राजनीतिक सिद्धांत क्यों आवश्यक है?
✅ उत्तर : यह समाज को दिशा देने वाला विषय है। यह नागरिकों को उनके अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है। समाज में नीति निर्माण, न्याय, समानता और स्वतंत्रता को सुनिश्चित करता है।
🔷 प्रश्न 23. राजनीतिक सिद्धांत के तीन महत्त्वपूर्ण बिंदु क्या हैं?
✅ उत्तर : पहला – समाज में न्याय की स्थापना। दूसरा – नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति सजग करना। तीसरा – सत्ता और शासन के सही प्रयोग की व्याख्या करना।
🔵 7️⃣ 2 दीर्घ उत्तर (120 शब्दों में) प्रश्न :
🔷 प्रश्न 24. राजनीतिक सिद्धांत का समाज में क्या योगदान है?
✅ उत्तर : राजनीतिक सिद्धांत समाज में नीति निर्माण की दिशा तय करता है। यह नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है। समानता, स्वतंत्रता और न्याय जैसे मूल्य इसके केंद्र में होते हैं। यह समाज में सत्ता के सही वितरण, कानून के पालन और लोकतंत्र को मजबूत करने में सहायक होता है। राजनीतिक सिद्धांत के माध्यम से समाज में जागरूकता आती है, जिससे अन्याय, भेदभाव और शोषण के विरुद्ध आवाज उठाई जाती है। यह हमें बताता है कि एक अच्छा समाज किन सिद्धांतों पर आधारित होना चाहिए।
🔷 प्रश्न 25. राजनीतिक सिद्धांत और नागरिकों के अधिकारों के बीच क्या संबंध है?
✅ उत्तर : राजनीतिक सिद्धांत नागरिकों के अधिकारों को समझने और उनकी रक्षा में सहायक है। यह हमें बताता है कि समानता, स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति, मतदान जैसे अधिकार क्यों आवश्यक हैं। राजनीतिक सिद्धांत के बिना नागरिक अपने अधिकारों के प्रति सजग नहीं हो सकते। यह समाज में कानून, न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करता है। जागरूक नागरिक ही समाज में परिवर्तन और सुधार लाते हैं। राजनीतिक सिद्धांत नागरिकों को तर्कपूर्ण सोच और सामाजिक जिम्मेदारी के लिए प्रेरित करता है।
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मस्तिष्क मानचित्र
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दृश्य सामग्री
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