Class 10, Social Science (Hindi)

Class 10 : Social Science (In Hindi) – Lesson 2. भारत में राष्ट्रवाद

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन



🔹 1. भूमिका (प्रस्तावना):
1919 के बाद भारत में राष्ट्रवाद एक संगठित और जन आंदोलन के रूप में उभरा।
गांधीजी के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम ने नई दिशा ली।
प्रथम विश्व युद्ध, रोलेट एक्ट और जलियांवाला बाग नरसंहार ने जनता में असंतोष को और बढ़ाया।

🔹 2. महात्मा गांधी और सत्याग्रह की शुरुआत:
गांधीजी 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे।
उन्होंने 1917–1918 के बीच चंपारण (नील किसानों के लिए), खेड़ा (किसानों के कर माफी हेतु), और अहमदाबाद (मजदूरों के लिए) में सफल सत्याग्रह किए।
उन्होंने विश्वास जताया कि अहिंसक संघर्ष से भारतीयों को अधिकार मिल सकते हैं।

🔹 3. रोलेट एक्ट (1919):
यह कानून बिना मुकदमे के गिरफ्तारी की अनुमति देता था।
गांधीजी ने इसके विरोध में 6 अप्रैल 1919 को ‘रोलेट सत्याग्रह’ का आह्वान किया।
पूरे भारत में हड़तालें और विरोध प्रदर्शन हुए।

🔹 4. जलियांवाला बाग नरसंहार (13 अप्रैल 1919):
जनरल डायर ने अमृतसर में निहत्थी भीड़ पर गोली चलवाई।
सैकड़ों लोग मारे गए, हजारों घायल हुए।
इस घटना ने देशभर में आक्रोश फैला दिया।

🔹 5. असहयोग आंदोलन (1920–22):
गांधीजी ने ब्रिटिश शासन से असहयोग का आह्वान किया।
सरकारी स्कूल, कॉलेज, अदालतों और विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया गया।
खादी और स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग बढ़ा।

🔹 6. असहयोग आंदोलन का फैलाव:
किसानों का आंदोलन:
अवध में बाबा रामचंद्र के नेतृत्व में किसानों ने आंदोलन किया।
उन्होंने अत्यधिक लगान और बेगारी का विरोध किया।
जनजातीय आंदोलन:
आंध्र प्रदेश के गुडेम हिल्स में अल्लूरी सीताराम राजू ने आंदोलन का नेतृत्व किया।
श्रमिक आंदोलन:
मजदूरों और छात्रों ने भी भाग लिया।
हड़तालें और प्रदर्शन हुए।

🔹 7. चौरी-चौरा घटना और आंदोलन की वापसी (1922):
उत्तर प्रदेश के चौरी-चौरा में हिंसा हुई, जिसमें पुलिस थाना जला दिया गया।
गांधीजी ने तुरंत आंदोलन वापस ले लिया, क्योंकि यह अहिंसा के सिद्धांत के विरुद्ध था।

🔹 8. सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930):
गांधीजी ने नमक कानून तोड़ने के लिए ‘डांडी यात्रा’ की (12 मार्च – 6 अप्रैल 1930)।
उन्होंने 78 अनुयायियों के साथ साबरमती से डांडी तक 240 किमी पैदल यात्रा की।
नमक कानून तोड़ना अंग्रेजी शासन की अवज्ञा का प्रतीक बन गया।

🔹 9. आंदोलन में महिलाओं की भूमिका:
महिलाओं ने रैलियों में भाग लिया, घरों में चरखा चलाया, विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया।
हालांकि उन्हें राजनीतिक अधिकार नहीं दिए गए।

🔹 10. दलितों और पिछड़े वर्गों की भागीदारी:
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने दलितों के अधिकारों की मांग की।
गांधीजी ने ‘हरिजन सेवा संघ’ की स्थापना की।
पूना समझौता (1932) के तहत दलितों को सामान्य निर्वाचन में आरक्षण मिला।

🔹 11. व्यापारी वर्ग और किसानों का योगदान:
व्यापारियों ने विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया।
किसानों ने कर न देने, जमीन वापसी जैसे मुद्दों पर आंदोलन किए।

🔹 12. राष्ट्रवाद का प्रसार — प्रतीक और संस्कृति:
भारत माता की छवि (बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा कल्पित) लोगों को प्रेरित करने का माध्यम बनी।
राष्ट्रीय ध्वज, गीत, लोककला, अखबारों और चित्रों के माध्यम से राष्ट्रवाद फैला।

🔹 13. निष्कर्ष (उपसंहार):
भारत में राष्ट्रवाद धीरे-धीरे एक जन-आंदोलन बन गया।
विभिन्न वर्गों, क्षेत्रों और जातियों के लोग इसमें शामिल हुए।
यह आंदोलन भारत की स्वतंत्रता की नींव बना।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न



🔶 1. व्याख्या करें –
🔷 (क) उपनिवेशों में राष्ट्रवाद के उदय की प्रक्रिया उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलनों से जुड़ी हुई क्यों थी?
🟢 उत्तर:
उपनिवेशों में राष्ट्रवाद का विकास वहाँ की जनता द्वारा विदेशी शासन के विरुद्ध चलाए गए आंदोलनों के कारण हुआ। उपनिवेशवाद ने शोषण, अन्याय और दमन को जन्म दिया, जिससे लोगों में जागरूकता आई और वे एकजुट होकर अपनी सांस्कृतिक पहचान और स्वतंत्रता के लिए संगठित हुए। इस विरोध ने राष्ट्रवाद को जन्म दिया।

🔷 (ख) पहले विश्व युद्ध ने भारत में राष्ट्रीय आंदोलन के विकास में किस प्रकार योगदान दिया?
🟢 उत्तर:
पहले विश्व युद्ध के दौरान करों में वृद्धि, सैनिकों की जबरन भर्ती और खाद्य वस्तुओं की भारी कमी ने जनता में असंतोष फैलाया। साथ ही, भारतीय नेताओं को स्वराज्य का आश्वासन दिया गया। युद्ध ने आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर राष्ट्रवाद को तीव्र किया।

🔷 (ग) भारत के लोग रॉलेट एक्ट के विरोध में क्यों थे?
🟢 उत्तर:
रॉलेट एक्ट के अंतर्गत सरकार को बिना मुकदमा चलाए किसी को भी जेल में डालने का अधिकार था। यह कानून नागरिक स्वतंत्रता के विरुद्ध था। लोगों को डर था कि इससे उनके मौलिक अधिकार छिन जाएँगे, इसलिए पूरे भारत में इसका तीव्र विरोध हुआ।

🔷 (घ) गांधीजी ने असहयोग आंदोलन के समय विदेशी का बहिष्कार क्यों किया?
🟢 उत्तर:
गांधीजी ने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार इसलिए किया क्योंकि वे मानते थे कि अंग्रेजी शासन भारतीयों की मेहनत की कमाई को लूट रहा था। विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार से अंग्रेजों की आर्थिक शक्ति कमजोर हो सकती थी। साथ ही, इससे स्वदेशी उद्योगों को बल मिलना था।

🔶 2. सत्याग्रह के विचार का क्या महत्व है?
🟢 उत्तर:
सत्याग्रह का अर्थ है – सत्य के लिए आग्रह। इसका उद्देश्य अहिंसा और आत्मबल के माध्यम से अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करना है। यह विरोध का नैतिक रूप था जिसमें शारीरिक शक्ति की बजाय नैतिक बल का प्रयोग होता था। गांधीजी ने इसे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का प्रमुख साधन बनाया।

🔶 3. निम्नलिखित पर अनुच्छेद के लिए रिपोर्ट लिखें –
🔷 (क) जालियावालाबाग हत्याकांड
🟢 उत्तर:
13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में जनरल डायर ने निहत्थे लोगों पर गोलियाँ चलवा दीं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए। यह हत्याकांड ब्रिटिश शासन की बर्बरता का प्रतीक बना। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया और राष्ट्रीय आंदोलन को तेज कर दिया।
🔷 (ख) सायमन कमीशन
🟢 उत्तर:
सायमन कमीशन 1928 में भारत आया। इसमें एक भी भारतीय सदस्य नहीं था, जिससे भारतीयों को अपमान महसूस हुआ। इसका देशभर में बहिष्कार हुआ और ‘सायमन वापस जाओ’ के नारे लगे। इस घटना ने भारतीयों को आत्मनिर्भर संविधान बनाने की माँग पर बल दिया।

🔶 4. इस अध्याय में दी गई भारत माता की छवि और अध्याय 1 में दी गई जर्मेनिया की छवि की तुलना कीजिए।
🟢 उत्तर:
भारत माता की छवि में एक देवी जैसी महिला चित्रित है जो भारतीय संस्कृति और एकता की प्रतीक है। जर्मेनिया की छवि में एक शक्तिशाली महिला योद्धा है जो राष्ट्र की रक्षा और बलिदान की भावना को दर्शाती है। दोनों ही छवियाँ अपने राष्ट्र के गौरव और स्वतंत्रता की भावना को दर्शाती हैं, लेकिन भारत माता की छवि में धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाएँ अधिक गहराई से जुड़ी हैं।

🔷 1.
1921 में असहयोग आंदोलन में शामिल होने वाले सभी सामाजिक वर्गों की सूची बनाएँ। इसके बाद उनमें से किसी तीन को चुन कर उनकी आंदोलनों में भाग लेने की रूपरेखा दें और स्पष्ट करें कि उन्होंने किन कारणों से आंदोलन में भाग लिया।
🟢 उत्तर:
असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाले प्रमुख सामाजिक वर्ग:
🔹 छात्र
🔹 शिक्षक
🔹 श्रमिक
🔹 किसान
🔹 व्यापारी
🔹 अधिवक्ता
🔹 महिलाओं
🔹 जनजातीय समुदाय
चयनित 3 वर्ग:
🌟 (1) छात्र वर्ग:
सरकारी विद्यालयों और कॉलेजों का बहिष्कार कर, वे राष्ट्रीय शिक्षा संस्थानों में गए। राष्ट्रभक्ति से प्रेरित होकर उन्होंने औपनिवेशिक शिक्षा प्रणाली का विरोध किया।
🌟 (2) किसान वर्ग:
भारी कर, जबरन वसूली और अत्याचारों से त्रस्त होकर किसानों ने आंदोलन में भाग लिया। उन्होंने लगान न देने, कोर्ट बहिष्कार आदि में भाग लिया।
🌟 (3) वकील वर्ग:
गांधीजी के आह्वान पर कई प्रसिद्ध वकीलों ने अदालतों का बहिष्कार किया, जैसे – मोतीलाल नेहरू, सी. राजगोपालाचारी आदि। उन्होंने ब्रिटिश न्यायिक प्रणाली पर अविश्वास जताया।

🔷 2.
नमक यात्रा को वर्णन करें। स्पष्ट करें कि यह उपनिवेशवाद के विरुद्ध प्रतिरोध का एक अवसर क्यों था।
🟢 उत्तर:
1930 में गांधीजी ने डांडी यात्रा प्रारंभ की, जिसमें वे साबरमती आश्रम से 240 मील पैदल यात्रा कर डांडी पहुँचे और वहाँ नमक कानून तोड़ा। यह कार्य ब्रिटिश सत्ता के उस कानून के विरुद्ध था जिसमें भारतीयों को नमक बनाने या बेचने से रोका गया था।
✨ यह प्रतिरोध का प्रतीक बना क्योंकि –
🔸 नमक हर वर्ग की आवश्यकता थी, इस पर कर अन्यायपूर्ण था।
🔸 इससे आम जनता भी आंदोलन से जुड़ गई।
🔸 यह अहिंसक सत्याग्रह का उत्कृष्ट उदाहरण बना।

🔷 3.
कब्बनिगुंडू की दो अति विविध राजनीतिक आंदोलनों में हिस्सा लेने वाली महिलाओं से बातचीत का सारांश दें। बताएँ कि इस अनुभव का आपके जीवन में क्या महत्व हो सकता है?
🟢 उत्तर:
कब्बनिगुंडू की महिलाओं ने असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन दोनों में भाग लिया। एक महिला ने विदेशी वस्त्र जलाए, दूसरी ने नमक आंदोलन में भाग लिया। दोनों ने ब्रिटिश सत्ता की निंदा की और नारी शक्ति का परिचय दिया।
🌺 महत्त्व:
👉 यह हमें प्रेरणा देता है कि देशभक्ति के लिए साहस और संकल्प आवश्यक है।
👉 महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से सामाजिक समानता का संदेश मिलता है।
👉 यह अनुभव आज के युवाओं को राष्ट्रनिर्माण में भागीदारी की प्रेरणा देता है।

🔷 4.
राजनीतिक नेता पृष्ठभूमि चित्रण के सवाल पर क्यों हुए थे?
🟢 उत्तर:
राजनीतिक नेताओं को यह आपत्ति थी कि भारत माता की धार्मिक छवि कुछ समुदायों को अलग कर सकती है।
🔸 मुस्लिम नेता मानते थे कि यह हिन्दू देवी की तरह दिखती है।
🔸 इससे राष्ट्रीय एकता बाधित हो सकती थी।
🔸 इसलिए वे ऐसे धार्मिक प्रतीकों के स्थान पर धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र प्रतीकों के पक्षधर थे।


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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न


🟩 10 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) उत्तर सहित
प्रश्न 1: महात्मा गांधी कब भारत लौटे?
(अ) 1919
(ब) 1922
(स) 1915
(द) 1930
उत्तर: (स) 1915

प्रश्न 2: किस आंदोलन की शुरुआत डांडी यात्रा से हुई थी?
(अ) असहयोग आंदोलन
(ब) स्वदेशी आंदोलन
(स) सविनय अवज्ञा आंदोलन
(द) भारत छोड़ो आंदोलन
उत्तर: (स) सविनय अवज्ञा आंदोलन

प्रश्न 3: जलियांवाला बाग नरसंहार कब हुआ था?
(अ) 1919
(ब) 1920
(स) 1930
(द) 1942
उत्तर: (अ) 1919

प्रश्न 4: रोलेट एक्ट किस वर्ष पारित किया गया?
(अ) 1917
(ब) 1919
(स) 1921
(द) 1923
उत्तर: (ब) 1919

प्रश्न 5: किस नेता ने आंध्र प्रदेश के आदिवासियों के आंदोलन का नेतृत्व किया?
(अ) बाल गंगाधर तिलक
(ब) बाबा रामचंद्र
(स) अल्लूरी सीताराम राजू
(द) गांधीजी
उत्तर: (स) अल्लूरी सीताराम राजू

प्रश्न 6: किस घटना के बाद गांधीजी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया?
(अ) चंपारण सत्याग्रह
(ब) चौरी-चौरा कांड
(स) डांडी यात्रा
(द) जलियांवाला बाग
उत्तर: (ब) चौरी-चौरा कांड

प्रश्न 7: भारत माता की छवि सबसे पहले किसने बनाई?
(अ) रवीन्द्रनाथ ठाकुर
(ब) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
(स) अवनींद्रनाथ ठाकुर
(द) नंदलाल बोस
उत्तर: (स) अवनींद्रनाथ ठाकुर

प्रश्न 8: गांधी-इरविन समझौता किस वर्ष हुआ?
(अ) 1930
(ब) 1931
(स) 1929
(द) 1942
उत्तर: (ब) 1931

प्रश्न 9: ‘हरिजन सेवा संघ’ की स्थापना किसने की?
(अ) डॉ. भीमराव अंबेडकर
(ब) पंडित नेहरू
(स) गांधीजी
(द) सुभाष चंद्र बोस
उत्तर: (स) गांधीजी

प्रश्न 10: पूना समझौता किससे संबंधित था?
(अ) मुस्लिम प्रतिनिधित्व
(ब) दलितों के पृथक निर्वाचक मंडल
(स) हिंदू महासभा
(द) महिलाओं के अधिकार
उत्तर: (ब) दलितों के पृथक निर्वाचक मंडल

🟨 10 लघु उत्तरीय प्रश्न (1–2 वाक्य में) उत्तर सहित
प्रश्न 1: गांधीजी ने चंपारण में कौन-सा आंदोलन शुरू किया?
उत्तर: नील की खेती करने वाले किसानों के लिए सत्याग्रह आंदोलन।

प्रश्न 2: रोलेट एक्ट का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: बिना मुकदमा या सुनवाई के किसी को भी बंदी बनाने की शक्ति देना।

प्रश्न 3: जलियांवाला बाग में किसने गोली चलवाई थी?
उत्तर: जनरल डायर ने।

प्रश्न 4: असहयोग आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
उत्तर: ब्रिटिश शासन से सहयोग समाप्त कर स्वराज की दिशा में बढ़ना।

प्रश्न 5: डांडी यात्रा कितने किलोमीटर लंबी थी?
उत्तर: 240 किलोमीटर।

प्रश्न 6: पूना समझौता किसके बीच हुआ?
उत्तर: गांधीजी और डॉ. भीमराव अंबेडकर के बीच।

प्रश्न 7: सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत किस तिथि को हुई?
उत्तर: 12 मार्च 1930।

प्रश्न 8: दलितों को गांधीजी किस नाम से पुकारते थे?
उत्तर: हरिजन।

प्रश्न 9: कौन-से वर्ग ने विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाया?
उत्तर: व्यापारी वर्ग और मध्यम वर्ग।

प्रश्न 10: ‘भारत माता’ का गीत किसने लिखा था?
उत्तर: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने।

🟧 5 मध्यम दीर्घ उत्तर प्रश्न (3–4 वाक्य में)
प्रश्न 1: असहयोग आंदोलन के प्रमुख कदम क्या थे?
उत्तर: इस आंदोलन में सरकारी स्कूलों, कॉलेजों, अदालतों और विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार शामिल था।
लोगों ने खादी पहनना शुरू किया और स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा दिया।
इसने जनता को राष्ट्रीयता से जोड़ा और ब्रिटिश शासन की नींव कमजोर की।

प्रश्न 2: डांडी यात्रा का महत्व क्या था?
उत्तर: डांडी यात्रा सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत थी, जिसमें गांधीजी ने नमक कानून तोड़ा।
यह यात्रा ब्रिटिश कानूनों की अवहेलना का प्रतीक बन गई।
लाखों भारतीयों ने इसमें भाग लिया और यह जन आंदोलन में बदल गया।

प्रश्न 3: जलियांवाला बाग नरसंहार के क्या प्रभाव पड़े?
उत्तर: इस घटना से पूरे देश में आक्रोश फैल गया।
लोगों का विश्वास ब्रिटिश शासन से उठ गया।
गांधीजी ने ‘कैसर-ए-हिंद’ की उपाधि लौटा दी और आंदोलन की गति तेज हो गई।

प्रश्न 4: अल्लूरी सीताराम राजू ने किस तरह आंदोलन चलाया?
उत्तर: उन्होंने आदिवासियों को अंग्रेजों के खिलाफ संगठित किया।
राजस्व कानूनों और जबरन श्रम का विरोध किया।
उन्होंने हिंसात्मक तरीके अपनाए और लोकनायक के रूप में पूजे गए।

प्रश्न 5: महिलाओं की स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका पर प्रकाश डालिए।
उत्तर: महिलाओं ने रैलियों में भाग लिया, विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया और घरों में चरखा चलाया।
हालांकि उन्हें समान राजनीतिक अधिकार नहीं मिले, लेकिन उनकी भागीदारी प्रेरणादायक रही।

🟥 2 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (6+ वाक्य में)
प्रश्न 1: असहयोग आंदोलन की शुरुआत से लेकर वापसी तक की घटनाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
असहयोग आंदोलन की शुरुआत 1920 में हुई, गांधीजी ने इसे अहिंसात्मक और जन-आधारित आंदोलन बनाया।
लोगों ने सरकारी संस्थाओं से त्यागपत्र दिए, विदेशी वस्त्र जलाए, खादी को अपनाया गया।
देशभर में किसानों, छात्रों, मजदूरों ने भागीदारी की।
आंदोलन में कई जगहों पर हिंसा भी हुई, जो गांधीजी की नीति के खिलाफ था।
1922 में उत्तर प्रदेश के चौरी-चौरा में भीड़ ने पुलिस थाने को जला दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी मारे गए।
गांधीजी ने इस घटना के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया।
हालांकि इससे आंदोलन की गति थमी, लेकिन लोगों में राष्ट्रवाद की भावना और मजबूत हो गई।

प्रश्न 2: भारत में राष्ट्रवाद के प्रसार में प्रतीकों और संस्कृति की भूमिका स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत में राष्ट्रवाद केवल राजनीतिक आंदोलन नहीं था, बल्कि सांस्कृतिक आंदोलन भी था।
‘भारत माता’ की छवि अवनींद्रनाथ ठाकुर द्वारा बनाई गई, जिसने लोगों में मातृभूमि के लिए समर्पण की भावना भरी।
बंकिमचंद्र का गीत “वंदे मातरम्” स्वतंत्रता सेनानियों के लिए प्रेरणा बना।
राष्ट्रीय ध्वज, चरखा, लोककला, लोकगीत और भाषणों ने राष्ट्र की अवधारणा को सुदृढ़ किया।
नाटक, कविताएं, लेख और समाचार पत्रों ने भी जनता को एकता का संदेश दिया।
इन सांस्कृतिक प्रतीकों ने जनता को भावनात्मक रूप से जोड़ा और राष्ट्रवाद की जड़ों को गहरा किया।

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🔵 प्रश्न 1:
गांधीजी ने भारत में सबसे पहले सत्याग्रह का प्रयोग कहाँ किया?
(A) चंपारण
(B) अहमदाबाद
(C) खेडा
(D) दक्षिण अफ्रीका
✅ सही उत्तर: (A) चंपारण
📄 परीक्षा: SSC CHSL 2019

🟢 प्रश्न 2:
नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट किस वर्ष आरंभ हुआ?
(A) 1915
(B) 1917
(C) 1920
(D) 1930
✅ सही उत्तर: (C) 1920
📄 परीक्षा: NDA 2017

🔴 प्रश्न 3:
चौरी-चौरा घटना के कारण गांधीजी ने कौन-सा आंदोलन वापस लिया?
(A) स्वदेशी आंदोलन
(B) असहयोग आंदोलन
(C) सविनय अवज्ञा आंदोलन
(D) भारत छोड़ो आंदोलन
✅ सही उत्तर: (B) असहयोग आंदोलन
📄 परीक्षा: SSC CGL 2020

🟡 प्रश्न 4:
रौलेट एक्ट कब पारित हुआ?
(A) 1915
(B) 1919
(C) 1921
(D) 1935
✅ सही उत्तर: (B) 1919
📄 परीक्षा: SSC MTS 2018

🔵 प्रश्न 5:
‘वन्दे मातरम्’ गीत के रचनाकार कौन हैं?
(A) रविन्द्रनाथ टैगोर
(B) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
(C) दयानंद सरस्वती
(D) सुभाष चंद्र बोस
✅ सही उत्तर: (B) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
📄 परीक्षा: SSC CGL 2017

🟢 प्रश्न 6:
साइमन कमीशन का भारत में विरोध क्यों हुआ?
(A) इसमें कोई भारतीय सदस्य नहीं था
(B) इसने विभाजन का प्रस्ताव दिया था
(C) इसने नया टैक्स लगाया था
(D) इसने स्वतंत्रता का समर्थन किया था
✅ सही उत्तर: (A) इसमें कोई भारतीय सदस्य नहीं था
📄 परीक्षा: UPSC Prelims 2019

🔴 प्रश्न 7:
सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत किसके विरोध में हुई?
(A) रौलेट एक्ट
(B) जलियांवाला बाग हत्याकांड
(C) नमक कानून
(D) होम रूल आंदोलन
✅ सही उत्तर: (C) नमक कानून
📄 परीक्षा: SSC CHSL 2022

🟡 प्रश्न 8:
डांडी यात्रा कहाँ से प्रारम्भ हुई थी?
(A) अहमदाबाद
(B) साबरमती
(C) दिल्ली
(D) मुंबई
✅ सही उत्तर: (B) साबरमती
📄 परीक्षा: SSC JE 2021

🔵 प्रश्न 9:
गांधीजी का ‘सत्याग्रह’ किस सिद्धांत पर आधारित था?
(A) हिंसा
(B) शारीरिक बल
(C) सत्य और अहिंसा
(D) विदेशी सहायता
✅ सही उत्तर: (C) सत्य और अहिंसा
📄 परीक्षा: SSC CGL 2019

🟢 प्रश्न 10:
‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ का नारा किसने दिया?
(A) गांधीजी
(B) नेहरूजी
(C) बाल गंगाधर तिलक
(D) सुभाष चंद्र बोस
✅ सही उत्तर: (C) बाल गंगाधर तिलक
📄 परीक्षा: NDA 2018

🔴 प्रश्न 11:
जलियांवाला बाग हत्याकांड किस वर्ष हुआ?
(A) 1915
(B) 1917
(C) 1919
(D) 1920
✅ सही उत्तर: (C) 1919
📄 परीक्षा: SSC GD 2020

🟡 प्रश्न 12:
गांधीजी ने किस आंदोलन में ‘नमक सत्याग्रह’ का नेतृत्व किया?
(A) असहयोग आंदोलन
(B) भारत छोड़ो आंदोलन
(C) सविनय अवज्ञा आंदोलन
(D) खिलाफत आंदोलन
✅ सही उत्तर: (C) सविनय अवज्ञा आंदोलन
📄 परीक्षा: SSC MTS 2019

🔵 प्रश्न 13:
अली ब्रदर्स किस आंदोलन से जुड़े थे?
(A) असहयोग आंदोलन
(B) सविनय अवज्ञा आंदोलन
(C) भारत छोड़ो आंदोलन
(D) खिलाफत आंदोलन
✅ सही उत्तर: (D) खिलाफत आंदोलन
📄 परीक्षा: SSC CGL 2020

🟢 प्रश्न 14:
साइमन कमीशन भारत में कब आया?
(A) 1927
(B) 1928
(C) 1930
(D) 1935
✅ सही उत्तर: (B) 1928
📄 परीक्षा: SSC CHSL 2017

🔴 प्रश्न 15:
‘पूर्ण स्वराज’ की घोषणा किस अधिवेशन में हुई?
(A) चंपारण
(B) लाहौर कांग्रेस 1929
(C) सूरत
(D) हरिपुरा कांग्रेस
✅ सही उत्तर: (B) लाहौर कांग्रेस 1929
📄 परीक्षा: SSC JE 2018

🟡 प्रश्न 16:
भारत छोड़ो आंदोलन किस वर्ष प्रारंभ हुआ?
(A) 1930
(B) 1935
(C) 1942
(D) 1947
✅ सही उत्तर: (C) 1942
📄 परीक्षा: UPSC Prelims 2020

🔵 प्रश्न 17:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किस वर्ष हुई?
(A) 1880
(B) 1885
(C) 1890
(D) 1895
✅ सही उत्तर: (B) 1885
📄 परीक्षा: NDA 2016

🟢 प्रश्न 18:
राष्ट्रीय आंदोलन का प्रतीक कौन-सा था?
(A) कमल
(B) तिरंगा झंडा
(C) मोर
(D) अशोक चक्र
✅ सही उत्तर: (B) तिरंगा झंडा
📄 परीक्षा: SSC GD 2020

🔴 प्रश्न 19:
डांडी यात्रा समाप्त कहाँ हुई?
(A) अहमदाबाद
(B) डांडी
(C) बारडोली
(D) चंपारण
✅ सही उत्तर: (B) डांडी
📄 परीक्षा: SSC CHSL 2017

🟡 प्रश्न 20:
किस पुस्तक ने भारतीय राष्ट्रवाद को प्रेरणा दी?
(A) हिंद स्वराज
(B) डिस्कवरी ऑफ इंडिया
(C) आनंदमठ
(D) उपरोक्त सभी
✅ सही उत्तर: (D) उपरोक्त सभी
📄 परीक्षा: SSC CGL 2021

🔵 प्रश्न 21:
असहयोग आंदोलन का उद्देश्य था?
(A) अंग्रेज सरकार से सहयोग बंद करना
(B) विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार
(C) शिक्षा, न्यायालय, सरकारी नौकरी का त्याग
(D) उपरोक्त सभी
✅ सही उत्तर: (D) उपरोक्त सभी
📄 परीक्षा: SSC GD 2018

🟢 प्रश्न 22:
गांधीजी ने भारत में कब लौटकर सत्याग्रह का पहला प्रयोग किया?
(A) 1915 चंपारण
(B) 1916 खेडा
(C) 1917 अहमदाबाद
(D) 1919 पंजाब
✅ सही उत्तर: (A) 1915 चंपारण
📄 परीक्षा: SSC MTS 2020

🔴 प्रश्न 23:
खिलाफत आंदोलन मुख्यतः किसके समर्थन में था?
(A) तुर्की खलीफा
(B) गांधीजी
(C) नेहरूजी
(D) जिन्ना
✅ सही उत्तर: (A) तुर्की खलीफा
📄 परीक्षा: SSC CHSL 2020

🟡 प्रश्न 24:
कांग्रेस का प्रमुख उद्देश्य कब ‘स्वराज्य’ घोषित किया गया?
(A) 1927 मद्रास अधिवेशन
(B) 1929 लाहौर अधिवेशन
(C) 1931 कराची अधिवेशन
(D) 1935 पूना समझौता
✅ सही उत्तर: (B) 1929 लाहौर अधिवेशन
📄 परीक्षा: SSC JE 2020

🔵 प्रश्न 25:
जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद किसने ‘नाइटहुड’ उपाधि त्याग दी?
(A) रविन्द्रनाथ टैगोर
(B) गांधीजी
(C) बाल गंगाधर तिलक
(D) चंद्रशेखर आजाद
✅ सही उत्तर: (A) रविन्द्रनाथ टैगोर
📄 परीक्षा: SSC MTS 2019
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एक पृष्ठ में पुनरावृत्ति



🟠 1. भूमिका:
प्रथम विश्व युद्ध, आर्थिक कठिनाइयाँ और रोलेट एक्ट जैसे कारणों ने राष्ट्रवाद की भावना को जन्म दिया।


🟢 2. गांधीजी का आगमन (1915):
गांधीजी ने सत्य और अहिंसा पर आधारित आंदोलनों की शुरुआत की – चंपारण, खेड़ा, अहमदाबाद।


🔴 3. रोलेट एक्ट (1919):
बिना सुनवाई जेल भेजने वाला काला कानून। विरोधस्वरूप देशव्यापी हड़तालें।


⚫ 4. जलियांवाला बाग (13 अप्रैल 1919):
जनरल डायर द्वारा निर्दोषों पर गोलीबारी। आक्रोश की लहर।


🟡 5. असहयोग आंदोलन (1920):
स्कूल, कॉलेज, अदालतों का बहिष्कार
खादी व चरखा का प्रचार
विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार


🔵 6. चौरी-चौरा कांड (1922):
भीड़ ने पुलिस थाना जलाया। आंदोलन वापसी। गांधीजी का निर्णय।


🟣 7. सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930):
डांडी यात्रा से नमक कानून तोड़ा
नमक सत्याग्रह, विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार
गांधी-इरविन समझौता (1931)


🟤 8. विभिन्न वर्गों की भागीदारी:
महिलाएँ, किसान, आदिवासी, व्यापारी
अल्लूरी सीताराम राजू, बाबा रामचंद्र जैसे स्थानीय नेता


⚪ 9. प्रतीक और संस्कृति:
भारत माता की छवि, राष्ट्रगीत, लोककला और अखबारों से राष्ट्रवाद का प्रचार।

🎯 निष्कर्ष:
भारत का राष्ट्रवादी आंदोलन विविध वर्गों की भागीदारी से जन-जन तक पहुँचा और स्वतंत्रता की नींव बना।


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