Class 9, Science (Hindi)

Class : 9 – Science (Hindi) : Lesson 12. खाद्य संसाधनों में सुधार

पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन


📖 विस्तृत व्याख्या
भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में भोजन की सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती है। यहाँ जनसंख्या तीव्र गति से बढ़ रही है, और साथ ही प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव भी निरंतर बढ़ता जा रहा है। सभी को पोषक भोजन उपलब्ध कराना तभी संभव है जब खाद्य संसाधनों में निरंतर सुधार किया जाए। इस अध्याय में हम समझते हैं कि किस प्रकार कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन और खाद्य भंडारण तकनीकों के सुधार द्वारा खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।



🌱 1. कृषि सुधार
कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई उपाय अपनाए जाते हैं।
🟢 फसल उत्पादन के स्तर पर सुधार : उन्नत किस्मों के बीज, उर्वरकों, कीटनाशकों और सिंचाई साधनों का प्रयोग।
🔵 फसल सुरक्षा के स्तर पर सुधार : कीट, रोग व खरपतवार से फसलों की सुरक्षा।
🟡 फसल उत्पादन प्रबंधन : खाद्य फसलों (गेहूँ, चावल, मक्का), दलहनी फसलों, तिलहन, नगदी फसलों (कपास, गन्ना) तथा बागवानी फसलों का संतुलित उत्पादन।
🔴 कृषि में जैव प्रौद्योगिकी का उपयोग : कीटरोधी किस्मों, उच्च उपज किस्मों का विकास।

🚜 2. कृषि के प्रकार
भारत में विभिन्न प्रकार की कृषि की जाती है—
🌾 समवर्ती फसल उगाना (Mixed cropping) : एक ही खेत में दो या दो से अधिक फसलें लगाना।
🌱 फसल चक्रीकरण (Crop rotation) : मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने हेतु क्रमबद्ध ढंग से फसलें बदलना।
🌿 बहुफसली प्रणाली (Multiple cropping) : एक ही वर्ष में अनेक बार अलग-अलग फसलें लेना।

🐄 3. पशुपालन सुधार
पशुपालन भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार है। दूध, अंडे, मांस और अन्य पशु-आधारित उत्पादों की पूर्ति हेतु इसे वैज्ञानिक पद्धति से सुधारना आवश्यक है।
🟢 डेयरी प्रबंधन : उच्च दुग्ध उत्पादन वाली नस्लें, संतुलित आहार, साफ-सफाई और रोग नियंत्रण।
🐓 पोल्ट्री प्रबंधन : अधिक अंडा और मांस उत्पादन हेतु सुधारित नस्लें।
🐏 भेड़-बकरी पालन : ऊन, दूध और मांस के लिए।
🐖 सुअर पालन : ग्रामीण क्षेत्रों में प्रोटीन स्रोत।

🐟 4. मत्स्य पालन (Fishery)
भारत में ताजे जल और समुद्री मत्स्य पालन दोनों महत्वपूर्ण हैं।
🟡 आंतरिक मत्स्य पालन : तालाब, झील, नदी में मछली उत्पादन।
🔵 समुद्री मत्स्य पालन : समुद्र तटीय क्षेत्रों में झींगा, सरडीन, ट्यूना आदि मछलियाँ।
⚡ मत्स्य संवर्धन : कृत्रिम प्रजनन और प्रौद्योगिकी का उपयोग।

🍯 5. मधुमक्खी पालन (Apiculture)
मधुमक्खी पालन न केवल शहद और मोम प्रदान करता है बल्कि परागण में भी सहायक है।
🐝 सुधारित मधुमक्खी प्रजातियाँ जैसे Apis indica
🌸 फसलों की उत्पादकता बढ़ाने में सहायक
💡 शहद औषधीय और पोषक गुणों से भरपूर

🏠 6. खाद्य भंडारण और संरक्षण
उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ भंडारण भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
🟢 अनाज भंडारण : वैज्ञानिक गोदाम, साइलो, धातु पात्र।
🔴 शीत भंडारण : फल, सब्जियाँ, मछली, दूध आदि।
🟡 कीट-नियंत्रण तकनीक : कीटनाशक, फ्यूमिगेशन, एयरटाइट कंटेनर।

🌍 7. सतत खाद्य उत्पादन का महत्व
🌱 प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण।
🐟 मृदा, जल और जैव विविधता की सुरक्षा।
💡 रासायनिक उर्वरकों का संतुलित उपयोग और जैविक खेती को बढ़ावा।

📌 सारांश
🌾 कृषि सुधार में उन्नत बीज, उर्वरक, सिंचाई, कीट प्रबंधन और जैव प्रौद्योगिकी का प्रयोग।
🐄 पशुपालन में डेयरी, पोल्ट्री, भेड़-बकरी पालन व सुअर पालन का विकास।
🐟 मत्स्य पालन ताजे व समुद्री दोनों प्रकार के जल में।
🍯 मधुमक्खी पालन शहद और परागण के लिए।
🏠 खाद्य भंडारण आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों से।
🌱 सतत कृषि और पर्यावरण संरक्षण द्वारा भविष्य की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित।

⚡ त्वरित झलक (Quick Glance)
🌾 अधिक उपज के लिए उन्नत कृषि पद्धतियाँ
🐄 पशुपालन = दूध, मांस, अंडा, ऊन
🐟 मत्स्य पालन = ताजे + समुद्री स्रोत
🍯 मधुमक्खी पालन = शहद + परागण
🏠 सुरक्षित भंडारण = गोदाम + शीतगृह
🌱 सतत विकास = भविष्य की खाद्य सुरक्षा

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न



प्रश्न 1. फसल उत्पादन की एक विधि का वर्णन करो जिससे अधिक पैदावार प्राप्त हो सके।
उत्तर :
अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए उन्नत किस्मों के बीजों का प्रयोग एक प्रभावी विधि है।
🌱 ये बीज रोगरोधी, कीटरोधी तथा अधिक उपज देने वाले होते हैं।
🌾 इनसे कम समय में अधिक उत्पादन मिलता है।
☀️ प्रतिकूल परिस्थितियों में भी इनकी उत्पादकता बनी रहती है।
👉 इस प्रकार उन्नत किस्मों के बीज प्रयोग से अधिक पैदावार संभव होती है।

प्रश्न 2. खेतों में खाद तथा उर्वरक का उपयोग क्यों करते हैं?
उत्तर :
🌱 मिट्टी में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए।
🌾 फसल की वृद्धि व उत्पादन बढ़ाने हेतु।
💡 खाद से मिट्टी की भौतिक संरचना सुधरती है।
⚡ रासायनिक उर्वरक से तुरंत पोषण उपलब्ध होता है।
👉 इसलिए खाद व उर्वरक का प्रयोग अनिवार्य है।

प्रश्न 3. अंतःफसलन तथा फसल चक्र के क्या लाभ हैं?
उत्तर :
🌱 अंतःफसलन : एक ही खेत में एक साथ दो या अधिक फसलें उगाना।
✔ भूमि का बेहतर उपयोग
✔ कीटों का प्रकोप कम
✔ उत्पादन में वृद्धि
🌾 फसल चक्र : एक के बाद दूसरी फसल बोना।
✔ मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है
✔ पोषक तत्वों का संतुलन बना रहता है
👉 इससे स्थायी व अधिक उत्पादन संभव होता है।

प्रश्न 4. आनुवंशिक फेरबदल क्या है? कृषि प्रणालियों में ये कैसे उपयोगी हैं?
उत्तर :
आनुवंशिक फेरबदल का अर्थ है पौधों में जीन स्तर पर बदलाव करके नई किस्में तैयार करना।
🌱 उपयोगिता :
✔ रोगरोधी व कीटरोधी पौधे
✔ अधिक उपज देने वाली किस्में
✔ सूखा व बाढ़ सहन करने वाले पौधे
👉 इससे खाद्यान्न उत्पादन अधिक और स्थायी होता है।

प्रश्न 5. भंडार गृहों (गोदामों) में अनाज की हानि कैसे होती है?
उत्तर :
🐀 चूहों द्वारा नुकसान
🦟 कीट व कीड़ों का प्रकोप
💧 नमी के कारण फफूंदी लगना
❌ अनुचित भंडारण तकनीक
👉 वैज्ञानिक गोदाम, धातु ड्रम व शीत भंडारण से हानि रोकी जा सकती है।

प्रश्न 6. किसानों के लिए पशु पालन प्रणालियाँ कैसे लाभदायक हैं?
उत्तर :
🐄 दूध, मांस, अंडे, ऊन आदि प्राप्त होते हैं।
🌱 गोबर से खाद मिलती है।
💰 अतिरिक्त आय का स्रोत।
🚜 खेती के कार्यों में सहायक।
👉 इस प्रकार पशुपालन किसानों के लिए लाभकारी है।

प्रश्न 7. पशु पालन के क्या लाभ हैं?
उत्तर :
🥛 पोषण हेतु दूध
🍗 मांस व अंडे
🧶 ऊन, खाल व चमड़ा
🌱 खेतों में गोबर खाद
💰 आय का साधन
👉 पशुपालन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।

प्रश्न 8. उत्पादन बढ़ाने के लिए कुक्कुट पालन, मत्स्य पालन तथा मधुमक्खी पालन में क्या समानताएँ हैं?
उत्तर :
🌱 कम पूँजी में अधिक लाभ
👨‍👩‍👧‍👦 ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में संभव
🍯 अतिरिक्त पोषण सामग्री प्रदान करना (अंडा, मांस, मछली, शहद)
💰 रोजगार के अवसर बढ़ाना
👉 ये सभी खाद्य उत्पादन और आर्थिक विकास में सहायक हैं।

प्रश्न 9. प्रगहन मत्स्यन, मेरिकल्चर तथा जल संवर्धन में क्या अंतर है?
उत्तर :
🐟 प्रगहन मत्स्यन : कृत्रिम साधनों द्वारा तालाब/झील में अधिक मछली उत्पादन।
🌊 मेरिकल्चर : समुद्री जल में मछलियों, झींगों आदि का पालन।
💧 जल संवर्धन : ताजे जल (तालाब, नदी, झील) में मछली उत्पादन।
👉 इस प्रकार तीनों विधियाँ स्थान व तकनीक के आधार पर भिन्न हैं।

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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न


Section A : वस्तुनिष्ठ प्रश्न (प्रत्येक 1 अंक)
प्रश्न 1. फसल उत्पादन में अधिक पैदावार पाने का प्रमुख उपाय कौन-सा है?
(a) पुराने बीजों का प्रयोग
(b) उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग
(c) बिना खाद बोना
(d) बार-बार सिंचाई
उत्तर : (b) उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग 🌱


प्रश्न 2. रासायनिक उर्वरक का लाभ है –
(a) दीर्घकालिक उर्वरता
(b) तुरंत पोषण उपलब्ध कराना
(c) मिट्टी की संरचना सुधरना
(d) उत्पादन घटाना
उत्तर : (b) तुरंत पोषण उपलब्ध कराना ⚡


प्रश्न 3. फसल चक्र का मुख्य उद्देश्य है –
(a) केवल एक ही फसल बोना
(b) मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना
(c) उत्पादन कम करना
(d) जल का अपव्यय
उत्तर : (b) मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना 🌾


प्रश्न 4. चूहों, कीटों व फफूंदी से किसकी हानि होती है?
(a) भंडारण अनाज की
(b) खेत की खाद की
(c) पानी की
(d) दूध की
उत्तर : (a) भंडारण अनाज की 🐀


प्रश्न 5. कुक्कुट पालन से मुख्य उत्पाद है –
(a) शहद
(b) अंडा व मांस
(c) चमड़ा
(d) ऊन
उत्तर : (b) अंडा व मांस 🥚🍗


प्रश्न 6. आनुवंशिक फेरबदल द्वारा बनाई गई फसल किस गुण की हो सकती है?
(a) रोगरोधी
(b) जल हानि
(c) पौधों की मृत्यु
(d) मृदा कटाव
उत्तर : (a) रोगरोधी 🛡️


प्रश्न 7. मेरिकल्चर किससे संबंधित है?
(a) शहद उत्पादन
(b) समुद्री मछली पालन
(c) गोदाम निर्माण
(d) कीटनाशक छिड़काव
उत्तर : (b) समुद्री मछली पालन 🌊🐟


प्रश्न 8. मधुमक्खी पालन का मुख्य उत्पाद है –
(a) दूध
(b) मछली
(c) शहद
(d) अंडा
उत्तर : (c) शहद 🍯


प्रश्न 9. पशुपालन से क्या प्राप्त नहीं होता?
(a) ऊन
(b) दूध
(c) पेट्रोल
(d) खाद
उत्तर : (c) पेट्रोल ❌


प्रश्न 10. किसे ‘किसानों की हरी सोना फसल’ कहा जाता है?
उत्तर : दलहन 🌱

Section B : बहुत लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 2 अंक)
प्रश्न 11. खाद एवं उर्वरक में अंतर लिखो।
उत्तर :
खाद प्राकृतिक होती है, धीरे-धीरे पोषण देती है, मिट्टी की संरचना सुधारती है।
उर्वरक कृत्रिम रसायन हैं, तुरंत पोषण उपलब्ध कराते हैं, परन्तु दीर्घकालिक उर्वरता घटा सकते हैं।


प्रश्न 12. फसल चक्र के लाभ लिखो।
उत्तर :
मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है।
पोषक तत्वों का संतुलन रहता है।
कीट-रोग का प्रकोप घटता है।
उत्पादन स्थायी रूप से बढ़ता है।


प्रश्न 13. अंतःफसलन क्या है?
उत्तर : एक ही खेत में एक साथ दो या अधिक फसलें उगाना अंतःफसलन कहलाता है। यह भूमि का बेहतर उपयोग करता है और उत्पादन बढ़ाता है।


प्रश्न 14. पशुपालन किसानों के लिए क्यों लाभकारी है?
उत्तर :
दूध, मांस, अंडे, ऊन प्राप्त होते हैं।
गोबर से खाद मिलती है।
अतिरिक्त आय होती है।
खेत के कार्य में बैल सहायक होते हैं।


प्रश्न 15. खाद्यान्न संग्रहण में वैज्ञानिक तकनीक क्यों जरूरी है?
उत्तर : ताकि अनाज को चूहों, कीटों और फफूंदी से सुरक्षित रखा जा सके।


प्रश्न 16. मृदा की उर्वरता बढ़ाने के दो उपाय लिखो।
उत्तर :
गोबर की खाद डालना
फसल चक्र अपनाना


प्रश्न 17. प्रगहन मत्स्यन क्या है?
उत्तर : कृत्रिम साधनों द्वारा तालाब या झील में अधिक मात्रा में मछलियों का पालन करना।


प्रश्न 18. मधुमक्खी पालन से ग्रामीणों को क्या लाभ है?
उत्तर :
शहद व मोम मिलता है।
कम पूंजी में अधिक आय।
रोजगार सृजन।


प्रश्न 19. भंडारण में नमी से क्या हानि होती है?
उत्तर : अनाज में फफूंदी लग जाती है और वह सड़ जाता है।


प्रश्न 20. ग्रीन मैन्योर क्या है?
उत्तर : हरी फसलों को खेत में जुताई कर मिट्टी में दबा देना ग्रीन मैन्योर कहलाता है।

Section C : लघु उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 3 अंक)
प्रश्न 21. खाद व उर्वरक का संयुक्त प्रयोग क्यों उचित है?
उत्तर :
खाद से मिट्टी की संरचना सुधरती है जबकि उर्वरक से तुरंत पोषण मिलता है।
दोनों का संयुक्त प्रयोग मिट्टी की उर्वरता को लंबे समय तक बनाए रखता है।
फसल की पैदावार स्थायी रूप से बढ़ती है।


प्रश्न 22. आनुवंशिक फेरबदल के तीन लाभ लिखो।
उत्तर :
रोगरोधी किस्में बनाना।
अधिक उपज देने वाली किस्में।
प्रतिकूल परिस्थितियों को सहन करने वाली किस्में।


प्रश्न 23. किसानों को कुक्कुट पालन से क्या लाभ हैं?
उत्तर :
अंडा व मांस मिलता है।
अतिरिक्त आय प्राप्त होती है।
ग्रामीण बेरोजगारी कम होती है।


प्रश्न 24. मत्स्य पालन की दो पद्धतियाँ लिखो।
उत्तर :
अंतःदेशीय मत्स्य पालन (तालाब/नदी में)
समुद्री मत्स्य पालन (समुद्र में)


प्रश्न 25. जल संवर्धन और मेरिकल्चर में क्या अंतर है?
उत्तर :
जल संवर्धन : ताजे जल में मछली पालन।
मेरिकल्चर : समुद्री जल में मछली पालन।


प्रश्न 26. किसानों के लिए वैज्ञानिक भंडारण क्यों आवश्यक है?
उत्तर : ताकि उपज लंबे समय तक सुरक्षित रहे और कीट, चूहे, नमी से हानि न हो।


प्रश्न 27. पशुपालन के तीन लाभ लिखो।
उत्तर :
दूध व मांस प्राप्त।
खेत में खाद व हल चलाने में मदद।
किसानों की आय बढ़ती है।


प्रश्न 28. कीट व रोग से फसलों की सुरक्षा के उपाय बताओ।
उत्तर :
कीटनाशक का छिड़काव।
रोगरोधी किस्में।
फसल चक्र।


प्रश्न 29. मधुमक्खी पालन व मत्स्य पालन में समानताएँ लिखो।
उत्तर :
कम पूंजी में अधिक लाभ।
अतिरिक्त पोषण सामग्री उपलब्ध।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं।


प्रश्न 30. जैव उर्वरक क्या हैं?
उत्तर : सूक्ष्मजीवों से बने उर्वरक, जैसे – राइजोबियम बैक्टीरिया, जो मिट्टी में नाइट्रोजन की पूर्ति करते हैं।

Section D : दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (प्रत्येक 5 अंक)
प्रश्न 31. फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए विभिन्न उपाय लिखो।
उत्तर :
उन्नत किस्म के बीजों का प्रयोग
खाद व उर्वरक का उपयोग
सिंचाई की उचित व्यवस्था
फसल चक्र अपनाना
कीट व रोग से सुरक्षा


प्रश्न 32. किसानों के लिए पशुपालन प्रणालियों का महत्व समझाओ।
उत्तर :
दूध, मांस, ऊन, अंडे से पोषण व आय।
गोबर से खाद व बायोगैस।
खेतों में हल चलाने व परिवहन में मदद।
👉 इससे किसानों की आजीविका सुरक्षित होती है।


प्रश्न 33. वैज्ञानिक भंडारण पद्धतियाँ क्यों आवश्यक हैं?
उत्तर :
अनाज को लंबे समय तक सुरक्षित रखने हेतु।
चूहों, कीटों और फफूंदी से बचाने हेतु।
खाद्यान्न की उपलब्धता पूरे वर्ष सुनिश्चित करने हेतु।


प्रश्न 34. मृदा उर्वरता बढ़ाने के उपाय लिखो।
उत्तर :
जैव उर्वरक डालना।
हरी खाद का उपयोग।
फसल चक्र व अंतःफसलन।
गोबर की खाद डालना।


प्रश्न 35. खाद्य संसाधनों में सुधार से मानव समाज को क्या लाभ हुए?
उत्तर :
खाद्यान्न की उपलब्धता बढ़ी।
कुपोषण घटा।
किसानों की आय बढ़ी।
ग्रामीण रोजगार के अवसर बढ़े।
देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई।


प्रश्न 36. प्रगहन मत्स्यन की विशेषताएँ समझाओ।
उत्तर :
तालाब/झीलों में कृत्रिम साधनों द्वारा पालन।
अधिक घनत्व में मछली पालन।
बेहतर आहार व ऑक्सीजन की आपूर्ति।
अधिक उपज व लाभ।


प्रश्न 37. मधुमक्खी पालन व उसके लाभ लिखो।
उत्तर :
शहद व मोम प्राप्त होता है।
ग्रामीणों को अतिरिक्त आय मिलती है।
फसलों में परागण की दर बढ़ती है।
प्राकृतिक संतुलन बना रहता है।


प्रश्न 38. कृषि प्रणालियों में आनुवंशिक फेरबदल की भूमिका समझाओ।
उत्तर :
रोगरोधी व कीटरोधी किस्में।
प्रतिकूल जलवायु सहन करने वाले पौधे।
अधिक उपज देने वाली किस्में।
👉 इससे खाद्यान्न की कमी को दूर किया जा सकता है।


प्रश्न 39. खाद्य संसाधनों में सुधार का समग्र प्रभाव लिखो।
उत्तर :
उत्पादन बढ़ा।
भंडारण व वितरण बेहतर हुआ।
ग्रामीण आजीविका मजबूत हुई।
खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को बल मिला।

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