Class : 9 – Science (Hindi) : Lesson 11. ध्वनि
पाठ का विश्लेषण एवं विवेचन
🔵 ध्वनि का परिचय
🌿 ध्वनि हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। बातचीत, संगीत, जानवरों की आवाज़ें, मशीनों का संचालन—सब ध्वनि से ही सम्भव है। ध्वनि को हम कानों से सुनते हैं और यह तरंग (wave) के रूप में एक माध्यम में संचारित होती है।

💡 परिभाषा:
🔹 किसी माध्यम में कणों के दोलन (oscillation) से उत्पन्न ऊर्जा का प्रसार ध्वनि कहलाता है।
🟢 ध्वनि का उद्गम
✔ जब कोई वस्तु या पिंड दोलन करता है तो वह अपने आस-पास के माध्यम (वायु, जल, ठोस) के कणों को आगे-पीछे हिलाता है।
✔ ये कण अपनी स्थिति से हटकर अगल-बगल के कणों को गति देते हैं।
✔ इस प्रकार संपीड़न (compression) और विसंपीड़न (rarefaction) की क्रमागत शृंखला बनती है।
✔ यही तरंग ध्वनि तरंग कहलाती है।
🔴 ध्वनि तरंग की प्रकृति
💡 ध्वनि अनुदैर्ध्य तरंग (longitudinal wave) होती है।
✏️ विशेषताएँ:
🔵 कणों के दोलन तरंग के प्रसार की दिशा के समानांतर होते हैं।
🟢 इसमें संपीड़न और विसंपीड़न क्रम से उत्पन्न होते हैं।
🔴 यह यांत्रिक तरंग है, अतः माध्यम की आवश्यकता होती है।
🟡 निर्वात (vacuum) में ध्वनि का संचार नहीं होता।
🟡 ध्वनि तरंग की विशेषताएँ
🔵 तरंगदैर्घ्य (λ): दो लगातार संपीड़न या विसंपीड़न के बीच की दूरी।
🟢 आवृत्ति (f): 1 सेकंड में उत्पन्न पूर्ण दोलनों की संख्या।
✔ इकाई = हर्ट्ज़ (Hz)
🔴 कालावधि (T): एक पूर्ण दोलन में लिया गया समय।
✔ T = 1/f
🟡 तरंग वेग (v):
✔ v = λ × f
🔵 आयाम (Amplitude): माध्यम के कणों का अधिकतम विस्थापन।
✔ ध्वनि की तीव्रता आयाम पर निर्भर करती है।
🟢 ध्वनि का स्वर (Pitch):
✔ आवृत्ति पर निर्भर।
उच्च आवृत्ति → तीखा स्वर; निम्न आवृत्ति → गंभीर स्वर।
🔴 ध्वनि की तीव्रता (Loudness):
✔ आयाम पर निर्भर।
आयाम जितना बड़ा होगा, ध्वनि उतनी तीव्र होगी।
🟡 गुणात्मकता (Quality):
✔ ध्वनि का वह गुण जो हमें विभिन्न स्रोतों (बाँसुरी, बीन, तबला) की ध्वनियों में अंतर पहचानने में मदद करता है।
🔵 ध्वनि का वेग
💡 ध्वनि का वेग माध्यम की प्रकृति पर निर्भर करता है।
✔ वायु में (20°C पर) ≈ 343 m/s
✔ जल में ≈ 1500 m/s
✔ ठोसों में और भी अधिक (स्टील में लगभग 5000 m/s)
🧠 निष्कर्ष: ध्वनि ठोस > द्रव > गैस में तेज़ी से चलती है।
🟢 परावर्तन (Reflection of Sound)
🌿 जैसे प्रकाश का परावर्तन होता है वैसे ही ध्वनि का भी परावर्तन होता है।
✔ परावर्तन के नियम प्रकाश जैसे ही हैं:
आपतन कोण = परावर्तन कोण
आपतन तरंग, परावर्तित तरंग और अभिलंब एक ही तल में
💡 उपयोग:
🔹 प्रतिध्वनि (Echo)
🔹 ध्वनिप्रवर्धक (Megaphone)
🔹 सोनार (SONAR)
🔹 थियेटर हॉल का ध्वनि–निर्माण
🔴 प्रतिध्वनि (Echo)
💡 जब ध्वनि किसी कठोर सतह से परावर्तित होकर 0.1 सेकंड या उससे अधिक विलम्ब के बाद कान में प्रवेश करती है तो इसे प्रतिध्वनि कहते हैं।
✏️ शर्तें:
🔵 परावर्तक सतह की दूरी कम से कम 17 m हो (वायु में 20°C पर)।
🟢 सतह कठोर व चिकनी हो।
🔴 परावर्तित ध्वनि श्रोत तक पहुँचे।
🟡 प्रतिध्वनि का अनुप्रयोग
✔ समुद्र की गहराई नापने में (SONAR)
✔ चमगादड़ अपने शिकार और मार्ग का पता लगाने में
✔ जहाज़ अपनी स्थिति जानने में
🔵 ध्वनि की परावृत्ति का उपयोग
🌿 ध्वनि का परावर्तन थियेटरों, सभागारों, सिनेमा हॉल में प्रयुक्त होता है। दीवारों और छतों को विशेष आकार देकर ध्वनि को एक समान वितरित किया जाता है।
🟢 ध्वनि की आवृत्ति और श्रवण-सीमा
✔ मनुष्य 20 Hz से 20,000 Hz तक की ध्वनि सुन सकता है।
🔴 अधश्रव्य तरंगें (Infrasonic): f < 20 Hz (जैसे हाथी की गर्जना)
🟡 श्रव्य तरंगें (Audible): 20 Hz – 20 kHz (मानव कान सुन सकता है) 🔵 अधितरश्रव्य तरंगें (Ultrasonic): f > 20 kHz (चमगादड़, डॉल्फ़िन)
🔴 अल्ट्रासोनिक तरंगों के उपयोग
✔ चिकित्सीय जाँच (Ultrasound)
✔ औद्योगिक दरार/दोष खोज
✔ सफाई (Ultrasonic cleaner)
✔ कीट भगाने वाले उपकरण
🟡 ध्वनि का व्यावहारिक महत्व
🔵 संचार – बोलना, सुनना, संगीत, रेडियो, टेलीफ़ोन
🟢 उद्योग – मशीनों की ध्वनि से खराबी का पता
🔴 जीव-जंतु – संचार व शिकार
🟡 चिकित्सा – अल्ट्रासोनोग्राफी
🔵 विज्ञान – सोनार, समुद्र अन्वेषण
📌 सारांश
ध्वनि एक अनुदैर्ध्य यांत्रिक तरंग है।
यह संपीड़न और विसंपीड़न के रूप में माध्यम में संचारित होती है।
मुख्य गुण: आयाम, आवृत्ति, तरंगदैर्घ्य, वेग।
ध्वनि का वेग ठोस > द्रव > गैस।
परावर्तन और प्रतिध्वनि के नियम प्रकाश जैसे।
प्रतिध्वनि हेतु दूरी ~17 m आवश्यक।
श्रवण सीमा: 20 Hz – 20,000 Hz।
अधश्रव्य व अधितरश्रव्य तरंगों का उपयोग विज्ञान और तकनीक में।
ध्वनि का दैनिक जीवन में अत्यधिक महत्व है।
📝 त्वरित दोहरान
🔵 ध्वनि = कणों के दोलन से ऊर्जा का प्रसार
🟢 अनुदैर्ध्य तरंग → संपीड़न/विसंपीड़न
🔴 विशेषताएँ = λ, f, T, v, आयाम
🟡 वेग: ठोस > द्रव > गैस
🔵 परावर्तन नियम = आपतन कोण = परावर्तन कोण
🟢 प्रतिध्वनि: दूरी ≥ 17 m
🔴 श्रवण सीमा: 20 Hz – 20 kHz
🟡 उपयोग: संचार, चिकित्सा, सोनार, अल्ट्रासोनिक तकनीक
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पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
प्रश्न 1: ध्वनि क्या है और यह कैसे उत्पन्न होती है?
उत्तर:
🔵 ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है।
🟢 यह किसी वस्तु के कंपन से उत्पन्न होती है।
🔴 वस्तु के कंपन करने पर आसपास के वायु-कण आगे-पीछे हिलते हैं।
🟡 ये कण अपनी ऊर्जा अगले कणों को स्थानांतरित करते हैं।
⚡ इस प्रकार ध्वनि तरंगों के रूप में प्रसारित होती है।
प्रश्न 2: एक चित्र की सहायता से वर्णन कीजिए कि ध्वनि के स्रोत के निकट वायु के संपीड़न तथा विरलन कैसे उत्पन्न होते हैं।
उत्तर:
🔵 जब कोई वस्तु (जैसे ट्यूनिंग फोर्क) कंपन करती है तो वायु कण पास आते हैं → संपीड़न।
🟢 जब वस्तु दूसरी ओर जाती है तो वायु कण दूर होते हैं → विरलन।
🔴 संपीड़न व विरलन की यह श्रंखला निरंतर चलती रहती है।
🟡 यही तरंग कानों तक पहुँचकर ध्वनि का अनुभव कराती है।
प्रश्न 3: ध्वनि तरंगों की प्रकृति अनुदैर्ध्य क्यों है?
उत्तर:
🔵 क्योंकि वायु कणों का दोलन उसी दिशा में होता है जिस दिशा में तरंग चलती है।
🟢 इस कारण ध्वनि अनुदैर्ध्य तरंग है।
🔴 इसमें संपीड़न और विरलन क्रम से उत्पन्न होते हैं।
प्रश्न 4: ध्वनि का कौन-सा गुण हमें अपने मित्र को अंधेरे कमरे में पहचानने में मदद करता है?
उत्तर:
🔵 ध्वनि की गुणात्मकता (Quality or Timbre)।
🟢 यह गुण प्रत्येक व्यक्ति की आवाज़ को विशिष्ट बनाता है।
🔴 इसी से हम अपने मित्र की पहचान कर लेते हैं।
प्रश्न 5: बिजली की चमक पहले और गर्जन बाद में क्यों सुनाई देती है?
उत्तर:
🔵 प्रकाश का वेग = 3 × 10⁸ m/s
🟢 ध्वनि का वेग ≈ 344 m/s
🔴 प्रकाश का वेग बहुत अधिक है, इसलिए बिजली की चमक पहले दिखती है।
🟡 ध्वनि का वेग कम होने के कारण गर्जन देर से सुनाई देती है।
प्रश्न 6: किसी व्यक्ति का औसत श्रव्य परास 20 Hz से 20 kHz है। यदि वायु में ध्वनि का वेग 344 m/s हो तो तरंगदैर्घ्य की सीमा क्या होगी?
उत्तर:
✏️ λ = v ÷ f
🔵 न्यूनतम आवृत्ति f = 20 Hz → λ = 344 ÷ 20 = 17.2 m
🟢 अधिकतम आवृत्ति f = 20,000 Hz → λ = 344 ÷ 20000 = 0.0172 m
🔴 अतः तरंगदैर्घ्य की सीमा 0.017 m से 17.2 m है।
प्रश्न 7: दो बालक किसी एल्युमिनियम पाइप के सिरों पर कान और पत्थर रखते हैं। क्यों एक बालक को ध्वनि अधिक स्पष्ट सुनाई देती है?
उत्तर:
🔵 एल्युमिनियम ठोस है, और ठोस में ध्वनि का वेग गैसों से अधिक होता है।
🟢 अतः पाइप के द्वारा संचारित ध्वनि स्पष्ट सुनाई देती है।
प्रश्न 8: किसी ध्वनि स्रोत की आवृत्ति 100 Hz है। एक मिनट में यह कितनी बार कंपन करेगा?
उत्तर:
✏️ कंपन = आवृत्ति × समय
🔵 f = 100 Hz
🟢 समय = 60 s
🔴 कुल कंपन = 100 × 60 = 6000
🟡 उत्तर = 6000 बार कंपन।
प्रश्न 9: ध्वनि परावर्तन किन नियमों का पालन करती है?
उत्तर:
🔵 आपतन कोण = परावर्तन कोण
🟢 आपतन तरंग, परावर्तित तरंग और अभिलंब एक ही तल में होते हैं।
🔴 ये नियम वही हैं जो प्रकाश पर लागू होते हैं।
प्रश्न 10: यदि ध्वनि स्रोत और परावर्तक सतह की दूरी 170 m है तो प्रतिध्वनि कितनी देर बाद सुनी जाएगी? (v = 340 m/s)
उत्तर:
✏️ समय = दूरी ÷ वेग = (2 × 170) ÷ 340 = 1 s
🟢 प्रतिध्वनि 1 सेकंड बाद सुनाई देगी।
प्रश्न 11: ध्वनि तरंगों के परावर्तन के दो व्यावहारिक उपयोग लिखिए।
उत्तर:
🔵 प्रतिध्वनि द्वारा समुद्र की गहराई नापना (SONAR)।
🟢 चमगादड़ शिकार का पता लगाता है।
🔴 सभागारों में ध्वनि वितरण।
प्रश्न 12: 500 m ऊँची किसी मीनार के नीचे से तालाब में पत्थर गिराया जाता है। छपाक कब सुनी जाएगी? (g = 10 m/s², v = 340 m/s)
उत्तर:
✏️ गिरने का समय = √(2h ÷ g) = √(1000 ÷ 10) = 10 s
🟢 ध्वनि आने का समय = 500 ÷ 340 ≈ 1.47 s
🔴 कुल समय = 10 + 1.47 = 11.47 s
प्रश्न 13: यदि v = 339 m/s और λ = 1.5 cm हो तो आवृत्ति ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
✏️ f = v ÷ λ = 339 ÷ 0.015 = 22600 Hz ≈ 22.6 kHz
🟢 यह ध्वनि अल्ट्रासोनिक श्रेणी की है।
प्रश्न 14: ध्वनि का अनुनाद (Resonance) क्या है?
उत्तर:
🔵 जब किसी वस्तु को उसकी प्राकृतिक आवृत्ति पर बाहरी कंपन मिलता है तो वह अधिक तीव्रता से कंपन करने लगती है।
🟢 इसे अनुनाद कहते हैं।
प्रश्न 15: ध्वनि की प्रबलता से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
🔵 यह ध्वनि द्वारा प्रति इकाई समय और प्रति इकाई क्षेत्र में वहन की गई ऊर्जा है।
🟢 यह आयाम पर निर्भर करती है।
प्रश्न 16: वस्तुओं को साफ़ करने में पराश्रव्य तरंगों का उपयोग कैसे किया जाता है?
उत्तर:
🔵 पराश्रव्य तरंगें उच्च आवृत्ति की होती हैं।
🟢 इन्हें द्रव में डालने पर सूक्ष्म बुलबुले बनते हैं।
🔴 बुलबुले फूटते ही गंदगी निकल जाती है।
प्रश्न 17: किसी धातु के ब्लॉक में दोष का पता लगाने के लिए पराश्रव्य तरंगों का उपयोग कैसे किया जाता है?
उत्तर:
🔵 पराश्रव्य तरंगें ब्लॉक में प्रविष्ट की जाती हैं।
🟢 यदि कोई दरार या दोष है तो तरंग परावर्तित होकर लौट आती है।
🔴 इससे ब्लॉक की स्थिति और दोष का स्थान पता चल जाता है।
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अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
SECTION – A (बहुविकल्पीय प्रश्न, प्रत्येक 1 अंक)
प्रश्न 1: ध्वनि किस प्रकार की तरंग है?
(a) अनुप्रस्थ
(b) अनुदैर्ध्य
(c) विद्युतचुंबकीय
(d) प्रकाशीय
उत्तर:
🟢 (b) अनुदैर्ध्य
प्रश्न 2: ध्वनि के प्रसार के लिए किस माध्यम की आवश्यकता होती है?
(a) शून्य
(b) ठोस, द्रव, गैस
(c) केवल ठोस
(d) केवल गैस
उत्तर:
🔵 (b) ठोस, द्रव, गैस
प्रश्न 3: मानव कान किस आवृत्ति पर ध्वनि सुन सकता है?
(a) 2 Hz से 20 Hz
(b) 20 Hz से 20 kHz
(c) 200 Hz से 200 kHz
(d) 2 kHz से 200 kHz
उत्तर:
🟡 (b) 20 Hz से 20 kHz
प्रश्न 4: पराश्रव्य तरंगों की आवृत्ति होती है—
(a) 20 Hz से कम
(b) 20 Hz से 20 kHz
(c) 20 kHz से अधिक
(d) 200 kHz से अधिक
उत्तर:
🔴 (c) 20 kHz से अधिक
प्रश्न 5: ध्वनि तरंगों का परावर्तन किन नियमों का पालन करता है?
उत्तर:
🟢 प्रकाश के परावर्तन के समान नियमों का पालन करता है।
प्रश्न 6: सोनार का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
उत्तर:
🔵 समुद्र की गहराई ज्ञात करने, पनडुब्बी के नेविगेशन व मछलियों के समूह पता करने में।
प्रश्न 7: प्रतिध्वनि सुनने के लिए न्यूनतम दूरी कितनी होनी चाहिए? (ध्वनि का वेग 344 m/s मानिए)
उत्तर:
🟡 लगभग 17.2 m
प्रश्न 8: ध्वनि की तीव्रता किस पर निर्भर करती है?
उत्तर:
🔴 आयाम (Amplitude) पर
SECTION – B (बहुत लघु उत्तर, प्रत्येक 2 अंक)
प्रश्न 9: ध्वनि तरंगों में संपीड़न और विरलन कैसे उत्पन्न होते हैं?
उत्तर:
🟢 जब स्रोत कंपन करता है तो वायु कण पास-पास आते हैं → संपीड़न।
🔵 विपरीत दिशा में कंपन करने पर कण दूर हो जाते हैं → विरलन।
प्रश्न 10: बिजली की चमक और गर्जन एक साथ क्यों नहीं सुनाई देते?
उत्तर:
🟡 प्रकाश का वेग बहुत अधिक है (3 × 10⁸ m/s) जबकि ध्वनि का वेग केवल 344 m/s है।
प्रश्न 11: अनुनाद (Resonance) क्या है?
उत्तर:
🔴 जब किसी वस्तु को उसकी प्राकृतिक आवृत्ति पर बाहरी कंपन मिलता है तो वह अधिक तीव्रता से कंपन करने लगती है।
प्रश्न 12: ध्वनि तरंगों के परावर्तन के दो उपयोग लिखिए।
उत्तर:
🟢 सभागारों में ध्वनि व्यवस्था।
🔵 सोनार तकनीक।
प्रश्न 13: सोनार कैसे कार्य करता है?
उत्तर:
🟡 ध्वनि तरंगें भेजी जाती हैं → वस्तु से टकराकर लौटती हैं → समय व वेग से दूरी ज्ञात की जाती है।
प्रश्न 14: पराश्रव्य तरंगों का चिकित्सा में उपयोग बताइए।
उत्तर:
🔴 अल्ट्रासोनोग्राफी द्वारा आंतरिक अंगों का परीक्षण।
प्रश्न 15: किसी ध्वनि स्रोत की आवृत्ति 200 Hz हो तो एक सेकंड में कितने कंपन होंगे?
उत्तर:
🟢 200 कंपन
SECTION – C (लघु उत्तर, प्रत्येक 3 अंक)
प्रश्न 16: प्रतिध्वनि की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर:
🔵 जब ध्वनि तरंग किसी कठोर सतह से परावर्तित होकर स्रोत तक लौटती है और मूल ध्वनि के 0.1 सेकंड बाद सुनाई देती है तो उसे प्रतिध्वनि कहते हैं।
🟢 उदाहरण: पहाड़ या कुएँ में चिल्लाने पर आवाज़ का लौटकर आना।
प्रश्न 17: सोनार की पूर्ण रूपरेखा का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
🟡 SONAR = Sound Navigation and Ranging।
🔵 कार्य – ध्वनि तरंगें → परावर्तन → ग्रहण → दूरी का मापन।
⚡ दूरी = (वेग × समय) ÷ 2
प्रश्न 18: पराश्रव्य तरंगों से वस्तुओं की सफाई कैसे की जाती है?
उत्तर:
🔴 द्रव में मिलाने पर सूक्ष्म बुलबुले बनते हैं।
🟢 बुलबुले फटते हैं और गंदगी हट जाती है।
प्रश्न 19: किसी ट्यूनिंग फोर्क का प्रयोग करके ध्वनि उत्पन्न होने की प्रक्रिया समझाइए।
उत्तर:
🔵 ट्यूनिंग फोर्क को मारने पर वह कंपन करता है।
🟡 आसपास की वायु में संपीड़न व विरलन उत्पन्न होते हैं।
🔴 यही ध्वनि तरंग कानों तक पहुँचती है।
प्रश्न 20: ध्वनि का परावर्तन किस प्रकार प्रकाश के परावर्तन से समान है?
उत्तर:
🟢 दोनों में आपतन कोण = परावर्तन कोण।
🔵 दोनों में किरणें व अभिलंब एक ही तल में रहते हैं।
SECTION – D (दीर्घ उत्तर, प्रत्येक 5 अंक)
प्रश्न 21: 500 m ऊँची मीनार से पत्थर तालाब में गिराया जाता है। छपाक कब सुनाई देगी? (g = 10 m/s², v = 340 m/s)
उत्तर:
🔵 गिरने का समय = √(2h ÷ g) = √(1000 ÷ 10) = 10 s
🟡 ध्वनि आने का समय = 500 ÷ 340 ≈ 1.47 s
🔴 कुल समय = 11.47 s
प्रश्न 22: किसी ध्वनि तरंग का वेग 339 m/s है और तरंगदैर्घ्य 1.5 cm है। इसकी आवृत्ति ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
✏️ f = v ÷ λ
🔵 f = 339 ÷ 0.015 = 22600 Hz
🟡 यह पराश्रव्य श्रेणी की ध्वनि है।
प्रश्न 23: ध्वनि तरंग की प्रबलता क्या है? किन कारकों पर निर्भर करती है?
उत्तर:
🔴 ध्वनि तरंग द्वारा प्रति इकाई समय एवं प्रति इकाई क्षेत्र में वहन की गई ऊर्जा = प्रबलता।
🟢 यह आयाम, माध्यम तथा स्रोत पर निर्भर करती है।
प्रश्न 24: किसी बंद कमरे में प्रतिध्वनि न सुनाई देने के कारण लिखिए।
उत्तर:
🔵 कमरे का आकार छोटा होने से लौटने का समय 0.1 s से कम होता है।
🟡 अतः मूल ध्वनि और परावर्तित ध्वनि मिलकर सुनाई देती हैं।
प्रश्न 25: पराश्रव्य तरंगों के औद्योगिक उपयोग समझाइए।
उत्तर:
🟢 धातुओं में दरार का पता लगाना।
🔴 वेल्डिंग दोषों की जाँच।
🟡 मशीन के पुर्ज़ों की सफाई।
प्रश्न 26: “ध्वनि के गुण” बिंदुवार लिखिए।
उत्तर:
🔵 आयाम से तीव्रता।
🟢 आवृत्ति से स्वर की तीक्ष्णता।
🔴 तरंगरूप से गुणवत्ता।
SECTION – E (Assertion–Reason, Case Study व Diagram आधारित, प्रत्येक 2-3 अंक)
प्रश्न 27: कथन: ध्वनि का परावर्तन प्रकाश के परावर्तन जैसा ही है।
कारण: दोनों में आपतन कोण = परावर्तन कोण होता है।
उत्तर:
🟢 कथन और कारण दोनों सत्य, तथा कारण कथन की सही व्याख्या है।
प्रश्न 28: कथन: अल्ट्रासोनिक तरंगों का प्रयोग सोनोग्राफी में होता है।
कारण: अल्ट्रासोनिक तरंगें मानव शरीर में प्रवेश नहीं कर सकतीं।
उत्तर:
🔴 कथन सत्य, कारण असत्य।
प्रश्न 29: चित्र आधारित – समय-स्थान ग्राफ से ध्वनि का वेग कैसे ज्ञात करेंगे?
उत्तर:
🟢 ग्राफ से दूरी ÷ समय लेकर वेग प्राप्त किया जाता है।
प्रश्न 30: केस स्टडी – दो बच्चे 170 m दूर चिल्लाते हैं। एक-दूसरे को आवाज़ सुनने में 1 s लगती है। क्यों?
उत्तर:
🔵 क्योंकि ध्वनि का वेग लगभग 340 m/s है।
प्रश्न 31: कथन: मानव 20 Hz से कम आवृत्ति नहीं सुन सकता।
कारण: इतनी कम आवृत्ति पर ध्वनि ऊर्जा कानों तक नहीं पहुँच पाती।
उत्तर:
🟢 कथन व कारण दोनों सत्य।
प्रश्न 32: ध्वनि प्रदूषण से स्वास्थ्य पर दो प्रभाव लिखिए।
उत्तर:
🔴 कान का पर्दा फटना।
🟡 नींद न आना, मानसिक तनाव।
प्रश्न 33: कोई बच्चा ट्रेन की पटरियों पर कान लगाकर ट्रेन की ध्वनि अधिक स्पष्ट क्यों सुनता है?
उत्तर:
🟢 क्योंकि ठोस (लोहा) में ध्वनि का वेग व प्रसार अधिक होता है।
प्रश्न 34: पराश्रव्य तरंगों का उपयोग जल में गहराई मापने में क्यों किया जाता है?
उत्तर:
🔵 क्योंकि इनका परावर्तन स्पष्ट व तीव्र होता है।
प्रश्न 35: ध्वनि के परावर्तन की शर्तें लिखिए।
उत्तर:
🟢 परावर्तक सतह कठोर और चिकनी होनी चाहिए।
🔴 सतह की दूरी 17 m से अधिक होनी चाहिए।
प्रश्न 36: कथन: प्रतिध्वनि सुनने के लिए दूरी लगभग 17 m होनी चाहिए।
कारण: क्योंकि ध्वनि का वेग 340 m/s और न्यूनतम समय 0.1 s होता है।
उत्तर:
🟢 कथन और कारण दोनों सत्य, और कारण सही व्याख्या है।
प्रश्न 37: ध्वनि तरंग का अनुप्रस्थ स्वरूप क्यों नहीं होता?
उत्तर:
🔴 क्योंकि ध्वनि में कण उसी दिशा में दोलन करते हैं जिस दिशा में तरंग का प्रसार होता है।
प्रश्न 38: किसी फैक्ट्री में ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए तीन उपाय लिखिए।
उत्तर:
🔵 मशीनों को साइलेंसर से ढकना।
🟡 वृक्षारोपण।
🟢 कानों में इयरप्लग का प्रयोग।
प्रश्न 39: केस स्टडी – क्यों हवाई जहाज का पायलट “सोनिक बूम” सुन सकता है लेकिन बाहर खड़े लोग अधिक तीव्र गर्जना सुनते हैं?
उत्तर:
🔴 क्योंकि ध्वनि का वेग सीमित है और ध्वनि तरंगें विमान की गति से पीछे छूट जाती हैं, बाहर वे एकत्र होकर तीव्र गर्जना उत्पन्न करती हैं।
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एक पृष्ठ में दोहरान
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स्मृति संकेत
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भ्रांति /वास्तविकता
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मजा भी , ज्ञान भी
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मस्तिष्क मानचित्र
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