Class : 9 – Hindi : Lesson 18. व्याकरण 1
उपसर्ग
◆ अर्थ
✨ उपसर्ग वे शब्दांश (शब्द के छोटे भाग) हैं जो किसी मूल शब्द के पहले लगकर उसके अर्थ में परिवर्तन या विस्तार कर देते हैं।
◆ परिभाषा
🌸 जब कोई अव्यय (स्वतंत्र रूप से प्रयुक्त न होने वाला शब्दांश) किसी मूल शब्द के पहले लगकर नए शब्द की रचना करता है और उसके अर्थ में परिवर्तन लाता है, तो उसे उपसर्ग कहते हैं।
जैसे:
💠 अ + न्याय = अन्याय (न्याय न होना)
💠 सु + नाम = सूनाम (अच्छा नाम)
◆ प्रमुख उपसर्ग एवं उनके उदाहरण
🌿 1. अ / अन / अ-नि
➤ अर्थ: नकार या अभाव प्रकट करना
➤ उदाहरण: अन्याय, अनर्थ, अनादर, अज्ञान
🌷 2. सु
➤ अर्थ: अच्छा / श्रेष्ठ
➤ उदाहरण: सुमन (अच्छा फूल), सुपुत्र, सुशील, सुलक्षण
🔥 3. दु / दुष
➤ अर्थ: बुरा / कठिन / दोषयुक्त
➤ उदाहरण: दुर्गंध, दुश्चरित्र, दुर्व्यवहार, दुष्प्रभाव
🌟 4. प्र
➤ अर्थ: आगे / श्रेष्ठता / विशेषता
➤ उदाहरण: प्रसिद्ध, प्रबल, प्रकट, प्रश्न
🌼 5. परा
➤ अर्थ: परे / अलग / सर्वोच्च
➤ उदाहरण: पराजय, पराभव, परामर्श, पराक्रम
🍀 6. अप
➤ अर्थ: नीचे / विपरीत / त्याग
➤ उदाहरण: अपमान, अपयश, अपकार, अपशब्द
🌸 7. नि / निर
➤ अर्थ: बाहर / बिना
➤ उदाहरण: निष्क्रिय, निराशा, निर्मल, निष्कलंक
🌺 8. सम / सं
➤ अर्थ: साथ / समानता
➤ उदाहरण: सहयोग, सम्मेलन, संग्रह, संवाद
🌻 9. उप
➤ अर्थ: निकट / अधीन / छोटा
➤ उदाहरण: उपकार, उपन्यास, उपदेश, उपनगर
🌞 10. आ
➤ अर्थ: निकट आना / ओर
➤ उदाहरण: आगमन, आग्रही, आकर्षण, आज्ञा
🌙 11. वि
➤ अर्थ: अलग-अलग / विशेषता
➤ उदाहरण: विचार, विज्ञान, विमल, विनाश
🌹 12. प्रति
➤ अर्थ: प्रत्युत्तर / विरोध / बार-बार
➤ उदाहरण: प्रतिवाद, प्रतिकार, प्रतिज्ञा, प्रतिपक्ष
🌿 13. अव
➤ अर्थ: नीचे / हीनता
➤ उदाहरण: अवनति, अवमान, अवगुण, अवकाश
💐 14. अधि
➤ अर्थ: ऊपर / श्रेष्ठता
➤ उदाहरण: अध्यक्ष, अधिकार, अध्ययन, अधिनायक
✨ 15. अति
➤ अर्थ: अधिक / अतिरेक
➤ उदाहरण: अत्याचार, अतिशय, अतिक्रमण, अतिथि
◆ निष्कर्ष
🌈 उपसर्ग हिंदी भाषा को समृद्ध और अभिव्यक्तिपूर्ण बनाते हैं। इनके प्रयोग से शब्दों में विविधता, गहराई और स्पष्टता आती है।
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🌟 भाग 1: बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) — Q1–Q15
Q1. उपसर्ग किसे कहते हैं?
🔸 (A) शब्द के अंत में लगने वाला अव्यय
🔹 (B) शब्द के पहले लगने वाला अव्यय
🔸 (C) वाक्य में प्रयुक्त विशेषण
🔹 (D) स्वतंत्र रूप से प्रयुक्त संज्ञा
✅ उत्तर: (B)
Q2. “अन्याय” शब्द में कौन-सा उपसर्ग है?
🔸 (A) अ
🔹 (B) अन
🔸 (C) नि
🔹 (D) अप
✅ उत्तर: (B)
Q3. “सु” उपसर्ग का अर्थ है—
🔸 (A) बुरा
🔹 (B) अच्छा/श्रेष्ठ
🔸 (C) नीचे
🔹 (D) परे
✅ उत्तर: (B)
Q4. “दुर्गंध” में “दु” उपसर्ग का भाव है—
🔸 (A) श्रेष्ठता
🔹 (B) बुरा/दोषयुक्त
🔸 (C) निकट
🔹 (D) विशेष
✅ उत्तर: (B)
Q5. “प्रसिद्ध” शब्द का उपसर्ग है—
🔸 (A) प्र
🔹 (B) सु
🔸 (C) नि
🔹 (D) अव
✅ उत्तर: (A)
Q6. “पराजय” में प्रयुक्त उपसर्ग है—
🔸 (A) अप
🔹 (B) परा
🔸 (C) अधि
🔹 (D) वि
✅ उत्तर: (B)
Q7. “अपमान” में उपसर्ग है—
🔸 (A) अप
🔹 (B) अव
🔸 (C) अति
🔹 (D) प्रति
✅ उत्तर: (A)
Q8. “निष्क्रिय” में उपसर्ग है—
🔸 (A) नि
🔹 (B) निर
🔸 (C) अधि
🔹 (D) परा
✅ उत्तर: (A)
Q9. “उपकार” शब्द में उपसर्ग है—
🔸 (A) उप
🔹 (B) उ
🔸 (C) परि
🔹 (D) प्र
✅ उत्तर: (A)
Q10. “आकर्षण” में उपसर्ग है—
🔸 (A) आ
🔹 (B) अधि
🔸 (C) वि
🔹 (D) सु
✅ उत्तर: (A)
Q11. “विनाश” का उपसर्ग है—
🔸 (A) वि
🔹 (B) प्रति
🔸 (C) उप
🔹 (D) दु
✅ उत्तर: (A)
Q12. “प्रतिवाद” में उपसर्ग है—
🔸 (A) प्रति
🔹 (B) परा
🔸 (C) प्र
🔹 (D) अव
✅ उत्तर: (A)
Q13. “अवरोध” में उपसर्ग है—
🔸 (A) अव
🔹 (B) अति
🔸 (C) अधि
🔹 (D) नि
✅ उत्तर: (A)
Q14. “अधिकार” में उपसर्ग है—
🔸 (A) अव
🔹 (B) अधि
🔸 (C) परा
🔹 (D) सु
✅ उत्तर: (B)
Q15. “अत्यधिक” में उपसर्ग है—
🔸 (A) अधि
🔹 (B) अति
🔸 (C) अव
🔹 (D) प्र
✅ उत्तर: (B)
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🌟 भाग 2: लघु-उत्तर प्रश्न — Q16–Q25
Q16. उपसर्ग किस शब्द-भेद में आते हैं? संक्षेप में लिखिए।
🌿 उत्तर: उपसर्ग अव्यय होते हैं; ये अपने आप प्रयुक्त नहीं होते, मूल शब्द के पहले लगकर अर्थ में परिवर्तन/विस्तार करते हैं।
Q17. उपसर्ग का मुख्य कार्य क्या है?
🌿 उत्तर: मूल शब्द के अर्थ को बदलना या गहरा करना—जैसे “ज्ञान → अज्ञान (न होना)”, “लिखित → अलिखित (न लिखा हुआ)”, “कर्म → अकर्म (कर्म का अभाव)”.
Q18. “सु” उपसर्ग के 3 उदाहरण अर्थ सहित लिखिए।
🌿 उत्तर:
🌸 सुपुत्र = अच्छा पुत्र
🌸 सुशील = अच्छे आचरण वाला
🌸 सुगंध = अच्छी गंध
Q19. “दु/दुष” उपसर्ग के 3 उदाहरण अर्थ सहित लिखिए।
🌿 उत्तर:
🔹 दुर्गंध = बुरी गंध
🔹 दुष्प्रभाव = बुरा प्रभाव
🔹 दुष्कर्म = बुरा कर्म
Q20. “प्रति” उपसर्ग का भाव व 2 उदाहरण लिखिए।
🌿 उत्तर: भाव—विरोध/प्रत्युत्तर/पुनरावृत्ति। उदाहरण:
🌼 प्रतिवाद (विरोध में वाद)
🌼 प्रतिदिन (बार-बार/प्रत्येक दिन)
Q21. “अधि” उपसर्ग का अर्थ व 2 उदाहरण दीजिए।
🌿 उत्तर: अर्थ—ऊपर/श्रेष्ठता/अधिकार। उदाहरण:
🌺 अध्यक्ष
🌺 अधिकार
Q22. “अव” उपसर्ग का अर्थ व 2 उदाहरण दीजिए।
🌿 उत्तर: अर्थ—नीचे/हीनता/गिरावट। उदाहरण:
🍀 अवनति
🍀 अवमान
Q23. “नि” और “निर” में संक्षिप्त भेद लिखिए, 1-1 उदाहरण सहित।
🌿 उत्तर: दोनों का भाव “बिना/अभाव” है; रूप-भेद ध्वनि-संधि से बनता है।
🌸 नि → निष्क्रिय, निष्कपट
🌸 निर → निराशा, निरभ्र
Q24. “सम/सं” उपसर्ग का भाव व 2 उदाहरण लिखिए।
🌿 उत्तर: भाव—साथ/समानता/एकत्र। उदाहरण:
🌻 सहयोग
🌻 संग्रह
Q25. उपसर्ग और प्रत्यय में 2 भेद लिखिए।
🌿 उत्तर:
💠 स्थान: उपसर्ग शब्द के पहले लगता है; प्रत्यय शब्द के बाद लगता है।
💠 प्रभाव: उपसर्ग अर्थ बदलता/बढ़ाता है (जैसे “मान → सम्मान/अपमान”), प्रत्यय प्रायः रूप-परिवर्तन/नया पद बनाता है (जैसे “भाषा → भाषिका/भाषी”).
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प्रत्यय
◆ अर्थ
🌈 प्रत्यय वे अव्यय शब्दांश हैं जो मूल शब्द के अंत में जुड़कर उसके अर्थ और प्रायः पद-रूप (संज्ञा/विशेषण/क्रिया-रूप) में परिवर्तन या विस्तार कर देते हैं।
◆ परिभाषा
🌟 जब कोई अव्यय शब्द के बाद लगे और नए शब्द की रचना कर दे व उसके अर्थ/रूप में बदलाव लाए, उसे प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण: सुंदर + ता = सुंदरता, अपना + पन = अपनापन
◆ पहचान के आसान सूत्र
🌿 जोड़ हमेशा शब्द के अंत में होता है।
🌿 जोड़ने पर नया शब्द बनता है (अर्थ या रूप बदलता है)।
🌿 प्रत्यय स्वतंत्र शब्द की तरह प्रयुक्त नहीं होता (अव्यय है)।
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प्रकार :
1) तद्धित प्रत्यय (संज्ञा/विशेषण बनाने वाले)
💠 -ता
अर्थ: गुण/भाव
उदाहरण: सुंदरता, कठोरता, मित्रता
💠 -पन
अर्थ: स्वभाव/अवस्था
उदाहरण: अपनापन, बालपन, सरलपन
💠 -ई / -ाई
अर्थ: भाव/अवस्था/कार्य
उदाहरण: सफाई, कमाई, भराई
💠 -त्व
अर्थ: पद/सम्बंध/मान
उदाहरण: मातृत्व, पितृत्व, मानवत्व
💠 -मय
अर्थ: से भरापूरा/परिपूर्ण
उदाहरण: आनंदमय, शांतिमय
💠 -कार
अर्थ: कर्ता/पेशा/कला से सम्बन्ध
उदाहरण: कलाकार, संगीतकार, शिल्पकार
💠 -आलय
अर्थ: स्थान/गृह
उदाहरण: विद्यालय, पुस्तकालय
💠 -वादी
अर्थ: मत/विचार से सम्बद्ध व्यक्ति/गुण
उदाहरण: समाजवादी, पर्यावरणवादी
2) कृदन्त प्रत्यय (धातु/क्रिया से बनने वाले रूप)
🌺 -ना
अर्थ: क्रिया/भाव (क्रिया-संज्ञा)
उदाहरण: देखना, चलना, लिखना
🌺 -क
अर्थ: कर्ता/करने वाला
उदाहरण: लेखक, चालक, रक्षक
🌺 -न
अर्थ: भाव/कृत्य का नाम
उदाहरण: भोजन, वंदन, चलन
🌺 -ई / -ाई
अर्थ: क्रिया से भाववाचक संज्ञा
उदाहरण: सजाई, सफाई, भराई
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उपसर्ग–प्रत्यय में संक्षिप्त भेद
स्थान: उपसर्ग शब्द के पहले, प्रत्यय शब्द के बाद लगता है।
प्रभाव: उपसर्ग प्रायः अर्थ में परिवर्तन/विस्तार करता है; प्रत्यय से अर्थ के साथ पद-रूप भी बदल सकता है (संज्ञा/विशेषण/कर्त्ता-नाम/भाव आदि)।
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नमूना उदाहरण-संग्रह (त्वरित अभ्यास)
सुंदर + ता → सुंदरता
अपना + पन → अपनापन
सफा + ई → सफाई
मानव + त्व → मानवत्व
शांति + मय → शांतिमय
कला + कार → कलाकार
पुस्तक + आलय → पुस्तकालय
समाज + वादी → समाजवादी
लिख + क → लेखक
भोज + न → भोजन
🌸 निर्देश: Q1–Q15 MCQ (उत्तर सहित) और Q16–Q25 लघु-उत्तर (उत्तर सहित)।
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🌟 भाग 1: बहुविकल्पीय प्रश्न
Q1. प्रत्यय किसे कहते हैं?
🔹 (A) शब्द के पहले लगने वाला अव्यय
🔹 (B) शब्द के बाद लगने वाला अव्यय
🔹 (C) वाक्य में प्रयुक्त विशेषण
🔹 (D) स्वतंत्र संज्ञा
✅ उत्तर: (B)
Q2. “सुंदरता” में प्रयुक्त प्रत्यय है—
🔹 (A) ता
🔹 (B) पन
🔹 (C) मय
🔹 (D) वादी
✅ उत्तर: (A)
Q3. “अपनापन” शब्द का प्रत्यय है—
🔹 (A) ता
🔹 (B) पन
🔹 (C) न
🔹 (D) क
✅ उत्तर: (B)
Q4. “सफाई” में प्रत्यय का रूप है—
🔹 (A) ई/आई
🔹 (B) क
🔹 (C) न
🔹 (D) ना
✅ उत्तर: (A)
Q5. “मातृत्व” में प्रत्यय है—
🔹 (A) मय
🔹 (B) त्व
🔹 (C) आलय
🔹 (D) कार
✅ उत्तर: (B)
Q6. “शांतिमय” में प्रत्यय है—
🔹 (A) वादी
🔹 (B) कार
🔹 (C) मय
🔹 (D) ता
✅ उत्तर: (C)
Q7. “विद्यालय” में प्रत्यय है—
🔹 (A) आलय
🔹 (B) ता
🔹 (C) वादी
🔹 (D) न
✅ उत्तर: (A)
Q8. “समाजवादी” में प्रत्यय है—
🔹 (A) ता
🔹 (B) वादी
🔹 (C) ई
🔹 (D) क
✅ उत्तर: (B)
Q9. “संगीतकार” में प्रत्यय है—
🔹 (A) कार
🔹 (B) क
🔹 (C) न
🔹 (D) ना
✅ उत्तर: (A)
Q10. “लेखक” शब्द में प्रत्यय है—
🔹 (A) न
🔹 (B) क
🔹 (C) ई
🔹 (D) ता
✅ उत्तर: (B)
Q11. “भोजन” में प्रत्यय है—
🔹 (A) न
🔹 (B) ना
🔹 (C) क
🔹 (D) मय
✅ उत्तर: (A)
Q12. “देखना” में प्रत्यय का रूप है—
🔹 (A) न
🔹 (B) ना
🔹 (C) क
🔹 (D) ई
✅ उत्तर: (B)
Q13. निम्न में से कृदन्त प्रत्यय से बना शब्द कौन-सा है?
🔹 (A) सुंदरता
🔹 (B) अपनापन
🔹 (C) लेखक
🔹 (D) समाजवादी
✅ उत्तर: (C)
Q14. प्रत्यय शब्द के किस स्थान पर लगता है?
🔹 (A) पहले
🔹 (B) बाद
🔹 (C) बीच
🔹 (D) कहीं भी
✅ उत्तर: (B)
Q15. सही भेद चुनिए—
🔹 (A) उपसर्ग बाद में, प्रत्यय पहले
🔹 (B) उपसर्ग पहले, प्रत्यय बाद में
🔹 (C) दोनों हमेशा पहले
🔹 (D) दोनों हमेशा बाद में
✅ उत्तर: (B)
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🌟 भाग 2: लघु-उत्तर प्रश्न — Q16–Q25
Q16. प्रत्यय की परिभाषा लिखिए।
🌿 उत्तर: जो अव्यय शब्द के बाद लगकर उसके अर्थ/रूप में परिवर्तन करे और नया शब्द बनाए, उसे प्रत्यय कहते हैं।
Q17. तद्धित प्रत्यय क्या होते हैं? 3 उदाहरण लिखिए।
🌿 उत्तर: संज्ञा/विशेषण बनाने वाले प्रत्यय। उदाहरण: सुंदरता (ता), अपनापन (पन), समाजवादी (वादी)।
Q18. कृदन्त प्रत्यय क्या होते हैं? 3 उदाहरण दीजिए।
🌿 उत्तर: धातु/क्रिया से रूप बनाने वाले प्रत्यय। उदाहरण: देखना (ना), भोजन (न), लेखक (क)।
Q19. “ता” प्रत्यय का भाव और 2 उदाहरण लिखिए।
🌿 उत्तर: गुण/भाव। उदाहरण: मित्रता, कठोरता।
Q20. “पन” प्रत्यय का भाव और 2 उदाहरण लिखिए।
🌿 उत्तर: स्वभाव/अवस्था। उदाहरण: अपनापन, सरलपन।
Q21. “त्व” प्रत्यय का अर्थ व 2 उदाहरण दीजिए।
🌿 उत्तर: पद/सम्बंध/मान। उदाहरण: मातृत्व, नागरिकत्व।
Q22. “मय” प्रत्यय का अर्थ व 2 उदाहरण दीजिए।
🌿 उत्तर: से भरा/परिपूर्ण। उदाहरण: आनंदमय, शांतिमय।
Q23. “आलय” प्रत्यय से 2 शब्द बनाइए।
🌿 उत्तर: विद्यालय, पुस्तकालय।
Q24. “कार” प्रत्यय किस अर्थ में प्रयुक्त होता है? 2 उदाहरण दीजिए।
🌿 उत्तर: कर्ता/पेशा। उदाहरण: कलाकार, संगीतकार।
Q25. उपसर्ग और प्रत्यय में 2 भेद लिखिए।
🌿 उत्तर:
💠 स्थान—उपसर्ग पहले, प्रत्यय बाद में।
💠 प्रभाव—उपसर्ग से अर्थ का विस्तार; प्रत्यय से अर्थ के साथ पद-रूप भी बदल सकता है (जैसे संज्ञा/विशेषण/कर्त्ता-नाम)।
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समास
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🌿✨ समास : परिभाषा ✨🌿
🔹 समास का शाब्दिक अर्थ है — संक्षिप्तीकरण।
🔹 परिभाषा: जब दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक नया और छोटा शब्द बनाते हैं तथा उसमें लम्बे वाक्य का भाव समा जाता है, तो उसे समास कहते हैं।
🔹 समास से भाषा संक्षिप्त, सुबोध और प्रभावशाली बनती है।
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🌼 समास के 6 भेद 🌼
🟢 1. अव्ययीभाव समास
💠 परिभाषा: जिसमें पहला पद अव्यय हो और समस्त पद अव्ययवत् प्रयुक्त हो। प्रथम पद प्रधान होता है.
💠 उदाहरण
प्रतिदिन = प्रति + दिन
यथाशक्ति = यथा + शक्ति
उपर्युक्त = उपरि + उक्त
अपर्याप्त = अ + पर्याप्त
सदाकाल = सदा + काल
यथासमय = यथा + समय
यथोचित = यथा + उचित
अनन्तर = अन् + अन्तर
प्रति वर्ष = प्रति + वर्ष
उपरान्त = उपरि + अन्त
🟠 2. तत्पुरुष समास
💠 परिभाषा: जिसमें उत्तरपद (दूसरा पद) प्रधान होता है और “का/की/के, को, से, में, के लिए” आदि भाव निहित रहते हैं।
💠 उदाहरण
ग्रामवासी = ग्राम का वासी
देववाणी = देवों की वाणी
जलयान = जल में चलने वाला यान
देशहित = देश के लिए हित
हस्तलिखित = हाथ से लिखित
गृहप्रवेश = घर में प्रवेश
मार्गदर्शन = मार्ग का दर्शन
अन्नभक्षण = अन्न का भक्षण
मातृसेवा = माता की सेवा
राजमार्ग = राजा का मार्ग
🔵 3. कर्मधारय समास
💠 परिभाषा: जिसमें विशेषण और विशेष्य या पर्यायवाची/अभिधान शब्द एक साथ प्रयुक्त होकर एक ही वस्तु का बोध कराएँ। उत्तर पद प्रधान|
💠 उदाहरण
नीलकमल = नीला कमल
मधुरवाणी = मधुर वाणी
महादेव = महान देव
सुंदरकान्त = सुंदर कान्त
पर्वतराज = पर्वतों का राजा
चन्द्रमौलि = चन्द्रमुक्त मस्तक वाला
सत्यवचन = सत्य वचन
लघु कथा = छोटी कथा
दीनदयाल = दीनों के दयालु
जलपर्णी = जल में पत्तियों वाली
🟡 4. द्विगु समास
💠 परिभाषा: जिसमें प्रथम पद संख्यावाचक होता है और पूरे शब्द से समूह या बहुलता का बोध हो।उत्तर पद प्रधान होता है.|
💠 उदाहरण
पंचवटी = पाँच वट वृक्षों का स्थान
सप्तऋषि = सात ऋषि
त्रिलोकी = तीन लोक
द्वारिका = द्वारों से घिरी नगरी
दशानन = दस मुख वाला (रावण)
द्विरथ = दो रथ
त्रिशूल = तीन शूल वाला अस्त्र
पंचमुखी = पाँच मुख वाला
सप्तपदी = सात पग (विवाह संस्कार)
षट्दल = छह दल (पंखुड़ियाँ)
🔴 5. द्वंद्व समास
💠 परिभाषा: जिसमें दोनों पद प्रधान हों और उनका अर्थ “और” से जुड़ा हो।
💠 उदाहरण
राम–लक्ष्मण = राम और लक्ष्मण
सुख–दुःख = सुख और दुःख
दिन–रात = दिन और रात
गुरु–शिष्य = गुरु और शिष्य
खान–पान = खाना और पीना
माता–पिता = माता और पिता
जीव–जन्तु = जीव और जन्तु
दूध–भात = दूध और भात
घर–आँगन = घर और आँगन
राग–द्वेष = राग और द्वेष
🟣 6. बहुव्रीहि समास
💠 परिभाषा: जिसमें समस्त पद का अर्थ किसी अन्य वस्तु/व्यक्ति पर लागू हो .कोई भी पद प्रधान नहीं होता है.|
💠 उदाहरण
नीलकंठ = जिसका कंठ नीला है (शिव)
पीताम्बर = जिसका अम्बर पीला है (विष्णु)
चतुर्मुख = जिसके चार मुख हैं (ब्रह्मा)
बहुबल = जिसका बल अधिक है
धनवान = जिसके पास धन है
मृगनयनी = जिसकी नयन मृग के समान हैं
चक्रपाणि = जिसके हाथ में चक्र है
दुग्धदन्त = जिसके दाँत दूध जैसे हैं
स्वर्णमुकुट = जिसके पास स्वर्ण का मुकुट है
रक्तनेत्र = जिसकी आँखें लाल हैं
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🌸 अभ्यास–खंड 1 : बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) 🌸
1.“प्रतिदिन” किस समास का उदाहरण है?
(क) अव्ययीभाव
(ख) तत्पुरुष
(ग) द्वंद्व
(घ) बहुव्रीहि
➡ उत्तर: (क)
2.“ग्रामवासी” है—
(क) अव्ययीभाव
(ख) तत्पुरुष
(ग) द्वंद्व
(घ) द्विगु
➡ उत्तर: (ख)
3.“नीलकमल” किस समास का उदाहरण है?
(क) कर्मधारय
(ख) द्विगु
(ग) बहुव्रीहि
(घ) अव्ययीभाव
➡ उत्तर: (क)
4.“राम–लक्ष्मण” में कौन-सा भाव है?
(क) और
(ख) का/की
(ग) से
(घ) के लिए
➡ उत्तर: (क)
5.“नीलकंठ” किस समास में आता है?
(क) तत्पुरुष
(ख) कर्मधारय
(ग) बहुव्रीहि
(घ) द्विगु
➡ उत्तर: (ग)
6.“पंचवटी” किसका उदाहरण है?
(क) द्विगु
(ख) द्वंद्व
(ग) तत्पुरुष
(घ) अव्ययीभाव
➡ उत्तर: (क)
7.“देववाणी” का समास–भेद है—
(क) षष्ठी तत्पुरुष
(ख) द्विगु
(ग) अव्ययीभाव
(घ) बहुव्रीहि
➡ उत्तर: (क)
8.“यथाशक्ति” का समास है—
(क) तत्पुरुष
(ख) अव्ययीभाव
(ग) द्वंद्व
(घ) बहुव्रीहि
➡ उत्तर: (ख)
9.“सुख–दुःख” किस प्रकार का समास है?
(क) द्वंद्व
(ख) द्विगु
(ग) बहुव्रीहि
(घ) तत्पुरुष
➡ उत्तर: (क)
10.“हस्तलिखित” में कौन-सा समास है?
(क) तृतीया तत्पुरुष
(ख) द्वंद्व
(ग) द्विगु
(घ) बहुव्रीहि
➡ उत्तर: (क)
11.“चतुर्मुख” शब्द में कौन-सा समास है?
(क) कर्मधारय
(ख) बहुव्रीहि
(ग) अव्ययीभाव
(घ) द्विगु
➡ उत्तर: (ख)
12.“दिन–रात” किस समास का उदाहरण है?
(क) तत्पुरुष
(ख) अव्ययीभाव
(ग) द्वंद्व
(घ) द्विगु
➡ उत्तर: (ग)
13.“राजमार्ग” किस समास का उदाहरण है?
(क) तत्पुरुष
(ख) बहुव्रीहि
(ग) द्विगु
(घ) अव्ययीभाव
➡ उत्तर: (क)
14.“पीताम्बर” किस समास का उदाहरण है?
(क) अव्ययीभाव
(ख) बहुव्रीहि
(ग) तत्पुरुष
(घ) द्वंद्व
➡ उत्तर: (ख)
15.“सप्तऋषि” किस प्रकार का समास है?
(क) द्विगु
(ख) द्वंद्व
(ग) कर्मधारय
(घ) अव्ययीभाव
➡ उत्तर: (क)
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🌼 अभ्यास–खंड 2 : लघु उत्तरीय प्रश्न (10 प्रश्न + उत्तर) 🌼
प्रश्न:1 समास की परिभाषा लिखिए।
उत्तर: जब दो या दो से अधिक शब्द मिलकर एक छोटा व सार्थक शब्द बनाते हैं तो उसे समास कहते हैं।
प्रश्न:2 अव्ययीभाव समास की विशेषता क्या है?
उत्तर: इसमें पहला पद अव्यय होता है और पूरा पद अव्ययवत् प्रयुक्त होता है, जैसे प्रतिदिन, यथाशक्ति।
प्रश्न:3 तत्पुरुष समास में प्रधान कौन-सा पद होता है?
उत्तर: तत्पुरुष समास में उत्तरपद प्रधान होता है।
प्रश्न:4 कर्मधारय समास की पहचान क्या है?
उत्तर: इसमें विशेषण और विशेष्य मिलकर एक ही वस्तु का बोध कराते हैं, जैसे नीलकमल।
प्रश्न:5 द्विगु समास का मुख्य लक्षण बताइए।
उत्तर: इसमें पहला पद संख्यावाचक होता है और पूरा शब्द समूह का बोध कराता है।
प्रश्न:6 द्वंद्व समास किसे कहते हैं?
उत्तर: जिसमें दोनों पद समान प्रधान हों और उनका अर्थ “और” से जुड़ता हो, उसे द्वंद्व समास कहते हैं।
प्रश्न:7 बहुव्रीहि समास की परिभाषा लिखिए।
उत्तर: जिसमें समस्त पद का अर्थ किसी अन्य वस्तु/व्यक्ति पर लागू हो, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं।
प्रश्न8: “देशहित” किस समास का उदाहरण है और क्यों?
उत्तर: तत्पुरुष; क्योंकि इसमें “के लिए” का भाव निहित है।
प्रश्न:9 “नीलकंठ” शब्द शिव के लिए क्यों प्रयोग होता है?
उत्तर: क्योंकि यह बहुव्रीहि समास है और अर्थ है — “जिसका कंठ नीला है।”
प्रश्न:10 भाषा में समास के उपयोग से क्या लाभ होता है?
उत्तर: भाषा संक्षिप्त, प्रभावशाली और अर्थपूर्ण बनती है।
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अर्थ के आधार पर वाक्य
🔵 वाक्य की परिभाषा
सार्थक शब्दों का ऐसा व्यवस्थित समूह जो पूर्ण अर्थ प्रकट करे और सुनने/पढ़ने वाला उसकी पूरी भावना समझ सके, उसे वाक्य कहते हैं।
📌 उदाहरण:
✔️ पक्षी उड़ रहे हैं।
✔️ बच्चा खेल रहा है।
✔️ सत्य की विजय होती है।
🟢 अर्थ के आधार पर वाक्य भेद
अर्थ के आधार पर वाक्य 8 प्रकार के होते हैं –
>विधानवाचक वाक्य
>निषेधवाचक वाक्य
>प्रश्नवाचक वाक्य
>आज्ञावाचक वाक्य
>विस्मयादिबोधक वाक्य
>इच्छा वाचक वाक्य
>सन्देहवाचक वाक्य
>संकेतवाचक वाक्य
🌟 सभी प्रकार की परिभाषाएँ व उदाहरण 🌟
1️⃣ विधानवाचक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों से किसी कार्य के होने या करने की सामान्य सूचना मिले, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ सूरज निकल आया है।
✔️ पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं।
✔️ राम पुस्तक पढ़ रहा है।
2️⃣ निषेधवाचक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों में किसी कार्य के न होने या मना करने का बोध हो, वे निषेधवाचक वाक्य कहलाते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ मैं आज बाजार नहीं जाऊँगा।
✔️ शिक्षक ने कक्षा नहीं ली।
✔️ बारिश नहीं हुई।
3️⃣ प्रश्नवाचक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों में कोई प्रश्न पूछा जाए, उन्हें प्रश्नवाचक वाक्य कहते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ तुम्हारा नाम क्या है?
✔️ तुम कब आओगे?
✔️ यह पुस्तक किसकी है?
4️⃣ आज्ञावाचक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों से आदेश, प्रार्थना या अनुमति का भाव प्रकट हो, वे आज्ञावाचक वाक्य कहलाते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ चुप रहो।
✔️ कृपया बैठ जाइए।
✔️ जल्दी काम करो।
5️⃣ विस्मयादिबोधक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों से आश्चर्य, हर्ष, दुःख, घृणा आदि भाव प्रकट हों, वे विस्मयादिबोधक वाक्य कहलाते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ आह! कितना सुंदर दृश्य है।
✔️ वाह! तुम तो प्रथम आ गए।
✔️ ओह! यह क्या हो गया।
6️⃣ इच्छा वाचक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों से इच्छा, आशा, आशीर्वाद या कामना प्रकट हो, वे इच्छा वाचक वाक्य कहलाते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ ईश्वर तुम्हें दीर्घायु दे।
✔️ काश! मैं वहाँ जा पाता।
✔️ तुम्हारी यात्रा मंगलमय हो।
7️⃣ सन्देहवाचक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों से कार्य होने या न होने में संदेह प्रकट हो, वे सन्देहवाचक वाक्य कहलाते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ शायद वह घर पर होगा।
✔️ सम्भव है कि वह कल आए।
✔️ वह अभी तक न पहुँचा हो।
8️⃣ संकेतवाचक वाक्य
👉 परिभाषा: जिन वाक्यों में एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया पर निर्भर हो, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं।
📍 उदाहरण:
✔️ यदि वर्षा होगी तो फसल अच्छी होगी।
✔️ अगर तुम पढ़ोगे तो पास हो जाओगे।
✔️ यदि सूरज निकलेगा तो हम बाहर जाएंगे।
🎯 अभ्यास प्रश्न (20 प्रश्न)
🟡 10 MCQ (बहुविकल्पीय प्रश्न)
प्रश्न 1:
“राम ने आज खाना खाया।” यह किस प्रकार का वाक्य है?
प्रश्नवाचक
विधानवाचक
निषेधवाचक
विस्मयादिबोधक
उत्तर: 2. विधानवाचक
प्रश्न 2:
“तुम कहाँ जा रहे हो?” यह वाक्य है –
आज्ञावाचक
विधानवाचक
प्रश्नवाचक
इच्छा वाचक
उत्तर: 3. प्रश्नवाचक
प्रश्न 3:
“काश! मैं पक्षी होता।” यह वाक्य है –
विस्मयादिबोधक
इच्छा वाचक
प्रश्नवाचक
निषेधवाचक
उत्तर: 2. इच्छा वाचक
प्रश्न 4:
“आज स्कूल नहीं खुला।” यह वाक्य है –
विधानवाचक
प्रश्नवाचक
निषेधवाचक
विस्मयादिबोधक
उत्तर: 3. निषेधवाचक
प्रश्न 5:
“वाह! कितना सुंदर बगीचा है।” यह वाक्य है –
इच्छा वाचक
विधानवाचक
विस्मयादिबोधक
संकेतवाचक
उत्तर: 3. विस्मयादिबोधक
प्रश्न 6:
“यदि तुम पढ़ोगे तो पास हो जाओगे।” यह वाक्य है –
आज्ञावाचक
संकेतवाचक
सन्देहवाचक
इच्छा वाचक
उत्तर: 2. संकेतवाचक
प्रश्न 7:
“शायद वह अभी सो रहा होगा।” यह वाक्य है –
प्रश्नवाचक
विधानवाचक
सन्देहवाचक
इच्छा वाचक
उत्तर: 3. सन्देहवाचक
प्रश्न 8:
“तुरंत यहाँ आओ।” यह वाक्य है –
आज्ञावाचक
विधानवाचक
संकेतवाचक
विस्मयादिबोधक
उत्तर: 1. आज्ञावाचक
प्रश्न 9:
“ईश्वर तुम्हें सुखी रखे।” यह वाक्य है –
इच्छा वाचक
विधानवाचक
विस्मयादिबोधक
सन्देहवाचक
उत्तर: 1. इच्छा वाचक
प्रश्न 10:
“क्या वह तुम्हारा मित्र है?” यह वाक्य है –
विधानवाचक
प्रश्नवाचक
इच्छा वाचक
संकेतवाचक
उत्तर: 2. प्रश्नवाचक
🔴 10 लघु उत्तरीय प्रश्न
1.वाक्य की परिभाषा लिखिए।
➡️ सार्थक शब्दों का वह समूह जो पूर्ण अर्थ प्रकट करे, वाक्य कहलाता है।
2.विधानवाचक वाक्य किसे कहते हैं?
➡️ जिनसे सामान्य कथन की सूचना मिले।
3.प्रश्नवाचक वाक्य का एक उदाहरण दीजिए।
➡️ तुम्हारा नाम क्या है?
4.आज्ञावाचक वाक्य किसे कहते हैं?
➡️ जिनसे आदेश, प्रार्थना या अनुमति का बोध हो।
5.विस्मयादिबोधक वाक्य का एक उदाहरण लिखिए।
➡️ आह! कितनी ठंडी हवा है।
6.इच्छा वाचक वाक्य का एक उदाहरण दीजिए।
➡️ ईश्वर तुम्हारी रक्षा करे।
7.सन्देहवाचक वाक्य किसे कहते हैं?
➡️ जिनमें कार्य होने या न होने पर संदेह प्रकट हो।
8.निषेधवाचक वाक्य का उदाहरण लिखिए।
➡️ मैं स्कूल नहीं जाऊँगा|
9.संकेतवाचक वाक्य का उदाहरण लिखिए।
➡️ यदि वर्षा होगी तो फसल अच्छी होगी।
10.अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद होते हैं?
➡️ 8 भेद।
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अलंकार
अलंकार का अर्थ
🌸 अलंकार का शाब्दिक अर्थ आभूषण है। जिस प्रकार स्त्री की शोभा आभूषण से बढ़ती है, उसी प्रकार काव्य की शोभा अलंकार से बढ़ती है।
अलंकार की परिभाषा
🌼 “जो अलंकृत करे, वहीं अलंकार है।”
🌼 मुख्य परिभाषा: जिन गुण-धर्मों द्वारा काव्य की शोभा बढ़ाई जाती है, उन्हें अलंकार कहते हैं।
🌼 सरल शब्दों में: शब्द और अर्थ के माध्यम से काव्य को सजाने-संवारने वाला तत्व अलंकार कहलाता है।
अलंकार के मुख्य भेद
🔷 1. शब्दालंकार — शब्दों की ध्वनि/वर्ण-साम्य से चमत्कार उत्पन्न होता है।
🔷 2. अर्थालंकार — अर्थ के कारण चमत्कार उत्पन्न होता है।
🔷 3. उभयालंकार — शब्द और अर्थ, दोनों से चमत्कार उत्पन्न होता है।
तीन मुख्य अलंकारों का विवरण
अनुप्रास अलंकार
💠 परिभाषा: जब काव्य में समान व्यंजन/वर्ण की बार-बार आवृत्ति समीप-समीप हो, वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है।
💠 सरल रूप: एक ही वर्ण बार-बार आने से उत्पन्न सुष्ठुता।
🟣 उदाहरण 1: “चारु चन्द्र की चंचल किरणें खेल रही थी जल थल में।”
🟡 स्पष्टीकरण: ‘च’ वर्ण की आवृत्ति से अनुप्रास।
🟣 उदाहरण 2: “रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम।”
🟡 स्पष्टीकरण: ‘र’ वर्ण की आवृत्ति से अनुप्रास।
🟣 उदाहरण 3: “मुदित महीपति मंदिर आए, सेवक सचिव सुमंत्र बुलाए।”
🟡 स्पष्टीकरण: पहली पंक्ति में ‘म’, दूसरी में ‘स’ वर्ण की आवृत्ति।
श्लेष अलंकार
💠 परिभाषा: जहाँ एक ही शब्द एक बार आए और उससे प्रसंगानुकूल अनेक अर्थ निकले, वहाँ श्लेष अलंकार होता है।
💠 भाव: एक शब्द से कई अर्थ “चिपके” रहते हैं।
🟣 उदाहरण 1:
“रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून।
पानी गए न ऊबरै, मोती मानुष चून।।” 🟡 स्पष्टीकरण: ‘पानी’ के अर्थ — कांति, मान/प्रतिष्ठा, जल।
🟣 उदाहरण 2:
“मेरी भव बाधा हरो, राधा नागरी सोय।
जा तन की झाँई परै, स्याम हरित दुति होय।।” 🟡 स्पष्टीकरण: ‘हरित’ के अर्थ — हरा रंग, प्रसन्न होना।
🟣 उदाहरण 3: “मंगन को देखि पट देत बार बार है।”
🟡 स्पष्टीकरण: ‘पट’ के अर्थ — वस्त्र, किवाड़।
यमक अलंकार
💠 परिभाषा: जब एक ही शब्द बार-बार आए, पर हर बार भिन्न अर्थ दे, वहाँ यमक अलंकार होता है।
💠 भाव: एक ही शब्द के विविध अर्थ, युग्मवत प्रयोग।
🟣 उदाहरण 1:
“कनक कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
वा खाये बौराय जग, वा पाये बौराय।।”
🟡 स्पष्टीकरण: पहले ‘कनक’ — धतूरा; दूसरे ‘कनक’ — सोना।
🟣 उदाहरण 2: “सजना है मुझे सजना के लिए।”
🟡 स्पष्टीकरण: पहला ‘सजना’ — तैयार होना; दूसरा ‘सजना’ — प्रियतम।
🟣 उदाहरण 3: “काली घटा का घमंड घटा।”
🟡 स्पष्टीकरण: पहला ‘घटा’ — बादल; दूसरा ‘घटा’ — कम होना।
प्रश्न अभ्यास — बहुविकल्पीय प्रश्न (उत्तर सहित)
🟢 प्रश्न 1: अलंकार शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या है?
विकल्प 1: सौन्दर्य
विकल्प 2: आभूषण
विकल्प 3: काव्य
विकल्प 4: भाषा
✅ उत्तर: आभूषण
🟢 प्रश्न 2: “चारु चन्द्र की चंचल किरणें” में कौन-सा अलंकार है?
विकल्प 1: यमक
विकल्प 2: श्लेष
विकल्प 3: अनुप्रास
विकल्प 4: रूपक
✅ उत्तर: अनुप्रास
🟢 प्रश्न 3: “कनक कनक ते सौ गुनी” में कौन-सा अलंकार लक्षित है?
विकल्प 1: अनुप्रास
विकल्प 2: यमक
विकल्प 3: श्लेष
विकल्प 4: उपमा
✅ उत्तर: यमक
🟢 प्रश्न 4: “रहिमन पानी राखिये” में ‘पानी’ शब्द के अर्थों की संख्या कितनी है?
विकल्प 1: 2
विकल्प 2: 3
विकल्प 3: 4
विकल्प 4: 5
✅ उत्तर: 3
🟢 प्रश्न 5: जब एक ही शब्द दो बार आए और दोनों बार अर्थ भिन्न हों, तब कौन-सा अलंकार होता है?
विकल्प 1: अनुप्रास
विकल्प 2: श्लेष
विकल्प 3: यमक
विकल्प 4: उत्प्रेक्षा
✅ उत्तर: यमक
🟢 प्रश्न 6: “मुदित महीपति मंदिर आए” में कौन-सा प्रमुख वर्ण आवृत्त हुआ है?
विकल्प 1: क
विकल्प 2: च
विकल्प 3: म
विकल्प 4: र
✅ उत्तर: म
🟢 प्रश्न 7: श्लेष अलंकार का मुख्य लक्षण क्या है?
विकल्प 1: वर्ण-आवृत्ति
विकल्प 2: एक शब्द, अनेक अर्थ
विकल्प 3: उपमा-सम्बन्ध
विकल्प 4: रूपक-परिवर्तन
✅ उत्तर: एक शब्द, अनेक अर्थ
🟢 प्रश्न 8: “तीन बेर खाती है वो तीन बार खाती है” — यहाँ कौन-सा अलंकार है?
विकल्प 1: अनुप्रास
विकल्प 2: यमक
विकल्प 3: श्लेष
विकल्प 4: मानवीकरण
✅ उत्तर: यमक
🟢 प्रश्न 9: अलंकार के मुख्य भेद कितने माने गए हैं?
विकल्प 1: 2
विकल्प 2: 3
विकल्प 3: 4
विकल्प 4: 5
✅ उत्तर: 3
🟢 प्रश्न 10: “ रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम” — यहाँ कौन-सा अलंकार है?
विकल्प 1: यमक
विकल्प 2: श्लेष
विकल्प 3: अनुप्रास
विकल्प 4: उपमेय-उपमान
✅ उत्तर: अनुप्रास
लघु उत्तरीय प्रश्न — उत्तर सहित
🔶 प्रश्न 1: अनुप्रास अलंकार की परिभाषा लिखिए।
🟩 उत्तर: जब काव्य में समान व्यंजन/वर्ण की बार-बार निकट-निकट आवृत्ति हो, वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है; इससे काव्य में संगीतात्मकता आती है।
🔶 प्रश्न 2: श्लेष अलंकार को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
🟩 उत्तर: जहाँ एक शब्द एक बार आए और उससे अनेक अर्थ बनें, वहाँ श्लेष अलंकार होता है; जैसे “रहिमन पानी राखिये” में ‘पानी’ — कांति, मान, जल।
🔶 प्रश्न 3: यमक और श्लेष में भेद बताइए।
🟩 उत्तर: यमक में शब्द बार-बार आता है और हर बार अर्थ भिन्न होता है; श्लेष में शब्द एक बार आता है पर अर्थ अनेक निकलते हैं।
🔶 प्रश्न 4: काव्य में अलंकार आवश्यक क्यों हैं?
🟩 उत्तर: अलंकार काव्य की शोभा, प्रभाव, रोचकता और आकर्षण बढ़ाते हैं; इनके बिना काव्य अपूर्ण माना जाता है।
🔶 प्रश्न 5: “काली घटा का घमंड घटा” में यमक कैसे सिद्ध होता है?
🟩 उत्तर: ‘घटा’ शब्द दो बार है — पहली बार अर्थ बादल, दूसरी बार अर्थ कम होना; अतः यमक।
🔶 प्रश्न 6: शब्दालंकार किसे कहते हैं?
🟩 उत्तर: जहाँ शब्द-ध्वनि, वर्ण-साम्य या ध्वन्यात्मक कौशल से काव्य में चमत्कार हो, वह शब्दालंकार है; अनुप्रास, यमक, श्लेष इसके उदाहरण हैं।
🔶 प्रश्न 7: अनुप्रास अलंकार का एक स्वनिर्दिष्ट उदाहरण दीजिए।
🟩 उत्तर: “कमल-कलिका कल्याणकारी करुणा-कथा कही।” — ‘क’ वर्ण की आवृत्ति से अनुप्रास।
🔶 प्रश्न 8: ‘श्लेष’ शब्द का भावार्थ लिखिए।
🟩 उत्तर: श्लेष का भावार्थ है — एक ही शब्द से अनेक अर्थों का “संलग्न” होना।
🔶 प्रश्न 9: यमक अलंकार का एक उदाहरण दीजिए।
🟩 उत्तर: “सजना है मुझे सजना के लिए।” — पहला ‘सजना’ तैयार होना, दूसरा ‘सजना’ प्रियतम।
🔶 प्रश्न 10: अलंकार का क्या अर्थ है?
🟩 उत्तर: आभूषण
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